अमेठी में 24 और गोसाईगंज में 28 को होगा रावण वध

लखनऊ- शारदीय नवरात्र के बीच ही गोसाईगंज और अमेठी में रामलीला का मंचन शुरू हो जाएगा। रामलीला मंचन और विजय दशमी मेले की तैयारी जारी है। अमेठी में 24 तथा गोसाईगंज में 28 अक्टूबर को मेले में रावण वध होगा।

गोसाईगंज में नवयुवक रामलीला कमेटी द्वारा माता चतुर्भुजी मंदिर रामलीला मैदान के मंच पर 21 अक्टूबर को नारद मोह के साथ रामलीला का मंचन शुरू किया जायेगा। 22 अक्टूबर को राम जन्म, 23 को तड़का वध, 24 को राम विवाह, 25 को राम वन गमन, 26 को सीता हरण और लंका दहन, 27 को मेघनाद कुंभकर्ण वध और 28 अक्टूबर को दशहरा मेला तथा रावण वध होगा। 29 अक्टूबर को राम राज्य, लवकुश युद्ध के साथ एक वर्ष के लिए रामलीला मंच का पर्दा गिर जायेगा।

रामबाग धाम अमेठी में विजय दशमी पर लगने वाले महंत बाबा खुशहाल दास मेले में 24 अक्टूबर को रावण का वध होगा। यहां 22 अक्टूबर को कबड्डी प्रतियोगिता, 23 को कबड्डी का फाइनल, 24 को मेला और रावण वध, 25 को भरत मिलाप शोभा यात्रा, 26 को बॉलीबॉल प्रतियोगिता तथा 27 को दंगल, बिरहा और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। 22 से 26 अक्टूबर तक प्रति दिन राम, लक्ष्मण, सीता और हनुमान का सिंहासन शोभायात्रा के मध्य ठाकुरद्वारा अमेठी से रामबाग धाम पहुंचेगा। 22 से 27 अक्टूबर तक हरदोइया पार्टी द्वारा रात 10 बजे तक राम लीला और 10 बजे से रात भर मथुरा संगीत पार्टी द्वारा रासलीला का कार्यक्रम होगा। अमेठी मेले की तैयारियां जारी हैं।

कृषि मंत्री ने कृषि कुम्भ-2023 की तैयारियों की दी जानकारी, बोले-किसानों की समृद्धि की खुलेगी नई राह

लखनऊ- वर्तमान सरकार के प्रथम कार्यकाल में आयोजित कृषि कुम्भ-2018 की भाँति ही सरकार के इस कार्यकाल में भी कृषक हितैषी सरकार द्वारा कृषि कुम्भ-2023 द्वितीय संस्करण (अन्तर्राष्ट्रीय कृषि प्रदर्शनी एवं सम्मेलन) का आयोजन दिसम्बर के द्वितीय पखवाड़े में प्रस्तावित है। यह कार्यक्रम भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, तेलीबाग, लखनऊ के परिसर में आयोजित होगा। इस बार गत कृषि कुम्भ-2018 के सापेक्ष कार्यक्रम का आयोजन और अधिक भव्य और दिव्य बनाया जायेगा, ताकि प्रदेश के किसान तकनीक से तरक्की की ओर बढ़ सकें। कृषि कुम्भ के इस आयोजन से अनुसंधान से खलिहान तक का सफर बहुत आसान हो जायेगा। इससे तकनीकी किसानों तक पहुंचेगी और उन्हें समृद्धशाली बनायेगी। इस प्रकार कृषि कुम्भ-2023 किसानों की समृद्धि के लिए नई राह खोलेगा।

भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, तेलीबाग, लखनऊ के परिसर में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान कृषि मंत्री ने बताया कि कृषि कुम्भ-2023 में दो लाख प्रगतिशील कृषकों की प्रतिभागिता प्रस्तावित है। इस दौरान विभिन्न सामयिक विषयों पर 19 तकनीकी सत्र आयोजित किये जायेंगे। इस कुम्भ में राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की कृषि एवं सम्वर्गीय सेक्टर की 500 कम्पनियों एवं संस्थाओं द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा। कार्यक्रम आयोजन हेतु चयनित इवेन्ट मैनेजमेन्ट कम्पनी के माध्यम से प्रतिभागी कम्पनियों को स्टाल ब्रिकी के माध्यम से रू0 4.00 करोड़ राजस्व प्राप्ति हेतु अनुबन्ध किया जायेगा।

उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में अन्तर्राष्ट्रीय सहयोग के लिए जापान, कोएशिया, पोलैण्ड, पेरू, जर्मनी, यूएसए, फिलीपीन्स, साउथ कोरिया, इन्डोनेशिया आदि देशों से कृषि क्षेत्र में नवाचारी कार्य करने वाले लोग भी प्रतिभाग करेंगे। प्राकृतिक खेती, श्री अन्न, एफपीओ आधारित व्यवसाय, डिजीटल एग्रीकल्चर, एग्री स्टार्टअप आदि विषयों पर कार्यशालाओं के आयोजन के साथ-साथ श्री अन्न पाककला प्रतियोगिता का भी आयोजन प्रस्तावित है।

कृषि मंत्री ने कहा कि कृषि कुम्भ-2023 के आयोजन का उद्देश्य प्रदेश की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को 01 ट्रिलियन डालर के स्तर पर ले जाने के लिए किसानों को उत्पादक से उद्यमी बनाना, प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देकर पोषण, पर्यावरण संरक्षण और स्वास्थ्य के साथ-साथ भविष्य की जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का सामना करने की तैयारी है। खेती की लागत कम करने, किसानों की आय बढ़ाने और स्वास्थ्य तथा पोषण की दृष्टि से श्री अन्न को बढ़ावा भी मिलेगा। कृषि कुम्भ आयोजन के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की अध्यक्षता में एक दर्जन से अधिक समितियां गठित करते हुए सक्रिय कर दी गयी हैं। आयोजन स्थल पर सजीव प्रदर्शन जिनमें इन्टीग्रेटेड फार्मिंग सिस्टम, उद्यान एवं बागवानी, मत्स्य पालन, रेशम, भूमि संरक्षण, आदि के मॉडल सम्मिलित हैं। इसके लिए क्षेत्र चिन्हांकन करते हुए सम्बन्धितों को आवंटन कर दिया गया है। सम्बन्धित विभाग के अधिकारी अभी से सजीव प्रदर्शन की तैयारियों में जुट गये हैं। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि कार्यक्रम की तिथियां मुख्यमंत्री जी के स्तर से अनुमोदित होते ही सार्वजनिक कर दी जायेंगी। कार्यक्रम के प्रचार प्रसार के लिये दिल्ली में एक कट्रेन रेजर और आयोजन स्थल पर भूमि पूजन का कार्यक्रम भी किया जाना है, जिसकी तिथियों की घोषणा शीघ्र ही की जायेगी।

