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सूर्यवंशी-चंद्रवंशी के आपसी प्रेम-स्नेह के बीच कमलवंशी सियासी दरार पैदा कर रहे: अखिलेश यादव
लखनऊ/वाराणसी। नाटीइमली के ऐतिहासिक भरत मिलाप में भीड़ के धक्कामुक्की और दबाव को रोकने के लिए पुलिस के लाठी भांजने पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर इसकी निंदा की है। लाठीचार्ज का वीडियो शेयर कर अखिलेश यादव ने लिखा कि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में सामाजिक सौहार्द की परंपरा को खंडित करने का प्रयास भाजपा सरकार की संकीर्ण राजनीति का प्रतीक है।

यहाँ मची भगदड़ भाजपाइयों की बदइंतज़ामी का प्रमाण है, जो नहीं चाहते हैं कि भाईचारे के ऐसे आयोजन सफल हों। बनारस के ‘नाटी इमली के भरत मिलाप’ की 480 साल से चली आ रही परंपरा में यदुकुल के कंधे पर ही रघुकुल का मिलन होता आ रहा है। सूर्यवंशी-चंद्रवंशी के आपसी प्रेम-स्नेह के बीच कमलवंशी लाेग सियासी दरार पैदा कर रहे हैं। गोरखधंधे में व्यस्त उप्र की भाजपा सरकार जहाँ बैरिकेडिंग की जानी चाहिए ,वहाँ तो नहीं करती है, और जहाँ नहीं की जानी चाहिए, वहाँ करती है। कहाँ करती है, यह बताने की ज़रूरत नहीं, जनता बहुत समझदार है।
बहराइच घटना के दोषियों को मिलेगी सख्त सजा : केशव प्रसाद मौर्य
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बहराइच की घटना पर कहा कि प्रदेश की शांति और सौहार्द्र बिगाड़ने की कोई भी साजिश सफल नहीं होगी। दंगाइयों को संरक्षण देने वाले एक बार फिर सक्रिय हो रहे हैं लेकिन हमें सतर्क और सजग रहना होगा।

केशव प्रसाद मौर्य ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर सोमवार को लिखा कि प्रदेश के उज्ज्वल भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। दोषियों को क़ानून के दायरे में लाकर सख्त सजा दी जाएगी। पीड़ितों को पूरा न्याय मिलेगा। उन्होंने सभी नागरिकों से शांति और धैर्य बनाए रखने की अपील भी की।
बहराइच में हिंसा, आगजनी व तोड़फोड़, इंटरनेट बंद,घटना का शासन ने लिया संज्ञान, लखनऊ से भेजे गए अधिकारी
लखनऊ/बहराइच। बहराइच में दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान हुए बवाल ने बड़ा रूप ले लिया है। सोमवार सुबह एक बार फिर से बहराइच में आगजनी और तोड़फोड़ की गई। कई दुकानों और घरों में तोड़फोड़ की गई। बाइक के शोरूम और एक अस्पताल में आग लगा दी गई है। वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया है। दवाइयों को जला दिया गया है। बवाल को देखते हुए सीएम योगी के निर्देश पर गृह विभाग के सचिव संजीव गुप्ता और अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) अमिताभ यश बहराइच जनपद पहुंचे हैं। इस मामले में अभी तक कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 30 लोगों को हिरासत में लिया है।

इंटनरेट की सेवा भी बाधित है। विधायक और परिवार के आश्वासन पर परिजन शव का अंतिम संस्कार करने को राजी हो गये हैं।जनपद में रविवार को मूर्ति विसर्जन को लेकर दो समुदायों के बीच पथराव, आगजनी और फायरिंग हुई थी। इस घटना में एक युवक की मृत्यु हो गई और कई लोग घायल हुए थे। घटना के बाद मृतक के परिवार और आक्रोशित ग्रामीणों ने जमकर बवाल किया। पुलिस प्रशासन ने पीएसी के साथ मोर्चा को संभाला। आक्रोशित भीड़ को शांत कराने के लिए लाठीचार्ज का भी प्रयोग किया गया।

