मद्य निषेध तथा विधि व्यवस्था की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में सीएम ने दिए सख्त निर्देश, अपराध नियंत्रण में न हो कोताही
डेस्क : एक अणे मार्ग स्थित संकल्प में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मद्य निषेध तथा विधि व्यवस्था की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। इस बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा, पुलिस महानिदेशक विनय कुमार, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार चौधरी, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के सचिव विनोद सिंह गुंजियाल, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि एवं अपर पुलिस महानिदेशक, मद्य निषेध सुशील खोपड़े मौजूद थे।
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बैठक में पुलिस महानिदेशक और मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अद्यतन विधि व्यवस्था एवं शराबबंदी को बेहतर ढंग से लागू करने को लेकर किये जा रहे कार्यों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि अपराध नियंत्रण में किसी प्रकार की कोताही न हो। उन्होंने आला अधिकारियों को इस मामले में अतिरिक्त सतर्कता बरतने का भी निर्देश दिया। विधि व्यवस्था की समीक्षा के क्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराध नियंत्रण के लिये पूरी तरह सतर्क और सक्रिय रहें। पुलिस गश्ती में किसी प्रकार की कोताही नहीं हो। पर्व-त्योहारों को देखते हुए असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी रखें। मद्य निषेध की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि मद्य निषेध को प्रभावी ढंग से लागू करने करने के लिये समुचित कार्रवाई सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहा कि शराबबंदी के पूर्व लोग शराब पीकर अपनी सारी कमाई उड़ा देते थे, आज वही पैसा दूसरे काम में लग रहा है। इससे उनके परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है। समाज में शांति और भाईचारे का माहौल बना है। शराबबंदी से पुरुष और महिलाएं दोनों खुश हैं।
सीएम ने अधिकारियों को नीरा का उत्पादन और बिक्री बढ़ाने का भी निर्देश दिया। कहा कि नीरा स्वास्थ्य के लिए उपयोगी और स्वादिष्ट होता है। नीरा के संग्रह, बिक्री तथा नीरा के उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा देने के लिये लोगों को प्रोत्साहित करें ताकि इससे जुड़े लोगों के आय की स्रोत सृजित हो सके। शराबबंदी के बेहतर क्रियान्वयन के लिये लोगों के बीच लगातार जागरूकता अभियान चलाते रहें। शराब के सेवन से होने वाली हानियों और बीमारियों के बारे में भी लोगों को जागरूक करें। ताड़ी के व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिये वैकल्पिक रोजगार सृजन के लिये समुचित कार्रवाई सुनिश्चित करें। ताकि उनका जीवनयापन बेहतर ढंग से चल सके।
Mar 02 2025, 11:14