प्रेस वार्ता के दौरान अपर मुख्य सचिव कृषि डा देवेश चतुर्वेदी, सचिव तथा निदेशक कृषि डा0 राजशेखर, महानिदेशक उप्र कृषि अनुसंधान संस्थान, निदेशक मण्डी परिषद अंजनी कुमार सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।

अयोध्या, वाराणसी एवं नैमिषारण्य में पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा, हेलीपोर्ट का विकास व संचालन निजी निवेशकों के माध्यमः जयवीर सिंह

लखनऊ। पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए अयोध्या, वाराणसी एवं नैमिषारण्य जनपद सीतापुर में हेलीकाप्टर सेवा के लिए हेलीपोर्ट का विकास एवं संचालन पीपीपी मोड पर निजी निवेशकों के माध्यम से कराये जाने का निर्णय लिया गया है। इस निर्णय से राज्य सरकार पर कोई व्यय भार नहीं आयेगा।

हेलीपोर्ट्स को शुरूआती दौर में तीस वर्षों की अवधि के लिए लीज पर दिया जायेगा। यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने शुक्रवार को दी। उन्होंने बताया कि पीपीपी मोड पर दिये जाने वाले हेलीपोर्टों के लिए जमीन चिन्हित कर ली गयी है। इसमें डोमरी, वाराणसी स्थित पर्यटन विभाग की 31590 वर्गमी0, चौधरी चरण सिंह घाट, अयोध्या स्थित पर्यटन विभाग की 3600 वर्गमी तथा मिश्रिख-नीमसार सीतापुर, स्थित पर्यटन विभाग की 20000 वर्गमी भूमि उपलब्ध कराई जायेगी। उन्होंने बताया कि जनपद वाराणसी, अयोध्या तथा नैमिषारण्य को महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय गन्तव्य स्थल के रूप में स्थापित किये जाने के लिए जनसुविधाओं का विकास, अवस्थापना सुविधाओं का आधुनिकीकरण एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के पर्यटन सुविधाओं के सृजन पर विशेष जोर दिया जा रहा है।

पर्यटन मंत्री ने बताया कि जनपद वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के विकास एवं विस्तारीकरण से पर्यटकों के आवागमन में कई गुना बढ़ोत्तरी हुई है। जनपद अयोध्या में भगवान श्रीराम चन्द्र जी का भव्य मंदिर निर्माण के उपरान्त देश एवं विदेश से भारी संख्या में श्रद्धालुओं/पर्यटकों के अयोध्या भ्रमण हेतु आगमन संभावित है। इसी प्रकार 88 हजार ऋषि मुनियों की तपोस्थली नैमिषारण्य अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक व सांस्कृतिक पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित किये जाने के लिए पर्यटन अवस्थापना सुविधाओं के विकास का मास्टर प्लान तैयार किया गया है। प्रदेश सरकार द्वारा नैमिषारण्य तीर्थ विकास परिषद का गठन किया गया है। नैमिषारण्य आने वाले पर्यटकों की संख्या में वर्ष 2021 के सापेक्ष वर्ष 2022 में चार गुना बढ़ोत्तरी हुई है।

उन्होंने बताया कि देश में पर्यटन उद्योग के बदलते हुए परिदृश्य को देखते हुए हेलीकाप्टर सेवा की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। इसके लिए हेलीपैड के निर्माण एवं संचालन में विशेषज्ञ संस्थाओं की जरूरत है। इन हेलीपोटर्स को प्रदेश सरकार द्वारा पीपीपी मोड पर निजी निवेशकों के माध्यम से विकसित व संचालित कराने पर राज्य सरकार को कोई अतिरिक्त धनराशि की व्यवस्था नहीं करनी पड़ेगी। बल्कि इस निर्णय से राज्य सरकार को आमदनी होगी। उन्होंने बताया कि उस फैसले से पर्यटन सेक्टर से जुड़े कारोबारियों के व्यवसाय में भी बढ़ोत्तरी होगी।

पर्यटन मंत्री ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर इकानॉमी की ओर ले जाने का संकल्प लिया है। इसमें पर्यटन सेक्टर का अहम योगदान होगा और निजी निवेश के माध्यम से एक बड़ी पूंजी को आकर्षित किया जा सकेगा। इसके साथ ही रोजगार सृजन, पर्यटकों की संख्या में बढ़ोत्तरी, अंतर्राष्ट्रीय स्तर की पर्यटन सुविधाओं का सृजन तथा देशी-विदेशी पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए आवागमन की सुविधा और बेहतर होगी। इससे पर्यटकों की संख्या भी बढ़ेगी तथा स्थानीय स्तर रोजगार के नये-नये अवसर सृजित होगे। इसके अलावा प्रदेश के अन्य एयरपोर्ट एवं एयरस्ट्रिप्स से भी इनकी कनेक्टिविटी बढ़ाकर एयर एम्बुलेंस, ज्वायराइड्स आदि को भी संचालित किया जा सकेगा।

विद्युत विभाग में 25 जोन को बढ़ाकर 40 जोन बनाने का आदेश जारी, ऊर्जा मंत्री ने कहा-व्यवस्था में होगा सुधार, मिलेगी बेहतर आपूर्ति

लखनऊ- प्रदेश की विद्युत व्यवस्था में सुधार के लिए ऊर्जा मंत्री के प्रयासों एवं उनकी दूरदर्शी सोच से नित नए आयाम जुड़ रहे। प्रदेश की विशाल आबादी की जरूरतों के मुताबिक तथा अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए विद्युत तंत्र में व्यापक सुधार किया जा रहा। ऊर्जा मंत्री ने यह भी समझा था कि जोनल अधिकारियों का कार्य क्षेत्र बड़ा होने तथा कार्य का दबाव अधिक होने से विद्युत कार्यों एवं व्यवस्था की सही से मॉनिटरिंग नहीं हो पा रही। साथ ही उपभोक्ताओं की शिकायतों का भी समय से समाधान नहीं किया जा रहा। इसके लिए उन्होंने जोन के कार्यक्षेत्र को कम करने के लिए और जोन बनाने का निर्देश दिया था।

