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तबादलों की उलटी गिनती शुरू ! छुट्टी के दिन भी खुलेंगे दफ्तर, आदेश जारी करने की मची होड़

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में राज्य कर्मचारियों के तबादलों की अंतिम तिथि 15 जून जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे सरकारी महकमों में हलचल तेज हो गई है। शासन द्वारा तय समयसीमा के कारण इस बार शनिवार और रविवार को भी अधिकतर सरकारी कार्यालय खुले रहेंगे। कई विभागों ने तबादला सूची को अंतिम रूप दे दिया है, जो आज और कल के बीच जारी हो सकती है।

सूत्रों के अनुसार, लोक निर्माण विभाग (PWD) समेत कई बड़े विभागों ने देर रात तक कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर तबादला आदेशों को अंतिम रूप देने का काम किया। सरकार ने 6 मई को स्थानांतरण नीति जारी की थी, जिसमें 15 मई से 15 जून तक की समयसीमा तय की गई थी। इसी बीच सहायता प्राप्त इंटर कॉलेजों में कार्यरत शिक्षकों के तबादलों के लिए ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि भी 15 जून ही है। इसके चलते शिक्षकों में भी खासी बेचैनी है।

विश्वसनीय सूत्रों का कहना है कि कई विभागों में संबंधित मंत्रियों और विभागाध्यक्षों के बीच तालमेल की कमी दिख रही है। इसकी बानगी आज डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के उस पत्र से मिलती है, जिसमें उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि कोई भी तबादला आदेश उनके अवलोकन के बिना जारी न किया जाए। यह पत्र खुद बताता है कि आंतरिक समन्वय में बड़ी खामी है।

सरकार की नीति के अनुसार, एक ही जिले में तीन साल से अधिक और एक ही मंडल में सात साल से अधिक तैनात समूह ‘क’ और ‘ख’ के अधिकारियों/कर्मचारियों का तबादला अनिवार्य है। साथ ही, इन समूहों के अधिकतम 20 प्रतिशत, और समूह ‘ग’ व ‘घ’ के अधिकतम 10 प्रतिशत कर्मचारियों का तबादला इस सत्र में किया जाएगा।

अब देखना यह है कि तबादलों की इस दौड़ में कौन कहां जाता है और कौन बना रहता है पुरानी कुर्सी पर।

पर्यटन में यूपी की उड़ान: योगी सरकार के प्रयासों से बन रहा देश का नया टूरिज्म हब

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए योगी सरकार योजनाबद्ध ढंग से कार्य कर रही है। विश्व पर्यटन एवं यात्रा परिषद (WTTC) की हालिया रिपोर्ट में भारत में पर्यटन की बढ़ती संभावनाओं के बीच यूपी एक अहम केंद्र के रूप में उभर रहा है। योगी सरकार न सिर्फ इन संकेतों को गंभीरता से ले रही है, बल्कि उन्हें जमीनी हकीकत में बदलने के लिए व्यापक योजनाएं भी लागू कर रही है।

अयोध्या, काशी, मथुरा, कुशीनगर, नैमिषारण्य, प्रयागराज जैसे धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों पर देश-दुनिया से आस्था जुड़ी हुई है। यहां पर आने वाले पर्यटकों की संख्या में तेज़ी से बढ़ोत्तरी दर्ज हो रही है। 2023 में अयोध्या में 5.76 करोड़ पर्यटक आए थे, जबकि 2024 में यह संख्या 16.44 करोड़ तक पहुंच गई। यही रुझान काशी, मथुरा और प्रयागराज में भी देखने को मिला।

पर्यटन में तेजी से यूपी की अर्थव्यवस्था में भी सकारात्मक बदलाव आया है। होटल, ट्रांसपोर्ट, गाइड, हस्तशिल्प, फूड, होमस्टे जैसे सेक्टर्स में लाखों रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं। WTTC के अनुसार, 2025 तक टूरिज्म सेक्टर का राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में योगदान 22 लाख करोड़ रुपये और 48 मिलियन रोजगार तक पहुंच सकता है।

