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कल्पना सोरेन ने विपक्ष पर बोला हमला : आज के अंग्रेज झारखंडियों की हिम्मत कैसे तोड़ सकते हैं


रांची :पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने कहा है कि आज के ये विपक्षी अंग्रेज कैसे झारखंडियों की हिम्मत तोड़ सकते हैं, उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया है कि मैं वृहद झारखंड की बेटी हूं और झारखंड की बहू.

अमर वीर पुरुखों, सिदो-कान्हू, भगवान बिरसा मुंडा, फूलो-झानो, बाबा तिलका मांझी, तेलंगा खड़िया, जतरा टाना भगत, पोटो हो समेत अनेकों वीर योद्धाओं और वीरांगनाओं के संघर्षों और पराक्रम को आत्मसात करते हुए मैं बड़ी हुई हूं. 

आदरणीय दिशोम गुरुजी के संघर्षों ने मुझे लड़ने और संघर्ष करने का हौसला दिया. मेरे पति जननायक हेमंत जी से मुझे राज्यवासियों के हितों, हक और अधिकारों को सर्वोपरि रखने की प्रेरणा मिली है.

कल्पना ने लिखा है कि अफ़्रीका के ज़ुलू आदिवासी समुदाय की एक कहावत है : आप या तो अपने पुरखों के चरणों में ज्ञान प्राप्त करते हैं या फिर समय के साथ…हमारे पुरखों ने अपने खून-पसीने से इस संघर्षी भूमि को सींचा है. उन्होंने कभी अंग्रेजों और अत्याचारियों के समक्ष घुटने नहीं टेके, तो फिर आज के ये विपक्षी अंग्रेज कैसे झारखंडियों की हिम्मत तोड़ सकते हैं?

 कल्पना ने लिखा है कि हेमंत जी हर झारखंडी के दिल में बसते हैं. आज हेमंत जी को भले ही केंद्र की भाजपा सरकार झूठे प्रपंचों के जरिए जेल में रखी हुई है, पर उनकी आवाज, कल्पना को वह रोक नहीं सकती.

भाजपा सरकार पर हमलावर,विधायक अमित मंडल ने सरकार पर बाहरियों को नौकरी देने का लगाया आरोप


झारखंड में जल जंगल जमीन का मुद्दा हमेशा से छाया रहा है एक बार फिर ऐसे ही मुद्दे को लेकर भाजपा सरकार पर हमलावर भी है। 

सरकार के द्वारा निकाले गए नियुक्तियों को लेकर बीजेपी का कहना है कि सरकार इस नियुक्ति के माध्यम से बाहरियो को नौकरी देने का काम कर रही है। 

आज भाजपा प्रदेश कार्यालय में विधायक अमित मंडल ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि यह सरकार कहती थी कि यहां थर्ड और फोर्थ ग्रेड की नौकरियों में स्थानीय को आरक्षण दिया जाएगा। इस पर सवाल खड़ा करते हुए उन्होंने कहा कि हालिया दिन में जो नियुक्तियां हुई है उसमें 70% बाहरियो को नौकरी दी गई है।

 इस तरह से बाहरियो को नौकरी सरकार दे रही है तो अपने कथन पर कैसे अमल कर रही है यह सोचने वाली बात है।

17 मार्च को होगी JPSC सिविल सर्विस की PT,12 मार्च से से लोग लोड कर सकेंगे वेवसाइट से एडमिट कार्ड लोड


JPSC सिविल सर्विस की तैयारी में जुटे अभ्यर्थियों के लिए बड़ी खबर सामने आयी है। JPSC ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सूचित किया है कि JPSC Civil Service की प्रारंभिक परीक्षा (PT) पूर्व निर्धारित तिथि 17 मार्च को ही होगी।

आयोग ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया है कि यह परीक्षा दो पालियों में आयोजित की जायेगी। प्रथम पाली में सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक पेपर-1 यानी सामान्य अध्ययन की परीक्षा होगी, वहीं द्वितीय पाली में दोपहर 2 बजे से शाम 4 बजे तक पेपर-2 यानी सामान्य अध्ययन की परीक्षा होगी।

