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अब संविदा नियुक्ति वाले भी ले सकते हैं साल में 30 छुट्टी

रायपुर- छत्‍तीसगढ़ के सरकारी विभाग में संविदा में काम करने वालों अब पहले से ज्‍यादा छुट्टी मिलेगी। अभी उन्‍हें साल में (एक कैलेंडर वर्ष) 18 दिन की छुट्टी मिलती है। सरकार ने अब इसे बढ़ा दिया है। इस संबंध में गजट नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है।

सरकार ने छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (संविदा नियुक्ति) नियम 2012 में संशोधन किया है। इस संबंध में जारी नोटिफिकेशन के अनुसार सरकार ने नियमों संशोधन करते हुए 18 दिन की छुट्टी को बढ़ाकर 30 दिन कर दिया है। यानी अब संविदा नियुक्ति वाले भी साल में 30 छुट्टी ले सकते हैं। इसके साथ ही वे पहले की ही तरह 3 दिन ऐच्छिक अवकाश भी ले सकेगें।

विष्णु देव साय सरकार के छह माह, सुशासन के ट्रैक पर विकास ने फिर पकड़ी रफ्तार, किसानों, महिलाओं और युवाओं के लिए हुए हैं ऐतिहासिक फैसले

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में सुशासन के ट्रैक पर छत्तीसगढ़ ने फिर से विकास की रफ्तार पकड़ ली है। बीते छह माह पर नजर डाले तो साय सरकार ने किसानों, महिलाओं और युवाओं के लिए बहुत कम समय में ऐतिहासिक फैसले लिए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए वर्ष 2047 तक विकसित-छत्तीसगढ़ का निर्माण के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए विजन डाक्यूमेंट तैयार करने का काम भी शुरू कर दिया गया है।

विधानसभा चुनाव के दौरान छत्तीसगढ़ के लोगों को गारंटी दी थी कि छत्तीसगढ़ में लोगों के जीवन में खुशहाली और समृद्धि के लिए सुशासन की स्थापना की जाएगी। इसे ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने एक अलग सुशासन और अभिसरण विभाग का गठन किया है। यह विभाग कल्याणकारी नीतियों के सफल क्रियान्वयन, उपलब्ध संसाधनों के सर्वोत्तम उपयोग और जन समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए काम कर रहा है। सभी विभागों को सुशासन के लिए अधिक से अधिक आईटी का इस्तेमाल करने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं की निगरानी और समीक्षा के लिए पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन 25 दिसंबर 2023, सुशासन दिवस पर अटल मॉनिटरिंग पोर्टल का शुभारंभ किया गया है।

साय सरकार ने आवासहीन और जरूरतमंद 18 लाख परिवारों के लिए प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति, 13 लाख से अधिक किसानों को धान की बोनस राशि, 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से और 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान खरीदी, महतारी वंदन योजना में 70 लाख से अधिक गरीब परिवारों की महिलाओं को हर माह एक-एक हजार रूपए देने जैसे अनेक निर्णयों पर क्रियान्वयन किया है। राज्य के माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में माओवाद उन्मूलन के लिए तेजी से काम किया जा रहा है। इन क्षेत्रों में लोगों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए नियद नेल्लानार योजना शुरू की गई है। महतारी वंदन योजना, कृषक उन्नति योजना, रामलला दर्शन योजना, उद्यम क्रांति योजना जैसी कई अभिनव योजनाओं की शुरूआत हुई है। लोकतंत्र सेनानियों (मीसा बंदियों) की सम्मान निधि फिर से शुरू कर दी गई है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 13 जून से सभी विभागों में प्रशासनिक कसावट लाने के लिए समीक्षा बैठक लेने का सिलसिला शुरू कर रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि जन कल्याणकारी कार्यक्रम का क्रियान्वयन, पारदर्शिता और जवाबदेही को सर्वोच्च प्राथमिकता रखें। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से कहा है कि आम नागरिकों की दिक्कतें दूर करने के लिए संवेदनशील होकर कार्य करें। लोकसभा निर्वाचन के बाद अब शासन की योजनाओं को आम नागरिकों तक पहुंचाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार लगातार तेजी से काम कर रही है। दीनदयाल उपाध्याय भूमिहीन कृषि मजदूर योजना जैसी अनेक योजनाओं के क्रियान्वयन पर तैयारी शुरू कर दी गई है। राजस्व प्रशासन को भी मजबूत किया जा रहा है। भूमि संबंधी विवादों और दिक्कतों को दूर करने के लिए भू-नक्शों की जियो रिफरेसिंग पर भी रणनीति तैयार कर ली गई है।

