*इको टूरिज्म थीम पर होने वाले गोरखपुर महोत्सव में वन्य जीव, पर्यावरण पर सवालों का दीजिए जवाब, जीतिए फ़िल्म का टिकट*

गोरखपुर। इको टूरिज्म की थीम पर होने जा रहे गोरखपुर महोत्सव 2024 में वन्यजीव, पर्यावरण की ओर महानगरवासियों एवं छात्रों का ध्यान आकृष्ट करने के लिए आनलाइन क्विज प्रतियोगिता में शामिल होने का अवसर मिलेगा। 43 सवालों के जवाब देकर इस खुली प्रतियोगिता में प्रतिभागी योगीराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में 11,12 और 13 जनवरी को तीन दिन ‘इको टूरिज्म, वाइल्ड लाइफ, इनवायरमेंट एण्ड क्लाइमेटचेंज’ पर आधारित फिल्मोत्सव, ‘फिल्म फॉर ह्युमैनिटी’ का निशुल्क टिकट हासिल कर सकते हैं।

क्विज प्रतियोगिता में शामिल सभी प्रतिभागियों को फिल्म प्रदर्शन स्थल पर प्रमाण पत्र भी मिलेगा। यह जानकारी प्रभागीय वन अधिकारी विकास यादव ने दी। उन्होंने बताया कि साल 2022 से पहली बार गोरखपुर महोत्सव में सूबे का सबसे बड़ा ‘इको टूरिज्म, वाइल्ड लाइफ, इनवायरमेंट एण्ड क्लाइमेटचेंज’ पर फिल्मोत्सव का आयोजन शुरू हुआ।

इस बार भी योगीराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह एवं संस्कृति केंद्र के सभागार में 11, 12 एवं 13 जनवरी को हर दिन दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक फिल्मोत्सव एवं संवाद आयोजित होगा। उन्होंने बताया कि क्विज के लिंक www.heritagefoundationindia.org की बेबसाइट्स पर मिल जाएगा।

इस खुली क्विज प्रतियोगिता में कोई भी खुद को पंजीकृत कर वन, पर्यावरण एवं वाइल्ड लाइफ के क्षेत्र में अपना ज्ञानवर्धन कर सकता है। प्रतियोगिता का उद्देश्य इन मुद्दों के प्रति लोगों का ध्यान आकृष्ट करना और पढ़ने के लिए प्रेरित करना है।

विकास यादव ने बताया कि महोत्सव में गोरखपुर वन विभाग, शहीद अशफाक उल्ला खॉ प्राणी उद्यान एवं वन्यजीव एवं पर्यावरण के क्षेत्र में सक्रिय संस्था हेरिटेज फाउंडेशन की ओर से ये सभी आयोजन किए जा रहे हैं।

महोत्सव में स्टॉल पर वन विभाग और बैंबू मिशन की ओर से तैयार बांस के उत्पाद एवं वन निगम के उत्पाद भी प्रदर्शित किए जाएंगे। वाइल्ड लाइफ व पक्षियों पर आधारित डाक टिकट का संग्रह भी खास आकर्षण होंगे।

हेरिटेज फाउंडेशन की संरक्षिका एवं पर्यावरण रत्न से सम्मानित डॉ अनिता अग्रवाल ने महानगरवासियों से अपील किया है कि इस बार भी निशुल्क होने वाले इस फिल्मों में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लें। दूसरों को भी ऐसे कार्यक्रम से जुड़ने के लिए प्रेरित करें।

आनलाइन ऐसे शामिल हो क्विज में

डीएफओ विकास यादव ने बताया कि फार्म फिल करने के लिए स्टार्ट क्विज के बटन पर जाए। क्लिक करने पर गेट योर आईडी पासवर्ड का आप्शन आएगा। उसके बाद पंजीकरण का फार्म मिलेगा जिसमें वास्तविक सूचनाएं भरने के बाद आईडी और पासवर्ड जनरेट हो जाएगा। उसी आईडी पासवर्ड की मदद से क्लिक हीयर फार टेस्ट बटन पर क्लिक कर टेस्ट में शामिल हो सकते है। आराम से सभी सवालों का जवाब भरने के बाद सबमिट करने पर फिल्मोत्सव का टिकट मिल जाएगा।

