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धान खरीदी पर कांग्रेस के प्रदर्शन पर सीएम साय का तंज, कहा- मंडी, खरीदी केंद्र जाकर देखें, नहीं है कहीं दिक्कत

रायपुर-  धान खरीदी के मुद्दे पर कांग्रेस के प्रदर्शन पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि घर में बैठकर किसी के बारे में बोलना आसान होता है. मंडी में जाकर देखें, धान खरीदी केंद्रों में जाकर देखें. तीन तारीख को देखने गए थे, क्या हुआ. अच्छा है लोग जाएं और देखें. ब्लैम लगाने से अच्छा है कि पास से जाकर प्रत्यक्ष देखें. 

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मीडिया से चर्चा में कहा कि धान खरीदी में कोई दिक़्क़त नहीं हो रही है. छोटी-मोटी दिक्कतें थीं, उसको दूर कर लिया गया है. कहीं भी धान खरीदी बंद नहीं हुई थी. राइस मिलरों से बातचीत नहीं होती तो समस्या हो सकती थी. आज उनसे बातचीत हुई है. समस्या का समाधान हो गया है. बता दें कि कांग्रेस ने 10 दिसंबर को धान खरीदी केंद्रों में प्रदर्शन करने का ऐलान किया है.

वहीं महादेव सट्टा एप्प को लेकर मुख्य मंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि जो भी दोषी है, सभी पर कार्रवाई होगी. चाहे महादेव सट्टा एप का हो या शराब घोटाला, चाहे कोयला घोटाला को हो या DMF घोटाला. कोई भी घोटालेबाज बचेंगे नहीं. सबके ऊपर सख़्ती से कार्रवाई होगी. सीजीपीएससी में जो घोटाला किए थे, उनका भी जेल जाने का सिलसिला शुरू हो गया है.

महादेव बुक सट्टा : ED ने एक दिन में जब्त की 388 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति, अब तक 2300 करोड़ रुपए की संपत्ति कर चुकी है जब्त…

रायपुर-  प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 5 दिसंबर को महादेव बुक सट्टा एप/वेबसाइट के प्रमोटर, पैनल संचालक और प्रमोटरों के सहयोगियों की 387.99 करोड़ रुपए चल और अचल संपत्ति कुर्क की है. इसके साथ ही महादेव सट्टा एप मामले में करीब 2300 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति जब्त की जा चुकी है. 

ईडी की ताजा कार्रवाई में चल संपत्ति के तौर पर मॉरीशस स्थित कंपनी, एफपीआई और एफडीआई के माध्यम से हरि शंकर टिबरेवाल से संबंधित मेसर्स टानो इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटीज फंड द्वारा किया गया निवेश शामिल है, वहीं छत्तीसगढ़, मुंबई और मध्य प्रदेश में स्थित अचल संपत्ति शामिल है.

महादेव ऑनलाइन बुक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अब तक कुल 2295.61 करोड़ जब्त, जमा अथवा कुर्क किए गए हैं. वहीं जांच के दौरान ईडी ने अब तक कुल 11 लोगों को गिरफ्तार किया है. इसके साथ विशेष न्यायालय (पीएमएलए), रायपुर के समक्ष चार अभियोजन शिकायतें दायर हैं.

अवैध खनन और परिवहन पर प्रशासन की बड़ी कार्रवाई, 11 हाइवा और 8 ट्रैक्टर जब्त

बिलासपुर-  छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में कलेक्टर अवनीश शरण के निर्देश पर खनिज और राजस्व विभाग द्वारा अवैध खनन और परिवहन पर लगातार कड़ी कार्रवाई की जा रही है. 6 दिसम्बर को दोनों विभागों की संयुक्त टीम ने ग्राम करहीकछार में अवैध रेत उत्खनन और परिवहन की शिकायत मिलने पर त्वरित कार्रवाई की.

खनिज विभाग ने रेत परिवहन में संलिप्त पाए जाने पर 7 हाईवा वाहनों को जब्त कर बेलगहना थाने में पुलिस सुरक्षा में रखा है. वहीं, राजस्व विभाग ने भी 4 हाईवा और 4 ट्रैक्टर जब्त किए हैं, जिन्हें तहसील कार्यालय में सुरक्षार्थ रखा गया है. इन सभी मामलों में संबंधित प्राधिकरणों द्वारा नियमानुसार प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है.

