27 साल तक नवादा की विधायक व बिहार सरकार में मंत्री रही गायत्री देवी का निधन, सीएम नीतीश कुमार ने जताया शोक

डेस्क : बिहार सरकार के पूर्व मंत्री व नवादा और गोविंदपुर विधानसभा क्षेत्र के 27 सालों तक विधायक रही चर्चित राजनीतिक हस्ती रहीं गायत्री देवी का निधन हो गया है। 80 वर्षीय गायत्री देवी पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रही थी और आज रविवार की सुबह पटना के एक निजी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांसें ली। उनका शव नवादा लाया जाएगा।

उनके निधन की खबर के बाद से राजनीतिक जगत और उनके समर्थकों में शोक का लहर व्याप्त है। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि गायत्री देवी का निधन राजनीतिक और समाजिक जगत के लिए अपूर्णिय क्षति है। वे एक कुशल राजनेता और समाजसेवी के साथ-साथ सरल स्वाभाव और मृदुभाषी महिला थी। उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जायेगा।  

गायत्री देवी के पति युगल किशोर यादव भी बिहार सरकार में मंत्री रहे थे। वहीं उनके बड़े बेटे कौशल यादव जदयू नेता और पूर्व विधायक हैं। कौशल यादव के सहयोगी नारायण स्वामी मोहन ने उनके निधन की सूचना दी। 

बता दें की 3 दशक से ज्यादा वक्त तक वह नवादा की राजनीत का केंद्र बनीं रही थी। 27 वर्षों तक विधायक, बिहार सरकार में मंत्री और कांग्रेस की जिलाध्यक्ष रहीं।

गायत्री देवी का राजनीतिक सफर 1970 से शुरू हुआ। 1969 में इनके पति युगल किशोर सिंह यादव लोकतांत्रिक कांग्रेस के टिकट पर गोविंदपुर विधानसभा से एमएलए बने थे। उस वक्त दरोगा राय मंत्रिमंडल में मंत्री भी बने थे। असमय उनका निधन हो गया था। पति की मौत के बाद उनकी राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाते हुए विधानसभा का चुनाव लड़ी और 1970 में पहली मर्तबा गोविंदपुर विधानसभा से निर्दलीय चुनाव जीती। 

उसके बाद 1972-77 तक कांग्रेस के टिकट पर नवादा की विधायक रहीं। फिर 1980, 85, 90 यानि लगातार 15 साल तक गोविंदपुर से कांग्रेस की विधायक रहीं। 95 में हार मिली। 2000 के चुनाव में राजद के टिकट पर गोविंदपुर विधानसभा से ही चुनाव जीती। 2005 तक विधायक रहने के बाद उनकी राजनीतिक पारी का अंत हुआ।

बड़ी खबर : बक्सर के पास बेपटरी हुई मालगाड़ी, मुगलसराय-पटना-हावड़ा रेल लाइन पर परिचालन ठप

डेस्क : दिल्ली-हावड़ा मेन लाइन पर आज रविवार को एक मालगाड़ी के बेपटरी हो जाने से बक्सर और मुगलसराय- पटना-हावड़ा के बीच रेल परिचाल ठप हो गया। हादसा डुमराव के पास हुआ। यहां एक मालगाड़ी के आठ डिब्बे पटरी से उतर गए। उससे डाउन लाइन पर रेल सेवा बाधित है। 

पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) वीरेंद्र कुमार ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि दानापुर मंडल के आरा बक्सर रेलखंड के बीच डुमराव स्टेशन के पास डाउनलोड लाइन पर 11:52 पर एक मालगाड़ी के तीन वैगन बेपटरी हो गए। इस कारण डाउन लाइन पर ट्रेनों का परिचालन बाधित हो गया।

डुमरांव स्टेशन के पश्चिमी रेलवे क्रॉसिंग पर डाउन लाइन में एक मालगाड़ी बेपटरी हो गई है। जिससे डाउन लाइन में रेल तथा सड़क परिचालन दोनों ठप हो गया है। इसकी जानकारी मिलते ही रेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। स्टेशन प्रबंधक सचिंद्र कुमार ने तत्काल इसकी सूचना दानापुर डीआरएम ऑफिस को दी। खबर मिलते ही दानापुर से रेलवे तकनीशियनो की टीम निकल चुकी है। वहीं स्थानीय रेल प्रशासन स्थिति से निपटने में मुस्तैदी से लगा है।

मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली की तरफ से एक मालगाड़ी कोलकाता की ओर जा रही थी। रेलवे क्रॉसिंग पर मालगाड़ी के बेपटरी होने से डुमरांव बिक्रमगंज पथ पर दोपहर 12:00 बजे से ही परिचालन पूरी तरह से ठप हो गया। इस वजह से भरी दोपहरी में रेल यात्रियों के साथ ही सड़क मार्ग से यात्रा करने वालों की मुश्किलें भी बढ़ गई। पश्चिमी फाटक से थोड़ा पहले मेन लाइन से लूप लाइन में आने के दौरान माल गाड़ी का बोगी नंबर एक्स 98413, एक्स 99228 पूरी तरह से जबकि बोगी नंबर एक्स 019058 आंशिक रूप से पटरी से उतर गया।

इस दौरान तेज आवाज होने से आस पास में मौजूद लोगों में भगदड़ मच गई थी। माजरा समझने के बाद लोग राहत की सांस ली है। राहत की बात यह रही कि यह मालगाड़ी थी, यात्री ट्रेन होती तो जान माल की भी भारी क्षति हो सकती थी।

जदयू की ओर से आयोजित दावत-ए-इफ्तार में शामिल हुए सीएम समेत महागठबंधन में शामिल दलों के नेता, सभी ने देश और प्रदेश के लिए मांगी अमन-चैन की दुआ

डेस्क : बीते शनिवार शाम राजधानी पटना के हज भवन में जदयू की ओर से दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया गया। इस आयोजन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत महागठबंधन शामिल सभी दलों के नेता शामिल हुए। 

इफ्तार के बाद रोजे की नमाज अदा की गई, इसमें मुख्यमंत्री सहित सभी रोजेदारों ने प्रदेश, समाज और देश में अमन-चैन, शांति एवं भाईचारे का माहौल कायम रहने की दुआ मांगी। मुख्यमंत्री ने दावत-ए-इफ्तार में शामिल हुये विभिन्न दलों के नेताओं का स्वागत किया। पुख्ता सुरक्षा-व्यवस्था के बीच उन्होंने वहां मौजूद सभी रोजेदारों सहित अन्य लोगों के करीब जाकर उनसे मुलाकात की।

इस मौके पर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, मंत्री विजय कुमार चौधरी, संजय कुमार झा, शमीम अहमद, आलोक मेहता, अनिता देवी, लेशी सिंह, मो जमा खान, शाहनवाज, विस अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी, सभापति देवेश चन्द्र ठाकुर, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह, जीतन राम मांझी, संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी जी, खालिद अनवर, उमेश कुशवाहा, बिहार स्टेट सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन इरशादुल्लाह, बिहार स्टेट शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सैयद अफजल अब्बास, जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सलीम परवेज, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की प्रधान सचिव डॉ सफिना आदि उपस्थित थे।

इफ्तार के बाद पत्रकारों से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने दावा किया है कि 2024 लोकसभा चुनाव में बिहार में भाजपा का सूपड़ा साफ हो जाएगा।

सीएम नीतीश कुमार का बड़ा एलान, रामनवमी की दौरान सासाराम और बिहारशरीफ मे हुई घटना के दौरान हुए नुकसान की भरपाई करेगी सरकार

डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा एलान किया है। उन्होंने कहा है कि सासाराम और बिहारशरीफ में रामनवमी के दौरान हुई घटना में जो नुकसान पहुंचाया गया है, उसके लिए भी कुछ किया जायेगा। दोनों जगह जो नुकसान कर दिया है, उन सब चीजों को भी देखा जा रहा है। लोगों के हित में जो कुछ करना है वह सब किया जायेगा। ये सब बात हो रही है। 

मुख्यमंत्री शनिवार शाम हज भवन में जदयू के दावत-ए-इफ्तार में शामिल होने के बाद पत्रकारों से रू-ब-रू थे।

