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GST संग्रह में छत्तीसगढ़ देश में अव्वल : सीएम साय के नेतृत्व में किए गए सुधाराें का असर, केरल, पंजाब और बिहार जैसे राज्यों को छोड़ा पीछे

रायपुर- अप्रैल 2025 में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रहण में छत्तीसगढ़ ने उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। छत्तीसगढ़ ने 4,135 करोड़ का जीएसटी संग्रहण कर देश के शीर्ष 15 राज्यों की सूची में अपनी जगह बनाई है। जीएसटी संग्रहण के मामले में छत्तीसगढ़ ने केरल, पंजाब, बिहार और खनिज संसाधनों से भरपूर झारखंड जैसे राज्यों को भी पीछे छोड़ दिया है।

राज्य में इस आर्थिक प्रगति को लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि यह उपलब्धि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा व्यापार और उद्योग क्षेत्र में किए गए सशक्त सुधारों का प्रतिफल है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में बीते 15 महीनों में राज्य सरकार ने ऐसे कई निर्णय लिए हैं, जिनसे निवेश और व्यापार को बढ़ावा मिला है ।

सरकार द्वारा किए गए प्रमुख सुधारों में उद्योग एवं व्यापार नियमों का सरलीकरण, गैर-जरूरी और बाधक कानूनों की समाप्ति,सभी जरूरी सेवाओं की ऑनलाइन उपलब्धता,पेट्रोल पंप खोलने के लिए लाइसेंस की बाध्यता को समाप्त करना और उद्योगों की स्थापना के लिए प्रक्रिया को सरल बनाना शामिल है।

इन सभी पहल से राज्य में उद्योग और व्यापारिक गतिविधियों को प्रोत्साहन मिला है, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है और राजस्व संग्रह में निरंतर वृद्धि हो रही है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है छत्तीसगढ़ को आत्मनिर्भर और समृद्ध राज्य बनाना हमारा लक्ष्य है। राज्य की आर्थिक स्थिति में यह वृद्धि जनता और उद्योग जगत के सहयोग से संभव हुई है।” यह प्रदर्शन छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक संकेत है और यह दिखाता है कि राज्य संसाधन आधारित अर्थव्यवस्था से आगे बढ़कर अब एक सशक्त औद्योगिक केंद्र के रूप में उभर रहा है।

शिक्षा के मंदिर में आस्था को ठेस: परशुराम जयंती और अक्षय तृतीया पर शिक्षकों ने की शराब-मटन पार्टी…

पिथौरा- एक ओर जहां पूरा भारत भगवान परशुराम जयंती और अक्षय तृतीया का पर्व श्रद्धा, भक्ति और आस्था के साथ मना रहा था, वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले से आस्था को ठेस पहुंचाने वाली घटना सामने आई है. जिले के पिथौरा नगर के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में हिंदुओं के पावन पर्व के दिन ही स्कूल परिसर में बकरा पार्टी और ब्रांडेड शराब का सेवन किया गया. इस घटना से हिंदू समाज के लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं और स्कूल प्रशासन के लिए उनमें भारी नाराजगी देखने को मिल रही है।

जानकारी के मुताबिक, स्कूल में सेवारत शिक्षिका कमलजीत जोसेफ और लिपिक तनसिंह वर्मा का विदाई समारोह आयोजित किया गया था. इसमें शिक्षकों ने शिक्षा के मंदिर में ही पर्व के महत्व को अनदेखा करते हुए मर्यादा को भी तार-तार कर दिया. किसी भी स्कूल में जहां बच्चों को सही रास्ते पर चलने की सीख और नशे से दूर रहना सिखाया जाना चाहिए, वहां ऐसे आयोजन का होना बेहद निंदनीय है. ऐसी घटनाएं समाज में गलत संदेश देती हैं और बच्चों के लिए भी एक खराब वातावरण निर्मित करता है.