सोमवार को परिजन शव के अंतिम संस्कार के लिए राजी नहीं थे। बड़ी संख्या में परिजन व लोग हाथों में डंडा लिये हुए आरोपितों की गिरफ्तारी, उनका एनकाउंटर और घर की कुर्की जैसी कई मांगें कर रहे थे। प्रशासन उन्हें मनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा था लेकिन वो लोग मनाने को तैयार ही नहीं थे। गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए आसपास के जिलों से पुलिस और पीएसी बल को बुलाया गया। इंटरनेट सेवा को भी अगले आदेश तक के लिए रोक दिया गया है। स्थानीय विधायक के आश्वासन पर अब परिजन अंतिम संस्कार के लिए राजी हो गये हैं लेकिन इलाके का माहाैल तनावपूर्ण हैं। पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने बताया कि इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री स्वयं नजर बनाए हुए हैं। जनपद के वरिष्ठ अधिकारियों को भेजा गया है। उपद्रव करने वालों को चिह्नित करके पुलिस गिरफ्तारी कर रही है। माहौल बिगाड़ने वालों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। सुरक्षा की दृष्टि से क्षेत्र में भारी फोर्स तैनात कर दी गई है।
बहराइच में आस्था पर हमला करने वाले एक भी दोषी और आराेपित बचेंगे नहीं : मनीष शुक्ला

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बहराइच जनपद में मूर्ति विसर्जन के दौरान समुदाय विशेष के लोगों द्वारा पथराव और हिंसा फैलाने वाले उपद्रवियों से सख्ती से निपटा जाएगा। उन्होंने एक श्रद्धालु की हत्या कर दी। प्रदेश की योगी सरकार आस्था पर हमला करने वालों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए हैं। बहुसंख्यकों की आस्था पर हमला करने वाले कतई नहीं बक्शे जाएंगे। यह बात सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने बहराइच में हिंसा फैलाने वालों को लेकर कही।

मनीष शुक्ला ने कहा कि दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान कुछ उपद्रवियों ने हमला करके एक श्रद्धालु की हत्या कर दी। उपद्रवियों के हमले में कई लोगों के घायल होने की भी सूचना है। उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। मुख्य आरोपित सलमान सहित कई लोगों पर मुकदमें दर्ज किए गए हैं। 25 से अधिक लोगों को चिन्हित कर पूछताछ की जा रही है। लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मियों को निलम्बित कर दिया गया है। पूरे प्रकरण में जो भी लोग शामिल हैं, उन्हें कतई बक्शा नहीं जाएगा। जिन लोगों ने बहुसंख्यकों की आस्था पर हमला किया है। शांति पूर्वक जुलूस में हमला किया है, ऐसे लोगों को चिन्हित किया जा रहा है। एक भी दोषी और एक भी आरोपित बचेगा नहीं।
योगी सरकार ने बाढ़ से क्षतिग्रस्त फसलों के मुआवजे में अन्नदाताओं को अब तक दिये करीब 164 करोड़
लखनऊ। योगी सरकार अन्नदाता किसानों की आय में वृद्धि के लिए प्रतिबद्ध है तो वहीं, उन्हें होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए भी तत्पर रहती है। इसी क्रम में योगी सरकार ने प्रदेश में बाढ़ की वजह से फसलों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए इस मानसून में अब तक 163.151 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया है। योगी सरकार ने प्रदेश के बाढ़ से प्रभावित रहे 34 जिलों के 3,12,866 किसानों को मुआवजा जारी किया है। सर्वाधिक मुआवजा लखीमपुर खीरी के किसानों को दिया गया है। यहां के 1.10 लाख से अधिक किसानों को 70 करोड़ से अधिक रुपये का मुआवजा दिया गया है।