*तत्कालीन एडीजी जोन/पुलिस कमिश्नर कानपुर नगर अखिल कुमार को राजपत्रिक अधिकारियों ने किया विदाई*

गोरखपुर। तत्कालीन एडीजी जोन गोरखपुर/पुलिस कमिश्नरेट कानपुर नगर पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार हंसमुख स्वभाव के धनी अपने कार्यालय में पहुंचने वाले किसी भी फरियादी को निराश न करने वाले श्री कुमार का आज पुलिस लाइन व्हाइट हाउस सभागार में आईजी रेंज गोरखपुर परिक्षेत्र गोरखपुर जे रविंदर गौड के नेतृत्व में राजपत्रिक अधिकारियों ने विदाई किया गया।

विदाई के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर गौरव ग्रोवर पुलिस अधीक्षक नगर कृष्ण बिश्नोई सहायक पुलिस अधीक्षक / क्षेत्राधिकार कोतवाली अंशिका वर्मा पुलिस अधीक्षक उत्तरी जितेंद्र श्रीवास्तव पुलिस अधीक्षक दक्षिणी जितेंद्र कुमार पुलिस अधीक्षक अपराध इंदु प्रभा सिंह पुलिस अधीक्षक ट्रैफिक श्याम देव पुलिस अधीक्षक मंदिर सुरक्षा अनुराग सिंह सहित जनपद के समस्त क्षेत्राधिकारीगण मौजूद रह कर बिदाई किए जिसे याद किया जायेगा ।

एडीजी के कार्यों को गति प्रदान किया गया तो गोरखपुर अब अपराध करके बदमाश बच नहीं पाएंगे और बेगुनाह सजा नहीं पाएंगे, यह सब एडीजी अखिल कुमार के आपरेशन त्रिनेत्र से संभव हो पाया है। इस अभियान का हिस्सा रहा कि सभी चौराहों और घर-घर में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए।

अखिल कुमार गोरखपुर में सुरक्षा और अपराध को रोकने के लिए कई अभियान चलाए इसमें अपरेशन त्रिनेत्र एक ऐसा अभियान है,पास गंदगी देख वह खुद पुलिस अफसरों के साथ सफाई सुर अभियान की शुरूआत की जिसके बाद शहर के कई इलाकों में यह अभियान चलता रहा।

श्री कुमार के तबादले की जानकारी मिलते ही मंगलवार की सुबह से शाम तक शहर के तमाम लोग सिर्फ मिलने पहुंचे बल्कि उनके कार्यों की सराहना भी की गई। अखिल कुमार के 3 साल के कार्यकाल में चला अभियान तीन साल के कार्यकाल में एडीजी

जां अपरेशन त्रिनेत्र ( त्रिनेत्र हिट एम्बेसडर, ग्रामीण त्रिनेत्र, एप

अखिल कुमार ने पेश किया मिशाल त्रिमित्र मित्र (हर घर पब्लिक अप्रुवल रेटिंग (पीएआर) सिस्टम, इसमे जनता से पुलिस का फीडबैक लिया यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लेते हुए आवश्यक सुधार गोरखपुर में अपने अनोखे अंदाज और अभियान के लागू कराए।

■ बीट सिस्टमरू इसके अंतर्गत बीट पुलिस का मजबूत किया गया

लिए याद किए जाएंगे एडीजी

कामयाबी सिर्फ गोरखपुर जोन ही नहीं बल्कि सूबे के मुखिया आदित्यनाथ ने मुहर लगायी और उसके बाद सरकार ने उसे हर जिले लागू भी किया। अखिल कुमार ने एक तरफ प्रदेश को तीसरी आंख दी वहीं दूसरी तरफ भारत-नेपाल बर्डर को कवच से सुरक्षित भी किया है एडीजी अखिल कुमार अपने अलग अंदाज के लिए गोरखपुर में हमेशा याद किए जाएंगे। गोरखपुर जोन में 11 जिले हैं, जहां भी कोई बड़ी घटना होती थी वहां अखिल कुमार तत्काल पहुंचते थे, उस घटना का खुलासा तत्काल करने के लिए रणनीति बनाने में जुट जाते थे।

