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सेना नौकरी नहीं बल्कि जुनून के साथ है जज्बे का चयन, फ्लाइट लेफ्टिनेंट प्रणय भगत ने इंडियन एयर फोर्स में युवाओं को किया आह्वान
अम्बिकापुर-    सेना जॉब या नौकरी नहीं है, बल्कि यह जज्बा, उत्साह के साथ समर्पण भरी सेवा है, जिसे जुनून वाला ही चयन करे। यह बातें मंगलवार को श्री साई बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय में प्लेसमेंट सेल के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम के दौरान दिशा इंडियन एयर फोर्स के अभियान के तहत आये इंडियन एयर फोर्स के फ्लाइट लेफ्टिनेंट प्रणय भगत ने कही। उन्होंने कहा कि युवाओं तक पहुंचना हमारा लक्ष्य है। वायु सेना की वर्तमान और भविष्य की जरूरतों के प्रति अवगत कराया तथा वायु सेना में आने अवसर के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि वायु सेना रक्षा, युद्ध, आपदा और सेवा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। ब्रिटिश रायल फोर्स से वर्तमान भारतीय वायु सेना के इतिहास तथा युद्धों के बारे में बताया। इस दौरान महाद्यिालय के विद्यार्थियों के बीच संवाद हुआ। भारत-पाकिस्तान युद्ध, बांग्लादेश की आजादी, कारगिल युद्ध, आपरेशन सफेद सागर आदि के बारे में जानकारी दी गयी। उन्होंने इंडियन एयर फोर्स के चयन के सभी मापदंडों से अवगत कराया और आह्वान किया कि आप देश सेवा के एक बेहतरीन अवसर को चुनें।इससे पहले अतिथियों ने मां सरस्वती और श्री साई नाथ की तस्वीर पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
अतिथियों का स्वागत करते हुए प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने कहा कि इंडियन एयर फोर्स से जुड़े लोगों से मिलना गर्व की बात है। ये साथी देश सेवा के प्रति समर्पित लोग आपको वर्दी पहनाने आये हैं। डॉ. श्रीवास्तव ने जल सेना, थल सेना के साथ ही वायु सेना से जुड़ने का आह्वान किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए श्री साई शिरडी शिक्षण समिति के सचिव अजय कुमार इंगोले ने कहा कि सेना से जुड़ना अपने कॅरिअर को लाजवाब रूप देना है। उन्होंने कहा कि आप जितना आगे बढ़ते जायेंगे प्रतियोगिता और चुनौतियों को दौर उतना ही कठिन होता जायेगा। वर्तमान में रक्षा के क्षेत्र मेंं छत्तीसगढ़ और सरगुजा की भागीदारी अभी कम है, इसे बढ़ाना होगा। कार्यक्रम के दौरान भारतीय वायु सेना की सुसज्जित बस में स्लाइड शो दिखाया गया। सेना के शौर्य और पराक्रम को देख कर विद्यार्थी रोमांचित हुए। कार्यक्रम के दौरान पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती मनायी गयी। उनकी तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान पॉवर प्वाईंट प्रजेटेंशन के माध्यम से एअर फोर्स के फाइटर जेट, हेलीकाप्टर और मालवाहक को दिखाया गया। विद्यार्थियों के सही जवाब देने पर उन्हें पुरस्कृत किया गया। विद्यार्थियों को इंडियन एअर फोर्स का आकर्षक पोस्टर प्रदान किया गया।
फ्लाइट लेफ्टिनेंट प्रणय भगत और फ्लाइट लेफ्टिनेंट श्रेयस को स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन सहायक प्राध्यापक पल्लवी द्विवेदी और देवेन्द्र दास सोनवानी ने किया। प्लेसमेंट सेल के प्रभारी डॉ. विवेक गुप्ता ने आभार प्रकट किया।
कार्यक्रम के दौरान दीपक कुमार, आईक्यूएसी प्रभारी डॉ. आर. शर्मा, शिक्षा विभाग के अध्यक्ष डॉ. दिनेश शाक्य, फिजीकल साईंस विभाग के अध्यक्ष शैलेष देवांगन, लाइफ साईंस विभाग के अध्यक्ष अरविन्द तिवारी, वाणिज्य एवं प्रबंध विभाग के अध्यक्ष राकेश कुमार सेन तथा सभी प्राध्यापक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।
जल संसाधन विभाग में बड़े पैमाने पर तबादला, देखें लिस्ट…

