सांसद सुशील सिंह ने गिनाए केन्द्र सरकार के 9 साल के कार्यकाल की उपलब्धियां, सीएम नीतीश कुमार पर किया यह बड़ा हमला
औरंगाबाद : बीजेपी सांसद सुशील कुमार सिंह ने केंद्र सरकार के खिलाफ ढुष्प्रचार के लिए विपक्ष को आड़े हाथों लिया है। साथ ही भागलपुर में बन रहे पुल के ध्वस्त होने तथा राज्य में बड़े पैमाने पर प्राक्कलन घोटाला का आरोप लगाते हुए नीतीश सरकार पर बड़ा हमला बोला है।
श्री सिंह ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के सफलतम 9 साल पूरे होने पर बीजेपी द्वारा 30 मई से 30 जून तक चलाए जा रहे महा जनसंपर्क अभियान के तहत आज गुरूवार को यहां अपने आवास पर आयोजित प्रेसवार्ता में केंद्र सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि हमारी सरकार में देश का चहुंमुखी विकास हुआ है। देश के हर कोने और हर क्षेत्र में विकास हुआ है तथा उपलब्धियां इतनी ज्यादा है कि गिनाते-गिनाते कम पड़ जाएंगी और उपलब्धियों की गिनती करना शेष रह जाएंगा।
उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास कहने को कुछ भी नही है। इसी कारण विपक्ष द्वारा केंद्र सरकार पर लगातार उल्टे-सीधे और उल-जुलूल आरोप लगाये जाते रहे है। इसी तरह का आरोप विपक्ष रेलवे को लेकर लगाया जाता है। कहा कि रेलवे का निजीकरण करने का विपक्ष का आरोप बेतुका, बेबुनियाद और तथ्यों से परे है क्योकि रेल मंत्री अश्विनी वार्षणेय ने यह बात पूरी तरह स्पष्ट कर दी है कि रेलवे का निजीकरण किसी भी सूरत में नही होनेवाला है। इसे लेकर किसी को भी किसी तरह के भ्रम और संशय में पड़े रहने की जरूरत नही है।
सांसद ने रेलवे की कुछ सेवाओं की आउटसोर्सिंग को निजीकरण करार दिए जाने पर गहरी आपत्ति जताते हुए कहा कि आउटसोर्सिंग का कार्य रेल सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार के लिए किया गया है। ऐसा किए जाने से रोजगार के अवसरों में कोई कमी नही आई हैं बल्कि आउटसोर्सिंग एजेंसियों में रोजगार के अवसर बढ़े है, जिसका सीधा फायदा बेरोजगारों को मिल रहा है और रोजगार के नये अवसर भी सृजित हो रहे है।
कहा कि रेलवे में लगातार वैकेंसी आ रही है और बहाली भी हो रही है। सांसद ने भागलपुर में निर्माणाधीन पुल के ध्वस्त होने पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 1,710 करोड़ की परियोजना का पुल दो-दो बार बालू की भी की तरह ध्वस्त हुआ। इसके पहले भी बिहार में दर्जनों पुल नदियों में बह गये है। पुलों के संपर्क पथ भी कई बार बहे है।
उन्होंने कहा कि एक बार पुल का गिरना तकनीकी भूल हो सकती है लेकिन दुबारा ध्वस्त होने को किसी भी सूरत में तकनीकी भूल नही कहा जा सकता। यह बिहार करदाताओं और मेहनतकशों की कमाई की अक्षम्य लूट है। कहा कि पहली बार पुल के गिरने पर सरकार क्यो नही चेती। यदि चेतती तो ऐसा नही होता। इस पुल के मामले में राज्य सरकार भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई है। यह बात एजेंसी और अभियंताओं तक ही सीमित नही है बल्कि विभाग के अपर सचिव, प्रधान सचिव, मंत्री और मुख्यमंत्री तक है और इन सबके संरक्षण में यह पुल गिरा है।
सांसद ने कहा कि बिहार में एक अलग तरह का प्राक्कलन घोटाला हो रहा है। पटना मेन कैनाल के किनारे पर बना सर्विस रोड जीता जागता उदाहरण है। दो लेन की बनी इस सड़क का प्राक्कलन एनएच के प्रति किलोमीटर निर्माण के प्राक्कलन से बहुत अधिक है। यह प्राक्कलन घोटाला नही तो और क्या है।
प्रेसवार्ता में भाजपा के जिला महामंत्री मुकेश सिंह, जिला उपाध्यक्ष दीनानाथ विश्वकर्मा, जुलेखा खातुन, नगर अध्यक्ष कौशल सिंह, जिला कोषाध्यक्ष आलोक सिंह, युवा भाजपा नेता प्रवीर सिंह, भाजयुमो के जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह वसु, भाजयुमो के जिला उपाध्यक्ष शुभेंदु शेखर उर्फ शुभम सिंह, महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष अनिता सिंह, गुड़िया सिंह, मीडिया प्रभारी मितेन्द्र सिंह, अवनीश सिंह, भाजपा नेता बिजेन्द्र सिंह, राकेश कुमार देवता, सुनील सिंह, पूर्व पंचायत समिति सदस्य संगेश सिंह, धीरज गुप्ता, रंजीत कुशवाहा, मनोज सिंह, भाजयुमो नेता विकास काली, मोनू कुमार उर्फ सतीश, आशुतोष मोनू, विकास कुमार, ऋषि राज, राहुल रंजन उर्फ सोनु, जिला मंत्री शाहबाज अरशद उर्फ गुडडू एवं अन्य भाजपा नेता मौजूद रहे।
औरंगाबाद से धीरेन्द्र
Jun 10 2023, 10:02