/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1634728678748426.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1634728678748426.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1634728678748426.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1634728678748426.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1634728678748426.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1634728678748426.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1634728678748426.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1634728678748426.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1634728678748426.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1634728678748426.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1634728678748426.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1634728678748426.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1634728678748426.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1634728678748426.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1634728678748426.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1634728678748426.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1634728678748426.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1634728678748426.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1634728678748426.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1634728678748426.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1634728678748426.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1634728678748426.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1634728678748426.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1634728678748426.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1634728678748426.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1634728678748426.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1634728678748426.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1634728678748426.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1634728678748426.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1634728678748426.png StreetBuzz कानपुर, कानपुर देहात और कन्नौज के धार्मिक स्थलों के पर्यटन विकास के लिए 2.61 करोड़ रुपये की परियोजनाएं स्वीकृत lucknow
कानपुर, कानपुर देहात और कन्नौज के धार्मिक स्थलों के पर्यटन विकास के लिए 2.61 करोड़ रुपये की परियोजनाएं स्वीकृत

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के कम ख्याति प्राप्त धार्मिक स्थलों को पर्यटन मानचित्र पर लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने जानकारी दी कि कानपुर नगर, कानपुर देहात और कन्नौज जनपदों के प्रमुख धार्मिक स्थलों के पर्यटन विकास हेतु 2.61 करोड़ रुपये की लागत से परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं।

मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि इन परियोजनाओं का उद्देश्य न केवल पर्यटन को प्रोत्साहित करना है, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर भी सृजित करना है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार श्रद्धालुओं को बेहतर अवस्थापना सुविधाएं उपलब्ध कराने और धार्मिक स्थलों का सौंदर्यीकरण सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयासरत है।

कानपुर नगर में सीसामऊ स्थित रामकृष्ण मंदिर के लिए 38.69 लाख, मसवानपुर के शिव एवं राधाकृष्ण मंदिर के लिए 31.23 लाख तथा भीतरगांव के बिहारी जी मंदिर के लिए 57.54 लाख रुपये की परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं। वहीं, कानपुर देहात के रसूलाबाद में धर्मगढ़ बाबा मंदिर के विकास पर 58 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे।

कन्नौज जिले के छिबरामऊ गांव स्थित प्राचीन बजरंगबली मंदिर के पर्यटन विकास कार्य के लिए 75.85 लाख रुपये की मंजूरी दी गई है। इस मंदिर को श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र माना जाता है।

परियोजनाओं के अंतर्गत मंदिर परिसरों का सौंदर्यीकरण, पेयजल, बैठने की व्यवस्था, लाइटिंग, मार्ग निर्माण एवं अन्य बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। मंत्री ने बताया कि पर्यटन क्षेत्र में रोजगार और आय की अपार संभावनाएं हैं, और यह योजनाएं स्थानीय लोगों के लिए लाभकारी सिद्ध होंगी।

बिना अनुमति के नसबंदी: केजीएमयू के पूर्व कुलपति समेत चार डॉक्टरों पर FIR

लखनऊ। केजीएमयू और क्वीन मैरी अस्पताल की बड़ी लापरवाही सामने आई है, जहां बिना अनुमति के नसबंदी करने के मामले में केजीएमयू के तत्कालीन कुलपति समेत चार डॉक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। यह कार्रवाई कोर्ट के आदेश के बाद की गई है।

हरदोई निवासी हेमवती नंदन द्वारा चौक कोतवाली में दर्ज कराई गई एफआईआर के अनुसार, 4 अक्टूबर 2022 को उनकी पत्नी को प्रसव के लिए लखनऊ के क्वीन मैरी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान डॉक्टरों ने बिना परिवार की अनुमति के महिला की नसबंदी कर दी। एफआईआर में यह भी उल्लेख है कि परिवार ने नसबंदी से लिखित रूप में मना किया था। इस दौरान नवजात की मृत्यु भी हो गई थी।