रायपुर-   राज्य सरकार ने जल संसाधन विभाग में बड़े पैमाने पर तबादला किया है. कई जिलों के एई, ईई एवं सब इंजीनियरों को इधर से उधर किया गया है. जल संसाधन विभाग ने इसका आदेश और नामों की दो लिस्ट जारी की है, जिनमे से एक में 14 और दूसरी लिस्ट में 13 नाम शामिल है.

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दूसरी लिस्ट –

शिक्षकों की कमी और जर्जर भवन को लेकर धरने पर बैठे बच्चे, स्कूल में ताला जड़कर कर रहे नारेबाजी

बालोद-   प्राथमिक शाला और हाई स्कूल में शिक्षकों की कमी दूर करने और जर्जर स्कूल भवन की मरम्मत की मांग को लेकर स्कूली बच्चे स्कूल में तालाबंदी कर धरने पर बैठे हैं. बच्चों के साथ पालक भी स्कूल के सामने धरने पर बैठे हैं और नारेबाजी कर रहे. यह मामला बालोद ब्लाॅक के पीपरछेड़ी गांव का है.

मामले की जानकारी मिलते ही आला अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं और बच्चों व उनके परिजनों को मनाने की कोशिश कर रहे. स्कूली बच्चे और पालक अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं.

महाराष्ट्र चुनाव : AICC ने की पर्यवेक्षकों की नियुक्ति, भूपेश बघेल और सिंहदेव को मिली जिम्मेदारी, देखें लिस्ट…

रायपुर-   महाराष्ट्र चुनाव के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है. छत्तीसगढ़ से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव को वरिष्ठ पर्यवेक्षक बनाए गए हैं. बघेल को विदर्भ रीजन और सिंहदेव को पश्चिमी महाराष्ट्र की जिम्मेदारी दी गई है.

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सूरजपुर हत्याकांड का मुख्य आरोपी कुलदीप साहू गिरफ्तार, पुलिस कर रही पूछताछ
सूरजपुर-    सूरजपुर हत्याकांड से जुड़ा बड़ा अपडेट सामने आया है. प्रधान आरक्षक की पत्नी और बेटी की बेरहमी से हत्या करने वाले आरोपी कुलदीप साहू को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. सूरजपुर पुलिस की टीम ने आरोपी को झारखंड से आ रही यात्री बस से गिरफ्तार किया है. पुलिस कर्मी को घायल और दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गया था.

मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस ने आरोपी कुलदीप को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है कि आरोपी झारखंड की ओर से आ रही यात्री बस में सफर कर रहा था. आरोपी के यात्रा करने की खबर मिलते ही पुलिस ने घेराबंदी कर आरोपी को बस से गिरफ्तार किया और बस में ही बलरामपुर सायबर सेल लेकर पहुंची है. जहां पुलिस के आलाधिकारी उससे पूछताछ कर रहे हैं. पुलिस जल्द ही सूरजपुर हत्याकांड से जुड़े मामले का खुलासा करेगी.