10 और 11 मार्च को दी जायेगी परीक्षा केंद्र की जानकारी

अभ्यर्थी को किस जिले में परीक्षा केंद्र आवंटित किया गया है, इसकी जानकारी आयोग की ऑफिशियल वेबसाइट www.jpsc.gov.in पर 10 और 11 मार्च को उपलब्ध होगी।

आयोग ने कहा है कि अभ्यर्थी 10 और 11 मार्च को आयोग की Website पर जाकर अपना ई-मेल आईडी या फोन नंबर या Candidate ID और पासवर्ड डालकर अपने परीक्षा केंद्र की जानकारी हासिल कर सकते हैं।

12 मार्च से डाउनलोग कर सकेंगे एडमिट कार्ड

परीक्षा में शामिल होने के लिए आयोग द्वारा प्रवेश पत्र (Admit Card) डाक द्वारा नहीं भेजा जायेगा, बल्कि अभ्यर्थियों को अपना प्रवेश पत्र आयोग की ऑफिशल वेवसाइट से डाउनलोड करना होगा। आयोग ने बताया है कि अभ्यर्थी 12 मार्च से अपना प्रवेश पत्र, एटेंडेंस शीट और परीक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण अनुदेश आयोग की वेबसाइट www.jpsc.gov.in पर अपना रजिस्ट्रेशन नंबर, ई-मेल आईडी या फोन नंबर या कैंडिडेट आईडी और पासवर्ड डालकर डाउनलोड कर सकते हैं।

साथ ही कहा है कि अगर परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र (Admit Card) डाउनलोड करने में कोई दिक्कत हो, तो वे आयोग के हेल्पलाइन नंबर +91 9431301419 या +91 9431301636 या +91 8956622450 पर 16 मार्च तक कार्य दिवस में दिन के 11 बजे से शाम 5 बजे तक संपर्क कर सकते हैं।

परीक्षा के दिन फोटो भी लेकर आना होगा

प्रेस विज्ञप्ति में आयोग ने परीक्षार्थियों को निर्देश दिया है कि वे परीक्षा के दिन वेबसाइट से डाउनलोड किया गया अपना प्रवेश पत्र (Admit Card), अटेंडेंस शीट और आवेदन के समय दिये गये अपने फोटो की चार Self Attested रंगीन फोटो और एक वैध (Valid) फोटोयुक्त पहचान पत्र अपने परीक्षा केंद्र पर जरूर साथ लायें, अन्यथा उन्हें परीक्षा में शामिल होने नहीं दिया जायेगा।

खुद को NCB का अधिकारी बताकर लोगों से वसूली करने आये युवक युवती की लोगों ने की पिटाई, किया गया पुलिस के हवाले

रांची नामकुम थाना क्षेत्र के नामकुम बस्ती में शनिवार देर रात लोगों ने एक युवक-युवती जमकर पीटाई की । जानकारी के अनुसार  उक्त दोनों ने लोगों को अपने आप को नारकोटिक्स विभाग (NCB ) का अधिकारी बताया। 

दोनों फर्जी अधिकारी बन कर पैसा वसूलने के नियत से वहां गए थे। लोगों को उन दोनों पर शक हुआ।

पूछताछ के क्रम में सच्चाई सामने आ गई और फिर स्थानीय लोगों ने दोनों की जमकर पिटाई कर दी। इसके बाद दोनों युवक-युवती को पुलिस के हवाले कर दिया गया। दोनों को रिम्स में भर्ती कराया गया है।

युवक-युवती के बारे में बताया जा रहा है कि दोनों फर्जी तरीके से लोगों से वसूली करने का काम करते हैं।

दोनों खुद को कभी पत्रकार तो कभी कोई विभाग का अधिकारी बताकर लोगों से पैसे ठगते हैं। थाना प्रभारी ब्रह्मदेव प्रसाद ने रविवार को बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है।

चुनाव से पहले चुनाव आयोग का झारखंड का दौरा नही किया जाना चिंताजनक,प्रेसवार्ता कर जेएमएम प्रवक्ता सुप्रिय भट्टाचार्य ने कही यह बात


राँची: आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग के द्वारा जारी की जाने वाली तिथि को लेकर झामुमो के प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने प्रदेश कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन किया। आगामी लोकसभा चुनाव की घोषणा महज कुछ दिनों में होने वाली है पर अब तक चुनाव आयोग का दौरा झारखंड में नहीं हुआ है इसे लेकर जेएमएम ने चिंता जताई है।

