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दिल्ली चुनाव: AAP ने BJP पर लगाया वोट के बदले नोट बांटने का आरोप, संजय सिंह ने ED में दर्ज कराई शिकायत

दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच सियासी बयानबाजी जारी है. दोनों ही एक दूसरे पर हमलावर हैं. आप ने आरोप लगाया कि बीजेपी दिल्ली में वोट के बदले नोट बांट रही है. आप नेताओं का आरोप है कि बीजेपी रंगेहाथ नोट बांटते हुए पकड़ी गई थी. इस मामले मेें आप किसी भी हालत में बीजेपी को छोड़ना नहीं चाहती है. यही कारण है किइस मामले में आप नेता संजय सिंह गुरुवार शाम 4 बजे ED दफ्तर जाएंगे. जहां वे प्रवेश वर्मा और मनजिंदर सिरसा की शिकायत करेंगे.

आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा कि देश की राजधानी दिल्ली में चुनाव आयोग की नाक के नीचे अरविंद केजरीवाल के क्षेत्र में खुलेआम हजार-हजार रुपये बांटे जा रहे हैं, और वहां से बीजेपी के संभावित प्रत्याशी प्रवेश वर्मा हैं. वह पैसे बांट रहे हैं. ईडी-सीबीआई क्या कर रही है? क्यों नहीं छापे मार रही है?

उन्होंने कहा कि हम लोग के पास तो जब मन करता है, तब ईडी, सीबीआई और तमाम जांच एजेंसियां पहुंच जाती हैं. इस समय दिल्ली में कांग्रेस-बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच सियासी जंग देखने को मिल रही है.

आप ने की घर सीज करने की मांग

संजय सिंह ने सवाल किया कि प्रवेश वर्मा पर छापा क्यों नहीं मारा जा रहा है. सारी जांच एजेंसियां ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट सब यहीं बैठे हुए हैं. हम मांग करते हैं कि प्रवेश वर्मा का पूरा घर सीज किया जाए. जितना रुपया है, वह यहां से बाहर न निकलने पाए. ईडी-सीबीआई इस मामले की तह तक जाएं. प्रवेश वर्मा के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.

आरोप लगने के बाद क्या बोले थे प्रवेश

आरोपों के जवाब में प्रवेश वर्मा ने कहा था कि मुझे जितनी भी गाली दे, मगर नई दिल्ली विधानसभा की लाडली माताओं-बहनों के चेहरे पर खुशी दिखाती है कि जो कर रहा हूं अच्छा कर रहा हूं. चाहे कोई कितना भी रोकने की कोशिश करें, जरूरतमंदों का मदद करता था और करता रहूंगा.

एक साल में 16 बाघों की हो गई मौत, रणथंभौर नेशनल पार्क के इस आंकड़े ने खड़े किए कई सवाल

रणथंभौर नेशनल पार्क, जो बाघों के लिए दुनिया भर में मशहूर है, पिछले दो सालों में बाघों की मौत के कारण सुर्खियों में है. 2023 से लेकर 2024 तक इस पार्क में 16 बाघों, बाघिनों और शावकों की मौत हो चुकी है. इन मौतों के मुख्य कारण टेरेटोरियल फाइट (क्षेत्रीय संघर्ष) रहे हैं, जो बाघों के बीच टेरेटरी और मादा के लिए होते हैं.

रणथंभौर में बाघों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है, लेकिन इस वृद्धि के साथ बाघों के बीच संघर्ष भी बढ़ गया है. जैसे ही कोई नया शावक अपनी मां से अलग होकर अपनी नई टेरेटरी बनाता है, वह पहले से मौजूद बाघों के साथ टकराता है. ऐसे संघर्षों में कमजोर बाघ की जान चली जाती है.