बता दें कि रविवार को सूरजपुर के चौपाटी में एक पुलिसकर्मी से कुलदीप साहू ने बहस किया. यह कहकर कि ‘तुम्हारी पुलिस मेरे जीना हराम कर रखी है’. जिसपर आरक्षक ने कहा ‘मैं तो एक आरक्षक हूं, वरिष्ठ अधिकारी जो कर रहे होंगे, मुझे क्या पता’ तो उसने होटल में कढ़ाई में रखा खौलते हुआ तेल फेंक दिया. इसमें आरक्षक पूरी तरह से जल गया. इसके बाद उसे इलाज के लिए अंबिकापुर रेफर किया गया।

मामले की जानकारी के बाद कुलदीप के खिलाफ अपराध दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की गई. इस दौरान अंधेरे में वह एक कर में बैठा हुआ था इस दौरान उसने पैदल खोजबीन कर रहे पुलिस वालों पर गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया.

इसी बीच शहर से बाहर महगंवा स्थित प्रधान आरक्षक तालिब शेख के किराए के मकान का दरवाजा तोड़कर अंदर घुसा तभी तालिब शेख की पत्नी ने अपने पति को कॉल किया. लेकिन बात नहीं हो पाई. उसके बाद तालिब शेख ने भी अपनी पत्नी से कांटेक्ट करने की कोशिश की लेकिन बात नहीं हो पाई. जिसके बाद प्रधान आरक्षक को अंदेशा हुआ और घर पहुंचा. जहां प्रधान आरक्षक शेख ने देखा कि घर में खून फैला हुआ था, बीवी और बच्ची घर पर नहीं थे. वहीं घर के बाहर चाकू मिला और काफी सरगर्मी से तलाश शुरू की गई तो पत्नी और बेटी की लाश शहर से करीब 5 किलोमीटर दूर मिली.

बारनवापारा अभ्यारण्य में 21 से 23 अक्टूबर को बटरफ्लाई मीट का होगा आयोजन, तितलियों को जानने और पहचानने का मिलेगा मौका

रायपुर-     वन विभाग एवं बारनवापारा अभ्यारण्य के संयुक्त तत्वाधान में 21 से 23 अक्टूबर 2024 को अभ्यारण्य में बटरफ्लाई मीट का आयोजन किया जाएगा। जिसके माध्यम को प्रकृति प्रेमियों को तितलियों को करीब से जानने और पहचानने का मौका मिलेगा। साथ ही विषय विशेषज्ञों द्वारा तितलियों के पर्यावास एवं उनके महत्त्व के संबध में महत्वपूर्ण जानकारियां प्रतिभागियों के साथ साझा की जाएंगी। उक्त आयोजन की तीसरी कड़ी है। इसके पूर्व 2022 एवं 2023 में यह आयोजन किया गया था। विभाग द्वारा बटरफ्लाई मीट की तैयारी पूरी कर ली गई है। आयोजन में भाग लेने एवं जानकारी प्राप्त करने के लिए क्यू आर कोड भी जनरेट किया गया है जिसके माध्यम से आसानी से पंजीयन कराया जा सकता है। मीट में प्रतिभागी स्टूडेंट के 15 सौ रूपये एवं अन्य व्यक्तियों के लिए 2 हजार रूपये पंजीयन शुल्क रखा गया है। इसके साथ ही भाग लेने के लिए 18 वर्ष से 60 वर्ष की आयु निर्धारित की गई है।

