India

Jul 18 2024, 10:41

यूपी पुलिस के फैसले पर भड़के ओवैसी, कांवड़ यात्रा को लेकर खाने-पीने की दुकानों के लिए जारी फरमान पर जताई आपत्ती

#asaduddin_owaisi_get_angry_up_police_kanwar_yatra_order 

यूपी में कांवड़ यात्रा को लेकर जारी एक आदेश को लेकर सियासत गर्म हो गई है। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश में होने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर प्रदेश पुलिस की ओर से जारी फरमान पर निशाना साधा है।मुजफ्फरनगर में कांवड़ यात्रा के रूट पर पड़ने वाली दुकानों, ढाबों और ठेलों पर विक्रेता का नाम लिखने का निर्देश पुलिस की ओर से जारी किया गया है। इसे लेकर एआईएमआईएम के अध्यक्ष और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने नाराजगी जताई है, उन्होंने इस फैसले को हिटलरशाही बताया है।

हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर एक पोस्ट को रीपोस्ट करते हुए लिखा कि उत्तर प्रदेश पुलिस के नए आदेश के अनुसार अब हर खाने-पीने की दुकान या ठेले वाले को अपना नाम बोर्ड पर लिखना होगा। जिससे कि कोई भी कांवड़िया गलती से भी किसी मुस्लिम दुकान से कुछ न खरीद ले। उन्होंने कहा कि इसे दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद कहा जाता था और हिटलर के जर्मनी में इसे 'जूडेनबॉयकॉट' कहा जाता था।

दरअसल सोशल मीडिया पर मुजफ्फरनगर के एसएसपी अभिषेक सिंह का एक बयान वायरल हो रहा है, जिसमें मीडिया के सवाल पर वो कहते हैं कि “कांवड़ यात्रा की तैयारियां शुरू हो गई हैं, हमारे जनपद में करीब 240 किलोमीटर का रूट है, ऐसे में सभी ढाबों और खाने-पीने का सामान बेचने वालों को कहा गया है कि अपनी दुकान पर काम करने वाले या मालिक का नाम बोर्ड पर जरूर लिखें. उन्होंने कहा कि यह निर्देश इसलिए दिया है जिससे किसी भी कांवड़िये के मन में कोई कन्फ्यूजन ना हो और कानून व्यवस्था की स्थिति बनी रही।

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May 10 2024, 14:05

जानें क्या है 15 सेकंड के लिए पुलिस हटाने वाला बयान, जिसको लेकर आमने-सामने हैं ओवैसी और नवनीत राणा

#asaduddinowaisiattacksonamravatimpnavneet_rana 

लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए सोमवार को वोटिंग होनी है। इसी बीच दलों के बीच जुबानी जंग भी तेज हो गई है। इस बीच बीजेपी सांसद नवनीत राणा और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) चीफ असदुद्दीन ओवैसी भिड़ हुए हैं। महाराष्ट्र के अमरावती से भाजपा सांसद नवनीत कौर राणा ने बुधवार (8 मई) को एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और उनके छोटे भाई अकबरुद्दीन पर बयान दिया। नवनीत राणा ने कहा कि अगर हैदराबाद में 15 सेकेंड के लिए पुलिस हटी तो पता नहीं चलेगा कि दोनों भाई कहां गए। नवनीत राणा के इस बयान पर तगड़ा पलटवार किया है। ओवैसी ने 'छोटे को खुला छोड़ दूं' की बात कहकर मामला और गरमा दिया है।

मैंने उसे रोक रखा है-ओवैसी

नवनीत राणा बुधवार को हैदराबाद में भाजपा उम्मीदवार माधवी लता के लिए प्रचार करने गई थीं।यहां राणा ने असदुद्दीन ओवैसी और उनके छोटे भाई अकबरुद्दीन पर बयान दिया। नवनीत राणा ने कहा कि अगर हैदराबाद में 15 सेकेंड के लिए पुलिस हटी तो पता नहीं चलेगा कि दोनों भाई कहां गए।इस बयान पर असदुद्दीन ओवैसी ने नवनीत राणा पर तंज कसा। उन्होंने कहा, मैंने छोटे (अकबरुद्दीन ओवैसी) को बहुत समझाकर रोक रखा है, छोड़ दूं क्या? छोटे-छोटे, तुमको मालूम ही क्या है कि छोटा क्या है। मेरा छोटा भाई तोप है, वो सालार का बेटा है। मैंने रोक रखा है वरना जिस दिन कह दिया कि मियां मैं आराम करता हूं तुम संभाल लो तो...।'

छोटा किसी के बाप की नहीं सुनने वाला-ओवैसी

ओवैसी ने आगे कहा, हम लोग अभी खाली टाइमिंग कर रहे हैं और सिंगल ले रहे हैं। टी-20 शुरू हो गया तो फिर तुम्हारा क्या होगा। 15 सेकंड-15 सेकंड कर रहे, मैं मुर्गी का बच्चा हूं क्या। बताओ न कि किधर आना है? अपने दिल्ली वाले पापा से पूछकर बताओ। बताओ न ऑफिस में आना है कि घर आना है। छोटे (अकबरुद्दीन ओवैसी) को समझाने वाला सिर्फ असदुद्दीन ओवैसी ही है वो किसी के बाप की नहीं सुनने वाला।

2013 में दी गई स्पीच का जवाब

राणा का यह बयान अकबरुद्दीन की 2013 में दी गई स्पीच का जवाब माना जा रहा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर 15 मिनट के लिए पुलिस हटा दी जाए तो हम 25 करोड़ (मुसलमान) 100 करोड़ हिंदुओं को खत्म कर देंगे। दुनिया उसी को डराती है, जो डरता है। दुनिया उसी से डरती है, जो डराना जानता है। वह (RSS) हमसे (मुसलमानों) घृणा करते हैं, क्योंकि वह 15 मिनट भी हमारा सामना नहीं कर सकते हैं।'