मौतों के कारण और आंकड़े

2023 और 2024 में हुई बाघों की मौतों में ज्यादातर मौतें टेरेटोरियल फाइट के कारण हुई हैं. 2023 में जनवरी से लेकर दिसंबर तक 8 बाघ, बाघिन और शावक मारे गए थे, जबकि 2024 में जनवरी से लेकर दिसंबर तक कुल 8 बाघ और बाघिनों की मौत हुई. इनमें से कुछ बाघों की मौत ओवरडोज़ से, कुछ की मादा के लिए संघर्ष के दौरान और कुछ की टेरेटोरियल फाइट में हुई.

विशेषज्ञों की राय और क्षेत्रीय संघर्ष

वन्यजीव विशेषज्ञों का कहना है कि रणथंभौर के क्षेत्र में बाघों के लिए आवश्यक संसाधन पर्याप्त हैं, लेकिन बाघों के बीच टेरेटोरियल फाइट बढ़ रही है, जिससे इनकी मौत हो रही है. बाघों के बीच यह संघर्ष मादा और क्षेत्र को लेकर होता है. रणथंभौर में नर बाघों और मादा बाघिनों का अनुपात भी ठीक नहीं है, जो इन संघर्षों को बढ़ा देता है.

समाधान नया ग्रासलैंड विकसित करना

इस समस्या को हल करने के लिए विशेषज्ञों का सुझाव है कि राज्य सरकार और वन विभाग को रणथंभौर में नया ग्रासलैंड विकसित करना चाहिए, जिससे बाघों को ज्यादा क्षेत्र मिल सके और संघर्ष कम हो सके. इसके अलावा, कुछ नर बाघों को अन्य स्थानों पर शिफ्ट किया जा सकता है, ताकि उनकी टेरेटरी को लेकर संघर्ष कम हो.

रणथंभौर में लगातार हो रही बाघों की मौत न केवल वन्यजीव प्रेमियों के लिए चिंता का विषय है, बल्कि यह सरकार और वन विभाग के लिए भी एक गंभीर मुद्दा है. यदि जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं निकाला गया, तो बाघों की संख्या और भी कम हो सकती है. सरकार को इस दिशा में ठोस कदम उठाने होंगे, ताकि रणथंभौर में बाघों का आनंद लेने आने वाले पर्यटकों को भी निराशा का सामना न करना पड़े.

बेंगलुरु के अतुल सुभाष केस में नया मोड़: निकिता ने अतुल पर लगाया गर्लफ्रेंड को पैसे भेजने का आरोप

बेंगलुरु के अतुल सुभाष केस (Atul Subhash Suicide Case) का अब एक और पन्ना खुल गया है. यूपी की जौनपुर फैमिली कोर्ट से मिले दस्तावेजों को मुताबिक, निकिता सिंघानिया (Nikita Singhania Statement) ने अतुल पर इल्जाम लगाया था कि वो अपनी गर्लफ्रेंड को पैसा भेजता था. इससे पहले भी निकिता ने अतुल पर तीन लड़कियों संग अतुल का अफेयर होने की बात कही थी. अतुल ने कोर्ट के सामने इन आरोपों को गलत बताया था

जौनपुर फैमिली कोर्ट के दस्तावेजों की मानें तो- निकिता ने जज के सामने कहा था कि अतुल बेंगलुरु में रहने वाली अपनी गर्लफ्रेंड हीना छाबड़िया को पैसे भेजता है. एक बार तो मैंने खुद अतुल को हीना के HDFC बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करते देखा था. मेरी आंखें इस बात का सबूत हैं. इसे लेकर हमारे बीच में लड़ाई भी हुई थी.

कोर्ट में अतुल ने इन सभी आरोपों को खारिज किया. कहा कि निकिता झूठ कह रही है. हीना को उसने कभी पैसे नहीं भेजे. वो तो उसके दोस्त की पत्नी है. दोनों से उसने खुद ही निकिता को मिलवाया था. अतुल ने फिर निकिता पर इल्जाम लगाया कि मेरी बीवी का खुद रोहित निगम नामक लड़के से अफेयर है. रोहित के कारण हमारे बीच में कई बार लड़ाई भी हुई. फिर भी निकिता उससे बात करती है.

