*उपेक्षा का दौर: राजकीय जिला पुस्तकालय की दयनीय हाल, सहयोग के लिए नगर पंचायत भी नहीं राजी*
अमेठी- भाजपा के करनी और कथनी मे अन्तर दिख रहा है। इसकी बनकी अमेठी शहर मे देखने को मिल रहा है। विगत लोक सभा चुनाव मे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेठी में वायदा किया था कि विदेशी इंस्टीयूट के कैम्पस संचालित होगे। लेकिन चार साल बीतने को है, बाबा भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय लखनऊ के सेटलाइट कैम्पस तक बात सिमट कर रह गयी। जबकि राजीव गाँधी सूचना एव प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपल आई टी)को बन्द करवा दिया गया। उसी भवन में संस्थान संचालित कर वाह वाह चल रही है। लेकिन वायदे पर अमल नही। क्या चुनाव वायदे थे?
उपेक्षा की एक बानगी देखने के लिए अमेठी ले चलते है। जहां शहर में राजकीय जिला पुस्तकालय संचालित है। जब देखे बजट की कमी बताते है। भवन की रंगाई-पुताई भी सालों में नही होती। वार्षिक,छमाही,मासिक, पाक्षिक ,सप्ताहिक,दैनिक हिन्दी,अंग्रेजी उर्दू समाचार पत्र,पत्रिका की खरीद की मासिक भुगतान की व्यवस्था नहीं है। जबकि साहित्य सम्वर्द्धन मे पुस्तकालय की अहम भूमिका निभाई है। कई हजार पुस्तके है लेकिन अभी लाईब्रेरी मे सदस्यता शुल्क बढ गया। प्रक्रिया बडी जटिल हो चली है। शासन प्रशासन के अधिकारी भी पुस्तकालय के निगरानी की खबर खबरनबीसो को नही मिली।
आदर्श नगर पंचायत अमेठी की जल निकास नाली भी प्रवेश द्वार पर ध्वस्त है। प्रवेश द्वार के पूर्व दिशा में सार्वजनिक यूरिनल और पश्चिम दक्षिण दिशा में महिलाओ के यूरिनल बने। अव्यवस्थित पुस्तकालय की निगरानी के लिए महिला सांसद और विधायक के पास समय नहीं है। पूर्व विधायक गारिमा सिंह और वर्तमान विधायक महराजी देवी को जनता ने चुना। लेकिन साहित्य सम्वर्द्धन के लिए प्रयास अब तक नहीं दिखा। सांसद स्मृति जुबिन ईरानी का हाल यही है। सरकारी, प्राइवेट और प्रबंधकीय शिक्षण संस्थान ,टेक्निकल संस्थान मे पुस्तकालय मे अखबार,पत्रिका,रोजगार समाचार पत्र का अकाल रहता है। जबकि समाचार पत्र मे समाचार प्रेषण के लिए सभी बेताब रहते है। छात्राओ के पढने के लिए संस्थान मे अखबार का टोटा है। जबकि पुस्तकालय शुल्क छात्राओ से प्रबेश के दौरान ही जमा हो जाते है।
इस सम्बन्ध में पुस्तकालय के पाठकों का कहना है कि सरकार अमेठी की उपेक्षा कर रही है। राजकीय जिला पुस्तकालय की दयनीय दशा है। मच्छर का बसेरा है। प्रदूषित पानी प्रवेश द्वार पर भरा रहता है। पुस्तकालय तो सिर्फ कागज पर रह गया। पुस्तकालय मे सदस्य बनने भी टेडा है। अखिलेश, शैलेंद्र, भारत, उदय राज,हौसिला,गीता, अंजली, हरी लाल,स्वामी प्रसाद आदि ने शासन प्रशासन से मांग किया है कि पुस्तकालय को उपेक्षा से राहत दिलाई जाय। शिकायत का निस्तारण सुनिश्चित करें। प्रशासन हीला हवाली बन्द करे ।
जिला विद्यालय निरीक्षक अमेठी उदय प्रकाश बताते है कि राजकीय जिला पुस्तकालय अमेठी मे चार दशक से संचालित है। जिसे आधुनिक राजकीय जिला पुस्तकालय बनाने के लिए डिमांड शासन को प्रशासन भेजेगा। समस्याओ क्या है। इसकी जांच कर बता पायेंगे। फिर हाल संस्थान को उत्कृष्ट बनाने की पहल है। यूरिनल को नगर पंचायत से स्थापित किए है। तो साफ-सफाई जरूरी है। नाली तत्काल नगर पंचायत ठीक करवाये।
Feb 06 2023, 15:29