/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif StreetBuzz छत्तीसगढ़ के प्रभतेज सिंह भाटिया होंगे BCCI के नए कोषाध्यक्ष, 12 जनवरी को मुंबई में होगा औपचारिक ऐलान cg streetbuzz
छत्तीसगढ़ के प्रभतेज सिंह भाटिया होंगे BCCI के नए कोषाध्यक्ष, 12 जनवरी को मुंबई में होगा औपचारिक ऐलान

रायपुर-  छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ (CSCS) का प्रतिनिधित्व कर चुके प्रभतेज सिंह भाटिया को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) में बड़ी जिम्मेदारी मिलने जा रही है। प्रभतेज सिंह भाटिया बीसीसीआई के नए कोषाध्यक्ष बनने जा रहे हैं। शनिवार (4 जनवरी) इस पद के लिए आवेदन की आखिरी तारीख थी, जिसमें एक मात्र आवेदन प्रभतेज सिंह भाटिया की ओर से आया है। ऐसे में 12 जनवरी को मुंबई में होने वाली बैठक में प्रभतेज को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के नए कोषाध्यक्ष के लिए निर्विरोध चुना जाना तय है। इसी दिन औपचारिक रूप से बीसीसीआई के नए कोषाध्यक्ष की घोषणा भी की जाएगी। यह पहली बार है जब CSCS का कोई प्रतिनिधि BCCI में इतनी बड़ी जिम्मेदारी निभाएगा।

बता दें कि BCCI का नया कोषाध्यक्ष बनने के बाद प्रभतेज सिंह भाटिया सितंबर 2025 तक अपना पद संभालेंगे, इसके बाद वे फिर से चुनाव लड़ने के पात्र होंगे। बीसीसीआई के नियमों के अनुसार, प्रत्येक अधिकारी का कार्यकाल तीन वर्षों का होता है और वे लगातार तीन बार इस पद पर रह सकते हैं। प्रत्येक कार्यकाल के बीच तीन वर्षों का अनिवार्य कूलिंग-ऑफ पीरियड भी होता है।

कौन हैं प्रभतेज सिंह भाटिया

साल 1991 में रायपुर में जन्मे प्रभतेज सिंह भाटिया राज्य के दिग्गज उद्योगपति और समाजसेवी बलदेव सिंह भाटिया के बेटे हैं। दोनों में ही क्रिकेट के प्रति काफी जूनून है, यही वजह है कि उन्होंने राज्य क्रिकेट को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया है। प्रभतेज सिंह के पिता बलदेव सिंह भी छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ (CSCS) के अध्यक्ष रह चुके हैं। प्रभतेज ने अपनी स्कूली शिक्षा शिमला से प्राप्त की। इसके बाद यूनाइटेड किंगडम स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ एक्सेटर से इकोनॉमिक्स ऑनर्स में फाइनेंस का कोर्स किया है।

मंत्री पद संभालने आशिष शेलार ने छोड़ा कोषाध्यक्ष का पद

गौरतलब है कि BCCI के पूर्व कोषाध्यक्ष आशिष शेलार ने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री पद संभालने के लिए पद छोड़ दिया था। इसके बाद नए कोषाध्यक्ष के लिए आवेदन मांगे गए थे।

खेलों को बढ़ावा देने किए जा रहे हर संभव प्रयास: मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े

रायपुर-    महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में खेलों को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे है। राज्य में खेल अधोसंरचनाओं का तेजी से विकास किया जा रहा है, जिससे प्रदेश के खिलाड़ियों को नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर अपनी प्रतिभा प्रदर्शन करने के लिए भरपूर मौके मिले। वें आज सूरजपुर जिले के ग्राम पंचायत बरौन्धी में ग्रामीण अंचल आधारकार्ड फुटबॉल प्रतियोगिता के समापन कार्यक्रम को संबोधित कर रही थी।

महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने खिलाड़ियों के बीच पहुंचकर उनका उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि खेल प्रतियोगिताओं से खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा को निखारने के लिए बेहतर मौका मिलता है। खेल के मैदान में खिलाड़ियों को खेलता देख एक अलग ही अनुभूति होती है। उन्होंने खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर राज्य का नाम रोशन करने के लिए अपनी शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर अनेक जनप्रतिनिधि, खेल प्रेमी तथा ग्रामीणजन मौजूद थे।

मुख्यमंत्री के नेतृत्व में ग्रामीण उद्यमिता को मिली रही नई ऊंचाई, ग्रामीण भारत महोत्सव दिल्ली में जशप्योर के उत्पाद को बेहतर प्रतिसाद