करहीकछार रेत खदान के संचालक को भी नोटिस जारी किया गया है. इसके अलावा, खनिज विभाग की टीम ने घुटकु, कछार और पेण्डरवा क्षेत्र में अवैध रेत परिवहन करते हुए 4 ट्रैक्टर जब्त कर कोनी थाने में सुरक्षार्थ रखवाए हैं.

खनिजों के अवैध उत्खनन, परिवहन और भण्डारण पर खनिज विभाग, राजस्व विभाग और पुलिस विभाग की संयुक्त कार्यवाही जारी है. वन विभाग भी वन क्षेत्र में अवैध खनिज उत्खनन और परिवहन के मामलों में कठोर कार्रवाई कर रहा है.

महादेव सट्‌टा ऐप मामला : ED ने शेयर ब्रोकर को किया गिरफ्तार, कोर्ट ने 5 दिन की रिमांड पर भेजा

रायपुर-  महादेव अनॉलाइन सट्‌टा ऐप घोटाला मामले में ईडी ने शेयर ब्रोकर गौरव कुमार केडिया को कोलकाता से गिरफ्तार किया है. इडी ने केडिया को विशेष कोर्ट में पेश कर 14 दिन की कस्टोडियल रिमांड पर लेने का आवेदन लगाया था. कोर्ट ने गौरव केडिया को 5 दिन की रिमांड पर भेजा है.

उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कमल किशोर सारडा, सारडा ग्रुप के चेयरमैन, उपस्थित रहे. उनके साथ महेंद्र कुमार धारीवाल, वम्मा ग्रुप के मालिक ने भी अपनी गरिमामयी उपस्थिति से इस आयोजन को विशेष बनाया.

सारडा डेयरी एंड फूड प्रोडक्ट्स लिमिटेड (वचन) डेयरी पार्लर का पंडरी में भव्य उद्घाटन, चेयरमैन ने कहा- हमारा गुणवत्ता और विश्वास के प्रति समर्पण

रायपुर-   आज पंडरी क्षेत्र में वचन डेयरी पार्लर के भव्य उद्घाटन के साथ एक नई उपलब्धि का स्वागत किया. यह आधुनिक डेयरी पार्लर, सारडा ग्रुप की गुणवत्ता और पोषण के प्रति प्रतिबद्धता को साकार करता है, जो ग्राहकों को ताज़ा और उच्च गुणवत्ता वाले डेयरी उत्पाद प्रदान करेगा.

उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कमल किशोर सारडा, सारडा ग्रुप के चेयरमैन, उपस्थित रहे. उनके साथ महेंद्र कुमार धारीवाल, वम्मा ग्रुप के मालिक ने भी अपनी गरिमामयी उपस्थिति से इस आयोजन को विशेष बनाया.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कमल किशोर सारडा ने कहा, “यह पार्लर सिर्फ एक व्यावसायिक पहल नहीं, बल्कि हमारे गुणवत्ता और विश्वास के प्रति समर्पण का प्रतीक है. हमारा उद्देश्य ताजा, पौष्टिक और विविधतापूर्ण डेयरी उत्पादों को ग्राहकों के करीब लाना है.”

इस अवसर पर सारडा ग्रुप के अन्य प्रमुख गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद रहे

पंकज सारडा, संयुक्त प्रबंध निदेशक, विपुला सारडा, निदेशक, वेंकट राम, निदेशक, जी.के. छंगानी, निदेशक, सी.एच. विश्वनाथ, निदेशक, वचन डेयरी पार्लर में दूध, दही, पनीर, मक्खन, घी, फ्लेवर्ड मिल्क सहित वचन के विशेष उत्पाद जैसे रबड़ी और श्रीखंड भी उपलब्ध होंगे, जो स्थानीय स्वाद को ध्यान में रखकर तैयार किए गए हैं.

उद्घाटन समारोह में स्थानीय समुदाय ने बड़ी संख्या में भाग लिया और वचन के उत्पादों की विस्तृत श्रृंखला का प्रत्यक्ष अनुभव किया. लाइव उत्पाद प्रदर्शन और विशेष उद्घाटन ऑफर ने इस अवसर को और भी खास बना दिया.

सारडा ग्रुप भविष्य में वचन डेयरी पार्लर की श्रृंखला को और विस्तारित करने की योजना बना रहा है, जिससे ग्राहकों को स्वास्थ्य, स्थिरता और फार्म-टू-टेबल अनुभव प्रदान किया जा सके.

