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एक बार फिर चांद पर विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग, 40 सेमी तक ऊपर उठा, फिर किया 30 से 40 सेमी दूर पर सुरक्षित लैंड

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विक्रम लैंडर ने एक बार फिर चांद की सतह पर लैंडिंग की है। इसरो के आदेश पर विक्रम लैंडर का इंजन चालू हुआ और उसने खुद सतह से करीब 40 सेमी ऊपर उठाया और शिवशक्ति प्वाइंट से करीब 30 से 40 सेमी दूर सुरक्षित लैंड किया।सोमवार को एक एक्स पोस्ट में इसरो ने जानकारी दी कि चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर ने फिर से चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग की।इसरो ने बताया कि भविष्य में लैंडर के वापस लौटने और मानव मिशन के लिए इस प्रयोग के बेहद मायने हैं।

इसरो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, विक्रम लैंडर अपने मिशन उद्देश्यों से आगे निकल गया है। इसने सफलतापूर्वक हॉप एक्सपेरीमेंट (उछाल मारना) पूरा किया। इसरो ने बताया कि आदेश मिलने पर, इसने इंजन चालू कर दिए, उम्मीद के मुताबिक खुद को लगभग 40 सेमी ऊपर उठाया और 30-40 सेमी की दूरी पर सुरक्षित रूप से उतर गया।इसरो ने विक्रम लैंडर के इस करतब का वीडियो सोशल मीडिया पर जारी किया है।

क्यों अहम है दोबारा लैंडिंग?

महत्वपूर्ण बात यह है कि इस एक्सपेरिमेंट के आधार पर इसरो अब आगे के मिशनों में चांद से धरती पर वापस यान को ला सकेगा। फिलहाल यह टेस्ट सफल रहा और इससे वैज्ञानिक काफी खुश हैं।इसरो ने बताया है कि लैंडर के दोबारा किक स्टार्ट करने की ये प्रक्रिया उपग्रहों या फिर भविष्य में मानव मिशन को दुबारा धरती पर लाने की दिशा में एक अहम कोशिश है। लैंडर द्वारा आज किए गए इस मेनुवर से वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ा है कि भारत चांद की सतह पर उपग्रह उतारने के अलावा उन्हें दोबारा धरती पर भी ला सकता है।

रोवर ने पूरा किया काम

बता दें कि चंद्रयान-3 अपने उद्देश्य पूरे कर चुका है और इसका मिशन लगभग पूरा हो गया है। स्लीप मोड में जाने से पहले प्रज्ञान रोवर करीब 100 मीटर की दूरी चांद पर तय कर चुका है और जो जानकारियां भेजी है उसे आगे के मिशन के साथ साथ चांद को समझने में मदद मिलेगी। ऑक्सीजन,सिलिकॉन, टाइटेनियम, फेरोनियम की उपलब्धता बड़ी उम्मीद को जन्म दे रही है। आने वाले समय में आर्थिक संसाधनों की जरूरतों को चांद पूरा कर सकता है। जानकारों का कहना है कि इसरो का चंद्रयान मिशन इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि कम से कम बजट में बड़ी सफलता कैसे हासिल की जा सकती है। चांद पर अब रात हो रही है। इसलिए प्रज्ञान रोवर को सुरक्षित जगह पार्क कर स्लीप मोड में सेट किया गया है। चांद पर धरती के 14 दिन के बराबर एक दिन होता है और इतनी ही बड़ी रात होती है। चांद के दक्षिणी ध्रुव पर रात के समय तापमान माइनस 238 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है। ऐसे में इतने कम तापमान में रोवर और लैंडर काम नहीं कर पाएंगे। जब चांद पर रात बीत जाएगी तो लैंडर और रोवर को फिर से सक्रिय करने की कोशिश की जाएगी लेकिन इसकी उम्मीद कम है।

जन आशीर्वाद यात्रा में आमंत्रित नहीं करने पर बोलीं उमा भारती, , "हो सकता है वे (भाजपा नेता) घबरा गए हों कि मैं वहां रहूंगी, तो पूरी जनता का ध्यान मुझ पर ही होगा" 


मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती को भाजपा द्वारा अपनी जन आशीर्वाद यात्रा में आमंत्रित नहीं किया जाना काफी अखर रहा है। इस यात्रा को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा रविवार को हरी झंडी दिखाई गई। 64 वर्षीय फायरब्रांड नेता उमा भारती ने कहा, "हो सकता है कि वे (भाजपा नेता) घबरा गए हों कि अगर मैं वहां रहूंगी, तो पूरी जनता का ध्यान मुझ पर ही होगा।" उमा भारती ने कहा, "अगर (2020 में) ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उन्हें सरकार बनाने में मदद की, तो मैंने भी उन्हें (2003 में) बड़ी बहुमत वाली सरकार बनाने में मदद की थी।"

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, कभी पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की करीबी मानी जाने वाली उमा भारती ने कहा, "मैं सिंधिया को भतीजे के रूप में प्यार करती हूं, लेकिन कम से कम मैं यात्रा के शुभारंभ पर आमंत्रित किए जाने के योग्य थी, भले ही मैं वहां नहीं जाती, लेकिन मैं फिर भी भाजपा के लिए प्रचार करूंगी और वोट मांगूंगी।" पार्टी आगामी चुनाव में जीत हासिल करेगी।'

कांग्रेस को मिला नया मुद्दा

भाजपा ने अभी तक इस चूक पर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन राज्य के विपक्षी दल कांग्रेस ने कहा कि यह स्पष्ट संकेत है कि भाजपा को सुर्खियों में लाने वाले राम मंदिर आंदोलन के अग्रणी नेताओं में से एक उमा भारती को दरकिनार किया जा रहा है।

भोपाल में मौजूद कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'भाजपा की आदत अपने सारे नेताओं को अपमानित करने की है। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और राज्य की शिवराज सरकार ने भाजपा के वरिष्ठ लोगों को लगातार दरकिनार किया। हिंदुस्तान का इतिहास रहा है कि जो अपने बुजुर्गों का तिरस्कार करता है, उसे भगवान भी माफ नहीं करते हैं।'

इस मामले के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "पार्टी ने पूर्व उपप्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी को किनारे कर दिया... हमारी संस्कृति में, भगवान भी उस व्यक्ति को माफ नहीं करता जो बड़ों का सम्मान नहीं करता।"

बता दें कि, 2003 में उमा भारती ने तीन-चौथाई बहुमत से मध्य प्रदेश में दिग्विजय सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार का शासन खत्म कर दिया था, लेकिन 2005 में उन्हें अनुशासनहीनता के कारण पार्टी से निकाल दिया गया और 2011 में वापस ले लिया गया था।

गौरतलब है कि 2013 में लोकसभा चुनावों में पार्टी का नेतृत्व करने के लिए 13 उपाध्यक्षों में से एक को नियुक्त करते हुए उन्होंने तत्कालीन पार्टी सहयोगी यशवंत सिन्हा के इस विचार को खारिज कर दिया था कि नरेंद्र मोदी को उनकी अपार लोकप्रियता के कारण एनडीए का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जाना चाहिए। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि लोकप्रियता प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार का फैसला नहीं कर सकती है और कम जन अपील वाले कई नेता हैं जो प्रधानमंत्री के रूप में बहुत कुशल हो सकते हैं।

जदयू विधायक ने कहा, लालू यादव का दिमाग सठिया गया है, ये सब मजाकिया टाइप आदमी हैं, उम्र हो गई है, अब उनका दिमाग लचर पचर हो गया है

बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के विधायक ने गोपाल मंडल के ताजा बयान पर चर्चा का बाजार गर्म है। गोपाल मंडल ने राजद सुप्रीमो लालू यादव के बारे में कहा कि उनका दिमाग सठिया गया है, और ये सब मजाकिया टाइप आदमी हैं। उन्होने कहा कि लालू जी उम्र हो गई है, अब उनका दिमाग लचर पचर हो गया है।