रायपुर-  नई दिल्ली के भारत मंडपम में आज से शुरू हुए ग्रामीण भारत महोत्सव 2025 में छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के जशप्योर ब्रांड के उत्पादों को बेहतर प्रतिसाद मिल रहा है। बड़ी संख्या में लोग भारत मंडपम में लगाए गए स्टॉल क्रमांक 76 में पहुंचकर जशप्योर के उत्पाद को खरीद रहे हैं। जशप्योर उत्पादों की ऑनलाइन भी खरीदी हो रही है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ राज्य के जशपुर जिले सहित अन्य जिलों के वनोपज उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुंचाने के प्रयास से छत्तीसगढ़ में ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा मिला है। छत्तीसगढ़ सरकार इस पहल से युवाओं और महिलाओं को रोजगार सुलभ हुआ है।

ग्रामीण भारत महोत्सव में हरित क्रांति आदिवासी सहकारी समिति मर्यादित छत्तीसगढ़ द्वारा लगाए गए स्टाल में जशपुर जिले में उत्पादित काजू, जीराफूल चावल, रागी और महुआ का बना लड्डू, कुल्थी दाल, मड़वा आटा, रागी से कुकीज, जैकफ्रूट कुकीज, महुआ एनर्जी कैंडी, महुआ नेक्टर, जशपुर की चाय सहित अन्य कई खाद्य उत्पाद प्रदर्शन एवं विक्रय के लिए उपलब्ध हैं, जिसे जशपुर जिले के वनोपज का स्थानीय स्तर पर प्रसंस्करण कर तैयार किया गया है, जो स्वादिष्ट और सेहत के लिए उत्तम है। जशप्योर के प्रोडक्ट का निर्माण आदिवासी युवाओं और महिलाओं द्वारा पूरी शुद्धता के साथ किया जाता है। यही कारण है कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में जशप्योर ब्रांड ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है।

जशप्योर का मुख्य उद्देश्य महुआ, रागी और बाजरा जैसे पारंपरिक खाद्य पदार्थों को वैश्विक थाली में लाना है। समर्थ जैन का कहना है कि इन उत्पादों के माध्यम से न केवल पोषण को बढ़ावा दिया जा रहा है, बल्कि इनके संग्रह और प्रसंस्करण में लगे आदिवासी समुदायों को रोजगार और आर्थिक सशक्तिकरण भी हो रहा है। महुआ जशपुर जिले में बहुतायत रूप से पाया जाता है। महुआ पेड़ फूल-फल से लेकर जड़ तक औषधीय गुणों से भरपूर है। महुआ में एंटी बैक्टिरियल गुण होते हैं, इससे शरीर में सूजन कम होती है और घाव जल्दी भरते हैं। महुआ में विटामिन सी होता है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है। महुआ का उपयोग खांसी, ब्रोंकाइटिस, अस्थमा जैसे श्वसन समस्याओं के उपचार में उपयोगी है। यह फेफडों में जमें कफ को दूर करता है। रागी में भरपूर मात्रा में कैल्सियम, विटामिन, फाइबर पाया जाता है। इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट तनाव में कमी, डिप्रेशन, एंग्जायटी और अनिद्रा की समस्याओं को दूर करता है। इसके सेवन से खून में आयरन की कमी को दूर करने में मदद मिलती है। हड्डियां मजबूत होती है। रागी के सेवन से कोलेस्ट्राल और वजन को कम होता है।

गौरतलब है कि ग्रामीण भारत महोत्सव 2025 का आयोजन दिल्ली के भारत मंडपम में 4 जनवरी से 9 जनवरी तक किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज इस महोत्सव का उद्घाटन किया। महोत्सव का विषय विकसित भारत 2047 के लिए लचीले ग्रामीण भारत का निर्माण है। इस आयोजन का उद्देश्य ग्रामीण उद्यमशीलता और सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देना है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का कहना है कि छत्तीसगढ़ सरकार का यह प्रयास ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।

पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के बाद गरमाई सियासत: भूपेश बघेल ने कहा- PWD विभाग के घोटाले को उजागर किया तो मिली मौत, साव बोले-

रायपुर-   छत्तीसगढ़ के बीजापुर में स्वतंत्र पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के बाद सियासत तेज हो गई है। छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया ‘एक्स’ अकाउंट पर एक पोस्ट जारी कर उपमुख्यमंत्री अरुण साव पर गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद अब उपमुख्यमंत्री साव ने उनके बयान पर पलटवार किया है।