प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने बताया कि दिए गए निर्देशों के क्रम में उप्र पावर कारपोरेशन के सहयोगी वितरण निगमों के अंतर्गत वर्तमान में क्रियाशील 25 वितरण क्षेत्र (जोन) की संख्या को बढ़ाकर 40 जोन बनाने संबंधी पुनर्गठन का आदेश जारी कर दिया गया है। इस पुर्नगठन में सभी महानगरों को अलग जोन बना दिया गया है। मंडल मुख्यालय के जोन से जुड़े अन्य जिलों का अलग जोन बना दिया गया है।

ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने बताया कि अब वाराणसी, गोरखपुर, प्रयागराज, अलीगढ़, बरेली, आगरा, मेरठ, मथुरा, बिजनौर जैसे बड़े शहरों व महानगरों के लिए बिजली का अलग जोन बनाया गया है, जिससे उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा दी जा सकेगी। अभी तक यहाँ नगरीय और ग्रामीण जोन का विभाजन नहीं था। इस विभाजन से उन ज़िलों के ग्रामीण क्षेत्रों सहित अन्य इलाक़ों के अलग जोन बन जाएँगे, जिससे उन क्षेत्रों में बेहतर मॉनिटरिंग हो सकेगी।

इसी कड़ी में लखनऊ एवं ग़ाज़ियाबाद जैसे बड़े शहरों के जोन को पुनः विभाजित कर और छोटा बनाया गया है, जिससे मॉनिटरिंग बेहतर हो सके। लखनऊ में वर्तमान दो की जगह अब चार जोन होंगे। वहीं ग़ाज़ियाबाद में वर्तमान एक की जगह अब तीन जोन होंगे।

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि नवसृजित जोन सीतापुर, रायबरेली, एटा, फिरोजाबाद, मथुरा, गजरौला तथा मुजफ्फरनगर का मुख्यालय अपने इंगित स्थान पर होगा। अन्य सभी जोन के मुख्यालय पूर्ववत रहेंगे। नवसृजित जोन के लिए नये पदों का सृजन नहीं किया जाएगा। जोन के लिए जरूरी पदों की व्यवस्था संबंधित वितरण निगम द्वारा उपलब्ध मानव संसाधन से की जाएगी। पूर्व से स्वीकृत कार्यों के लिए निविदा प्रक्रिया मूल जोन से ही होगी। नवसृजित जोन के मुख्य अभियंताओं को इन कार्यों के लिए सभी अधिकार 01जनवरी, 2024 से दिए जाएंगे। इस पुनर्गठन से महानगरों की बिजली व्यवस्था और बेहतर हो सकेगी। मंडल मुख्यालय के जिलों की बिजली वितरण व्यवस्था में भी सुधार होगा। योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी आएगी, कार्यों की बेहतर मॉनिटरिंग भी की जा सकेंगी। साथ ही उपभोक्ताओ की शिकयतों का भी त्वरित समाधान किया जा सकेगा।

पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में पहले 6 जोन थे, पुनर्गठन के बाद अब 9 जोन हों गए। इसमें गोरखपुर को अब गोरखपुर प्रथम एवम् द्वितीय, प्रयागराज को प्रयागराज प्रथम एवम् द्वितीय, वाराणसी को अब वाराणसी प्रथम एवम् द्वितीय में विभाजित किया गया है। आजमगढ़, बस्ती, मिर्जापुर जोन में कोई बदलाव नहीं हुआ।

इसी प्रकार मध्यांचल विद्युत् वितरण निगम लिमिटेड में पहले 06 जोन थे, पुनर्गठन के बाद अब 10 जोन हों गए। इसमें बरेली को अब बरेली प्रथम एवम् द्वितीय, लेसा सिस गोमती को लेसा सिस गोमती प्रथम एवम् द्वितीय, लेसा ट्रांस गोमती को लेसा ट्रांस गोमती प्रथम एवम् द्वितीय, लखनऊ को सीतापुर एवम् रायबरेली जोन में विभाजित किया गया है। अयोध्या एवम् देवीपाटन जोन में कोई बदलाव नहीं हुआ।

इसी प्रकार दक्षिणांचल विद्युत् वितरण निगम लिमिटेड में पहले 6 जोन थे, पुनर्गठन के बाद अब 9 जोन हो गए । इसमें अलीगढ़ जोन को अलीगढ़ एवम् एटा, कानपुर को कानपुर प्रथम एवम् द्वितीय, आगरा प्रथम एवम् द्वितीय को मिलाकर अब आगरा, फिरोजाबाद, मथुरा जोन में बांटा गया है। बांदा व झांसी जोन में कोई बदलाव नहीं किया गया।

इसी प्रकार पश्चिमांचल विद्युत् वितरण निगम लिमिटेड में पहले 06 जोन थे, अब 11 जोन बनाए गए हैं। गाजियाबाद जोन को अब गाजियाबाद प्रथम, द्वितीय व तृतीय जोन में, मेरठ को मेरठ प्रथम एवम् द्वितीय, मुरादाबाद को अब मुरादाबाद एवम् गजरौला में, सहारनपुर को सहारनपुर एवम् मुजफ्फरनगर जोन में बांटा गया है। नोएडा और बुलंदशहर जोन में कोई बदलाव नहीं किया गया।

इसी प्रकार कानपुर विद्युत् आपूर्ति कम्पनी लिमिटेड के अंतर्गत केस्को जोन में भी पुनर्गठन के बाद कोई बदलाव नहीं किया गया।

*69000 शिक्षक भर्ती में एक नंबर से नियुक्ति से वंचित अभ्यर्थियों ने सीएम आवास का घेराव करने का किया प्रयास*

लखनऊ । 69000 शिक्षक भर्ती में एक नंबर से नियुक्ति से वंचित अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को सीएम आवास का घेराव करने का प्रयास किया। कुछ महिला अभ्यर्थी बैरिकेटिंग तक पहुंच गईं, हालांकि पुलिस ने सभी को पकड़ लिया और ईको गार्डेन पहुंचा दिया।