अतुल के आरोपों पर निकिता ने कहा- रोहित मेरे पापा के दोस्त का बेटा है. 2021 में रोहित मेरे घर आता था. उस वक्त मेरी मां भी साथ होती थी. वो हमारा फैमिली फ्रेंड है. न कि मेरा बॉयफ्रेंड. अगर बॉयफ्रेंड होता तो मैं उसे अतुल के सामने क्यों घर पर बुलाती.

जेल में बंद है निकिता सिंघानिया

निकिता सिंघानिया पर अतुल को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा है. फिलहाल वो बेंगलुरु की जेल में बंद है. 9 दिसंबर को अतुल सुभाष ने 24 पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली थी. पत्नी निकिता, सास, साला और चाचा ससुर के खिलाफ सुसाइड के लिए उकसाने का आरोप लगाया. फिर अतुल के भाई विकास की तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज किया.

31 दिसंबर को कोर्ट में सुनवाई

इसी सिलसिले में निकिता, निशा और अनुराग की गिरफ्तारी हुई. फिर उन्हें 15 दिन की न्यायिक हिरासत पर भेज दिया गया. 31 दिसंबर को तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा. वहीं, चौथे आरोपी यानि निकिता के चाचा को पुलिस गिरफ्तार कर पाती, उससे पहले ही उन्हें हाईकोर्ट से जमानत मिल गई.

छत्तीसगढ़: राजनांदगांव पुलिस कांस्टेबल भर्ती प्रक्रिया रद्द, एसआईटी जांच के आदेश

छत्तीसगढ़ सरकार ने भर्ती प्रक्रिया में अनियमितताओं के आरोपों के बीच राजनांदगांव पुलिस कांस्टेबल भर्ती प्रक्रिया रद्द कर दी है. वहीं मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है. राज्य के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. भर्ती प्रक्रिया शुरू होने के करीब एक माह बाद इसे रद्द किया गया.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एक अधिकारी ने बताया कि राजनांदगांव की 8वीं बटालियन में चल रही भर्ती प्रक्रिया में अनियमितताएं सामने आई और इस संबंध में 17 दिसंबर को लालबाग थाने में मामला दर्ज किया गया था. उन्होंने बताया कि 16 नवंबर से राजनांदगांव, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, कबीरधाम (कवर्धा) और मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिलों के अभ्यर्थी यहां भर्ती प्रक्रिया में भाग ले रहे थे.

7 आरोपियों को किया गया गिरफ्तार

अधिकारी ने बताया कि पुलिस भर्ती प्रक्रिया में कथित अनियमितताओं के मामले में अब तक कुल सात आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इनमें चार पुलिस कांस्टेबल, इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के दो कर्मचारी और एक महिला अभ्यर्थी शामिल है. मामले की जांच के दौरान पुलिस कांस्टेबल अनिल रत्नाकर ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. उन्होंने बताया कि रत्नाकर की बाईं हथेली पर कलम से लिखा एक नोट मिला है, जिसमें कहा गया है कि भर्ती में कथित अनियमितताओं में कर्मचारियों को निशाना बनाया जा रहा है और अधिकारियों को बचाया जा रहा है.

कांस्टेबल आत्महत्या की जांच करेगी SIT

राजनांदगांव (रेंज) के पुलिस महानिरीक्षक दीपक झा ने रत्नाकर की आत्महत्या की जांच के लिए एक एसआईटी गठित की है और 10 दिनों में रिपोर्ट मांगी है. इस बीच पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने भर्ती प्रक्रिया में कथित अनियमितताओं की जांच राजनांदगांव शहर के पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र नायक को सौंप दी है. गर्ग ने यह भी कहा कि जिला पुलिस बल कांस्टेबल संवर्ग चयन परीक्षा 2023-24 की भर्ती प्रक्रिया को रद्द करने का आदेश अभी तक राज्य सरकार से प्राप्त नहीं हुआ है.