कम ही समय में वह गोरखपुर की जनता, व्यापारी सहित विभिन्न संगठनों व कार्यकर्ताओं के भी दिल में बस गए थे। अपरेशन त्रिनेत्र के तहत वह घर-घर भी पहुंचकर कैमरे लगवाने वाले लोगों को सम्मानित करते थे। यही नहीं राजघाट पुल के पास रामघाट के और इससे महिला पुलिस कर्मियों को भी जोड़ा गया ।

आपरेशन सुदर्शन नशे की लत छुड़ाने और ड्रग्स सप्लायरों पर कार्रवाई

आपरेशन तमंचा अवैध असलहों और कारतूस का स्त्रोत पता लगा लगाने के लिए चलाया अभियान। आपरेशन 117- भूमि विवाद से संबंधित मामलों में सख्ती से निपटने के लिए चलाया गया अभियान अपरेशन ब्रह्मास्त्र-नवीनतम तकनीक के साथ कदमताल करते हुए अपराधियों की निगरानी के लिए किया गया प्रयोग कवच योजना उत्तर प्रदेश के नेपाल राष्ट्र के सीमावर्ती क्षेत्रों में अतिक्रमण से बचाव के लिए चलाया गया।

ग्राम प्रहरी के संबंध में पुलिस कार्यप्रणाली में इनके महत्व रेखांकित करते हुए उनके प्रति सम्मानजनक व्यवहार करने को प्रेरित करते हुए उन्हें प्रोत्साहित किया गया फरियादियों को अभिवादन के संबंध में थाने पर आने वाले फरियादियों/आगंतुकों को नमस्ते करके हो। उनका स्वागत करने की व्यवस्था प्रारंभ की गई विभाग के अंदर के खेलों को प्रोत्साहन शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता एवं सुरक्षा के कार्य के अनि लिए मोहल्ला स्वच्छता एवं सुरक्षा समितियो का गठन किया गया।

अगर इसे आगे भी जारी रखा गया तो अपराध और अपराधियों अंकुश लगाने में पूर्ण रूप से कारगर साबित रहेगा।

*स्मार्टफोन मिलने पर छात्राओं के चेहरे खिले*

गोरखपुर।एपी गुप्ता एवं श्रीमती गीता देवी महिला पी.जी.कॉलेज उनवल नगर पंचायत में छात्राओं को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने के लिए स्वामी विवेकानंद सशक्तिकरण योजना के तहत स्मार्टफोन दिया गया।

महाविद्यालय के प्रबन्धक अमित कुमार गुप्ता ने कहा कि स्मार्टफोन मिलने से इस महाविद्यालय की छात्राओं को शिक्षा के क्षेत्र में तकनीकी दक्षता हासिल होगी, उन्होंने स्मार्टफोन की उपयोगिता पर विस्तृत प्रकाश डाला। स्मार्टफोन मिलने पर छात्राओं के चेहरे खुशी से खिल उठे। पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर प्रमोद कुमार तिवारी ने स्मार्टफोन वितरण में सहयोग के लिए अपर जिलाधिकारी प्रशासन पुरूषोत्तम दास गुप्ता, ई-डिस्ट्रिक्ट प्रभारी नीरज श्रीवास्तव,प्रशांत श्रीवास्तव के प्रति आभार व्यक्त किया।

इस दौरान महाविद्यालय के शिक्षकों में डॉक्टर शिवेंद्र सिंह, डॉक्टर सीमा यादव, सुधाकर मिश्र, आदित्य भास्कर,रिंकू साहनी,रविन्द्र पांडेय, किरन,कीर्ति,आकाश श्रीवास्तव तथा छात्राएं और उन्य लोग उपस्थित रहे।