पहले भी नवनीत राणा ने ऐसे बयान दिए

भाजपा ने लोकसभा चुनाव में नवनीत राणा को अमरावती से उम्मीदवार बनाने के साथ गुजरात में स्टार प्रचारक भी बनाया है। नवनीत ने 5 मई को गुजरात में प्रचार के दौरान कहा कि जिसे जय श्री राम नहीं कहना है तो वो पाकिस्तान जा सकता है। ये हिंदुस्तान है। अगर हिंदुस्तान में रहना है तो जय श्री राम कहना ही है।

WestBengalBangla

Apr 16 2024, 12:19

চারধাম যাত্রার জন্য অনলাইন রেজিস্ট্রেশন আজ থেকে শুরু হচ্ছে

#Travel, #Online _registration _for Chardham _Yatra starts today এসবি নিউজ ব্যুরো: চারধাম যাত্রার জন্য অনলাইন রেজিস্ট্রেশন আজ থেকে শুরু হচ্ছে। পর্যটন দফতর সূত্রে খবর, সারা দেশ ও বিশ্ব থেকে আগত ভক্তরা আজ থেকে চারধাম যাত্রার জন্য নিবন্ধন করতে পারবেন। সকাল ৭টা থেকে রেজিস্ট্রেশনের জন্য ওয়েবসাইট খুলবে। এছাড়াও মোবাইল অ্যাপ, হোয়াটসঅ্যাপ নম্বর এবং টোল ফ্রি নম্বরের রেজিস্ট্রেশন সুবিধা রয়েছে। কেদারনাথ, বদ্রীনাথ, গঙ্গোত্রী এবং যমুনোত্রী ধামে আসা ভক্তদের জন্য নিবন্ধন বাধ্যতামূলক হবে। চারধামের দরজা খোলার তারিখ ঠিক হওয়ার পর রেজিস্ট্রেশনের প্রস্তুতি সম্পন্ন করেছে পর্যটন বিভাগ। এ বার চারধাম যাত্রা শুরুর ২৫ দিন আগে তীর্থযাত্রীদের রেজিস্ট্রেশনের সুবিধা দেওয়া হচ্ছে, যাতে রাজ্যের বাইরে থেকে আগত তীর্থযাত্রীরা তাদের ভ্রমণের পরিকল্পনা করতে এবং সহজেই নিবন্ধন করতে পারেন। এছাড়াও এবারও দেশের যে কোন প্রান্ত থেকে হজযাত্রীরা ৪টি মাধ্যমে নিবন্ধন করতে পারবেন। নিবন্ধনের জন্য নাম, মোবাইল নম্বর এবং থাকার জায়গার ঠিকানা সহ ভ্রমণকারী সদস্যদের বিশদ বিবরণের জন্য আইডি প্রদান করতে হবে। এভাবে নিবন্ধন করুন পর্যটন বিভাগের ওয়েবসাইট, registrationandtouristcare.uk.gov.in-এ লগইন করে নিবন্ধন করা যেতে পারে। এছাড়াও, আপনি হোয়াটসঅ্যাপ নম্বর-8394833833-এ যাত্রা (ভ্রমণ) লিখে একটি বার্তা পাঠিয়েও নিবন্ধন করতে পারেন। যে সমস্ত ভ্রমণকারীরা ওয়েবসাইটে নিবন্ধন করতে অক্ষম, তাদের জন্য পর্যটন বিভাগ টোল ফ্রি প্রদান করেছে0135-1364 নম্বরে কল করে রেজিস্ট্রেশন সুবিধা প্রদান করা হয়েছে ।এছাড়াও, আপনি স্মার্ট ফোনে ট্যুরিস্টকারেরতারখন্ড মোবাইল অ্যাপের মাধ্যমে নিবন্ধন করতে পারেন। গত বছর ৭৪ লাখ তীর্থযাত্রী নিবন্ধন করেছিলেন।এর মধ্যে পুরো যাত্রা সময়কালে ৫৬ লাখ তীর্থযাত্রী ৪ধাম দর্শন করেছিলেন।

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Aug 21 2023, 19:14

क्या हिंदू ब्राह्मण थे ओवैसी के परदादा? दावे पर एआईएमआईएम चीफ ने दिया ये दवाब

#asaduddinowaisireactionongreat_grandfather

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद के मुसलमानों के पूर्वजों को लेकर दिए बयान पर बहस छिड़ी हुई है।ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को उस सोशल मीडिया पोस्ट पर जवाब दिया, जिसमें हिंदू ब्राह्मण तुलसीराम दास को उनके परदादा होने का दावा किया गया है

ओवैसी के परदादा “हिंदू ब्राम्हण” थे। तुलसीरामदास उनके पर परदादा का नाम है। इस बात की जानकारी जब खुद ओवैसी को लगी तो वह हैरान रह गए। एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने एक्स पर एक स्क्रीनशॉट शेयर किया करते हुए उन्होंने कहा"यह मेरे लिए हमेशा मनोरंजक होता है. जब संघियों को एक वंश गढ़ना होता है। तब भी उन्हें मेरे लिए एक ब्राह्मण पूर्वज ढूंढना पड़ता है। हम सभी को अपने कर्मों का उत्तर खुद देना होगा। हम सभी आदम और हव्वा की संतान हैं। जहां तक मेरी बात है। मुसलमानों के समान अधिकारों और नागरिकता के लिए लोकतांत्रिक संघर्ष आधुनिक भारत की आत्मा की लड़ाई है। यह "हिंदूफोबिया" नहीं है।"

