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रविवि का एडमिशन पोर्टल बिना सूचना बंद, छात्र हो रहे परेशान

रायपुर- पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय ने सम्बद्ध कॉलेजों में प्रवेश के लिए ओपन ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन पोर्टल अचानक बंद कर दिया है. इससे छात्र परेशान हो रहे हैं और उनके अभिभावक चिंतित हो गए हैं. वहीं कॉलेज भी परेशान हो रहे हैं. यह स्थिति तब है जबकि उच्च शिक्षा विभाग ने एकेडमिक कैलेण्डर जारी कर दिया है जिसके अनुसार 16 जून से प्रवेश की प्रक्रिया शुरू होनी है. पोर्टल बंद होने का फायदा निजी विश्वविद्यालयों को मिल रहा है. बड़ी संख्या में स्टूडेंट निजी विश्वविद्यालयों के लिए रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं. प्राइवेट कॉलेज प्रिंसिपल एसोसिएशन जल्द रविवि प्रबंधन से मिलेगा और पोर्टल ओपन करने की मांग रखेगा.

इस संबंध में जानकारी के अनुसार पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय ने 23 मई को अधिसूचना जारी की गई थी कि रविवि के सम्बद्ध शासकीय और अशासकीय महाविद्यालयों में स्नातक और स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर में प्रवेश के लिए ऑनलाइन पोर्टल 24 मई से ओपन की जा रही है. पोर्टल ओपन भी की गई थी लेकिन पिछले दिनों से अचानक पोर्टल बंद कर दी गई है।

आरोप : निजी विवि और यूटीडी को फायदा पहुंचाने कवायद

शिक्षाविदों का कहना है कि पोर्टल बंद करना रविवि प्रबंधन की निजी विश्वविद्यालय को फायदा पहुंचाने की कवायद तो नहीं है. वहीं, कॉलेजों में प्रवेश के लिए पोर्टल बंद करने वाले रविवि प्रबंधन ने अपने अध्ययनशाला में प्रवेश परीक्षा के लिए अप्रैल माह से ही पोर्टल ओपन कर दिया था. इस पर जानकारों का कहना है कि विश्वविद्यालय अध्ययनशालाओं की ज्यादातर सीटें खाली रह जाती है. ऐसे में रविवि प्रबंधन पहले अध्ययनशाला की सीटें फुल करने की मंशा तो नहीं पाल रहा है.

तेज रफ्तार बाइक पेड़ से टकराई, हादसे में युवक की मौके पर ही हुई मौत

बलरामपुर- छत्तीसगढ़ में रफ्तार का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. बलरामपुर में बुधवार सुबह भीषण सड़क देखने को मिला. तेज रफ्तार बाइक अनियंत्रित होकर पेड़ से जा टकराई. हादसे में युवक की मौके पर ही मौत हो गई. घटना वाड्रफनगर पुलिस चौकी क्षेत्र का है.

जानकारी के मुताबिक, अजगरा नाला के पास तेज रफ्तार में आ रही बाइक अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पेड़ से टकरा गई. हादसे में युवक ने मौके पर ही दम तोड़ दिया. ग्रामीणों की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची. दुर्घटना के कारणों की जांच जारी है.

दुर्ग में दो अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को किया गया गिरफ्तार

दुर्ग- छत्तीसगढ़ में अवैध घुसपैठियों के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी है। इसी कड़ी में दुर्ग जिले में अवैध बांग्लादेशी नागरिकों के विरुद्ध गठित एसटीएफ टीम ने एक बार फिर दो घुसपैठियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों के पास फर्जी दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। दोनों अवैध घुसपैठियों को कैंप-2 छावनी से गिरफ्तार किया गया है। ये दोनों आरोपी 8 महीनों से कैंप क्षेत्र में निवासरत थे। जिले में अब तक कुल 7 अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।

