महादेव सट्टा एप मामला: हाईकोर्ट ने सभी आरोपियों की जमानत याचिका की खारिज, कोर्ट ने कहा- जमानत देने का सवाल ही नहीं उठता …
बिलासपुर- महादेव सट्टा एप मामला से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है. इस मामले में जेल में बंद सभी आरोपियों की जमानत याचिकाओं को हाईकोर्ट ने खारिज कर दी है. कोर्ट ने जमानत याचिका में सुनवाई करते हुए कहा कि इतने बड़े आर्थिक अपराध और जनता के साथ किए गए इस धोखे में जमानत देने का सवाल ही नहीं उठता. बता दें कि यह मामला देशभर में हजारों करोड़ रुपये की धोखाधड़ी और सट्टेबाजी से जुड़ा हुआ है.
जमानत के लिए याचिकाएं लगाने वालों में नितिन तिबरेवाल, सूरज चोखानी, अमित अग्रवाल और गिरीश तलरेजा जैसे बड़े नाम शामिल हैं, जो इस मामले के मुख्य आरोपी हैं. हाईकोर्ट की जस्टिस रविंद्र कुमार अग्रवाल की बेंच ने इन सभी आरोपियों की जमानत याचिका को खारिज कर दिया है. कोर्ट ने यह माना कि इतने बड़े आर्थिक अपराध और जनता के साथ किए गए इस धोखे में जमानत देने का सवाल ही नहीं उठता.
बता दें कि महादेव सट्टा एप मामला एक हाई-प्रोफाइल केस बन चुका है, जिसमें आरोप है कि इस एप के जरिए देशभर में अवैध सट्टेबाजी चलाई जा रही थी. आरोपी कारोबारी और टेक्नोलॉजी के जरिए लोगों से भारी रकम ठगते थे, जिसके चलते पूरे देश में कई जगहों पर छापेमारी और गिरफ्तारी की गई. इन आरोपियों की जमानत खारिज होने से अब ये सवाल और गहरा हो गया है कि इस मामले के पीछे और कौन-कौन से बड़े नाम शामिल हो सकते हैं और क्या आने वाले दिनों में कुछ और चौंकाने वाले खुलासे होंगे?
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के विषय पर प्रगति कॉलेज में एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का हुआ आयोजन
रायपुर- प्रगति कॉलेज चौबे कालोनी, रायपुर में आज विकसित भारत 2047 के अंतर्गत राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 एक दिवसीय नेशनल सेमिनार का आयोजन को किया गया था। कार्यक्रम का प्रारंभ माँ सरस्वती की पूजा अर्चना से किया गया। कार्यकम के स्वागत भाषण में कॉलेज की प्राचार्य डॉ. सौम्या नैयर ने कहा कि, राष्ट्रीय शिक्षा नीति का प्रमुख उद्देश्य छात्रों का सर्वांगीण विकास एवं कौशल विकसित करना है।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में प्रो. जी.ए. घनश्याम (ज्वांइट डायरेक्टर ऑफ हायर एडुकेशन) रायपुर ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के उपयोगिता को चरणबद्ध तरीके से बताया, आपने भारत के गुरुकुलम शिक्षा पद्धति के आधार "रोजगार मूलक एवं कौशलयुक्त शिक्षा" को वर्तमान शिक्षा पद्धति में शामिल किए जाने की बात कही। आपने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति विद्यार्थियों की समग्र विकास की बात करती है।
तकनिकी सत्र में डॉ. डी के श्रीवास्तव (OSD हायर एडुकेशन) ने पाठ्यक्रम के विषय वस्तु को सविस्तार से बताया। आपने समयानुसार पाठ्यक्रम में बदलाव की आवश्यकता को बताते हुए रोजगार मुलक पाठ्यक्रम की ओर सबका ध्यान केन्द्रित किया आपने आगे बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतगत विद्यार्थियों को च्वाईस, स्कील एवं इन्टेलिजन्स के आधार पर अपना पाठ्यक्रम पुरा करने की स्वतंत्रता होगी। "Valedictory Ceremony" पर विशिष्ट अतिथि डॉ. श्रुति झा ने समापन उद्बोधन करते हुए सभी वक्ताओं के मुख्य बिंदुओं पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के अंत में डॉ.के.एन. मजपाल जी ने कार्यकम को सफल बनाने वाले समस्त सम्मानित व्यक्तियों को धन्यवाद दिया।
एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार में संयोजक डॉ. के. एन. गजपाल, आयोजक सचिव डॉ. आर.के. राव, मन्नु रवानि, डॉ. प्रवीण यादव आयोजक समिति के सदस्य एडमिनिस्ट्रेटर ज्योति ठाकुर एवं समस्त प्राध्यापकगण, समस्त प्रतिभागी एवं समस्त विद्यार्थियों की गरिमामयी उपस्थितो रही।
डॉ. रोहित यादव ने पॉवर कंपनी के अध्यक्ष का लिया चार्ज
रायपुर- छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनीज़ के नवागत अध्यक्ष डॉ़ रोहित यादव ने 4 अक्टूबर को पूर्वाह्न सेवा भवन में कार्यभार ग्रहण किया।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनी के प्रबंध निदेशक गण सर्वश्री एसके कटियार, राजेश कुमार शुक्ला, भीमसिंह कंवर सहित कार्यपालक निदेशक व मुख्य अभियंता गण तथा बड़ी संख्या में अधिकारीगण उपस्थित थे।
मेट्रो ट्रेन पर गर्माया सदन, भाजपा पार्षदों ने एमओयू तख्ती के साथ किया हंगामा
रायपुर- रायपुर नगर निगम की सामान्य सभा के शुरू होने से पहले हंगामा शुरू हो गया. भाजपा पार्षद मेट्रो ट्रेन से जुड़े प्रश्नों को एजेंडा से हटाने के विरोध में ‘जवाब दो’ के नारे के साथ एमओयू का विशाल बोर्ड लेकर पहुँचे थे.
रायपुर निगम की सात महीने बाद हुई सामान्य सभा भी हंगामाखेज रही. मेट्रो ट्रेन पर चर्चा की मांग करते हुए सभापति आसंदी के सामने पहुंचे भाजपा का पार्षद दल पहुंचा. हंगामे को देखते हुए सभापति ने दस मिनट के लिए स्थगित किया.
सामान्य सभा के दोबारा शुरू होते ही भाजपा पार्षदों ने फिर से हंगामा मचाना शुरू कर दिया. भाजपा पार्षद महापौर एजाज ढेबर से मेट्रो रेल को लेकर किए गए एमओयू पर जवाब की मांग कर रहे हैं.
साइबर की पाठशाला : साइबर एक्सपर्ट ईशान ने बताए लेटेस्ट साइबर फ्रॉड के तरीके और उनसे बचाव के उपाय
गौरेला पेण्ड्रा मरवाही- जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही पुलिस ने सामुदायिक पुलिसिंग के तहत एसपी आईपीएस भावना गुप्ता के नेतृत्व में साइबर जागरूकता अभियान साइबर की पाठशाला नाम से संचालित किया जा रहा है. साइबर की पाठशाला कार्यक्रम के तहत GPM Police के फेसबुक पेज पर लाइव सेशन के दौरान कभी बॉलीवुड सेलिब्रिटी तो कभी नामचीन साइबर एक्सपर्ट्स के द्वारा विभिन्न साइबर फ्रॉड के तरीकों और उनसे बचाव के उपाय की जानकारी देकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है. आज जीपीएम पुलिस के फेसबुक पेज पर डिजिटल हाउस अरेस्ट और सोशल मीडिया यूसेज सेफ्टी टिप्स विषय पर जानकारी देने साइबर एक्सपर्ट ईशान सिन्हा को आमंत्रित किया गया था.
ईशान सिन्हा एक साइबर एक्सपर्ट हैं और वर्तमान में देश की कई प्रतिष्ठित इन्वेस्टिगेशन एजेंसियों के साथ जुड़कर काम कर रहे हैं. साइबर सिक्योरिटी पर ईशान ने अब तक चार प्रसिद्ध किताबें भी लिखी है, जो कई स्टेटस के पुलिसकर्मियों के लिए मार्गदर्शिका का काम कर रही है.