*मैत्री क्रिकेट मैच में भाजयुमो जिला इकाई ने महानगर इकाई को हराया*

गोरखपुर। भाजपा युवा मोर्चा गोरखपुर जिला एवं महानगर इकाई के मध्य एक मैत्री क्रिकेट मैच महात्मा गांधी इंटर कालेज के मैदान पर खेला गया, जिसमे मुख्य अतिथि के भाजयुमो क्षेत्रीय अध्यक्ष पुरूषार्थ सिंह द्वारा भाजयुमो जिलाध्यक्ष नीरज दूबे एवं महानगर अध्यक्ष सत्यार्थ मिश्रा के बीच टास कराया गया। सत्यार्थ मिश्रा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय किया।14 ओवर की पहली पारी में 7 विकेट के नुकशान पर 116 रन बनाया गया।

जिसे भाजयुमो जिला इकाई की टीम जिलाध्यक्ष नीरज दुबे के नेतृत्व में 12 ओवर में 3 विकेट के नुकसान पर अनुपम सिंह के नाबाद 72 रन की पारी खेलते हुए 117 रन बनाकर जिला इकाई को शानदार जीत दिलायी।

क्षेत्रीय अध्यक्ष पुरुषार्थ सिंह ने भाजयुमो जिलाध्यक्ष नीरज दुबे को विजयश्री शील्ड प्रदान कर बधाई दिया एवं मैन ऑफ द मैच अनुपम सिंह रहे।

इस अवसर पर भाजयुमो क्षेत्रीय अध्यक्ष पुरुषार्थ सिंह ने कहा कि जिला व महानगर इकाई के बीच मैत्री क्रिकेट के आयोजन से कार्यकर्ताओं में ऊर्जा का संचार हुआ है उत्साह व मनोरंजन का माध्यम बना है।

*कांग्रेस महानगर अध्यक्ष के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारीयों की बैठक में यूपी जोड़ो यात्रा पर हुई चर्चा*

गोरखपुर। बड़गो स्थित कैंप कार्यालय पर महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष आशुतोष तिवारी की अध्यक्षता में महानगर पदाधिकारियों की बैठक हुई।बैठक में यूoपीo जोड़ो यात्रा के संबंध में चर्चा हुई।महानगर अध्यक्ष आशुतोष तिवारी ने बताया कि दिनाँक 05 जनवरी को सायं 5 बजे उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष माo अजय राय जी के नेतृत्व में यूoपीo जोड़ो यात्रा लखनऊ की सीमा में प्रवेश कर रही है और लखनऊ के विभिन्न हिस्सों में जनसंपर्क करते हुए यह यात्रा 6 जनवरी को शहीद स्मारक पहुंच कर शहीदों को नमन कर यात्रा का समापन होगा।

हम सभी लोग अपने सुविधानुसार 5 और 6 जनवरी को अधिक से अधिक संख्या में लखनऊ पहुंच कर यात्रा में सम्मलित हो और यूo पीo जोड़ो यात्रा के उद्देश्य को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य करें।

बैठक में प्रदेश सचिव एवं महाराजगंज प्रभारी दिलीप निषाद, महानगर उपाध्यक्ष तसनीम अंसारी, महानगर महासचिव प्रणव उपाध्याय, राकेश मौर्य, प्रभात चतुर्वेदी, गुलाम ताहिर, एजाज हुसैन, राम बिहारी, सतीश, सद्दाम, गणेश, सैय्यदा सहित अनेक लोग उपस्थित रहें।

*आई०जी०आर० एस० प्रकरणों के निस्तारण में गोरखपुर टॉप 10 में शामिल*

गोरखपुर। माह दिसंबर की आईजीआरएस प्रकरणों के निस्तारण हेतु निर्गत रैंकिंग में जनपद गोरखपुर नौवें स्थान पर आया है। पहली बार जनपद लगातार दूसरी बार टॉप 10 में जगह बनाने में सफलता हासिल की है।

जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश के निर्देशानुसार एवं आई०जी०आर०एस० नोडल प्रभारी / अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) पुरुषोत्तम दास गुप्ता की निगरानी में कंट्रोल रूम में कार्यरत कर्मचारियों द्वारा की गयी मेहनत व लगन से जनपद की रैंकिंग में सुधार हुआ हैं।

इसमें मुख्य रूप से ई डिस्ट्रिक्ट मैनेजर नीरज श्रीवास्तव, सहायक लिपिक अनिरुद्ध, अंकिता गुप्ता, रंजीत यादव शिवम शुक्ला, आशुतोष राय, मोहम्मद मोजम्मिल, सौरभ कुमार, आशीष वर्मा, फरहान सिद्दीकी, राघवेंद्र प्रताप सिंह

की भूमिका रही।

*नवागत एडीजी जोन का आईजी, एसएसपी, एसपी सीटी व एसपी ट्रैफिक ने किया स्वागत*

गोरखपुर। 1993 बैच के आईपीएस अधिकारी डॉ के एस प्रताप कुमार अपने नए कार्यस्थल एडीजी जोन गोरखपुर बनकर गोरखपुर पहुचे।

जहां सर्किट हाउस पर आईजी रेंज गोरखपुर परिक्षेत्र गोरखपुर जे रविंदर गौड, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर गौरव ग्रोवर, पुलिस अधीक्षक नगर कृष्ण बिश्नोई, एसपी ट्रैफिक श्याम देव ने उनको बुके देकर उनका स्वागत किया। इससे पूर्व नवागत एडीजी जोन का गॉड ऑफ ऑनर भी दिया गया।

*सावित्रीबाई फुले की लड़ाई आगे बढ़ाओ, शिक्षा है सबका अधिकार, बन्द करो इसका व्यापर: दिशा छात्र संगठन*

गोरखपुर। प्रथम क्रान्तिकारी महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की जयंती (3 जनवरी) के अवसर पर दिशा छात्र संगठन और स्त्री मुक्ति लीग की ओर से पन्त पार्क में ‘जाति तोड़क भोज’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत क्रान्तिकारी गीत ‘अभी लड़ाई जारी है’ ‘ज़िन्दगी ने एक दिन कहा कि तुम लड़ो’ से हुई।

दिशा छात्र संगठन की अंजली ने बताया कि सावित्रीबाई फुले का जन्म 3 जनवरी 1831 को सतारा ज़िले के नायगांव में हुआ था। आज से 174 साल पहले पुणे के भिडे वाडा में सावित्री बाई और ज्योतिराव फुले ने लड़कियों के लिए स्कूल खोला था और रुढ़िवादी ताकतों से कड़ी टक्कर ली थी।

इस संघर्ष के दौरान उन पर पत्थर, गोबर, मिट्टी तक फेंके गये पर सावित्रीबाई ने फातिमा शेख के साथ मिलकर शिक्षा का महत्वपूर्ण कार्य बिना रूके किया। अपने संघर्ष में इन लोगों ने जातिवाद और आज के समय सामाजिक लड़ाई को कमजोर करने वाली सोच “अस्मितावाद” के खिलाफ भी संघर्ष किया।

ज्योतिबाराव फुले ने लिखा कि जो हमारे संघर्षों में शामिल होता है उसकी जाति नहीं पूछी जानी चाहिए।

अंजली ने आगे कहा कि अंग्रेजों ने भारत में जिस औपचारिक शिक्षा की शुरूआत की थी, उसका उद्देश्‍य “शरीर से भारतीय पर मन से अंग्रेज” क्‍लर्क पैदा करना था। इसलिए उन्‍होंने ना तो शिक्षा के व्‍यापक प्रसार पर बल दिया और ना ही तार्किक और वैज्ञानिक शिक्षा पर।

