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बड़ी खबर : नालंदा में ग्रामीणों ने थाना पर बोला हमला, जमकर की गई रोड़ेबाजी में एक पुलिसकर्मी जख्मी

नालंदा : जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां ग्रामीणों ने बिन्द थाना पर हमला कर दिया। लोगों ने जमकर रोड़ेबाजी की। रोड़ेबाजी में पुलिसकर्मी वीरेन्द्र शर्मा के चोटिल होने की सूचना है। पुलिसकर्मी शराब के खिलाफ छापेमारी करने वाली एलटीएफ टीम के सदस्य हैं। सूत्रों की माने तो लोग शराबियों की गिरफ्तारी से नाखुश हैं।

पुलिस सूत्रों की माने तो थाना क्षेत्र के रामपुर व बिन्द गांव से दो-दो शराबियों को पकड़ा गया है। रामपुर गांव से पकड़ा गया एक शराबी बिहार थाना क्षेत्र के नकटपुरा गांव का रहने वाला है। वह अपनी ससुराल रामपुर गया हुआ था। लोगों का कहना था कि उसे बिना कसूर के पकड़ लिया गया। 

इधर, स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस शराबियों की चेकिंग के दौरान माउथ एनालाइजर मशीन को साफ नहीं करती है। एक आदमी के मुंह में लगाने के बाद उसे दूसरे आदमी के मुंह में लगा दिया जाता है। इससे लोग आक्रोशित हो गये और थाना पर हमला कर दिया। थानाध्यक्ष का कहना है कि शराबियों को छुड़ाने के लिए लोगों ने उपद्रव किया। दोषियों की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है।

नालंदा से राज

नालंदा: उड़ीसा ट्रेन हादसे में बाल बाल बचे नालंदा के लोग सकुशल घर लौटे

नालंदा : ओडिशा रेल हादसे में सुरक्षित बचे बिहार राज्य के यात्रियों को बिहार सरकार के सहयोग से वापस लाया गया।

 हादसे में सुरक्षित कुल 66 यात्रियों को बिहार सरकार आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बसों से बिहार लाया गया। जिसमे नालंदा जिला के भी 3 लोग शामिल थे। तीन लोगों में एक अस्थावां प्रखंड के कनंद गांव निवासी उदय रविदास और उनकी पत्नी रानी कुमारी अपने 3 बच्चो के साथ रविवार की दोपहर सकुशल अपने घर लौट गए। वही दूसरा व्यक्ति का नाम शशि भूषण बताया जा रहा है जो बिंद प्रखंड का रहने वाला है। 

उड़ीसा ट्रेन हादसे में बाल बाल बचकर अपने घर लौटे उदय रविदास ने बताया की हम लोग अपने पूरे परिवार के साथ फरकनुमा एक्सप्रेस गुंटूर से हावड़ा लौट रहे थे जबकि हमे हावड़ा से फिर बिहार लौटना था लेकिन हावड़ा लौटने के उपरांत ही हमारे ट्रेन को कटक में रोक दिया गया। जब ट्रेन काफी समय तक रुका रहा तो हम लोग घबरा गए और आसपास से पता किया तो जानकारी मिली की आगे बालासर में ट्रेन एक्सीडेंट हुआ है जिस वजह से इस रूट की सभी ट्रेनें को पहले ही रोक दिया गया।

 और यही वजह है की हम लोग इस हादसे का शिकार होते - होते बचे क्योंकि दुर्घटना वाली जगह से कटक स्टेशन की दूरी तकरीबन 100 किलो मीटर के आसपास थी। इसके बाद हमलोग को रेल प्रशासन द्वारा सही सलामत बस में बैठा कर आज हमारे घर तक पहुंचाया गया है जबकि हमारे आलावे बिहार के 66 अन्य लोग भी है जिन्हे बस से लाया गया है जिसमे सबसे ज्यादा अररिया जिला के 24 लोग शामिल है। जब तक घर नहीं लौटे तब तक हमारे मन में डर तो था ही साथ ही कई सवाल भी थे की घर पहुंचूंगा या नही ? छोटे छोटे बच्चों को कैसे संभालूंगा ? मेरी पत्नी रानी भी काफी घबरा गई थी लेकिन थोड़ा हिम्मत और हौसला भी प्रशासन से मिल रहा था। 

