खरगोन में दर्दनाक हादसा, यात्रियों से भरी बस 50 फीट ऊंचे पुल से गिरी, 15 की मौत

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मध्य प्रदेश के खरगोन में मंगलवार सुबह दर्दनाक हादसा हो गया, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई। मंगलवार को यात्रियों से भरी बस एक पुल से गिर गई। हादसे में 15 लोगों की मौत हुई है जबकि 25 घायल हो गए। कहा जा रहा कि मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है। बताया जा रहा है कि बस में करीब 50 लोग सवार थे।

स्थानीय लोग मदद को आगे आए

खरगोन के एसपी धरम वीर सिंह ने बताया कि 15 लोगों की मौत हुई है और 25 लोग घायल हैं। घायलों को आसपास के अस्पतालों में पहुंचाया जा रहा है। घटना के लिए मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं।बताया जा रहा है कि बस खरगौन से इंदौर जा रही थी। यह हादसा खरगोन-ठीकरी मार्ग पर हुआ। बस नदी पर बने पुल से गुजर रही थी, जब वह एकाएक नीचे गिर गई। जोर से आवाज आई और अफरा-तफरी मच गई। हादसा दसंगा गांव के करीब हुआ है। ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। ग्रामीणों के साथ मिलकर पुलिस जवान घायलों की मदद करने में लगे हुए हैं। स्थानीय लोग ट्रैक्टर ट्रालियों की मदद से घायलों को अस्पताल पहुंचाते दिखे।

सीएम शिवराज सिंह ने किया मुआवजे का ऐलान

मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने हादसे में जान गंवाने वालों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की है।शिवराज सिंह चौहान ने हादसे पर दुख जताते हुए हादसे में मृतकों के परिजनों और घायलों के लिए आर्थिक सहायता घोषित की है। राज्य सरकार ने खरगोन में हुई बस दुर्घटना में मृतकों के परिवारजनों को चार लाख रुपये की सहायता राशि, गंभीर घायलों को 50 हजार रुपये, कम एवं साधारण घायलों को 25 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। साथ ही दुर्घटना में घायलों के समुचित इलाज की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा की जाएगी।

ये हादसा कैसे हुआ, इसके कारणों को लेकर अभी तक कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है। पर ऐसा कहा जा रहा है कि बस में शायद यात्री तय सीमा से ज्यादा सवार थे। ड्राइवर से बस कैसे अनियंत्रित हुई।अनुमान लगाया जा रहा है कि बस में 70-80 लोग सवार थे।

टेरर फंडिंग मामले में एनआईए का एक्शन, जम्मू कश्मीर में अलग-अलग लोकेशन पर छापा

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टेरर फंडिंग को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) एक्शन में है। जम्मू-कश्मीर में जांच एजेंसी कई जगहों पर छापेमारी कर रही है। श्रीनगर, अनंतनाग, कुपवाड़ा, शोपियां, राजौरी और पुंछ में एनआईए की टीम छापेमारी के लिए पहुंची है।

बता दें कि इससे पहले 2 मई को भी जम्मू-कश्मीर के छह जिलों में 12 लोकेशन पर छापेमारी की गई थी।2 मई को जांच एजेंसी ने जम्मू कश्मीर के पीर पंजाल क्षेत्र, मध्य और दक्षिण कश्मीर में विभिन्न स्थानों पर तलाशी ली थी। जानकारी दी गई थी कि छापेमारी आतंकवादी और विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए आपराधिक साजिश का पता लगाने के लिए टेरर नेटवर्क और अन्य मामलों पर एक बड़ी कार्रवाई का हिस्सा हैं।

तमिलनाडु में भी सर्च ऑपरेशन जारी

जम्मू कश्मीर के अलावा तमिलनाडु में भी एनआईए 10 से ज्यादा लोकेशन पर सर्च ऑपरेशन कर रह है। खबर है कि जांच एजेंसी पीएफआई से जुड़े कुछ लोगों और लीडरों के ठिकानों पर रेड मार रही है। ये रेड इस मामले में पहले से दर्ज एफआईआर की जांच के दौरान की जा रही है।

एमपी के बाद यूपी में भी ‘द केरल स्टोरी’ टैक्स फ्री, इन राज्यों में लगाया जा चुका है प्रतिबंध