काफी संख्या में आज अभ्यर्थी सीएम से मिलने के लिए उनके आवास पहुंचे। रणनीति के तहत अभ्यर्थी पुलिस को चकमा देते हुए अलग अलग दिशा से आए। इसी बीच कुछ महिला अभ्यर्थी गेट के पास बैरिकेटिंग तक पहुंच गई। वहा उपस्थित महिला पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया और जबर्दस्ती जीप में बैठाकर ईको गार्डेन ले जाया गया।

अन्य अभ्यर्थियों को भी ईको गार्डेन पहुंचा दिया गया। पुलिस ने उनकी बात सुनकर सीएम से मुलाकात का आश्वाशन दिया है। बृहस्पतिवार को ही इन अभ्यर्थियों ने बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह के आवास का भी दोबारा घेराव किया था।

अभ्यर्थी सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार उनके परिणाम में एक नंबर जोड़कर फिर से रिजल्ट जारी करने और नियुक्ति देने की मांग कर रहे हैं। इसके लिए वह 66 दिन से ईको गार्डेन में धरना दे रहे हैं। अभ्यर्थी दुर्गेश शुक्ला ने कहा कि कल जब उनके प्रतिनिधिमंडल की महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद से वार्ता हुई तो उन्होंने दबाव देकर धरना समाप्त करने को कहा जिससे अभ्यर्थियों में नाराजगी है और वह सीएम से मिलकर अपनी बात रखना चाहते हैं। क्योंकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी विभाग में उनकी सुनवाई नहीं हो रही है।

*इंदिरा नहर में बंद बक्से में मिला महिला का शव, मचा हड़कंप*

लखनऊ । राजधानी के गोसाईंगंज में भटवारा गांव के पास इंदिरा नहर में शुक्रवार को बंद बक्से में महिला का शव मिलने से हड़कंप मचा गया। महिला की उम्र क़रीब 40 वर्ष बताई जा रही है। पुलिस ने बताया कि शव की पहचान नहीं हो सकी। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। ग्रामीणों ने महिला की हत्या कर शव बक्से में बंद कर नहर में फेंके जाने की आशंका जताई है।

प्रभारी निरीक्षक गोसाईंगंज दिनेश चंद्र मिश्रा के मुताबिक़ शुक्रवार भटवारा निवासी रामरतन साथियों के साथ इंदिरा नगर मे मछली पकड़ने गए थे। इन लोगों ने नहर में जाल डाला। तभी जाल में एक बक्सा फंस गया। फिर उसे बाहर निकाला। बक्सा खोलने पर महिला का शव देखकर उन लोगों के होश उड़ गए। बक्से के अंदर खून लगा था। राम रतन ने फ़ोन कर पुलिस को इसकी जानकारी दी।

प्रभारी निरीक्षक दिनेश चन्द्र ने बताया कि शव देखने मे क़रीब सात दिन पुराना लग रहा है। शव पूरी तरह सड़ चुका है। काफी मशक़्क़त के बाद भी उसकी पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस ने बताया कि ज़िले के अन्य थानों से दर्ज गुमशुदगी और ग़ायब हुई महिलाओं का ब्योरा मांगा गया है। उधर, ग्रामीणों ने महिला की हत्या कर शव नहर में फेंके जाने की आशंका जताई है।

*शहीद पथ पर चार वाहनों की आपस में भिड़ंत, एक की मौत*

लखनऊ । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे शहीद पथ पर दर्दनाक हादसा हुआ। कानपुर की तरफ से कमता की ओर जा रहे चार वाहन समिट बिल्डिंग के पास टकरा गए। इससे एक कार ट्रक के नीचे आ गई। कार में दो लोग सवार थे। जिसमें एक की मौके पर मौत हो गई। बुरी तरह से घायल ड्राइवर को अस्पताल ले जाया गया। टक्कर इतनी तेज थी कि कार में फंसे शव को निकालने के लिए उसे काटना पड़ा। मरने वाले की शिनाख्त अभी की जा रही है।

*फील्ड में तैनाती जनसेवा का सबसे अच्छा अवसर, यहां हर एक तैनाती मेरिट के आधार पर ही होनी चाहिए : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ*

लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नामान्तरण, वरासत, पारिवारिक बंटवारे, पैमाइश जैसे आमजन से जुड़े राजस्व वादों के निस्तारण के सम्बन्ध में तहसीलवार प्रदर्शन रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि राजस्व वादों में ’तारीख पर तारीख’ की प्रवृत्ति कतई स्वीकार नहीं की जा सकती। ऐसा करने वाले लेखपाल, राजस्व निरीक्षक आदि राजस्व कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई होगी। साथ ही, आवश्यकतानुसार मण्डलायुक्त और जिलाधिकारी की भी जवाबदेही तय होगी।

मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आगामी त्योहारों की तैयारी, मिशन शक्ति तथा कानून-व्यवस्था के सम्बन्ध में प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों एवं पुलिस आयुक्तों/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों/पुलिस अधीक्षकों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि फील्ड में तैनाती जनसेवा का सबसे अच्छा अवसर होता है। यहां हर एक तैनाती मेरिट के आधार पर ही होनी चाहिए। यदि कहीं भी सिफारिश अथवा किसी के दबाव में किसी की फील्ड पोस्टिंग की गई है, तो ऐसा करना सम्बन्धित अधिकारी के लिए अपने करियर से खिलवाड़ करने जैसा है। ऐसे हर प्रकरण को गम्भीरता से लिया जाएगा।

हाल के दिनों में जनता दर्शन में प्राप्त आवेदनों के बारे में जानकारी देते हुए और आईजीआरएस में प्रदर्शन की रिपोर्ट जारी करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अधिकारी जनता के लिए तैनात है। जनता से मिलना और उनकी समस्याओं का निस्तारण उनकी शीर्ष प्राथमिकता होनी चाहिए। फील्ड में तैनात जो अधिकारी-कर्मचारी ऐसा कर पाने में सक्षम न हो उसे तत्काल फील्ड की तैनाती छोड़ देनी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने आगामी दिनों में शारदीय नवरात्र, दुर्गा पूजा, विजयादशमी, दशहरा, दीपावली, छठ आदि पर्व त्योहारों को हर्ष, उल्लास और सौहार्द के साथ मनाए जाने के लिए सभी पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश देते हुए कहा कि बीट सिपाही से लेकर हल्का इंचार्ज और पुलिस कप्तान सहित हर अधिकारी सड़क पर उतरे। त्योहार के दिनों में कुछ अराजक तत्व माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर सकते हैं। ऐसे में पुलिस को अलर्ट रहना होगा। आम आदमी को उसकी सुनिश्चित सुरक्षा के लिए पूरा भरोसा दिलाना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत वर्षों में नियोजित प्रयासों से धर्मस्थलों पर अनावश्यक लगे लाउडस्पीकर उतारे गए थे, किन्तु कतिपय क्षेत्रों से इनके पुनः लगने की सूचना मिल रही है। इसी तरह, त्योहार में अश्लील गीतों और तेज आवाज में डीजे संगीत से भी आम आदमी को समस्या होती है। ऐसी किसी भी गतिविधि को अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। मा0 सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस का उल्लंघन कर होने वाली ऐसी गतिविधियों पर सम्बन्धित पुलिस कप्तान की जवाबदेही तय की जाएगी।