सोशल मीडिया पर महिला का दावा

दरअसल, एक महिला ने सोशल मीडिया पर तीन मुस्लिम नेताओं के परदादा का नाम खोज लाईं। पूर्णिमा नाम की महिला ने एक्स पर दावा किया कि फारुक अब्दुल्ला के परदादा बालमुकुंद कौल, असदुद्दीन ओवैसी के परदादा तुलसीरामदास और जिन्ना के परदादा जिन्नाभाई खोजा थे, जो खोजा समुदाय से ताल्लुक रखते थे।ये तीनों आज के मुसलमानों को रिप्रजेंट करते हैं और हिंदूफोबिया उगलते हैं।

गुलाम नबी के बयान से शुरू हुआ था विवाद

ओवैसी को लेकर यह दावा और उनकी प्रतिक्रिया ऐसे वक्त में आई है जब जम्मू-कश्मीर के नेता गुलाम नबी आजाद ने हाल ही में एक बयान दिया था।कांग्रेस के पूर्व नेता और हाल के दिनों में जम्मू-कश्मीर में अपने घर पर रह रहे गुलाम नबी आजाद ने भी कहा कि हिंदुस्तान के हिंदू ही मुस्लिम बने हैं। आजाद उन दावों का जवाब दे रहे थे, जिसमें कहा जाता है कि हिंदुस्तान में मुसलमान बाहर से आए। आजाद ने कहा कि बहुत थोड़े मुस्लिम बाहर से आए। हिंदू समुदाय के लोगों ने ही इस्लाम कबूल किया और मुस्लिम बने।कश्मीर में कौन था 600 साल पहले, सब कश्मीरी पंडित थे। सब मुसलमान बन गए. सब इसी (हिंदू) धर्म में पैदा हुए।

आजाद ने अपने बयान पर दी सफाई

वहीं, विवाद बढ़ने के बाद गुलाम नबी आजाद ने हिंदू धर्म से धर्मांतरित मुसलमान वाले अपने बयान पर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि मैंने जो कहा था उसका पूरा वीडियो रिकॉर्ड नहीं किया गया, जिसकी वजह से जनता में भ्रम पैदा हो गया। उन्होंने कहा, मैं हिंदू-मुसलमान के इतिहास के बारे में बोल रहा था। मैं ये भी बोल रहा था कि कुछ लोग जो हमेशा कहते हैं कि मुसलमान बाहर से आए हैं, जिसका मैं हमेशा तर्क देता हूं कि बहुत ही कम मुस्लिम बाहर से आए हैं। ज्यादातर हिंदुस्तानी मुसलमान हैं। दुनिया में और हिंदुस्तान में भी इस्लाम कभी भी तलवार के बल पर नहीं आया है, बल्कि मोहब्बत, प्यार और पैगाम के जरिए आया है। बदकिस्मती से इस चीज को रिकॉर्ड नहीं किया गया है।

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Aug 10 2023, 14:58

ओवैसी का केंद्र सरकार से सवाल, पूछा- क्या हिंदुत्व देश से ज्यादा महत्वपूर्ण है?

#asaduddinowaisitargetsmodigovtinlok_sabha

अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में आज एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी भी चर्चा में शामिल हुए। अपने भाषण में ओवैसी ने केन्द्र सरकार पर जमकर हमला बोला। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान आज हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मोदी सरकार पर कई शब्दबाण छोड़े। उन्होंने नूंह हिंसा, यूसीसी, हिजाब, मणिपुर समेत कई मुद्दों का जिक्र किया। 

ओवैसी का नूंह हिंसा पर केंद्र पर निशाना

ओवैसी ने नूंह हिंसा का मामला उठाते हुए हरियाणा सरकार और केंद्र पर हमला किया। उन्होंने कहा कि मैं सरकार से जानना चाहता हूं कि कहां गया ओवैसी ने कहा कि हमारे संविधान में जमीर की आजादी का जिक्र किया गया है। मैं प्रधानमंत्री से जानना चाहता हूं कि कहां गया इस हुकूमत का जमीर, जब नूंह में 750 इमारतों को इसलिए जमीदोज कर दिया गया क्योंकि वो मुसलमान थे। इसलिए क्योंकि वो मुसलमान थे। इस मुल्क में नफरत को माहौल है। इनका 9 साल का ये कारनामा है। मणिपुर में असम रायफल्स पर केस दर्ज हो गया है। वहां की महिलाओं की इज्जत लूटी जा रही है। कुर्सी है तुम्हारा जनाजा तो नहीं, कुछ कर नहीं सकते तो उतर क्यों नहीं जाते।

क्या बिलकिस बानों इस देश की बेटी नहीं थी-ओवैसी

सरकार के खिलाफ इस अविश्वास प्रस्ताव पर असादुदीन ओवैसी ने लोकसभा में कहा कि देश में नफरत का माहौल है। उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में ट्रेन में एक वर्दीवाले दहशतगर्द ने अपने सीनियर मीणा साहब का कत्ल किया। इसके बाद उसने ट्रेन के कोच में जा-जाकर नाम पूछकर, चेहरे पर दाढ़ी देखकर उनको कत्ल किया और कहा कि मोदी को वोट देना होगा। ओवैसी ने कहा कि नूंह में भी मुस्लिमों के खिलाफ अत्याचार हो रहा है। डीएमके सांसद कनिमोई ने बिलकिस बानों का जिक्र किया। लेकिन क्या बिलकिस बानों इस देश की बेटी नहीं थी।

