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*जिला चिकित्सालय में बनेगा सीसी रोड, बेहतर होगी व्यवस्था 22 लाख का प्रस्ताव तैयार कर भेजा गया*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही ‌। शासन को दो से ढाई लाख लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने वाले जिला चिकित्सालय के मुख्य गेट से इमरजेंसी तक सीसी रोड बनाया जाएगा। अस्पताल प्रशासन की ओर से इसके लिए 22 लाख रुपए का प्रस्ताव तैयार कर जिला प्रशासन और शासन को भेजा गया है। स्वीकृति मिलने के बाद अस्पताल प्रशासन की ओर काम शुरू किया जाएगा। अस्पताल के मुख्य गेट से इमरजेंसी तक सीसी रोड का निर्माण कराया जाएगा। इसके अलावा रेलवे की तर्ज पर रोड के दोनों तरफ हरे रंग का टीन शेड लगाया जाएगा। इससे बारिश में बिना भीगे मरीज, इमरजेंसी , ओपीडी तक पहुंच कर समुचित उपचार करा सकते हैं। इसके लिए विभाग ने प्रस्ताव शासन को भेजा है। स्वीकृति मिलने पर काम शुरू किया जाएगा। बारिश के दिनों में मुख्यगेट , इमरजेंसी के पास पानी लग लग जाता है। इससे मरीज, तीमारदारों को परेशानी होता है। सीसी रोड बनने के बाद यह समस्या समाप्त हो जाएगी। इमरजेंसी के सामने पानी न लगे। इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। यहां इंटरलाॅकिंग लगाया गया है। सीएम‌एस डॉ राजेंद्र कुमार ने बताया कि सीसी रोड बनाने के लिए शासन को चार - पांच महीने पहले ही 22 लाख रुपए का प्रस्ताव भेजा गया है। स्वीकृति मिलने के बाद मुख्य गेट से इमरजेंसी, ओपीडी, भवन तक सीसी रोड बनाया जाएगा।
*भुगतान के मामले की जांच करेंगी डीसी मनरेगा* *औराई के कंसापुर में वाराणसी की फर्म को हुआ है पांच लाख 30 हजार का भुगतान*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। बिना काम कराए वाराणसी के फर्म को पांच लाख 30 हजार के भुगतान करने के मामले में सीडीओ डॉ. शिवाकांत शुक्ल ने जांच बैठा दी है। सीडीओ ने डीसी मनरेगा को प्रकरण की जांच सौंपी। सीडीओ ने एक सप्ताह के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। औराई ब्लॉक के कंसापुर गांव में नहर से लेकर भक्तापुर बॉर्डर तक 300 मीटर भूमिगत नाली का निर्माण कराया जा रहा है। जिसकी लागत करीब पांच लाख 30 हजार है। अभी वह काम पूर्ण नहीं हुआ है, लेकिन ब्लॉक से एक वाराणसी के फर्म को एफटीओ यानि फंड ट्रांसफर आर्डर बनाकर भुगतान कर दिया गया। मामले की पोल तब खुली जब ग्राम प्रधान शिवशंकर जायसवाल काम के भुगतान के सिलसिले में ब्लॉक पहुंचे। प्रकरण में भुगतान करते समय न तो सचिव और नही प्रधान के हस्ताक्षर लिए गए। ग्राम प्रधान ने इसकी शिकायत बीडीओ के साथ ही मुख्यमंत्री कार्यालय को पत्र भेजकर किया। दूसरी तरफ मामला प्रकाश में आने के बाद सीडीओ डॉ. शिवाकांत शुक्ल ने जांच टीम गठित करते हुए डीसी मनरेगा को जांच सौंपी है। सीडीओ डॉ. शिवाकांत शुक्ल ने बताया कि बिना काम कराए ही दूसरी फर्म को भुगतान का मामला गंभीर है। इसके जांच की जिम्मेदारी डीसी मनरेगा को सौंपी गयी है। जांच में कमी मिलने पर दोषियों पर कार्रवाई भी की जाएगी।