डिजीटल हाउस अरेस्ट विषय पर जानकारी देते हुए ईशान ने बताया कि वर्तमान में सबसे ज्यादा बड़े अमाउंट्स के फ्रॉड इसी स्कैम के जरिए अंजाम दिए जा रहे हैं, जिसमें ठग गिरोह पहले पीड़ित के सभी सोशल मीडिया अकाउंट्स देखकर एनालिसिस कर पहले पीड़ित को या उसके भाई बेटे जैसे किसी नजदीकी का किसी काल्पनिक क्रिमिनल केस में फंस जाने का दिखावा करके एक वर्चुअल हाउस अरेस्ट की स्थिति में ला देते हैं और दबावपूर्वक पीड़ित को गुमराह कर उस केस में बचाने के एवज में भारी भरकम राशि ट्रांसफर करवाकर ठगी करते हैं.
उन्होंने बताया, अक्सर ठगी करने वाले अपने आप को कस्टम ऑफिसर नारकोटिक्स ऑफिसर इनकम टैक्स ऑफिसर पुलिस के अधिकारी या ज्यूडिशरी के अधिकारी के रूप में प्रस्तुत करते हैं और पीड़ित को गुमराह करने के लिए व्हाट्सएप की डीपी और ट्रूकॉलर पर गुमराह करने वाली आईडी लगाते हैं. पीड़ित को स्काइप जैसी अप पर वीडियो कॉल के जरिए जुड़ने कहते हैं जहां पर पहले से एक फर्जी सेटअप तैयार कर पीड़ित को यह एहसास दिलाया जाता है कि वह सचमुच केस में फस गए हैं. साथ ही झूठे समन नोटिस भी भेजे जाते हैं.
Cyber expert ईशान ने बताया कि कोई भी लॉ एनफोर्समेंट एजेंसी का अधिकारी इस तरह वीडियो कॉल पर अनैतिक मांग करें तो तत्काल सतर्क हो जाए कि वह ठग है. साथ ही ऐसे कॉलर को समन या नोटिस उनके gov और nic के शासकीय मेल से प्रेषित करने कहें या शासकीय नंबर से कॉल करने कहें. इसके अलावा उन्होंने विस्तृत बचाव के उपाय भी बताए.
जीपीएम एसपी आईपीएस भावना गुप्ता ने नवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए साइबर की पाठशाला में जुड़े छात्राओं को सोशल मीडिया के इस्तेमाल दौरान सेफ्टी टिप्स को लेकर सावधानियों के बारे में पूछा तो साइबर एक्सपर्ट ईशान ने कहा यदि कोई अपनी जिंदगी की प्रत्येक गतिविधि की जानकारी सोशल मीडिया में पोस्ट करता है तो वह स्वयं को साइबर फ्रॉड के लिए वल्नरेबल बना रहा है, इसलिए सबसे पहले सोशल मीडिया का इस्तमाल सीमित करें और मजबूत प्राइवेसी सेटिंग रखें. अपने मोबाइल, लैपटॉप, इंटरनेट बैंकिंग अकाउंट्स, ओटीटी प्लेटफॉर्म के अकाउंट्स के पासवर्ड भी स्ट्रॉन्ग रखें जो खुद या किसी परिजन का नाम डेट ऑफ बर्थ जैसा न हो और प्रिडिक्टेबल न हो.
GPM police के लाइव सेशन दौरान कॉमेंट्स में पूछे गए सवालों पर जवाब देते हुए ईशान सिन्हा ने इंटरनेट सिक्योरिटी वाले एंटीवायरस सॉफ्टवेयर और कई महत्वपूर्ण एप्लीकेशन और वेबसाइट्स की जानकारी दी, जो साइबरवर्ल्ड में सुरक्षित रहने के लिए आवश्यक है. उन्होंने TAFCOP Sancharsathi, cyberdost, नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल और डायल 1930 के इस्तमाल पर भी विस्तृत जानकारी दी और किसी भी वेबसाइट के सर्टिफिकेट चेक कर उसकी ऑथेंटिसिटी चेक करना भी सिखाया.
