दुर्भाग्य : जीएम को अधिकार के बावजूद एक भी लोकल ट्रेन नहीं, रेलवे बोर्ड से भी हरी झंडी फिर भी नही चली डीसी ट्रेन
धनबाद : धनबाद रेल मंडल। कहने को तो यह देश का सबसे कमाऊ रेल मंडल है। पूर्व मध्य रेलवे की कुल कमाई में धनबाद डिवीजन की हिस्सेदारी करीब 96 प्रतिशत है, लेकिन सुविधा बांटने की बारी आती है, तो हमेशा धनबाद डिवीजन को पंक्ति में सबसे पीछे खड़ा कर दिया जाता है।
रेलवे ने सभी जीएम को अपने जोन के अंतर्गत लोकल ट्रेन चलाने की शक्ति दी है, परंतु ईसीआर के जीएम ने इस शक्ति का प्रयोग कर धनबाद को कोई लोकल ट्रेन नहीं दी।
पिछले साल ही रेल महाप्रबंधकों के अधिकार को विस्तार देते हुए लोकल ट्रेन चलाने की शक्ति प्रदान की गई थी।
नई व्यवस्था के तहत धनबादवासी धनबाद-चंद्रपुरा पैसेंजर ट्रेन चलने की उम्मीद लगा रहे थे। डीसी पैसेंजर चलाने के संबंध में रेलवे बोर्ड से भी हरी झंडी मिल चुकी है। इसके बावजूद डेढ़ वर्षों में ट्रेन को पटरी पर नहीं उतारा गया। यहां यह बताना जरूरी है कि डीसी पैसेंजर ट्रेन कोई नई ट्रेन नहीं है। अग्नि का प्रभाव बताकर धनबाद-चंद्रपुरा लाइन को जब बंद किया गया था, उस समय यह ट्रेन चल रही थी। डीसी लाइन फिर से चालू कर दी गई पर डीसी पैसेंजर वापस पटरी पर नहीं लौटी। जनप्रतिनिधि से लेकर जनता तक कई बार इस ट्रेन को चलाने की मांग कर चुके हैं। हर बार सिर्फ और सिर्फ आश्वासन ही मिला, जबकि धनबाद और चंद्रपुरा दोनों स्टेशन पूर्व मध्य रेलवे जोन ही नहीं बल्कि धनबाद डिवीजन का ही हिस्सा हैं।
गया व बरकाकाना के लिए चले नई लोकल ट्रेन :
रेलवे लगातार लंबी दूरी की मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों में जेनरल बोगियों को घटा रहा है। ऐसे में आसपास के स्टेशनों तक जाने के लिए लंबी दूरी की ट्रेनों में विकल्प घट रहे है। लिहाजा यात्रियों के लिए लोकल ट्रेन चलाने की नितांत जरूरी है। ईसीआर जोन के अंतर्गत धनबाद से गया स्टेशन और धनबाद से बरकाकाना के बीच लोकल ट्रेन चलाई जाए, तो यात्रियों को सुविधा तो होगी ही रेलवे की भी आय बढ़ेगी। जीएम को ट्रेन चलाने संबंधी शक्ति मिलने से महाप्रबंधक चाहें, तो धनबाद से ग्रैंड कार्ड सेक्शन में धनबाद से दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन तक के बीच किसी स्टेशन के लिए पैसेंजर ट्रेन चला सकते हैं। सीआईसी सेक्शन में भी धनबाद से सिंगरौली तक जीएम जिस स्टेशन के लिए चाहें नई लोकल ट्रेन चलाने की अनुमति दे सकते हैं।
Jul 21 2023, 09:04