‘भारत छोड़ो’ शब्द एक मुस्लिम द्वारा बनाया गया-ओवैसी

एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, हमारे गृह मंत्री कल ‘भारत छोड़ो’ के बारे में बात कर रहे थे। मुझे आश्चर्य है कि अगर उन्हें पता चलेगा कि ‘भारत छोड़ो’ शब्द एक मुस्लिम द्वारा बनाया गया था, तो वह इस शब्द का उपयोग नहीं करेंगे। मैं कहना चाहता हूं आप (केंद्र सरकार) जिस तरह की राजनीति कर रहे हैं, उससे देश को नुकसान होगा। मैं पीएम से पूछना चाहता हूं कि क्या हिंदुत्व देश से ज्यादा महत्वपूर्ण है।

चीन पर बोलिए, ओवैसी का पीएम मोदी से अपील

ओवैसी ने चीन को लेकर भी केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि आज चीन हमारी जमीन पर नहीं बैठा है। पीएम मोदी ने शी जिनफिंग को अहमदाबाद में बैठाकर झूला झुलाया था, चेन्नै दिखाया था। क्या निकला। क्या नतीजा निकला। इसलिए चीन पर बोलिए। 

कुलभूषण जाधव पर पूछा सवाल

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि आज चीन के ऊपर कुछ नहीं बोलते हैं। कुलभूषण जाधव कहां है? पाकिस्तान में बैठा है पर आप उसको क्यों नहीं लेकर आते हैं? आप विश्वगुरु-विश्वगुरु कहते हैं लेकिन आप कुलभूषण जाधव को भूल गए। कतर में 8 नेवी अफसर 1 साल से जेल में हैं, पर आप उनको नहीं ला पाए। 1991 का वर्शिप एक्ट इसलिए यहां पास किया गया था कि इतिहास के जख्मों को नहीं कुरेदा जाएगा। मैं आपको चेतावनी दे रहा हूं कि देश को नफरत की तरफ मत लेकर जाइए।

यूसीसी को लेकर साधा निशाना

ओवैसी ने आगे कहा कि यूसीसी का फॉर्मूला क्या है कि एक देश, एक कानून। एक कल्चर, एक जुबान। ये तो डिक्टेटर्स का फॉर्मूला है। भारत एक गुलदस्ता है। यहां बेशुमार भाषाएं और बहुत सारे धर्म हैं। अल्पसंख्यक वेलफेयर का बजट 40 फीसदी कम कर दिया गया है। स्कॉलरशिप कम कर दी गई।

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Jul 31 2023, 15:35

ज्ञानवापी पर सीएम योगी के बयान से ओवैसी को लगी मिर्ची, कहा-उनका बस बचे तो बुलडोजर चलवा दें

#asaduddinowaisioncmyogistatementgyanvapi

वाराणसी के ज्ञानवापी मामले पर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के बाद सियासी तेज होती दिख रही है।दरअसल योगी आदित्यनाथ ने ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर कहा कि अगर इसे मस्जिद कहा जाएगा तो विवाद बढ़ेगा।साथ हीयोगी आदित्यनाथ ने इसे मुस्लिम पक्ष की ओर से ऐतिहासिक त्रुटि बताई है। अब सीएम योगी के इस बयान पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम )के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने निशाना साधा है। ओवैसी ने योगी आदित्यनाथ के इस बयान को विवादित और साप्रांदायिकता फैलाने वाला बताया है।साथ ही ये भी कहा कि उनका बस चले तो वो बुलडोजर चला दें।

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, मुख्यमंत्री जानते हैं कि मुस्लिम पक्ष ने एएसआई सर्वे का विरोध किया है और इलाहाबाद हाई कोर्ट आज-कल में अपना फैसला सुनाने वाला है। उसी को देखते हुए उन्होंने एक विवादित बयान दिया, यह तो जुडिशल ओवररीच है। प्लेसेस ऑफ वर्शिप ऐक्ट 1991 कहता है कि 15 अगस्त 1947 को जहां मंदिर था, मस्जिद थी, बौद्ध धर्म की थी या ईसाई की थी, वह वैसी रहेगी।

योगी आदित्यनाथ इतिहास पढ़ने की सलाह

ओवैसी ने आगे कहा, 'योगी आदित्यनाथ को पढ़ना चाहिए कि स्वामी विवेकानंद ने ओडिशा के एक बहुत बड़े मंदिर के बारे में क्या कहा था। आप मुख्यमंत्री हैं, आप कानून का पालन करिए। वह मुसलमानों पर प्रेशर डालना चाह रहे हैं। जहां 400 साल से मस्जिद हैं, वहां उन्हें दबाना चाह रहे हैं। मथुरा में मुस्लिम समाज ने आज से 55-60 साल पहले हिंदू समाज से एक एग्रीमेंट किया। वह एग्रीमेंट कोर्ट में जमा किया गया, उसके बावजूद आज कोर्ट में लिटिगेशन खोल दिया गया उसका।

ओवैसी ने कहा-उनकी तो बुलडोजर पॉलिटिक्स चलती है

वहीं, योगी द्वारा “मस्जिद कहेंगे तो फिर विवाद होगा” वाले बयान को लेकर किए गए सवाल ओवैसी ने कहा कि उनकी तो बुलडोजर पॉलिटिक्स चलती है। उनका बस चले तो बुलडोजर चला देंगे।

सीएम योगी ने क्या कहा था?