बुनियादी सुविधाओं का हो रहा सशक्त विकास

सरकार धार्मिक स्थलों पर अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं उपलब्ध करा रही है। 4560 करोड़ रुपये की लागत से 272 मार्गों का विकास किया जा रहा है। प्रयागराज, लखनऊ, कपिलवस्तु में हेलीपोर्ट सेवाएं चालू हो चुकी हैं। रामायण, कृष्ण, बौद्ध सर्किट के अंतर्गत तीर्थस्थलों को जोड़ने का काम तेज़ गति से चल रहा है।

कॉरिडोर परियोजनाओं से मिल रही मजबूती

श्रीकाशी विश्वनाथ धाम, विंध्य कॉरिडोर, नाथ कॉरिडोर जैसी परियोजनाओं से न केवल तीर्थ क्षेत्रों का कायाकल्प हो रहा है, बल्कि स्थानीय उद्यमिता को भी नई राह मिल रही है। श्री अयोध्या, ब्रज, चित्रकूट, देवीपाटन, नैमिषारण्य जैसे तीर्थ विकास परिषदों के माध्यम से योजनाओं को बेहतर क्रियान्वयन मिल रहा है।

बिजली संकट पर लगाम: अप्रैल-मई में ट्रांसफार्मर क्षति में रिकॉर्ड गिरावट, जनता को राहत

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी के बीच भी बिजली व्यवस्था में एक बड़ी कामयाबी सामने आई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्त निगरानी और यूपी पावर कॉर्पोरेशन की जवाबदेही तय करने की रणनीति के चलते सिर्फ दो महीनों (अप्रैल-मई) में 3233 ट्रांसफार्मर कम फुंके, जिससे आम जनता को बिजली संकट से काफी राहत मिली है।

यूपीपीसीएल के अध्यक्ष डॉ. आशीष कुमार गोयल के मुताबिक, जहां 2022-23 में अप्रैल-मई में 90 पावर ट्रांसफार्मर फुंके थे, वहीं 2025-26 में यह आंकड़ा घटकर सिर्फ 12 रह गया। इसी अवधि में वर्ष 2022-23 में 7322 ट्रांसफार्मर फुंके थे, जो 2025-26 में घटकर 2613 हो गए। इससे साफ है कि सुधारात्मक नीतियों का सीधा लाभ बिजली उपभोक्ताओं तक पहुंच रहा है।

डॉ. गोयल ने बताया कि ट्रांसफार्मर क्षति रोकने के लिए बेल प्रोटेक्शन, टेललेस यूनिट और फ्यूज यूनिट जैसे उपकरण लगाए गए। रखरखाव की मॉनीटरिंग, खराबी की मैकेनिकल ट्रैकिंग और समयबद्ध सुधार ने सिस्टम को मजबूती दी। जहां ट्रांसफार्मर फुंके, वहां संबंधित अभियंताओं पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई। कई अधिशासी अभियंताओं और एसडीओ को हटाया गया या नोटिस थमाया गया।

सीएम योगी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि बिजली आपूर्ति में कोई समझौता नहीं चलेगा और फुंके ट्रांसफार्मरों की घटनाओं को न्यूनतम स्तर पर लाना ही लक्ष्य है।

शिक्षकों को बड़ी राहत: अब 15 जून तक कर सकेंगे अंतरजनपदीय तबादले के लिए आवेदन

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग के लाखों शिक्षकों के लिए बड़ी राहत की खबर है। अब वे अंतरजनपदीय तबादले के लिए 15 जून 2025 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे और ट्रांसफर सूची 20 जून को जारी होगी। पहले यह अंतिम तारीख 12 जून थी, जिसे तीन दिन बढ़ा दिया गया है। यह फैसला सरकार ने तकनीकी दिक्कतों और शिक्षकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए लिया है।

इससे पहले 24 मई को जारी की गई नई ट्रांसफर नीति 2025 में सबसे बड़ा बदलाव यह किया गया कि अब 5 साल की न्यूनतम सेवा बाध्यता हटा दी गई है। यानी अब कम अवधि वाले शिक्षक भी अन्य जिलों में ट्रांसफर के पात्र होंगे।