*भदोही में परिषदीय विद्यालयों में न‌ए सिरे से गठित होगी प्रंबध समिति* *शासन की ओर से 30 नवंबर तय की गई गठन की अंतिम तिथि*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। बेसिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित परिषदीय विद्यालयों में नए सिरे से विद्यालय प्रबंध समितियों का गठन किया जाएगा। बेसिक शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव की ओर से दिए गए निर्देश के क्रम में बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से कार्रवाई कराने में जुट चुका है। सभी खंड शिक्षाधिकारी व प्रधानाध्यापकों को निर्देश जारी कर दिया गया है। परिषदीय विद्यालयों में व्यवस्था संचालन को विद्यालय प्रबंध समिति का गठन किया जाता है। जिसके उपर विद्यालय की व्यवस्था से लेकर विद्यालय की कार्य प्रणाली का अनुश्रवग करना होता है। इसके साथ ही विद्यालय के विकास की योजना बनाने शिक्षक व बच्चों की विद्यालय में उपस्थिति, गुणवत्तापरक शिक्षा की व्यवस्था में सहयोग करने की भी जिम्मेदारी होती है।पूर्व में गठित समितियों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। ऐसे में नए सिरे से गठन कराने का निर्देश जारी किया गया है। परिषदीय विद्यालयों में गठित होने वाली स्कूल प्रबंध समिति में कुल 15 सदस्य होंगे। इसमें 11 सदस्य के रूप में अभिभावकों को शामिल किया जाएगा। बाकी चार सदस्यों में विद्यालय के प्रधानाध्यापक, एएनएम. स्थानीय प्राधिकारी के निर्वाचित सदस्य और डीएम की ओर से नामित एक लेखपाल को शामिल किया जाएगा। नई कमेटी एक दिसंबर से कार्य करना शुरू करेगी।
*पछुआ बयार से पारा बहने से पारा लुढ़क कर हुआ 16 डिग्री*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। समय से पहले ही इस साल अच्छी ठंड की आमद देखने को मिल रही है। इसका कारण गत दिनों पहाड़ों में बर्फबारी तथा इन दिनों खेतों का किया गया जा रहा पलेवा है। उधर, रात में एक कंबल से अधिक की ठंड महसूस अभी से हो रही है। बाजारों में गर्म कपड़ों की दुकानें सज गई हैं। इतना ही नहीं,रजाई व गद्दा बनाने वालों ने गांवों की ओर रुख कर लिया है। बता दें नवम्बर के आगाज के साथ ही ठंड की आमद हो गई थी। इस साल अच्छी बारिश न होने के कारण ठंड कम पड़ने की उम्मीद थी। लेकिन इन दिनों रबी फसलों की बोआई को खेतों का पलेवा किया जा रहा है। इसके अलावा गत दिनों पहाड़ों पर बर्फबारी भी हुई थी। गत दिनों से जिले में पछुआ बयार 10 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से बह रही है। ऐसे में ठंड की आमद हो गई है। ऐसे में मौसम के मिजाज को देखते हुए दुकानदार अपनी दुकानें सजानी शुरू कर दिए हैं। कालीन नगरी के मेन रोड, स्टेशन रोड,चौरी रोड, ज्ञानपुर रोड, कटरा बाजार में गर्म कपड़ों की दुकानें पटरियों पर सज जाती है। स्थानीय दुकानदारों के साथ ही बाजार से आए व्यापारी अच्छा साखा व्यापार भी कर लेते हैं। सुबह-शाम दुकानों पर ग्राहकों का रेला उमड़ता है। बड़ों, बुजुर्गों, महिलाओं बच्चों सभी के लिए अलग-अलग व डिजाइनिंग ऊनी कपड़े बाजार में पहुंचाना हो ग‌ए। दुकानदारों के उम्मीद है कि इस साल पिछले वर्ष की अपेक्षा बिक्री अधिक हो गई है।
*आज ज्ञानपुर उपकेंद्र के तीन फीडरों पर सात घंटे ठप रहेगी*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही।विद्युत आपूर्ति आज विद्युत उपकेंद्र ज्ञानपुर से जुड़े ज्ञानपुर टाउन सहित अछवर व हास्टल फीडर की विद्युत आपूर्ति आज सुबह 10 शाम पांच बजे तक सात घंटे ठप रहेगी। इस दौरान फीडरों के अंतर्गत जर्जर तारों को बदलने के साथ ही उपकेंद्र के अंदर केबलिंग का कार्य किया जाएगा। उप खंड अधिकारी धीरेन्द्र प्रताप कौशल व अवर अभियंता अनिल कुमार यादव ने यह जानकारी दी है।