वही हमारे घर में भी मेरी मां भाई पूरा परिवार बहुत ही चिंतित थे लेकिन जब अब घर लौट आए है तो सब सही हो गया, सारा डर भय खत्म हो गया,मैं इसके लिए राज्य सरकार और रेलवे प्रशासन को बहुत - बहुत धन्यवाद देता हूं जिनके सहयोग से मैं आज अपने पूरे परिवार के साथ हूं।

बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर ओडिशा के बालासोर में बहनागा रेलवे स्टेशन के पास हुई भीषण ट्रेन दुर्घटना में बिहार के यात्रियों को आवश्यक मदद पहुंचाने हेतु बिहार के अधिकारियों की एक टीम भेजी गई थी जो ओडिशा सरकार, रेलवे तथा बालासोर जिला प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित की गई। 

मुख्यमंत्री के निर्देश पर वरीय अधिकारियों की एक चार सदस्यीय टीम गठित की गई जिसमें भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी एवं श्रम संसाधन विभाग के निदेशक श्याम बिहारी मीणा, मुजफ्फरपुर के रेल एसपी डॉ. कुमार आशीष, आपदा प्रबंधन विभाग के विशेष कार्य पदाधिकारी अविनाश कुमार एवं एसडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट शहरयार शामिल हैं।और इनके सहयोग से बिहार के लोगों को सकुशल घर पहुँचाने की प्रक्रिया अब भी जारी है।

नालंदा: मामूली से विवाद में अधेड़ की पीट कर हत्या

नालंदा: नूरसराय थाना क्षेत्र के दरुआरा गांव में मामूली से विवाद को लेकर अधेड़ की लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी। 

मृतक सिद्धेश्वर रविदास का 50 वर्षीय पुत्र नरेश रविदास है ।

परिजनों ने बताया कि करीब एक माह पूर्व दीनू रविदास की पत्नी ने मृतक पर छेड़खानी का आरोप लगाई थी । छेड़छाड़ के आरोप को लेकर गांव में पंचायत भी बुलाई गई । पंचायत के दौरान महिलाओं ने पंचों के बीच नरेश को चप्पलों से पिटाई भी कर दी थी । हालांकि पंचों के बीच मामला सुलक्षा दिया गया । 

एक माह बाद जब महिला का पति गांव आया तो उसे इस बात की जानकारी होने पर आक्रोशित होकर उसने 2 दिन पूर्व नरेश रविदास को सोए हुए अवस्था में लाठी-डंडों से पीट-पीटकर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया।

जख्मी हालत में उसे इलाज के लिए बिहार शरीफ सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। 

 नूरसराय थानाध्यक्ष कुणाल कुमार सिंह ने बताया कि कहा पूर्व में किसी ने शिकायत नहीं की गई थी । परिजन द्वारा हत्या का मामला दर्ज कराया गया है । आरोपित की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है ।

नालंदा - मौजूदा केंद्र सरकार में बेटियों की अस्मत सुरक्षित नहीं: राजीव रंजन

केंद्र सरकार को महिला विरोधी बताते हुए जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने आज कहा कि ओलंपिक और अन्य प्रतियोगिताओं में मेडल जीत कर देश का नाम रौशन करने वाली बेटियां अपने साथ हुए शोषण के खिलाफ पिछले दो महीने से आंदोलन कर रही हैं,

लेकिन केंद्र सरकार के कानों पर जू तक नहीं रेंग रही. इससे साफ़ पता चलता है कि केंद्र सरकार के लिए बेटी बचाओ-बेटी पढाओ का नारा एक जुमला है. उन्हें बेटियों की सुरक्षा से कोई मतलब नहीं है.

इस मुद्दे पर दिल्ली पुलिस और केंद्र सरकार के रवैए को निराशाजनक बताते हुए उन्होंने कहा कि शोषण के आरोपी भाजपा सांसद को बचाने के लिए केंद्र सरकार ने कानून व्यवस्था को भी ताक पर रख दिया है. इस मामले में एक नाबालिग भी भुक्तभोगी है, इसलिए इसमें पॉक्सो एक्ट भी लागू है. बावजूद इसके केंद्र सरकार के अधीन आने वाली दिल्ली पुलिस ने कारवाई करना तो दूर शोषण के शिकार नाबालिग समेत 7 खिलाड़ियों की FIR तक दर्ज तक नही की. इसके लिए भी सुप्रीम कोर्ट को हस्तक्षेप करना पड़ता है. आज देश में लोकतंत्र और संविधान पर मंडराते खतरे का इससे बड़ा प्रमाण और क्या हो सकता है. 