18 लाख आवास स्वीकृत-

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सरकार बनने के दूसरे ही दिन कैबिनेट की बैठक आयोजित कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी के अनुरूप 18 लाख 12 हजार 743 जरूरतमंद परिवारों को प्रधानमंत्री आवास उपलब्ध कराने स्वीकृति दे दी। इसके लिए 12 हजार 168 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान किया गया है।

13 लाख किसानों को धान का बोनस-

मोदी ने प्रदेश के किसानों को गारंटी दी थी कि सरकार बनने पर राज्य के किसानों को 2 साल का बकाया धान बोनस देंगे। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस, सुशासन दिवस पर छत्तीसगढ़ सरकार ने 13 लाख किसानों के बैंक खातों में 3716 करोड़ रुपए का बकाया धान बोनस अंतरित कर इस गारंटी को भी पूरा किया है।

3100 रूपए में धान की खरीदी-

साय सरकार ने 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से और 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान खरीदने की गारंटी को पूरा करते हुए 32 हजार करोड़ रुपए के समर्थन मूल्य की राशि का तत्काल भुगतान किसानों को किया और फिर 12 जनवरी को 24 लाख 75 हजार किसानों को कृषक उन्नति योजना के अंतर्गत अंतर की राशि 13 हजार 320 करोड़ रुपए की राशि अंतरित की है। इस साल खरीफ सीजन में राज्य में 145 लाख मीटिरक टन धान की रिकॉर्ड खरीदी हुई है।

70 लाख महिलाओं का वंदन -

महतारी वंदन योजना के अंतर्गत महिलाओं के बैंक खातों में राशि अंतरण का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वर्चुअल उपस्थिति में 10 मार्च 2024 को हुआ। इस योजना के अंतर्गत राज्य की पात्र महिलाओं को प्रति माह एक-एक हजार रुपए की सहायता राशि दी जा रही है। योजना का लाभ 70 लाख से अधिक महिलाओं को मिल रहा है। अब तक इस योजना की चार माह की राशि जारी की जा चुकी है। पिछली सरकार ने महिला स्व सहायता समूहों से रेडी टू ईट का काम छीन लिया था। छत्तीसगढ़ सरकार ने अब फिर से उन्हें यह काम सौंप दिया है।

श्री रामलला दर्शन योजना-

छत्तीसगढ़ के श्रद्धालुओं को अयोध्या में विराजमान श्री रामलला के दर्शन हेतु निःशुल्क आवागमन की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए राज्य में श्री रामलला अयोध्या धाम दर्शन योजना संचालित की जा रही है। शासकीय व्यय में अब तक हजारों दर्शनार्थी श्री रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या भेजे जा चुके हैं।

तेन्दूपत्ता संग्रहण दर अब 5500 रूपए-

राज्य में तेंदूपत्ता संग्रहण पारिश्रमिक दर 4000 रुपए प्रति मानक बोरा से बढ़ाकर अब 5500 रुपए प्रति मानक बोरा कर दी गई है। चालू तेंदूपत्ता सीजन से ही 12 लाख 50 हजार तेंदूपत्ता संग्राहकों को योजना का लाभ मिल रहा है। संग्राहकों के लिए राज्य सरकार द्वारा चरण पादुका योजना भी शुरू की जाएगी, साथ ही उन्हें बोनस का लाभ भी दिया जाएगा।

भर्ती में युवाओं को पांच वर्ष की छूट-

युवाओं की बेहतरी के लिए राज्य सरकार ने अहम निर्णय लेते हुए पुलिस विभाग सहित विभिन्न शासकीय भर्तियों में युवाओं को निर्धारित अधिकतम आयु सीमा में 05 वर्ष की छूट का निर्णय लिया है। अभ्यर्थियों को 31 दिसंबर 2028 तक आयु सीमा में 05 वर्ष छूट का लाभ मिलेगा।

यूपीएससी की तर्ज पर होगी पीएससी-

यूपीएससी की तर्ज पर छत्तीसगढ़ पीएससी परीक्षा को पारदर्शी बनाने के लिए यूपीएससी के पूर्व चेयरमेन प्रदीप कुमार जोशी की अध्यक्षता में आयोग का गठन कर दिया गया है। पीएससी की घोटाले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है।

पांच शक्तिपीठों का होगा विकास-

राज्य की 5 शक्तिपीठों के विकास के लिए बजट में 5 करोड़ रुपए का प्रावधान कर दिया गया है। शक्तिपीठों के विकास के लिए चारधाम की तर्ज पर 1000 किलोमीटर की परियोजना शुरू की जाएगी। ग्रामीण घरों को नल से जल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जल जीवन मिशन के अंतर्गत 4500 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।