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फिल्म 'द केरला स्टोरी' बीते कई दिनों से विवादों में बनी हुई है। वहीं दूसरी तरफ 'द केरल स्टोरी' फिल्म को दर्शकों का काफी प्यार मिल रहा है। मूवी को लेकर देशभर में जमकर विवाद जारी है, बावजूद इसके फिल्म की बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई जारी है।वहीं, पश्चिम बंगाल में सीएम ममता बनर्जी ने इसे बैन कर दिया है। इस फिल्म को लेकर लगातार राजनीति बढ़ती जा रही है। इस बीच मध्य प्रदेश के बाद अब उत्तर प्रदेश में भी फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ टैक्स फ्री की जाएगी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी ट्वीट किया है कि द केरला स्टोरी को राज्य में टैक्स फ्री किया जाएगा।

ट्रेलर लॉन्च होने के बाद से ही यह फिल्म विवादों में है। हालांकि, तमाम विवादों के बीच कई राज्यों ने इसे टैक्स फ्री कर दिया है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को द केरला स्टोरी फिल्म को राज्य में टैक्स फ्री करने का एलान किया था।अब उत्तर प्रेदश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्विट कर राज्य में फिल्म को टैक्स फ्री करने का ऐलान किया है। 

ममता सरकार ने बंगाल में किया बैन

भले ही कई राज्यों में फिल्म को टैक्स फ्री किया जा रहा है, या ऐसा करने की मांग हो रही है, लेकिन कुछ राज्य ऐसे भी हैं, जहां इस फिल्म पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। वहीं, कई राज्यों में द केरल स्टोरी पर बैन लगाने की मांग हो रही है। इससे पहले सोमवार को पश्चिम बंगाल में ममता सरकार ने इस फिल्म को सिनेमाघरों से बैन कर दिया। यहां ये फिल्म नहीं दिखाई जाएगी। इस फिल्म को बैन करने को लेकर ममता बनर्जी ने कहा है राज्य में शांति बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया है। वह चाहती हैं कि इस फिल्म को लेकर राज्य में कोई हिंसा या नफरत न फैले।

तमिलनाडु में भी रोकी गई स्क्रीनिंग

द केरल स्टोरी फिल्म पर तमिलनाडु सरकार भी सख्त कदम उठा चुकी है। तमिलनाडु सरकार ने भी फिल्म पर बैन लगाया था। इससे पहले तमिलनाडु में मल्टीप्लेक्स संगठनों ने भी रविवार (7 मई) से फिल्म की स्क्रीनिंग रोकने का एलान किया था। उनका कहना था कि इस फिल्म की वजह से राज्य की सुरक्षा व्यवस्था खतरे में पड़ सकती है। बता दें कि तमिलनाडु में द केरल स्टोरी फिल्म को खास रिस्पॉन्स नहीं मिला है। 

केरल की राजनीतिक पार्टियां लगातार इस फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रही हैं। उनका कहना है कि फिल्म में एक समुदाय विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक चीजें दिखाई गई हैं। 

क्या है फिल्म को टैक्स फ्री किए जाने का मतलब?

जब किसी फिल्म को किसी राज्य में टैक्स फ्री किया जाता है तो इसका मतलब होता है कि संबंधित राज्य की सरकार उस फिल्म के टिकट की बिक्री पर अपने हिस्से का जीएसटी नहीं वसूलेगी।

अशोक गहलोत का एक तीर से कई शिकार, सचिन पायलट की बगावत की याद दिलाते हुए बीजेपी के इन नेताओं को भी लपेटा

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राजस्थान विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे सियासत तेज होती जा रही है।इस बीच गहलोत ने एक बार फिर 2020 की घटना की याद दिलाते हुए सियासी पारा चढ़ा दिया है।गहललोत ने कहा है कि पिछले साल जब पार्टी के विधायकों की बगावत की वजह से सरकार गिरने के कगार पर थी, तो मुझे उस समय बीजेपी नेता और राज्य की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे समेत उनकी पार्टी के तीन नेताओं का साथ मिला था।खुलेआम वसुंधरा को अपनी सरकार का संकटमोचक बताते हुए गहलोत ने कहा कि राजे ने उनकी सरकार बचाई थी। इससे राजस्थान की राजनीति में बवाल हो गया है।

