उप मुख्यमंत्री अरुण साव आंजनेय विश्वविद्यालय में आयोजित नेशनल कॉन्फ्रेंस के समापन समारोह में हुए शामिल
रायपुर- उप मुख्यमंत्री अरुण साव आज रायपुर के नरदहा में आंजनेय विश्वविद्यालय द्वारा ‘डिकोडिंग द चैलेंजेस ऑफ इंडियास न्यू क्रिमिनल लॉज’ (Decoding the Challenges of India’s new Criminal Laws) विषय पर आयोजित तीन दिवसीय नेशनल कॉन्फ्रेंस के समापन समारोह में शामिल हुए। उन्होंने मुख्य अतिथि के रूप में समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि देश में तीन नए कानूनों भारतीय न्याय संहिता, भारतीय साक्ष्य अधिनियम और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता पर अमल भारत सरकार का क्रांतिकारी निर्णय है। यह लोगों को त्वरित न्याय दिलाने और देश की न्यायिक व्यवस्था में सुधार की दिशा में बड़ा कदम है। पुराने कानूनों में सुधार की जरूरत काफी लंबे समय से महसूस की जा रही थी, पर इन्हें बदलने देश के किसी भी सरकार ने हिम्मत और हौसला नहीं दिखाया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वतंत्र भारत का क्रांतिकारी निर्णय लेते हुए 1 जुलाई 2024 से नए कानूनों को देश में लागू कराया है।
उप मुख्यमंत्री श्री साव ने कॉन्फ्रेंस में उत्कृष्ट शोध प्रस्तुत करने वाले शोधार्थियों और प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया। विगत 2 अगस्त से प्रारंभ हुए इस राष्ट्रीय सम्मेलन में देश भर से आए कानूनी विशेषज्ञों, न्यायिक अधिकारियों, अधिवक्ताओं, शिक्षाविदों और शोधार्थियों ने ‘डिकोडिंग द चैलेंजेस ऑफ इंडियास न्यू क्रिमिनल लॉज’ पर तीन दिनों तक मंथन किया। श्री साव ने ‘डिकोडिंग द चैलेंजेस ऑफ इंडियास न्यू क्रिमिनल लॉज’ जैसे सामयिक और प्रासंगिक विषय पर राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस के आयोजन के लिए आंजनेय विश्वविद्यालय परिवार को धन्यवाद और बधाई देते हुए कहा कि वर्तमान समय की जरूरत, नागरिकों को जल्दी न्याय दिलाने, जांच और न्याय की प्रकिया में वैज्ञानिक तकनीकों, डिजिटल व इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों के प्रावधानों को शामिल करने तीन नए कानूनों को प्रभावशील किया गया है। भारतीय न्याय संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम में आवश्यक संशोधन कर देश की आजादी से काफी पहले बने पुराने और अप्रासंगिक औपनिवेशिक कानूनों में बदलाव किया गया है। अंग्रेजों ने भारतीयों पर शासन करने और दंड देने के लिए पुराने कानून बनाए थे, जबकि नए कानूनों का उद्देश्य नागरिकों को न्याय दिलाना है।
श्री साव ने कहा कि नए कानूनों से आपराधिक मामलों की जांच और सुनवाई में तेजी आएगी। आधुनिक प्रावधानों के साथ साक्ष्य संग्रह और प्रस्तुतीकरण में सुधार होगा। यह नया अधिनियम डिजिटल साक्ष्य और तकनीकी उपकरणों के उपयोग को प्रोत्साहित करेगा। तीनों नए कानूनों को नागरिकों की वर्तमान जरूरतों और आकांक्षाओं के अनुरूप बनाया गया है, जिससे न्याय प्रणाली जनता के लिए अधिक प्रासंगिक और उपयोगी होगी। ये कानून आपराधिक न्याय प्रणाली में महत्वपूर्ण सुधार लाने के साथ ही समाज में न्याय और पारदर्शिता को बढ़ावा देगा। नेशनल कॉन्फ्रेंस के समापन कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे श्री साव ने आज विश्वविद्यालय परिसर में आंवला का पौधा भी लगाया।
आंजनेय विश्वविद्यालय के चांसलर अभिषेक अग्रवाल ने कार्यक्रम में कहा कि समय के साथ प्रचलित कानूनों में बदलाव जरूरी है। भारत सरकार ने भी जनहित और न्यायिक व्यवस्था को ज्यादा प्रभावी बनाने इनमें परिवर्तन किया है। एक विश्वविद्यालय होने के नाते लोगों को जागरूक करना और देश-दुनिया में हो रहे बदलावों से अवगत कराना हमारा दायित्व है। इस दिशा में हम लगातार काम कर रहे हैं। स्कॉलरशिप और वित्तीय सहायता (Aids) उपलब्ध कराकर हम आर्थिक रूप से कमजोर छात्र-छात्राओं को भी उच्च शिक्षा का अवसर प्रदान कर रहे हैं। विश्वविद्यालय के प्रो-चांसलर सुमीत श्रीवास्तव, महानिदेशक डॉ. बी.सी. जैन, नेशनल कॉन्फ्रेंस आयोजन समिति के संयोजक डॉ. राहुल चौधरी, पत्रकारिता एवं जनसंचार विभागाध्यक्ष डॉ. राहुल तिवारी ने भी समापन समारोह को संबोधित किया। वाइस-चांसलर टी. रामाराव और तुषार चोपड़ा कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। आयोजन समिति की सचिव डॉ. रूपाली चौधरी सहित विश्वविद्यालय के प्राध्यापक और शोधार्थी भी बड़ी संख्या में कार्यक्रम में मौजूद थे।