सबसे अधिक लखीमपुर खीरी में दिया गया 70.88 करोड़ का मुआवजा

राहत आयुक्त भानु चंद्र गोस्वामी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश के बाढ़ ग्रस्त इलाकों में क्षतिग्रस्त फसलों का सर्वे कराया गया ताकि अन्नदाताओं को समय से मुआवजा का भुगतान किया जा सके। उन्हाेंने बताया कि नेपाल और पहाड़ी क्षेत्रों से छोड़े गये पानी से प्रदेश के 34 जिलों की 110989.26 हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई थी। बता दें कि बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि और बाढ़ से क्षतिग्रस्त 33 प्रतिशत से अधिक फसल के नुकसान पर सरकार की ओर से मुआवजा दिया जाता है।

राहत आयुक्त ने बताया कि बाढ़ से 3,71,370 किसानों की फसल प्रभावित हुई। इसके सापेक्ष अब तक 3,12,866 किसानों को 163.151 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जा चुका है। इसमें सबसे अधिक लखीमपुर खीरी के 1,10,990 किसानों की फसल बाढ़ से प्रभावित हुई। इसके सापेक्ष अब तक 1,10,105 किसानों को 70.88 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है। इसी तरह ललितपुर के 81,839 किसानों की फसल बाढ़ से प्रभावित हुई। इसके सापेक्ष अब तक 54,462 किसानों को 21.9 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है। वहीं सिद्धार्थनगर के 30,144 किसानों की फसल बाढ़ से प्रभावित हुई। इसके सापेक्ष 29,261 किसानों को 15.41 करोड़ का मुआवजा दिया जा चुका है।

प्रदेश के यह जिले बाढ़ से रहे प्रभावित

सीएम योगी के निर्देश पर बाढ़ से प्रभावित अन्नदाताओं को क्षतिग्रस्त फसलों का मुआवजा ससमय दिया गया है। इनमें अंबेडकरनगर, औरैया, अयोध्या, आजमगढ़, बदायूं, बहराइच, बलिया, बलरामपुर, बांदा, बाराबंकी, बस्ती, बुलंदशहर, फर्रुखाबाद, गोंडा, गोरखपुर, हमीरपुर, हरदोई, हाथरस, जालौन, झांसी, कानपुर देहात, कुशीनगर, मऊ, मीरजापुर, पीलीभीत, रामपुर, सहारनपुर, शाहजहांपुर, श्रावस्ती, सीतापुर और वाराणसी आदि जिले शामिल हैं। इन जिलों के बाढ़ प्रभावित 98 प्रतिशत अन्नदाताओं को अब तक क्षतिग्रस्त फसलों को मुआवजा दिया जा चुका है। शेष दो प्रतिशत अन्नदाताओं को मुआवजा देने की कार्यवाही चल रही है।
बहराइच के महसी में माहौल बिगाड़ने वाले बचेंगे नहीं : सीएम योगी

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहराइच के महसी में माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का आदेश दिया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि उपद्रवियों की पहचान कर उनके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित करें।

मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि प्रतिमा विसर्जन का कार्य बिना किसी रुकावट के जारी रहना चाहिए और धार्मिक संगठनों से संवाद कर समय पर प्रतिमा विसर्जन कराया जाए। उन्होंने जनता को सुरक्षा की गारंटी देते हुए प्रशासन व पुलिस अधिकारियों को घटनास्थल पर मौजदूगी सुनिश्चित करने के आदेश दिए हैं।मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जिनकी लापरवाही से इस प्रकार की घटना घटित हुई, उनकी पहचान की जाए और उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए।