गहलोत का बड़ा आरोप

रविवार को गहलोत ने धौलपुर में कहा कि 2020 में सचिन पायलट के विद्रोह के समय उनकी सरकार को वसुंधरा राजे, कैलाश मेघवाल और शोभारानी कुशवाहा ने बचाया था। गहलोत ने आगे कहा कि जब भैरो सिंह शेखावत की सरकार थी और मैं कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष था तब शेखावत की सरकार गिराने के लिए बीजेपी वाले मेरे पास आए थे, लेकिन मैंने मना कर दिया था। गहलोत ने अमित शाह, धर्मेंद्र प्रधान और गजेंद्र सिंह शेखावत पर उनकी सरकार को गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया। साथ ही दावा किया कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, बीजेपी नेता कैलाश मेघवाल और शोभारानी कुशवाहा ने संकट के दौरान सरकार को बचाने में उनकी मदद की थी।

क्या बीजेपी में दरार पैदा करने की कोशिश?

धौलपुर की एक जनसभा में सीएम गहलोत ने कहा कि जिन विधायकों ने 2020 के राजनीतिक संकट के दौरान अमित शाह से पैसा लिया था। उनको वो पैसा लौटा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि तीन साल पहले कांग्रेस विधायकों को जो पैसे बांटे गए थे, अब उस पैसे को बीजेपी वापस नहीं ले रही है। मुझे चिंता है कि पैसे क्यों वापस नहीं ले रहे जबकि मैं कह रहा हूं कि जो पैसे विधायकों से खर्च हो गए है, उस पार्ट को मैं दे दूंगा, कांग्रेस पार्टी से दिला दूंगा। खास बात ये है कि अशोक गहलोत का यह बयान सचिन पायलट गुट पर हमले के साथ-साथ बीजेपी में दरार पैदा करने की कोशिश वाला बयान माना जा रहा है।

क्या हुआ था 2020 में

बता दें कि 2020 में कांग्रेस के विधायकों ने सचिन पायलट की अगुवाई में गहलोत सरकार के खिलाफ बगावत की थी।स्थिति कुछ ऐसी बन गई थी कि लग रहा था सीएम गहलोत की सरकार किस भी वक्त गिर सकती है। हालांकि, बाद में दिल्ली से आए कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के हस्तक्षेप के बाद राज्य में चल रहे राजनीतिक गतिरोध को दूर कर लिया गया था।

कोल्ड ड्रिंक के टिन में डालकर लटकाया गया था बम, 30 घंटे के अंदर अमृतसर में हुए दो धमाकों पर पंजाब पुलिस ने किया बड़ा खुलासा

30 घंटे के अंदर अमृतसर में श्री हरमंदिर साहिब के सामने हेरिटेज स्ट्रीट में हुए दो धमाकों के बारे में पंजाब पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस की मानें तो बम को कोल्ड ड्रिंक के टिन में डालकर लटकाया गया था। फोरेंसिक टीमों को शुरुआती जांच में कोई डेटोनेटर मौके से नहीं मिला है। दोनों ही कम क्षमता वाले बम थे। डीजीपी गौरव यादव ने सोमवार सुबह घटनास्थल का दौरा किया और यह जानकारी दी। 

पंजाब के अमृतसर में गोल्डन टेंपल के पास हेरिटेज स्ट्रीट पर 30 घंटों के अंदर सोमवार सुबह दोबारा से धमाका हुआ तो पंजाब पुलिस सकते में आ गई। डीजीपी गौरव यादव ने घटनास्थल का दौरा किया।

उन्होंने मीडिया से कहा कि हम पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। हमारी फोरेंसिक टीम मौके पर हैं। मौके से कोई भी डेटोनेटर नहीं मिला है। विस्फोटक किसी कंटेनर में लाए गए है, जो सारागढ़ी पार्किंग में रखे थे। इन धमाकों के पीछे की साजिश का पता लगाया जा रहा है। आतंकवाद, शरारत और पर्सनल एंगल, तीनों को ध्यान में रख कर पुलिस जांच में जुटी हुई है।