युवाओं के लिए उद्यम क्रांति योजना-

राज्य में युवा स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए उद्यम क्रांति योजना शुरू करते हुए बजट प्रावधान भी कर दिया है। इस योजना के तहत युवाओं को स्वरोजगार स्थापित करने के लिए 50 प्रतिशत सब्सिडी पर ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था की गई है।

अधोसंरचना और कनेक्टीविटी पर जोर-

राज्य में सड़क, रेल और हवाई यातायात की सुविधाओं के विस्तार का काम भी शुरू हो चुका है। बिलासपुर और जगदलपुर से नयी उड़ानें शुरू हो चुकी हैं। जशपुर और बलरामपुर हवाई पट्टी के विस्तार के लिए बजट में प्रावधान कर दिया गया है। अंबिकापुर और जगदलपुर हवाई अड्डों में भी सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है।

गरीबों के लिए मुफ्त राशन-

छत्तीसगढ़ सरकार ने 68 लाख गरीब परिवारों को 05 साल तक मुफ्त राशन देने का निर्णय लिया है। इसके लिए बजट में 34 सौ करोड़ रुपए का प्रावधान है। दीनदयाल उपाध्याय भूमिहीन कृषि मजदूर योजना के अंतर्गत प्रति वर्ष 10 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसके लिए भी बजट में 500 करोड़ रुपए का प्रावधान कर दिया गया है।

राजिम कुम्भ कल्प की पुनः शुरूआत-

राज्य की संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए राजिम मेले का आयोजन पुनः उसके व्यापक स्वरूप में राजिम कुंभ कल्प के रूप में शुरू कर दिया गया है। बस्तर में प्राचीन काल से चले आ रहे अनेक ऐतिहासिक मेलों को भी शासकीय संरक्षण और सहायता दी जा रही है।

रायपुर में आईटी हब बनाने का काम शुरू-

रायपुर को आईटी हब बनाने का काम शुरू हो गया है। हाल ही में 2 आईटी कंपनियों के साथ एमओयू हुआ है, उन्हें फर्नीस्ड बिल्डअप एरिया भी उपलब्ध करा दिया गया है। छत्तीसगढ़ सरकार नवा रायपुर को बेंगलुरू की तर्ज पर आईटी हब के रूप में विकसित करने की दिशा में कार्य कर रही है।

शहीद वीर नारायण सिंह स्वास्थ्य योजना-

राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के साथ ही शहीद वीरनारायण सिंह स्वास्थ्य योजना शुरू करने का निर्णय लिया गया है। राज्य के दो बड़े मेडिकल कॉलेज अस्पतालों, मेडिकल कॉलेज अस्पताल रायपुर और छत्तीसगढ़ इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस बिलासपुर (सिम्स) में भवन के विस्तार और सुविधाओं के विकास का काम शुरू कर दिया गया है।

आईआईटी की तर्ज पर प्रौद्योगिकी संस्थान-

राज्य में उच्च शिक्षा विभाग राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने का निर्णय लिया है। आईआईटी की तर्ज पर राज्य के जशपुर, बस्तर, कबीरधाम, रायपुर और रायगढ़ में प्रौद्योगिकी संस्थानों का निर्माण किया जाएगा। राज्य में छत्तीसगढ़ उच्च शिक्षा मिशन की स्थापना की जाएगी।

राज्य-राजधानी क्षेत्र का विकास (एससीआर)-

ऱाष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र विकास योजना की तर्ज पर राज्य राजधानी क्षेत्र (एससीआर) के विकास के लिए विस्तृत योजना बनाने का प्रावधान किया गया है। इससे राज्य में शहरी विकास को बढ़ावा मिलेगा।

इंडस्ट्रियल कॉरिडोर-

राष्ट्रीय राजमार्गों के आसपास औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए कोरबा-बिलासपुर इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का निर्माण करने का निर्णय लिया गया है। इन्वेस्ट इंडिया की तर्ज पर इन्वेस्ट छत्तीसगढ़ आयोजित करने के लिए बजट में पांच करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। खनिजों के परिवहन में पारदर्शिता के लिए खनिज परिवहन हेतु ऑनलाइन ई-ट्रांजिट पास जारी करने की व्यवस्था पुनः प्रारंभ की गई है। इससे राज्य को मिलने वाले राजस्व में वृद्धि होगी।

आर्थिक सलाहकार परिषद -

छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राज्य में आर्थिक विकास की गति को बढ़ाने के लिए विशेषज्ञ संस्थाओं से परामर्श करने तथा देश और दुनिया में चल रहे बेस्ट प्रैक्टिस को राज्य की परिस्थिति के अनुरूप लागू करने के लिए छत्तीसगढ़ आर्थिक सलाहकार परिषद का गठन करने का निर्णय लिया गया है।

शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल की अनुशंसा पर माध्यमिक शिक्षा मंडल में सदस्यों की नियुक्ति

रायपुर-  शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल की अनुशंसा पर छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) में सदस्यों की नियुक्ति कर दी गई। इस संबंध में आज आदेश जारी कर दिया गया है। मंडल में मान्यता प्राप्त संस्थाओं के प्राचार्यों, प्राध्यापकों और निजी संस्थाओं के सदस्यों के साथ ही पांच विधायकों को शामिल किया गया है।

सदस्यों की नियुक्ति अवधि 3 वर्ष है। नई सरकार के गठन के साथ ही पूर्व मंडल सदस्यों की नियुक्ति स्वमेव समाप्त हो गई थी। बिना सदस्यों के माशिमं के कई निर्णय अटक रहे थे। मंडल सदस्यों की नियुक्ति की प्रक्रिया तो फरवरी से ही शुरू हो गई थी, किन्तु आचार संहिता की वजह से नियुक्ति आदेश जारी नहीं हो पाया था। स्कूल शिक्षा विभाग ने आज 20 मंडल सदस्यों की नियुक्ति का आदेश जारी कर दिया। सदस्यों में विधानसभा के प्रतिनिधित्व के रूप में पांच विधायक शामिल किए गए हैं। इनमें डोमन सिंह कोर्सेवाड़ा अहिवारा, मोतीलाल साहू रायपुर ग्रामीण, सुशांत शुक्ला बेलतरा, रामकुमार टोप्पो सीतापुर और आशाराम नेताम कांकेर शामिल हैं। इसके अलावा मान्यता प्राप्त संस्थाओं से प्राचार्य वर्ग में प्रकाश यादव राजनांदगांव, प्रफुल्ल शर्मा जांजगीर चांपा और इंदु अग्रवाल कोरबा को सदस्य बनाया गया है।

प्रशिक्षण महाविद्यालयों से श्रद्धा मिश्रा अंबिकापुर को शामिल किया गया है। मान्यता प्राप्त संस्थाओं से 6 प्राध्यापक माशिमं के सदस्यों में मान्यता प्राप्त संस्थाओं से 6 प्राध्यापकों की भी नियुक्ति की गई है। शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार प्राध्यापकों में संजय ठाकुर दंतेवाड़ा, ऋषि कश्यप बिलासपुर, जितेन्द्र कुमार सिंह कबीरधाम, ओंकार सिंह ठाकुर बलरामपुर, डॉ. हितेश कुमार दीवान रायपुर, दीक्षा गंगराड़े रायपुर शामिल हैं। इसी तरह तीन स्थानीय निकायों में संचालित संस्थाओं के प्रतिनिधि के रूप में अनिल दास गुप्ता कबीरधाम, चंद्रकांत तिवारी पामगढ़, कीर्ति व्यास रायपुर के अलावा एल. डी. दुबे और सुनील पंडया को सदस्य बनाया गया है।

सुरूज उत्सव 2024 एवं सम्मान समारोह सम्पन्न हुआ



रायपुर- अंतर्राष्ट्रीय भरथरी गायिका सुरूज बाई खांडे के जयंती के अवसर पर सुरूज ट्रस्ट के द्वारा सुरूज उत्सव 2024 मनाया गया जिसमें सुरूज ट्रस्ट के द्वारा कला, साहित्य और समाज सेवा के क्षेत्र में कार्य कर रहे 15 लोगो को सुरूज सम्मान से सम्मानित किया गया।

आयोजक दीप्ति ओग्रे अध्यक्ष सुरूज ट्रस्ट ने आयोजन की जानकारी साझा करते हुए बताया कि सुरूज ट्रस्ट के द्वारा इस वर्ष सुरूज सम्मान 2024 से सम्मानित होने वाले शख्सियतों में श्रीमती रेखा जलक्षत्री को भरथरी गायन के क्षेत्र में, रिखी क्षत्रिय वाद्य यंत्र संरक्षण के लिए, सुनील चिपड़े नाट्य निर्देशन के लिए, अनुपमा मनहर छत्तीसगढ़ी फिल्मों में सह-निर्देशन कार्य के लिए, ईश्वर साहू छत्तीसगढ़ महतारी डिजिटल छाया चित्र सृजन के लिए, अशोक देवांगन लौह शिल्प के लिए, सुरेश शुक्ला सपेरा समुदाय के लोगों की शिक्षा एवं रोजगार के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए, स्मिता अखिलेश महिला आर्थिक उन्नयन एवं जागरूकता के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए, कंचन सेन्द्रे ट्रांसजेंडर समुदाय के बीच शिक्षा एवं जागरूकता के लिए, कस्तूरी बल्लाल बेजुबान पशुओं की निस्वार्थ सेवा भाव के लिए, तेज साहू पत्रकारिता के लिए, रुस्तम सारंग और ईश्वरी निषाद को खेल के क्षेत्र में, श्रीमती निवेदिता जोशी को शिक्षा में विशेष योगदान के लिए शामिल रहे जिन्हें अतिथियों के हाथों से सम्मानित किया गया। सुरूज उत्सव 2024 कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पद्मश्री उषा बारले, पद्मश्री अजय मंडावी, विशिष्ट अतिथि धम्मशील गणवीर निदेशक जंगल सफारी रायपुर,अशोक तिवारी सेवानिवृत्त क्यूरेटर इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय , भोपाल शामिल हुए जिन्होंने मंच से संबोधित किया और आयोजन की सराहना करते हुए अपनी बातें कही। कार्यक्रम में राजधानी रायपुर के अलावा दूर दराज से भी लोग आये थे जिससे आयोजन स्थल आबाद रहा, सभी अतिथियों को सुरूज ट्रस्ट के द्वारा स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया।