उन्होंने कहा कि गौर करने वाली बात यह है जब देश की नामचीन खिलाड़ियों के साथ ऐसा हो रहा है तो सामान्य घरों की बेटियों को ऐसे मामलों का शिकार होने पर क्या-क्या झेलना पड़ता होगा. इससे साफ़ है कि मौजूदा केंद्र सरकार में बेटियों की इज्जत आबरू सुरक्षित नहीं है. 

जदयू महासचिव ने कहा कि यह खिलाडी जिस व्यक्ति पर शोषण का आरोप लगा रहे हैं, वह भाजपा के दबंग नेता हैं, जिन पर पहले से ही दर्जनों मामले चल रहे हैं. बाबरी विध्वंस के मामले में यह नेताजी आरोपी रह चुके हैं. ऐसे दागदार व्यक्ति का कुश्ती संघ का अध्यक्ष बन जाना ही खुद में एक सवाल है और अब यह मामला उठने पर भी उनपर भाजपा कोई कारवाई नहीं कर रही है. अदानी के बचाव में खड़े हो जाने वाले सारे नेता भी इस मुद्दे पर चुप हैं. यह दिखाता है कि एक दबंग नेता की दबँगई के सामने पूरी भाजपा घुटनो पर बैठ गयी है. 

केंद्र सरकार को महिला सम्मान के मामले में बिहार से सीख लेने की सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि यदि ऐसी घटना बिहार में हुई होती और पुलिस ने FIR दर्ज करने से मना किया होता तो उन सारे पुलिसकर्मीयों पर आज कारवाई चल रही होती. महिलाओं को ऐसा न झेलना पड़े इसीलिए बिहार सरकार ने उनके लिए विशेष महिला थाना खोल रखा है, जिससे महिला पुलिसकर्मी ही संचालित करती हैं. सरकार ने महिलाओं को पुलिस की नौकरी में 35% आरक्षण भी दे रखा है, जिसके कारण आज सबसे अधिक महिला पुलिस बल बिहार में ही है. इसके अलावा महिलाओं के नेतृत्व को मजबूती प्रदान करने के लिए राज्य सरकार ने उन्हें पंचायत चुनावों में 50% आरक्षण भी दे रखा है. हकीकत में केंद्र सरकार को बिहार से सीखना चाहिए कि महिलाओं को सम्मान और अधिकार कैसे दिया जाता है.

पति को दूसरी महिला संग देख आग बबूला हुई पत्नी , बीच सड़क चप्पल से की धुनाई

बिहारशरीफ सदर अस्पताल एक महिला ने अपने पति को दूसरी महिला के संग देखकर आग बबूला होते चप्पल से दोनों की पिटाई करने लगी । महिला की पिटाई करने हे अस्पताल में भीड़ इकट्ठा हो गई ।

पिटाई कर रही महिला का जूली कुमारी का आरोप है कि 10 साल पूर्व उसकी शादी रामचंद्रपुर निवासी प्रेमजीत से हुई थी । उसके दो बच्चे भी हैं । इसी बीच उसके पति ने चुपके से नवादा में दूसरी और शादी कर ली है और बच्चों की परवरिश में कोई खर्च भी नहीं देता है ।

आज वह अपना इलाज कराने के लिए बिहारशरीफ सदर अस्पताल आई हुई थी । इसी दौरान अपने पति को उस महिला के साथ देख ली इसके बाद उसने बीच सड़क चप्पल और लात गुस्से से पिटाई करने लगी ।

 जबकि युवक प्रेमजीत का कहना है कि पत्नी की प्रताड़ना से तंग आकर उसने सोहसराय सूर्य मंदिर में नवादा की अनिशा कुमारी से दूसरी शादी कर ली है । वह उसी के साथ रहना चाहता है ।

रेल दुर्घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण, इसकी निष्पक्ष जांच करवाए भाजपा : राजीव रंजन