दो धमाकों से दहला अमृतसर

डीजीपी गौरव यादव ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी अफवाह पर भरोसा न करें। पुलिस इसकी पूरी जानकारी अपने ट्विटर और सोशल मीडिया हैंडल पर डालेगी। हम सीसीटीवी फुटेज की जांच करेंगे और मौके पर उपस्थित लोगो के बयान लेंगे।

उन्होंने कहा कि एक घायल आज सुबह हुआ है, जबकि एक शनिवार को हुए धमाके में घायल हुआ था। मौके से पोटेशियम सल्फेट और सल्फर मिलने की बात पर डीजीपी ने कहा कि ये बाजार से आम मिल जाते हैं। जांच की जाएगी कि पंजाब का माहौल खराब करने की शरारत तो नहीं है।

उग्र रूप ले रहा 'मोचा' तूफान, 9 मई तक चक्रवात में हो सकता तब्दील, 10 मई को और भयंकर रूप लेकर बंगाल की खाड़ी से जुड़े इलाकों में दिखाएगा असर

बंगाल की खाड़ी में बन रहा 'मोचा' तूफान उग्र रूप ले रहा है। मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की थी कि 9 मई तक यह तट से टकरा सकता है। आईएमडी के अधिकारियों का कहना है कि ऐसा भी हो सकता है कि यह तूफान बांग्लादेश और म्यांमार के तट की ओर मुड़ जाए और 11 मई तक टकराए। एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि दक्षिणपूर्व बंगला की खाड़ी और साथ में जुड़े दक्षिणी अंडमान सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। 

मौसम विभाग ने कहा, 9 मई तक यह चक्रवात में तब्दील हो सकता है। वहीं 10 मई को यह और भयंकर रूप ले लेगा और बंगाल की खाड़ी से जुड़े इलाकों में तूफान का असर देखने को मिलेगा। 11 मई तक यह तूफान उत्तर-उत्तर पश्चिम की दिशा में आगे बढ़ सकता है। इसके बाद यह बांग्लादेश और म्यांमार तट की ओर मुड़ सकता है। 

मौसम विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पूरी तरह तूफान का रूप लेने के बाद ही सही भविष्यवाणी की जा सकेगी कि आखिर यह चक्रवात किस ओर बढ़ेगा। इसके बाद ही चक्रवात की तीव्रता और तट से टकराने का समय भी बताया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि मौसम में होने वाले बदलावों पर नजर रखी जा रही है। 

 

तूफान बदलेगा भारत का मौसम?

मोचा को लेकर मौसम विभाग ने कई राज्यों में अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर बंगाल के जिलों में इस चक्रवात का ज्यादा असर नहीं होगा। इसके असर से पश्चिम बंगाल के कुछ जिलों में मध्यम बारिश हो सकती है। वहीं आंध्र प्रदेश के तट पर तूफान का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग का कहना है कि तीन दिनों तक यहां मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। 

मौसम विभाग ने ओडिशा के लिए भी चेतावनी जारी की है। राज्य के 18 जिलों में तूफान का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं 9 जिलों में येलो अलर्ट है। मौसम विभाग का कहना है कि 8 से 11 मई तक अंडमान में भारी बारिश हो सकती है। बताया गया कि तूफान के असर से तटीय इलाकों में हवा की रफ्तार 60 किमी प्रतिघंटा तक हो सकती है।

केरल के मलप्पुरम में नाव पलटने से सात बच्चों समेत 22 लोगों की मौत, राहत एवं बचाव कार्य जारी, राष्ट्रपति व पीएम मोदी ने जताया दुख

केरल में मलप्पुरम जिले के तानुर इलाके में ओट्टुम्पुरम के समीप एक हाउसबोट के रविवार की रात को डूबने से उस पर सवार सात बच्चों समेत 22 लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने इसकी जानकारी दी है। पुलिस ने बताया कि दुर्घटना स्थल से मिली सूचना के अनुसार नौका पर करीब 30 यात्री सवार थे। इसमें 22 की मौत हो गयी जबकि करीब 09 यात्रियों को नजदीकी निजी और सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