उपमुख्यमंत्री साव ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया ‘एक्स’ अकाउंट से एक पोस्ट जारी कर लिखा – “जोर-जोर से चिल्लाने से झूठ सच में नहीं बदल जाता प्रिय भूपेश जी! कांग्रेसियों का मूल मंत्र है, जो उनके भ्रष्टाचार से टकराएगा, चूर-चूर हो जाएगा। और वही किया कांग्रेसी ठेकेदार ने बीजापुर के जांबाज पत्रकार मुकेश के साथ! हत्या के आरोपी ठेकेदार की पैरवी करने वालों ने नैतिकता को शर्मसार किया है। जिनके सहयोगी, जिनके साथी, जिनके अधिकारी, जिनके पार्टी पदाधिकारी, जिनके उप सचिव कद के लोग भ्रष्टाचार में लिप्त हों, वो अब भ्रष्टाचारियों के साथ हत्यारों के भी ठेकेदार बन रहे हैं!

युवा पत्रकार मुकेश चंद्राकर जी ने ठेकेदार सुरेश के निर्माण कार्यों पर रिपोर्ट बनाई। रिपोर्ट पर 24 घंटे के अंदर कार्रवाई करते हुए हमारी सरकार ने जांच बिठा दी! अब इस जांच से बौखलाए कांग्रेस पदाधिकारी ठेकेदार की प्रॉपर्टी में युवा पत्रकार की निर्मम हत्या की हुई लाश मिली है। और इधर माननीय भूतपूर्व मुख्यमंत्री जी हल्केपन की राजनीति में गोते लगाते हुए अपने लाडले कांग्रेसी ठेकेदार को बचाने कूद पड़े हैं और छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े शराब घोटाले को अंजाम देने वालों पर जांच एजेंसियों की कार्यवाही से बौखलाए हुए हैं। “भूपेश जी, ये सुशासन सरकार की चेतावनी है। हर अपराधी को जेल की हवा खानी है।”

पूर्व मुख्यमंत्री बघेल ने अरुण साव पर बोला हमला

बता दें कि इससे पहले भूपेश बघेल ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया ‘एक्स’ अकाउंट पर एक पोस्ट जारी कर मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में सीधे तौर पर अरुण साव पर हमला बोला था, पोस्ट में उन्होंने लिखा – “मैंने सोचा था कि मुकेश चंद्राकर जी के मामले में न्याय मिलने तक इस पर राजनीतिक बयानबाजी नहीं होनी चाहिए। लेकिन भाजपा नेताओं के हद से अधिक गिर जाने पर मुझे कहना पड़ेगा कि प्रदेश के उपमुख्यमंत्री अरुण साव, जिनके पास पीडब्ल्यूडी विभाग भी है, इतने ताकतवर हो गए हैं कि उनके विभाग में हुए बड़े सड़क घोटाले को जब पत्रकार मुकेश चंद्राकर ने उजागर किया तो उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया। इसी PWD विभाग में जब आचार संहिता के दौरान पुल निर्माण का मामला विधानसभा में वरिष्ठ कांग्रेस विधायक कवासी लखमा द्वारा उठाया गया तो दस दिन बाद उनके घर ED भेज दी गई। सत्य यही है…और साबित भी हो रहा है कि – अब तो यह स्पष्ट है, अरुण साव भ्रष्ट है”

पत्रकार की हत्या पर जारी है सियासत : भाजपा के बाद अब कांग्रेस ने जारी की तस्वीर, सुशील आनंद ने कहा- हत्यारा है भाजपा का सदस्य

रायपुर-  बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या पर छत्तीसगढ़ सियासत जारी है. भाजपा के बाद अब कांग्रेस ने बस्तर के बीजेपी से वरिष्ठ नेता के साथ ठेकेदार सुरेश चंद्राकर का फोटो जारी किया है. पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, आरोपी ठेकेदार को गृहमंत्री ने कांग्रेसी नेता बताया था. कांग्रेस पार्टी गृह मंत्री विजय शर्मा के आरोपों का खंडन करती है. सुरेश चंद्राकर कांग्रेस का नेता था. आज की तारीख में हत्यारा बीजेपी का सदस्य है।

सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, बीजेपी के बस्तर से वरिष्ठ नेता जी. वेंकटेश रेड्डी ने हत्यारे सुरेश चंद्राकर का बीजेपी प्रवेश कराया था. अपराधी सुरेश चंद्राकर को माला पहनाया था. बीजापुर के पूर्व भाजपा अध्यक्ष जी. वेंकट बस्तर जिले के तीन जिले का भाजपा प्रभारी भी है. गृह मंत्री को अपने संगठन के बारे में पता नहीं है. गृह मंत्री के बयान का कांग्रेस पार्टी कड़े शब्दों में निंदा करती है. दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो. पत्रकार स्व. मुकेश चंद्राकर के परिजनों को 1 करोड़ की नगद सहायता एवं सरकारी नौकरी दी जाए.