गौरतलब है कि बारनवापारा अभ्यारण्य में 150 प्रजाति के तितली एवं मोथ पायी जाती हैं। जिसमे से वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की शेड्यूल वन की क्रिमसन रोज (पैचीलौप्टा हेक्टर) डनाइड इगली (हाइपो सिलिमस मिसीपस) शेड्यूल दो की सिपोरा निरिसा,होगारा एनेक्स, यूक्रीशॉप्स सीनेजस, जेनेलिया लेपीडिया रपेला वरुणा,लैंपिडर्स बोइहन, तजुना शिप्स आदि पाई जाती है। शेड्यूल छह के भी बहुत से प्रजातियां पाई जाती हैं। विगत तीन वर्षों से बारनवापारा अभ्यारण्य में 14-16 हाथियों का दल निवास कर रहा है। साथ ही साथ विगत 8 माह से एक बाघ लगातार अभ्यारण्य में विचरण कर रहा है। बारनवापारा नाम बार और नवापारा गाँव से मिलकर बना है। बारनवापारा अभ्यारण्य अपनी स्थापना के बाद से ही देश के हर हिस्से से पर्यटकों को आकर्षित करता रहा है। बारनवापारा वन्यजीव अभ्यारण्य छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार भाटापारा जिले में स्थित है। अभ्यारण्य का कुल क्षेत्रफल 244.66 वर्ग किमी है। अभ्यारण्य की स्थलाकृति समतल और लहरदार इलाका है। ऊँचाई 640 मीटर समुद्र तल तक है। बालमदेही,जोंक और महानदी नदियाँ अभयारण्य की जीवन रेखा हैं जो अभयारण्य की जल कमी को पूरा करने के लिए अभयारण्य के साथ बहती हैं। वार्षिक वर्षा 1200 मिमी है इस अभ्यारण्य में सागौन, साल और मिश्रित वन की मुख्य वनस्पति है। पारिस्थितिकी तंत्र को बनाए रखने के लिए इसमें शिकार और शिकारियों का अच्छा घनत्व है। अभ्यारण्य के अंदर स्थित बलार जलाशय में कई आर्द्रभूमि पक्षी और मछलियाँ पाई जाती हैं। यह अभ्यारण्य लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए इकोटूरिज्म को बढ़ावा देता है।

बारनवापारा तक पहुँचने के लिए रायपुर से सड़क मार्ग से दो घंटे का सफर करना पड़ता है। यह रायपुर से NH53 पर 78वें किलोमीटर पर 106 किलोमीटर दूर है। पटेवा एक छोटा शहर है जहाँ बारनवापारा से 28 किलोमीटर की दूरी पर मौसम अनुकूल सड़क पर गाड़ी चलाकर पहुँचा जा सकता है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को 27 वें अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता में शामिल होने का मिला निमंत्रण

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव को राजधानी रायपुर में 16 से 19 अक्टूबर तक आयोजित 27वें अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता में शामिल होने का आमंत्रण मिला है। श्री साय से आज यहाँ उनके निवास कार्यालय में वन मंत्री केदार कश्यप के नेतृत्व में वन विभाग के अधिकारियों ने भेंटकर उन्हें शुभारंभ कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने अधिकारियों को सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता की मेजबानी करना छत्तीसगढ़ के लिए गर्व की बात है। इस मौके पर अधिकारियों ने उन्हें स्पोर्ट्स किट भी भेंट किया।

इस अवसर पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख व्ही. श्रीनिवास राव, एडिशनल पीसीसीएफ सुनील मिश्रा, एडिशनल पीसीसीएफ अरूण पाण्डेय, एडिशनल पीसीसीएफ संजीता गुप्ता, मुख्य वन संरक्षक शालिनी रैना, सीसीएफ राजू अगासिमनी भी उपस्थित थे।

प्रतियोगिता की नोडल अधिकारी शालिनी रैना (मुख्य वन संरक्षक मानव संसाधन व आईटी) ने बताया कि यह एक वृहद व प्रतिष्ठित आयोजन है जो वनों की सुरक्षा व वन्य प्राणियों के संरक्षण को लेकर समर्पित है, जिसमें देशभर के अनेक प्रतिभागी शामिल होने वाले हैं। उन्होंने बताया कि राजधानी के 27वें अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता में देशभर से करीब 3 हजार से अधिक प्रतिभागी शामिल होंगे। वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी इस पांच दिवसीय प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए सतत प्रयासरत है।