नवादा और सासाराम हिंसा मामले में आरोपियों के घर की हो रही कुर्की जब्ती के सवाल पर सीएम ने कहा कि दोनों जगहों पर प्रशासन के लोग लगे हुए हैं। वे लोग अपना काम कर रहे हैं। 

बताते चले कि बीते मार्च महीने में रामनवमी जुलूस के दौरान सासाराम और बिहारशरीफ में दो समुदायों के बीच झड़प हुई थी। जिसके बाद दोनों जगहों पर स्थिति बिगड़ गई थी। वहीं घटना में कुछ लोग घायल हुए थे और उनकी संपत्ति को भी नुकसान पहुंचा था। प्रशासन की ओर से दोनो जगहों पर कई दिनों तक धारा 144 लगाई गई थी। वहीं इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई थी। हालांकि अब दोनो जगहों स्थिति सामान्य हो गई है।

बिहार में बढ़ रहा कोरोना का खतरा, 10 जिलों में मिले 46 नये मरीज

डेस्क : बिहारवासियों के लिए सावधान होने वाली खबर है। राजधानी पटना समेत अन्य जिलों में एक बार फिर कोरोना का संक्रमण बढ़ने लगा है। राज्य के 10 जिलों में कोरोना के 46 नये मरीज मिले हैं। पिछले एक सप्ताह में कोरोना के नये केस की तादाद लगातार बढ़ रही है। साथ ही, अधिक जिलों में इसका विस्तार हुआ है। 

बीते शुक्रवार को राज्यभर के आठ जिलों में 20 कोरोना के मरीज मिले थे। इसके पहले लगातार दो दिनों तक 17-17 केस मिले थे। इस तरह देखें तो तीन दिनों में कोरोना के नये केस की संख्या करीब तीन गुनी तक बढ़ी है। राज्यभर में शनिवार को 43 हजार 357 कोरोना की जांच हुई।

सबसे अधिक पटना में 27 और गया में आठ संक्रमित मिले हैं। एक दिन में राज्य में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 76 से बढ़कर 109 हो गई है। शनिवार को अन्य जिलों में एक या दो केस सामने आये हैं। अन्य जिलों में भागलपुर, जहानाबाद, पूर्वी चंपारण, मधुबनी और सीवान में एक-एक तथा खगड़िया, मुंगेर और सहरसा में दो-दो केस मिले हैं। वहीं, देशभर में कोरोना के 6168 कोरोना मरीज मिले हैं। देश में सक्रिया मरीजों की संख्या 31,226 हो गई है।

बड़ी खबर : बिहार प्रशासनिक महकमे में बड़ा फेर-बदल, बड़ी संख्या में आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को किया गया इधर से उधर

डेस्क : बिहार में बड़े पैमाने पर प्रशासनिक फेर-बदल किया गया है। राज्य सरकार ने बड़ी संख्या में पुलिस- प्रशासन के अधिकारियों को इधर से ऊधर कर दिया है। इसके तहत 35 आईएएस और 26 आईपीएस को नई जिम्मेदारी दी गई है। 15 जिलों के डीएम और 5 जिलों के एसपी का भी स्थानांतरण किया गया हैं। वहीं भारतीय वन सेवा के दो अधिकारियों को भी नई तैनाती मिली है। सामान्य प्रशासन विभाग ने आईएएस और गृह विभाग ने आईपीएस के तबादले से संबंधित अधिसूचना शनिवार को जारी कर दी है।

बीते वर्ष 31 दिसंबर, 2022 को 50 से ज्यादा आईपीएस अधिकारियों का तबादला किया था, लेकिन इसमें एसपी की संख्या कम थी। चार महीने बाद फिर ये तबादले हुए हैं। राज्य में दो वर्ष से ज्यादा समय के बाद इतनी बड़ी संख्या में आईएएस अधिकारियों का स्थानांतरण किया गया है। 