शिक्षकों को अब ऑनलाइन पोर्टल पर 24 घंटे उपलब्ध सुविधा के तहत अपनी प्राथमिकताएं दर्ज करने का विकल्प दिया गया है। वे अपनी लॉगिन आईडी से किसी भी समय आवेदन कर सकते हैं। बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस नीति से न केवल स्थानांतरण प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ेगी, बल्कि व्यक्तिगत और पारिवारिक परिस्थितियों के अनुरूप शिक्षकों को राहत भी मिलेगी। सरकारी शिक्षकों ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है और इसे व्यवहारिक और मानवीय दृष्टिकोण वाला निर्णय बताया है।

लखनऊ में शुरू हुआ ‘ एआई प्रज्ञा’ कार्यक्रम, युवाओं को मिलेगा रोजगारोन्मुखी तकनीकी प्रशिक्षण

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज में दक्ष बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग और 1M1B संस्था के संयुक्त प्रयास से ‘एआई प्रज्ञा’ नामक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ आईटीआई अलीगंज, लखनऊ में किया गया।

कार्यक्रम का उद्घाटन श्रीमती नेहा जैन, विशेष सचिव, आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग और आरके यादव, प्रधानाचार्य आईटीआई अलीगंज ने दीप प्रज्वलन कर किया। इस पहल के तहत पहले चरण में 100 से अधिक छात्र-छात्राओं को एआई , साइबर सुरक्षा, प्रोजेक्ट आधारित लर्निंग और नवीन तकनीकों से जुड़े व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया गया।

नेहा जैन ने कहा कि यह कार्यक्रम युवाओं को न केवल तकनीकी रूप से सशक्त बनाएगा, बल्कि उन्हें रोजगार के लिए भी बेहतर अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने यह भी घोषणा की कि भविष्य में प्रदेश के अन्य औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में भी ऐसे नवाचारपरक कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे।

संस्थान के प्रधानाचार्य आर.के. यादव ने ‘ एआई प्रज्ञा ’ को छात्रों के लिए करियर बिल्डिंग का सुनहरा मौका बताया और कहा कि यह कार्यक्रम उन्हें भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करेगा।

इस मौके पर आईटी विभाग के अधिकारी, शिक्षकगण और सीईजी की विशेषज्ञ टीम भी मौजूद रही। यह पहल प्रदेश में तकनीकी शिक्षा के स्तर को नई ऊंचाई देने की दिशा में एक सशक्त कदम माना जा रहा है।

मानसून में भी खुले रहेंगे जंगल के दरवाजे, दुधवा के मोहम्मदी रेंज में शुरू होगी रोमांचक सफारी : जयवीर सिंह

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में इको-टूरिज्म को नई उड़ान देने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। पहली बार मानसून के मौसम में दुधवा नेशनल पार्क के मोहम्मदी रेंज को पर्यटकों के लिए खोला जा रहा है। आमतौर पर इस समय देशभर के टाइगर रिजर्व और नेशनल पार्क बंद रहते हैं, लेकिन अब पर्यटक बारिश में भी जंगल की हरियाली और सुंदरता का लुत्फ उठा सकेंगे।

पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि मानसून के दौरान जंगल की प्राकृतिक बहार देखने लायक होती है। पेड़ों की हरियाली, खिलते फूल और बहती जलधाराएं इसे बेहद खास बनाती हैं। मोहम्मदी रेंज में 24 किलोमीटर लंबा सफारी ट्रैक है, जहां 25 से अधिक बाघों के अलावा हिरण, नीलगाय और अन्य वन्यजीवों की भी बड़ी तादाद है।

श्री सिंह ने बताया कि मानसून सफारी के लिए सभी जरूरी इंतज़ाम पूरे कर लिए गए हैं। पर्यटकों की सुरक्षा और सुविधा को देखते हुए खास ट्रैक और गाइड तय किए गए हैं। सफारी की बुकिंग के लिए 7007561416 या 9651117199 पर संपर्क किया जा सकता है। इसके अलावा पर्यटक विस्टाडोम कोच में भी यात्रा का आनंद ले सकते हैं, जो बिछिया से मैलानी तक 107 किमी की हरी-भरी रूट पर चलती है। यह सेवा दुधवा, कतर्नियाघाट और किशनपुर अभयारण्यों से जुड़ती है, जो पहले से ही काफी लोकप्रिय है।