नंबरों से की गई छेड़छाड़

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भर्ती प्रक्रिया के दौरान कई अभ्यर्थियों द्वारा शारीरिक दक्षता प्रक्रिया में प्राप्त अंकों के साथ छेड़छाड़ की गई थी. राजनांदगांव पुलिस की आंतरिक टीम की जांच में यह अनियमितता उजागर हुई थी, जिसके बाद शहर के लाल बाग थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी. इसके बाद भर्ती प्रक्रिया में मार्शल ड्यूटी पर तैनात कांस्टेबल अनिल रत्नाकर का शव 21 दिसंबर को रामपुर गांव में फंदे से लटका मिला था.

कितने पदों पर होनी थी भर्तियां?

राजनांदगांव जिले में 16 नवंबर 2024 से 528 पदों पर पुलिस भर्ती की प्रक्रिया शुरू हुई थी, जिसमें फिजिकल टेस्ट के दौरान नंबरों में गड़बड़ी का मामले सामने आया. लालबाग थाने में भर्ती प्रक्रिया के 1 महीने बाद 16 दिसंबर 2024 को अज्ञात आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई थी, अब राज्य सरकार ने इस भर्ती को रद्द कर दिया है.

कानपुर में डेढ़ साल के मासूम की टब में डूबकर मौत, परिवार में मचा कोहराम

घर में अगर छोटे बच्चे हो तो उन्हें अपनी नजरों में रखें नहीं तो आपकी एक बड़ी लापरवाही बच्चों की जान पर आ बनेगी. मासूम बच्चों को क्या पता की टब वह बाल्टी में खेलते खेलते हुए कब मौत की आगोश में आ जाएंगे इसलिए घर में अगर छोटा बच्चा चलने फिरने लगा है तो उसके आसपास बेहद स्वतंत्रता रखने के साथ साथ उसपर नजर में बनाए रखें. ऐसा ही एक मामला कानपुर से आया, जहां डेढ़ साल के मासूम की टब में डूबकर मौत हुई है. मासूम की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया है.

घटना घाटमपुर के प्रतापपुर की है. प्रतापपुर में एक मां अपने बच्चों को लेकर मायके आई थी यहां पर खेलते खेलते डेढ़ साल का मासूम टब मैं गिर और उसे कोई देख नहीं पाया. ऐसे में जब कुछ देर मासूम को मां देखने के लिए बाहर आई तो वो टब मैं बेसुध पड़ा दिखा. इसके बाद घर वाले उसे लेकर स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

मां कर रही थी काम

घटना को लेकर मंगलपुर से पदमपुर के रहने वाले मासूम मृतक सूर्यांश के पिता गोविंद ने बताया कि उसकी पत्नी दो बच्चों को लेकर अपने मायके गई हुई थी,जहां पर यह घटना हुई. घटना के बाद घाटमपुर अपनी ससुराल पहुंचे गोविंद ने बताया कि घर के लोग सुबह-सुबह काम में जुटे थे, तभी बेटा सूर्यांश आंगन में रखे भर पानी के टब के पास खेलते खेलते पहुंच गया और उसी में गिर गया.

पुलिस को नहीं दी गई है जानकारी

इसके बाद कुछ देर सूर्यांश नहीं दिख तो घर वाले आवाज लगाते हुए उसे घर में ही ढूंढने लगे टब जाकर परिवार के लोगों की नजर टब के अंदर पड़ी. ऐसे में उन्होंने देखा कि सूर्यांश उसमें औंधे मुंह पड़ा हुआ है यह देखते ही घर में रोना पीटना मच गया. घटना के बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बच्चों को ले जाया गया लेकिन टब तक उसकी मौत हो चुकी थी. पूरे मामले में परिवार की ओर से कोई प्राथमिक सूचना पुलिस को नहीं दी गई है.

निकिता सिंघानिया ने किया बड़ा खुलासा, बताया रोहित निगम से क्या था रिश्ता?