घटना के बाद पीड़ित परिवार ने न्याय के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट के आदेश पर लखनऊ पुलिस ने केजीएमयू के तत्कालीन कुलपति सहित क्वीन मैरी की डॉक्टर अमिता पांडे, मोनिका अग्रवाल, निदा खान और डॉक्टर शिवानी के खिलाफ नामजद केस दर्ज किया है। सभी पर बिना सहमति के चिकित्सा प्रक्रिया अपनाने और लापरवाही से मौत का कारण बनने जैसी गंभीर धाराएं लगाई गई हैं।

इस मामले ने चिकित्सा क्षेत्र में मरीजों की सहमति और अधिकारों को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब पुलिस मामले की जांच कर रही है, वहीं पीड़ित परिवार को न्याय मिलने की उम्मीद है। अस्पताल प्रशासन की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।

लखनऊ विवि: प्रो. रविकांत पर न्यायिक कार्यवाही की अनुमति, विवादित बयान बना कारण

लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. रविकांत एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन ने शासन के निर्देश पर उनके खिलाफ न्यायालय में मुकदमा चलाने की अनुमति प्रदान कर दी है। बताया जा रहा है कि डॉ. रविकांत ने हाल ही में एक सोशल मीडिया पोस्ट में उन महिलाओं को "संघ विचारधारा से प्रेरित" बताया था, जिन्होंने अपने पतियों की हत्या की है।

इस आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर छात्र कार्तिक पांडेय ने उनके विरुद्ध थाना स्तर पर आपराधिक मुकदमा दर्ज कराने की मांग की थी। डॉ. रविकांत पहले भी अपने समाज-विरोधी बयानों के कारण चर्चा में रहे हैं। उनकी इस ताजा टिप्पणी का व्यापक विरोध हुआ है। लखनऊ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ समेत कई वरिष्ठ शिक्षकों ने इसे आपत्तिजनक बताते हुए सार्वजनिक तौर पर विरोध दर्ज किया है। विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए कानूनी प्रक्रिया अपनाई जा रही है। यह घटनाक्रम विश्वविद्यालय परिसर में विचार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बनाम मर्यादा व सामाजिक जिम्मेदारी की बहस को एक बार फिर तेज कर गया है।

UP में ड्रग्स पर करारा प्रहार : चौबीस घंटे में दो करोड़ चालीस लाख नशा की खेप ANTF ने पकड़ी

लखनऊ । यूपी में युवाओं को नशे के दलदल में ढकेलने के लिए बड़े पैमाने पर मादक पदार्थो की तस्करी की जा रही है। इसका अंदाजा पिछले चौबीस घंटे के अंदर हुई कार्रवाई के दौरान पकड़ी गई नशा की खेप को देखकर आसानी से लगाया जा सकता है। एण्टी नारकोटिक्स टास्क फोर्स ने (एएनटीएफ) ने नशे के कारोबार के खिलाफ तीन जिलों में ऑपरेशन चलाकर 2 करोड़ 40 लाख की अवैध मादक पदार्थ की तस्करी को विफल कर दिया। इतना ही नहीं इसमें कुल पांच तस्कारों को गिरफ्तार भी किया है। जिसमें तीन महिला तस्कर भी शामिल है। इनके कब्जे से स्मैक, हेरोइन और अफीम जैसे खतरनाक ड्रग्स के साथ वाहन भी बरामद किए गए हैं।

मादक पदार्थ के खिलाफ सबसे बड़ी कार्रवाई बाराबंकी में हुई

सबसे बड़ी कार्रवाई एएनटीएफ ने बाराबंकी में की। अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले अपराधियों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में पुलिस उपाधीक्षक, एएनटीएफ, ऑपरेशनल यूनिट लखनऊ के नेतृत्व में एएनटीएफ थाना बाराबंकी द्वारा मादक पदार्थ की तस्करी करने वाला एक सक्रिय तस्कर साद उम्र करीब 25 वर्ष पुत्र इकलाख निवासी ग्राम टिकरा उस्मा थाना जैदपुर जनपद बाराबंकी को पकड़ कर, उसके कब्जे से 864 ग्राम अवैध स्मैक हेरोईन जिसकी अन्तर्राष्ट्रीय कीमत (लगभग 1 करोड़, 70 लाख रुपये) व 1 मोटर साइकिल सुजुकी बरामद कर, गिरफ्तार किया गया।