रायगढ़ में पत्रकार घोष पर जानलेवा हमले की निंदा, भाजपा राज में अपराधी, गुंडे बेलगाम हो चुके है – दीपक बैज

रायपुर- रायगढ़ में पत्रकार सत्यजीत घोष के ऊपर हुये कातिलाना हमले की कांग्रेस ने कड़ी निंदा किया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि भाजपा सरकार के राज में पूरे प्रदेश की कानून व्यवस्था खराब हो गयी है। अपराधी और गुंडे तत्व बेलगाम हो चुके है। सरकार का इकबाल समाप्त हो गया। सरेआम लूट, डकैती, चाकूबाजी, बलात्कार की घटनायें हो रही है। आम आदमी और पत्रकार कोई सुरक्षित नहीं है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि पत्रकार सत्यजीत घोष जो टीवी छत्तीसगढ़ नाऊ के रिपोर्टर के साथ रात के अंधेरे में अज्ञात तत्वों के द्वारा पीछे से उनके सर पर वार कर उन्हें घायल कर दिया गया, जिनका उपचार जिला अस्पताल रायगढ़ में चल रहा है। सत्यजीत घोष अपने पूरे काम निपटाकर रात में अपने घर जाने के लिए घर के पास ही पार्किंग में गाड़ी खड़े कर घर की ओर जा रहे थे तभी अंधेरे का फायदा उठाकर उनके साथ यह घटना को अंजाम दिया गया। कांग्रेस मांग करती है कि अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी होनी चाहिये।

*5 साल में 40 हजार बच्चों की मौत : सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध कराएं जरूरी सुविधाएं, हाईकोर्ट ने अतिरिक्त मुख्य सचिव को दिए निर्देश

बिलासपुर- सरकारी अस्पतालों में संसाधनों की कमी से नवजात शिशुओं की मौत के मामले में बुधवार को हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. इस दौरान कोर्ट ने प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव को निर्देशित किया है कि सभी अस्पतालों में जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए. साथ ही यह जनहित याचिका निराकृत हो गई है.

बता दें कि हाईकोर्ट ने प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन और वेंटिलेटर के अभाव में 5 साल में 40 हजार बच्चों की मौत की खबर पर संज्ञान लिया था और सुनवाई शुरू की थी. हाईकोर्ट की डीबी ने सुनवाई के दौरान कहा था कि शासन की रिपोर्ट से स्पष्ट है कि सरकारी अस्पतालों में बेड और वेंटिलेटर की कमी है.

बुधवार को हुई सुनवाई में शासन की ओर से महाधिवक्ता ने बताया कि अस्पतालों में व्यवस्था बनाई जा रही है. चीफ जस्टिस ने प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रदेश के सभी सरकारी अस्पताल में आवश्यक सुविधाएं और संसाधन मुहैया कराई जाए. इस निर्देश के साथ ही हाईकोर्ट ने यह जनहित याचिका निराकृत कर दी है.

राहुल गांधी की राह पर छत्तीसगढ़ के कांग्रेसी हार की जिम्मेदारी लेने तैयार नहीं: संजय श्रीवास्तव

रायपुर- भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने इस बात पर आश्चर्य जताया है कि विधानसभा के बाद प्रदेश की लोकसभा सीटों पर करारी हार के बाद भी कांग्रेस में हार की जिम्मेदारी लेने के लिए कोई तैयार नहीं है और सब या आपसी जुबानी जंग में लगे हैं, या फिर हार से बौखलाए कांग्रेस नेता स्तरहीन बयानबाजी करके अपने मानसिक दीवालिएपन का प्रदर्शन कर रहे हैं। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस के भीतर अब लगातार हार की समीक्षा के लिए बैठक बुलाने की मांग जोर पकड़ रही है, लेकिन कांग्रेस नेता सिर्फ हवा-हवाई बयानबाजी करके अपनी बची-खुची सियासी साख बचाने में लगे हैं।

