करमा पर्व: करमा पर्व में कुंवारी लड़कियां ही क्यों उठाती हैं जावा, आइये जानते हैं इसके पीछे का गूढ़ रहस्य...?


धनबाद : महान प्रकृति पर्व 'करमा' में मुख्यतः चार महत्वपूर्ण और अनिवार्य तत्त्व हैं- जावा डाली, करम डाइर, अनगिनत जावा गीत और करमा-धरमा की धर्मकथा. समस्त पर्व में इन तत्त्वों की अवसरगत महत्ता है.

जावा डाली इस पर्व का प्राणतत्त्व है. गीत इसकी प्राणवायु हैं. करम डाइर मानो आत्मा है तो करमा-धरमा की कथा उसके विश्वास की धुरी है. 

जैसा कि विदित है, जावा डाली झारखंड की बहनों द्वारा विधि विधान से नदी के बालू में एक उथरी टोकरी में सघन रूप से बुने गए बीजों के अंकुरण और प्रारंभिक पल्लवन का नाम है. कर्मा एकादशी के नौ दिन, सात दिन या पांच दिन पूर्व जावा डाली के उठाने की क्रिया होती है. 

बांस की छोटी नयी टोकरी में बीजों के अंकुरण की परंपरा को सतही दृष्टि से देखने से हमें यह कृषक कन्याओं का बाल सुलभ खेल-कौतुक सा लगता है. 

पर इस महानतम पर्व के इस प्राण तत्त्व का अर्थ इतना उथला नहीं है. इसके निहितार्थ में गहरा दर्शन समाहित है.

कन्याएं ही क्यों उठाती हैं डाली?

वस्तुतः जावा डाली के द्वारा हम बीजों की अभ्यर्थना करते हैं. बीज, जो कि सृष्टि का आधार हैं. जैव जगत की निरंतरता के लिए बीज और वीर्य की अनिवार्यता स्वयं सिद्ध है. इसी सार्वभौमिक, सार्वकालिक शाश्वत सत्य को जावा डाली के माध्यम से प्रस्तुत किया जाता है.

 इस पर्व में डाली उठाने का कार्य कन्याएं ही करती हैं. इसके पीछे भी एक गूढ़ रहस्य निहित है. कन्याएं धरतीस्वरूपा हैं. बीज धारण करने की क्षमता धरती में होती है और वीर्य धारण कर सृष्टि को आगे बढ़ाने का सामर्थ्य नारी में है.

 इस शाश्वत सत्य को सांकेतिक तौर पर कन्याओं को बताया जाता है. जावा डाली इसी सत्य का प्रतीक है. मालूम हो कि जावा डाली में अधिकतम नौ प्रकार के बीजों के वपण का विधान है. नौ सबसे बड़ी मूल संख्या होने के कारण पूर्णता का द्योतक है. अर्थात् जावा डाली में समस्त बीजों की अभ्यर्थना की जाती है. बीजों में निहित शक्ति और उसकी महिमा का वंदन किया जाता है. करम पर्व का पहला गीत "इति- इति जावा किया-किया जावा...सेहो रे जावा एक पाता सइ रे..

" बीज की महत्ता को निरूपित करता है.

करम डाइर की अनिवार्यता और करमा-धरमा की कहानी

इस पर्व का दूसरा अनिवार्य तत्त्व है करम डाइर. उपवास की रात अखरा में 'करम' वृक्ष की डाली को स्थापित किया जाता है. इसका निहितार्थ स्पष्ट है, भाइयों को, अर्थात् पुरुष वर्ग को अपने कर्मों-दायित्वों के प्रति गड़े करम डाल की तरह अडिग रहना, जीवन के कर्मों के प्रति सदैव प्रतिबद्ध रहना. उपवास की रात को करम अखरा में वाचन-श्रवण की जानेवाली 'करमा-धरमा' की लोक कथा इस महान पर्व की धर्मकथा है. इसमें निहित संदेश शाश्वत जीवन-दर्शन से युक्त है. इसमें बताया गया है कि मानव जीवन में कर्म के साथ धर्म का समन्वय आवश्यक है. केवल कर्म से हम भौतिक परिणाम तो पा सकते हैं, पर कर्मों को यदि नीति-आदर्श से हीन कर दें तो उसकी कोई महत्ता नहीं रह जाती है. धर्महीन व्यक्ति की उपयोगिता नष्ट हो जाती है, उसका जीवन विकृत-विद्रूप हो जाता है. कथा में करम गोसाईं के रूठ कर 'सात समुंदर टापुपार' चले जाने का प्रसंग भी हमें धर्मविहीन जीवन में खुशियों के रूठ जाने की प्रतीकात्मक सीख देता है.