अधिक पैसा कमाने की लालच में करता हूं यह काम

गिरफ्तार अभियुक्त से गहनता से पूछताछ की गई तो अभियुक्त साद द्वारा बताया गया कि साहब यह अवैध मादक पदार्थ तुफैल पुत्र बहरे निवासी ग्राम टिकरा उस्मा थाना जैदपुर जनपद बाराबंकी का है, जिसे बेचने के लिए लाया था। मैं अधिक पैसे कमाने के लालच में यह काम करता हूँ। मैं और तुफैल आज यह माल एक व्यक्ति को देने हेतु आये थे। बरामद मोटर साइकिल मेरी है जिसे मैं मादक पदार्थ के परिवहन हेतु प्रयोग करता हूँ। अभियुक्त से पूछताछ में काफी लाभप्रद जानकारियाँ प्राप्त हुयी है जिसके सम्बन्ध में फारवर्ड एवं बैकवर्ड लिंकेज पर कार्य करते हुए, इस अपराध में संलिप्त इसके अन्य सहयोगियों के विरूद्ध भी जानकारी प्राप्त कर कार्रवाई की जा रही है।

गोरखपुर में महिलाएं करतीं मिली तस्करी

इसके बाद दूसरी बड़ी कार्रवाई गोरखपुर में की। एएनटीएफ थाना गोरखपुर द्वारा असम राज्य से अवैध मादक पदाथों की तस्करी करने वाले गैंग की तीन सक्रिय महिला तस्कर समीना बीवी पत्नी मोहम्म मुस्तफा अली निवासी उदयना थाना रंगिया जनपद कामरूप, असम, मझोनी बेगम पुत्री समसुल अली निवासी शैरतपुर रंगिया थाना रंगिया जनपद कामरूप असम , अजुफा बेगम पत्नी असलम अली निवासी शैरतपुर रंगिया थाना रंगिया जनपद कामरूप असम को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 4 किलो अवैध मादक पदार्थ अफीम, (अनुमानित अन्तर्राष्टीय मूल्य लगभग 40 लाख रूपये) बरामद कर गिरफ्तार किया गया। थाना जीआरपी कैण्ट अयोध्या जनपद अयोध्या में अभियोग पंजीकृत कराया गया।

मादक पदार्थ को पहुंचाने के एवज में इन्हे मिलती है भारी रकम

गिरफ्तारशुदा अभियुक्ताओं से महिला पुलिस कर्मी की उपस्थिति अलग-अलग व संयुक्त रूप से में पूछताछ की गयी तो बताया कि हम लोग यह अफीम असम से लेकर जनपद बरेली जा रही थी। जनपद बरेली स्टेशन पर पहुँचने के उपरांत हम लोगों को अफीम देकर भेजने वाले हम लोगों के ही राज्य के तोरिफुल अली पुत्र मोहिर अली निवासी उदयना थाना रंगिया जनपद कामरूप असम द्वारा बताये गये बरेली स्टेशन पहुंचने पर उनके द्वारा किसी व्यक्ति को भेजे जाने के उपरांत यह उपरोक्त अफीम उस व्यक्ति को देकर पुनः असम लौट जाना था हम लोगों को जनपद बरेली में जिस व्यक्ति को मादक पदार्थ अफीम देना था उसके बारे में अन्य कोई जानकारी नहीं है हम लोग केवल उपरोक्त मादक पदार्थ अफीम को पहुंचाने का कार्य किया जाता है जिसके एवज में अच्छी रकम प्राप्त होती है। यह कार्य हम लोग पहले भी कई बार हम लोग कर चुके है।