जीपीएम पुलिस द्वारा आयोजित साइबर की पाठशाला में इस बार विशेष रूप से लगभग 200 की संख्या में ग्राम कोटवारों और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को भी जोड़ा गया था। एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने आधार बेस्ड पेमेंट और व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ी सावधानियों के बारे में पूछा तो ईशान सिन्हा और एसपी जीपीएम भावना ने सरल भाषा में उन्हें जानकारी दी। तो वहीं जिले के साइबर वालंटियर साकिब खान ने भी सुरक्षित इंक्रिप्टेड एप्लीकेशंस की जानकारी पर प्रश्न किया। जीपीएम पुलिस अधीक्षक आईपीएस भावना के साथ एसपी ऑफिस में इस बार भारतमाता स्कूल पेंड्रा की छात्राएं जुड़ीं थी जिनमे से एक छात्रा विधि श्रीवास्तव ने साइबर रिपोर्टिंग पोर्टल और साइबर वॉलंटियर पर प्रश्न किया. जिले के सकोला ग्राम की शासकीय गर्ल्स स्कूल, सेजस पेंड्रा, रानी दुर्गावती कालेज मरवाही, केबीसी स्कूल पेंड्रा समेत लगभग दर्जनभर स्कूल के छात्रों ने एकसाथ इस लाइव सेशन में साइबर सुरक्षा पर जानकारी प्राप्त की.
इस वृहद साइबर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम चंदेल के मार्गदर्शन में डीएसपी निकिता तिवारी और डीएसपी साइबर दीपक मिश्रा के नेतृत्व में ASI मनोज हनोतिया, आरक्षक रामचंद्र यादव, आरक्षक दुष्यंत मशराम, आरक्षक संजीत सोनी, आरक्षक आशीष चंद्रनाहु, आरक्षक अशोक कश्यप और जिले के सभी थाना के सीसीटीएनएस स्टाफ के सहयोग से किया गया.
राज्योत्सव - 2024: जिला मुख्यालयों में 5 नवम्बर को विभागीय प्रदर्शनी और सांस्कृतिक कार्यक्रम का होगा आयोजन
रायपुर- छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर रायपुर से भिन्न सभी जिला मुख्यालयों पर एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है। जिला मुख्यालयों में 5 नवम्बर को एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न विकास विभागों की विभागीय प्रदर्शनी में उपलब्धियों, महत्वपूर्ण योजनाओं एवं सफल परियोजनाओं को विशेष रूप से प्रदर्शित की जाएगी।
राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर जिला स्तर पर स्थानीय कलाकारों द्वारा 5 नवम्बर को एक दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसी तरह एक नवम्बर से 6 नवम्बर तक जिला मुख्यालयों के समस्त शासकीय भवनों में रोशनी की जाएगी। शासन की जनकल्याणकारी तथा हितग्राही मूलक योजनाओं से संबंधित कार्यक्रमों में लोगों को लाभान्वित किया जाए। जिला स्तर पर होने वाले कार्यक्रमों में मंत्रीगण, सांसदों, विधायकगण, जन-प्रतिनिधि को अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाएगा। राज्य शासन द्वारा उक्त कार्यक्रम के आयोजन में मितव्ययिता बरतने के निर्देश दिए हैं।
नेहरू राम निषाद पिछड़ा वर्ग आयोग के नए अध्यक्ष नियुक्त
रायपुर- राज्य शासन द्वारा नेहरू राम निषाद गृह जिला धमतरी को छत्तीसगढ़ पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया गया है। इस आशय का आदेश प्रदेश के पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विकास विभाग मंत्रालय, महानदी भवन नवा रायपुर से जारी कर दिया गया है।
जशपुर के विकास को मिल रही नई उड़ान, तीव्र गति से हो रहा विकास कार्य