ज्‍योतिबा राव और सावित्रीबाई फूले ने सिर्फ शिक्षा के प्रसार पर ही नहीं बल्कि प्राथमिक शिक्षा में ही तार्किक और वैज्ञानिक शिक्षा पर बल दिया। अंधविश्‍वासों के विरूद्ध जनता को शिक्षित किया। आजादी के बाद सत्ता में आयी तमाम चुनावी पार्टियों का रवैया शिक्षा के प्रसार के मामले में उपेक्षित ही रहा है। देश में पहली व्यवस्थ्ति शिक्षा नीति आज़ादी के 21 साल बाद 1968 में बनी।

इस दस्तावेज में स्कूली शिक्षा पर जोर केवल कुशल मज़दूर पैदा करने के लिए था। इन दस्तावेजों में एकसमान स्कूल व्यवस्था लागू करने की बात तो कही गयी लेकिन इसके लिए ज़रूरी निजी स्कूलों के तंत्र को ख़त्म करने की जगह निजी स्कूलों के दबदबे को बरकार रखा गया।

आज के समय में शिक्षा के सामने पैसों का एक ताला लगा हुआ है। नई शिक्षा नीति के माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में गैर बराबरी को बढ़ावा दिया जा रहा है। प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा के पूरे सरकारी तंत्र को चौपट किया जा रहा है। ऐसे दौर में सावित्रीबाई फुले की विरासत को याद करते हुए सबके लिए समान और निशुल्क शिक्षा की लड़ाई को आगे बढ़ाना सभी इंसाफ पसंद छात्रों -युवाओं का कार्यभार है।

कार्यक्रम में दीपक शर्मा, मनीष, धनंजय, विद्यानंद, माया, रेखा, मुकेश, दीपक, अदिति, शेषनाथ आदि शामिल रहे।

*गोरखपुर विश्वविद्यालय ने कृषि क्षेत्र में सहयोग के लिए मधेश कृषि विश्वविद्यालय, राजबिराज, नेपाल से किया समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर*

गोरखपुर। विश्वविद्यालय ने मधेश कृषि विश्वविद्यालय, राजबिराज, नेपाल के साथ कृषि सहयोग को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। कृषि के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय समझ एवं सहयोग को आगे बढ़ाने की दिशा में कदम उठाते हुए दोनों संस्थानों ने एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।

गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन तथा मधेश कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बैद्य नाथ ने एमओयू हस्ताक्षर समारोह में सहभागिता की।

कार्यक्रम में प्रोफेसर टंडन और प्रोफेसर नाथ के बीच चर्चा कृषि क्षेत्र के विभिन्न पहलुओं, कृषि अनुसंधान में पारस्परिक हितों और सभी स्तरों पर शिक्षा में उत्कृष्टता के लिए साझा समर्पण को प्रदर्शित करने पर केंद्रित रही।

प्रोफेसर पूनम टंडन ने इस सहयोग के प्राथमिक लक्ष्य कृषि क्षेत्र में क्षमताओं को बढ़ाने पर विशेष ध्यान देने के साथ ही उद्योग की जरूरतों और युवाओं के पास मौजूद कौशल के बीच के अंतर को भरने पर जोर दिया।

समारोह में दोनों कुलपतियों ने छात्रों को शैक्षणिक, अनुसंधान-उन्मुख, औद्योगिक और उद्यमशीलता कौशल के साथ परिपूर्ण व्यक्ति के रूप में विकसित करने के महत्व पर प्रकाश डाला।

रैंकिंग सेल के निदेशक प्रोफेसर मनीष श्रीवास्तव, इंटरनेशनल सेल के निदेशक डॉ रामवंत गुप्ता और जैव प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख प्रोफेसर राजर्षि कुमार गौड़ सहित गोरखपुर विश्वविद्यालय के एक प्रतिनिधिमंडल इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में मौजूद रहा।

कुलपति प्रो टंडन ने बताया कि इस सहयोग का उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना, कृषि अनुसंधान को बढ़ाना और कृषि क्षेत्र में कुशल पेशेवरों के विकास में योगदान देना है।