नालंदा : ओड़िसा में हुई रेल दुर्घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने इस घटना के शिकार हुए लोगों के प्रति अपनी संवेदनायें व्यक्त की हैं. उन्होंने कहा कि ओड़िसा में हुआ दर्दनाक रेल हादसा मन को झकझोर देने वाला है. इस घटना पर केवल संवेदना व्यक्त करने से काम नहीं चलने वाला. सरकार को इसके कारणों की गहन जांच करवानी चाहिए तथा जिनकी गलती से यह हादसा हुआ है, उन्हें कड़ी सजा देनी चाहिए. इसके अलावा घटना में मरे लोगों के परिजनों को सरकारी नौकरी और घायल हुए लोगों को मुआवजा देना चाहिए. 

भाजपा पर घड़ियाली आंसू बहाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि एक तरफ देश इस हादसे के शिकार हुए लोगों के लिए शोक मना रहा है, दूसरी तरफ भाजपा अपनी सरकार के 9 साल पूरे होने का जश्न मना रही है. केवल दिखावे के लिए इन्होंने सिर्फ एक दिन के लिए अपने कार्यक्रम स्थगित किये हैं, लेकिन उसे भी यह लोग ऐसे पेश कर रहे हैं कि मानो उन्होंने जनता पर कोई अहसान कर दिया हो. भाजपा से हमारी मांग है कि घड़ियाली आंसू बहाने की बजाए इस घटना के कारणों का पता लगाए और रिपोर्ट को जनता के सामने पेश करे. कहीं ऐसा न हो कि गुजरात के मोरबी में हुए पुल हादसे की तरह इसकी रिपोर्ट भी दब जाए.

जदयू प्रवक्ता ने कहा कि एक जमाना था कि जब ऐसी घटनाओं की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए रेलमंत्री इस्तीफ़ा दे दिया करते थे. याद करें तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रेलमंत्री के पद पर रहते हुए, असम में अगस्त 1999 में हुई गैसल ट्रेन दुर्घटना के लिए नैतिक आधार पर अपना पद छोड़ दिया था. लालबहादुर शास्त्री जी के बाद नीतीश कुमार जी दूसरे रेलमंत्री थे, जिन्होंने ऐसी मिसाल पेश की थी. लेकिन वर्तमान सरकार में ऐसा संभव ही नहीं है. 

कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान में रेलमंत्री का पद सिर्फ नाम भर के लिए रह गया है. न तो उन्हें बजट पेश करने का अधिकार प्राप्त होता है और न ही नई ट्रेनों के उद्घाटन करने का. ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने का काम प्रधानमन्त्री करते हैं और बजट वितमंत्री पेश करती हैं. ऐसे में भाजपा यह तय ही नहीं कर सकती कि इस्तीफ़ा कौन देगा.

नालंदा से राज

मेयर के आश्वासन के बाद बाजार समिति के व्यवसायियों का हड़ताल खत्म ,कल से खुलेगी मंडी

 

नालंदा : स्मार्ट सिटी के तहत बिहारशरीफ बाजार समिति के सौंदर्यीकरण को लेकर अवैध दुकानों पर बुल्डोजर की कार्रवाई से आक्रोशित व्यवसाई 1 जून से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे। 

3 दिनों से हड़ताल पर रहने के कारण किसान व शहरवासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। अधिकारियों द्वारा किसी तरह का आश्वासन नहीं दिए जाने के बाद आज व्यवसाई संघ के सदस्य नगर निगम के महापौर अनिता कुमारी से मिलकर अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा। 

इसके बाद वह व्यवसायियों के साथ एसडीओ अभिषेक पलासिया से मिलकर कोर्ट के आदेश पर हो रही कार्रवाई पर चर्चा की। जिसके बाद एसडीओ अभिषेक पलासिया के आश्वासन के बाद व्यवसायियों ने हड़ताल तोड़ते हुए,कल से मंडी खोलने की घोषणा की। 

संघ के अध्यक्ष उमेश कुमार गुप्ता ने बताया कि हम लोग यहां 1988 से व्यवसाय कर रहे हैं। अब प्रशासन हम लोग को यहां से जबरन हटा रही हैं। बाजार समिति में जो नए दुकानों का निर्माण किया गया है। उन्हें अब तक दुकानदारों को आवंटन नहीं किया गया है । ऐसे में यदि हम लोगों का आशियाना उजाड़ा जाएगा तो हम लोग भुखमरी के कगार पर आ जायेगे । 