उल्लेखनीय है कि बहराइच के महाराजगंज बाजार में कुछ लोगों द्वारा मूर्ति विसर्जन के दौरान पत्थरबाजी करने पर दो समुदायों के लोग आमने सामने आ गए थे। गुस्साई भीड़ ने बाजार में तोड़फोड़ की। घटना के बाद मौके पर भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।
चलती ट्रेन से युवती को अगवाकर सामूहिक दुष्कर्म
लखनऊ। उत्तरप्रदेश के इटावा जनपद में चलती ट्रेन में छेड़खानी का विरोध करने युवती को बेहोश कर अगवा करने के बाद गैंगरेप की वारदात सामने आई है। युवती के साथ हैवानियत की वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी युवक युवती को कार से नेशनल हाइवे पर फेंककर फरार हो गए। बेसुध हालत में घरवालों के संपर्क में आई युवती के बताने पर परिजनों की तहरीर के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्यवाही में जुट गई है।

पीड़ित युवती ने बताया कि गत शनिवार को वह मध्यप्रदेश के सोनी स्टेशन से कोटा एक्सप्रेस से इटावा के लिए बैठी थी तभी ट्रेन की बोगी में पहले से बैठे एक युवक ने अपने मोबाइल फोन से युवती का वीडियो बनाना और फोटो खींचना शुरू कर दिया जिसका युवती द्वारा विरोध किया गया। इस दौरान युवती ने अपने मोबाइल फोन से एक आरोपी की तस्वीर भी खींच ली और दूसरी बोगी में जाकर बैठ गई लेकिन युवक उसके पीछे दूसरी बोगी में आ गए और उन्होंने कोई नशीला पदार्थ सुंघाकर उसे बेहोश कर दिया। होश में आने के बाद युवती ने अपने आपको एक बंद कमरे में पाया था जिसमें तीन से चार युवक मौजूद थे और सभी युवकों ने उसके साथ बारी-बारी दुष्कर्म किया। फिर उसके बाद उसे कार में डालकर थाना बकेवर क्षेत्र के अंतर्गत नेशनल हाइवे के पास उझियानी के पास फेंककर चले गए, जिसके बाद एक महिला की मदद से वह अपने परिजनों के संपर्क में आई। घटना की जानकारी उसने अपने परिजनों को दी है।

अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सतपाल सिंह ने बताया कि बीते शनिवार के एक युवती के साथ ट्रेन से अगवाकर दुष्कर्म करने की घटना संज्ञान में आई है जिसके बाद पुलिस ने पीड़िता के परिजन की तहरीर के आधार पर जीरो एफआईआर लिखकर मामले की विवेचना के लिए राजकीय रेलवे पुलिस इटावा के लिए स्थानांतरित कर दिया है। मामले में विधिक कार्यवाही राजकीय रेलवे पुलिस द्वारा की जा रही है।

थाना प्रभारी निरीक्षक राजकीय रेलवे पुलिस इटावा शैलेश निगम ने बताया कि थाना बकेवर में पंजीकृत जीरो एफआईआर को विवेचना के लिए थाना जीआरपी पर स्थानांतरित किया गया है। पीड़िता का चिकित्सीय परीक्षण करवाने के बाद आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है।
बागपत ईस्टर्न पेरिफेरिल हाईवे पर सड़क हादसा, तीन की मौत,सीएम ने लिया संज्ञान
लखनऊ। गाजियाबाद से हरियाणा की ओर जा रहे दो ट्रक ईस्टर्न पेरिफेरल पर रविवार की सुबह आपस में टकरा गये। सूचना पर स्थानीय पुलिस ने सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां तीन लोगों को मृत घोषित कर दिया गया है। जबकि की एक की हालत गंभीर है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद में हुए सड़क हादसे का संज्ञान लेते हुए मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।