यों तो इस पर्व को भाई-बहन के नैसर्गिक और पावन प्रेम की उत्सवीय अभिव्यक्ति के रूप में भी देखा जाता है. पर यह इसका अनुषंगी निहितार्थ है. इसके मूल में सृष्टि की निरंतरता में बीज और वीर्य तथा धरती और कोख की महत्ता की सांकेतिक शिक्षा भी है. साथ ही निहित है, मानव मात्र का प्रकृति से अटूट संबंध और उसके सामाजिक जीवन में कर्म और धर्म के संतुलन-समन्वय की अनिवार्यता का महान संदेश है.

धनबाद: लकड़ी चुनने गयी आदिवासी नाबालिग लड़की का किया दुष्कर्म,पुलिस में मामला दर्ज,पुलिस कर रही है कारवाई


धनबाद, (पूर्वी टुंडी) : धनबाद जिले के पूर्वी टुंडी थाना क्षेत्र में एक आदिवासी नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। मामला रुपन पंचायत का है। नाबालिग ने लटानी गांव के दो युवकों पर सामूहिक दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। जिसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपी युवकों को गिरफ्तार कर लिया है।

पीड़िता की आपबीती.

इस मामले की शिकायत पुलिस में दर्ज करते हुए पीड़िता ने बताया कि शुक्रवार दोपहर लगभग दो बजे वह अपने 10 वर्षीय छोटी बहन के साथ भूतगड़िया के आसपास जंगल में लकड़ी चुनने के लिए गई थी। इसी क्रम में लटानी गांव के दो युवक संतोष कुमार और बिरू कुमार मोटरसाइकिल से वहां पहुंचे और जबरदस्ती पकड़कर मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। फिर दोनों ने बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया। घटना को अंजाम देने के बाद उन दोनों ने लड़की को इस बारे में किसी को नहीं बताने की धमकी भी दी।

डरकर भागी छोटी बहन ने दी घर पर सूचना

युवकों के चंगुल में बड़ी बहन को फंसते देख पीड़िता के साथ गई उसकी छोटी बहन डरकर वहां से भागी और घर जाकर घर के महिलाओं को यह सूचना दी।

 चूंकि पीड़िता के पिता मजदूरी के लिए निकले थे, इसलिए गांव की कुछ महिलाएं शाम को पीड़िता और उसकी बहन को लेकर पूर्वी टुंडी थाना पहुंची और शिकायत दर्ज कराई। घटनास्थल युवतियों के घर से महज आधा किमी दूर स्थित है।

 थाना प्रभारी ने बताया...?

मामले में पूर्वी टुंडी थाना प्रभारी कृष्ण कुमार ने बताया कि पीड़िता की लिखित शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है. पुलिस ने आरोपियों को भी पकड़ लिया है. मामला पोक्सो एक्ट के तहत बनता है. पीड़िता की मेडिकल जांच कराई जाएगी और 164 के तहत बयान और सीडब्ल्यूसी के समक्ष भी बयान लिया जायेगा.

झारखंडी सभ्यता बचाने के लिए 23 सितंबर को शक्ति सेवा करेगा करम महोत्सव का आयोजन : दीपक महतो

धनबाद : टाटा सिजुआ, 12 नंबर स्थित शक्ति समाधि स्थल के प्रांगण में शक्ति सेना ने गुरुवार को प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। जिसमें शक्ति सेना ने इस बार भव्य रूप से करम परब महोत्सव आयोजन करने का सर्व समिति से निर्णय लिया।

अध्यक्षता शक्ति सेना के सचिव दीपक कुमार महतो ने किया। उन्होंने बताया कि करम परब महोत्सव में झारखंड के विभिन्न स्थानों से प्रतिभागी हिस्सा लेंगे। साथ ही बताया कि झारखंडी सभ्यता को बचाने का एक छोटा सा प्रयास शक्ति सेना के द्वारा किया जा रहा है। इसमें करम की विशेषता,हर एक तरह की झारखंडी सभ्यता की झांकी और करम नृत्य प्रस्तुत की जाएगी। इस कार्यक्रम में कुल 16 पहले नामांकन करवाने वाले टीम भाग लेंगे। नामांकन का अंतिम समय 23 सितंबर को सुबह आठ बजे तक होगा।