अंतरराष्ट्रीय गिरोह का सदस्य गिरफ्तार, 30 लाख की अफीम बरामद

तीसरी बड़ी कार्रवाई मेरठ में की। अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले अपराधियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में पुलिस उपाधीक्षक एएनटीएफ ऑपरेशनल यूनिट मेरठ के नेतृत्व में एएनटीएफ थाना मेरठ द्वास अवैध मादक पदार्थों की तस्कीर करने वाले गैंग के एक सक्रिय तस्कर देवेंद्र पुत्र प्रेमपाल निवासी धरमपुर बिहारीपुर थाना बिसोली जनपद बदायूं को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 3 किलो 35 ग्राम अवैध मादक पदार्थ अफीम,(अनुमानित अन्तर्राष्टीय मूल्य लगभग 30 लाख रूपये) बरामद कर गिरफ्तार किया गया।

झारखंड से अफीम लाकर यहां करते थे सप्लाई

गिरफ्तार शुदा अभियुक्त से पूछताछ की गयी तो बताया कि मैं यह अफीम झारखण्ड से लाया था। रवि शर्मा निवासी वजीरगंज, बदायूँ व संतोष शर्मा उर्फ पंडित निवासी वजीरगंज, बदायूँ जोकि दोनों भाई है मुझसे झारखण्ड की अफीम खरीदते हैं और ग्राहकों को बेचते हैं। जिससे मोटा लाभ होता है। हम तीनों पार्टनरशिप में काम करते हैं जिसमें मेरा काम अफीम लाना है, अफीम को बेचने का काम रवि और संतोष का है। भागे गए व्यक्ति से बारे में पूछने पर बताया कि संतोष शर्मा उर्फ पडित व रवि शर्मा नि० वजीरगंज बदायूं है। बरामद मोटर साइकिल के बारे में पूछने पर बताया गया कि इस मोटर साइकिल से सन्तोष व रवि अफीम लेने आये थे, यह मोटरसाइकिल सन्तोष चलाकर लाया था, इस मोटरसाइकिल का उपयोग दोनों अफीम की तस्करी करने में करते हैं।

रहीमाबाद में कार चालक की हत्या

लखनऊ ।राजधानी की रहीमाबाद थानाक्षेत्र में बीती रात एक कार चालक की धारदार हाथियार से हत्या कर दी गई। इस वारदात के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। सूचना पर पुलिस ने पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें गठित की गई है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। वहीं युवक की मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है।

हत्या करने के बाद फरार हो गए बदमाश

बताया जा रहा है कि संजय भोजन करने के बाद चारपाई पर सो रहा था। रात में हमलावरों ने संजय के ऊपर धारदार हथियार से वार करना शुरू कर दिया। संजय भागना चाहा तो उसे बदमाशों ने पकड़ लिया और तब तक वार किया जब तक उसकी मौत नहीं हो गई। इसके बाद हमलावर फरार हो गए। मृतक संजय कार चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करता था।

मृतक के शरीर में कई जगह पाये गए चोट के निशान

अपर पुलिस उपायुक्त उत्तरी ने बताया कि बीती रात्रि रहीमाबाद पुलिस को सूचना मिली की गांव हामिद खेडा के मजरा मवई कला में एक चालीस वर्षीय युवक जिसका नाम संजय कुमार जिसकी धारदार हथियार से हत्या की गई है। इस सूचना पर प्रभारी निरीक्षक और उच्चाधिकारी द्वारा जाकर मौका मुआयना किया गया। मृतक के शरीर पर जो चोट के निशान पाये गए उसका बारी से निरीक्षण किया गया। फील्ड यूनिट को बुलाकर साक्ष्य एकत्र किये गए। तहरीर के आधार पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्ट को भेज दिया है। घटना का खुलासा करने के लिए टीम गठित कर दी गई है।

मौत से परिवार में मचा कोहराम

कार चालक की हत्या के बाद से परिवार में कोहराम मच गया है। चूंकि कार चालक संजय कुमार ही परिवार का भरण पोषण करता था। उसकी किसी से कोई दुश्मनी भी नहीं थी। यहीं वजह है कि परिवार के लोग समझ नहीं पा रहे है कि आखिर किसने संजय की हत्या कर दी ।