इंडिया गठबंधन में पीएम कैंडिडेट को लेकर गोपाल मंडल से सवाल पूछने पर उन्होने कहा कि लालू यादव ने पटना की बैठक में राहुल गांधी से कहा कि अगर आप शादी करें तो हमलोग बाराती बनकर जाएंगे। ऐसा थोड़ी होता है। अभी चुनाव में बहुत समय है, मान लीजिए अगर नीतीश कुमार या केजरीवाल को अन्य राज्य के लोगों ने मान लिया। जो योग्य रहेंगे, और उम्र का भी तो अंतराल है। राहुल गांधी को देश मानेगा तब तो, लालू जी की उम्र हो गई है। उम्र के बाद दिमाग लचर-पटर हो जाता है। देश का प्रधानमंत्री जनता तय करेगी। लालू जी के कहने से कुछ नही होता है। राहुल गांधी पर गोपाल मंडल ने कहा कि हम यह नहीं कहते कि राहुल गांधी उस योग्य नहीं है। उनके परिवार के लोग प्रधानमंत्री बनते आए हैं। लेकिन सिर्फ लालू जी के कहने से नहीं हो जाएगा। लालू यादव का दिमाग सठिया गया है। हाल ही में उनका किडनी ट्रांसप्लांट हुआ है।

वहीं राहुल गांधी को मटन बनाने की ट्रेनिंग देने के मामले पर गोपाल मंडल ने तंज कसते हुए अब मटन क्या खाएंगे, जब किडनी ही ठीक नहीं है। गोपाल मंडल ने कहा कि नीतीश कुमार ने पूरे देश के लोगों को संगठित करने का काम किया है। देश की क्षेत्रीय पार्टियों को एकजुट किया है। ताकि वो बीजेपी को हरा पाएं। गोपाल मंडल ने कहा कि लालू जी गरीबों के मसीहा हैं, पुराने लीडर हैं। उन्होने हंसाने और बुलाने का काम किया है। बता दें गोपाल मंडल नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के विधायक हैं और अक्सर अपने विवादित बयानों से चर्चा में रहते हैं।

यूपी के मंत्री सतीश शर्मा का शिवलिंग के पास हाथ धोते वीडियो वायरल, सपा और कांग्रेस ने घेरा

उत्तरप्रदेश में बाराबंकी के लोधेश्‍वर महादेव मंदिर में यूपी सरकार के मंत्री सतीश शर्मा द्वारा कथित रूप से शिवलिंग के पास हाथ धोने को लेकर सपा और कांग्रेस ने मंत्री और बीजेपी पर निशाना साधा है। जबकि मंदिर के पुजारी ने इस पर सफाई देते हुए कहा है कि हस्तप्रक्षालन जिस जगह पर पूजा की जाती है वहीं पर किया जाता है। मंत्री का कहना है कि उनके हाथ में पूजन सामग्री लगी थी। बता दें कि मंत्री के हाथ धोने का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है जिसे लेकर सियासी दल सवाल उठा रहे हैं। हालांकि स्ट्रीज बज इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। 

वीडियो में मंत्री सतीश शर्मा के साथ यूपी सरकार के एक अन्‍य मंत्री जितिन प्रसाद भी मौजूद दिख रहे हैं। समाजवादी पार्टी के नेता सुनील सिंह यादव ने इसे लेकर मंत्री सतीश शर्मा पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि यह किसी अन्‍य जाति के नेता ने किया होता तो भाजपा के लोग अब तक उसे पार्टी से बाहर निकाल चुके होते।

कांग्रेस ने भी इस पर तंज कसा है। यूपी कांग्रेस ने एक्‍स (पूर्व ट्विटर) पर वीडियो शेयर करते हुए मंत्री सतीश शर्मा पर आरोप लगाया है कि वह शिवलिंग के पास हाथ धो रहे हैं। कहा है कि बीजेपी आस्था का इस्तेमाल सिर्फ राजनीति के लिए करती है।

कांग्रेस ने अपनी पोस्‍ट में लिखा- 'उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री सतीश शर्मा शिवालय में शिवलिंग के अर्घ्य से सटाकर ही हाथ धो रहे हैं। बगल में एक और मंत्री जितिन प्रसाद खड़े होकर टकटकी निगाह से देख रहे हैं। धर्म के नाम पर, देवी-देवताओं के नाम पर राजनीति करने वाले और कुर्सी पर बैठने वालों के पास इतनी सामान्य सी बुद्धि भी नहीं कि शिवलिंग के समीप हाथ नहीं धोया जाता।