कार्यक्रम में प्रथम पुरुस्कार के रूप में बड़ा कप 2000 रुपया नगद, साड़ी और पूरे टीम को मोमेंटो देकर सम्मानित किया जाएगा। द्वितीय पुरस्कार के रूप में मध्यम कप 1500 रुपया नगद, साड़ी और पूरे टीम को मोमेंटो देकर सम्मानित किया जाएगा। तृतीय पुरुस्कार के रूप में मध्यम कप 1000 रुपया नगद, साड़ी और पूरे टीम को मोमेंटो देकर सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा महोत्सव में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को 500 रुपया सांत्वना पुरस्कार दिया जाएगा। महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के केन्द्रीय अध्यक्ष जयराम महतो तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में क्रांतिकारी प्रदीप महतो उपस्थित होंगे। साथ ही धनबाद जिला के प्रसासनिक अधिकारी, टाटा के अधिकारी तथा हर वर्ग के समाजसेवी उपस्थित होंगे। मौके पर उज्वल महतो, क्रांतिकारी रविरंजन महतो, रोनित महतो बापपी महतो, अमित चैटर्जी, प्रदीप महतो, रोशन महतो, सनी प्रामाणिक, भूपेंद्र महतो, मनीष महतो, भागवत कुमार, संजीव प्रेम महतो, मनीष महतो, तारकनाथ महतो, सचिन महतो, विकाय महतो, दीपक महतो, राजू महतो आदि मौजूद थे।

धनबाद जिला तीरंदाजी टीम का ट्रायल 23 सितंबर को होगा

धनबाद : जिला तीरंदाजी टीम का ट्रायल 23 सितंबर को सुबह 9:30 बजे से टाटा डिगवाडीह स्टेडियम में होने जा रहा है। इसमें इंडियन राउंड के रिकर्व और कंपाउंड के सभी खिलाड़ी भाग लेंगे।

इसी ट्रायल के आधार पर धनबाद जिला टीम का चयन किया जाएगा जो अंतर जिला राज्य तीरंदाजी प्रतियोगिता में भाग लेगी। भाग लेने वाले जिला के पुरुष महिला खिलाड़ी 23 सितंबर को 9:30 बजे टाटा डिगवाडीह स्टेडियम में पहुंचकर कोच शमशाद आलम को रिपोर्ट करेंगे। 

इस आशय की जानकारी बुधवार को प्रेस विज्ञप्ति द्वारा देते हुए जिला की तीरंदाजी संघ के महासचिव जुबैर आलम ने बताया कि रिकर्व और कंपाउंड जमशेदपुर में, इंडियन राउंड हजारीबाग में होने जा रहा है। उन्होंने ट्रायल में भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियों से अनुरोध किया है कि समय पर डिगवाडीह स्टेडियम में पहुंचकर कोच कोच रिपोर्ट करेंगे। रिकर्व कंपाउंड 25 सितंबर को जमशेदपुर में, इंडियन राउंड 29 सितंबर को हजारीबाग में होगा।

पूर्वी जमशेदपुर के विधायक सरयू राय ने बीसीसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक सिमरन दत्त से की मुलाकात,

धनबाद : सरयू राय विधायक झारखंड सह संरक्षक भारतीय जनतांत्रिक मोर्चा एवं कोल वर्कर्स वेलफेयर यूनियन, धनबाद के साथ भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक समिरन दत्ता से कोयला भवन स्थित इनके कार्यालय में मुलाक़ात किये। अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक ने सरयू राय को गुलदस्ता प्रदान करते हुए भारत कोकिंग कोल लिमिटेड धनबाद के तरफ़ से विधायक का स्वागत किया तत्पश्चात् उदय कुमार सिंह ज़िला अध्यक्ष भारतीय जनतंत्र मोर्चा धनबाद ने पार्टी की तरफ़ से अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक को गुलदस्ता प्रदान करते हुए पार्टी के तरफ़ से स्वागत किया गया।

 हाल ही में भूधंसान से कुसुंडा क्षेत्र अंतर्गत गोन्दुडिह कोलियरी में भूधंसान में मृत व्यक्तियों के प्रति शोक व्यक्त करते हुए भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के अंतर्गत ख़तरनाक क्षेत्रों में निवास कर रहे लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित जगहों पर पुनर्वास करने की मॉंग रखी गई ,तथा इस मुद्दे को झारखंड सरकार के समक्ष भी रखने का निर्णय लिया गया ।