जिन आईएएस अधिकारियों का तबादला किया गया है। उनमें राम शंकर, दिनश कुमार राय, कुंदन कुमार, अमित कुमार पांडेय, सौरभ जोरवाल, सुहर्ष भगत, अमन समीर, सावन कुमार, जे प्रियदर्शनी, वर्षा सिंह, मुकुल कुमार गुप्ता, रवि प्रकाश, अंशुल अग्रवाल, विजय प्रकाश मीणा, वैभव चौधरी शामिल है। 

इन अधिकारियों का बनाया गया जिलाधिकारी

राम शंकर सामान्य प्रशासन के संयुक्त सचिव शिवहर

दिनेश कुमार राय गृह विभाग के संयुक्त सचिव पश्चिम चंपारण (बेतिया)

कुंदन कुमार पश्चिम चंपारण (बेतिया) पूर्णिया

अमित कुमार पांडेय सीवान खगड़िया

सौरभ जोरवाल औरंगाबाद पूर्वी चंपारण (मोतिहारी)

सुहर्ष भगत पूर्णिया औरंगाबाद

अमन समीर बक्सर सारण

सावन कुमार शेखपुरा कैमूर (भभुआ)

जे प्रियदर्शिनी अरवल शेखपुरा

वर्षा सिंह भवन निर्माणकी संयुक्त सचिव अरवल

मुकुल कुमार गुप्ता शिवहर सीवान

रवि प्रकाश प्राथमिक शिक्षा निदेशक कटिहार

अंशुल अग्रवाल स्वास्थ्य के संयुक्त सचिव बक्सर

विजय प्रकाश मीणा पशुपालन निदेशक मधेपुरा

वैभव चौधरी विज्ञान एवं प्रावैधिकी निदेशक सहरसा

वही अधिसूचना के मुताबिक, आरा सदर के एसडीपीओ हिमांशु को गया का सिटी एसपी, पटना सिटी के एसडीपीओ अमित रंजन को भागलपुर सिटी एसपी और बाढ़ एसडीपीओ अरविंद प्रताप सिंह को मुजफ्फरपुर का सिटी एसपी बनाया गया है

पुलिस मुख्यालय में तैनात डीआईजी (कल्याण) रमण कुमार चौधरी जमालपुर रेल एसपी बनाए गए। (बीएसएपी-9 के समादेष्टा का अतिरिक्त प्रभार)

इनका किया गया स्थानांतरण 

रवि रंजन कुमार बीएसएपी-12 सुपौल वैशाली

मनोज तिवारी बीएसएपी-8 बेगूसराय सीतामढ़ी

डी अमरकेश सुपौल पश्चिम चंपारण

उपेंद्र नाथ वर्मा पश्चिम चंपारण सहरसा

शैशव यादव बीएसएपी-13 दरभंगा सुपौल

बिहार में 35 IAS-26 IPS अफसरों के ट्रांसफर:15 DM बदले; RCP की बेटी लिपि को BMP का कमांडेंट बनाया, दामाद औरंगाबाद के डीएम

बिहार के बड़ी प्रशासनिक फेरबदल की गई है। बिहार के 37 IAS और 26 आईपीएस अफसरों के ट्रांसफर किए गए हैं। 15 जिलों के डीएम बदले गए हैं। इसमें से 8 जिलों के डीएम आपस में बदले गए हैं। नौ जिलों के एसपी, सिटी एसपी और एसएसपी का ट्रांसफर किया गया है। महागठबंधन बनने के बाद दूसरी बार इतने बड़े पैमाने पर IAS और IPS अफसरों के तबादले किए गए हैं।

ट्रांसफर की लिस्ट में सबसे चर्चित नाम जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह की बेटी और दामाद का है। बेटी लिपि सिंह को सहरसा के SP पद से हटाकर BMP-2 डेहरी ऑन सोन का कमांडेंट बनाया गया है। वहीं, दामाद सुहर्ष भगत को पूर्णिया के डीएम से हटाकर औरंगाबाद का डीएम बनाया गया है।

यहां के डीएम बदले हैं:

 औरंगाबाद, खगड़िया, मधेपुरा, पूर्णिया, कटिहार, सारण, बेतिया, कैमूर, सहरसा, बक्सर, सीवान, शेखपुरा, मोतिहारी, अरवल और शिवहर के डीएम बदले गए हैं।