बता दें कि एएनआई को दिए इंटरव्यू में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था, अगर हम उसको (ज्ञानवापी) मस्जिद कहेंगे तो फिर विवाद होगा। मुझे लगता है कि भगवान ने जिसको दृष्टि दी है, वो देखे। त्रिशूल मस्जिद के अंदर क्या कर रहा है? हमने तो नहीं रखा है ना? ज्योतिर्लिंग हैं, देव प्रतिमाएं हैं। पूरी दीवारें चिल्ला चिल्लाकर क्या कह रही हैं? मुझे लगता है कि ये प्रस्ताव मुस्लिम समाज की तरफ से आना चाहिए कि साहेब ऐतिहासिक गलती हुई है और उस गलती के लिए हम चाहते हैं कि समाधान हो।

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Jul 18 2024, 10:41

यूपी पुलिस के फैसले पर भड़के ओवैसी, कांवड़ यात्रा को लेकर खाने-पीने की दुकानों के लिए जारी फरमान पर जताई आपत्ती

#asaduddin_owaisi_get_angry_up_police_kanwar_yatra_order 

यूपी में कांवड़ यात्रा को लेकर जारी एक आदेश को लेकर सियासत गर्म हो गई है। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश में होने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर प्रदेश पुलिस की ओर से जारी फरमान पर निशाना साधा है।मुजफ्फरनगर में कांवड़ यात्रा के रूट पर पड़ने वाली दुकानों, ढाबों और ठेलों पर विक्रेता का नाम लिखने का निर्देश पुलिस की ओर से जारी किया गया है। इसे लेकर एआईएमआईएम के अध्यक्ष और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने नाराजगी जताई है, उन्होंने इस फैसले को हिटलरशाही बताया है।

हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर एक पोस्ट को रीपोस्ट करते हुए लिखा कि उत्तर प्रदेश पुलिस के नए आदेश के अनुसार अब हर खाने-पीने की दुकान या ठेले वाले को अपना नाम बोर्ड पर लिखना होगा। जिससे कि कोई भी कांवड़िया गलती से भी किसी मुस्लिम दुकान से कुछ न खरीद ले। उन्होंने कहा कि इसे दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद कहा जाता था और हिटलर के जर्मनी में इसे 'जूडेनबॉयकॉट' कहा जाता था।

दरअसल सोशल मीडिया पर मुजफ्फरनगर के एसएसपी अभिषेक सिंह का एक बयान वायरल हो रहा है, जिसमें मीडिया के सवाल पर वो कहते हैं कि “कांवड़ यात्रा की तैयारियां शुरू हो गई हैं, हमारे जनपद में करीब 240 किलोमीटर का रूट है, ऐसे में सभी ढाबों और खाने-पीने का सामान बेचने वालों को कहा गया है कि अपनी दुकान पर काम करने वाले या मालिक का नाम बोर्ड पर जरूर लिखें. उन्होंने कहा कि यह निर्देश इसलिए दिया है जिससे किसी भी कांवड़िये के मन में कोई कन्फ्यूजन ना हो और कानून व्यवस्था की स्थिति बनी रही।

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May 10 2024, 14:05

जानें क्या है 15 सेकंड के लिए पुलिस हटाने वाला बयान, जिसको लेकर आमने-सामने हैं ओवैसी और नवनीत राणा

#asaduddinowaisiattacksonamravatimpnavneet_rana 

लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए सोमवार को वोटिंग होनी है। इसी बीच दलों के बीच जुबानी जंग भी तेज हो गई है। इस बीच बीजेपी सांसद नवनीत राणा और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) चीफ असदुद्दीन ओवैसी भिड़ हुए हैं। महाराष्ट्र के अमरावती से भाजपा सांसद नवनीत कौर राणा ने बुधवार (8 मई) को एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और उनके छोटे भाई अकबरुद्दीन पर बयान दिया। नवनीत राणा ने कहा कि अगर हैदराबाद में 15 सेकेंड के लिए पुलिस हटी तो पता नहीं चलेगा कि दोनों भाई कहां गए। नवनीत राणा के इस बयान पर तगड़ा पलटवार किया है। ओवैसी ने 'छोटे को खुला छोड़ दूं' की बात कहकर मामला और गरमा दिया है।

मैंने उसे रोक रखा है-ओवैसी

नवनीत राणा बुधवार को हैदराबाद में भाजपा उम्मीदवार माधवी लता के लिए प्रचार करने गई थीं।यहां राणा ने असदुद्दीन ओवैसी और उनके छोटे भाई अकबरुद्दीन पर बयान दिया। नवनीत राणा ने कहा कि अगर हैदराबाद में 15 सेकेंड के लिए पुलिस हटी तो पता नहीं चलेगा कि दोनों भाई कहां गए।इस बयान पर असदुद्दीन ओवैसी ने नवनीत राणा पर तंज कसा। उन्होंने कहा, मैंने छोटे (अकबरुद्दीन ओवैसी) को बहुत समझाकर रोक रखा है, छोड़ दूं क्या? छोटे-छोटे, तुमको मालूम ही क्या है कि छोटा क्या है। मेरा छोटा भाई तोप है, वो सालार का बेटा है। मैंने रोक रखा है वरना जिस दिन कह दिया कि मियां मैं आराम करता हूं तुम संभाल लो तो...।'

छोटा किसी के बाप की नहीं सुनने वाला-ओवैसी

ओवैसी ने आगे कहा, हम लोग अभी खाली टाइमिंग कर रहे हैं और सिंगल ले रहे हैं। टी-20 शुरू हो गया तो फिर तुम्हारा क्या होगा। 15 सेकंड-15 सेकंड कर रहे, मैं मुर्गी का बच्चा हूं क्या। बताओ न कि किधर आना है? अपने दिल्ली वाले पापा से पूछकर बताओ। बताओ न ऑफिस में आना है कि घर आना है। छोटे (अकबरुद्दीन ओवैसी) को समझाने वाला सिर्फ असदुद्दीन ओवैसी ही है वो किसी के बाप की नहीं सुनने वाला।

2013 में दी गई स्पीच का जवाब

राणा का यह बयान अकबरुद्दीन की 2013 में दी गई स्पीच का जवाब माना जा रहा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर 15 मिनट के लिए पुलिस हटा दी जाए तो हम 25 करोड़ (मुसलमान) 100 करोड़ हिंदुओं को खत्म कर देंगे। दुनिया उसी को डराती है, जो डरता है। दुनिया उसी से डरती है, जो डराना जानता है। वह (RSS) हमसे (मुसलमानों) घृणा करते हैं, क्योंकि वह 15 मिनट भी हमारा सामना नहीं कर सकते हैं।'