साथ ही चुनाव आयोग के माध्यम से केंद्र की भाजपा पार्टी पर राजनीतिक प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

वही सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा है कि चुनाव घोषणा से पूर्व सभी राजनीतिक पार्टियों का राय लिया जाता है, पर अब तक झारखंड में चुनाव आयोग का दौरा नहीं हो पाया है हमारी पार्टी की ओर से यह आग्रह होगा कि चुनाव आयोग की टीम का दौरा झारखंड में आने वाले दो-चार दिनों के अंदर तत्काल हो और लोकसभा चुनाव के विषय पर हमारी राय को भी लिया जाए।

वही राज्यसभा में भारतीय जनता पार्टी से प्रदीप वर्मा की उम्मीदवारी की घोषणा के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा प्रवक्ता का कहना है कि झारखंड में एजुकेशनल ट्रस्ट के माध्यम से इनका पदार्पण हुआ है।

सीएम चम्पाई सोरेन ने की प्राथमिक विद्यालयों में जनजातीय भाषा की पढ़ाई शुरू करने हेतु अधिकारियों के साथ बैठक

राज्य में जनजातीय भाषाओं का संवर्धन और विकास प्राथमिकता

मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने आज कांके रोड रांची स्थित मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में झारखंड की समृद्ध जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषाओं के संवर्धन और विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा संचालित प्राथमिक विद्यालयों में जनजातीय भाषा की पढ़ाई प्रारंभ करने हेतु अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि राज्य सरकार द्वारा संचालित सभी प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा एक से पांचवीं वर्ग के पाठ्यक्रमों में यहां की समृद्ध जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषाओं को शामिल कर इन भाषाओं की पढ़ाई शीघ्र प्रारंभ की जाए।

 मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि राज्य की जनजातीय भाषा एवं क्षेत्रीय भाषाओं का संवर्धन और विकास उनकी सरकार की प्राथमिकता में है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि यथाशीघ्र जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषाओं के घंटी आधारित विशेषज्ञ शिक्षकों को सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया पूरी की जाए, ताकि प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ाई प्रारंभ की जा सके।

इस अवसर पर अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के मंत्री दीपक बिरुवा, मुख्यमंत्री के सचिव अरवा राजकमल एवं शिक्षा विभाग के वरीय पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।

रांची के पर्ल अपार्टमेंट में लगी आग, एक की मौत दूसरे की हालत गंभीर

रांची: राजधानी के चुटिया थाना क्षेत्र स्थित पर्ल अपार्टमेंट में शनिवार सुबह भीषण आग लग गयी। इस आग में झुलसने से एक बुजुर्ग की मौत हो गई। साथ ही उस व्यक्ति की बहन बुरी तरह झुलस गई। दोनों की उम्र क्रमश: 75 और 80 साल बताई गई है।

बताया जा रहा है कि रांची के सिरम टोली स्थित पर्ल अपार्टमेंट के दूसरे फ्लोर पर शनिवार को तड़के आग लगने से अपार्टमेंट के मालिक 75 वर्षीय जुलतन सुरीन की जलने से मौत हो गई। जबकि 80 वर्षीय उनकी बहन जोलेन होरो बुरी तरह झुलस गई। आग लगने के कारणों का पता नहीं लग पाया है। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड टीम के सदस्य राजेश कुमार और अविनाश कुमार ने आग की लपटों के बीच से झुलस चुकी महिला को बाहर निकाला और उन्हें इलाज के लिए हॉस्पिटल भेजा. वहीं अग्निशमन विभाग की टीम ने आग पर काबू पा लिया है।

घटना के बारे में परिजनों को मामले की जानकारी दे दी गई है। पुलिस के मुताबिक ऐसा लग रहा है कि शॉर्ट सर्किट या किसी अन्य कारण से घर में आग लगी है. दोनों बुजुर्ग की उम्र काफी अधिक थी, ऐसे में वे बाहर नहीं निकल सके, जिससे एक की मौत हो गई। फिलहाल, मामले की जांच की जा रही है।

