कौन हैं पूर्वी चंपारण के DM सौरभ जोरवाल? जो चुने गए प्रेसिडेंट अवॉर्ड के लिए
चुनाव आयोग की तरफ से प्रत्येक चुनाव वर्ष में मतदाता दिवस के मौके पर 25 जनवरी को अवॉर्ड दिया जाता है. दरअसल, यह अवॉर्ड लोकसभा चुनाव में देश के सभी राज्यों के जिलों में चुनाव के बेहतर प्रबंधन के लिए दिया जाता है. साल 2024-25 में सामान्य श्रेणी में देश के नौ राज्यों में 11 लोगों को यह अवॉर्ड दिया जाएगा. इस बार यह अवॉर्ड बिहार के खाते में भी आ रहा है.
दरअसल, राष्ट्रपति द्वारा बिहार के पूर्वी चंपारण जिले को चुनाव संबंधी सर्वोत्तम कार्य प्रणाली के लिए जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल को चुना गया है. आगामी 25 जनवरी को राष्ट्रपति के हाथों पूर्वी चंपारण के डीएम सौरभ जोरवाल सम्मानित होंगे. यह अवॉर्ड बेहतर चुनाव संचालन में बेहतर प्रबंधन, आईटी की पहल, सुरक्षा प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में योगदान और उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रदान किया जाएगा.
कौन हैं सौरभ जोरवाल?
मूलरूप से राजस्थान के रहने वाले सौरभ जोरवाल 2014 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. सौरभ जोरवाल की गिनती एक ईमानदार काम में विश्वास करने वाले अधिकारी के रूप में होती है. जयपुर में पले-बढे सौरभ जोरवाल ने आईआईटी दिल्ली से 2005 से 2009 तक कंप्यूटर साइंस में बीटेक की डिग्री हासिल की है. इसके अलावा उन्होंने आईआईटी दिल्ली से ही 2009 से 2010 तक कंप्यूटर साइंस में एमटेक किया है.
कब पास की UPSC परीक्षा?
2014 में यूपीएससी क्लियर करने के बाद सौरभ जोरवाल पूर्णिया में अप्रैल 2015 से दिसंबर 2016 तक सहायक कलेक्टर रह चुके हैं. इसके अलावा व कृषि व किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार, सहरसा में उप प्रभागीय न्यायाधीश, नालंदा के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट के साथ ही बिहार शरीफ स्मार्टसिटी लिमिटेड में मुख्य कार्यकारी अधिकारी भी रह चुके हैं.
इसके बाद वह नवंबर 2017 से अप्रैल 2020 तक बिहार शरीफ के नगर आयुक्त भी रह चुके हैं. फरवरी 2020 में उनको औरंगाबाद जिले का डीएम बनाया गया, जहां वह अप्रैल 2023 तक रहे. इसके बाद अप्रैल 2023 में उनको पूर्वी चंपारण का डीएम बनाया गया।
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