पहले भी नवनीत राणा ने ऐसे बयान दिए

भाजपा ने लोकसभा चुनाव में नवनीत राणा को अमरावती से उम्मीदवार बनाने के साथ गुजरात में स्टार प्रचारक भी बनाया है। नवनीत ने 5 मई को गुजरात में प्रचार के दौरान कहा कि जिसे जय श्री राम नहीं कहना है तो वो पाकिस्तान जा सकता है। ये हिंदुस्तान है। अगर हिंदुस्तान में रहना है तो जय श्री राम कहना ही है।

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Apr 16 2024, 12:19

চারধাম যাত্রার জন্য অনলাইন রেজিস্ট্রেশন আজ থেকে শুরু হচ্ছে

#Travel, #Online _registration _for Chardham _Yatra starts today এসবি নিউজ ব্যুরো: চারধাম যাত্রার জন্য অনলাইন রেজিস্ট্রেশন আজ থেকে শুরু হচ্ছে। পর্যটন দফতর সূত্রে খবর, সারা দেশ ও বিশ্ব থেকে আগত ভক্তরা আজ থেকে চারধাম যাত্রার জন্য নিবন্ধন করতে পারবেন। সকাল ৭টা থেকে রেজিস্ট্রেশনের জন্য ওয়েবসাইট খুলবে। এছাড়াও মোবাইল অ্যাপ, হোয়াটসঅ্যাপ নম্বর এবং টোল ফ্রি নম্বরের রেজিস্ট্রেশন সুবিধা রয়েছে। কেদারনাথ, বদ্রীনাথ, গঙ্গোত্রী এবং যমুনোত্রী ধামে আসা ভক্তদের জন্য নিবন্ধন বাধ্যতামূলক হবে। চারধামের দরজা খোলার তারিখ ঠিক হওয়ার পর রেজিস্ট্রেশনের প্রস্তুতি সম্পন্ন করেছে পর্যটন বিভাগ। এ বার চারধাম যাত্রা শুরুর ২৫ দিন আগে তীর্থযাত্রীদের রেজিস্ট্রেশনের সুবিধা দেওয়া হচ্ছে, যাতে রাজ্যের বাইরে থেকে আগত তীর্থযাত্রীরা তাদের ভ্রমণের পরিকল্পনা করতে এবং সহজেই নিবন্ধন করতে পারেন। এছাড়াও এবারও দেশের যে কোন প্রান্ত থেকে হজযাত্রীরা ৪টি মাধ্যমে নিবন্ধন করতে পারবেন। নিবন্ধনের জন্য নাম, মোবাইল নম্বর এবং থাকার জায়গার ঠিকানা সহ ভ্রমণকারী সদস্যদের বিশদ বিবরণের জন্য আইডি প্রদান করতে হবে। এভাবে নিবন্ধন করুন পর্যটন বিভাগের ওয়েবসাইট, registrationandtouristcare.uk.gov.in-এ লগইন করে নিবন্ধন করা যেতে পারে। এছাড়াও, আপনি হোয়াটসঅ্যাপ নম্বর-8394833833-এ যাত্রা (ভ্রমণ) লিখে একটি বার্তা পাঠিয়েও নিবন্ধন করতে পারেন। যে সমস্ত ভ্রমণকারীরা ওয়েবসাইটে নিবন্ধন করতে অক্ষম, তাদের জন্য পর্যটন বিভাগ টোল ফ্রি প্রদান করেছে0135-1364 নম্বরে কল করে রেজিস্ট্রেশন সুবিধা প্রদান করা হয়েছে ।এছাড়াও, আপনি স্মার্ট ফোনে ট্যুরিস্টকারেরতারখন্ড মোবাইল অ্যাপের মাধ্যমে নিবন্ধন করতে পারেন। গত বছর ৭৪ লাখ তীর্থযাত্রী নিবন্ধন করেছিলেন।এর মধ্যে পুরো যাত্রা সময়কালে ৫৬ লাখ তীর্থযাত্রী ৪ধাম দর্শন করেছিলেন।

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Aug 21 2023, 19:14

क्या हिंदू ब्राह्मण थे ओवैसी के परदादा? दावे पर एआईएमआईएम चीफ ने दिया ये दवाब

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जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद के मुसलमानों के पूर्वजों को लेकर दिए बयान पर बहस छिड़ी हुई है।ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को उस सोशल मीडिया पोस्ट पर जवाब दिया, जिसमें हिंदू ब्राह्मण तुलसीराम दास को उनके परदादा होने का दावा किया गया है

ओवैसी के परदादा “हिंदू ब्राम्हण” थे। तुलसीरामदास उनके पर परदादा का नाम है। इस बात की जानकारी जब खुद ओवैसी को लगी तो वह हैरान रह गए। एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने एक्स पर एक स्क्रीनशॉट शेयर किया करते हुए उन्होंने कहा"यह मेरे लिए हमेशा मनोरंजक होता है. जब संघियों को एक वंश गढ़ना होता है। तब भी उन्हें मेरे लिए एक ब्राह्मण पूर्वज ढूंढना पड़ता है। हम सभी को अपने कर्मों का उत्तर खुद देना होगा। हम सभी आदम और हव्वा की संतान हैं। जहां तक मेरी बात है। मुसलमानों के समान अधिकारों और नागरिकता के लिए लोकतांत्रिक संघर्ष आधुनिक भारत की आत्मा की लड़ाई है। यह "हिंदूफोबिया" नहीं है।"