कल्पना सोरेन और बसंत सोरेन को वाई श्रेणी की सुरक्षा, बाबूलाल मरांडी को अब जेड श्रेणी की सुरक्षा।


रांची : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन के राजनीति में कदम रखने के बाद राज्य सरकार ने उनको सुरक्षा मुहैया कराने का फैसला किया है। राज्य सुरक्षा वर्गीकरण समिति ने 119 वीआईपी की सुरक्षा श्रेणियों की समीक्षा करने के बाद सुरक्षा में कुछ बदलाव किये है।

राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, जेएमएम अध्यक्ष शिबू सोरेन को मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स की गाइडलाइंस के अनुसार जेड प्लस सुरक्षा दी गई है। 

वही पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन और उनके भाई मंत्री बसंत सोरेन को वाई श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध कराई गई है। बसंत सोरेन को पहले एक्स श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध थी, जिसे बढ़ाकर वाई किया गया है। 

इनकी सुरक्षा में कुल आठ जवान रहेंगे। आवास में पांच सशस्त्र सुरक्षा गार्ड और तीन पीएसओ उपलब्ध रहेंगे।

वहीं पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को अब वाई स्कॉट की जगह जेड श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध रहेगी। कल्पना सोरेन, मंत्री बेबी कुमारी, राज्यसभा सांसद महुआ माजी और आदित्य साहू को पहली बार सुरक्षा मुहैया कराई गई है। 

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे को वाई की जगह अब वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी को एक्स की जगह वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई है।

रिम्स के पांच डॉक्टर को प्राइवेट प्रेक्टिस करने के आरोप में किया गया चिह्नित,प्रबंधन ने चेताया,प्राइवेट प्रेक्टिस करें बंद नही तो होगी कार्रवाई

(झा.डेस्क)

राँची: रिम्स प्रबंधन ने निजी प्रैक्टिस करने वाले तीन विभागाध्यक्ष समेत पांच डॉक्टरों को चिह्नित किया है. इनमें कार्डियोलॉजी के एक, यूरोलॉजी के दो तथा डेंटल व न्यूरोलॉजी विभाग के एक-एक डॉक्टर शामिल हैं. सूत्रों के अनुसार, उक्त डॉक्टरों को रिम्स निदेशक ने खुद बुलाकर चेतावनी दी है. इन डॉक्टरों को निदेशक ने आगाह किया गया है कि आपके नाम की सूची सरकार के स्तर से उपलब्ध करायी गयी है. इससे आपको अवगत कराया जा रहा है. इसके बाद भी अगर आप निजी प्रैक्टिस करते हैं, तो सख्त कार्रवाई करते हुए सरकार को इससे अवगत कराया जायेगा.

जानकारी के अनुसार, न्यूरोलॉजी विभाग के डॉक्टर पर पहले से ही कार्रवाई की तैयारी चल रही है. उनके खिलाफ शिकायत के आधार पर कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया था. इसके अलावा रेडियोलॉजी विभाग के एक सीनियर रेजीडेंट का नाम भी निजी प्रैक्टिस में आया है. निदेशक ने उक्त डॉक्टर को भी बुलाकर समझा दिया है. वहीं, सीनियर डॉक्टरों के अलावा इंटर्न और पीजी डॉक्टरों को अपनी प्रशिक्षण अविधि के दौरान ईमानदारी से काम करने को कहा गया है.

एनपीए लेते हैं, तो नहीं कर सकते हैं निजी प्रैक्टिस

रिम्स के डॉक्टरों को एम्स की तर्ज पर वेतन और एनपीए मिलता है. इसलिए डॉक्टर ड्यूटी ऑवर के बाद भी निजी प्रैक्टिस नहीं कर सकते हैं. एनपीए लेनेवाले डॉक्टर को हर माह शपथ पत्र देना होता है कि वे निजी प्रैक्टिस नहीं करते हैं. इसके बावजूद डाॅक्टर निजी प्रैक्टिस कर रहे हैं.