*भदोही में अब माॅडल गांवों में रखें जाएंगे सफाईकर्मी*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले के माॅडल गांव में एक - एक सफाईकर्मी रखे जाएंगे। जिलाधिकारी विशाल सिंह से अनुमति मिलने पर पंचायती राज विभाग ने सभी ग्राम प्रधानों को पत्र लिखा है। जिसमें कहा गया है कि जिन-जिन गांवों में रिकवरी रिसोर्स सेंटर का निर्माण हो चुका है, वह सफाईकर्मी रुख सकते हैं। उन्हें राज्य वित्त से मनरेगा के बराबर पारिश्रमिक दिया जाए। स्वच्छ भारत मिशन के फेज - दो के तहत गांव को माॅडल बनाया जा रहा है। करीब दो साल से शुरू हुई मुहिम अब धीरे-धीरे अंतिम पड़ाव की तरफ बढ़ चुकी है। शुरुआत में पांच हजार से अधिक आबादी वाले 14 उसके बाद गंगा से सटे 47 गांव माॅडल बने। उसी क्रम में पांच हजार से कम आबादी वाली 302 ग्राम पंचायत में भी रिकवरी रिसोर्स सेंटर का निर्माण शुरू हुआ। जिले में कुल 546 ग्राम पंचायतों है। इनमें 250 से अधिक गांव माॅडल हो चुके हैं। सफाईकर्मी न होने से व्यवस्था को बेहतर बनाए रखना मुश्किल हो गया है।
*भदोही में बिना नक्शा दिए शुरू किया प्रोजेक्ट, नोटिस*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। भ्रष्टाचार के कारण अधूरे 100 शय्या अस्पताल को पूर्ण करने का काम शुरू हो गया है। करीब ढाई करोड़ से उसे पूरा कराया जा रहा है, लेकिन कार्यदायी संस्था की मनमानी के चलते अस्पताल प्रशासन को नक्शा उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। जिसे लेकर संस्था को नोटिस जारी किया गया।करीब डेढ़ दशक पूर्व सौ शय्या अस्पताल की आधारशिला रखी गई। भ्रष्टाचार के कारण अस्पताल आधा अधूरा बनकर छूट गया। जनप्रतिनिधियों के हस्तक्षेप से अस्पताल में ओपीडी समेत कुछ सेवाएं शुरू हो गईं, लेकिन कई सुविधाएं अभी नहीं मिल पा रही हैं। शासन के निर्देश पर कुछ माह पूर्व अधूरे कार्य को पूर्ण करने के लिए ढाई करोड़ जारी किए गए। संस्था ने काम भी शुरू करा दिए, लेकिन अस्पताल प्रशासन को अब तक संस्था ने नक्शा उपलब्ध नहीं कराया। नक्शा न होने के कारण तमाम बिंदुओं की जांच करने में अस्पताल प्रशासन असमर्थ है। काम कैसे चल रहा है, बिल्डिंग में कहां पर बिजली पॉइंट बनना है, कहां पर फैन का कनेक्शन होना है, कहां पर ओटी, ऑपरेशन कक्ष आदि तमाम बिंदुओं को नक्शा के जरिये देखा जा सकता है। हैंडओवर के दौरान होगी दिक्कत यदि अस्पताल प्रशासन को कार्यदायी संस्था नक्शा उपलब्ध नहीं कराती है। तो अधूरे बिल्डिंग पूर्ण होने के बाद उसे हैंडओवर को लेकर दिक्कत आ सकती है। क्योंकि उस समय नक्शा उपलब्ध कराना संस्था की मजबूरी होगी। उस समय संस्था के कार्यों की समीक्षा की गई तो तमाम तरह के प्रश्न चिह्न लग सकते हैं।