इसके पश्चात भारत कोकिंग कोल लिमिटेड में कार्यरत आउट सोर्सिंग कंपनियों में सुरक्षा एवं मज़दूरी भुगतान सहित व्यापक स्तर पर हो रहे कोयला चोरी पर अंकुश लगाने की चर्चा हूई । आज विधायक के साथ पूर्व बियाडा अध्यक्ष बिजय कुमार झा जी,भारतीय जनतंत्र मोर्चा के ज़िला अध्यक्ष श्री उदय कुमार सिंह , अरविंद कुमार सिंह, कोल वर्कर्स वेलफेयर यूनियन के संस्थापक सह कार्यकारी अध्यक्ष श्री ओम सिंह के साथ संघ की ओर से हरिशंकर सिंह, उमेश कुमार जी, अनिल कुमार,श्री संतोष कुमार सिंह जी, श्री शंकर चौहान, श्री अनुज कुमार सिन्हा, पलटू सिंहा जी,श्री नागेन्द्र सिंह जी,श्री रविंद्र कुमार सिंह, रवि, बाबू इत्यादि विशेष रूप से उपस्थित रहे ।

गजब : कोयला मंत्रालय ने एक पत्र डीपीई को भेजा है जिसमे लिखा है कि - कोल इंडिया ने गलत जानकारी देकर वेतन समझौता की मंजूरी ली

धनबाद : कोयला मंत्रालय ने मंगलवार को एक पत्र डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक इंटरप्राइजेज (डीपीई) के सचिव को भेजी है, जिसमें स्पष्ट लिखा गया है कि कोल इंडिया ने गलत जानकारी देकर कोयला वेतन समझौता-11 पर कोयला मंत्रालय की मंजूरी ली है।

मंत्रालय की चिट्ठी से ट्रेड यूनियनें हैरत में हैं। एक वरिष्ठ यूनियन नेता ने कहा कि मंत्रालय के रुख से लगता है कि कोयला वेतन समझौता-11 फंस सकता है। हालांकि मंत्रालय की ओर से पत्र की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। पत्र की प्रति डीपीई के निदेशक समेत कोल इंडिया के चेयरमैन एवं निदेशक कार्मिक को भी भेजी गई है।

कोयला मंत्रालय के अंडर सेक्रेटरी अरविंद कुमार द्वारा जारी यह ऑफिस मेमोरेंडम जबलपुर हाईकोर्ट के एनसीडब्ल्यूए-11 को लेकर 22 जून 2023 को दिए गए अनुमोदन को रद्द करने के फैसले के संदर्भ में है। जबलपुर उच्च न्यायालय के निर्देश पर मामला डीपीई को भेजा गया है। कोल अधिकारियों की याचिका पर जबलपुर हाईकोर्ट ने एनसीडब्ल्यए-11 को लागू करने के कोयला मंत्रालय द्वारा दी गई मंजूरी को कोर्ट ने रद्द कर दिया है। डपीई को 60 दिनों के भीतर कोर्ट ने निर्णय लेने को कहा है। अधिकारियों ने याचिका में वेतन समझौता में डीपीई की गाइडलाइन का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था।

*कोयला मंत्रालय के ऑफिस मेमोरेंडम से, एनसीडब्ल्यए-11 को झटका लग सकता है। कोयला मंत्रालय के रुख को देखते हुए डीपीई ने इसी तरह का निर्णय ले लिया तो मामला फंस जाएगा। मालूम हो कि पहले ही कोल इंडिया प्रबंधन ने जबलपुर हाईकोर्ट में उक्त मामले पर अपील में गई है।

अगले महीने वेतन में कटौती हुई तो हड़ताल तय

कोयला वेतन समझौता-11 को लेकर चल रहे विवाद को देखते हुए पांचों सेंट्रल ट्रेड यूनियनों ने पहले ही तीन दिन हड़ताल की चेतावनी कोल इंडिया को दी है। पांच से सात सितंबर तक हड़ताल को लेकर स्ट्राइक नोटिस दिया गया है। यदि अक्तूबर माह में सितंबर माह के वेतन भुगतान में कटौती की गई तो पांच से हड़ताल तय है।

एसएनएमएमसीएच की समस्याओं को लेकर उपायुक्त ने की अधीक्षक व विभागाध्यक्षों के साथ बैठक,

कैथलैब में सेंट्रल इमरजेंसी को शिफ्ट करने पर बनी सहमति,जिला फंड से किया जाएगा जरूरी सामानों को पूरा