छत्तीसगढ़ में अवैध रूप से घुसपैठ कर रहने वाले बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों की पहचान कर उनके खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में दुर्ग पुलिस को जानकारी मिली कि कैंप-2 अमन लकड़ी टाल के पास एक किराये के मकान में एक संदिग्ध बांग्लादेशी पुरुष एवं एक महिला अपना मूल पहचान छिपाते हुए फर्जी नाम से रह रहे है। एसटीएफ की टीम ने दोनो बंगलादेशी नागरिक मोहम्मद अली शेख उर्फ मोहम्मद अब्दुल रौब हुसैन और उसके साथी शेख उर्फ साथी खातून को हिरासत में लेकर पुछताछ की। दोनों आरोपियों ने अपना पता पश्चिम बंगाल के जिला दक्षिण, 24 परगना बताकर फर्जी एवं कूटरचित दस्तावेज तैयार कर साल 2012 से भारत में निवास कर रहें हैं। साथी खातून ने भी साल 2014 में अवैध रूप से भारतीय सीमा पार कर पश्चिम बंगाल में निवास किया। दोनों फर्जी नाम से लगभग 10-12 वर्षों से रह रहे थे।

भिलाई नगर सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी ने बताया कि एसटीएफ टीम एवं थाना छावनी पुलिस द्वारा दोनों संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों से पूछताछ करने पर उनके द्वारा अपना नाम मोहम्मद अली शेख निवासी बुधाखली गोलाबारी, जिला दक्षिण 24 परगना, पश्चिम बंगाल एवं महिला ने अपना नाम साथी शेख संदेशखली, गोलाबारी जिला दक्षिण 24 परगना पश्चिम बंगाल को होना बताया लेकिन जांच में दोनों बांग्लादेश के जिला जेससोर के निवासी पाए गए। दोनों संदिग्ध बांग्लादेशी महिला पुरूष के कब्जे से फर्जी परिचय पत्र, पैन कार्ड, बैंक पासबुक जप्त किया गया। वहीं इनके पास मिले पासपोर्ट, दस्तावेज एवं मोबाइल डाटा की जांच की गई, जिसमें IMO ऐप से अपने बांग्लादेशी परिजनों से संपर्क में थे। दोनों को गिरफ्तार कर कार्रवाई की गई।

मेडिकल कॉलेज में 150 पदों पर होगी संविदा भर्ती

रायपुर- पं. जवाहर लाल नेहरू स्मृति मेडिकल कॉलेज में विभिन्न विभागों के रिक्त पदों पर संविदा भर्ती की जा रही है. डेढ़ सौ सहायक प्राध्यापक, सीनियर रेसीडेंट समेत अन्य पदों पर भर्ती के लिए आज 4 जून को इंटरव्यू होगा. पद रिक्त होने के कारण न केवल मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई, बल्कि अम्बेडकर अस्पताल के हार्ट समेत अन्य विभागों में इलाज प्रभावित हो रहा है. मेडिकल कॉलेज के विभिन्न विभागों में दर्जनों पद खाली हैं. इन पदों पर नियमित भर्ती लंबे समय से नहीं हुई है.

जो चिकित्सा शिक्षक एवं डॉक्टर संविदा पर आते हैं, वे भी दो-तीन साल बाद नौकरी छोड़ चले जाते हैं. इसका सीधा असर अम्बेडकर अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था पर पड़ता है. बताते हैं कि संविदा में भी वेतन कम हैं और ज्यादातर डॉक्टर या तो प्राइवेट प्रैक्टिस करते हैं अथवा निजी अस्पतालों में मोटी तनख्वाह पर चले जाते हैं. मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा डेढ़ सौ पदों के लिए संविदा भर्ती की जा रही है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार जिन पदों पर संविदा भर्ती हो रही है, उनमें सहायक प्राध्यापक के 53, सीनियर रेसीडेंट नियमित के 10, सीनियर रेसीडेंट संविदा के 61 पद, प्रदर्शक के 3 पद, कॉर्डियो वस्कुलर एवं थोरेसिक सर्जरी विभाग हेतु सहायक प्राध्यापक के 11, सीनियर रेसीडेंट के 10, जूनियर रिसर्च साइंटिस्ट के 1 एवं साइंटिफिक ऑफिसर के 1 पद पर आरक्षण रोस्टर अनुसार संविदा भर्ती होगी. इन पदों के लिए कल 4 जून को इंटरव्यू रखा गया है.

बुजुर्ग को जिंदा जलाकर उतारा मौत के घाट

कवर्धा- कवर्धा जिले में अपराध का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. सिंघनपुरी गांव के बामी में एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है, जहां एक 70 वर्षीय बुजुर्ग झड़ी साहू को देर रात जिंदा जलाकर मौत के घाट उतार दिया गया.

जानकारी के अनुसार, बुजुर्ग अपने घर के बाहर सो रहे थे, तभी अज्ञात हमलावर ने उन पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी. जब तक आसपास के लोग कुछ समझ पाते, तब तक बुजुर्ग की दर्दनाक मौत हो चुकी थी.