बैठक में मुख्यमंत्री ने बलरामपुर, सहारनपुर, सीतापुर और मीरजापुर जैसे शक्तिपीठ वाले जनपदों में नवरात्र मेले की तैयारियों के सम्बन्ध में जिलाधिकारियों से रिपोर्ट प्राप्त की और श्रद्धालुओं के हित में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि त्योहारों पर हर गांव-नगर को पर्याप्त बिजली मिलनी चाहिए। लोकल फाल्ट व रोस्टरिंग के नाम पर अनावश्यक कटौती न हो। उन्होंने दुर्गा पूजा के पण्डालों में फायर सेफ्टी के दृष्टिगत पटाखों की दुकानों को आबादी से दूर लगाए जाने और इन दुकानों के लाइसेंस निर्गत करने में देर न करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने महिला सुरक्षा को सरकार की शीर्ष प्राथमिकता बताते हुए कहा कि आगामी 14 अक्टूबर, 2023 से मिशन शक्ति का चौथा चरण प्रारम्भ हो रहा है। अभियान के लिए हर विभाग की कार्ययोजना पूर्व से ही तय है, तदनुसार हर विभाग अपनी कार्यवाही सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि मिशन शक्ति के विशेष अभियान (फेज-04) के दौरान प्रदेश भर के बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग के विद्यार्थियों को साथ में जोड़ते हुए उनके द्वारा जनजागरूकता की प्रभात फेरियां निकाली जाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जन जागरूकता अभियान के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम का इस्तेमाल किया जाए।

मिशन शक्ति अभियान से जुड़े सभी विभागों द्वारा आगामी 14 और 15 अक्टूबर, 2023 को जनजागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सहभागिता सुनिश्चित की जाए। 16 अक्टूबर से मिशन शक्ति से सम्बन्धित समस्त विभाग गृह, बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, ग्राम्य विकास, पंचायती राज, नगर विकास, युवा कल्याण, राजस्व, संस्कृति एवं महिला कल्याण विभाग द्वारा निर्धारित विभागीय कार्य योजना के अनुरूप कार्यक्रम सम्पादित किए जाएं। अभियान के अन्तर्गत प्रत्येक स्तर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में अधिक से अधिक जन सहभागिता सुनिश्चित की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मिशन शक्ति अभियान के अन्तर्गत प्रत्येक ग्राम पंचायत व वॉर्ड में सप्ताह में एक दिन कार्यक्रम आयोजित किया जाए, जिसमें बीट पुलिस अधिकारी, आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री, बीसी सखी, लेखपाल, एएनएम, आशा वर्कर, ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी, रोजगार सेवक आदि की निर्धारित दिन को उपस्थिति उस ग्राम व न्याय पंचायत व वॉर्ड में सुनिश्चित की जाए। आयोजन में ग्राम प्रधानों व सभासदों से भी समन्वय कर आवश्यक सहयोग लिया जाए। प्रत्येक सप्ताह आयोजित होने वाले इन कार्यक्रमों में लोगों को शासन की कल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराते हुए योजनाओं का लाभ प्राप्त करने में आ रही समस्याओं का निराकरण कर कार्य को आगे बढ़ाया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं से आवेदन प्राप्त कर उनका पंजीयन करते हुए उन्हें कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ा जाए। महिला सशक्तिकरण जन जागरण के यह कार्यक्रम प्रदेश के समस्त 14,000 वॉर्ड व 57,705 ग्राम पंचायत स्तर पर आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों में महिला सुरक्षा, महिला केन्द्रित विभिन्न सरकारी योजनाओं व हेल्पलाइन/फोरम के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान करते हुए मौके पर समस्याओं का निस्तारण भी किया जाए।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान मुख्यमंत्री ने हाल के दिनों में वैश्विक स्तर पर चल रहे इजरायल-फिलिस्तीन विवाद का भी जिक्र किया। पुलिस अधिकारियों को सतर्क करते हुए उन्होंने कहा कि सभी पुलिस कप्तान अपने क्षेत्र में धर्मगुरुओं से तत्काल संवाद करें। इस प्रकरण में भारत सरकार के विचारों के विपरीत किसी तरह की गतिविधि स्वीकार नहीं की जाएगी। सोशल मीडिया हो अथवा धर्मस्थल कहीं से भी किसी भी प्रकार का उन्मादी बयान/वक्तव्य जारी न हों। यदि किसी के द्वारा ऐसा करने का कुत्सित प्रयास हो, तो तत्परता के साथ उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए।

*डकैती का खुलासा, नौ गिरफ्तार ,नकदी व जेवरात किया बरामद ,जेहटा गांव सात व आठ अक्टूबर की रात को बंधक बनाकर की थी लूटपाट*

लखनऊ । थाना दुबग्गा व सर्विलान्स टीम डीसीपी पश्चिमी की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा थाना दुबग्गा क्षेत्रात हुयी घटना का सफल अनावरण करते हुए नौ डकैतों को किया गया गिरफ्तार। साथ ही उनके कब्जे से सफेद धातु के जेवरात व 44,690 रुपए नगद, एक बैगनार कार, एक मोटर साईकिल व एक अवैध तमंचा 315 बोर व दो कारतूस बरामद किया है।