धनबाद : शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एसएनएमएमसीएच) में आज दिनांक 20 सितंबर 2023 को उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्री वरुण रंजन की अध्यक्षता में एसएनएमएमसीएच के प्राचार्य, अधीक्षक, सभी विभागाध्यक्षों के साथ मासिक बैठक की गई।

बैठक में एसएनएमएमसीएच के प्राचार्य, अधीक्षक, सभी विभागाध्यक्षों ने अलग-अलग विभागों में मशीन, डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, मशीनों को चलाने के लिए अनुभवी स्टाफ, जांच संबंधी समस्या, पुराने बिल्डिंग की जर्जर स्थिति, वायरिंग संबंधित समस्या, अस्पताल के एंट्री पॉइंट में गेट लगवाने, ऑपरेशन थिएटर सेटअप, हाई मास्ट लाइट, रजिस्ट्रेशन काउंटर बढ़ाने, अस्पताल के डिस्प्ले बोर्ड लगवाने, ड्रिंकिंग वॉटर आरओ प्लांट लगाने, कॉन्फ्रेंस हॉल निर्माण करने, आधारभूत संरचना, बुनियादी सुविधा आदि कई समस्याओं से उपायुक्त को अवगत कराया।

उपायुक्त श्री वरुण रंजन ने कहा कि आवश्यकता के अनुसार जिले के फंड से अस्पताल की बुनियादी सुविधा, मशीन एवं स्टाफ की कमी को पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एसएनएमएमसीएच में संरचना संबंधी कई समस्याएं हैं। जिला प्रशासन की ओर से आए भवन निर्माण विभाग के इंजीनियर को उपायुक्त ने सभी समस्याओं की जांच कर निर्माण एवं मरम्मती के एस्टीमेट देने को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए जल्द से जल्द सार्थक कदम उठाने के उपाय किये जाएंगे।

उपायुक्त ने कहा कि आए दिन एसएनएमएमसीएच में बेड की कमी की खबरें सामने आती है, जिसको लेकर उन्होंने एसएनएमएमसीएच के अधीक्षक डॉक्टर अनिल कुमार को एक नोडल नियुक्त करने को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन बेड की उपलब्धता की मॉनिटरिंग करना आवश्यक है, ताकि पता चल सके कि किन-किन विभागों में कितने बेड मौजूद (खाली) है। अगर जिस विभाग के पास बेड से अधिक संख्या में मरीज है तो वह किसी अन्य विभाग के खाली बेड में उन मरीजों को अटेंड करेंगे।

साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि आए दिन अखबारों में मशीन खराब होने से इलाज ना हो पाने की समस्या भी सामने आती है। इसके लिए भी एक नोडल नियुक्त करने को उन्होंने निर्देशित किया। नोडल द्वारा प्रत्येक विभाग से प्रतिदिन मशीनों की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त कर अधीक्षक को रिपोर्ट सौंपनी होगी, ताकि समय रहते खराब मशीनों को समय से बनाया जा सके। जिससे आम जनता को स्वास्थ्य संबंधी किसी भी तरह की परेशानियों का सामना न करना पड़े।

उपायुक्त ने अस्पतालों के शौचालय एवं साफ सफाई की समीक्षा करते हुए कहा कि प्रतिदिन सभी शौचालय में साफ सफाई होनी चाहिए। शौचालय में पानी की व्यवस्था समुचित होनी चाहिए। उपायुक्त द्वारा एसएनएमएमसीएच के अधीक्षक को यह निर्देशित किया गया कि प्रतिदिन इसकी मॉनिटरिंग पदाधिकारी द्वारा की जाए। पूरे अस्पताल परिसर में साफ सफाई में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि मरीजों को जो खाना दिया जाता है उसकी क्वालिटी का खास ख्याल रखा जाना चाहिए, इसमें किसी प्रकार की कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। अस्पताल में इलाजरत सभी मरीजों को सही मात्रा एवं शुद्धता वाला खाना परोसना अस्पताल प्रबंधन की जिम्मेदारी है।

इसके अलावे उपायुक्त श्री वरुण रंजन ने वेस्ट मैनेजमेंट, बायो मेडिकल वेस्ट, आयुष्मान कार्ड, बेड के लिए चादर, इंटरनल रोड, मरीज के शिफ्टिंग के लिए इलेक्ट्रिक वाहन, अस्पताल के लॉन्ड्री के लिए वाशिंग मशीन, वन पेशेंट वन अटेंडेंट के लिए ऑडियो सिस्टम, फायर सेफ्टी, सेनेटरी समेत आम जनता की सुविधाओं की चर्चा की। इस दौरान कैथलैब के बिल्डिंग में सेंट्रल इमरजेंसी को शिफ्ट करने पर सहमति बनी, जिस पर जल्द ही अस्पताल प्रबंधन द्वारा कार्य शुरू किया जाएगा।