कांग्रेस संचार प्रमुख शुक्ला ने कहा कि पत्रकारों पर हमले की यह पहली घटना नहीं है. बीजेपी सरकार में कई बार हमला हुआ है. इस सरकार के TI ने बीजापुर में ही चार पत्रकारों को जेल भेज दिया था. कल ही प्रतिष्ठित संस्थान के पत्रकार को वन विभाग के अधिकारी ने जान से मारने की धमकी दी. कार्रवाई करने और सुरक्षित रखने पत्रकारवार्ता कर सिर्फ कांग्रेस को कोसते हुए नजर आए. उनकी पत्रकारवार्ता में कांग्रेस ही तकिया कलाम था. अपराधी…अपराधी होता है, किसी भी दल का हो, उस पर कार्रवाई होनी चाहिए.

दस दिन पहले सीएम हाउस गया था सुरेश चंद्राकर : सुशील आनंद

सुशील आनंद ने कहा, कांग्रेस पार्टी उनमें से नहीं है जो यदि उद्योगपति द्वारा किए भ्रष्टाचार पर बचाव करने केंद्र की एक दर्जन मंत्री को सफाई देने उतार दे. 15 दिन का सीएम निवास का सीसीटीवी सार्वजनिक किया जाए. सुरेश चंद्राकर दस दिन पहले सीएम हाउस गया था. सीएम हाउस में नाम पते के साथ जानकारी दर्ज किया जाता है. पता चल जाएगा अपराधी मुख्यमंत्री निवास गया था या नहीं. यह समाज के लिए घातक है. अपनी असक्षता को छुपाने के लिए कांग्रेस जैसे दल पर आरोप नहीं लगाना था.

गृहमंत्री ने पत्रकार के खुलासे के बारे में बताने की हिम्मत नहीं की : कांग्रेस

कांग्रेस ने कहा, गृह मंत्री ने पत्रकार के खुलासे के बारे में बताने की हिम्मत नहीं किए. 120 करोड़ की 90% भुगतान बिना काम के कैसे हो जाता है? गृह मंत्री बार-बार बोल रहे थे कि कांग्रेस प्रदेश की शांति भंग करने का काम करती है. पिछले 48 घंटे में राजधानी में 5 मर्डर हुए और गृह मंत्री कहते हैं कांग्रेस कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रही है. गृह मंत्री का गृह जिला भी हत्या का गृह बन गया है. गृह मंत्री इस्तीफा दें नहीं देते तो मुख्यमंत्री उनको बर्खास्त करे. जिस भ्रष्टाचार को पत्रकार ने उजागर किया था उसे देखते हुए अरुण साव को भी इस्तीफा देनी चाहिए नहीं तो उन्हें भी बर्खास्त करना चाहिए. पत्रकार मुकेश चंद्राकर के घर वालों को 1 करोड़ की सहायता दी जाए. पत्रकारवार्ता में वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेन्द्र शर्मा, धनंजय सिंह ठाकुर, सुरेन्द्र वर्मा, सोमेन चटर्जी उपस्थित थे.

कांग्रेस ने उठाई ये मांगें

  • बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए गृह मंत्री इस्तीफा दें, वे इस्तीफा नहीं देते हैं तो मुख्यमंत्री उन्हें बर्खास्त करने का साहस दिखाए.
  • पीडब्ल्यूडी मंत्री भी इस्तीफा दें.
  • पत्रकार स्व. मुकेश चंद्राकर के परिजनों को 1 करोड़ की नगद सहायता एवं सरकारी नौकरी दी जाए.
जिलों में सर्वसुविधायुक्त न्यायालय व कर्मचारियों के लिए आवासीय भवन उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता: मुख्य न्यायधीश रमेश सिन्हा

रायपुर-     छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा ने आज जिला न्यायालय रायगढ़ के रामपुर में न्यायिक अधिकारियों के लिए आवासीय कालोनी, घरघोड़ा में अतिरिवत न्यायालय भवन एवं कर्मचारियों के लिए आवासीय भवन का उद्घाटन के साथ ही रायगढ़ के जिला न्यायालय परिसर में न्याय सदन के नवीन भवन का वर्चुअल कार्यक्रम में शिलान्यास किया।

छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा बिलासपुर से वर्चुअल कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के प्रत्येक जिले में गुणवत्तायुक्त तथा सर्वसुविधायुक्त न्यायालय व आवासीय भवन उपलब्ध कराना हमारा लक्ष्य है और इसके लिए लगातार कार्य भी हो रहे हैं। इसी श्रृंखला में आज रायगढ़ जिले में उद्घाटन तथा शिलान्यास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इससे जिला न्यायपालिका को सर्वाेत्तम अधोसंरचना व सुविधाएं मिलेंगी और न्यायिक अधिकारियों, कर्मचारियों व अधिववत्ताओं की कार्यक्षमता बढ़ेगी। मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा ने नवनिर्मित आवासीय भवनों एवं अतिरिक्त कोर्ट रूम का वर्चुअल निरीक्षण किया गया। इस वर्चुअल कार्यक्रम में छत्तीसगढ उच्च न्यायालय के न्यायाधीश एवं पोर्टफोलियो न्यायाधीश जिला रायगढ़ न्यायमूर्ति संजय के. अग्रवाल की वर्चुअल रूप में गरिमामयी उपस्थिति थी।

कार्यक्रम में प्रधान जिला न्यायाधीश रायगढ़ ने कहा कि छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा के नेतृत्व व मार्गदर्शन में छत्तीसगढ राज्य में न्यायालयीन अधोसंरचना, न्यायालय भवन व कर्मचारी अधिकारी आवास न्यायालयीन परिसर में पोस्ट आफिस व डिस्पेंसरी की स्थापना के संबंध में महत्वपूर्ण अभिवृद्धि व सुधार हुआ है। कार्यक्रम में रजिस्ट्रार जनरल के. विनोद कुजूर सहित अन्य न्यायिक और प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।

पत्रकार मुकेश चन्द्राकर की हत्या का पुलिस ने खोला राज,मामले में शामिल तीन आरोपी गिरफ्त में,फरार मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर को पकड़ने लगी चार टीम
बीजापुर- पत्रकार मुकेश चंद्रकार की हत्या के मामले में पुलिस ने तीन संदेहियों को पकड़ा है. इनमें रितेश चन्द्रकार को रायपुर एयरपोर्ट से पकड़ा गया, वहीं अन्य संदेही सुपरवाइजर महेन्द्र रामटेके और दिनेश चन्द्राकर को बीजापुर से पकड़ा गया है. वहीं घटना के मुख्य आरोपी ठेकेदार सुरेश चन्द्राकर को पकड़ने के लिए पुलिस अलग-अलग टीम का गठन कर घेराबंदी करने में जुटी है. 

बस्तर रेंज आईजी पी सुंदरराज ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि एक जनवरी की रात के लगभग 8.30 बजे से मुकेश चंद्राकर के घर से लापता होने पर उनके बड़े भाई युकेश चंद्राकर ने बीजापुर कोतवाली थाना में 2 जनवरी के गुम इंसान दर्ज कराया था.

बीजापुर पुलिस अधीक्षक ने एएसपी युलैंडन यार्क के नेतृत्व में थाना प्रभारी कोतवाली बीजापुर निरीक्षक दुर्गेश शर्मा समेत अन्य अधिकारियों की तीन टीम का गठन गुम इंसान पतासाजी हेतु की गई. जांच के दौरान पूछताछ के बाद संदेह में आए व्यक्तियों की CDR एवं लोकेशन लिये गये. मृतक के लास्ट लोकेशन के आधार पर 2 जनवरी को रात में ही चट्टान पारा स्थित ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार के बाड़ा के सभी रूम को खुलवाकर चेक किया गया. तकनीकी साक्ष्य एवं पूछताछ के माध्यम से प्राप्त जानकारी के अनुसार अलग-अलग जगहों पर खोजबीन की गई.

3 जनवरी को मुकेश चन्द्रकार के सकुशल पतासाजी के हरसंभव प्रयास किए गए. अनहोनी के आशंका को भापते हुऐ सुरेश चन्द्रकार के बाड़ा में बैडमिंटन कोर्ट में नये फ्लोरिंग हुए सेप्टिक टैंक को देखकर हालात से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराते हुऐ दोपहर लगभग 2.30 बजे तहसीलदार एवं एफएसएल टीम की मौजूदगी में नये फ्लोरिंग स्थान को जेसीबी की मदद से तोड़कर पुराने संरचना में से टैंक के ढक्कन को खोला गया.

सेप्टिक टेंक का ढक्कन खोलने पर टेंक से एक पुरुष का शव दिखा जिसके हाथ में बने टेटू से शव का शिनाख्त गुम इंसान पत्रकार मुकेश चन्द्रकार के रूप में हुई. फॉरेंसिक टीम द्वारा शव पंचनाम के दौरान प्रथम दृष्टया से पाया गया मृतक की सिर, पीठ, पेट एवं सीने में कठोर एवं ठोस हथियार से वार कर किया गया था . शव पंचनामा के पश्चात 4 जनवरी को पोस्टमार्टम किया गया. प्रकरण में थाना बीजापुर में बीएनएस की धारा 103, 238, 61, 3(5) के तहत् अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है.

