देवघर के एसपी को चुनाव आयोग द्वारा हटाए जाने से सीएम सोरेन खफा, कहा चुनाव आयोग दलित और आदिवासी विरोधी है
झारखंड डेस्क
चुनाव आयोग द्वारा देवघर के एसपी को चुनाव के दौरान हटाने को लेकर सीएम हेमंत सोरेन ने
चुनाव आयोग को निशाने पर लिया है.
उन्होंने बीजेपी पार्टी को दलित विरोधी कहा है। मालूम हो कि देवघर जिला के डीसी और एसपी पर लोकसभा चुनाव में और इस चुनाव में SP पर गाज गिरी है।
चुनाव आयोग के किस निर्णय से खफा है सीएम
जानकारी के अनुसार देवघर एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग को हटाये जाने का फैसला भारत निर्वाचन आयोग ने लिया. इस संबंध में आयोग ने राज्य सरकार को लेटर लिखकर तीन आइपीएस अधिकारियों का पैनल मांगा है. विधानसभा चुनाव प्रक्रिया के बीच अजीत पीटर डुंगडुंग को हटाए जाने के फैसले पर सीएम हेमंत सोरेन ने नाराजगी जाहिर की है.
सोशल मीडिया पर इसे साझा करते भाजपा को निशाने पर लिया है. कहा है कि दलित IAS अफ़सर को हटाया गया, लगातार परेशान किया गया. अब आदिवासी IPS अफ़सर को लगातार परेशान किया जा रहा है. भाजपा को घेरते हुए कहा कि उसे आख़िर दलितों, आदिवासियों से इतनी परेशानी क्यों है?
लोकसभा चुनाव में भी चुनाव आयोग ने देवघर के डीसी को हटाया था
देवघर के पूर्व डीसी रहे मंजूनाथ भजंत्री को भी आयोग की पहल पर पूर्व में वहां से हटाया गया था. यहां तक कि उनके देवघर के पूराने रिकॉर्ड को देखते ही अभी हाल ही में रांची डीसी के पद से भी हटाया गया और वरुण रंजन को डीसी बनाया गया. अब देवघर एसपी के मामले में भी ऐसा देखने को मिला है. सांसद निशिकांत दुबे की शिकायत पर लोकसभा चुनाव 2024 के ठीक पहले अजीत पीटर डुंगडुंग को देवघर से हटाया गया था.
हालांकि चुनाव संपन्न होते ही राज्य सरकार ने फिर से अजीत पीटर डुंगडुंग को देवघर का एसपी बना दिया था. पर अब विधानसभा चुनाव को देखते निर्वाचन आयोग ने उन्हें फिर से देवघर से हटाए जाने का फैसला लिया है.
Nov 01 2024, 11:53