गौरतलब है कि राजधानी रायपुर में 16 से 20 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता का उद्घाटन राजधानी के कोटा स्थित स्टेडियम में होगा। कार्यक्रम में भारतीय टी-20 क्रिकेट टीम के कप्तान और युवाओं में स्काई के नाम मशहूर क्रिकेटर सूर्य कुमार यादव शामिल होंगे। साथ ही आयोजन के समापन समारोह में ओलंपिक पदक विजेता मनु भाकर भी शामिल होंगी। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भी वीडियो जारी कर प्रतियोगिता में भाग लेने वाले देशभर के वन सेवा के अधिकारी व कर्मचारियों को बधाई देते हुए आयोजक वन विभाग, छत्तीसगढ़ शासन को शुभकामनाएं प्रेषित की है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बस्तर दसराहा पसरा के विकास कार्य का किया लोकार्पण

जगदलपुर-      मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज बस्तर जिले के एक दिवसीय प्रवास के दौरान 2 करोड़ 99 लाख 78 हजार से अधिक की लागत के बस्तर दसराहा पसरा के विकास कार्य का लोकार्पण किया। यहां दंतेश्वरी मंदिर के समीप स्थित पुराने तहसील कार्यालय का जीर्णोद्धार कर बस्तर दशहरा के लिए समर्पित किया गया है। इसका नाम बस्तर दसराहा पसरा (बस्तर दशहरा हेतु स्थल) दिया गया है।

मुख्यमंत्री ने पसरा में बस्तर दशहरा के विभिन्न रस्मों की फोटो प्रदर्शनी, प्रतीकात्मक रथ, देवी देवताओं के प्रतिकों अवलोकन कर उनकी सराहना की। उन्होंने प्रतीकात्मक रथ के समीप फोटो भी खिंचवाई।

दसराहा पसरा में 75 दिवसीय दशहरा उत्सव में होने वाले मुख्य विधि विधान जिनमें पाट जात्रा, डेरी गढ़ाई, काछन गादी, रैला देवी पूजा, जोगी बिठाई, रथ परिक्रमा, बेल पूजा, निशा जात्रा, मावली परघाव, भीतर रैनी-बाहर रैनी काछन जात्रा, कुटुम्ब जात्रा एवं डोली विदाई की जीवन्त प्रतिकृति स्थापित कर जन सामान्य एवं पर्यटकों को सुलभ जानकारी देने का प्रयास किया गया है।

प्रसिद्ध बस्तर दशहरा पर्व छत्तीसगढ़ की अनुठी सांस्कृतिक विशेषतापूर्ण एवं बस्तर के जन-जातियों की आराध्य देवी दन्तेश्वरी तथा स्थानीय देवी-देवताओं की पूजा विधान के रूप में मनाया जाता है। तहसील कार्यालय में पहले से चली आ रही परंपरा अनुसार दशहरा पर्व में शामिल होने वाले क्षेत्र के सभी देवी देवता, आंगादेव, देवी की छत्र की उपस्थिति का दर्ज इसी स्थल पर किया जाता रहा है। इसलिए प्रशासन द्वारा तहसील कार्यालय को अन्य स्थल पर स्थांनातरित कर पुराने तहसील कार्यालय को दसराहा पसरा के लिए चिन्हांकित कर दिया गया है।

इस अवसर पर वनमंत्री केदार कश्यप, सांसद महेश कश्यप, कांकेर सांसद भोजराज नाग, विधायक किरण देव, कोंडागाँव विधायक लता उसेंडी, चित्रकोट विधायक विनायक गोयल, दंतेवाड़ा विधायक चैतराम अटामी, महापौर सफिरा साहू, साथ ही पूर्व सांसद और विधायक, पार्षदगण एवं अन्य गणमान्य जनप्रतिनिधि, कमिश्नर डोमन सिंह, आईजी सुंदरराज पी., कलेक्टर हरिस एस, पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा सहित अन्य गणमान्य जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मां दंतेश्वरी की पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की खुशहाली की कामना की