रायपुर- उप मुख्यमंत्री अरुण साव आज रायपुर के नरदहा में आंजनेय विश्वविद्यालय द्वारा ‘डिकोडिंग द चैलेंजेस ऑफ इंडियास न्यू क्रिमिनल लॉज’ (Decoding the Challenges of India’s new Criminal Laws) विषय पर आयोजित तीन दिवसीय नेशनल कॉन्फ्रेंस के समापन समारोह में शामिल हुए। उन्होंने मुख्य अतिथि के रूप में समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि देश में तीन नए कानूनों भारतीय न्याय संहिता, भारतीय साक्ष्य अधिनियम और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता पर अमल भारत सरकार का क्रांतिकारी निर्णय है। यह लोगों को त्वरित न्याय दिलाने और देश की न्यायिक व्यवस्था में सुधार की दिशा में बड़ा कदम है। पुराने कानूनों में सुधार की जरूरत काफी लंबे समय से महसूस की जा रही थी, पर इन्हें बदलने देश के किसी भी सरकार ने हिम्मत और हौसला नहीं दिखाया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वतंत्र भारत का क्रांतिकारी निर्णय लेते हुए 1 जुलाई 2024 से नए कानूनों को देश में लागू कराया है।




रायपुर- राजस्व एवं अपदा प्रबंधन मंत्री टंकराम वर्मा आज विकासखण्ड बलौदाबाजार अंतर्गत ग्राम सकरी में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा आयोजित जिला स्तरीय हरेली पर्व, पीएम आवास लाभार्थियों के गृह प्रवेश एवं वृक्षारोपण कार्यक्रम में शामिल हुए। छत्तीसगढ़ के पहली त्यौहार हरेली के पावन अवसर पर अतिथियों के द्वारा क़ृषि औजारों की पारम्परिक रीति से पूजा- अर्चना कर जिलेवासियों की सुख समृद्धि एवं अच्छी फसल की कामना की। मंत्री श्री वर्मा ने प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण अंतर्गत स्वीकृत आवास पूर्ण होने पर 10 हितग्राहियों को मकान की चाबी सौंपी तथा एक पेड़ माँ के नाम अभियान अंतर्गत अमृत सरोवर के मेड़ पर पौधा लगाया। कैबिनेट मंत्री श्री वर्मा ने ग्रामवासियों की मांग पर ग्राम सकरी में नवीन पीडीएएस भवन की स्वीकृति एवं मानस भवन के लिए 10 लाख रूपये देने की घोषणा की।



रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज राजधानी रायपुर के शंकर नगर स्थित राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा के निवास पर आयोजित हरेली तिहार कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री साय ने राजस्व मंत्री श्री वर्मा के साथ कृषि यंत्रों की विधि-विधान से पूजा की और सभी को हरेली पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।
रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज हरेली तिहार के पवित्र दिन तेलीबांधा स्थित मरीन ड्राइव पर आयोजित हरेली उत्सव और साहू समाज के सम्मान समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने यहां नागर, गैती, गेड़ी सहित कृषि यंत्रों की पूजा की और प्रदेश के किसानों की खुशहाली के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। श्री साय ने भक्त माता कर्मा के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर आरती की और छतीसगढ़ की सुख-समृद्धि की कामना की। कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री अरुण साव, केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू, रायपुर ग्रामीण विधायक मोतीलाल साहू, कसडोल विधायक संदीप साहू, पूर्व मंत्री चन्द्रशेखर साहू सहित साहू समाज के अध्यक्ष टहल सिंह साहू और अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे।