भाजपा प्रदेश महामंत्री श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस की राजनीतिक संस्कृति ही यही रही है कि वहाँ ऊपर से लेकर नीचे तक कोई नेता जीत को पचा नहीं पाता और हार के लिए खुद को जिम्मेदार नहीं मानता। कांग्रेस में राहुल गांधी से लेकर छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल तक यही कर रहे हैं। तीन-तीन लोकसभा चुनाव में अपने नेतृत्व में कांग्रेस के लगातार दयनीय प्रदर्शन के बाद भी राहुल गांधी अहंकार और खुशफहमी में जी रहे हैं।

श्रीवास्तव ने कहा राहुल गांधी पहले यह तो बताएँ कि जब जीत जाने का इतना भरोसा था तो सोनिया गांधी रायबरेली सीट छोड़कर राजस्थान के रास्ते राज्यसभा में क्यों गईँ? और, अपनी ही अमेठी सीट छोड़कर राहुल गांधी ने दो बार केरल की वायनाड सीट क्यों चुनी? कुल जमा 99 सीट हासिल करने वाले राहुल गांधी कम-से-कम यह तो मानें कि 240 का आँकड़ा 99 से लगभग ढाई गुना ज्यादा बड़ा होता है। श्रीवास्तव ने कहा कि यही हाल पूर्व मुख्यमंत्री बघेल का है। विधानसभा चुनाव में अपने नेतृत्व में कांग्रेस का बेड़ा गर्क कर दिया और अब लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को रसातल में पहुँचाने के बाद बजाय अपनी जिम्मेदारी स्वीकारने के, इस खुशफहमी और अहंकार में हैं कि राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री श्री मोदी के पाजामे का नाड़ा काट दिया।

भाजपा प्रदेश महामंत्री श्रीवास्तव ने कहा कि बघेल विधानसभा चुनाव की करारी शिकस्त और लोकसभा चुनाव की हार के बाद अब राहुल, पाजामा और नाड़े से बाहर निकलकर राजनीतिक सच का सामना करने की आदत डाल लें। खुद बघेल राजनांदगांव में चुनाव हार गए, उनके नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की शर्मनाक हार हुई, राहुल गांधी, जिनके लिए भूपेश बघेल बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं, के नेतृत्व में कांग्रेस ने 2014, 2019 और 2024 में 3 लोकसभा चुनाव लड़े हैं और तीनों चुनाव की सीटों को मिलाकर भी कांग्रेस ने कुल 195 सीट मात्र जीती है जबकि भाजपा ने केवल 2024 के लोकसभा चुनाव में 240 सीटें जीती है और इसकी तुलना में कांग्रेस की सीटें काफी कम है तो बघेल अपनी ही भाषा में खुद ही समझ लें कि किसने, किसका नाडा काटा है? आखिर बघेल मीडिया का सामना क्यों नहीं कर रहे और क्यों नहीं बता रहे कि वह खुद क्यों हारे और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की शर्मनाक हार क्यों हुई?

श्रीवास्तव ने तंज कसा कि न बघेल हार की जिम्मेदारी ले रहे हैं, न प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज किसी एक को जिम्मेदार मान रहे हैं। बैज यह तो बताएँ कि कांग्रेस की हार के लिए अगर कोई एक नेता जिम्मेदार नहीं है तो जो-जो नेता जिम्मेदार हैं, उनकी जवाबदेही कब तक तय की जा रही है? कांग्रेस संगठन में फेरबदल की चर्चा चलाकर क्या हार का ठीकरा फोड़ने के लिए मत्था तलाशा जा रहा है?

अपनी सरकार की नाकामी पर पर्दा डालने मंत्री दयाल दास विपक्ष पर आरोप लगा रहे – सुशील आनंद शुक्ला

रायपुर-  मंत्री दयाल दास बघेल के आरोपों को झूठा बताते हुए प्रदेश कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि अपनी सरकार कि असफलता और नाकामी पर पर्दा डालने के लिए मंत्री कांग्रेस पर अनर्गल आरोप लगा रहे। लगभग एक महीने पहले पवित्र जैत खाम के साथ तोड़फोड़ असमाजिक तत्वों ने किया तभी से समाज आक्रोषित था लोग जाँच कि मांग कर रहे थे वास्तविक दोषियों पर कार्यवाही चाह रहे थे सरकार ने कार्यवाही क्यों नहीं किया। बड़ी संख्या मे लोग इकट्ठा होने वाले थे सरकार को सूचना थी फिर सतर्कता क्यों नहीं बरती गयी।