पुलिस ने कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को कन्या छात्रावास में जाने से रोका, गेट के सामने मोहन मरकाम ने दिया धरना, कहा-लड़ते रहेंगे न्याय की लड़ाई

नारायणपुर-  नारायणपुर जिले के छोटेडोंगर में पुलिस ने कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में प्रवेश करने से रोक दिया है। जिसके बाद छात्रावास के गेट के सामने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम समेत विधायकों ने धरना शुरु कर दिया है। पूर्व मंत्री मोहन मरकाम ने बेटियों के साथ हो रहे अन्याय को छिपाने का भी आरोप लगाया है।

दरअसल, एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय कन्या छात्रावास के स्नानगृह में सीसीटीवी कैमरा और शौचालय में रहकर पढ़ाई करने का मामला सामने आया था। जिसके बाद प्रदेश कांग्रेस पार्टी ने जांच कमेटी का गठन किया था। कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल आज जब जांच के लिए एकलव्य आवासीय विद्यालय कन्या छात्रावास पहुंचा तो पुलिस ने उन्हें कलेक्टर का हवाला देकर गेट के बाहर ही रोक दिया। इस जांच समिति का संंयोजक मोहन मरकाम को बनाया गया है। समिति में बालोद विधायक संगीता सिन्हा और पूर्व विधायक चंदन कश्यप को शामिल किया गया है।

मामले पर पूर्व पीसीसी चीफ और पूर्व मंत्री मोहन मरकाम ने इसे गंभीर मुद्दा बताते हुए कहा कि हमारी महिला प्रतिनिधि अंदर जाकर बच्चों से व्यवस्था की जानकारी लेना चाहती थीं, लेकिन प्रशासन ने गेट बंद कर दिया। जांच टीम को आधे घंटे से ज्यादा इंतजार करना पड़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि बेटियों के साथ हो रहे अन्याय को छिपाने की कोशिश की जा रही है।

मरकाम ने कहा कि जब तक जांच टीम को अंदर नहीं जाने दिया जाएगा तब तक वे धरने पर बैठे रहेंगे। प्रशासन पर दबाव डालने का आरोप लगाते हुए मोहन मरकाम ने कहा कि यह देश में पहली घटना है जहां बेटियों को शौचालय में रहना और पढ़ना पड़ रहा है। उन्होंने इसे बेहद गंभीर विषय बताया और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।

आगे कहा कि एकलव्य आवासीय विद्यालयों में पर्याप्त फंड होता है लेकिन प्रशासन और अधिकारी इस फंड का दुरुपयोग कर रहे हैं। उन्होंने सरकार की “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” योजना पर सवाल उठाया, कहा कि यदि बेटियों के साथ अन्याय होता रहा तो वे इसे सहन नहीं करेंगे और उनके लिए न्याय की लड़ाई लड़ते रहेंगे। छात्रावास में मीडिया को भी डराने और धमकाने की घटनाएं सामने आई है। कांग्रेस ने इस मामले की जांच और दोषियों पर कार्रवाई सुनिश्चित करने की मांग की है।

मुख्य डाकघर में लाखों की चोरी, CCTV का हार्डडिस्क भी साथ ले गए चोर

धमतरी-  शहर में फिर चोरी की वारदात सामने आई है। शातिर चोरों ने थाने के बगल में स्थित मुख्य डाकघर से लाखों की चोरी की है। घटना की जानकारी पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच में जुटी है। वहीं नजदीक ही लोक सेवा केंद्र में सेंधमारी की खबर है।

जानकारी के मुताबिक, मुख्य डाकघर में लाखों की चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया है। मुख्य डाक घर की दूरी कोतवाली थाना से महज 50 मीटर है, ऐसे में पुलिस की नाइट पेट्रोलिंग पर भी सवाल उठ रहे हैं। चोरों ने गैस कटर से काटकर चोरी की घटना को अंजाम दिया है। चोरी के सबूत को छिपाने के लिए शातिर चोर सीसीटीवी के हार्डडिस्क को भी अपने साथ ले गए।

थाना प्रभारी राजेश मराई ने बताया कि चोरी की घटना की जानकारी मिली थी, मामले की जांच जारी है। डॉग स्क्वायड की मदद ली जा रही है.