इसके पहले 3 जनवरी को संदेही को पकड़ने के लिए गठित एक टीम को रायपुर के लिए भेजा गया. घटना के संदेही रितेश चन्द्रकार को रायपुर एयरपोर्ट से पकड़ा गया एवं घटना के अन्य संदेही महेन्द्र रामटेके (सुपरवाईजर) एवं दिनेश चन्द्रकार को बीजापुर से पकड़ा गया. तीनों आरोपियों से पूछताछ के साथ घटना में प्रयुक्त आलाजरब की बरामदगी की कार्रवाई की जा रही है.

पूछताछ और जांच में यह बातें खुलकर आई है कि पत्रकार मुकेश चन्द्रकार और रितेश चन्द्रकार रिश्ते में भाई लगते थे. दोनों में पारिवारिक एवं सामाजिक विषयों को लेकर आपस में बातचीत होते रहती थी. एक जनवरी को रात लगभग 8 बजे मृतक मुकेश चन्द्रकार और आरोपी रितेश चन्द्रकार के बीच मोबाइल पर बातचीत हुई.

इसके बाद मृतक मुकेश चन्द्रकार आरोपी रितेश चन्द्रकार के बीजापुर की चट्टान पारा स्थित ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार के बाड़े में पहुंचा. खाने के दौरान आरोपी रितेश चन्द्रकार और मुकेश चन्द्रकार से पारिवारिक सबंध होने के बावजूद काम में बाधा डालने की बात को लेकर बहस हुई.

इस दौरान आरोपी रितेश चन्द्रकार ने सुनियोजित तरीके से बाड़े में उपस्थित सुपरवाइजर महेन्द्र रामटेके के साथ मिलकर मुकेश चन्द्रकार के सिर, छाती, पेट एवं पीठ पर लोहे के रॉड से वार किया. दोनो आरोपियों के द्वारा किए गए हमले से मुकेश चन्द्रकार की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई. मृत्यु के पश्चात उसके शव को ठिकाने लगाने के उद्देश्य से शरीर को पास के सेप्टीक टेंक में डाल दिया एवं उसे स्लेब के ढक्कन से बंद कर दिया.

इसके बाद आरोपी रितेश चन्द्रकार ने जगदलपुर में अपने बड़े भाई सुरेश चन्द्रकार एवं अन्य परिजनों के साथ मौजूद अपने बड़े भाई दिनेश चन्द्रकार से संपर्क कर घटना के बारे में जानकारी देकर बोदली की ओर रवाना हुआ. इस दौरान दिनेश चन्द्रकार ने तुरंत जगदलपुर से निकलकर बोदली पहुंचा. रितेश चन्द्रकार, महेन्द्र रामटेके और दिनेश चन्द्रकार की मुलाकात बोदली में हुई तथा घटना के सबंधित साक्ष्यों को मिटाने हेतु साजिश रचा गया.

आरोपी रितेश चन्द्रकार,महेन्द्र रामटेके एवं दिनेश चन्द्रकार द्वारा प्रयुक्त हथियार एवं मृतक के मोबाइल को ठिकाने लगाने के लिए अलग-अलग जगह गए. उसके बाद रितेश चन्द्रकार द्वारा अपने बड़े भाई दिनेश चन्द्रकार को सेप्टिक टेंक को प्लास्टर करने के लिए बताकर अपने बड़े भाई ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार की गाड़ी से रायपुर के लिए रवाना हो गया. इसके बाद रितेश चन्द्रकार 2 जनवरी की शाम को रायपुर से नई दिल्ली के लिए चला गया.

2 जनवरी की सुबह दिनेश चन्द्रकार ने चट्टान पारा स्थित सुरेश चन्द्रकार के बाड़े में स्थित घटनास्थल में सेप्टिक टेंक (जहां पर मृतक मुकेश चन्द्रकार के शव को हत्या के पश्चात छुपाया गया) की नए सिरे से सीमेंट फ्लोरिंग से की. इस मामले में अब तक तीन आरोपी रितेश चन्द्रकार, दिनेश चन्द्रकार और महेन्द्र रामटेके को पुलिस गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है.

मामले की अग्रिम विवेचना के लिए एएसपी आईपीएस मयंक गुर्जर के नेतृत्व में गठित की 11 सदस्यीय SIT टीम को सौंपा गया है. वहीं प्रकरण के फरार आरोपी ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार की गिरफ्तारी के लिए चार अलग-अलग पुलिस की टीम उसके संभावित लोकेशन पर घेराबंदी रही है.