सीएम ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की

मुख्यमंत्री ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।

पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेजा

चांदीनगर थाना क्षेत्र के लहचौड़ा गांव के पास ईस्टर्न पेरिफेरल एक्प्रेसवे पर रविवार की सुबह पांच बजे दो गाड़ियां टकरा गईं। हादसे की जानकारी पर कुछ लोगों ने जाकर देखा तो तीन लोगों के शव पड़े थे। सूचना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सभी शव को कब्जे में लेकर घायल को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।मृतकों की पहचान गाजियाबाद के डासना के पास देहरा गांव निवासी अखिल, नन्हे, राजा हैं। एक घायल का इलाज चल रहा है। पुलिस ने घटना की जानकारी मृतकों की परिवार को देते हुए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।

लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर भीषण हादसा

इटावा जिले के ताखा कस्बे में लखनऊ से दिल्ली जा रही तेज रफ्तार कार शनिवार रात लगभग सवा दस बजे ट्रक में जा घुसी। हादसे में दो विदेशी युवतियों समेत तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं, दो विदेशी घायल हो गए। दोनों को आयुर्विज्ञान विवि में भर्ती कराया गया है।हादसा लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवेके किलामीटर संख्या 125 पर हुआ है। जानकारी के अनुसार, शनिवार रात लगभग सवा 10 बजे लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर लखनऊ से दिल्ली की ओर जा रही तेज रफ्तार कार ट्रक में जा घुसी।सूचना पर एसडीएम सदर विक्रम राघव, एसडीएम ताखा श्वेता मिश्रा, एसओ ऊसराहार मंसूर अहमद और यूपीडा के सुरक्षा अधिकारी मनोहर सिंह मौके पर पहुंच गए। हादसे में घायल सभी लोगों को आयुर्विज्ञान विवि पहुंचाया गया।

हादसे में दो विदेशी युवतियों समेत तीन की मौत

इस बीच रास्ते में चालक संजीव कुमार (40) निवासी निवासी तुगलकाबाद एक्सटेंशन, थाना गोविंदपुरी दिल्ली, नाज (30) निवासी जंगपुरा लाजपत नगर थाना लाजपत नगर, दिल्ली मूल निवासी अफगानिस्तान, कैटरीना (22) निवासी निवासी रूस हाल पता दिल्ली की मौत हो गई।दो घायलों का चल रहा है इलाज वहीं, नाज की बहन क्रिशटीन (20) और आतिफा (27) निवासी निवासी जंगपुरा लाजपत नगर थाना लाजपत नगर दिल्ली मूल निवासी अफगानिस्तान गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। क्षतिग्रस्त गाड़ी को क्रेन की मदद से चौकी कुदरैल भेजा गया है।
मुंबई में हुए बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में यूपी के दो शूटरों का नाम सामने आ रहा,दोनों बहराच के रहने वाले
लखनऊ। मुंबई में हुए बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में यूपी के दो शूटरों का नाम सामने आ रहा है। इस घटना में शामिल धर्मराज कश्यप और शिव कुमार उर्फ शिवा गौतम दोनों कैसरगंज कोतवाली के गंडारा गांव के रहने वाले थे। दोनों परिवार के भरण पोषण के लिए मुंबई कमाने गए थे। एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया की दोनो का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। यह दोनों ही सामान्य परिवार के लोग हैं। अभी तक नियमित रूप से यह परिवार के साथ जुड़े हुए भी थे। पुलिस घर पहुंचकर परिवार से बात कर रही है। साथ ही यह जानने की कोशिश कर रही है कि इस घटना के बारे में परिवार के पास क्या जानकारी है।


महाराष्ट्र में अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता बाबा सिद्दीकी की शनिवार रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। मुंबई पुलिस ने इस मामले में दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। इस बीच, इस हत्याकांड को लेकर नया दावा सामने आया है। रिपोर्ट्स में दावा किया है कि हमलावरों ने बाबा सिद्दीकी की हत्या के लिए पटाखों का फायदा उठाया। दरअसल, दशहरे के मौके पर जब बाबा सिद्दीकी अपने बेटे जीशान के ऑफिस के बाहर पटाखे फोड़ रहे थे तभी उनकी हत्या की गई।