मेयर के नेतृत्व में हम लोगों ने एसडीओ से मिलकर अपनी बातों को रखा जिसके बाद उन्होंने तोड़े गए व्यवसायियों को दुकान आवंटन करने व वैध या अवैध दुकानों की पूर्णता जांच के बाद ही किसी प्रकार की कार्रवाई की बात कही। इधर हाई कोर्ट द्वारा भी 20 दुकानों के तोड़ने पर रोक लगा दी गई है। 

वही एसडीओ अभिषेक पलासिया ने बताया कि वेवसायियों की बातों को ध्यान में रखा जाएगा। आश्वासन के बाद उन्होंने हड़ताल समाप्त करने की घोषणा की है। वैसे स्मार्ट सिटी के तहत सौंदर्यकरण का कार्य जारी रहेगा। 

 मौके पर सतीश कुमार, शाहनवाज उर्फ गुड्डू खां, अशोक कुमार, टुनटुन साव, मुन्ना साव, रंजीत कुमार ,मुरारी प्रसाद, दीपक कुमार, पप्पू कुमार, मोहम्मद मुस्तफा ,जहांगीर ,रुदल यादव ,नीरज यादव, दिनेश प्रसाद, राजीव रंजन कुमार ,महेंद्र प्रसाद , शशि कुमार व अन्य शामिल थे।

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कर्नाटक चुनाव के बाद बौखला गई है बीजेपी, 12 जून को देखेगी विपक्षी एकता ,9 सालों में 9 वादे भी पूरा नहीं कर पाए पीएम : राजीव रंजन

नालंदा : पीएम के कैंपिनिंग के बाद भी कर्नाटक चुनाव हार के बाद बीजेपी के नेता बौखलाए हुए हैं। 2024 में हमारा लक्ष्य होगा बीजेपी भगाओ देश बचाओ। 12 जून को विपक्षी एकता को पूरा देश देखेगा। इस बैठक के बाद विपक्ष की ओर से देश के प्रधानमंत्री के दावेदारी करने वाले का चेहरा भी साफ हो जाएगा। उक्त बाते जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन सिंह ने कही है।  

केंद्र सरकार के 9 वर्षों को हर मानक पर फेल बताते हुए जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने भाजपा पर एक भी वादा ठीक से पूरा नहीं करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि प्रचार के सहारे चल रही भाजपा ने 9 वर्षों के राज में जनता को कोरे सपने दिखाने के अलावा कुछ नहीं किया है. लगातार दो शासनकाल के बाद भी यह ऐसा एक वादा नहीं बता सकते जिसे इन्होंने ठीक से पूरा किया. इनका पूरा समय योजनाओं का रिबन काटने और उसके फोटोग्राफ प्रचारित करवाने में लगा रह गया है। 

कहा कि आज एक तरफ भाजपा के बयानवीर 9 वर्षों की झूठी उपलब्धियां गिना रहे हैं वहीं दूसरी तरफ जनता ठगी हुई महसूस कर रही है। अपनी पीठ खुद थपथपा रहे भाजपाइयों को यह बताना चाहिए कि उन्होंने कितने किसानों की आमदनी दुगनी की है? उन्हें बताना चाहिए कि स्किल डेवलपमेंट मंत्रालय पर सैंकड़ों करोड़ रु बहाने के बावजूद भारत में कुशल कामगारों की संख्या 2 फीसदी क्यों है? भाजपा ने पेट्रोल डीजल के दाम घटाने का वादा किया था, लेकिन उसे और मंहगा कर 100 रु के पार पहुंचा दिया. उन्हें बताना चाहिए कि कच्चे तेल के दामों के कमी के बाद भी उन्होंने पेट्रोल डीजल के दाम क्यों नहीं घटाए? 