भाषा विश्वविद्यालय को नैक से मिला B++ ग्रेड, कुलपति ने जताया आभार

* शैक्षणिक गुणवत्ता और समग्र विकास के लिए मिला 2.86 CGPA अंक

लखनऊ । ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय, लखनऊ को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) द्वारा B++ ग्रेड से सम्मानित किया गया है। यह ग्रेड 2.86 CGPA अंकों के आधार पर प्रदान की गई है। यह विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता, प्रशासनिक दक्षता, शोध, नवाचार एवं सामाजिक दायित्वों को प्रमाणित करने वाली एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है।

यह निरीक्षण जून माह के प्रथम सप्ताह में तीन दिनों तक चला, जिसमें NAAC की टीम ने विश्वविद्यालय के शैक्षणिक स्तर, प्रशासन, आधारभूत संरचना, शिक्षण पद्धति, शोध कार्य, नवाचार और सामाजिक गतिविधियों का व्यापक मूल्यांकन किया।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अजय तनेजा ने नैक टीम के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह निरीक्षण भाषा विश्वविद्यालय के लिए आत्मविश्लेषण का अवसर था। उन्होंने आश्वस्त किया कि टीम द्वारा दिए गए सुझावों को अमल में लाकर विश्वविद्यालय आगे और बेहतर प्रदर्शन करेगा। उन्होंने कहा कि यह ग्रेड भविष्य में विश्वविद्यालय को उच्चतर स्तर की मान्यता प्राप्त करने की दिशा में ऊर्जा प्रदान करेगा।

IQAC निदेशक प्रो. सोबान सईद ने इसे विश्वविद्यालय परिवार की मेहनत और कुलपति के कुशल नेतृत्व का परिणाम बताया। वहीं कुलसचिव डॉ. महेश कुमार ने कहा कि यह ग्रेड विश्वविद्यालय को शैक्षणिक पूर्णता की ओर ले जाने वाला महत्वपूर्ण पड़ाव है।

यह उपलब्धि भाषा विश्वविद्यालय की अकादमिक प्रतिबद्धता और निरंतर गुणवत्ता उन्नयन के संकल्प को दर्शाती है।

60,244 नवचयनित सिपाहियों को 15 जून को मिलेगा नियुक्ति पत्र

* गृह मंत्री अमित शाह व मुख्यमंत्री योगी होंगे शामिल, तैयारियां पूरी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस की आरक्षी नागरिक पुलिस के 60,244 पदों पर चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र देने का कार्यक्रम 15 जून को राजधानी लखनऊ में आयोजित किया जाएगा। यह राज्य में अब तक का सबसे बड़ा नियुक्ति पत्र वितरण समारोह होगा, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी भाग लेंगे।

डिफेंस एक्सपो ग्राउंड (PGI क्षेत्र) में होने वाले इस मेगा कार्यक्रम की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती प्रक्रिया को बीते आठ वर्षों में पारदर्शिता और निष्पक्षता की मिसाल माना गया है। इस भर्ती के तहत चयनित 60,244 सिपाहियों में से 12,048 महिलाएं हैं, जो पहली बार इतनी बड़ी संख्या में किसी एक सुरक्षा बल में नियुक्ति की जा रही हैं।

राज्य के 67 जनपदों में 1174 अविवादित परीक्षा केंद्रों पर यह भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी। आयोजन को देखते हुए सुरक्षा और यातायात प्रबंधन को लेकर विशेष रणनीति बनाई गई है। 15 जून को आवश्यक वस्तुओं को छोड़कर किसी भी भारी वाहन को लखनऊ की ओर आने की अनुमति नहीं होगी। यातायात निदेशालय ने लखनऊ के अलावा कानपुर नगर, रायबरेली, सुलतानपुर, फतेहपुर, सीतापुर, महोबा, उन्नाव, अमेठी, बस्ती और जालौन समेत 10 जिलों में डायवर्जन लागू करने का निर्देश जारी किया है। डायवर्जन प्वाइंट्स पर डिप्टी एसपी और इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी तैनात रहेंगे।