रायपुर- कोरबा के बालकोनगर के रामलीला मैदान में सार्वजनिक हरेली आयोजन समिति द्वारा आयोजित हरेली कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में वाणिज्य, उद्योग और श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन शामिल हुए। इस अवसर पर मंत्री श्री देवांगन ने कृषि औजारों और गेड़ी की पूजा कर परंपरागत रूप से हरेली त्योहार मनाया। उन्होंने छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा-अर्चना कर अच्छी फसल और किसानों की खुशहाली व समृद्धि की कामना की। उन्होंने प्रदेश के पारंपरिक पर्व हरेली तिहार के अवसर पर आम नागरिकों को अपनी बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा है कि छत्तीसगढ़ एक कृषि प्रधान राज्य है। हरियाली अमावस्या को मनाया जाने वाला हरेली त्यौहार का छत्तीसगढ़ के जनजीवन में व्यापक प्रभाव देखा जा सकता है। इस दिन किसान भाई नांगर (हल) एवं कृषि औजार की पूजा करते है, जो हमारे कृषि प्रधान संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। वहीं दूसरी ओर देखा जाए तो हरेली पर्व का महत्व धरती को हरा-भरा बनाये रखने के लिए पेड़-पौधे की महत्ता को भी प्रदर्शित करता है।



रायपुर- उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री अरुण साव आज हरेली की उमंग और उत्साह के बीच रायपुर में जनसमस्या निवारण शिविर में पहुंचे। उन्होंने जनसमस्या निवारण पखवाड़ा के तहत चंगोराभाठा के वार्ड क्रमांक-68, डॉ. खूबचंद बघेल वार्ड के सांस्कृतिक भवन में आयोजित शिविर में कृषि औजारों और गेड़ी की पूजा कर प्रदेशवासियों और किसानों की सुख-समृद्धि की कामना की। उन्होंने गेड़ी का आनंद भी लिया। श्री साव ने सांस्कृतिक भवन से लगे डॉ. खूबचंद बघेल उद्यान में हरेली के मौके पर ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के अंतर्गत हरिशंकरी का पौधा लगाया। रायपुर नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे, नगरीय प्रशासन विभाग के संचालक कुंदन कुमार, कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह, नगर निगम के आयुक्त अबिनाश मिश्रा और वरिष्ठ पार्षद मृत्युंजय दुबे भी इस दौरान मौजूद थे।







रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि आदिवासी बहुल छत्तीसगढ़ राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को और अधिक बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकार के साथ-साथ निजी क्षेत्र की भागीदारी भी जरूरी है। छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के बाद से अब तक प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं का तेजी से विस्तार हुआ है, लेकिन अभी भी काफी कुछ करने की जरूरत है। राज्य सरकार का यह प्रयास है कि प्रदेश के नागरिकों को विशेष रूप से दूरस्थ अंचलों के मरीजों को भी अच्छी सुविधाएं उपलब्ध हो सकें।



रायपुर- छत्तीसगढ़ के प्रथम पर्वतारोही राहुल गुप्ता ‘माउंटेन मैन‘ पर्वतारोहण क्षेत्र में नया रिकॉर्ड कायम करने जा रहे है। ऑस्ट्रेलिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट कोज़िअस्को में 15 अगस्त को तिरंगा फहराएंगे। माउंटेन मेन राहुल गुप्ता ने आज खेल मंत्री से मुलाकात कर आगामी अभियान के लिए आशीर्वाद लिया। राहुल, ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप के सबसे ऊंची चोटी माउंट कोज़िअस्को (7,310 फिट) की ऊंची चोटी पर चढ़ाई करेंगे। जो कि महाद्वीपो के पहाड़ो की ऊँचाई की रैंकिंग में सातवाँ व सबसे छोटी चोटी है।
Aug 05 2024, 00:27
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