डीसीपी पूर्वी राहुल राज ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम सरवन पुत्र छोटे लाल यादव उम्र 40 वर्ष निवासी मड़िहापुर थाना औरास जनपद उन्नाव, जमील पुत्र नन्हकू उम करीब 42 वर्ष निवासी ग्राम बछौली थाना औरास जनपद उन्नाव , ऋषि कान्त तिवारी पुत्र राम खिलावन तिवारी उम्र करीब 34 वर्ष निवासी सोना बिहार कालोनी आलमनगर प्लाट नं0 20 थाना पारा लखनऊ, दिव्यांश भारती उर्फ अरूण उर्फ केके पुत्र राकेश भारती उम्र करीब 20 वर्ष निवासी बादशाह खेड़ा आलमनगर थाना तालकटोरा लखनऊ, तरूण बाजपेई पुत्र अटल बाजपेई निवासी हर्ष नगर भपटामऊ थाना पारा जनपद लखनऊ उम्र 22 वर्ष, कैफ अहमद पुत्र अफजाल अहदम उम्र करीब 20 वर्ष निवासी ग्राम भपटामऊ थाना पारा जनपद लखनऊ , नमन मिश्रा पुत्र शिव मनुजी मिश्रा निवासी सत्यम सिटी, डिप्टी खेड़ा थाना पारा जनपद लखनऊ, संजय बाजपेयी पुत्र शिव नारायण बाजपेयी उम्र 60 वर्ष निवासी मोती नगर थाना कोतवाली सदर जनपद उन्नाव, विकास पाल पुत्र राम नरेश पाल निवासी ग्राम तिरिया भवानीपुर थाना मल्लावा जनपद हरदोई को गुरुवार को समय 5.30 बजे घटना में लूटे गये आभूषण घटना में प्रयुक्त बैगनार कार, मोटरसाईकिल व तमंचा कारतूसो के साथ गिरफ्तार कर हिरासत पुलिस में लिया गया।

उन्होंने बताया कि इनके द्वारा सात व आठ अक्टूबर की रात्रि रात्रि में थाना दुबग्गा के जेहटा गांव में मोतीलाल पाल के घर में अज्ञात बदमाशों ने घुसकर घर में रखी आलमारी से तीन लाख अस्सी हजार रुपये नगद व सोने चांदी के गहने वादी और उसके नातिन को भय कारित करके छीन लिया, जिसके सम्बन्ध में थाना दुबग्गा पर पर मुकदमा पंजीकृत कराया गया था। बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई थी। चूंकि इस घटना को अज्ञात अभियुक्तों ने अंजाम दिया था और वादी के घर एवं उसके समीपवर्ती घरों में कोई क्लोज सर्किट टीवी कैमरा नहीं लगा हुआ था तथा वादी के घर में बिजली का कनेक्शन नहीं होने के कारण घर में रात्रि का समय होने के कारण पुरी तरह अन्धकार व्याप्त था, जिसके कारण अभियुक्तों के सम्बन्ध में कोई सीसीटीवी फूटेज एवं उनका चेहरा उनकी संख्या स्वयं वादी तथा उनकी नातिन को ज्ञात नहीं हो सका।

डकैटी की घटना का खुलासा करने के लिए गठित की गई थी पांच टीम

उक्त ब्लाइण्ड घटना के अनावरण के लिए अपर पुलिस उपायुक्त पश्चिमी के द्वारा पांच टीमों का गठन किया गया। जिसमें कमिश्नरेट की मुख्य क्राइम टीम, डीसीपी पश्चिमी की सर्विलांस टीम, थानाध्यक्ष मानकनगर, थाना ठाकुरगंज, थाना पारा एवं दुबग्गा के सुयोग्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों के क्राइम टीम का गठन करते हुए घटना के त्वरित अनावरण हेतु अहर्निश प्रयत्न तत्काल प्रारम्भ किये गये। टेक्निकल सर्विलांस के लिए गठित टीमों के द्वारा घटना स्थल के आस-पास के वृहद मोबाइल टावर डेटा का विश्लेषण प्रारम्भ किया गया।

घटनास्थल के 15 किमी के रेडियस में सीसीटीवी कैमरो के फुटेज प्राप्त करने और विश्लेषण के लिये दो विशेषीकृत टीमों का पृथक से गठन किया गया। चूंकि इस घटना में एक अभियुक्त ने वादी मोती लाल के नातिन का नाम लेकर पुकारा था कि. . को पता है कि आलमारी की चाभी कहां है। इससे यह स्पष्ट रुप से अवधारित हुआ कि इस घटना में कोई नजदीकी व्यक्ति शामिल है। इसके अतिरिक्त जिस प्रकार से बदमाशों ने घर के अन्दर प्रवेश किया था उससे भी यह स्पष्ट हुआ कि उन अभियुक्तों में से कोई ऐसा व्यक्ति है जिसे घर के प्रवेश मार्ग के बारे में अच्छी तरह जानकारी है। इस आधार पर वादी के करीबी व्यक्तियों के विषय में आवश्यक कार्यवाही एकत्र किया जाना प्रारम्भ किया गया।

कार के सहारे बदमाशों तक पहुंची पुलिस

घटना स्थल के लगभग एक किलोमीटर आगे एक सफेद वैगनार कार घटना के दिन और लगभग घटना कारित होने के समय संदिग्ध अवस्था में दिखाई दी। जिसका बारीकी से विश्लेषण प्रारम्भ किया गया तो ज्ञात हुआ कि घटना के एक दिन पहले भी यही कार इस क्षेत्र में देर रात्रि में इसी लोकेशन पर विचरण कर रही थी। तत्पश्चात घटना स्थल के 10 किलोमीटर के रेडियस में जिसमें मुख्य सड़क एवं छोटी से छोटी गलिया सम्मिलित थी मे सीसीटीवी कैमरों को चेक किया जाना प्रारम्भ किया गया। किन्तु उन सीसीटीवी कैमरों में उक्त कार का नम्बर स्पष्ट नहीं हो रहा था। लेकिन एक जगह जहां वह कार रुकी थी और वह सीसीटीवी कैमरे में उसकी इमेज कैप्चर हुयी थी।

वहां पर उक्त कार के चार डिजिट के नम्बरों में से दो नम्बर को पढ़ने में टीम को अथक प्रयासों से सफलता प्राप्त हुयी तत्पश्चात परिवहन कार्यालय से सहायता प्राप्त करने के लिए कार के मेक, प्रकार, रंग एवं चार में से पढ़े गये उन दो नम्बरों को साझा किया गया। तत्पश्चात एक विशेष गणितीय सूत्र का प्रयोग कर ऐसे सभी नम्बरों के विषय में विशिष्ट जानकारी हासिल की गयी और उनके विषय में सूचनाएं एकत्र की गयी तो ज्ञात हुआ कि उक्त गाड़ी आशियाना निवासी एक व्यक्ति की है, जिसे उसने ऋषिकान्त तिवारी पुत्र रामखेलावन त्रिपाठी नामक ड्राइवर को भाड़े पर चलाने के लिये दिया है। लेकिन इसी दौरान गाड़ी के मालिक ने बताया कि आठ अक्टूबर को ऋषिकान्त गाड़ी मुझे वापस कर दिया है कि उसे अब गाड़ी नहीं चलाना है। इससे यह प्रमाणित हुआ कि ऋषिकान्त तिवारी उपरोक्त की इस प्रकरण में संदिग्ध भूमिका है । तत्पश्चात ऋषिकान्त त्रिपाठी को उसके आवास सोनाबिहार आलमनगर थाना पारा से हिरासत में लिया गया।