प्रदेश कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा भाजपा सरकार इस अप्रिय घटना के लिए जबाबदेह है सरकार सजग होती तो यह अप्रिय घटना नहीं घटती। यदि समय रहते जैतखाम को क्षति पहुंचाने वालों पर कार्यवाही की गई होती और आहत समाज से संवाद किया गया होता तो ऐसी अप्रिय स्थिति निर्मित नहीं होती। धार्मिक भावनाएं आहत होने पर आंदोलित समाज को विश्वास में लिया गया होता तो ऐसे विध्वंसक प्रतिक्रिया नहीं होती। गिरौदपुरी धाम से 5 किलोमीटर दूर एक बस्ती मानाकोनी है। यहां पर पुरानी गुफा है, जो बाघिन गुफा के नाम से प्रचलित है। जहां जैतखाम और सतनामी समाज के पूजा स्थल में तोड़–फोड़ की गई थी। इससे पूरे सतनामी समाज में आक्रोश है। इसके बाद समाज के लोगों ने पहले भी प्रर्दशन और चक्काजाम करके विरोध प्रदर्शन किया था। पूरे घटनाक्रम में घोर प्रशासनिक लापरवाही स्पष्ट है।बलौदा बाजार कि घटना कि नैतिक जबाबदेही ले कर मुख्यमंत्री तत्काल इस्तीफा दे। प्रदेश कांग्रेस संचार प्रमुख ने कहा सरकार कि अनिर्णय वाली स्थित राज्य कि जनता पर भारी पड़ रही। सत्ता मे बैठे हुए लोगो को समझ ही नहीं आ रहा कैसे सरकार चलाना है इसीलिए राज्य मे अराजकता और अपराध बढ रहे है।

सेहत और अर्थव्यवस्था के लिए आम की फसल काफी महत्वपूर्ण : मंत्री श्री नेताम

रायपुर- कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि आम का नाम लेते ही आम की खुशबू हर एक की जहन में आ जाता है। वैसे आम का नाम भले ही आम हो, लेकिन फलों का राजा और हम सबके स्वास्थ्य के लिए खास हैं, उससे भी ज्यादा खास वह किसान है जिन्होंने इस आम का उत्पादन किया है। उन्होंने देश और प्रदेश के किसानों को बधाई और धन्यवाद देते हुए कहा कि प्रदेश के बेहतरी के लिए जिन किसानों ने जीवन का अमूल्य समय दिया है वह सम्मान के पात्र हैं। आम की फसल न सिर्फ सेहत के लिए बल्कि आर्थिक रूप से भी काफी महत्वपूर्ण है। आम का फसल लेकर किसान समृद्ध और सुदृढ़ हो रहे हैं। मंत्री श्री नेताम कृषि महाविद्यालय रायपुर में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय आम महोत्सव के शुभारंभ समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। महोत्सव में देश के विभिन्न राज्यों के किसानों द्वारा लगभग 327 प्रकार के आम के किस्मों का प्रदर्शन किया गया है। इसके साथ ही आम से बने हुए 56 प्रकार के व्यंजनों की प्रदर्शनी लगाई गई है। इस मौके पर मंत्री श्री नेताम ने उत्कृष्ट किसानों को आम का पौधा भेंटकर सम्मानित किया।

मंत्री श्री नेताम ने कहा कि छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा तो कहा ही जाता है इसके बाद यहां की और भी विशेषता है कि छत्तीसगढ़ की धरती में फल-फूल, मसाले से लेकर तमाम औषधि पौधों के फसलों के लिए उपयुक्त उर्वरा शक्ति उपलब्ध है। यहां की मिट्टी में विदेशों के आम के किस्मों के भी उत्पादन करने की क्षमता है। उन्होंने जापान की सबसे कीमती आम मियासाकी और छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध मीठे और रसीले आम हाथी छूल का उदाहरण देते हुए कहा कि यह मिट्टी दोनों प्रकार के आम को उत्पादित करने की क्षमता रखता है।

श्री नेताम ने कहा कि हमें संकल्प लेना चाहिए कि प्रत्येक व्यक्ति के हिसाब से पूरे परिवार के लिए पेड़ लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम जीतने प्रकृति के नजदीक जाएंगे सुखद अनुभव करेंगे। वहीं हम प्रकृति से जीतने दूर जाएंगे चुनौती हमारे सामने आती रहेगी। उन्होंने कहा कि हम ऐसा वातावरण तैयार करें, फिर से प्रकृति सुन्दर हो।