सरकार इस आयोजन को युवा शक्ति को सम्मान देने और पुलिस बल को मजबूत बनाने के अवसर के रूप में देख रही है। चयनित अभ्यर्थियों के लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण होगा, जब उन्हें प्रदेश के शीर्ष नेतृत्व के हाथों नियुक्ति पत्र मिलेगा।

एक बार फिर सुर्खियों में बिकरू कांड

* घायल पुलिसकर्मियों को मिला 6.5 लाख लौटाने का फरमान, वेतन कटौती की चेतावनी ने बढ़ाई चिंता

लखनऊ/ कानपुर। कुख्यात बिकरू कांड एक बार फिर चर्चा में है, लेकिन इस बार वजह कोई एनकाउंटर या अपराध नहीं, बल्कि मुआवजे की वापसी को लेकर है। वर्ष 2020 में हुए इस हत्याकांड में घायल पुलिसकर्मियों को अब शासन की ओर से 6.5 लाख रुपये लौटाने का नोटिस थमा दिया गया है। नोटिस में साफ चेतावनी दी गई है कि यदि तय रकम समय से जमा नहीं की गई, तो हर महीने वेतन से 20 प्रतिशत की कटौती की जाएगी।

घायल पुलिसकर्मी इस आदेश से स्तब्ध हैं। उनका कहना है कि यह पूरी तरह से अन्यायपूर्ण है। जिन हालातों में उन्होंने अपनी जान की बाज़ी लगाई, अब उसी पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। पीड़ित कर्मियों ने बताया कि उन्हें जो राशि इलाज के लिए दी गई थी, वह "जीवन रक्षा निधि" के अंतर्गत स्वीकृत हुई थी। अब पांच साल बाद उसी रकम की रिकवरी ने उन्हें मानसिक रूप से परेशान कर दिया है।

इस मामले में कई पुलिसकर्मी पुलिस मुख्यालय पहुंचकर उच्चाधिकारियों से मिले और नोटिस को वापस लेने की मांग की। उनका कहना है कि यह कोई स्वैच्छिक सहायता नहीं थी, बल्कि आपातकालीन हालात में दिया गया जीवनरक्षक समर्थन था।

गौरतलब है कि बिकरू कांड 2 जुलाई 2020 को हुआ था, जब कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में गैंगस्टर विकास दुबे और उसके साथियों ने दबिश देने पहुंची पुलिस टीम पर हमला कर दिया था। इस हमले में 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे और कई घायल हुए थे। घटना के बाद पूरे देश में रोष फैल गया था और विकास दुबे की तलाश के लिए बड़ा ऑपरेशन चलाया गया था।

अब पांच साल बाद घायल पुलिसकर्मियों से इलाज के लिए दी गई राशि की वसूली को लेकर सवाल उठ रहे हैं। पुलिसकर्मी पूछ रहे हैं–“क्या हमारी जान की कीमत भी कागजी गलती बन गई?”

बिकरू कांड एक बार फिर चर्चा में है – इस बार मुआवजे की वापसी और सिस्टम की संवेदनहीनता को लेकर।

तबादलों की उलटी गिनती शुरू ! छुट्टी के दिन भी खुलेंगे दफ्तर, आदेश जारी करने की मची होड़

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में राज्य कर्मचारियों के तबादलों की अंतिम तिथि 15 जून जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे सरकारी महकमों में हलचल तेज हो गई है। शासन द्वारा तय समयसीमा के कारण इस बार शनिवार और रविवार को भी अधिकतर सरकारी कार्यालय खुले रहेंगे। कई विभागों ने तबादला सूची को अंतिम रूप दे दिया है, जो आज और कल के बीच जारी हो सकती है।

सूत्रों के अनुसार, लोक निर्माण विभाग (PWD) समेत कई बड़े विभागों ने देर रात तक कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर तबादला आदेशों को अंतिम रूप देने का काम किया। सरकार ने 6 मई को स्थानांतरण नीति जारी की थी, जिसमें 15 मई से 15 जून तक की समयसीमा तय की गई थी। इसी बीच सहायता प्राप्त इंटर कॉलेजों में कार्यरत शिक्षकों के तबादलों के लिए ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि भी 15 जून ही है। इसके चलते शिक्षकों में भी खासी बेचैनी है।