रायपुर- जशपुर जिले के विकास को नई उड़ान दिलाने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर नई विकास परियोजनाओं का आगाज हो रहा है। जिसके द्वारा जिले के विकास को गति मिल रही है। पिछले 06 माह में लोक निर्माण विभाग की 113.19 करोड़ रुपयों की 43 सड़क निर्माण परियोजनाओं को प्रशासनिक स्वीकृति मिल गयी है।
जशपुर जिले के सभी विकासखंडों में आधारभूत संरचना के विकास के लिए मुहिम चलाई जा रही है ताकि जिले के अंतिम व्यक्ति तक शासन की योजनाओं की पहुंच को बढ़ाया जा सके। इसके लिए आवश्यक है कि उन क्षेत्रों में आधारभूत संरचनाओं का विकास किया जाए। इसके लिए आवश्यकता वाले क्षेत्रों की पहचान कर उनके लिए तीव्र गति से तकनीकी विश्लेषण द्वारा डीपीआर निर्माण कर तकनीकी स्वीकृति एवं प्रशासकीय स्वीकृति के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। जिसका परिणाम है कि विगत 06 माह में 43 सड़क निर्माण कार्यों की प्रशासकीय स्वीकृति मिलने के साथ निविदा प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी गयी है। कलेक्टर द्वारा मुख्यमंत्री श्री साय की मंशानुरूप सभी सड़क निर्माण कार्यों की निविदा प्रक्रिया जल्द से जल्द पूर्ण कर आगामी 01 वर्ष में सभी को पूर्ण कराने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिया गया हैं।
लोक निर्माण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार के पत्थलगांव के अंतर्गत 73.30 करोड़ रुपयों के 25 सड़क मार्गों का निर्माण किया जाना है। जिसमें 10.94 करोड़ की लागत के एन.एच.43 से बिच्छीकानी ढुढरूपारा से जमरगी तक 8 किमी सड़क मार्ग, 7.98 करोड़ रूपए लागत के बगीया से सूजीबहार तक के 8.70 किमी सड़क मार्ग, 5.57 करोड़ रूपए लागत के लैलूंगा, कोतबा से लवाकेरा तक के 5.18 किमी सड़क मार्ग, 4.28 करोड़ लागत के 3.5 किमी के कांसांबेल मुसकुटी तक सड़क मार्ग, 4.03 करोड़ रूपए लागत के बाबूसाजबहार से गोलीडीह नदी तक सड़क मार्ग, 3 करोड़ रूपए लागत के 1.2 किमी के करजटोली से रजौटी तक सड़क मार्ग सहित 25 सड़क मार्गों का निर्माण कराया जाएगा।
लोक निर्माण विभाग के जशपुर के कार्यपालन अभियंता विरेन्द्र कुमार चौधरी ने बताया कि जशपुर में 39.89 करोड़ रुपयों के 18 सड़क मार्गों का निर्माण किया जाना है। जिसके लिए प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। जिसमें 3.39 करोड़ लागत के चांडीडांड हत्ता हल्काटोली तक के 2.36 किमी सड़क मार्ग, 4.75 करोड़ लागत के एस.एच 17 मुख्य मार्ग से ढोगाअम्बा जामचुआ तक 3.26 किमी सड़क मार्ग, 3.6 करोड़ रूपए लागत के बनकोम्बों से घटमुंडा तक के 3.4 किमी सड़क मार्ग, 2.57 करोड़ रूपए लागत के बालाछापर आरा सकरडेगा से छोटाबनई तक के 2.4 किमी सड़क मार्ग, 2.45 करोड़ रूपए लागत के एन.एच. 43 खड़सा से कोमड़ो तक के 1.94 किमी सड़क मार्ग, 2.38 करोड़ रूपए लागत के भुड़केला से लवानदी पुल तक के 2.10 किमी सड़क मार्ग, 2.33 करोड़ रूपए लागत के खरवाटोली से बांधाटोली तक के 2 किमी सड़क मार्ग, 2.25 करोड़ रूपए लागत के बालाछापर आरा सकरडेगा से कारीताला तक के 2 किमी सड़क मार्ग, 2.29 करोड़ रूपए लागत के बहराखैर से जुड़वाईन तक के 1.63 किमी सड़क मार्ग सहित 18 मार्गों का निर्माण कराया जाएगा।
पानी को संरक्षित करने की शपथ लेकर संगठित हुए 36 कमार परिवार, पीपरहीभर्री में 36 कमार परिवार जल संरक्षण हेतु बना रहे डाईक डबरी और तालाब