आम महोत्सव के शुभारंभ समारोह को सम्बोधित करते हुए विधायक मोतीलाल साहू ने कहा कि आम प्रकृति का अनुपम भेंट है। आम में पोषण आहार के साथ-साथ खनिज तत्व भरपूर मात्रा में उपलब्ध रहता है, जो हमारे शरीर के लिए लाभदायक है। विधायक अनुज शर्मा ने कहा कि आम फलों का राजा है, कच्चे और पके आम, आम का नाम सुनते ही मुंह में पानी और मन में गुदगुदी आ जाती है। यह हमारे सेहत के लिए बेहतर है। उन्होंने कहा कि देशभर के किसानों का यहां एकत्र होना और आम के अलग-अलग किस्मों की जानकारी से किसानों को लाभ मिलेगा। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने स्वागत भाषण दिया।

गौरतलब है कि इंदिरा कृषि विश्वविद्यालय, उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी तथा स्वयं सेवी संस्था प्रकृति की ओर संयुक्त तत्वाधान में 12 से 14 जून तक तीन दिवसीय राष्ट्रीय आम महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। राष्ट्रीय आम महोत्सव में आम की 327 से अधिक किस्मों एवं आम से बने 56 व्यंजनों का प्रदर्शन किया गया है। इस महोत्सव में आम की विभिन्न किस्मों की प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है, जिसमें छत्तीसगढ़ एवं देश के विभिन्न राज्यों के आम उत्पादन किसान शामिल हैं।

आम प्रदर्शनी – बैगनफल्ली, बंगनफल्ली, सिन्दूरी, कजली, गोपालभोग, चौसा, खजरी चौसा, शरबती, खुसनारा, एप्पल मैंगो, नाजूक बदन, मिठुआ, अल्फांसी, आम्रपाली, बंगाल (लंगड़ा), थाईलैण्ड का थाई बनाना, जापान का मियाजाकी, सांईसुगंध, मल्लिका, दशहरी, तोतापरी, बस्तर का हाथीछूल जैसे 327 प्रकार के आम के किस्मों की प्रदर्शनी लगाई गई है।

इस मौके पर उद्यानिकी विभाग के संचालक एस. जगदीशन, प्रकृति की ओर संस्था के संचालक सहित सैकड़ों की संख्या में किसान उपस्थित थे।

गुरु रुद्र कुमार मानहानि वाले बयान पर मंत्री टंकराम बोले – उनके पास कोई काम नहीं, बलौदाबाजार की घटना में कांग्रेस का हाथ

रायपुर- आज का दिन भारतीय जनता पार्टी के लिए बड़ा दिन है. आज ओडिशा में भाजपा की सरकार बन रही है. मोहन माझी ने मुख्यमंत्री की शपथ ली है. दो डिप्टी सीएम ने भी शपथ ली. ओडिशा में भी छत्तीसगढ़ की तरह डबल इंजन की सरकार बनी है और वहां भी तेजी से विकास होगा. राष्ट्रीय नेताओं समेत सभी को बधाई देता हूं. ये बातें राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने कही.

राजस्व और खेल के रुके हुए काम को तेजी लाने को लेकर मंत्री टंकराम ने कहा, चुनाव सुनिश्चित हुए हैं. आचार संहिता हटी है. केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी है. मंत्री अपने-अपने विभागों को संभाले हैं. छत्तीसगढ़ के खेल प्रतिभा को निखारने के लिए दिल्ली जाएंगे. वहां हमारे मनसुख मांडविया प्रदेश के प्रभारी थे. खेल एवं युवा कल्याण विभाग उनके पास में है. हम उनके पास जाएंगे, आशीर्वाद लेंगे. छत्तीसगढ़ में युवाओं को खेल के प्रति प्रोत्साहित करने जितना ज्यादा कर सकते हैं उतना ज्यादा करेंगे.

गुरु रुद्र कुमार के मानहानि वाले बयान पर टंकराम वर्मा ने कहा, उनके पास और कोई काम नहीं है. उनके कार्यक्रम की तस्वीर आई है, वे भाषण दे रहे. इसमें बहुत सारे नेता थे. सतनामी समाज का शांतिपूर्ण प्रदर्शन था. इसमें देवेंद्र यादव का क्या काम था. वह भी उसमें शामिल हुए थे. कहीं ना कहीं किसी न किसी रूप में कांग्रेस ने समर्थन दिया है और उकसाया है.

बलौदाबाजार मामले में कार्रवाई को लेकर मंत्री टंकराम ने कहा, बलौदाबाजार में जो घटना घटी थी. वह दुर्भाग्यपूर्ण है. इसमें काफी सरकारी संपत्ति के साथ-साथ व्यक्तिगत संपत्ति का नुकसान हुआ है. इस मामले में कार्रवाई हो रही है. यह हमारे बलौदाबाजार के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के लिए ठीक नहीं है.