CM के पूर्व सचिव बेतिया के डीएम: बिहार के संयुक्त सचिव दिनेश कुमार राय को बेतिया का DM बनाया गया है। वह पहले CM नीतीश कुमार के सचिव भी रह चुके हैं। विनोद सिंह गुंजियाल लघु जल संसाधन विभाग के सचिव को मद्य निषेध उत्पाद निबंधन विभाग का सचिव बनाया गया है। वहीं उत्पाद आयुक्त के निबंधन महानिरीक्षक बी कार्तिकेय धनजी को हटाकर बिहार शिक्षा परियोजना परिषद, पटना का राज्य परियोजना निदेशक बनाया गया है।

इधर, छपरा के नगर आयुक्त संजय कुमार उपाध्याय को खाद्य उपभोक्ता संरक्षण विभाग, पटना का विशेष सचिव बनाया गया है। वहीं परिवहन आयुक्त सीमा त्रिपाठी को कला संस्कृति एवं युवा विभाग का विशेष सचिव बनाया गया है। बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम के प्रबंध निदेशक कंवल तनुज को पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग का विशेष सचिव बनाया गया है।

शिवहर के DM बने रामशंकर: सामान्य प्रशासन विभाग के संयुक्त सचिव रामशंकर को शिवहर जिला का डीएम बनाया गया है। निदेशक नियोजन एवं प्रशिक्षण अरुण कुमार ठाकुर को संयुक्त सचिव आपदा प्रबंधन विभाग बनाया गया है। चंपारण के डीएम शीर्षत कपिल अशोक को गृह विभाग का महा निरीक्षक कारा और सुधार सेवाओं के पद पर पदस्थापित किया गया है।

खगड़िया DM आलोक रंजन घोष बने कृषि विभाग के निदेशक: खगड़िया के DM आलोक रंजन घोष को कृषि विभाग का निदेशक बनाया गया है। वहीं कटिहार के डीएम उदयन मिश्रा को विज्ञान एवं प्रावैद्यिकी विभाग का निदेशक बनाया गया है।

लालू यादव के बेटे व बिहार में मंत्री तेजप्रताप को यूपी में होटल से निकाला, वाराणसी में आधी रात को सामान बाहर कर दिया गया

बिहार के वन एवं पर्यावरण मंत्री तथा लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को वाराणसी में एक होटल से आधी रात को निकाल दिया गया। बताया जा रहा है कि उनके अनुपस्थिति में होटल प्रबंधन ने उनका कमरा खोला और सामान निकालकर रिसेप्शन पर रख दिया। इस बारे में जानकारी देते हुए ‍उनके निजी सहायक प्रदीप राय ने बताया कि वो तेज प्रताप यादव के साथ शाम में अस्सी घाट पर घुमने के लिए गए थे। वहां से लौटने में थोड़ी देर हो गयी। रात में जब वो वापस आए तो देखा कि उनका सामान रिसेप्शन पर रखा गया था। उनके गैर हाजिरी में होटल प्रबंधन ने उनका कमरा खोला और वहां से सामान निकालकर रिसेप्शन पर रखा। ये पूरी घटना वहां लगे सीसीटीवी में भी कैद हुई है।

शुक्रवार को वाराणसी पहुंचे थे तेज प्रताप

बताया जा रहा है कि मंत्री तेज प्रताप यादव शुक्रवार को वाराणसी कैंट रोडवेज क्षेत्र में स्थित एक होटल के कमरा नंबर 205 में रुके थे। जबकि, कमरा नंबर 206 में उनकी निजी सहायक और सुरक्षा कर्मी ठहरे थे। शनिवार को मंत्री तेज प्रताप यादव शाम में गंगा घाट पर दर्शन-पूजन और गंगा घाट की सैर करके लौटे तो देखा कि उनका सामान होटल के रिशेप्शन पर पड़ा है। उनके निजी सहायक और सुरक्षा कर्मियों का भी कमरा खाली करा दिया गया था।