जानिए क्या कहते हैं जिम्मेदार

इस पूरे मामले में स्कूल के प्राचार्य आशाराम बरिहा का कहना है कि त्यौहार का ख्याल नहीं रहा और अनजाने में बकरे की सब्जी बना दी गई. इसके लिए खेद है. उन्होंने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि बकरा स्कूल परिसर में नहीं पकाया गया था, बल्कि बाहर पकाकर सब्जी को स्कूल में लाया गया था. 

जिला शिक्षा अधिकारी मोहन राव सावंत ने कहा कि इस मामले की शिकायत मिली है. जांच के लिए कमेटी बनाई गई है, जिसमें सहायक संचालक, बिईओ, BRC को जांच कर रिपोर्ट सौपने को आदेश किया गया है. दोषी पाए जाने पर कार्यवाही की जाएगी.

नवरंग पब्लिक स्कूल की कोषाध्यक्ष समेत 5 के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर FIR दर्ज, ऑफिस का ताला तोड़कर पैसे चोरी करने का है आरोप

रायपुर- नवरंग पब्लिक स्कूल में ऑफिस का ताला तोड़कर चोरी से जुड़े मामले में कोर्ट ने पुलिस को एफआईआर के आदेश दिए. इस पर संज्ञान लेते हुए टिकरापारा थाना पुलिस ने नवरंग पब्लिक स्कूल की कोषाध्यक्ष समेत पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.

स्कूल की कर्मचारी कनिज फातिमा असरफी के पक्ष में रायपुर कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है. मामले में पुलिस ने नवरंग पब्लिक स्कूल संचालित करने वाली प्रियंवदा लोक कल्याण समिति की कोषाध्यक्ष शशि प्रभा पांडे (शासकीय शिक्षक बीरेंद्र पांडे की पत्नी), उसकी बेटी प्रियमदा पांडे, अर्पणा पांडे (प्रियंवदा लोक कल्याण समिति के सचिव दीपक पांडे की पत्नी), ड्रीम इंडिया स्कूल की प्रिंसिपल नेहा तोलवानी और रजनी दुबे के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है.

राजधानी में हिट एण्ड रन, तीन लोगों को ठोकर मारकर कार चालक हुआ फरार, एक महिला की मौत, CCTV फुटेज में नजर आया भयानक मंजर…

रायपुर- रिश्तेदार के घर आई प्रिया साहू को क्या मालूम था कि आज वह अंतिम बार मॉर्निंग वॉक पर निकलेगी. अज्ञात कार चालक ने प्रिया के साथ उसकी रिश्तेदार रिया साहू और एक अन्य ललिता बंजारे को सुबह-सुबह ठोकर मारकर फरार हो गया. हादसे में प्रिया की मौत हो गई, वहीं रिया और ललिता बंजारे गंभीर हालत में मेकाहारा में भर्ती हैं.

जानकारी के अनुसार, मुंगेली की रहने वाली प्रिया साहू सिंधी कालोनी निवासी रिया के घर आई थी. आज सुबह प्रिया और रिया के साथ ललिता बंजारे मॉर्निंग वॉक पर निकले थे. इस दौरान अज्ञात कार चालक ने तीनों को चपेट में ले लिया. सीसीटीवी फुटेब में नजर आ रहा है कि कार की ठोकर से प्रिया कई फीट ऊछल कर सीधे सिर के बल सड़क पर जा गिरी, वहीं रिया और ललिता भी गंभीर रूप से घायल हो गईं. प्रिया की हादसे में जहां मौत हो गई, वहीं रिया और ललिता को गंभीर हालत में उपचार के लिए मेकाहारा में भर्ती कराया गया है.

राजधानी में हिट एण्ड रन के मामलों में लगातार इजाफा होता जा रहा है. करीबन महीने भर पहले पुरानी बस्ती थाने के सामने पैदल चल रहे व्यक्ति को तेज रफ्तार कार ने ठोकर मार दी थी. इस घटना में व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं आरोपी कार चालक दुर्घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो गया था.