पर्यटन निदेशक प्रखर मिश्रा ने कहा कि यह पहल न सिर्फ पर्यटकों के लिए एक नया अनुभव लेकर आएगी, बल्कि मानसून के मौसम में भी स्थानीय समुदायों को रोजगार और आय का साधन प्रदान करेगी।

बैंक लूट के मुकदमे में 11 वर्षों से लगातार फरार चल रहा 25,000 रुपये का इनामिया विनोद मिश्रा गिरफ्तार

लखनऊ । राजधानी की गोसाईगंज थाना पुलिस ने लूट के एक पुराने मामले में 11 वर्षों से फरार चल रहे 25,000 रुपये के इनामी अभियुक्त विनोद कुमार मिश्रा को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। अभियुक्त पर वर्ष 2014 में यूनियन बैंक, अमेठी शाखा में लूट की वारदात में संलिप्त होने का आरोप है और वह तब से लगातार पुलिस की पकड़ से बाहर था। पुलिस आयुक्त के निर्देश पर चलाए जा रहे अभियान के तहत थाना गोसाईगंज पुलिस ने उसे तेलीबाग इलाके से दबोच लिया।

बैंक लूट कांड में दो आरोपी पहले जा चुके हैं जेल

डीसीपी अपराध कमलेश दीक्षित ने बताया कि 20 जून 2014 को सत्येन्द्र वर्मा पुत्र रामपाल वर्मा निवासी ग्राम बल्दीखेड़ा मजरा रतियामऊ थाना गोसाईगंज द्वारा थाना स्थानीय पर अपने साथ हुई यूनियन बैंक आफ इंडिया शाखा अमेठी गोसाईगंज में लूट की घटना से सम्बन्धित अभियोग पंजीकृत कराया गया था। उक्त मुकदमे में अभियुक्त तेजनरायण उर्फ ननटुरी पुत्र पूर्णमासी निवासी परेवा थाना लोनीकटरा बाराबंकी, रामविलास पुत्र रामखेलावन निवासी तेजवापुर थाना लोनी कटरा बाराबंकी को पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था किन्तु अभियुक्त विनोद कुमार मिश्रा पुत्र राजमणि मिश्रा निवासी नेवादा मजरा नरेन्द्रपुर पट्टी थाना सरपतहा जनपद जौनपुर अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिये घटना के बाद से ही लगातार फरार चल रहा था।

वारदात के बाद से अपने घर से गायब रहा अभिुयक्त विनोद

अभियुक्त विनोद कुमार मिश्रा के विरुद्ध न्यायालय से गैर जमानतीय वारण्ट (एनबीडब्ल्यू) प्राप्त कर गिरफ्तारी का काफी प्रयास किया गया। अभियुक्त के विरुद्ध न्यायालय के आदेश के क्रम में (कुर्की) की कार्रवाई भी की गयी, किन्तु अभियुक्त विनोद कुमार मिश्रा लगातार फरार चलता रहा।अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए पुलिस उपायुक्त दक्षिणी द्वारा 25 हजार रुपये के इनाम की घोषणा की गयी थी। अभियुक्त अपने वर्णित पते पर पिछले 11 वर्षों से नहीं रह रहा था, हाल में ही अभियुक्त के जनपद लखनऊ में तेलीबाग क्षेत्र में रहने की सूचना थाना पुलिस को प्राप्त हुई। जिसके उपरान्त थाना स्थानीय की पुलिस द्वारा अभियुक्त की लगातार तलाश की जा रही थी जिसे गुरुवार को थाना क्षेत्र पीजीआई से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

सिपाही के घर चोरी करने वाला पुलिस मुठभेड़ में घायल, अस्पताल में भर्ती, सरकारी पिस्टल बरामद