क्‍या है वीडियो में

कांग्रेस द्वारा एक्‍स पर पोस्‍ट किए गए वीडियो में दिख रहा है कि मंत्री सतीश शर्मा शिवलिंग के पास खड़े होकर पूजा कर रहे हैं। इसी दौरान वह पुजारी द्वारा दिए गए जल से शिवलिंग के पास ही अपने हाथ धोते दिख रहे हैं। उनके बगल में यूपी सरकार के एक अन्‍य मंत्री जितिन प्रसाद भी खड़े दिख रहे हैं।

पुजारी ने दी सफाई 

उधर, इस बारे में लोधेश्‍वर महादेव मंदिर के पुजारी ने कहा कि हस्त प्रक्षालन जिस जगह पर पूजा की जाती है वहीं पर किया जाता है। पूजन के समय भगवान को चंदन, शहद, दही, दूध जैसी सामग्री चढ़ाई जाती है उसे कहीं अलग धुलने पर पुण्‍य क्षीण होता है। जो भी यह कह रहे हैं वे सनातन विरोधी हैं।

मंत्री ने क्‍या कहा 

मंत्री सतीश शर्मा ने कहा कि हाथ में पूजन सामग्री लगी थी उसे नाली में धो नहीं सकता था। इसलिए वहीं पर धुला। यह मामला करीब एक हफ्ते पहले का है। वीडियो को गलत ढंग से पेश किया जा रहा है।

ताइवान में भयावह तूफान हाइकुई ने मचाई तबाही, आर्मी ने संभाला मोर्चा, हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया, खतरा बरकरार

ताइवान में तूफान हाइकुई ने दस्तक दी। मूसलाधार बारिश होने के चलते सड़कों पर सैलाब आ गया। करीब 145 घंटे के रफ्तार से हवा के तेज झोंके सबको डरा रहे हैं। बिजली गुल हो गई है। कईयों घर में बत्ती गुल है। कई सालों बाद ताइवान में ऐसा तूफान देखा गया है। हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। घरेलू और इंटरनेशनल उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। ताइवान की दो प्रमुख एयरलाइंस UNI एयर और मंदारिन एयरलाइंस ने सभी उड़ानें कैंसल कर दी है। तूफान के डर से लोग डरे-सहमे हैं। लोग घरों के अंदर हैं। प्रशासन ने लोगों को खिड़कियों और दरवाजों से दूर रहने की सलाह दी है, क्योंकि तेज हवाओं और बारिश के चलते जहां-तहां पेड़ गिर गये। लोगों के घरों पर छत में रखी पानी की टंकियां तूफान में उड़ गई। तमाम ऑफिस, प्रतिष्टान, दुकानें, मॉल, बाजार और दुकानें बंद रखने का ऐलान कर दिया गया है। हाइकुई तूफान का खतरा चीन और फिलीपींस पर भी मंडरा रहा है। हाइकुई तूफान ने वहां कहर बरपा रखा है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ताइवान के सेंट्रल वेदर ब्यूरो ने कहा कि तूफान हाइकुई ने बीते 2 सितंबर की देर रात 3 बजकर 40 मिनट में दस्तक दी है। यह तूफान रविवार की दोपहर में पूर्वी ताइवान के एक पहाड़ी काउंटी तटीय ताइतुंग पहुंच गया है। ताइतुंग में 58 वर्षीय सेवानिवृत्त मैकेनिक चांग झी-मिंग ने कहा कि पिछले चार साल में यह सबसे शक्तिशाली तूफान है। यह तो अभी शुरुआत है, हवा अभी आ रही है और आप पहले से ही पेड़ों को गिरते हुए देख सकते हैं। इससे पहले ताइवान में साल 2019 में तूफान बाइलू आया था। जिसमें एक शख्स की जान चली गई थी।

अभी खतरा टला नहीं

मौसम ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने कहा कि बारिश और हवा की स्पीड अभी और बढ़ेगी। तूफान सोमवार शाम तक ताइवान जलडमरूमध्य में चला जाएगा। पूरे द्वीप में 21,000 से अधिक घरों में बिजली चली गई। पेड़ गिरने और कार टकराने के कारण दो लोग घायल हुए हैं।