इसके एक महीना पहले 5 फरवरी को रायपुर के VIP रोड पर आधी रात को नशे में धुत कार चालक ने एक्टिवा सवार तीन युवकों को टक्कर मारी थी. हादसे में गंभीर रूप से घायल तीनों युवकों को मेकाहारा में भर्ती कराया गया था, जिनमें से एक की उपचार के दौरान मौत हो गई थी. कार में डीआरआई के विशेष लोक अभियोजक भावेश आचार्य के साथ एक रशियन युवती (उज्बेकिस्तान) सवार थे.

आरक्षक ने आपदा को बनाया अवसर : खुद की कस्टडी से भागे आरोपी की तलाश करने पहुंचा दूसरा जिला, वहां टीआई बनकर करने लगा वसूली, ऐसे खुली पोल

सक्ती-  छत्तीसगढ़ के सक्ती के डभरा क्षेत्र में रात डेढ़ बजे वाहन चालकों से अवैध वसूली करने वाले आरक्षक को लेकर नया खुलासा हुआ है। पुलिस की जांच में पता चला कि आरक्षक रजनीश लहरें बिलासपुर पुलिस लाइन में पदस्थ है और उसकी ड्यूटी बिलासपुर के अस्पताल में भर्ती एक बंदी की सुरक्षा में लगाई गई थी। मगर आरक्षक की लापरवाही से बंदी अस्पताल से फरार हो गया। 

फरार बंदी की तलाश में आरक्षक रजनीश लहरे सक्ती जिले के हसौद क्षेत्र तक पहुंचा। मगर यहां फरार बंदी की तलाश करने के बजाय रात डेढ़ बजे डभरा चंद्रपुर मार्ग में वाहनों को रुकवाना शुरू कर दिया। फिर डभरा टीआई बनकर वाहन चालकों से वसूली शुरू कर दी। जब गश्त में निकले डभरा टीआई ने जब वाहनों की लंबी कतारें देखी तो पता करने पहुंच गए। जहां एक बोलेरो वाहन में तीन लोग बैठे हुए थे, जिसमें से आरक्षक रजनीश लहरें खुद को डभरा टीआई बताकर वाहन चालकों से गाड़ी के कागजात मांग रहा था।

पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मौके से रजनीश लहरे और उसके साथी विक्की उर्फ छोटू दास को गिरफ्तार कर लिया, जबकि एक अन्य आरोपी मौके से फरार हो गया। इनके कब्जे से अवैध वसूली में प्रयुक्त बोलेरो वाहन भी जब्त किया गया है।


ऐसे पकड़ाया आरक्षक

बलौदाबाजार निवासी ड्राइवर जीवन साहू ने पुलिस को बताया कि वह रायगढ़ पिकअप वाहन से सब्जी लेकर जा रहा था। पुटीडीह नाला के पास पुलिस सायरन बजाती एक बोलेरो ने उसे रोका और कागजात दिखाने को कहा। कार में बैठे युवक ने खुद को पुलिस अधिकारी बताया और कागजात की जांच के बहाने गाड़ी की एंट्री नहीं होने का हवाला देकर धमकाते हुए एक हजार रुपये ले लिए।

घटना की जानकारी डभरा पुलिस को मिलते ही उन्होंने वाहन का पीछा किया और मांड नदी के पास आरोपियों को अन्य वाहनों से भी वसूली करते रंगे हाथों पकड़ लिया।

आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज

डभरा टीआई की शिकायत पर रजनीश लहरे, विक्की उर्फ छोटू दास और एक फरार आरोपी के खिलाफ डराकर अवैध वसूली की धारा 308 (B), 3(5) दर्ज किया गया है। दो आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है, जबकि तीसरे की तलाश जारी है।

अवैध खनिज उत्खनन और परिवहन पर माइनिंग विभाग की कार्रवाई, 4 ट्रैक्टरों को किया जब्त

बिलासपुर- जिले में खनिजों के अवैध उत्खनन और परिवहन पर खनिज विभाग की कार्रवाई जारी है। इसी कड़ी में कलेक्टर संजय अग्रवाल के निर्देश पर सिरगिट्टी, सिलपहरी, चकरभाटा, रहँगी, दगोरी, उड़नताल, मोहदा सहित अन्य क्षेत्रों में जांच अभियान चलाया गया। इस दौरान बिना वैध अभिवहन पास के रेत और पत्थर का उत्खनन एवं परिवहन करते हुए 4 ट्रैक्टरों को जब्त किया गया है।

खनिज विभाग की टीम द्वारा पकड़े गए सभी वाहनों को खनिज नियमों के अंतर्गत जप्त कर पुलिस थाना बिल्हा में रखा गया है। जिला प्रशासन अवैध खनन को रोकने के लिए लगातार अभियान चला रहा है और बिना अनुमति खनिजों की खुदाई, परिवहन और भंडारण करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जा रही है.