बेंगलुरु के सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष सुसाइड केस (Atul Subhash Update) को पूरे 17 दिन बीत चुके हैं. केस में रोजाना नए-नए खुलासे हो रहे हैं. अब जौनपुर फैमिली कोर्ट में दर्ज अतुल बनाम निकिता सिंघानिया केस (Nikita Singhania Revelation) का एक और डॉक्यूमेंट सामने आया है. अतुल सुभाष ने पत्नी निकिता पर रोहित निगम नामक लड़के से अवैध संबंध होने का आरोप लगाया था. निकिता ने इसे लेकर कोर्ट को जवाब दिया था. निकिता ने बताया था कि रोहित निगम उसके पिता के दोस्त का बेटा है.

अतुल ने ये भी आरोप लगाया था कि साल 2021 के दरम्यान जब निकिता संग उसके रिश्ते बिगड़ने शुरू हुए थे तो रोहित अक्सर उनके घर आता था. निकिता फोन पर भी घंटों तक रोहित से बातें करती थी. हालांकि, उसने दोनों को कभी संबंध बनाते नहीं देखा. लेकिन शक जरूर था कि दोनों के बीच कुछ तो अटपटा है. यानि उनके बीच अफेयर है. अतुल ने कहा था- निकिता अक्सर रोहित से बातें करती रहती थी. इसे लेकर हमारे बीच में हमेशा लड़ाई झगड़े होते थे. लेकिन निकिता कभी भी मेरी बात नहीं सुनती थी.

निकिता पर आरोप लगाते हुए अतुल ने कहा- हमारे बीच में रोहित रोड़ा बना हुआ था. मेरी बीवी इस बात को समझती ही नहीं थी. वो फिर भी रोहित से बातें करती रहती थी. कोई ऐसा दिन नहीं होता था जब हम दोनों के बीच रोहित को लेकर लड़ाई न होती हो. वो रोहित से घर में अक्सर नॉनवेज भी मंगवाया करती थी. जबकि, मैं शुद्ध शाकाहारी हूं. मैंने कई दफा निकिता को मना भी किया कि अगर तुम्हें ये सब चीजें खानी हों तो बाहर जाकर खाओ. लेकिन वो फिर भी घर में ही मेरे सामने नॉनवेज खाती थी और हड्डियां कमरे में ही फेंक देती थी.

निकिता ने आरोपों को बताया गलत

अतुल के इन आरोपों को निकिता ने सिरे से खारिज कर दिया था. उसने जौनपुर कोर्ट को बताया- रोहित निगम मेरे पापा के दोस्त का बेटा है. मेरा उससे कोई गलत रिश्ता नहीं हैं. वो मेरे यहां आता जरूर था. लेकिन सिर्फ दोस्त के नाते. जब मेरी मां निशा जुलाई 2021 में बेंगलुरु आई थीं. तब रोहित हमसे मिलने आता था. लेकिन अतुल फिर भी मुझसे बिना किसी बात के लड़ाई झगड़े करते थे. उन्होंने मेरी ही मां के सामने मुझे मुक्के मारे. मेरे साथ मारपीट की. मैंने अपना स्त्रीधर्म अच्छे से निभाया. लेकिन फिर भी अतुल का टॉर्चर देना खत्म नहीं हुआ. इसलिए मैं घर छोड़कर चली गई. मैं अतुल को छोड़ना नहीं चाहती थी. लेकिन उन्हीं के कारण मैं घर छोड़कर गई.

अतुल सुभाष सुसाइड केस

9 दिसंबर को अतुल सुभाष ने 24 पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली थी. पत्नी निकिता, सास, साला और चाचा ससुर के खिलाफ सुसाइड के लिए उकसाने का आरोप लगाया. फिर अतुल के भाई विकास की तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज किया. इसी सिलसिले में निकिता, निशा और अनुराग की गिरफ्तारी हुई. फिर उन्हें 15 दिन की न्यायिक हिरासत पर भेज दिया गया. 31 दिसंबर को तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा. वहीं, चौथे आरोपी यानि निकिता के चाचा को पुलिस गिरफ्तार कर पाती, उससे पहले ही उन्हें हाईकोर्ट से जमानत मिल गई.