राष्ट्रपति ने लोगों को सचेत रहने के लिए कहा

ताइवान के राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने कहा कि बारिश के चलते भूस्खलन का खतरा है। तूफान के लिए तैयारी करें और अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें, बाहर जाने या किसी भी खतरनाक गतिविधि से बचें। सेना ने मोर्चा संभाला है। संवेदनशील जगहों पर सेना को तैनात किया गया है।

ब्रिटिश अखबार “द टेलीग्राफ” ने की पीएम मोदी की लीडरशिप की तारीफ, कहा-बिजली की गति से बढ़ रही भारत की अर्थव्यवस्था

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वैश्विक मंच पर भी हिंदुस्‍तान का कद काफी बढ़ा है। वैश्विक स्‍तर पर भारत इस समय कई क्षेत्रों में लीडरशिप रोल में नजर आ रहा है। ऐसा हाल के कुछ सालों में हुआ है, यूं कह लें की बीजेपी के सत्ता में आने के बाद। ऐही मानना है ब्रिटेन के अखबार द टेलीग्राफ का। जी हां ब्रिटिश अखबार द टेलीग्राफ में पीएम मोदी की लीडरशिप की जमकर तारीफ की गई है।द टेलीग्राफ ने लिखा है कि प्रधानमंत्री मोदी के शासन में राजनीतिक स्थिरता के कारण भारत कानूनी सुधारों, मूलभूत कल्याण योजनाओं में सुधार, इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देने में सफल रहा है।

“पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत ने बड़े लक्ष्य तय किए और हासिल किया”

ब्रिटिश लेखक बेन राइट ने इस लेख में कहा है, विवादों में घिरी राजनीति के बावजूद भारत अपने भौगोलिक लाभों और डिजिटल कौशल की व्यापक संभावनाओं के जरिये आगे बढ़ रहा है। लेख में कहा गया है कि भारत में संभावनाएं हैं, लेकिन कुछ चुनौतियां भी हैं। ऐसे में पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत ने बड़े लक्ष्य तय किए और इन्हें हासिल करने की ओर बढ़ रहा है। इसी कड़ी में लेखक ने चंद्रयान-3 की सफलता का भी जिक्र किया।

“पीएम मोदी के दावे को बताया यथार्थवादी लक्ष्य”

लेख में पीएम मोदी द्वारा भारत को दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था बनाने के वादे को एक यथार्थवादी लक्ष्य बताया गया है। राइट ने लिखा हैं, ‘मोदी ने हाल ही में ‘गारंटी’ दी कि अगर वह अगले साल का चुनाव जीतते हैं तो भारत उनके तीसरे कार्यकाल के अंत तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा। यह काफी यथार्थवादी लक्ष्य है। भारत की जीडीपी 3.7 ट्रिलियन डॉलर है और उसे 2029 तक -जर्मनी (4.2 ट्रिलियन ) और जापान (4.4 ट्रिलियन)- जैसे देशों को पीछे छोड़ने की जरूरत है, जो तेजी से आगे नहीं बढ़ रहे हैं।

“अर्थव्यवस्था को बिजली की गति से 21वीं सदी में लाया जा रहा”

लेख में कहा गया, ‘पीएम मोदी का पहला कार्यकाल कल्याणकारी योजनाओं को शुरू करने पर केंद्रित था, जैसे कि यह सुनिश्चित करना कि पूरे देश में बैंक खाते हों, जिसमें लाभ का भुगतान किया जा सके, सब्सिडी वाली रसोई गैस और सरकार द्वारा वित्त पोषित शौचालयों का निर्माण। उनका दूसरा कार्यकाल वास्तव में व्यापार-समर्थक एजेंडे के लिए उल्लेखनीय रहा है। उन्होंने धन सृजन करने वालों की प्रशंसा की और फार्मास्यूटिकल्स, मोबाइल फोन और कारों सहित विनिर्माण क्षेत्रों में देश की क्षमताओं को बढ़ावा देने के लिए उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन के लिए 2 ट्रिलियन रुपये का बजट रखा। बेन राइट के मुताबिक, ‘एक समय बेहद अकुशल, नकदी आधारित अर्थव्यवस्था को बिजली की गति से 21वीं सदी में लाया जा रहा है। भारत के प्रधानमंत्री ने कॉरपोरेशन टैक्स को 35 प्रतिशत से घटाकर 25 प्रतिशत कर दिया है और देश को अधिक विदेशी निवेश के लिए खोल दिया है। राष्ट्रव्यापी वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) ने स्थानीय करों की आश्चर्यजनक श्रृंखला का स्थान ले लिया गया है