उपायुक्त ने कहा कि जो भी समस्या है उसका समाधान जल्द ही किया जाएगा। जिन भी चीजों की आवश्यकता है उसे जिला के फंड से जल्द ही व्यवस्था की जाएगी। मशीने जो भी दी जाएगी उसका इस्तेमाल सुनिश्चित होना चाहिए। अस्पताल परिसर में आधारभूत सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी। लाइटिंग, सड़क, सुरक्षा आदि दुरुस्त की जाएगी। आने वाले समय में डॉक्टर एवं स्टाफ की कमी को दूर करने का कार्य किया जाएगा। टेस्ट एवं डायग्नोस्टिक सिस्टम को दुरुस्त किया जाएगा। आने वाले समय में सभी चीज दुरुस्त होगी एवं आम लोगों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी।

मौके पर उपायुक्त श्री वरुण रंजन, विशेष कार्य पदाधिकारी श्री सुशांत मुखर्जी, एसएनएमएमसीएच के प्राचार्य डॉक्टर ज्योति रंजन, एसएनएमएमसीएच के अधीक्षक डॉक्टर अनिल कुमार, सभी विभाग के एचओडी समेत कई अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।

धनबाद: लंपी रोग से टुंडी में दो दिनों में 24 मवेशियों की मौत, हजारों पीड़ित,पशु अस्पताल में स्थायी डॉक्टर नहीं

धनबाद : टुंडी प्रखंड के ग्रामीण इलाकों में मवेशियों के बीच लंपी बिमारी का कहर जारी है। पिछले दो दिनों में दो दर्जन मवेशियों की मौत हो गई है। जबकि दो हजार से अधिक मवेशियों की पीड़ित होने की बात सामने आ रही है। 

टुंडी सरकारी पशु अस्पताल में एक भी स्थाई डाक्टर नहीं रहने के कारण पूरे इलाके में भयावह की स्थिति बनी हुई है। झारखंड जनहित मोर्चा के केन्द्रीय अध्यक्ष माना पाठक ने धनबाद उपायुक्त से मांग की है कि टुंडी में तत्काल राहत शिविर का आयोजन कर मवेशियों की इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय।

धनबाद:झारखंड बिजली बोर्ड का 11000 केवीए का तार गिरने से तालाब में पल रहे करीब एक सौ किलो मछलियों की मौत

पुटकी : सियालगुदरी पंचायत अंतर्गत बाबू बांध सरकारी तालाब में झारखंड बिजली बोर्ड का 11000 केवीए का तार गिरने से तालाब में पल रहे लगभग एक सौ किलो मछली मर गए।

जिससे मत्स्य पालक दीपक सिंह चौधरी का लगभग 20000 बीस हजार रुपए का नुकसान हो गया।

बोकारो: ललपनिया मार्केट में भाकपा माओवादियों के नाम से कई दुकानों में की गई कई दुकानों में पोस्टरबाजी,क्षेत्र में दहशत

बोकारो : ललपनिया मार्केट में सोमवार की देर रात भाकपा माओवादियों के नाम से कई दुकानों में पोस्टरबाजी की गई है. रामगढ़ रोड शॉपिंग सेंटर स्थित लगभग चार से पांच दुकानों में कुल आठ नक्सली पोस्टर चस्पा किए गए थे. घटना को रात करीब पौने ग्यारह बजे अंजाम दिया गया था.

 हालांकि, ललपनिया पुलिस ने सूचना के तुरंत बाद देर रात ही पोस्टर हटा कर जब्त कर लिया था. लेकिन इस पोस्टरबाजी की घटना से दहशत का माहौल है. एक अंतराल के बाद खास ललपनिया में नक्सलियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है.

 हालांकि, कुछ माह पूर्व केरी में नक्सलियों ने एक जेसीबी और कई ट्रैक्टर को आग के हवाले कर दिया था. पोस्टरों में हर प्रकार के संशोधनवाद मुर्दाबाद, मौजूदा फासीवादी स्वेच्छाधारी व्यवस्था को चकनाचूर कर जनता की जनवादी व्यवस्था का निर्माण करें, भाकपा माओवादी जिंदाबाद आदि लिखे हुए हैं. ललपनिया पुलिस इस मामले में देर रात से ही जांच में जुटी हुई है.