तीन दिनों में यह तीसरी हत्या है, जिससे क्षेत्र में दहशत का माहौल है. स्थानीय लोग बेहद डरे हुए हैं और लगातार बढ़ते अपराधों को लेकर नाराज़गी जता रहे हैं. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, और मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी गई है. हत्यारे की तलाश की जा रही है.

शादी का झांसा देकर नाबालिग से दुष्कर्म, पुलिस ने आरोपी युवक को किया गिरफ्तार

अंबिकापुर- छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में नाबालिग से दुष्कर्म का मामला सामने आया है. शादी का झूठा वादा कर के नाबालिग से जबरन दुष्कर्म किया गया. पुलिस ने आरोपी युवक को हिरासत में लिया है. पूरा मामला लुन्ड्रा थाना का है.

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, लगभग एक साल पहले नाबालिग लड़की और ससौली गांव निवासी युवक की मुलाकात हुई. दोस्ती का रिश्ता प्यार में बदल गया. आरोपी अरुण कुमार ने नाबालिग को साथ में शादी करने का झांसा देकर जबरन दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया है. साल 2024 के जुलाई में घटना को अंजाम दिया गया.

थाना लुंड्रा में प्रार्थिया ने 3 जून को रिपोर्ट दर्ज कराई थी. पुलिस आरोपी ने आरोपी को पकड़कर थाने लाई और पूछताछ की तो उसने जुर्म करना कबूल किया है. आरोपी के खिलाफ पुलिस ने धारा 65(1) बी. एन. एस. और पोकसो एक्ट की धारा के तहत मामला दर्ज किया है.

विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक शुरू

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में मंत्रालय महानदी भवन में कैबिनेट की बैठक शुरू हो गई है। मिली जानकारी के मुताबिक, बैठक में आगामी खरीफ सत्र की तैयारी, राज्य में खाद और बीज की उपलब्धता और नक्सल विरोधी अभियान पर चर्चा हो सकती है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए सरकार की तरफ से नीतियां भी बनाई जा सकती है। इसके अलावा कई प्रस्तावों को पारित करने की भी संभावना है।

 

नक्सल पीड़ितों ने निकाली विशाल रैली, नक्सलवाद खत्म करो, बस्तर को बचाओ के लगाए नारे, डिप्टी सीएम को बताई अपनी पीड़ा

जगदलपुर- नक्सली संगठन के शीर्ष नेता बसव राजू के मारे जाने के बाद बस्तर संभाग के सैकड़ों नक्सल पीड़ित परिवारों ने एकजुट होकर दंतेश्वरी मंदिर से एक विशाल रैली निकाली। इस रैली में शहीद जवानों, निर्दोष आदिवासियों और नक्सल हिंसा से प्रभावित आम नागरिकों के परिजन शामिल हुए। रैली के दौरान बस्तर की सड़कों पर नक्सल मुर्दाबाद और नक्सलवाद खत्म करो, बस्तर को बचाओ जैसे नारों की गूंज सुनाई दी। वर्षों का दर्द और संघर्ष लेकर लोग सड़कों पर उतरे और नक्सल आतंक के खिलाफ एकजुटता दिखाई।

रैली के समापन पर प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृहमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम एक धन्यवाद ज्ञापन गृहमंत्री विजय शर्मा को सौंपा गया। ज्ञापन में बसव राजू जैसे दुर्दांत नक्सली के खात्मे को एक बड़ी सफलता मानते हुए सरकार के प्रयासों की सराहना की गई। रैली के बाद गृहमंत्री विजय शर्मा ने पीड़ितों से मुलाकात की और उन्हें मंच से अपनी बात रखने का अवसर दिया। नक्सल हिंसा से पीड़ित लोगों ने खुलकर अपनी आपबीती और समस्याएं साझा कीं। गृहमंत्री ने प्रत्येक परिवार की पीड़ा को गंभीरता से सुना और भरोसा दिलाया कि उनकी बात अब अनसुनी नहीं जाएगी।

इस मौके पर गृहमंत्री विजय शर्मा ने एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए कहा कि अब से हर जिले के एसपी हर बुधवार को नक्सल पीड़ितों की समस्याएं सुनेंगे। इसके लिए एक निर्धारित फॉर्मेट में शिकायतें दर्ज की जाएंगी, जो आईजी के माध्यम से सीधे सरकार तक पहुंचेगी और उस पर यथासंभव समाधान सुनिश्चित किया जाएगा। इससे नक्सल पीड़ितों की आवाज सीधे प्रशासनिक व्यवस्था तक पहुंचेगी और उन्हें न्याय मिलने का रास्ता खुलेगा।

आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में लौटें नक्सली : विजय शर्मा

मीडिया से बात करते हुए डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा कि इन आदिवासियों का क्या कुसूर था, इन्हें क्यों मारा गया, क्या गलती थी इनकी. उन्होंने नक्सलियों से भी अपील करते हुए कहा कि आज भी समय है, जो लोग भटके हुए हैं वे सामने आएं, आत्मसमर्पण करें और समाज की मुख्यधारा में लौटें। हम उन्हें अवसर देंगे, पुनर्वास देंगे, जीवन देंगे। सरकार हर उस व्यक्ति के साथ है जो हिंसा छोड़कर शांति और विकास की राह पर चलना चाहता है।

शहीद जवानों और निर्दोष आदिवासियों को दी गई श्रद्धांजलि

रैली का समापन शहीद जवानों और निर्दोष आदिवासियों को श्रद्धांजलि अर्पित कर किया गया। पूरे बस्तर संभाग से आए नक्सल पीड़ितों की यह एकजुटता केवल विरोध का स्वर नहीं बल्कि बदलाव का बिगुल था। इस रैली ने स्पष्ट कर दिया कि अब बस्तर चुप नहीं है, अब बस्तर डरता नहीं है। नक्सलवाद को खत्म करने का संकल्प अब जनता का है और सरकार उसके साथ खड़ी है।

राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय में शुरू होगी इंजीनियरिंग की पढ़ाई,केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री को भेजा अनुशंसा पत्र

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही- केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने जीपीएम जिले के युवाओं की बहुप्रतीक्षित मांग जनजाति विश्वविद्यालय में इसी सत्र से इंजीनियरिंग में प्रवेश प्रारंभ करने के लिए शिक्षा मंत्री और उच्च सचिव को अनुशंसा पत्र भेजा है. अब जिले के छात्र-छात्राओं को इसी साल से ही इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने की सुविधा मिलेगी.

बता दें कि 15 वर्षों से गौरेला पेंड्रा मरवाही के छात्र एवं अभिभावक इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम की पढ़ाई शुरू किए जाने की मांग करते आ रहे हैं. कुलपति प्रो. ब्योमकेश त्रिपाठी की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय के अकादमिक काउंसिल से पांच अतिउपयोगी विषयों में इंजीनियरिंग बीटेक पाठ्यक्रम में इसी सत्र से प्रवेश प्रारंभ करने फरवरी 2025 में ही प्रस्ताव पारित किया गया है. इसके लिए सामान्य अनुमति के लिए शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार को पत्र भेजा जा चुका है. इस संदर्भ में ज्ञापन पर संज्ञान लेते हुए आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार के राज्य मंत्री तोखन साहू ने शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और उच्च शिक्षा सचिव विनीत जोशी को पत्राचार कर सत्र 2025 से पांच बीटेक पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया तत्काल शुरू करने अनुशंसा पत्र भेजा है.

इस संबंध में भाजपा नेता मनीष गहलोत से चर्चा कर एक प्रतिनिधिमंडल मोरध्वज पैकरा सभापति, खेल एवं युवा कल्याण स्थायी सदस्य शिक्षा, मध्य क्षेत्र प्रमुख, स्वावलंबन केंद्र एवं पूर्व राष्ट्रीय कार्यपरिषद सदस्य एवं विभाग संगठन मंत्री, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने आज एक ज्ञापन सौंपकर केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू से विस्तार से चर्चा की. तोखन साहू ने युवा एवं छात्रों की मांग को गंभीरता से लिया. उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बताया कि यह विषय मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के युवाओं की शैक्षणिक आकांक्षाओं और उनके भविष्य के निर्माण से जुड़ा हुआ है.