“पीएम मोदी के लिए पूरी दुनिया की राजधानियों में लाल कालीन बिछाया जा रहा”

लेख में एअर इंडिया की ओर से एयरबस और बोइंग को रिकॉर्ड 470 विमानों का ऑर्डर दिए जाने का जिक्र करते हुए कहा गया है कि पीएम मोदी के लिए पूरी दुनिया की राजधानियों में लाल कालीन बिछाया जा रहा है। आईएमएफ ने भविष्यवाणी की है कि 2023 और अगले पांच साल तक भारत दुनिया की सबसे तेज बढ़ती अर्थव्यवस्था बना रहेगा।इसी कड़ी में मुंबई और दिल्ली में एपल के बॉस टिम कुक के खुद आकर पहले दो रिटेल आउटलेट खोलने और एपल के लिए आईफोन बनाने वाली ताइवानी कंपनी फॉक्सकॉम की ओर से कर्नाटक में एक अरब डॉलर की लागत से फैक्टरी शुरू करने की योजना का भी जिक्र लेख में किया गया है। अमेरिकी कंपनी माइक्रोन की ओर से गुजरात में सेमी कंडक्टर फैक्टरी शुरू करने की घोषणा और अंतरराष्ट्रीय फर्म गोल्डमैन सैश के भारत में अपनी बोर्ड मीटिंग करने को भी भारत की बढ़ती ताकत से जोड़ा गया है।

आरएसएस नेता कृष्ण गोपाल का बड़ा बयान, कहा-इस्लामी आक्रमणों के कारण भारतीय समाज में आई बाल विवाह और सती प्रथा जैसी बुराईयां

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आरएसएस के संयुक्त महासचिव कृष्ण गोपाल ने भारतीय समाज में व्याप्त कुछ बुराइयों को लेकर बड़ा बयान दिया है। रविवार को दिल्ली यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम नारी शक्ति संगम के दौरान कृष्ण गोपाल ने महिला सशक्तिकरण विषय पर चर्चा की। बातचीत के दौरान संयुक्त महासचिव ने कहा कि इस्लामी आक्रमणों के कारण भारतीय समाज में बाल विवाह, सती, विधवा पुनर्विवाह पर प्रतिबंध और महिलाओं में अशिक्षा जैसी परंपराएं घर कर गईं।

आरएसएस नेता ने कही ये बड़ी बात

कृष्ण गोपाल ने मध्यकाल को एक बहुत ही कठिन समय बताते हुए कहा, पूरा देश पराधीनता से जूझ रहा था। मंदिरों को ध्वस्त कर दिया गया, बड़े-बड़े विश्वविद्यालयों को नष्ट कर दिया गया और महिलाओं को खतरे में डाल दिया गया। दुनिया भर में लाखों महिलाओं का अपहरण कर उन्हें बाजारों में बेच दिया गया। चाहे वह अहमद शाह अब्दाली, मुहम्मद गौरी या महमूद गजनी हो, इन सभी ने यहां से महिलाओं को ले जाकर दुनिया भर के बाजारों में बेचा। वह अत्यंत अपमान का युग था।उन्होंने कहा कि इसलिए, महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा के लिए हमारे समाज द्वारा उन पर कई प्रतिबंध लगाए गए और इसके परिणामस्वरूप उन्होंने स्कूलों, गुरुकुलों में जाना बंद कर दिया और अशिक्षित हो गईं। 

इस्लामी आक्रमण से पहले ऐसी ती महिलाओं की स्थिति

आरएसएस नेता ने यह भी दावा किया कि बाल विवाह की प्रथा तब शुरू हुई जब लोग अपनी बेटियों को आक्रमणकारियों से बचाने के लिए कम उम्र में ही उनकी शादी कर देते थे। युद्धों में बड़ी संख्या में पुरुषों के मारे जाने के कारण विधवाओं के पुनर्विवाह पर प्रतिबंध लगा दिया गया, जिसके बाद पुरुषों की कमी हो गई। इस्लामी आक्रमण से पहले महिलाएं शास्त्रार्थ (विद्वानों की बहस) में भाग लेती थीं और यहां तक कि वेदों को श्लोक भी देती थीं।