रायपुर-       मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपने एक दिवसीय बस्तर प्रवास के दौरान जगदलपुर राजवाड़ा परिसर स्थित मंदिर में मां दंतेश्वरी के दर्शन और पूजा-अर्चना कर प्रदेश वासियों की सुख-समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की।

मुख्यमंत्री श्री साय के साथ इस मौके पर बस्तर दशहरा के माटीपुजारी कमल चंद, वन मंत्री केदार कश्यप, सांसद महेश कश्यप, कांकेर सांसद भोजराज नाग, विधायक किरण देव, कोंडागाँव विधायक लता उसेंडी, चित्रकोट विधायक विनायक गोयल, दंतेवाड़ा विधायक चैतराम अटामी, महापौर सफिरा साहू ने भी मां दन्तेश्वरी की पूजा-अर्चना की।

राजस्व अधिकारियों की मुराद पूरी, बिना विभागीय अनुमति के अब नहीं होगी एफआईआर…

रायपुर-   राजस्व अधिकारियों की मन की मुराद पूरी हो गई है. अब बिना विभागीय अनुमति के उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं होगी. छत्तीसगढ़ कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ इस संबंध में लंबे समय से मांग करता रहा है, जिस पर कार्रवाई करते हुए राजस्व विभाग ने तमाम संभागायुक्तों और कलेक्टरों को पत्र जारी कर न्यायिक अधिकारी संरक्षण अधिनियम, 1850 और न्यायाधीश (संरक्षण) अधिनियम, 1985 के तहत राजस्व अधिकारियों को संरक्षण प्राप्त होने की बात कही है.

राजस्व विभाग के सचिव अविनाश चम्पावत की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि न्यायालयीन प्रकरणों के निराकरण उपरांत असंतुष्ट पक्षकारों द्वारा विधिवत अपील की कार्यवाही न कर सीधे पीठासीन अधिकारी के विरूद्ध पुलिस में शिकायत दर्ज कराई जा रही है, और पुलिस भी प्राथमिकी दर्ज कर पीठासीन अधिकारी को नोटिस दे रही है. इस प्रकार न्यायाधीश (संरक्षण) अधिनियम, 1985 के प्रावधानों के अंतर्गत राजस्व न्यायालय के पीठासीन अधिकारियों को संरक्षण प्राप्त नहीं हो पा रहा है.

इसके साथ असंतुष्ट पक्षकारों के पीठासीन अधिकारी के विरूद्ध सीधे सिविल न्यायालय में वाद दायर कर दिया जा रहा है, और सिविल न्यायाधीश स्पष्ट दिशा-निर्देशों के अभाव में पुलिस को प्राप्त शिकायत की जांच के लिए भेज रहे हैं, और पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज की जा रही है.

सचिव ने अधिनियमों का हवाला देते हुए बताया कि न्यायायिक अधिकारियों की सद्भावना में किए गए न्यायालय के कार्य अथवा पारित आदेशों के विरूद्ध सिविल न्यायालय में मुकदमा चलाए जाने के संबंध में संरक्षण प्राप्त है. इस अधिनियम के अंतर्गत कोई भी व्यक्ति जो न्यायालय के रूप में काम करता है, उसे उपरोक्तानुसार संरक्षण प्राप्त है. इस अधिनियम के अंतर्गत दिया गया संरक्षण इसी सिद्धांत पर दिया गया है कि जो व्यक्ति न्यायालय के रूप में कार्य करता है उसके कर्तव्यों के प्रभावी निष्पादन के लिए अत्यंत आवश्यक है कि वह व्यक्ति बिना किसी भय के कार्य कर सके.

संघ ने सचिव का जताया आभार

कनिष्क प्रशासनिक सेवा संघ के प्रदेश अध्यक्ष नीलमणि दुबे ने कहा कि हम विभागीय सचिव अविनाश चंपावत का आभार अभाव व्यक्त करते हैं कि उन्होंने हमारी पीड़ा को समझा है. हमने इस मांग को पिछले दिनों प्रमुखता से उठाया था.