*भदोही में 15 के बजाय 25 किमी दूर बन ग‌‌ए परीक्षा केंद्र* *85 परीक्षा केंद्रों के आई 95 आपत्तियां, निस्तारण की तैयारी शुरू*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। बोर्ड परीक्षा के लिए केंद्र निर्धारण में माध्यमिक शिक्षा परिषद की तरफ से काफी गड़बड़ी हुई है। जियो लोकेशन के बाद भी केंद्र निर्धारण में मानक दरकिनार हो गए हैं। 15 किमी की बजाय 25 से 30 किमी दूर परीक्षा केंद्र बन गए हैं। जिससे डीआईओएस कार्यालय में आपत्तियों की भरमार हो गई है। 85 केंद्रो के लिए 95 आपत्तियां आ गई है। इसमें केंद्र न बनने और केंद्र की दूरी शामिल है। अब परीक्षा समिति इसका निस्तारण करेगी। 25 नवंबर से पहले आपत्ति का निस्तारण करना शिक्षा विभाग के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। जिले में फरवरी-मार्च में संभावित बोर्ड परीक्षा के लिए 190 माध्यमिक और इंटर कॉलेजों ने केंद्र बनने के लिए आवेदन किए। स्कूलों के सत्यापन और जियो लोकेशन आदि वेबसाइट पर अपलोड होने के बाद 11 नवंबर को परिषद ने 85 केंद्रों की सूची जारी कर दी। केंद्र निर्धारण के लिए 14 नवंबर तक आपत्ति मांगी। परिषद की तरफ से जारी की गई सूची में कई खामियां सामने आईं। डेढ़ से दो दशक से केंद्र बनने वाले विद्यालय इस बार कट गए तो डीघ के स्कूलों का केंद्र सुरियावां ब्लॉक के विद्यालय में भेज दिया गया, जिनकी दूरी 25 से 30 किमी है। जबकि बोर्ड की गाइडलाइन में अधिकतम 15 किमी ही छात्रों के केंद्र होने चाहिए। 95 प्रधानाचायों ने आपत्ति दर्ज कराई है। स्कूलों से आपत्ति आने के बाद विभाग उसके निस्तारण की तैयारी में जुट गया है। प्रभारी जिला विद्यालय निरीक्षक अरविंद पटेल का कहना है कि प्रस्तावित परीक्षा केंद्रों को लेकर तर्कसंगत आपत्तियां मांगी गई थीं। अंतिम तिथि तक 95 आपत्तियां मिली हैं। जल्द ही डीएम की संस्तुति पर एसडीएम के नेतृत्व में गठित टीम बैठक कर आपत्तियों का निस्तारण करेगी। उन्होंने बताया कि 25 नवंबर से पहले ही निस्तारण कर रिपोर्ट परिषद को भेजा जाना है। फाइनल सूची से हटेंगे राजकीय हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा के लिए परिषद की तरफ से 85 केंद्रो की सूची जारी की गई है। इसमें 10 राजकीय विद्यालयों को भी केंद्र बनाया गया है। विभूति नारायण राजकीय इंटर कॉलेज, जीजीआईसी महराजगंज, मॉडल इंटर कॉलेज को छोड़ दिया जाए तो अन्य स्कूलों में संसाधनों की काफी कमी है। पूर्व की वर्षों की तरह इस बार भी उन्हें केंद्र बना दिया गया है, हालांकि समिति की तरफ से इनको सूची से हटा दिया जाएगा। माननीय के स्कूलों पर भी चल गई कैंची बोर्ड परीक्षा के लिए जारी केंद्रो की सूची में माननीयों के स्कूलों पर कैंची चल गई है। सालों से केंद्र बनने वाले उनके विद्यालय इस बार कट गए हैं। जिसको लेकर गहमागहमी बढ़ गई है। चौरी, सुरियावां, अभोली और औराई ब्लॉक में स्थित इन विद्यालयों में आधुनिक सुविधाएं एवं संसाधन आदि भी मौूजद हैं। जिसके कारण डेढ़ से दो दशक से वह परीक्षा केंद्र बनते रहे हैं, लेकिन इस बार सूची में उनका नाम ही नहीं है।
*भदोही में पांच साल में बड़े 1.65 लाख न‌ए वाहन, पार्किंग स्थान एक भी नही*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले की सड़कों पर साल दर साल वाहनों की संख्या बढ़ती जा रही है। पिछले पांच साल में 1.65 लाख न‌ए वाहन एआरटीओ कार्यालय में पंजीकृत हुए हैं। वाहनों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि के बाद भी जिले में कहीं भी पार्किंग की सुविधाएं नहीं बढ़ी है। सात निकायों में कहीं भी कोई ऐसा स्थान नहीं है, जहां वाहनों की सार्वजनिक पार्किंग की जा सके। वाहन चालक दुकानों के सामने और सड़क की पटरियों पर वाहन खड़े