उन्होंने कहा, हमारे देश में सती प्रथा नहीं थी, लेकिन जौहर (आत्मदाह) होने लगे, महिलाएं सती होने लगीं।

पश्चिमी संस्कृति के खिलाफ चेतावनी दी

उन्होंने याद दिलवाया कि प्रतिबंधों के बावजूद, 12वीं और 18वीं शताब्दी के बीच महिलाओं ने समाज में एक बड़ी भूमिका निभाई। उन्होंने कहा 13वीं शताब्दी में, संत रामानंद, जिनके शिष्यों में कबीर और रविदास थे, के पास कई महिला शिष्याएं भी थीं। जिन्होंने वैष्णव विचार को बड़े पैमाने पर फैलाया।इस काल में बहुत सी महिलाएं थीं, जिन्होंने सामाजिक सुधार में योगदान दिया और संत बन गईं। गोपाल ने पश्चिमी संस्कृति के प्रभाव के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा, “हमारे देश की महिलाओं को पश्चिमी प्रभाव के खिलाफ सावधान रहना होग। हमें प्रगति करनी होगी। आप प्रौद्योगिकी का उपयोग करें, विमान उड़ाएं, जहाज चलाएं, इसरो में जाएं, वैज्ञानिक, डॉक्टर या इंजीनियर बनें। आपको जो अच्छा लगे वो करें। लेकिन एक स्त्री के स्वरूप में ही। स्त्री घर की धुरी होती है, ये याद रखें। वह महिला ही है, जो बच्चों और परिवार को संस्कार देती है। आरएसएस के संयुक्त महासचिव ने आगे कहा कि रसोई का प्रबंधन करना करियर प्रबंधन के समान ही महत्वपूर्ण है।

*धीरेंद्र शास्त्री को मिली जान से मारने की धमकी, बरेली के अनस अंसारी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

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बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री आए दिन अक्सर ही अपने बयानों के चलते सुर्खियों का हिस्सा बने रहते हैं। वहीं अब बाबा बागेश्वर को एक युवक ने मारने की धमकी दी है। उत्तर प्रदेश के बरेली में एक युवक ने सनातन धर्म के प्रचारक पंडित धीरेंद्र शास्त्री को हत्या की धमकी दी है।पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर रविवार को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

आरोपी को पुलिस ने दबोचा

पुलिस के अनुसार, हाफिजगंज थाना क्षेत्र के रिठौरा निवासी अनस अंसारी ने इंस्टाग्राम पर धमकी भरा पोस्ट लिखा कि बाबा पर मौत मंडरा रही है।बरेली के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) राज कुमार अग्रवाल ने बताया कि हाफिजगंज थाना क्षेत्र के रिठौरा निवासी अनस अंसारी ने इंस्टाग्राम पर धीरेंद्र शास्त्री को लेकर भड़काऊ बात लिखी और शास्त्री को जान से मारने की धमकी भी दी।अग्रवाल ने कहा कि इस मामले में पुलिस ने हाफिजगंज थाने में भारतीय दंड संहिता की धाराओं 295 ए ( धार्मिक भावनाओं को जानबूझकर आहत करना), 504 (शांतिभंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2008 की प्रासंगिक धारा के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

हिंदू संगठनों ने की थी शिकायत

बाबा बागेश्वर को दी गई इस धमकी के बाद हिंदू संगठनों में आक्रोश था। उनकी ओर से ट्वीट करके पुलिस से आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई थीं। मामले में हिंदू जागरण मंच और विश्व हिंदू परिषद की ओर से पुलिस से शिकायत की गई। विवादित पोस्ट की स्क्रीन शॉट को ट्वीट करके बरेली पुलिस, आईजी, एडीजी और डीजीपी को टैग करते हुए आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थीं। 

आतंकी एंगल तो नहीं ?