इंदौर के खजराना गणेश मंदिर में महिला का हंगामा, पुलिसकर्मी से बदसलूकी करने का आरोप

मध्य प्रदेश के इंदौर में स्थित खजराना गणेश मंदिर पहुंची एक महिला ने पुलिसकर्मी से बदसलूकी की. वहीं महिला ने पुलिसकर्मी से बदसलूकी करने के बाद जमकर हंगामा किया. सुरक्षा कर्मियों ने मंदिर में हंगामा कर रही महिला को पकड़कर बाहर कर दिया. इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो वायरल होने के बाद एडिशनल डीसीपी जांच के आदेश दिए हैं.

इंदौर के खजराना गणेश मंदिर में एक महिला ने पुलिसकर्मी पर बदसलूकी करने का आरोप लगाया. वहीं महिला ने आरोप लगाते हुए मंदिर के अंदर जमकर हंगामा किया. इसके बाद मंदिर में मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने जब महिला को हंगामा करते हुए देखा तो उसे घसीट कर मंदिर के बाहर कर दिया. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे है. वायरल वीडियो में भी देखा जा सकता है कि किस तरह से महिला पहले पुलिसकर्मी के साथ बदसलूकी कर रही है और उसके बाद सुरक्षा कर्मियों के द्वारा उसे घसीट कर बाहर कर दिया जाता है.

मंदिर में महिला का हंगामा

वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि महिला पुलिसकर्मी से बहस कर रही है. पुलिसकर्मी पर बदसलूकी करने का आरोप लगा रही है. इसके बाद हंगामा करना भी शुरू कर देती है. मंदिर हंगामा देख लोग हैरान हो जाते हैं. वहीं मंदिर में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने महिला को मंदिर से बाहर कर देते हैं. मंदिर से जुड़े लोगों ने बताया कि महिला हर दिन इसी तरह से हंगामा करती है.

एडिशनल डीसीपी ने दिए जांच के आदेश

फिलहाल इस पूरे घटनाक्रम को लेकर एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया का कहना है कि पूरे ही मामले में वीडियो के आधार पर जांच पड़ताल की जा रही है. वहीं महिला आए दिन खजराना गणेश मंदिर में इस तरह से अभद्रता करती रहती है. संभवता उस दिन भी इसी तरह का कोई घटनाक्रम हुआ और उसके बाद महिला को वहां पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने घसीटकर बाहर कर दिया. उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच करवाई जा रहीहै.

Jio, Airtel को फिर चुनौती देगी BSNL, मुफ्त में देख सकेंगे 300 से ज्यादा टीवी चैनल

भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने इस साल नया लोगो लॉन्च किया है. इसके अलावा इस सरकारी टेलीकॉम कंपनी कई नई सर्विस की भी शुरुआत की है. इससे टेलीकॉम सेक्टर की प्राइवेट कंपनी रिलायंस जियो और एयरटेल को तगड़ी चुनौती मिल रही है. बीएसएनएल ने एक नया दांव और खेला है, जिसने जियो और एयरटेल की बेचैनी बढ़ा दी है. हाल ही में बीएसएनएल ने IFTV (इंट्रानेट फाइबर टीवी) सर्विस की शुरुआत की है, जिसके तहत 300 से ज्यादा फ्री लाइव टीवी चैनल दिखाए जा रहे हैं. अब कंपनी BiTV को भी लॉन्च करने की तैयारी कर रही है.

ये दोनों सर्विस बीएसएनएल कस्टमर्स को मुफ्त में लाइव टीवी चैनल देखने का मौका देती हैं. बीएसएनएल IFTV की शुरुआत मध्य प्रदेश और तमिलनाडु में हुई. अब इसका दायरा पंजाब, हरियाणा और पुडुचेरी तक बढ़ गया है. IFTV एक फाइबर बेस्ड इंटरनेट सर्विस है, जबकि BiTV नॉन-फाइबर बेस्ड इंटरनेट सर्विस है.

