युवाओं में निहित असीम संभावनाएं एवं नवोन्मेषी प्रकृति राष्ट्र को सशक्त बनाने के प्रथम साधन हैं - प्रो. परेश पाण्डेय
अंबेडकर नगर।
बाल दिवस के शुभ अवसर पर बाबा बरुआदास पीजी कॉलेज परुइय्या आश्रम में 14 नवंबर को आयोजित कार्यक्रम ने सभी का मन मोह लिया। इस कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया और सांस्कृतिक कार्यक्रमों तथा व्याख्यानों से माहौल को उत्साह से भर दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. परेश कुमार पाण्डेय ने किया उन्होंने कहा कि भारत को आधुनिक बनाने एवं तकनीक से जोड़ने में पंडित नेहरू के विशेष योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता ।
पण्डित जी का मानना था कि युवाओं में निहित असीम संभावनाएं एवं नवोन्मेषी प्रकृति राष्ट्र को सशक्त बनाने के प्रथम साधन हैं।
प्रोफेसर के.के.मिश्र ने बतलाया कि वर्तमान को कभी भी अतीत के उपकारों को नहीं भूलना चाहिए पंडित नेहरू का हमारे ऊपर एक बड़ा उपकार है ।डॉ.अंजु तेवतिया ने कहा कि आज बच्चों की प्रति आभार ज्ञापित करने का दिन है जिससे वह पूरे मानोग्योग से राष्ट्र के प्रति समर्पित रहे ।कार्यक्रम का कुशल संचालन डॉ. सत्य प्रकाश पांडेय ने किया और कहा कि अपने अंदर के बचपन को सदैव बचाए रखना चाहिए।
कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. रमेश कुमार ,मुख्य नियंता डॉ. कुलदीप सिंह, डॉ.सत्येंद्र यादव ,डा.सुधीर पांडेय ,डॉ.अमरनाथ जयसवाल ,डॉ राजित राम,विवेक शुक्ला ,डॉ. शंभू नाथ, आलोक यादव,वीरेन्द्र कुमार,गुंजन सिंह, प्रतिमा मौर्या, डा.शिवांगी सिंह, आदि का सहयोग रहा।
Nov 15 2024, 11:52