लखनऊ । यूपी की राजधानी के पारा थाना क्षेत्र में बीती रात पुलिस और एक शातिर चोर के बीच मुठभेड़ हुई। यह मुठभेड़ पारा के बीबी खेड़ा रेलवे लाइन के पास हुई, जहां पुलिस ने चोरी के आरोपी करन वर्मा को गोली लगने के बाद घायल अवस्था में गिरफ्तार कर लिया। करन के पास से चोरी की गई सरकारी पिस्टल, लाखों की नगदी और अवैध असलहा बरामद हुआ है।

11 जून को एक सिपाही के घर में चोरी की घटना को दिया था अंजाम यूपी

पुलिस उपायुक्त पश्चिमी विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया कि 11 जून को थाना क्षेत्र पारा के चार मंजिला बिल्डिंग के कॉलोनी में एक उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही रहता है । जिनके मकान से एक व्यक्ति के द्वारा सोने की कुछ ज्वैलरी एवं उसकी एक सरकारी ग्लॉक पिस्टल चोरी कर ली गई थी इसके संबंध में थाना पारा पर सुसंगत धाराओं में अभियोग भी पंजीकृत था। सीसीटीवी कैमरे व अन्य जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि उक्त चोरी की घटना को करन वर्मा पुत्र स्व.रमेश वर्मा मूल निवासी मातन टोला थाना गोसाईगंज लखनऊ जिसका वर्तमान पता काशीराम कॉलोनी का नाम प्रकाश में आया था जिसकी तलाश डीसीपी पश्चिमी के द्वारा गठित टीम द्वारा की जा रही थी।

पुलिस ने रोका तो शुरू कर दी फायरिंग

जिसके तलाश के क्रम में मुखबिर की सूचना पर बीती रात्रि करीब 10:15 बजे यह व्यक्ति थाना क्षेत्र पारा के बीबी खेड़ा ग्राम स्थित रेलवे लाइन है वहां दिखाई पड़ा है इस सूचना पर तत्काल थाना पारा की पुलिस टीम तथा पुलिस उपायुक्त पश्चिमी की क्राइम ब्रांच की टीम मौके पर पहुंची और वहां पर चेकिंग शुरू की चेकिंग के दौरान एक संदिग्ध व्यक्ति को रोकने की कोशिश की गई तो उसके द्वारा पुलिस टीम पर फायर किया गया, जिस पर पुलिस ने भी आत्मरक्षार्थ में फायर किया मुठभेड़ में उक्त संदिग्ध घायल होकर पकड़ा गया जिसकी पहचान करन वर्मा उपरोक्त के रूप में हुयी तथा जिसे इलाज के लिए ट्रामा सेंटर भेजा गया है। अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है।

अभियुक्त के कब्जे से लाखों का सामान बरामद

गिरफ्तार अभियुक्त के कब्जे से चोरी की गई सरकारी पिस्टल मय मैग्जीन (08 कारतूस), कमन्डेसन डिस्क सिल्वर व ज्वेलरी बेचने से प्राप्त 90,000/- रुपए एवं 01 अवैध 315 बोर तमंचा मय 1 जिंदा व 1 खोखा कारतूस एवं 1 मोबाइल फोन बरामद हुआ है।अभियुक्त करन उपरोक्त पर लखनऊ के अलग-अलग थानों में आधा दर्जन से अधिक चोरी के मुकदमें पंजीकृत है।

विभिन्न ब्राण्डेड कम्पनियों के नाम से नकली सीमेन्ट बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़, सरगना सहित तीन गिरफ्तार, भारी मात्रा मे नकली सीमेन्ट बरामद