प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जिले में अवैध खनन गतिविधियों में शामिल और नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ आगे भी कठोर कदम उठाए जाते रहेंगे।

अपोलो अस्पताल के फर्जी डॉक्टर को MP से लेकर छत्तीसगढ़ पहुंची पुलिस, कोर्ट में किया जाएगा पेश, पहचान परेड भी होगी…

बिलासपुर- अपोलो अस्पताल में फर्जी तरीके से डॉक्टर बनकर काम कर रहे डॉक्टर नरेंद्र जॉन केम को बिलासपुर पुलिस गिरफ्तार कर बिलासपुर पहुंच गई है. पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्व. राजेंद्र शुक्ल सहित अन्य मरीजों की इलाज के दौरान मौत के मामले में उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा. इसके अलावा फर्जी डॉ. को अपोलो अस्पताल ले जाया जाएगा और मृतकों के परिजनों से पहचान परेड कराई जाएगी. एसएसपी रजनेश सिंह ने डॉक्टर नरेंद्र जॉन की गिरफ्तारी की पुष्टि की है.

बता दें, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्व. राजेंद्र शुक्ल की इलाज के दौरान मौत के बाद परिजनों ने सरकंडा थाना में आरोपी डॉ. नरेंद्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. इसके बाद एक व्यापारी ने भी आरोपी डॉ. के खिलाफ आरोप लगाया था कि उसके पिता को पेट दर्द के इलाज के लिए अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन डॉ. नरेंद्र ने उसके पिता के दिल का ऑपरेशन कर दिया, जिससे उनकी मौत हो गई. मामले की जांच में पुलिस ने पाया कि आरोपी डॉ. की योग्यता और नियुक्ति प्रक्रिया में भारी गड़बड़ी रही है.

फर्जी दस्तावेजों के आधार पर आरोपी ने हासिल की नौकरी

गौरतलब है कि दमोह के मिशनरी अस्पताल में नरेंद्र विक्रमादित्य यादव ने डॉ. नरेंद्र जॉन कैम के नाम से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी हासिल की थी. उसने जनवरी-फरवरी 2025 में 15 से ज्यादा हार्ट सर्जरी की, जिनमें से 8 मरीजों की मौत हो चुकी है. जिन मरीजों का ऑपरेशन किया था, उनमें से तीन की मौत एंजियोप्लास्टी के समय हुई थी. जांच में पता चला कि डॉ. नरेंद्र जॉन कैम के डिग्री और अनुभव पूरी तरह से फर्जी थे.

दमोह में फर्जी डॉक्टर का खुलासा होने के बाद बिलासपुर में भी हलचल हुई. अपोलो अस्पताल में 2006 में इलाज के दौरान पूर्व विधानसभा अध्यक्ष पं. राजेन्द्र शुक्ल की मौत के पीछे उनके बेटे ने प्रदीप शुक्ल ने फर्जी डॉक्टर को जिम्मेदार बताते हुए पुलिस में शिकायत की थी. इस पर फर्जी डॉ. नरेंद्र विक्रमादित्य यादव उर्फ नरेंद्र जान केम के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी), 466 (दस्तावेजों में कूटरचना), 468 (धोखाधड़ी के इरादे से जालसाजी), 471 (जाली दस्तावेजों का उपयोग), 304 (गैर इरादतन हत्या) और 34 (सामूहिक अपराध) के तहत मामला दर्ज किया गया है.

