सस्पेंस...नीतीश-ममता का साथ मिला तो बन सकती है INDIA गठबंधन की सरकार! दिल्ली से लखनऊ तक बैठक का दौर शुरू
लोकसभा की 542 सीटों के लिए काउंटिंग जारी है। दोपहर 4 बजे तक के रुझानों में NDA को 298 सीटें मिलती दिख रही हैं। वहीं INDIA को 200 सीटों पर बढ़त हासिल हो चुकी है। बता दें कि, बहुमत का आंकड़ा 272 है। इस बार कांग्रेस के नेतृत्व वाला इंडिया गठबंधन शानदार प्रदर्शन करता नजर आ रहा है।
2014 और 2019 के चुनाव नतीजों के विपरीत इस बार बीजेपी बहुमत के लिए जरूरी जादुई आंकड़े से पीछे रहती नजर आ रही है। भाजपा गठबंधन को मेजॉरिटी मिलती दिख रही है, लेकिन क्या INDIA के भी सरकार बनाने की संभावना है। अगर कुछ सीटें इधर-उधर हुईं तो बीजेपी का सरकार बनाना मुश्किल हो जाएगा।
दरअसल, आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू और बिहार में नीतीश कुमार किंगमेकर की भूमिका निभा सकते हैं। इंडिया गठबंधन के पास अगर 242 का आंकड़ा रहता है तो वह टीडीपी और जेडीयू के साथ मिलकर सरकार बना सकती है। तेलुगु देशम पार्टी (TDP) 16 और जनता दल यूनाइटेड (JDU) 14 सीटों पर आगे चल रही है। दोनों दलों के पास अगर 30 सीटों का आंकड़ा आ जाता है तो इंडिया गठबंधन 272 के आंकड़े तक पहुंच सकता है। INDIA को 200 सीटें मिलती हैं, तो यह बहुमत से 72 सीटें पीछे रहता है। ऐसे में बहुमत के लिए उसे मौजूदा सीट शेयरिंग से बाहर भी पार्टनर खोजने होंगे।
जब कांग्रेस की अगुआई में INDIA ब्लॉक बना था, तब ममता बनर्जी इसकी बैठक में शामिल हुई थीं। हालांकि बंगाल में सीट शेयरिंग के मुद्दे पर तृणमूल और कांग्रेस के बीच सहमति नहीं बन पाई और दोनों ने अलग-अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया। लेकिन ममता बनर्जी ने कहा था कि वे INDIA के साथ हैं। लिहाजा अगर सरकार बनाने की नौबत आती है, तो तृणमूल गठबंधन को समर्थन दे सकती है। तृणमूल के पास 31 सांसद है।
बिहार में भाजपा ने जनवरी 2024 में जदयू के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। इससे पहले नीतीश राजद और कांग्रेस के गठबंधन की सरकार के मुखिया थे। ऐसे में अगर INDIA ब्लॉक नीतीश को अच्छी पोजिशन ऑफर करता है, तो उनकी वापसी हो सकती है। जदयू के पास 15 सांसद है। चंद्रबाबू नायडू का इतिहास भी कुछ ऐसा ही रहा है। वह कभी सहयोगी दल तो कभी विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं। इस बार विधानसभा चुनाव में उन्होंने एनडीए के साथ चुनाव लड़ा, लेकिन 133 सीटों पर जीत के साथ बढ़ रही टीडीपी अकेले भी सरकार बनाने की स्थिति में है। ऐसे में वह राज्य और केंद्र में एनडीए का दामन छोड़ सकती है। बताते चलें कि चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी ला चुकी है।







चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने 2024 के विधानसभा चुनावों में शानदार वापसी की है। आंध्र प्रदेश में लोकसभा के साथ-साथ विधानसभा के भी चुनाव कराए गए थे। लोकसभा और विधानसभा में एक बार फिर से तेलुगू देशम पार्टी का बेहतरीन प्रदर्शन रहा है। तेलुगू देशम पार्टी के चीफ चंद्रबाबू नायडू एक बार फिर से आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री बन सकते हैं। विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करते हुए दक्षिणी राज्य आंध्र प्रदेश में सत्ता में वापसी की है और वर्तमान में 175 सदस्यीय विधानसभा में 132 सीटों पर जीत रही है। आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव में एनडीए के अन्य सहयोगी दल भारतीय जनता पार्टी और पवन कल्याण की जनसेना पार्टी ने भी वहां अच्छा प्रदर्शन किया है। ये दोनों दलों को क्रमशः 8 और 21 सीटों पर आगे चल रहे हैं।


















लोकसभा चुनाव के नतीजे आने शुरू हो गे हैं। अब तक मिले रूझानों में बीजेपी केंद्र में अपने दम पर बहुमत हासिल करने के लिए संघर्ष करती दिख रही है। यही, नहीं उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा से लेकर कई राज्यों में बीजेपी को सीटों का नुकसान हुआ है। हालांकि, बीजेपी के लिए अच्छी खबर ये है कि पार्टी ओडिशा में पहली बार सत्ता में आती दिख रही है। इसी के साथ बीजेपी नवीन पटनायक के 24 साल पुराने किलो को ध्वस्त करती दिख रही है।
Jun 04 2024, 19:09
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