विश्वसनीय सूत्रों का कहना है कि कई विभागों में संबंधित मंत्रियों और विभागाध्यक्षों के बीच तालमेल की कमी दिख रही है। इसकी बानगी आज डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के उस पत्र से मिलती है, जिसमें उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि कोई भी तबादला आदेश उनके अवलोकन के बिना जारी न किया जाए। यह पत्र खुद बताता है कि आंतरिक समन्वय में बड़ी खामी है।

सरकार की नीति के अनुसार, एक ही जिले में तीन साल से अधिक और एक ही मंडल में सात साल से अधिक तैनात समूह ‘क’ और ‘ख’ के अधिकारियों/कर्मचारियों का तबादला अनिवार्य है। साथ ही, इन समूहों के अधिकतम 20 प्रतिशत, और समूह ‘ग’ व ‘घ’ के अधिकतम 10 प्रतिशत कर्मचारियों का तबादला इस सत्र में किया जाएगा।

अब देखना यह है कि तबादलों की इस दौड़ में कौन कहां जाता है और कौन बना रहता है पुरानी कुर्सी पर।

पर्यटन में यूपी की उड़ान: योगी सरकार के प्रयासों से बन रहा देश का नया टूरिज्म हब

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए योगी सरकार योजनाबद्ध ढंग से कार्य कर रही है। विश्व पर्यटन एवं यात्रा परिषद (WTTC) की हालिया रिपोर्ट में भारत में पर्यटन की बढ़ती संभावनाओं के बीच यूपी एक अहम केंद्र के रूप में उभर रहा है। योगी सरकार न सिर्फ इन संकेतों को गंभीरता से ले रही है, बल्कि उन्हें जमीनी हकीकत में बदलने के लिए व्यापक योजनाएं भी लागू कर रही है।

अयोध्या, काशी, मथुरा, कुशीनगर, नैमिषारण्य, प्रयागराज जैसे धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों पर देश-दुनिया से आस्था जुड़ी हुई है। यहां पर आने वाले पर्यटकों की संख्या में तेज़ी से बढ़ोत्तरी दर्ज हो रही है। 2023 में अयोध्या में 5.76 करोड़ पर्यटक आए थे, जबकि 2024 में यह संख्या 16.44 करोड़ तक पहुंच गई। यही रुझान काशी, मथुरा और प्रयागराज में भी देखने को मिला।

पर्यटन में तेजी से यूपी की अर्थव्यवस्था में भी सकारात्मक बदलाव आया है। होटल, ट्रांसपोर्ट, गाइड, हस्तशिल्प, फूड, होमस्टे जैसे सेक्टर्स में लाखों रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं। WTTC के अनुसार, 2025 तक टूरिज्म सेक्टर का राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में योगदान 22 लाख करोड़ रुपये और 48 मिलियन रोजगार तक पहुंच सकता है।

बुनियादी सुविधाओं का हो रहा सशक्त विकास

सरकार धार्मिक स्थलों पर अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं उपलब्ध करा रही है। 4560 करोड़ रुपये की लागत से 272 मार्गों का विकास किया जा रहा है। प्रयागराज, लखनऊ, कपिलवस्तु में हेलीपोर्ट सेवाएं चालू हो चुकी हैं। रामायण, कृष्ण, बौद्ध सर्किट के अंतर्गत तीर्थस्थलों को जोड़ने का काम तेज़ गति से चल रहा है।

कॉरिडोर परियोजनाओं से मिल रही मजबूती

श्रीकाशी विश्वनाथ धाम, विंध्य कॉरिडोर, नाथ कॉरिडोर जैसी परियोजनाओं से न केवल तीर्थ क्षेत्रों का कायाकल्प हो रहा है, बल्कि स्थानीय उद्यमिता को भी नई राह मिल रही है। श्री अयोध्या, ब्रज, चित्रकूट, देवीपाटन, नैमिषारण्य जैसे तीर्थ विकास परिषदों के माध्यम से योजनाओं को बेहतर क्रियान्वयन मिल रहा है।