सोशल मीडिया पर महिला का दावा

दरअसल, एक महिला ने सोशल मीडिया पर तीन मुस्लिम नेताओं के परदादा का नाम खोज लाईं। पूर्णिमा नाम की महिला ने एक्स पर दावा किया कि फारुक अब्दुल्ला के परदादा बालमुकुंद कौल, असदुद्दीन ओवैसी के परदादा तुलसीरामदास और जिन्ना के परदादा जिन्नाभाई खोजा थे, जो खोजा समुदाय से ताल्लुक रखते थे।ये तीनों आज के मुसलमानों को रिप्रजेंट करते हैं और हिंदूफोबिया उगलते हैं।

गुलाम नबी के बयान से शुरू हुआ था विवाद

ओवैसी को लेकर यह दावा और उनकी प्रतिक्रिया ऐसे वक्त में आई है जब जम्मू-कश्मीर के नेता गुलाम नबी आजाद ने हाल ही में एक बयान दिया था।कांग्रेस के पूर्व नेता और हाल के दिनों में जम्मू-कश्मीर में अपने घर पर रह रहे गुलाम नबी आजाद ने भी कहा कि हिंदुस्तान के हिंदू ही मुस्लिम बने हैं। आजाद उन दावों का जवाब दे रहे थे, जिसमें कहा जाता है कि हिंदुस्तान में मुसलमान बाहर से आए। आजाद ने कहा कि बहुत थोड़े मुस्लिम बाहर से आए। हिंदू समुदाय के लोगों ने ही इस्लाम कबूल किया और मुस्लिम बने।कश्मीर में कौन था 600 साल पहले, सब कश्मीरी पंडित थे। सब मुसलमान बन गए. सब इसी (हिंदू) धर्म में पैदा हुए।

आजाद ने अपने बयान पर दी सफाई

वहीं, विवाद बढ़ने के बाद गुलाम नबी आजाद ने हिंदू धर्म से धर्मांतरित मुसलमान वाले अपने बयान पर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि मैंने जो कहा था उसका पूरा वीडियो रिकॉर्ड नहीं किया गया, जिसकी वजह से जनता में भ्रम पैदा हो गया। उन्होंने कहा, मैं हिंदू-मुसलमान के इतिहास के बारे में बोल रहा था। मैं ये भी बोल रहा था कि कुछ लोग जो हमेशा कहते हैं कि मुसलमान बाहर से आए हैं, जिसका मैं हमेशा तर्क देता हूं कि बहुत ही कम मुस्लिम बाहर से आए हैं। ज्यादातर हिंदुस्तानी मुसलमान हैं। दुनिया में और हिंदुस्तान में भी इस्लाम कभी भी तलवार के बल पर नहीं आया है, बल्कि मोहब्बत, प्यार और पैगाम के जरिए आया है। बदकिस्मती से इस चीज को रिकॉर्ड नहीं किया गया है।

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Aug 10 2023, 14:58

ओवैसी का केंद्र सरकार से सवाल, पूछा- क्या हिंदुत्व देश से ज्यादा महत्वपूर्ण है?

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अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में आज एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी भी चर्चा में शामिल हुए। अपने भाषण में ओवैसी ने केन्द्र सरकार पर जमकर हमला बोला। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान आज हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मोदी सरकार पर कई शब्दबाण छोड़े। उन्होंने नूंह हिंसा, यूसीसी, हिजाब, मणिपुर समेत कई मुद्दों का जिक्र किया। 

ओवैसी का नूंह हिंसा पर केंद्र पर निशाना

ओवैसी ने नूंह हिंसा का मामला उठाते हुए हरियाणा सरकार और केंद्र पर हमला किया। उन्होंने कहा कि मैं सरकार से जानना चाहता हूं कि कहां गया ओवैसी ने कहा कि हमारे संविधान में जमीर की आजादी का जिक्र किया गया है। मैं प्रधानमंत्री से जानना चाहता हूं कि कहां गया इस हुकूमत का जमीर, जब नूंह में 750 इमारतों को इसलिए जमीदोज कर दिया गया क्योंकि वो मुसलमान थे। इसलिए क्योंकि वो मुसलमान थे। इस मुल्क में नफरत को माहौल है। इनका 9 साल का ये कारनामा है। मणिपुर में असम रायफल्स पर केस दर्ज हो गया है। वहां की महिलाओं की इज्जत लूटी जा रही है। कुर्सी है तुम्हारा जनाजा तो नहीं, कुछ कर नहीं सकते तो उतर क्यों नहीं जाते।

क्या बिलकिस बानों इस देश की बेटी नहीं थी-ओवैसी

सरकार के खिलाफ इस अविश्वास प्रस्ताव पर असादुदीन ओवैसी ने लोकसभा में कहा कि देश में नफरत का माहौल है। उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में ट्रेन में एक वर्दीवाले दहशतगर्द ने अपने सीनियर मीणा साहब का कत्ल किया। इसके बाद उसने ट्रेन के कोच में जा-जाकर नाम पूछकर, चेहरे पर दाढ़ी देखकर उनको कत्ल किया और कहा कि मोदी को वोट देना होगा। ओवैसी ने कहा कि नूंह में भी मुस्लिमों के खिलाफ अत्याचार हो रहा है। डीएमके सांसद कनिमोई ने बिलकिस बानों का जिक्र किया। लेकिन क्या बिलकिस बानों इस देश की बेटी नहीं थी।

