बिजली संकट पर लगाम: अप्रैल-मई में ट्रांसफार्मर क्षति में रिकॉर्ड गिरावट, जनता को राहत
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी के बीच भी बिजली व्यवस्था में एक बड़ी कामयाबी सामने आई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्त निगरानी और यूपी पावर कॉर्पोरेशन की जवाबदेही तय करने की रणनीति के चलते सिर्फ दो महीनों (अप्रैल-मई) में 3233 ट्रांसफार्मर कम फुंके, जिससे आम जनता को बिजली संकट से काफी राहत मिली है।
यूपीपीसीएल के अध्यक्ष डॉ. आशीष कुमार गोयल के मुताबिक, जहां 2022-23 में अप्रैल-मई में 90 पावर ट्रांसफार्मर फुंके थे, वहीं 2025-26 में यह आंकड़ा घटकर सिर्फ 12 रह गया। इसी अवधि में वर्ष 2022-23 में 7322 ट्रांसफार्मर फुंके थे, जो 2025-26 में घटकर 2613 हो गए। इससे साफ है कि सुधारात्मक नीतियों का सीधा लाभ बिजली उपभोक्ताओं तक पहुंच रहा है।
डॉ. गोयल ने बताया कि ट्रांसफार्मर क्षति रोकने के लिए बेल प्रोटेक्शन, टेललेस यूनिट और फ्यूज यूनिट जैसे उपकरण लगाए गए। रखरखाव की मॉनीटरिंग, खराबी की मैकेनिकल ट्रैकिंग और समयबद्ध सुधार ने सिस्टम को मजबूती दी। जहां ट्रांसफार्मर फुंके, वहां संबंधित अभियंताओं पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई। कई अधिशासी अभियंताओं और एसडीओ को हटाया गया या नोटिस थमाया गया।
सीएम योगी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि बिजली आपूर्ति में कोई समझौता नहीं चलेगा और फुंके ट्रांसफार्मरों की घटनाओं को न्यूनतम स्तर पर लाना ही लक्ष्य है।
Jun 13 2025, 19:15