बैंक खातों को किया होल्ड

ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार एवं अन्य आरोपियों के समस्त संपत्तियों एवं बैंक खातों के सबंध में सम्पूर्ण जानकारी पुलिस एवं जिला प्रशासन द्वारा खंगाला जा रहा है . सुरेश चन्द्रकार के तीन बैंक खातों को होल्ड कराया गया है, वहीं अन्य खातों के सबंध में जानकारी जुटाई जा रही है. इसके साथ ही ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार द्वारा अवैध तरीके से निर्माण किए गए बाड़ा को भी ध्वस्त किया गया है.

किसी भी आरोपी को नहीं बख्शा जाएगा

पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज जगदलपुर सुंदरराज पी ने बताया गया कि मुकेश चन्द्रकार की हत्या के प्रकरण में शामिल किसी भी आरोपी बख्शा नही जाएगा. जांच के लिए गठित SIT टीम द्वारा साईटिफिक एवं तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर विवेचना कर जल्द से जल्द न्यायालय में अभियोजन हेतु चार्ज रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी.

अंबेडकर अस्पताल से बच्चा चुराने वाली महिला रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार

रायपुर-   अम्बेडकर अस्पताल प्रबंधन की सजगता और पुलिस की तत्परता से आज एक दिन के बालक शिशु (मेल चाइल्ड) को चोरी होने से बचा लिया गया। अम्बेडकर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर ने वार्ड की सुरक्षा में हुई चूक के लिए वार्ड में तैनात सुरक्षा गार्ड को तत्काल हटा दिया है। साथ ही प्रसूति वार्ड में भर्ती सभी लोगों से अपील की है कि किसी भी अनजान या अपरिचित लोगों से मेल- जोल ना बढ़ायें। किसी भी प्रकार के संदेहास्पद लोगों की सूचना वार्ड के सुरक्षा गार्ड, नर्स, डॉक्टरों या फिर अस्पताल में स्थित पुलिस सहायता केंद्र को देें ताकि समय रहते किसी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके। इसके साथ ही उन्होंने शिशु को ढुंढने में शामिल सुरक्षा गार्ड की टीम और पुलिस को बधाई दी कि बेहद ही कम समय में पूरी टीम की सूझबूझ और सक्रियता की बदौलत शिशु को चोरी होने से बचा लिया गया।

घटना की विस्तृत जानकारी इस प्रकार है कि अम्बेडकर अस्पताल के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के वार्ड नंबर 6 में भर्ती नीता सतनामी पति बेद व्यास सतनामी, ग्राम डोमा, थाना आरंग, रायपुर निवासी के एक दिन के नवजात शिशु के गुम जाने की सूचना अस्पताल प्रबंधन को मिली। इसके साथ ही परिजनों के माध्यम से इसकी सूचना थाना मौदहापारा को दी गई। अस्पताल के पुलिस सहायता केंद्र, सेक्युरिटी टीम एवं पुलिस प्रशासन को जैसी ही इसकी सूचना मिली त्वरित अस्पताल में लगे सीसीटीवी फुटेज का पड़ताल किया गया। अस्पताल के अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर ने स्वयं इस घटना को गंभीरता से लेते हुए सेक्युरिटी टीम को बस स्टैंड एवं रेलवे स्टेशन जैसी जगहों पर शिशु की खोज के लिए जाने के निर्देश दिये।

सीसी टीवी फुटेज में एक महिला के द्वारा नवजात शिशु को आयुष्मान गेट से बाहर ले जाते दिखाई दिया। दोपहर 1 बजकर 7 मिनट में आरोपित महिला द्वारा अस्पताल के वार्ड क्रमांक 6 से बच्चे को लेकर 1 बजकर 9 मिनट में आयुष्मान गेट से बाहर निकल जाना दिखाई दिया। तत्पश्चात पुलिस की टीम ने रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक 5 से दो महिलाओं के साथ शिशु को बरामद किया। शिशु को वापस अस्पताल लाया गया और उसकी डॉक्टरों द्वारा जाँच की गई जिसमें वह स्वस्थ होना पाया गया उसके बाद वापस परिजनों को सौंप दिया गया। शिशु की माता नीता सतनामी ने बताया कि डिलीवरी के लिए अपनी सास, ससुर और ननद के साथ 3 जनवरी को अम्बेडकर अस्पताल आई और शाम 7.30 के लगभग वार्ड नम्बर 6, बेड नम्बर 1 में उसको भर्ती किया गया। जहाँ रात्रि 11.15 बजे उसने बालक शिशु को जन्म दिया। उनकी सास और ननद के साथ रानी साहू और पायल साहू नामक दो महिलाओं ने अपना परिचय बनाया और दूसरे दिन यानी 04 जनवरी को इन दोनों महिलाओं ने सास और ननद के साथ वार्ड नम्बर 6 के गेट के पास साथ में खाना खाया। जब उसकी सास हाथ धोने गई और वापस आई तो नवजात शिशु बिस्तर पर नहीं था। रानी साहू और पायल साहू भी नहीं दिखे। तब शक हुआ। अस्पताल को और पुलिस को सूचना दिये। सूचना के आधार पर अस्पताल प्रबंधन और सिक्युरिटी टीम की सक्रियता तथा पुलिस की कार्यवाही से नवजात शिशु सकुशल वापस मिल गया।