‘भारत छोड़ो’ शब्द एक मुस्लिम द्वारा बनाया गया-ओवैसी

एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, हमारे गृह मंत्री कल ‘भारत छोड़ो’ के बारे में बात कर रहे थे। मुझे आश्चर्य है कि अगर उन्हें पता चलेगा कि ‘भारत छोड़ो’ शब्द एक मुस्लिम द्वारा बनाया गया था, तो वह इस शब्द का उपयोग नहीं करेंगे। मैं कहना चाहता हूं आप (केंद्र सरकार) जिस तरह की राजनीति कर रहे हैं, उससे देश को नुकसान होगा। मैं पीएम से पूछना चाहता हूं कि क्या हिंदुत्व देश से ज्यादा महत्वपूर्ण है।

चीन पर बोलिए, ओवैसी का पीएम मोदी से अपील

ओवैसी ने चीन को लेकर भी केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि आज चीन हमारी जमीन पर नहीं बैठा है। पीएम मोदी ने शी जिनफिंग को अहमदाबाद में बैठाकर झूला झुलाया था, चेन्नै दिखाया था। क्या निकला। क्या नतीजा निकला। इसलिए चीन पर बोलिए। 

कुलभूषण जाधव पर पूछा सवाल

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि आज चीन के ऊपर कुछ नहीं बोलते हैं। कुलभूषण जाधव कहां है? पाकिस्तान में बैठा है पर आप उसको क्यों नहीं लेकर आते हैं? आप विश्वगुरु-विश्वगुरु कहते हैं लेकिन आप कुलभूषण जाधव को भूल गए। कतर में 8 नेवी अफसर 1 साल से जेल में हैं, पर आप उनको नहीं ला पाए। 1991 का वर्शिप एक्ट इसलिए यहां पास किया गया था कि इतिहास के जख्मों को नहीं कुरेदा जाएगा। मैं आपको चेतावनी दे रहा हूं कि देश को नफरत की तरफ मत लेकर जाइए।

यूसीसी को लेकर साधा निशाना

ओवैसी ने आगे कहा कि यूसीसी का फॉर्मूला क्या है कि एक देश, एक कानून। एक कल्चर, एक जुबान। ये तो डिक्टेटर्स का फॉर्मूला है। भारत एक गुलदस्ता है। यहां बेशुमार भाषाएं और बहुत सारे धर्म हैं। अल्पसंख्यक वेलफेयर का बजट 40 फीसदी कम कर दिया गया है। स्कॉलरशिप कम कर दी गई।

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Jul 31 2023, 15:35

ज्ञानवापी पर सीएम योगी के बयान से ओवैसी को लगी मिर्ची, कहा-उनका बस बचे तो बुलडोजर चलवा दें

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वाराणसी के ज्ञानवापी मामले पर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के बाद सियासी तेज होती दिख रही है।दरअसल योगी आदित्यनाथ ने ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर कहा कि अगर इसे मस्जिद कहा जाएगा तो विवाद बढ़ेगा।साथ हीयोगी आदित्यनाथ ने इसे मुस्लिम पक्ष की ओर से ऐतिहासिक त्रुटि बताई है। अब सीएम योगी के इस बयान पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम )के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने निशाना साधा है। ओवैसी ने योगी आदित्यनाथ के इस बयान को विवादित और साप्रांदायिकता फैलाने वाला बताया है।साथ ही ये भी कहा कि उनका बस चले तो वो बुलडोजर चला दें।

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, मुख्यमंत्री जानते हैं कि मुस्लिम पक्ष ने एएसआई सर्वे का विरोध किया है और इलाहाबाद हाई कोर्ट आज-कल में अपना फैसला सुनाने वाला है। उसी को देखते हुए उन्होंने एक विवादित बयान दिया, यह तो जुडिशल ओवररीच है। प्लेसेस ऑफ वर्शिप ऐक्ट 1991 कहता है कि 15 अगस्त 1947 को जहां मंदिर था, मस्जिद थी, बौद्ध धर्म की थी या ईसाई की थी, वह वैसी रहेगी।

योगी आदित्यनाथ इतिहास पढ़ने की सलाह

ओवैसी ने आगे कहा, 'योगी आदित्यनाथ को पढ़ना चाहिए कि स्वामी विवेकानंद ने ओडिशा के एक बहुत बड़े मंदिर के बारे में क्या कहा था। आप मुख्यमंत्री हैं, आप कानून का पालन करिए। वह मुसलमानों पर प्रेशर डालना चाह रहे हैं। जहां 400 साल से मस्जिद हैं, वहां उन्हें दबाना चाह रहे हैं। मथुरा में मुस्लिम समाज ने आज से 55-60 साल पहले हिंदू समाज से एक एग्रीमेंट किया। वह एग्रीमेंट कोर्ट में जमा किया गया, उसके बावजूद आज कोर्ट में लिटिगेशन खोल दिया गया उसका।

ओवैसी ने कहा-उनकी तो बुलडोजर पॉलिटिक्स चलती है

वहीं, योगी द्वारा “मस्जिद कहेंगे तो फिर विवाद होगा” वाले बयान को लेकर किए गए सवाल ओवैसी ने कहा कि उनकी तो बुलडोजर पॉलिटिक्स चलती है। उनका बस चले तो बुलडोजर चला देंगे।

सीएम योगी ने क्या कहा था?

बता दें कि एएनआई को दिए इंटरव्यू में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था, अगर हम उसको (ज्ञानवापी) मस्जिद कहेंगे तो फिर विवाद होगा। मुझे लगता है कि भगवान ने जिसको दृष्टि दी है, वो देखे। त्रिशूल मस्जिद के अंदर क्या कर रहा है? हमने तो नहीं रखा है ना? ज्योतिर्लिंग हैं, देव प्रतिमाएं हैं। पूरी दीवारें चिल्ला चिल्लाकर क्या कह रही हैं? मुझे लगता है कि ये प्रस्ताव मुस्लिम समाज की तरफ से आना चाहिए कि साहेब ऐतिहासिक गलती हुई है और उस गलती के लिए हम चाहते हैं कि समाधान हो।