लखनऊ । एसटीएफ यूपी को विभिन्न ब्राण्डेड कम्पनियों के नाम से नकली सीमेन्ट बनाने वाले गिरोह के सरगना सहित तीन व्यक्तियों को भारी मात्रा में नकली सीमेन्ट के साथ गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई। एसटीएफ ने अभिषेक शुक्ल पुत्र नागेन्द्र नाथ शुक्ल निवासी ग्राम व पोस्ट पिछौरा थाना गीडा जनपद गोरखपुर, दीनदयाल चौहान पुत्र स्व. बनवारी लाल चौहान निवासी ग्राम विशुनपुर टोला सप्टहिंआ थाना चिलुआताल जनपद गोरखपुर, रामलवट पुत्र रामजश निवासी ग्राम भरपुरवा थाना सहजनवा जनपद गोरखपुर को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से 257 बोरी नकली अल्ट्राटेक सीमेंट, 212 खाली बोरी अल्ट्राटेक सीमेंट, 60 बोरी अल्ट्राटेक कम्पनी का डैमेज सीमेंट, एक दुरमुट, एक इलेक्ट्रानिक तौल मशीन(उषा स्केल एसोसिएट), एक लोहे की कीप, एक हरे रंग की स्पारइट की अधकटी प्लास्टिक की बोतल का उपरी भाग, 250 बोरी आधा भरा हुआ डैमेज सीमेंट डालमिया कम्पनी, एक मोबाइल फोन बराम किया है।

एसटीएफ को काफी दिनों से थी इनकी तलाश

विगत दिनों से एसटीएफ को नकली व फर्जी सीमेन्ट बनाने वाले गिरोह के सम्बन्ध मे सूचनायें प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध मे एसटीएफ की विभिन्न इकाईयों/टीमों को अभिसूचना संलकन के लिए निर्देशित किया गया था।इसी क्रम में एसटीएफ को ज्ञात हुआ कि विभिन्न ब्राण्डेड कम्पनियों के नाम पर नकली सीमेन्ट बनाने वाले संगठित गिरोह द्वारा ग्राम चनऊ थाना बेलीपार के एक गोदाम में नकली सीमेन्ट बनाने का काम चल रहा है। यहॉ से नकली सीमेन्ट बनाकर जनपद गोरखपुर व आस-पास के जनपदो में सप्लाई किया जाता है। एसटीएफ टीम गोरखपुर पुलिस को साथ लेकर उपरोक्त स्थान पर छापा डाला गया जहॉ से भारी मात्रा में विभिन्न ब्राण्डेड कम्पनियों के नकली सीमेन्ट तैयार की जा रही थी, जिस पर एसटीएफ टीम द्वारा मौके से उपरोक्त व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया।

डैमेज माल मंगवाकर तैयार करते थे सीमेंट

गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ पर बताया कि हम लोगों द्वारा यह काम विगत तीन माह से किया जा रहा है। अल्ट्राटेक व डालमिया कम्पनी का डैमेज माल मोतीराम डम्पयार्ड के वेण्डर खान से 200 रूपये प्रति बोरी के हिसाब से मंगवाते है। अल्ट्राटेक कम्पनी की खाली बोरी 14 रूपये प्रति बोरी के हिसाब से साहबगंज मण्डी निवासी केदार नाथ जायसवाल (आदि शक्ति इण्टप्राइजेस) से लेते है। डैमेज माल से सीमेन्ट तैयाकर करके विभिन्न कम्पनियों की बोरियों में भरकर उसे ठेकेदार शिवा एसोसिएट पुर्दिलपुर थाना क्षेत्र कोतवाली गोरखपुर व रिलायबल एसोसिएट राम जानकी नगर, थाना गोरखनाथ, जनपद गोरखपुर को 300 रूपये प्रति बोरी के रेट से बेचते है। प्रतिदिन लगभग 200-250 बोरी नकली सीमेन्ट बेचा जाता है।

एटीएम कार्ड बदलकर लाखों रुपये की ठगी करने वाले गैंग के चार सदस्य मुठभेड़ के उपरान्त गिरफ्तार