इस मामले में अपोलो प्रबंधन को भी आरोपी बनाया गया है. आरोप है कि बिना दस्तावेज सत्यापन के अस्पताल प्रबंधन ने फर्जी डॉक्टर को भर्ती कर इलाज का मौका दिया, जिससे गंभीर लापरवाही हुई और मरीज की जान चली गई. पुलिस मामले में प्रबंधन की भूमिका की भी जांच कर रही है.

जांच में पाई गई फर्जी डिग्रियां

पुलिस जांच में पाया गया कि नरेंद्र का असली नाम नरेंद्र विक्रमादित्य यादव है. वह देहरादून का रहने वाला है. दस्तावेजों में नाम नरेंद्र जॉन केम लिखा है. उसके पास 2006 में एमबीबीएस की डिग्री है, जो आंध्र प्रदेश मेडिकल कॉलेज की बताई गई है. उसका रजिस्ट्रेशन नंबर 153427 दर्ज है. इसके बाद जो 3 एमडी और कार्डियोलॉजिस्ट की डिग्रियां दी गई हैं, उनमें किसी का रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं है. ये डिग्रियां कलकत्ता, दार्जिलिंग व यूके की बताई गई हैं.

तेज रफ्तार कार ने बाइक को मारी टक्कर, एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत, तीन महीने का मासूम भी शामिल

सरगुजा-  छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में तेज रफ्तार का कहर नहीं थम रहा है। सीतापुर-अंबिकापुर मुख्य मार्ग पर दर्दनाक हादसा हुआ है। तेज रफ्तार कार ने बाइक सवार युवकों को जोरदार टक्कर मार दी। भीषण हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। सभी मृतक एक ही परिवार के सदस्य हैं। पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई में जुट गई है।

हादसा सीतापुर थाना क्षेत्र का है। दरअसल तीन महीने के मासूम की तबियत बिगड़ने से माता-पिता परेशान थे। वे मासूम बच्चे का इलाज कराने के लिए ग्राम दमगड़ा से निकले थे। इसी बीच सीतापुर-अंबिकापुर मुख्य मार्ग NH43 में बिशुनपुर के पास तेज रफ्तार कार (क्रमांक CG 15 EC 0892) ने बाइक सवारों को जोरदार ठोकर मार दी। हादसे में मासूम समेत तीन लोगों की मौत हो गई।

बाइक को ठोकर मारते हुए कार सड़क किनारे बाउंड्री वॉल से जा टकराई कार। इस हादसे में चालक को भी चोटें आई है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने कार चालक को हिरासत में ले लिया है। मामले में आगे की कार्रवाई में पुलिस जुट गई है।

नवा रायपुर में बनेगा छत्तीसगढ़ का पहला AI डाटा सेंटर पार्क : सीएम साय करेंगे भूमिपूजन, एक हजार करोड़ की लागत से 13.5 एकड़ में होगा निर्माण

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 3 मई 2025 को सवेरे 11.30 बजे अटल नगर नवा रायपुर स्थित सेक्टर-22 (सीबीडी रेलवे स्टेशन के निकट) ए आई डेटा सेंटर पार्क का भूमिपूजन करेंगे। इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में वाणिज्य, उद्योग एवं श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन, वित्त, आवास एवं पर्यावरण मंत्री ओ.पी. चौधरी मौजूद रहेंगे।

उल्लेखनीय है कि इस एआई एक्सक्लूजिव डाटासेंटर पार्क की लागत 1000 करोड़ रुपए होगी, यह 13.5 एकड़ मेंहोगा। इसमें 2.7 हेक्टेयर एरिया स्पेशल इकानामिक जोन के विकास के लिए होगा। उल्लेखनीय है कि दुनिया भर में डाटा सेंटर की मांग तेजी से बढ़ रही है क्योंकि आर्टिफिशल इंटेलीजेंस की बुनियाद डाटा सेंटर पर होती है। छत्तीसगढ़ सरप्लस बिजली स्टेट है इस वजह से यहां पर डाटा सेंटर के लिए बड़ी संभावनाएं हैं। रैस बैंक डाटा सेंटर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा इसका भूमिपूजन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय लगातार कोर सेक्टर के साथ ही आधुनिक जमाने के अनुरूप नये उद्योगों को बढ़ावा दे रहे हैं। उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन द्वारा इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए संकल्पित रूप से काम किया जा रहा है। बीते दिनों प्रदेश में सेमीकंडक्टर यूनिट के लिए भी भूमिपूजन किया गया। इसकी लागत 1163 करोड़ की है।