रायपुर- जल का संरक्षण करने और उसके दुरूपयोग को रोकने के लिए धमतरी जिला प्रशासन द्वारा जिले में जल जगार महोत्सव मनाया जा रहा है। नारी शक्ति से जल शक्ति के तहत आयोजित इस अभियान में जिले के विशेष जनजाति कमार आदिवासी परिवार भी पीछे नहीं रहे। पानी के गिरते हुए स्तर से चिंतित होकर कमार आदिवासी भी स्वयं की जमीन में वर्षा जल को संचित करने के लिए वचनबद्ध हैं। उन्होंने इसके लिए पीपरहीभर्री में तालाब, डबरी और डाइक निर्माण करने अपना कदम बढ़ा रहे हैं। जिले के वनांचल आदिवासी बाहुल्य नगरी विकासखण्ड के ग्राम पीपरहीभर्री के 36 कमार परिवारों ने वन अधिकार अधिनियम के तहत उन्हें मिले जमीन पर जल संरक्षण और संवर्द्धन की दिशा में कार्य करने जुट गए है।
जिले में कलेक्टर नम्रता गांधी की पहल पर चल रहे जल जगार उत्सव से प्रेरित होकर अन्य लोगों के साथ-साथ विशेष जनजाति कमार परिवार भी पानी संरक्षित करने आगे आ रहे है। उन्होंने इस ओर कदम बढ़ाते हुए निजी जमीन पर डबरी, तालाब तथा नाला में डाईक बनाने का काम शुरू कर दिया है। ग्राम पीपरहीभर्री के तीन कमार आदिवासी परिवार जहां मछली पालन के लिए तालाब बनाए हैं, वहीं बारिश के पानी को रोकने के लिए डबरियों का भी निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा गांव के समीप से गुजरने वाले नाला में डाईक संरचना बनाई जा रही है, जिससे पानी का स्तर ऊंचा उठे और जमीन पर नमी बनी रहे। साथ ही आसपास के बोर, नलों में वाटर रिचार्ज होती रहे।
गौरतलब है कि नाला में गड्ढानुमा संरचना बनाई जाती है तथा उसमें पानी को रोकने के लिए पॉलीथिन के आकार की संरचना बनाई जाती है, जिसे डाइक कहते हैं। नाला में डाईक बनने से पानी तो भरा रहता है, साथ ही आसपास की जमीन में नमी बनी रहती है। कमार आदिवासी परिवार वनों को हरा-भरा बनाए रखने और वन्य प्राणियों की प्यास बुझाने तथा आने वाले समय में पानी की कमी से निजात पाने के लिए मुस्तैदी से जल संरक्षण की दिशा में कार्य को कर रहे हैं। बता दें कि ग्राम पीपरहीभर्री में 36 कमार आदिवासी परिवार हैं, जिनमें 113 सदस्य हैं। आगामी 5 एवं 6 अक्टूबर को रविशंकर जलाशय गंगरेल बांध में जल जगार महोत्सव का आयोजन वृहद स्तर पर किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी की पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की खुशहाली की कामना की
रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपने एक दिवसीय दंतेवाड़ा प्रवास के दौरान बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी की दर्शन और पूजा-अर्चना कर प्रदेश की जनता की सुख-समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की।मुख्यमंत्री श्री साय के साथ छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह और वन मंत्री केदार कश्यप ने भी मां दन्तेश्वरी की पूजा-अर्चना की।
इस अवसर पर सांसद बस्तर महेश कश्यप, विधायक दंतेवाड़ा चैतराम अटामी, राज्य महिला आयोग के सदस्य ओजस्वी मण्डावी सहित क्षेत्र के अन्य जनप्रतिनिधि एवं डीआईजी कमलोचन कश्यप, कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी, एसपी गौरव राय समेत जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
Oct 04 2024, 16:54