यूपी एसटीएफ को किया अलर्ट
मुंबई में पूर्व विधायक बाबा सिद्दीकी की हत्या करने वाला धर्मराज कश्यप बहराइच का रहने वाला है। अपने कुछ महीनों पहले अपने साथी शिवाा गौतम के साथ मुंबई काम तलाशने गया था। मुंबई में हुए इस हाईप्रोफाइल मर्डर में उसका नाम सामने आने के बाद बहराइच पुलिस ने उसके बारे में छानबीन की तो कोई पुराना आपराधिक इतिहास नहीं मिला। फिलहाल पुलिस उसके बारे में गहनता से पता लगा रही है।

बाबा सिद्दीकी की हत्या का यूपी लिंक सामने आया

वहीं दूसरी ओर बाबा सिद्दीकी की हत्या का यूपी लिंक सामने आने के बाद एसटीएफ की सारी यूनिट्स को अलर्ट कर दिया गया है। दरअसल, वारदात में शामिल एक शूटर मौके से भाग गया था। बाबा सिद्दीकी की हत्या के लिए यूपी के अंडरवर्ल्ड की मदद लेने की आशंका जताई जा रही है, जिसकी वजह से एसटीएफ इसकी टोह लेने में जुट गई है। एडीजी कानून-व्यवस्था अमिताभ यश ने बताया कि अभी मुंबई पुलिस ने एसटीएफ से संपर्क नहीं किया है, लेकिन धर्मराज और उसके साथी के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। दरअसल, एसटीएफ को शक है कि धर्मराज किसी संगठित गिरोह से जुड़ा था, जिसके बाद उसे किसी खास काम से मुंबई भेजा गया। दरअसल, वारदात के दौरान धर्मराज का किसी पेशेवर शूटर की तरह पिस्टल से ताबड़तोड़ गोलियां बरसाना उसके किसी गिरोह से जुड़े होने का संदेह पुख्ता कर रहा है।

मजदूरी करने गया था, दोनों का अभी तक नहीं कोई अपराधिक इतिहास

जानकारी के अनुसार धर्मराज कश्यप और शिवा गौतम कैसरगंज कोतवाली के गंडारा गांव के रहने वाले हैं। एसपी बहराइच वृंदा शुक्ला ने बताया कि दोनों का कोई आपराधिक रिकॉर्ड फिलहाल नहीं मिला है। दोनों सामान्य परिवार के हैं और मजदूरी करने मुंबई गए थे। दोनों के बारे में सारी जानकारियां जुटाई जा रही हैं।
योगी सरकार ने अखिलेश को जेपी सेंटर जाने से रोका, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने घर में लगी लोकनायक की मूर्ति पर चढ़ाई माला
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को शुक्रवार को जयप्रकाश नारायण की जयंती पर उनके आवास पर लगी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित करते ही कार्यकर्ताओं व पुलिस की रास्साकशी थम गई। उन्होंने श्रद्धांजलि देने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा।

अखिलेश यादव ने कहा कि जेपीएनआईसी सेंटर वर्ल्ड क्लास की एक जगह बनी है। सरकार ने जानबूझकर के साजिश की है कि यह वर्ल्ड क्लास बिल्डिंग जो बनी है उसको बेच दिया जाए। यह सरकार भेड़ियों, गुलदारों से गरीबों को किसानों को नहीं बचा पा रही है। अभी तक यह सरकार पता नहीं कर पाई है कि गरीबों के बच्चों पर हमला कौन कर रहा है।

सपा अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लोगों ने स्वतंत्रता आंदोलन में कोई योगदान नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि सुनने में आ रहा है कि 70 करोड़ से भी ज्यादा का पेमेंट हुआ है। उसके बाद भी जेपीएनआईसी नहीं खुला है। इसका मतलब यह है कि जेपीएनआईसी में कुछ न कुछ यह लोग छुपाना चाहते हैं। अगर जयप्रकाश जी के योगदान के बारे में इन्हें पता होता तो जिस तरह से फोर्स लगा रहे हैं, नहीं लगाते। खुद त्योहार मना रहे हैं और हमें नहीं मनाने दे रहे हैं।