करते हैं। एआरटीओ कार्यालय में कुल 2.95 लाख वाहन पंजीकृत हैं। जिसमें पांच वर्षों में ही 1.65 लाख वाहन पंजीकृत हुए हैं। जिले में भदोही और गोपीगंज दो नगर पालिका के साथ ज्ञानपुर, न‌ई , बाजार, खमरिया और घोसिया, नगर पंचायतें हैं। इसके अलावा जंगीगंज, सीतामढ़ी,वहिदानगर, बाबूसराय, महाराजगंज,देवनाथपुर, मोढ़, दुर्गागंज समेत कई प्रमुख बड़े कस्बे भी है। जिले की आबादी करीब 20 लाख के आसपास है। बाजारों में हर दिन लोगों की भीड़ उमड़ती है। खरीदारी के लिए दो पहिया, चार, पहिया वाहनों से आने वाले ग्राहकों को वाहन खड़ा करने के लिए कोई जगह निर्धारित नहीं है। इससे लोग पटरियों के किनारे ही वाहन पार्क कर देते हैं। भदोही और गोपीगंज नगर पालिका में तो ओवरब्रिज और फ्लाईओवर के नीचे ही वाहनों की पार्किंग बन जाती है। सुरियावां, घोसिया, बाबूसराय, जंगीगंज, महाराजगंज, समेत अन्य बाजारों की पटरियां अवैध पार्किंग रहती है। यहीं हाल ज्ञानपुर जैसे मुख्यालय का भी है। पार्किंग के लिए कोई स्थान निर्धारित नहीं होने के कारण लोग जहां - तहां वाहन खड़े कर देते हैं।

यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए सड़कों पर वाहन खड़ा करने की मनाही है। नो पार्किंग क्षेत्र में वाहन खड़ा करने वालों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। संबंधित अधिकारियों से वार्ता कर छोटे वाहनों के लिए सार्वजनिक पार्किंग की सुविधा उपलब्ध का भी प्रयास किया जाएगा अविनाश सिंह यातायात प्रभारी
*कार्तिक पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने गंगा में लगाई डुबकी:घाटों पर भजन-कीर्तन के आयोजन से भक्तिमय हुआ माहौल*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। कार्तिक पूर्णिमा पर जिले के विभिन्न गंगा घाटों पर लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई। गंगा स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने दान पुण्य के बाद मंदिरों में पूजन अर्चन किया। जगह-जगह भजन कीर्तन का आयोजन किया गया था। सुरक्षा व्यवस्था में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। क्षेत्राधिकारी एवं अपर पुलिस अधीक्षक निरीक्षण कर पुलिस कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश देते रहे।कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर जिले के रामपुर गंगा घाट, सीतामढ़ी गंगा घाट ,बेरोजपुर एवं भोगांव गंगा घाट पर भोर से ही लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई। गंगा स्नान के लिए प्रशासन द्वारा जगह-जगह वैरिकेटिंग कर वाहनों को रोका जा रहा था। श्रद्धालु 2 से 3 किलोमीटर पैदल यात्रा कर गंगा घाट पहुंचकर स्नान दान किया। जिले के विभिन्न गंगा घाटों पर लाखों लोगों ने गंगा का स्नान कर पुण्य के भागी बने। गंगा घाटों पर दुकानदारों द्वारा विभिन्न तरह की दुकान भी लगाया गया था। जहां पर गंगा स्नान के बाद लोगों ने जमकर खरीदारी की। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर महिला एवं पुलिस कांस्टेबल की भारी मात्रा में तैनाती की गई थी। क्षेत्राधिकार व अपर पुलिस अधीक्षक निरीक्षण कर तैनात पुलिस कर्मियों का आवश्यक दिशा निर्देश देते रहे। कार्तिक पूर्णिमा स्नान का महापर्व माना जाता है। जिसके लिए सुबह से गंगा स्नान के लिए घर से निकाल दिए थे।