बिहार के शिक्षा मंत्री को लेकर हथियार विवाद शुरू

 हिंदुओं के पवित्र धार्मिक ग्रंथ रामचरितमानस को अपमानित करने वाला बयान देने वाले बिहार के शिक्षा मंत्री और आरजेडी नेता चंद्रशेखर प्रसाद यादव एक बार फिर चर्चा में है। लेकिन इस बार रामचरितमानस का अपमान करने की वजह से नहीं बल्कि दो पदों से सरकारी वेतन उठाने की वजह से चर्चा में है। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने तो मुख्यमंत्री से उनकी बर्खास्तगी की मांग तक कर दी है।

नीतीश के शिक्षा मंत्री उठा रहे हैं दो जगह से वेतन

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद के दबाव में चंद्रशेखर प्रसाद यादव को बिहार का शिक्षा मंत्री बनाया था। सुशील मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद के दबाव में नीतीश कुमार ने ऐसा शिक्षा मंत्री बनाया है, जो व्यक्तिगत ईमानदारी और लोकलाज को ताक पर रख कर वर्षों से शिक्षक और मंत्री, दोनों पदों का वेतन उठा रहे हैं। सुशील मोदी ने कहा कि जिस शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के कारण बिहार को बार-बार शर्मसार होना पड़ रहा है। सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार को चाहिए कि वो शिक्षा मंत्री को अविलम्ब बर्खास्त कर उनसे अब तक के किसी एक वेतन की राशि वसूल करे

15 साल से पढ़ाने भी नहीं गए चंद्रशेखर : सुशील मोदी

बीजेपी के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सह राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि डॉ. चंद्रशेखर औरंगाबाद के जिस कालेज में शिक्षक के नाते वेतन ले रहे हैं। वे तो वहां वहाँ 15 साल से पढाने भी नहीं गए। सुशील मोदी ने कहा कि सार्वजनिक रूप से मुख्यमंत्री का पैर छूने वाले इसी शिक्षा मंत्री ने एक दीक्षांत समारोह में लोकप्रिय धर्मग्रंथ श्रीरामचरित मानस पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।

'नीतीश पर लालू की संगति का साइड इफेक्ट', सुशील मोदी का नया खुलासा हैरान करने वाला

हथियार के शौकीन है बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव : सुशील मोदी*

बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने यह भी कहा कि वे यही चंद्रशेखर थे जिनके सूटकेस से दिल्ली हवाई अड्डे पर कारतूस बरामद हुआ था। ऐसे हथियार-शौकीन व्यक्ति को शिक्षा मंत्री बनाये रख कर नीतीश कुमार छात्रों को क्या संदेश देना चाहते हैं? सुशील मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछा कि क्या इससे बिहार का अपमान नहीं हो रहा है ? उन्होंने कहा कि बिहार का शिक्षा मंत्री अगर भगवान बुद्ध और भगवान महावीर को न पहचान पाये, तो इससे ज्यादा दुखद क्या होगा? सुशील मोदी ने कहा कि इस बार महावीर जयंती पर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने भगवान बुद्ध की तस्वीर पोस्ट कर जैनियों को बधाई दी।

रमजान के अवसर पर सीएम नीतीश कुमार ने दिया है दावत-ए-इफ्तार, न्योता के बावजूद बीजेपी ने शामिल होने से किया इंकार

डेस्क : रमजान के अवसर पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज शुक्रवार को दावत-ए-इफ्तार दिया है. उनकी इफ्तार पार्टी में बिहार के सभी सियासी दलों के खास लोगों को आमंत्रित किया गया है. 

सत्ताधारी महागठबंधन के सभी घटक दलों के नेताओं के अलावा भाजपा, लोजपा रामविलास, वीआईपी, एआईएमआईएम जैसे दलों के नेताओं को भी आमंत्रित किया गया हैं. 

इधर आमंत्रण के बाद भी बीजेपी ने इस इफ्तार पार्टी में शामिल होने से इंकार किया है. बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने नीतीश कुमार के इफ्तार पार्टी को लेकर उन पर तंज कसा है. 

विजय सिन्हा ने कहा कि बिहार हिंसा में जल रहा है। कानून व्यवस्था खत्म हो चुकी है और मुख्यमंत्री इफ्तार पार्टी दे रहे हैं. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि ऐसी इफ्तार पार्टी में हमें शामिल नहीं होना है.