BSNL IFTV: 500 से ज्यादा फ्री TV चैनल

बीएसएनएल वाईफाई ब्रॉडबैंड के जरिए IFTV की सर्विस दे रही है. इसमें 500 से ज्यादा लाइव टीवी चैनल बिलकुल फ्री मिलते हैं. बीएसएनएल के FTTH (फाइबर-टू-द-होम) कस्टमर्स के लिए यह सर्विस बिलकुल मुफ्त है. इसके लिए कस्टमर्स को एक रुपया भी खर्च नहीं करना होगा.

बीएसएनएल की ये सर्विस प्राइवेट कंपनियों के लिए बड़ी चुनौती है. रिलायंस JioFiber और JioAirFiber के जरिए ब्रॉडबैंड सर्विस देती है, जबकि एयरटेल की ब्रॉडबैंड सर्विस का नाम Airtel Xstream Fiber है.

BSNL BiTV: 300 से ज्यादा मुफ्त TV चैनल

BiTV बीएसएनएल के मोबाइल कस्टमर्स के लिए है. इसमें 300 से ज्यादा लाइव टीवी चैनल फ्री में देखने का मौका मिलेगा, जिसमें प्रीमियम चैनल भी शामिल हैं. इसे फिलहाल पुडुचेरी में लॉन्च किया गया है, और यह बिलकुल फ्री है. कुल मिलाकर लाइव टीवी चैनल दिखाने की टेक्नोलॉजी एक है, बस कस्टमर्स को ये सर्विस देना का तरीका अलग है.

BSNL का कंज्यूमर बेस बढ़ा

बीएसएनएल के लिए IFTV और BiTV, दोनों अहम और एक जैसी सर्विस हैं. हालांकि, कंपनी ने इन्हें अलग-अलग ब्रांड के साथ पेश किया है. इनमें एक खासतौर पर फाइबर कस्टमर्स के लिए है, जबकि दूसरी मोबाइल कस्टमर्स के लिए है.

टेलीकॉम सेक्टर में बीएसएनएल ने का कंज्यूमर बेस लगातार बढ़ रहा है. 23 दिसंबर को आई टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI)के रिपोर्ट के मुताबिक, अक्टूबर में बीएसएनएल ने 5 लाख नए ग्राहक जोड़े हैं.

गोवा में बड़ा हादसा: कलंगुट समुद्र तट पर नाव पलटने से एक की मौत, 20 से अधिक लोगों का रेस्क्यू

उत्तरी गोवा के कलंगुट समुद्र तट पर बुधवार को बड़ा हादसा हो गया. यहां पर्यटकों से भरी एक नाव पलट गई. इस हादसे में एक पर्यटक की मौत हो गई है. जबकि छह साल के एक बच्चे समेत 20 से अधिक लोगों को रेस्क्यू किया गया है. गोवा पुलिस के मुताबिक यह हादसा बुधवार की दोपहर करीब डेढ़ बजे की है. हादसे की वजह नाव के इंजन में खराबी बताया जा रहा है. फिलहाल पुलिस हादसे के कारणों की जांच कर रही है.

पुलिस के मुताबिक लाइव सेविंग जैकेट पहने होने की वजह से बड़ा हादसा टल गया. दरअसल नाव में सवार सभी पर्यटकों ने लाइफ सेविंग जैकेट पहन रखी थी. केवल दो यात्री ही ऐसे थे, जिन्होंने लाइव सेविंग जैकेट नहीं पहना था. गोवा पुलिस के मुताबिक इस हादसे में एक 54 वर्षीय पर्यटक की मौत हुई है. लाइफ सेविंग एजेंसी दृष्टि मरीन के प्रवक्ता के मुताबिक यह हादसा समुंद्र तट से करीब 60 दूर गहरे समंदर में हुआ है. इस हादसे के बाद सभी यात्री समंदर में गिर गए थे.