साइंस कॉलेज यूथ हब को तोड़ने के विरोध में उतरे पूर्व विधायक विकास उपाध्याय, बीजेपी पर कसा तंज…

रायपुर-    साइंस कॉलेज यूथ हब को तोड़ने को लेकर आज पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने दुकानदारों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने रायपुर पश्चिम विधायक राजेश मूणत और भाजपा नेताओं पर निशाना साधा है. उन्होंने बीजेपी सरकार पर रोजगार छिनने आरोप लगाते हुए कहा कि यह साइंस कॉलेज यूथ हब 8 से 9 करोड़ की लागत से बनी सरकार की योजना थी, स्मार्ट सिटी की योजना थी, जिसको इम्प्लीमेंट सरकार के अधिकारियों ने किया. जिसमें किसी भी प्रकार का विवाद नहीं, बल्कि जो रायपुर पश्चिम के विधायक हैं, उनकी एक जिद के कारण, उनकी हठधर्मिता के कारण और उनके अड़ियल रवैये के कारण वो बहुत सारी जगहों पर बड़ी-बड़ी ईमारतें बनवाकर अपनी जिद के आड़े सबकुछ ध्वस्त कर देने का प्रण ले लेते हैं और उसे उजाड़ने का काम उसे तोड़ने का काम बखूबी करते हैं.

उपाध्याय ने कहा कि लगभग साल-डेढ़ साल से इस यूथ हब में स्टालों का संचालन हो रहा है जबकि इसको लेकर विधायक राजेश मूणत जी द्वारा पूर्व में अफवाह फैलाया गया कि इसके खुलने से अपराध को बढ़ावा मिलेगा, नशे के कारोबार बढ़ेंगे, चाकूबाजी और हत्या, बलात्कार जैसी घटनाएँ होंगी, लेकिन यूथ हब के प्रारंभ से लेकर अब तक उस जगह पर किसी भी प्रकार का अपराध नहीं हुआ है. इसकी जानकारी संबंधित थाने में जाकर ली जा सकती है और वहीं वर्तमान में लोगों को वहां रोजगार मिल गया है तो बीजेपी को तकलीफ हो रही है.

कांग्रेस पार्टी गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों की लड़ाई लड़ेगी, हम साइंस कॉलेज यूथ हब को किसी भी कीमत पर टूटने नहीं देंगे. यूथ हब के दुकानदारों, छात्रों के लिए कांग्रेस के नेता सड़क से सदन तक लड़ाई लड़ेंगे, जो इसमें सरकार का पैसा लगा है. उसे हम बर्बाद नहीं होने देंगे और लगातार यह सत्याग्रह चालू हुआ है इसे लेकर हम चरणबद्ध तरीके से आन्दोलन करेंगे और जब तक न्याय नहीं मिल जाता तब तक इस लड़ाई को हम लड़ेंगे.

हाथी शावक ‘अघन’ की हुई मौत, पोटाश बम से हुआ था घायल, ठीक होते ही मां से मिलाने की थी तैयारी

गरियाबंद- गरियाबंद में पोटाश बम से घायल हाथी शावक “अघन” की आज मौत हो गई। दरअसल, शावक को मां और झुंड छोड़कर चले गए। जिसके बाद डॉक्टरों की टीम शावक को स्वस्थ करने में जुट गई। साथ ही ट्रैक्टर टीम ने दल के मूवमेंट पर भी नजर रख हुए थे। ठीक होते ही शावक को मां से मिलाने की तैयारी थी। लेकिन शावक “अघन” ने दोपहर 3.35 बजे अंतिम सांस ली। उदंती सीता नदी अभ्यारण्य के उपनिदेशक वरुण जैन ने इसकी पुष्टि की है।

बता दें कि घायल शावक को उसकी मां और झुंड छोड़कर चला गया था। जिसके बाद नन्हें शावक की सलामती में उपनिदेशक वरुण जैन के नेतृत्व में 30 अफसर, कर्मी के अलावा दो महावत और वाइल्ड लाइफ चिकित्सक डॉक्टर राकेश वर्मा 24 घंटे शावक की निगरानी व उसके मूमेंट में लगे हुए थे। हाथी के शावक की मां को ट्रैक्टर टीम ने 5 किमी की परिधि में ट्रैक किया था। लेकिन शुक्रवार को ‘अघन’ की तबियत बिगड़ गई थी। डॉक्टर्स तौरेंगा रेंज में शावक का उपचार कर रहे थे। आज दोपहर 3.35 बजे शावक अघन ने अंतिम सांस ली।

महिला अफसर ने किया था शावक का नामकरण

हाथी के शावक के ऑपरेशन को देखने सीसीएफ सतोविषा समाजदार रिसगांव रेंज के सालेहभाठ पहुंची थी। उन्होंने शावक को स्वास्थ्य करने चलाए जा रहे अभियान को करीब से देखा था। शावक के सकारात्मक व्यवहार को देखते हुए महिला अफसर ने शावक का नामकरण कर अघन नाम रख दिया था।