मुखर समाजवादी नेता जय प्रकाश नारायण की जयंती मनाने से रोकना यह बताता है कि महापुरुषों को लेकर उनकी मंशा ठीक नहीं है। नीतीश कुमार को महापुरुषों के प्रति इस तरह का भेदभाव करने वाली एनडीए सरकार से समर्थन वापस ले लेना चाहिए।

उल्लेखनीय है कि आज समाजवादी नेता, संपूर्ण क्रांति के उद्घोषक 'लोकनायक' जयप्रकाश नारायण की जयंती है। इस मौके पर पूर्व की भांति सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव व पार्टी के नेता—कार्यकर्ताओं द्वारा उनकी गोमती नगर स्थित जय प्रकाश नारायण इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (जेपीएनआईसी) में स्थित प्रतिमा स्थल पर पहुंचकर आज भी पुष्प अर्पित कर याद करते हुए श्रद्धांजलि दिए जान का कार्यक्रम तय था। इस बीच बीती रात एलडीए ने जेपीएनआईसी सेंटर के मुख्य द्वार पर टीन शेड लगाकर श्रद्धांजलि दिए जाने की अनुमति नहीं दी। इसी के बाद से मामले ने सियासी तूल पकड़ लिया। अखिलेश ने देर रात ही जेपीएनआईसी सेंटर पहुंचकर हर हाल में श्रद्धांजलि देने का एलान कर दिया। उनके इस एलान के बाद लखनऊ जिला प्रशासन व पुलिस हकरत में आ गई। रात में ही अखिलेश यादव के आवास के बाहर बैरिकेडिंग लगाते हुए उन्हें रोकने की तैयारी करते हुए पुलिस बल तैनात कर दिया। शुक्रवार को सपा नेताओं की भीड़ आवास पहुंची और वहां से अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष को रोकने पर हंगामा शुरू कर दिया।

अखिलेश से मिले पुलिस अधिकारी तो बदला निर्णय

विरोध और नोक-झोंक बढ़ती देख पुलिस अधिकारियों की एक टीम आवास पर अखिलेश यादव से मिलने पहुंची। पुलिस और अखिलेश यादव के बीच बातचीत के बाद मामले में स्थिति बदल गई। शायद कार्यकर्ताओं के हंगामा और प्रदर्शन के दौरान उनकी सुरक्षा को भांपते हुए सपा अध्यक्ष ने अपना निर्णय बदला और आवास पर लगी जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यापर्ण को राजी हुए। इस दौरान सपा नेता रामगोविन्द चौधरी, जूही सिंह समेत कई बड़े व अन्य नेता, कार्यकर्ताओं का हुजूम अखिलेश के आवास के बाहर जमा है और सभी महापुरुषों के आदर और श्रद्धांजलि न दिए जाने पर भाजपा सरकार पर जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किए।

जंजीर में खुद को बांध कार्यकर्ता ने किया प्रदर्शन

प्रखर समाजवादी जयप्रकाश नारायण की जयंती पर श्रद्धांजलि देने से रोकने के लिए पुलिस बल लगाने और सपा अध्यक्ष को आवास से न निकलने दिए जाने की भारी व्यवस्था को लेकर सपा कार्यकर्ता जमकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान सपाईयों की पुलिस से नोकझोंक का दौर जारी है। यहां पर एक सपा कार्यकर्ता लोहे की बेड़ियां डाले पहुंचा और अनोखा विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं द्वारा नारेबाजी करते हुए भाजपा सरकार को कोसते हुए कहा कि समाजवादी महापुरुषों को श्रद्धांजलि देने से रोक कर दमन और उनका अपमान इस सरकार में किया जा रहा है। यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।