एक ही परिवार के 13 लोग थे सवार

गनीमत रही कि हादसे को समय रहते देख लिया गया. इसके बाद तत्काल राहत एवं बचाव कार्य शुरू करते हुए 20 से अधिक लोगों को रेस्क्यू किया गया है. अधिकारियों के मुताबिक नाव में सभी लोग पर्यटक थे और गोवा घूमने आए थे. इनमें महाराष्ट्र में खेड़ का रहने वाला परिवार भी शामिल है. इस परिवार के 13 लोग इस नाव में सवार थे. दृष्टि मरीन के मुताबिक हादसे की जानकारी मिलते ही 18 से अधिक ऑन ड्यूटी लाइफ सेवर्स को समंदर में उतारा गया.

20 से अधिक लोगों का हुआ रेस्क्यू

इन्होंने काफी मस्सकत के बाद 20 से अधिक लोगों को सुरक्षित तरीके से बाहर निकाल लिया है. इन सभी पर्यटकों को समंदर से निकालने के बाद अस्पताल ले जाया गया, जहां से इन्हें प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है. बता दें कि बीते सप्ताह मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया के पास भी एक नाव हादसा हुआ था. इसमें पर्यटकों से भरी नाव नेवी की नाव से टकरा गई थी. इस हादसे में कई लोगों की मौत हुई थी.

गुजरात के देवभूमि द्वारका में बड़ा हादसा: ओखा बंदरगाह पर क्रेन गिरने से 3 मजदूरों की मौत, कई घायल

गुजरात के देवभूमि द्वारका में बुधवार को बड़ा हादसा हो गया. यहां ओखा बंदरगाह पर जेटी निर्माण के वक्त अचानक से क्रेन गिर गया. वहीं इस क्रेन की चपेट में आने से तीन मजदूरों की मौत हो गई है. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों श्रमिकों का शव कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है. पुलिस के मुताबिक दो श्रमिकों की मौत मौके पर ही हो गई थी, जबकि तीसरे श्रमिक को अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हुई है. देवभूमि द्वारका के जिला कलेक्टर जीटी पंड्या ने घटना की पुष्टि की.

उन्होंने बताया कि ओखा बंदरगाह पर गुजरात मैरीटाइम बोर्ड की ओर से जेटी का निर्माण चल रहा था. इस काम के दौरान अचानक से क्रेन का बैलेंस बिगड़ गया और यह क्रेन नीचे काम कर रहे मजदूरों के ऊपर गिर पड़ा. इस क्रेन की चपेट में कई मजदूर आ गए थे. इनमें से दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक मजदूर ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया. इसके अलावा दो तीन और मजदूरों को हल्की चोटें आई हैं.

कंकरीट ब्लाक के नीचे दब गए थे मजदूर

आणंद फायर अफसर धर्मेश गोर के मुताबिक करीब आधा दर्जन मजदूर कंक्रीट ब्लॉक के नीचे काम कर रहे थे. क्रेन हादसे में यह सभी उस ब्लाक में फंस गए और इनमें से दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई. बड़ी मुश्किल से बाकी श्रमिकों को बाहर निकाल कर अस्पताल पहुंचाया गया. इनमें से एक और श्रमिक को डॉक्टरों ने देखते ही मृत घोषित किया है. फायर अफसर के मुताबिक घटना स्थल पर गिरे हुए कंकरीट ब्लाक को हटाया जा रहा है. इसी के साथ यह भी देखा जा रहा है कि कोई और श्रमिक तो नीचे नहीं फंसा है.

कंकरीट ब्लाक उठाते समय हुआ हादसा

उधर, नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) के एक अधिकारी ने घटना की जानकारी दी है. बताया कि समंदर में जेटी (कुएं) का काम चल रहा है. इसके लिए नींव बनाने के लिए स्टील और कंक्रीट के ब्लॉक लाए गए हैं. इन ब्लाकों को क्रेन की मदद से उठाकर लगाया जा रहा था. इसी दौरान यह हादसा होने की वजह से कंकरीट ब्लाक यहां काम कर रहे मजदूरों के ऊपर ही गिर पड़ा. अधिकारियों के मुताबिक फिलहाल मौके पर राहत व बचाव कार्य जारी है.