केरल के मंत्री वी अब्दुर्रहमान ने बताया कि यह हादसा बीते रात्रि में हुआ। उन्होंने बताया कि अभी हादसे की वजह का पता नहीं चला है। डूबी हुई नौका को तट तक लाने का प्रयास किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने मौतों पर शोक व्यक्त करते हुए एक बयान जारी किया और मलप्पुरम जिला कलेक्टर को आपातकालीन बचाव अभियान चलाने का निर्देश दिया। बयान में कहा गया है कि अग्निशमन , पुलिस और स्वास्थ्य विभागों के अधिकारी तथा स्थानीय लोग बचाव अभियान में शामिल हैं। सीएम आज घटनास्थल का दौरा किया और जरूरी निर्देश दिए।

   सीएम कार्यालय के अनुसार सोमवार का दिन आधिकारिक शोक का दिन घोषित किया गया है। साथ ही पीड़ितों के सम्मान में सभी सरकारी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी ट्वीट कर हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने पीएम राहत फंड से मृतकों के स्वजन को दो - दो लाख रुपये देने का एलान किया है।

 राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने भी जनहानि पर शोक व्यक्त किया है। मुर्मु ने घटना में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। वहीं उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी घटना में लोगों की मौत पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि केरल के मलप्पुरम में नाव पलटने की घटना में लोगों की मौत से उन्हे गहरा दुख हुआ है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ है। मैं सभी के सुरक्षित बचाव और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।

केदारनाथ में अगले कुछ दिन मौसम के खराब रहने की मौसम विभाग ने जताई आशंका, 15 मई तक पंजीकरण पर लगी रोक

 केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए पंजीकरण पर अब 15 मई तक रोक रहेगी। संयुक्त निदेशक पर्यटन योगेंद्र गंगवार ने बताया कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। 15 तक नए पंजीकरण पर रोक रहेगी लेकिन जो यात्री पहले पंजीकरण कर चुके हैं वे यात्रा कर सकेंगे। बता दें कि 13 मई तक केदारनाथ के लिए 1.45 लाख यात्री पंजीकरण करा चुके है।

केदारनाथ धाम में 1.75 लाख यात्री कर चुके हैं दर्शन

चारधाम यात्रा में अब तक दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों का आंकड़ा पांच लाख पार हो गया है। केदारनाथ धाम में सबसे अधिक 1.75 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं। पर्यटन विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार 22 अप्रैल से 7 मई तक केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में 505286 लाख से अधिक यात्रियों ने दर्शन किए हैं। इसमें केदारनाथ धाम में 1.75 लाख, बदरीनाथ में 1,18,116, गंगोत्री में 1.13 लाख, यमुनोत्री मंदिर में एक लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।

सपा नेता आजम खान ने अपने बेटे अब्दुल्ला आजम को अल्लाह का पसंदीदा बताते हुए किया बड़ा दावा, कहा, 150 करोड़ की आबादी में कोई हरा नहीं सकता

 समाजवादी पार्टी नेता आजम खान ने स्वार विधानसभा से सपा प्रत्याशी अनुराधा चौहान के लिए जनसभा में वोट अपील की। वहीं उन्होंने विपक्ष पर भी जमकर जुबानी हमला बोला है। उन्होंने अब्दुल्ला आजम की हार को नामुमकिन बताया और अब्दुल्ला के नाम को अल्लाह का सबसे पसंदीदा नाम बताया। 

उन्होंने विधानसभा और लोकसभा उपचुनाव में मिली शिकस्त पर प्रतिक्रिया दी। आजम खान ने मंच से बोलते हुए कहा, "बेचा तुम्हें, तुम्हारा सर झुकने दिया कही। किस लिए छीन ली दो बार तुम्हारे विधायक की मेंबरशिप। कोई माई का लाल 150 करोड़ के हिंदुस्तान में अब्दुल्ला को इसलिए नहीं हरा सकता क्योंकि यह अल्लाह का सबसे पसंदीदा नाम है। आजम खान ने कहा, "मुल्क के बांटने वालों, रिश्तो को बांटने वालों क्या पार्लिमेंट हमने हारी है।