केंद्रीय राज्य मंत्री साहू ने बताया, मध्यप्रदेश के अनूपपुर, डिंडोरी और मंडला तथा छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जैसे जनजातीय बहुल जिलों में बीटेक अथवा समकक्ष तकनीकी शिक्षा की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है. इस स्थिति के कारण हमारे युवा या तो अपनी पढ़ाई अधूरी छोड़ने को मजबूर होते हैं या आर्थिक कठिनाइयों के बावजूद अन्य राज्यों में पलायन करते हैं. विगत 17 वर्षों में अभियांत्रिकी पाठ्यक्रमों की अनुपलब्धता इस क्षेत्र की वास्तविक आवश्यकताओं की पूर्ति में अब तक बाधक रही है. यह प्रस्ताव केवल एक शैक्षणिक पहल नहीं है, बल्कि यह हजारों छात्रों की आशाओं और सपनों का प्रतिनिधित्व करता है, जो वर्षों से तकनीकी शिक्षा के अवसरों की प्रतीक्षा कर रहे हैं. विश्वविद्यालय द्वारा प्रस्तावित ये पाठ्यक्रम क्षेत्रीय रोजगार, नवाचार, और कौशल विकास को भी सशक्त बनाएंगे.

तोखन साहू ने बताया कि प्रस्तावित पाठ्यक्रम में बी.टेक – बायोमेडिकल एवं रोबोटिक इंजीनियरिंग, बी.टेक – कंप्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग, बी.टेक – फूड टेक्नोलॉजी एवं प्रबंधन, बी.टेक – सूचना प्रौद्योगिकी एवं इंजीनियरिंग तथा बी.टेक – माइनिंग इंजीनियरिंग में इसी वर्ष से प्रवेश प्रारम्भ होगा. विश्वविद्यालय के दिशा-निर्देशों के अनुरूप बी.वॉक. पाठ्यक्रमों से जुड़े योग्य छात्रों को बी.टेक के सातवें सेमेस्टर में लेटरल एंट्री भी होगा, जिससे व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त युवाओं के लिए उनके भविष्य को सवारने वाला साबित होगा. राज्य मंत्री तोखन साहू द्वारा अनुशंसा किए जाने से बिलासपुर, लोरमी, मुंगेली, कोटा, पंडरिया, रतनपुर, गौरेला, पेंड्रा तथा मरवाही सहित छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश के युवाओं ने खुशी जताई है.

पीएम आवास योजना में लापरवाही पर बड़ा एक्शन : 14 पंचायत सचिवों का रोका गया वेतन, CEO ने की कार्रवाई

रायपुर- प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के क्रियान्वयन में लापरवाही बरतने पर सरगुजा जिले के 14 ग्राम पंचायत सचिवों का मई माह का वेतन रोक दिया गया है। यह कार्रवाई जिला पंचायत सरगुजा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विनय कुमार अग्रवाल के निर्देश पर की गई है।

सीईओ अग्रवाल ने 30 मई 2025 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले के सभी जनपदों की समीक्षा बैठक ली थी। बैठक में उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण, केंद्र व राज्य सरकार की एक महत्वपूर्ण और जनकल्याणकारी योजना है, जिसका उद्देश्य जरूरतमंद ग्रामीण परिवारों को पक्के आवास उपलब्ध कराना है। इस योजना के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में जिले को जो लक्ष्य प्राप्त हुआ है, उसकी पूर्ति सुनिश्चित करना सभी की जिम्मेदारी है। इसके बावजूद कुछ पंचायत सचिवों द्वारा कार्य में लापरवाही बरती जा रही थी, जिससे प्रगति बाधित हो रही थी। इसी के मद्देनज़र विगत एक माह से लगातार कम प्रगति दर्ज करने वाले सचिवों के विरुद्ध वेतन रोकने की कार्रवाई की गई है।

जिन ग्राम पंचायत सचिवों का वेतन रोका गया है, उनमें बड़ादमाली के रामवृक्ष यादव, टपरकेला के नंदलाल केरकेट्टा, लटोरी के अरुण सोनवानी, खुटिया के शिवभरोष राम, मानपुर के उर्मिला यादव, महेशपुर के राजकुमार, बकनाकला के मंगेश्वर, चंगोरी के प्रकाश यादव, ललाती के गजानंद राम, सरमना के प्रकाश तिग्गा, बंशीपुर के सुखलाल राम, सरगा के युवराज पवन गुप्ता, चैनपुर के सोनेकमल लकड़ा एवं उरंगा की सचिव सुषमा महंत शामिल हैं।

मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने सभी ग्राम पंचायत सचिवों को निर्देशित किया है कि वे प्रधानमंत्री आवास योजना के क्रियान्वयन में गंभीरता से कार्य करें, अन्यथा भविष्य में कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।