पत्रकार मुकेश की हत्या के विरोध में धरना, राजभवन मार्च, राजभवन के रवैय्ये से नाराज पत्रकार संघ ने नहीं सौंपा ज्ञापन, लिया निर्णय…

रायपुर- बीजापुर के पत्रकार मुकेश चन्द्राकर की हत्या के विरोध में आज पत्रकारों ने रायपुर प्रेस क्लब के बाहर धरना दिया और राजभवन तक शांति मार्च किया. राजभवन तक शांति मार्च करते पहुँचे पत्रकार उस वक्त नाराज हो गए जब जिला प्रशासन और पुलिस के कुछ अधिकारियों ने पत्रकारों का बीच रास्ते में ही रोक लिया और राजभवन के बाहरी गेट को भी बंद कर दिया गया. पत्रकार राजभवन में जाकर भीतर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपना चाहते थे मगर राज भवन से कुछ दूरी पर ही इस कदर रोके जाने का सभी ने विरोध किया.

काफी देर तक पत्रकार भीतर जाने दिए जाने की मांग करते रहे मगर अधिकारियों ने उन्हें नहीं जाने दिया। अधिकारियों के इस रवैया से दुखी होकर रायपुर प्रेस क्लब के महासचिव वैभव सिंह पांडे ने गेट के बाहर ही ज्ञापन पढ़कर सभी को सुनाया. जिसमें राज्यपाल से पूरे मामले में हस्तक्षेप करते हुए कार्रवाई की मांग की गई थी. 

क्योंकि पत्रकारों को राजभवन में प्रवेश ही नहीं दिया गया इस बात से दुखी होकर पत्रकारों ने राज्यपाल से अपनी समस्याओं को लेकर नहीं मिलने का निर्णय लिया. राजभवन मार्च के बाद पत्रकार साथी डॉ. भीमराव अंबडेकर चौक पहुँचे. पत्रकारों ने साथी मुकेश को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की और दो मिनट का मौन रखा. 

रायपुर प्रेस क्लब निर्णय है कि न्याय के लिए लड़ाई जारी रहेगी. साथ ही सरकार से यह मांग है कि राज्य में पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।

पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड : गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा- मामले की जांच करेगी SIT की टीम, 3 से 4 हफ्तों में सौंपेगी रिपोर्ट

रायपुर-    पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड मामले में SIT टीम की घोषणा हो चुकी है और जांच की जा रही है. मुकेश चंद्राकर के साथ जो हुआ है, भयानक है, दर्दनाक है, बहुत गलत हुआ है. मुकेश बहुत अंदर जाकर खबर लाते थे, उनसे अक्सर चर्चा होती थी. नक्सली क्या चाहते है, कैसे मुख्य धारा से जोड़ा जाए. ये बात उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने मीडिया से चर्चा के दौरान कही है.

उपमुख्यमंत्री व गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि कांग्रेस नेता सुरेश चंद्राकर के रिश्तेदार को गिरफ्तार कर लिया गया है. मामले में सुरेश चंद्राकर मुख्य सरगना है.इसमें कांग्रेस नेता सुरेश चंद्राकर सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. SIT टीम की घोषणा हो चुकी है और जांच की जा रही है. आरोपियों के अकाउंट को सील किया जा रहा है. साथ ही तीन खातों को होल्ड भी कर लिया गया है. तीन से चार सप्ताह में पूरी कार्रवाई पूरी हो जाएगी. सुरेश चंद्राकर कांग्रेस का पदाधिकारी है. कांग्रेस ने उसे जिले का प्रभारी बनाया है. कांग्रेस के नेता लगातार इन सारी बातों में संलिप्त नजर आते है. कांग्रेस ने ठान लिया है, कुछ भी कर के ये साबित करना है कि विष्णुदेव की सरकार में ज़्यादा क्राइम हो रहा है.

वहीं मृतक पत्रकार के परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से इस संबंध में चर्चा हो गई है. मृतक पत्रकार मुकेश चंद्राकर के परिवार को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया गया है.