वीडियो के आधार पर किया दावा

सपा नेता ने कहा, "वाह बहादुरों वाह क्या मर्दानगी है। सीट यहां हारी जीते तुम तमंचा लेकर दौड़ाने वालों इसी मोबाइल में वीडियो है। दरोगा का तमंचा लेकर वोट डालने वालों को दौड़ाने वालों घरों के अंदर ताला डाल कर पुलिस का पहरा लगा ने वालों और दिल्ली में ये कहते हो सबसे बड़ी कुर्सी लेकर बैठे हुए हैं। बादशाह से हमने रामपुर भी जीत लिया। अरे ये है हमारी हैसियत के हमारी हार और तुम्हारी फर्जी जीत का तुम्हे जिक्र करना पड़ा।

उन्होंने अब्दुल्ला आजम और अनुराधा चौहान की तरफ इशारा करते हुए कहा, "एक सौ पचास करोड़ में यह है एक और एक ग्यारह." बीते कुछ दिनों से चुनाव प्रचार के दौरान आजम खान के बयान काफी चर्चा में हैं। 

बता दें कि सोमवार को उपचुनाव के लिए प्रचार का अंतिम दिन है। इसके बाद 10 मई को वोटिंग होगी। जबकि निकाय चुनाव के दूसरे चरण के लिए 11 मई को वोटिंग होगी। वहीं वोटों की गिनती 13 मई को होगी।

*पश्चिम बंगाल में 'द केरल स्टोरी' पर प्रतिबंध, ममता बनर्जी बोलीं- फिल्म की कहानी मनगढ़ंत

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'द केरला स्टोरी' को लेकर विवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा है। देश के अलग-अलग हिस्सों में इस फिल्म का विरोध देखा जा रहा है। ट्रेलर रिलीज होने के बाद से ही विवादों में घिरी फिल्म को कई राज्यों में कड़े विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस फिल्म को लेकर कड़ा एक्शन लिया है। बंगाल सरकार ने फिल्म 'द केरला स्टोरी' को बैन कर दिया है। ममता सरकार के मुताबिक राज्य में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचने और शांति बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया है। 

भाजपा और सीपीआईएम पर बोला हमला

पश्चिम बंगाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर फिल्म के प्रति अपना गुस्सा जाहिर किया। उन्होंने कहा कि यह कहानी मनगढ़ंत है और उन्होंने फिल्म पर बैन लगाने का ऐलान किया। मुख्यमंत्री ने 'द केरला स्टोरी' के मुद्दे पर ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और सीपीआई (एम) पर जमकर निशाना साधा। सीएम बनर्जी ने कहा कि उन्हें बताया गया है कि बंगाल फाइल तैयार की जा रही हैं। उन्होंने इसे पश्चिम बंगाल को बदनाम करने की कोशिश करार दिया। मुख्यमंत्री ने कहा, यह केरल फाइल क्या है? मैं सीपीआईएम का समर्थन नहीं कर रहा हूं, वे बीजेपी के साथ काम कर रहे हैं। मेरे बजाय फिल्म की आलोचना करना उनका कर्तव्य था। मैं केरल के मुख्यमंत्री को बताना चाहती हूं कि आपकी पार्टी बीजेपी के साथ काम कर रही है और वही पार्टी केरल फाइल भी दिखा रही है। पहले उन्होंने कश्मीर और फिर केरल को बदनाम किया।

ममता का दावा-अगला टारगेट बंगाल है

ममता बनर्जी ने यह भी दावा किया कि केरल के बाद पश्चिम बंगाल को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उनके पास जानकारी है कि अगला टारगेट बंगाल है। बंगाल फाइल पश्चिम बंगाल के साथ बनाया जाएगा।उन्होंने कहा, मुझे बताया गया है कि इसके बाद बंगाल की फाइलें तैयार की जा रही हैं। पहले उन्होंने कश्मीर के लोगों का अपमान किय। फिर केरल के लोगों का किया, अब बारी पश्चिम बंगाल की है।

बॉक्स ऑफिस पर फिल्म कर रही जमकर कमाई

बता दें कि तमाम विवादों के बावजूद यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर जमकर कलेक्शन कर रही है। फिल्म को क्रिटिक्स के साथ आम लोगों की भी सराहना मिल रही है। यही वजह है कि इसे देखने के लिए टिकट खिड़की पर लंबी कतारें देखने को मिल रही है। अब तक प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक फिल्म ने पहले वीकएंड पर 30 करोड़ से अधिक का कलेक्शन कर लिया है।