वही इंटेलिजेंस भी मामले की छानबीन में जुट गई है। ये पता लगाया जा रहा है कि अनस अंसारी किसी आतंकी संगठन से तो जुड़ा हुआ नहीं है।

चंद्रयान-3 लॉन्चिंग के काउंटडाउन में सुनी गई आवाज खामोश, इसरो की वैज्ञानिक का कार्डिएक अरेस्ट से निधन

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चंद्रयान-3 हो या इसरो का कोई भी सेटेलाइट लॉन्चिंग। जब पूरी दुनिया की निगाहें रॉकेट की तरफ रहती हैं तो कानों में एक ही आवाज आती है। यह आवाज होती है काउंटडाउन की। इसरो के जितने भी लॉन्च होते थे, उनके काउंटडाउन के दौरान जो आवाज़ सुनाई देती थी, वो अब लोगों को सुनाई नहीं देगी। यह आवाज हमेशा के लिए शांत हो गई है। इसरो की वैज्ञानिक वलारमती का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है।

इसरो ने जताया दुख

वलारमथी के निधन पर इसरो ने बताया कि रॉकेट लॉन्च काउंटडाउन के पीछे की प्रतिष्ठित महिला आवाज को श्रीहरिकोटा से भविष्य के मिशनों में नहीं सुना जाएगा। वलारमथी मैम के अप्रत्याशित निधन के साथ, आवाज अनंत काल के लिए फीकी पड़ गई है! वलारमती मैम का शनिवार शाम चेन्नई के एक अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।वैज्ञानिक वलारमथी का अंतिम मिशन चंद्रयान-3 ही था, जो 14 जुलाई को श्रीहरिकोटा से लॉन्च हुआ था।

इसरो के पूर्व डायरेक्टर ने जताया शोक

तमिलनाडु के अलियायुर से आने वालीं वलारमथी ने शनिवार को चेन्नई में अंतिम सांस ली।इसरो के पूर्व डायरेक्टर पी.वी. वेंकटकृष्णन ने ट्वीट कर वलारमथी के निधन पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने लिखा कि श्रीहरिकोटा में इसरो के आने वाले मिशनों के दौरान अब काउंटडाउन में वलारमथी मैडम की आवाज़ नहीं आएगा। चंद्रयान-3 उनका फाइनल अनाउसमेंट था। ये काफी दुख का क्षण है। प्रणाम।

कई वर्षों तक इसरो टीम का एक अभिन्न हिस्सा रहीं

वलारमथी अपने सहयोगियों के बीच 'मैम' के नाम से भी जानी जाती थीं। कई वर्षों तक इसरो टीम का एक अभिन्न हिस्सा रहीं। आत्मविश्वास और अधिकार से भरी उनकी विशिष्ट आवाज ने इसरो के कई सफल रॉकेट प्रक्षेपणों का मार्गदर्शन किया है। उन्होंने देश की अंतरिक्ष अन्वेषण यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। चेन्नई में जन्मी और पली-बढ़ी, वलारमती को कम उम्र से ही विज्ञान और प्रौद्योगिकी का शौक था। उन्होंने इंजीनियरिंग में अपनी शिक्षा प्राप्त की और एक युवा उम्र में ही इसरो में शामिल हुईं। इन वर्षों में, वह अपने सटीक काउंटडाउन और अपने काम के प्रति अटूट समर्पण के साथ संगठन के लिए एक अमूल्य संपत्ति बन गईं।

*आज जनता के दरबार में हाजिर होंगे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, इन विभागों से जुड़े मामलों पर लोगों की सुनेंगे फरियाद* डेस्क : आज एकबार फिर मुख्यमं

डेस्क : आज एकबार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता के दरबार में हाजिर होकर फरियादियों की शिकायत सुनेंगे और संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई का निर्देश देंगे। 

आज महीने का पहला सोमवार होने के नाते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गृह, पुलिस, राजस्व एवं भूमि सुधार, मद्य निषेध, निबंधन एवं उत्पाद, खान एवं भूतत्व और सामान्य प्रशासन आदि विभागों से जुड़ी लोगों की समस्याएं सुनेंगे। साथ ही इन समस्याओं के तत्काल निष्पादन सुनिश्चित करने का निर्देश वह संबंधित पदाधिकारियों को देंगे।

सीएम नीतीश कुमार के जनता दरबार में आज भी सीमित लोगों को ही बुलाया गया है। जिन लोगों ने पहले से रजिस्ट्रेशन कराया है और कोविड का टीका लिया है उन्हीं लोगों को जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में आने का मौका दिया गया है।