राजीव रंजन ने कहा कि वास्तव में मोदी सरकार के 9 साल नाकामी, जनता के साथ धोखेबाजी और जुमलेबाजी के 9 साल हैं. इन वर्षों में सरकार ने सिर्फ इडी, सीबीआई के जरिये विपक्ष को दबाने, सांप्रदायिक उन्माद फैलाने और जनता को भरमाने का काम किया है. मोदी सरकार के इन 9 सालों में विकास सिर्फ भाजपा के पूंजीपति मित्रों का हुआ है, वहीं जनता की हालत और दयनीय हो गयी है।

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बुलडोजर चलाए जाने के विरोध में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए बाजार समिति के व्यवसायी, किसानों और शहरवासियों को हो रही परेशानी

नालंदा : स्मार्ट सिटी के तहत बिहारशरीफ बाजार समिति के सौंदौरीकरण को लेकर अवैध दुकानदारों पर नोटिस के बाद पिछले 4 दिनों से हो रहे बुल्डोजर की कार्रवाई घबराए व्यवसायी और प्रशासन आपने सामने है । 

आज गुरुवार को मंडी के सभी छोटे बड़े व्यवसायी अपनी अपनी दुकानों को बंद रख विरोध जता रहे हैं। इस दौरान शादी समारोह में सब्जी और फल खरीदारी करने के लिए शहरवासियों और खेत में उपजे सब्जी को बेचने के लिए किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। 

संघ के अध्यक्ष उमेश कुमार गुप्ता ने बताया कि हम लोग यहां 1988 से व्यवसाय कर रहे हैं । अब प्रशासन हम लोग को यहां से जबरन हटा रही हैं । बाजार समिति में जो नए दुकानों का निर्माण किया गया है । उन्हें अब तक दुकानदारों को आवंटन नहीं किया गया है । ऐसे में यदि हम लोगों का आशियाना उजाड़ा जाएगा तो हम लोग भुखमरी के कगार पर आ जायेगे । 

कहा कि हम लोगों की मांग है कि दुकानदारों को दुकान आवंटन करा दिया जाए इसके बाद दुकानों को तोड़ा जाए । 

हड़ताल पर जाने के पूर्व भी हम लोग जिला प्रशासन से मिलकर अपनी बातों को रखने का प्रयास किया मगर हमलोगों की की बातों को अब तक नहीं सुना गया है । 

एसडीओ अभिषेक पलासिया ने बताया कि बाजार समिति में को भी अवैध निर्माण है उसी पर करवाई की जा रही है।

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अतिक्रमण हटाने गए जेसीबी पर ग्रामीणों ने पथराव कर तोड़े शीशे, बैरग लौटी पुलिस प्रशासन की टीम

नालंदा : जिले के रहुई थाना क्षेत्र के शिवनंदननगर गांव में अतिक्रमण हटाने पहुंची पुलिस-प्रशासन की टीम को ग्रामीणों के गुस्से के सामना करना पड़ा। अंततः ग्रामीणों की एकता के कारण पुलिस प्रशासन की टीम को बैरंग लौटना पड़ा।  

शिवनदननगर गांव में 1989 से करीब डेढ़ सौ लोग घर बना कर रहे हैं। हाई कोर्ट के आदेश पर सभी घरों को तोड़ने का आदेश मिलने के बाद पूरी प्रशासनिक तैयारी के साथ एसडीओ अभिषेक पलासिया, डीएसपी शिब्ली नोमानी, बीडीओ और सीओ की टीम शिवनंदननगर गांव पहुंची। 

जैसे ही भारी संख्या में पुलिस के जवानों को देखकर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। इस दौरान चिलचिलाती धूप में करीब 1 घंटे तक ग्रामीणों और सुरक्षाकर्मियों के बीच नोकझोंक होती रही। हंगामा कर रहे तीन महिलाएं भीषण गर्मी के कारण बेहोश भी हो गई। जिसे इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 

ग्रामीणों ने सुरक्षाकर्मियों पर पथराव भी किया और जेसीबी मशीन के शीशे भी तोड़ दिए। 

 

ग्रामीण शंभू पासवान, राहुल कुमार व अन्य ने अंचलाधिकारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि राजनीतिक षड्यंत्र के कारण डेढ़ सौ घरों में कर रहे करें 800 आबादी को घर से बेघर किया जा रहा है।उजाड़ने से पहले बसाने का भी काम प्रशासन के द्वारा किया जाए। 

एसडीओ अभिषेक पलासिया ने कहा कि वे उच्च न्यायालय के आदेश का पालन कर रहे हैं।

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