गोरखपुर विश्वविद्यालय और मधेश कृषि विश्वविद्यालय एक सार्थक साझेदारी की आशा करते हैं जो कृषि शिक्षा और अनुसंधान पर सकारात्मक प्रभाव डालेगी।

*बारह स्थानों पर एक साथ शुरू हुआ निशुल्क सिलाई प्रशिक्षण*

गोरखपुर, 3 जनवरी। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महाराणा प्रताप (एमपी) शिक्षा परिषद की नई पहल से चार केंद्रों के अंतर्गत बारह स्थानों पर कुल 1150 महिलाओं के लिए निशुल्क सिलाई-कढ़ाई के प्रशिक्षण का कार्यक्रम बुधवार से शुरू हो गया।

सात दिवसीय प्रशिक्षण के बाद महिलाओं को मुफ्त सिलाई मशीन वितरित की जाएगी। प्रशिक्षण का यह कार्यक्रम जेके अर्बनसेप्स डेवलपर्स लिमिटेड कानपुर द्वारा प्रायोजित है और सिंगर इंडिया लिमिटेड के सहयोग से किया जा रहा है।

प्रशिक्षण का औपचारिक उद्घाटन गुरुवार को महाराणा प्रताप स्नातकोत्तर महाविद्यालय (एमपीपीजी कॉलेज) जंगल धूसढ़ में किया जाएगा जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी और विशिष्ट अतिथि के रूप में जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश मौजूद रहेंगे।

महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की नई पहल के बारे में एमपीपीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रदीप कुमार राव ने बताया कि यह कार्यक्रम उन्नत भारत ग्राम अभियान एवं मिशन शक्ति के तहत किया जा रहा है। इसमें शिक्षा परिषद की कई संस्थाएं जैसे महाराणा प्रताप स्नातकोत्तर महाविद्यालय (एमपीपीजी कॉलेज) जंगल धूसढ़, महाराणा प्रताप बालिका इंटर कॉलेज सिविल लाइंस, योगी गंभीरनाथ सेवाश्रम, महाराणा प्रताप कृषक इंटर कॉलेज जंगल धूसढ़, महाराणा प्रताप कन्या इंटर कॉलेज व महाविद्यालय रमदत्तपुर महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रही हैं।

निशुल्क सिलाई-कढ़ाई का प्रशिक्षण चार केंद्रों के अंतर्गत 12 स्थानों पर शुरू किया गया है। एमपीपीजी कॉलेज केंद्र के अंतर्गत हसनपुर गांव और कॉलेज द्वारा संचालित प्रशिक्षण केंद्र पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

योगिराज बाबा गंभीरनाथ सेवाश्रम- 1 केंद्र के अंतर्गत मंझरिया और बड़ी रेतवहिया गांव, सेवाश्रम-2 केंद्र के तहत महाराणा प्रताप कृषक इंटर कॉलेज जंगल धूसढ़, छोटी रेतवहिया व चतुर्थ श्रेणी कमर्चारी तथा महाराणा प्रताप बालिका इंटर कॉलेज सिविल लाइंस केंद्र के तहत इस कॉलेज, महाराणा प्रताप कन्या इंटर कॉलेज रमदत्तपुर व गुरु श्री गोरक्षनाथ विद्यापीठ भरोहिया पर प्रशिक्षण शुरू हुआ है। 15 से 40 वर्ष तक की बालिकाओं और महिलाओं के लिए इस प्रशिक्षण की अवधि प्रतिदिन दो घंटे की है।

बुधवार को प्रशिक्षण के शुरू होने पर सिंगर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के सीनियर आफिसर पवन राजपूत, नरेश कुमार, ललित सरोज, मोहित, एमपीपीजी कॉलेज मे उन्नत भारत अभियान के प्रभारी डाॅ. मंजेश्वर तथा मिशन शक्ति अभियान की प्रभारी श्रीमती शिप्रा सिंह की सक्रिय सहभागिता रही।