लूट की घटना को अंजाम देने के लिए उधार की कार का किया था प्रयोग

जिसने पूछताछ में बताया कि उसे सरवन यादव निवासी औरास जो उसे जीरो माइल में मिलता है उसने उसे इस घटना को कारित करने के लिये उसे अपने गाड़ी का प्रयोग करने के लिये कहा था और यह भी कहा था कि एक जगह लूट करने जाना है और जो पैसा मिलेगा उसमें तुम्हे भी बराबर का हिस्सा मिलेगा। तत्पश्चात सरवन यादव पुत्र छोटे लाल को हिरासत में लिया गया तो उसने बताया कि मुझे इस घटना कारित करने के लिये संजय बाजपेयी जो पेशे से वकील है और मेरे विरुद्ध जो मुकदमें हैं, जिसकी वह पैरवी करते है उन्होने मुझे इस घटना कारित करने के लिये खुशहालगंज में बुलाया था।

तत्पश्चात संजय बाजपेयी पुत्र स्व. शिव नारायण बाजपेयी निवासी 582 मोतीनगर उन्नाव ने बताया कि मेरा भांजा नमन मिश्रा है उसने इस घटना को करने के लिये मुझे जरुरी सूचना मुहैया कराया था और मै अपने भांजे के मुकदमें की पैरवी भी करता हूँ । अत: मैने इस घटना की कार्य योजना अपने भांजे नमन मिश्रा के साथ बनाया। मेरा भांजा मेरे ही घर में मेरे साथ ऊपरी मंजिल में रहता है और इसने पहले भी लूट की घटना को अंजाम दिया है। तत्पश्चात नमन मिश्रा पुत्र शिव मनुज मिश्रा निवासी सत्यम सिटी डिप्टी खेड़ा थाना पारा को हिरासत में लिया गया तो उसने बताया कि मेरा एक मित्र है, जिसका नाम तरुण है। उसने मुझे जेहटा में रहने वाले मोती पाल के विषय में बताया था कि उनका भांजा जिसका नाम विकास है उसने बताया है कि मोती पाल ने अभी कुछ समय पहले कैम्पवेल रोड थाना ठाकुरगंज स्थित अपना मकान बेचा है, जिसमे उसे 80-85 लाख रुपये मिले हैं और उक्त धन में से अभी लगभग 20-25 लाख रुपये मोती पाल के घर में रखा हुआ है।

घटना करने से पहले सभी बदमाशों ने बंद कर लिया था मोबाइल

चूकि इस घर में एक वृद्ध दम्पत्ति और उनके नाती एवं नातिन रहते है और उनका घर अभी सुनसान जगह पर है और वहा पर आसानी से लूट पाट की जा सकती है। उसने मुझे विकास से मिलवाया और विकास ने मुझे घटना स्थल दिखाया । तब मैने अपने मामा संजय बाजपेयी (वकील) के साथ सलाह कर अपने पुराने साथियों दिव्यांश भारती उर्फ केके निवासी बादशाह खेड़ा आलमनगर 2- कैफ अहमद को इस घटना के कारित करने की योजना में शामिल किया और उन्हें लूट के पैसे बराबर-बराबर देने का वादा किया। मामा ने फिर सरवन जो पुराना अपराधी है और उनका क्लाइन्ट है उसको इस घटना में शामिल कराया और सरवन के सहयोगी अपराधी मो. जमील पुत्र नन्खू निवासी बझौलि थाना औरास को भी इस घटना में शामिल कराया।

मामा ने सभी को इकठ्ठा करके बताया कि तुम लोग घटना के समय कोई फोन प्रयोग मत करना नहीं तो पकड़े जाओगे और उन्होनें हम सभी के फोन खुशहालगंज के पास एक टिनशेड जहां वे अन्य अपराधियों के साथ लूटपाट चोरी इत्यादि की घटना की योजना बनाते है वहां हम सबको छह व सात अक्टूबर की रात्रि में इकठ्ठा किया और हम सभी के फोन स्विच आॅफ कराकर अपने पास रख लिया। मात्र ड्राइवर का फोन उसे दिया गया ताकि सम्पर्क हो सके। हम लोग छह व सात अक्टूबर की रात्रि में ही घटना कारित करने के लिये घटना स्थल पहुचें थे लेकिन जिसके यहां घटना कारित करनी उसके यहां एक लड़का उसकी उम्र लगभग 20 वर्ष के आस-पास थी वह जगा हुआ था हम उसे देख नहीं पाये जैसे ही हम लोग घर में घुसना चाहे तो देख लिया और पूछने लगा कि आप लोग इस समय यहां पर क्यों घूम रहे है तब हम लोगों ने बहाना बना दिया कि फ्रेश होने आये है और विकास ने भी संकेत करके बताया कि अब घर में घुसना ठीक नहीं है तब हम लोग वापस चले गये।

अगले दिन विकास वादी के दामाद के घर कृष्णानगर में जाकर रुक गया क्योकि वह एक सामान डिलिवरी करने वाली कम्पनी में काम करता है और कभी कभार वहा रुक जाता है। वादी के दामाद के घर उस दिन सात अक्टूबर को बर्थडे पार्टी थी जब विकास ने देखा कि उस बर्थडे पार्टी में सम्मिलित होने हेतु वादी का नाती शनि जिसने पहले दिन बदमाशों को टोका था अपने नानी के साथ वहा आया है तो विकास को लगा कि अब यह अच्छा मौका है। शनि और उसकी नानी दोनों आज वहां पर नहीं है घर में बस बुढ़े मौसा (मोतीलाल पाल) और उनकी नातिन है। इसिलिये आराम से घटना किया जा सकता है। तब वह तुरन्त वहा से निकल आया और उसने तरुण व नमन को इस सम्बन्ध में पुरी जानकारी दिया। तत्पश्चात सभी लोग खुशहालगंज स्थित टिनशेड (अड्डा) पर इकठ्ठा हुये तब उन्होने बैंगनार तथा एक मोटर साइकिल का प्रयोग कर घटना स्थल पहुचे ।