लखनऊ । एसटीएफ यूपी को एटीएम कार्ड बदलकर लाखों रूपये की ठगी करने वाले गिरोह के 4 सदस्यो को थाना क्षेत्र टप्पल, जनपद अलीगढ़ में हुई मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई।गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम मुस्तकीम उर्फ मोलम पुत्र मोइनुद्दीन निवासी नूरपुर थाना टप्पल जनपद अलीगढ़।, आजाद पुत्र अली शेर निवासी घाघोट पलवल, हरियाणा, असलम पुत्र आजम ग्राम घाघोट तहसील पलवल जिला पलवल, हरियाणा, अमन पाल पुत्र पप्पू निवासी ग्राम अटोर नगला गाजियाबाद है। इनके कब्जे से एसटीएफ ने दो देशी तमंचा 315 बोर, चार खोखा कारतूस 315 बोर, चार एटीएम व डेबिट कार्ड, एक एटीएम स्वाईप मशीन, चार मोबाइल मोन, एक मारुति ब्रेजा कार, 8700 रुपये नकद बरामद किया है।

टप्पल-कृपालपुर अंडरपास के पास छिपे थे चारों

एसटीएफ यूपी को एटीएम कार्ड बदलकर लाखो रूपये की ठगी करने वाले गैंग के सक्रिय होने की सूचनाए प्राप्त हो रही थी, इस सम्बन्ध में एसटीएफ फील्ड इकाई, आगरा इकाई को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई हेतु निर्देशित किया गया था। एक क्रम में एक टीम 11 जून की रात अलीगढ में अपराधिक अभिसूचना संकलन के उद्देश्य से भ्रमणशील थी। इसी दौरान ज्ञात हुआ कि एटीएम बदलकर ठगी करने वाले गैंग के कुछ सदस्य एवं जनपद अलीगढ़ व मथुरा से वांछित पुरस्कार घोषित अभियुक्त थाना टप्पल जनपद अलीगढ क्षेत्र में टप्पल-कृपालपुर अंडरपास के पास में मौजूद है, यदि जल्दी किया जाय तो पकड़े जा सकते है।

जान से मारने की नियत से एसटीएफ पर कर दी फायरिंग

उक्त सूचना पर टीम द्वारा थाना टप्पल जनपद अलीगढ पुलिस को साथ लेकर नोएडा आगरा एक्सप्रेस-वे के सर्विस रोड गॉव टप्पल कृपालपुर अण्डर पास के निकट पहुंचकर उक्त अभियुक्तों को गिरफ्तार करने का प्रयास किया। जिस अभियुक्तों द्वारा झाड़ियों में छिपकर एसटीएफ टीम पर जान से मारने की नियत से फायरिंग शुरू कर दी गयी। एसटीएफ टीम द्वारा भी आत्मरक्षार्थ फायरिंग की गयी जिसमें दो अभियुक्त घायल हो गये, जिनको प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल ले जाया गया। घायल अभियुक्तों का नाम मुस्तकीम उर्फ मोलम पुत्र मोइनुद्दीन निवासी नूरपुर थाना टप्पल जनपद अलीगढ (थाना टप्पल जनपद अलीगढ से 25000/- व थाना रिफाइनरी मथुरा से 20000 ईनामी) तथा आजाद पुत्र अली शेर निवासी घाघोट पलवल, हरियाणा ( थाना रिफाइनरी जनपद मथुरा से 20000 का पुरस्कार घोषित) है। इस गिरोह के दो अन्य सदस्यों को भी मौके से गिरफ्तार किया गया है।

अभियुक्तों ने धोखे से एटीएम बदलकर रुपये निकालने की स्वीकार की बात

गिरफ्तार अभियुक्तो ने पूछताछ पर बताया कि हम लोगों एक गिरोह है, जो लोगों से एटीएम कार्ड बदलकर उनके पैसे निकाल लेता है। इस गिरोह का सरगना मुस्तकीम है। बरामद कार उसी की है। हम लोग व्यक्तियों से धोखे से एटीएम कार्ड बदल लेते है। जिसके बाद स्वाइप मशीन द्वारा एटीएम कार्ड के खाते की सारी धनराशि अन्य खातों में ट्रांसफर कर लिया जाता है, जिसके बाद अलग-अलग जगहो से पैसा निकाल लिया जाता है। अभियुक्त द्वारा अब तक 02 दर्जन से अधिक घटनाओं को अंजाम देना स्वीकार किया गया है। गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध थाना टप्पल, जनपद अलीगढ में अभियोग पंजीकृत कराया गया है।