पोटाश बम के घातक केमिकल से बने हाथी के जीभ के घाव भरने का नाम नहीं ले रहा था। लगातार उपचार के बावजूद जीभ और गले के एक हिस्से में इन्फेक्शन बढ़ रहा था। जिसके चलते शावक ने भोजन त्याग दिया था।

सहकारी समिति में बड़ा घोटाला : पीड़ित किसानों ने कहा – कोई कर्ज नहीं लिया फिर भी बना दिया कर्जदार, शिकायत पर कार्रवाई नहीं,अब आत्महत्या की चेतावनी

डोंगरगढ़-  भोले-भाले किसानों के नाम पर फर्जी लोन लेकर लाखों की हेराफेरी का पर्दाफाश हुआ है. सोसायटी प्रबंधक और बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत ने किसानों को ऐसा फंसाया कि अब वे न खेती के लिए जरूरी साधन जुटा पा रहे हैं और न ही अपनी उपज बेचने में सक्षम हैं. यह मामला डोंगरगढ़ विकासखंड के छिपा सहकारी समिति का है. पीड़ित किसानों का कहना है कि हमने कभी कोई लोन नहीं लिया, फिर भी हमें कर्जदार बना दिया गया. हमने सांसद, कलेक्टर, एसडीएम, सबसे शिकायत की, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई. अब तो ऐसा लग रहा है कि हमें आत्महत्या ही करनी पड़ेगी।

पलांदूर गांव के जितेंद्र यादव की कहानी चौंकाने वाली है. महज दो एकड़ जमीन के मालिक जितेंद्र के नाम पर 2,65,000 रुपए का कर्ज़ दिखा दिया गया, जबकि प्रावधान के अनुसार इतनी जमीन पर केवल 60,000 रुपए का लोन दिया जा सकता है, लेकिन यही कहानी अकेले जितेंद्र की नहीं है. यादव राम वर्मा, राजकुमार वर्मा, शेखर वर्मा और प्रदीप वर्मा सहित कई किसानों को इसी तरह ठगा गया. इन किसानों ने न कभी लोन के लिए आवेदन किया, न ही उन्हें इसकी जानकारी थी.

धान बेचने पर कर्ज का रकम काटने का डर

इस फर्जीवाड़े की शुरुआत तब हुई, जब सोसायटी प्रबंधक ने नवीनीकरण के नाम पर किसानों से ब्लैंक चेक पर हस्ताक्षर करवा लिए. इसके बाद बैंक कर्मचारियों के साथ मिलकर उनके नाम पर लोन स्वीकृत कराया और रकम हड़प ली. जब किसानों को इस धोखाधड़ी का पता चला, तब तक उनकी धान बेचने की व्यवस्था भी बाधित हो चुकी थी. किसानों का आरोप है कि बैंक और सोसायटी ने उनकी मेहनत की कमाई को तो लूटा ही, अब उन्हें मंडी में अपनी उपज बेचने तक की अनुमति नहीं मिल रही. उनकी चिंता यह है कि अगर धान बेचते हैं तो उससे मिली रकम सीधे बैंक कर्ज में काट ली जाएगी.

शिकायत की जांच कर रहे, जल्द कार्रवाई होगी : एसडीएम

डोंगरगढ़ एसडीएम मनोज मरकाम के पास अपनी फरियाद लेकर पहुंचे किसानों ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और फर्जी लोन माफ करने की मांग की है. एसडीएम का कहना है कि शिकायत की जांच की जा रही है. जल्द ही इस पर कार्रवाई होगी.

कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी

किसान यादवराम वर्मा ने बताया, हमने कभी कोई लोन नहीं लिया, फिर भी हमें कर्जदार बना दिया गया. हमने सांसद, कलेक्टर, एसडीएम, सबसे शिकायत की, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई. अब तो ऐसा लग रहा है कि हमें आत्महत्या ही करनी पड़ेगी. किसान संतोष वर्मा ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा, हम नौ किसान इस घोटाले के शिकार हुए हैं. जब खाद लेने गए, तब पता चला कि हमारे नाम पर लाखों का कर्ज है. हमारी मांग है कि भुगतान में बिना कोई कटौती किए हमें धान बेचने दिया जा. इस घोटाले ने किसानों की जिंदगी पर बड़ा असर डाला है। अब वे न केवल अपनी आजीविका के लिए जूझ रहे हैं, बल्कि मानसिक तनाव भी झेल रहे हैं. किसानों ने चेतावनी दी है कि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आंदोलन करने पर मजबूर होंगे.