भांजा ने की थी घर की मुखबिरी

चूंकि विकास जो वादी का सगा भांजा है घटना के पांच व छह दिन पूर्व एक अक्टूबर को रात्रि में वहा रुका था और उसे पता था कि घर का दूसरी मंजिल जो अभी निमार्णाधिन है और वहां अभी दरवाजा भी नहीं लगा है। सीढ़ी पर भी दरवाजा नहीं लगा है तथा घर के बाहर बास के पाड़ (मजदूरों के द्वारा गृह निर्माण के कार्य के लिए बनायी जाने वाली बास की सीढ़ी) से आराम से अन्दर आया जा सकता है। अत: विकास उसी बास के पाड़ से दूसरी मंजिल पर चढ़ कर सीढ़ी के रास्ते से नीचे उतर आया और घर के मुख्य दरवाजे को जिसमें मात्र बेलन और कुण्डा लगा था उसे खोल दिया। ताकि सारे अभियुक्त आसानी से अन्दर आ सके । तत्पश्चात सभी बदमाशों ने वादी के शयन कक्ष में घुसकर वादी एवं उसकी नातिन को कब्जे में कर लिया और उनके हाथ पैर बांध दिये तथा आलमारी की चाभी मांगी। चूंकि आलमारी की चाभी वादी के पत्नी के पास थी जो अपने दामाद के पास गयी हुई थी।

अत: उन्हे वह चाभी नहीं मिली तब उन्ही में से एक आरोपी जिसका नाम तरुण बाजपेयी है और वह पहले भी वादी के भांजे विकास के साथ वादी के घर पर कई बार आ चुका है और वादी के घर वालों से अच्छी तरह परिचित है। उसने वादी के नातिन का नाम लेकर कहा कि चाभी इसी के पास है क्योंकि उसको पता है कि वादी सबसे ज्यादा भरोसा अपने नातिन पर ही करता है और आलमारी की चाभी उसी के पास रहती है। लेकिन संजोग से उस दिन आलमारी की चाभी उसके पास नहीं थी तब आरोपियों ने आलमारी को लोहे के राड एवं ईट से तोड़ कर पैसा एवं जेवरात निकाल लियें और वादी के घर से दोनों फोन ले गये। जिसमें से एक फोन वादी के घर में गिर गया और तत्पश्चात खुशहालगंज अड्डे पर पहुचें।

जहां पर उन्होंने रुपये का बंटवारा किया तथा वादी के घर से छिने गये एक फोन को वहीं फेंक दिये। घटना में प्रयुक्त असलहा वकील संजय बाजपेयी ने अपने भांजे नमन मिश्रा को दिया था और एक असलहा सरवन लेकर आया था। पुलिस ने पूछताछ करने के बाद कोर्ट में पेश किया। वहीं पुलिस आयुक्त ने टीम के मनोबल को ऊंचा करने के लिए बीस हजार रुपये का नकद पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किये जाने की घोषणा किया है और उनके उत्साह वर्धन के लिए पुलिस महानिदेशक कार्यालय को यथोचित पुरस्कार के लिए टीम में शामिल सदस्यों के नामों की सूची भेजे जोन की भी घोषणा किये हैं।

*17 दिन तक फ्रीजर में शव रखकर भूले, डिप्टी सीएम ने मांगा स्पष्टीकरण,नोएडा के गवर्नमेंट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस का मामला*

लखनऊ। नोएडा में गवर्नमेन्ट इन्स्टीटयूट ऑफ मेडिकल साइंसेस में 17 दिन तक शव फीजर में रखकर भूलने का गंभीर मामला सामने आया है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने इस अतिसंवेदनशील घटना का संज्ञान लिया है। मामले की जांच के आदेश दिए हैं। निदेशक से स्पष्टीकारण तलब करने के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव को निर्देश भी दिए हैं।इन्स्टीटयूट कर्मचारी लापरवाही से फीजर में 17 दिन तक शव रखकर भूल गए थे। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि पूरे प्रकरण की जांच कराकर जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई होगी। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव को इंस्टीट्यूट के निदेशक से स्पष्टीकरण भी लेने के निर्देश दिए हैं।

पोस्टमार्टम हाउस में वसूली के आरोप की जांच

कौशाम्बी के पोस्टमार्टम हाउस में कर्मचारी की धन वसूली का वीडियो वायरल हुआ है। डिप्टी सीएम ने मुख्य चिकित्साधिकारी को दोषियों के खिलाफ जांच और कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। डिप्टी सीएम के निर्देश पर डिप्टी सीएमओ डॉ. एचपी मणि से जांच करायी जा रही है। जांच के बाद दोषी पाये जाने पर संबंधित कर्मचारी के विरुद्ध बर्खास्तगी की कार्यवाही की जाएगी। उधर, कानपुर के उर्सला अस्पताल में ऑपरेशन थिएटर में रिश्वतखोरी का वीडियो वायरल हुआ है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि निदेशक, उर्सला ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आनंद मोहन वर्मा की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति गठित कर दी है। इसमें डॉ. चिकित्सा अधीक्षक डॉ. शैलेंद्र तिवारी व वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ. धीर सिंह को सदस्य बनाया गया है। जांच के बाद दोषियों के विरुद्ध समयबद्ध रूप से कार्यवाही की जाएग। जांच रिपोर्ट एक सप्ताह में पूरी करनी है।

डिप्टी सीएम ने बदायूं में अवैध वसूली की घटना को बताया शर्मनाक

बदायूं के जिला चिकित्सालय में सीटी स्कैन एवं एक्सरे जांच के लिए अवैध वसूली का वीडियो वॉयरल का संज्ञान लेते हुए उन्होंने अवैध वसूली की घटना को शर्मनाक बताया। इस संबंध में बरेली की निदेशक डॉ. पुष्पा पन्त को मौके पर जाकर जाँच करने व दो सप्ताह में आख्या उपलब्ध कराने का आदेश दिया गया है। इस घटना में संलिप्त स्वास्थ्यकर्मियों एवं दलालों के विरूद्ध कठोर एवं विधिक कार्यवाही की जाएगी।