उल्लेखनीय है कि डाटा सेंटर एआई को संचालित करने के लिए सबसे उपयोगी टूल होते हैं। एआई लार्ज लैंग्वेज माडल पर काम करते हैं और डाटा माइनिंग का काम करते हैं। जब भी डाटा माइनिंग होती है बड़े पैमाने पर ऊर्जा लगती है और इसके लिए डाटा सेंटर उपयोगी होते हैं। भविष्य की प्रगति इस बात पर निर्भर है कि हम आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर किस तरह से आगे बढ़ेंगे। भारत अपना स्वयं का एआई माडल तैयार कर रहा है। स्वाभाविक रूप से देश की प्रगति के साथ छत्तीसगढ़ भी तेजी से कदमताल करेगा। अटल नगर में डाटा सेंटर के आने से रोजगार की बड़ी संभावनाएं भी पैदा होंगी। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा एनर्जी समिट किये गये हैं जिससे छत्तीसगढ़ देश के पावर हब बनने की दिशा में बढ़ेगा। ऐसे में डाटा सेंटर पार्क के माध्यम से इस संभावना का भरपूर उपयोग हो सकेगा।

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार ने नई औद्योगिक नीति में आधुनिक तकनीक से संबंधित उद्योगों पर विशेष प्रावधान किये गये हैं। इसका लाभ इस क्षेत्र में निवेश के लिए आगे आने वाले उद्यमियों को होगा। इस तरह से अटल नगर में एआई एक्सक्लूजिव डाटासेंटर पार्क बनना बहुत शुभ संकेत है। इस संबंध में उल्लेखनीय है कि उद्योग विभाग ने सिंगल विंडो सिस्टम और ईज आफ डूइंग बिजनेस तथा स्पीड आफ बिजनेस को अपनाया है। इससे डाटा सेंटर के लिए भूमि चिन्हांकन की प्रक्रिया बहुत जल्द की गई और अब इसका शुभारंभ किया जा रहा है।

महतारी वंदन योजना की 15वीं किश्त के तहत 648 करोड़ रुपये की सहायता राशि जारी

रायपुर- छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा महतारी वंदन योजना के अंतर्गत आज एक तारीख को माह मई 2025 की पंद्रहवीं किश्त का भुगतान जारी कर दिया गया। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा प्रदेश की 69.32 लाख से अधिक महिलाओं को कुल 648.38 करोड़ रुपये की सहायता राशि उनके बैंक खाते में अंतरित की गई।

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए इस योजना की शुरुआत मार्च 2024 में की गई थी। अब तक लगातार 15 माहों में 9788.78 करोड़ रुपये की राशि प्रदेश की महिलाओं को प्रदाय की जा चुकी है। योजना के अंतर्गत 21 से 60 वर्ष आयु वर्ग की विवाहित, विधवा, तलाकशुदा एवं परित्यक्ता महिलाओं को प्रतिमाह एक हजार रूपए की सहायता राशि प्रदान की जाती है।

आधार कार्ड अपडेट कराने की अपील

महिला एवं बाल विकास विभाग ने हितग्राही महिलाओं से अपील की है कि वह अपना आधार कार्ड अपडेट कराएं, ताकि राशि के भुगतान में किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो। ज्ञात हो कि आधार कार्ड को हर 10 वर्षों में अपडेट करना अनिवार्य है। कई हितग्राहियों का भुगतान आधार इनएक्टिव होने के कारण निरस्त किया गया है। ऐसे हितग्राहियों को आधार केंद्र में जाकर पहचान एवं निवास प्रमाण-पत्र के साथ आधार अपडेट कराना आवश्यक है, ताकि आगामी किश्त का भुगतान सुनिश्चित हो सके।