रिम्स के दैनिक कर्मियों को आठ माह से नहीं मिला मानदेय

रिम्स में तैनात दैनिक कर्मियों को आठ माह से मानदेय नहीं मिला है. इससे कर्मचारियों को परिवार चलाने में परेशानी हो रही है. वहीं, बच्चों की फीस भी जमा नहीं कर पा रहे हैं. इससे कर्मचारी परेशान हैं. दैनिक कर्मियों का कहना है कि होली नजदीक है, लेकिन पैसा भुगतान की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पायी है. कुल 333 दैनिक कर्मी हैं. इनमें 269 पहले से दैनिक कर्मी के रूप में सेवा दे रहे है. वहीं, एजेंसी हटने के बाद गार्ड की नौकरी करने वाले 64 लोग दैनिक कर्मी के रूप में योगदान दे रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि पहले से कार्य करने वाले दैनिक कर्मियों को दो माह का मानदेय मिला है. लेकिन, बाद में योगदान देनेवाले 64 का वेतन आठ महीना से बाकी है. गौरतलब है दैनिक कर्मियों को प्रतिमाह 7,000 रुपये मानदेय मिलता है.

रिम्स के पांच डॉक्टर को प्राइवेट प्रेक्टिस करने के आरोप में किया गया चिह्नित,रिम्स प्रबंधन ने चेताया,प्राइवेट प्रेक्टिस करें बंद नही तो होगी कार


(झा.डेस्क)

राँची: रिम्स प्रबंधन ने निजी प्रैक्टिस करने वाले तीन विभागाध्यक्ष समेत पांच डॉक्टरों को चिह्नित किया है. इनमें कार्डियोलॉजी के एक, यूरोलॉजी के दो तथा डेंटल व न्यूरोलॉजी विभाग के एक-एक डॉक्टर शामिल हैं. सूत्रों के अनुसार, उक्त डॉक्टरों को रिम्स निदेशक ने खुद बुलाकर चेतावनी दी है. इन डॉक्टरों को निदेशक ने आगाह किया गया है कि आपके नाम की सूची सरकार के स्तर से उपलब्ध करायी गयी है. इससे आपको अवगत कराया जा रहा है. इसके बाद भी अगर आप निजी प्रैक्टिस करते हैं, तो सख्त कार्रवाई करते हुए सरकार को इससे अवगत कराया जायेगा.

जानकारी के अनुसार, न्यूरोलॉजी विभाग के डॉक्टर पर पहले से ही कार्रवाई की तैयारी चल रही है. उनके खिलाफ शिकायत के आधार पर कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया था. इसके अलावा रेडियोलॉजी विभाग के एक सीनियर रेजीडेंट का नाम भी निजी प्रैक्टिस में आया है. निदेशक ने उक्त डॉक्टर को भी बुलाकर समझा दिया है. वहीं, सीनियर डॉक्टरों के अलावा इंटर्न और पीजी डॉक्टरों को अपनी प्रशिक्षण अविधि के दौरान ईमानदारी से काम करने को कहा गया है.

एनपीए लेते हैं, तो नहीं कर सकते हैं निजी प्रैक्टिस

रिम्स के डॉक्टरों को एम्स की तर्ज पर वेतन और एनपीए मिलता है. इसलिए डॉक्टर ड्यूटी ऑवर के बाद भी निजी प्रैक्टिस नहीं कर सकते हैं. एनपीए लेनेवाले डॉक्टर को हर माह शपथ पत्र देना होता है कि वे निजी प्रैक्टिस नहीं करते हैं. इसके बावजूद डाॅक्टर निजी प्रैक्टिस कर रहे हैं.

रिम्स के दैनिक कर्मियों को आठ माह से नहीं मिला मानदेय

रिम्स में तैनात दैनिक कर्मियों को आठ माह से मानदेय नहीं मिला है. इससे कर्मचारियों को परिवार चलाने में परेशानी हो रही है. वहीं, बच्चों की फीस भी जमा नहीं कर पा रहे हैं. इससे कर्मचारी परेशान हैं. दैनिक कर्मियों का कहना है कि होली नजदीक है, लेकिन पैसा भुगतान की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पायी है. कुल 333 दैनिक कर्मी हैं. इनमें 269 पहले से दैनिक कर्मी के रूप में सेवा दे रहे है. वहीं, एजेंसी हटने के बाद गार्ड की नौकरी करने वाले 64 लोग दैनिक कर्मी के रूप में योगदान दे रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि पहले से कार्य करने वाले दैनिक कर्मियों को दो माह का मानदेय मिला है. लेकिन, बाद में योगदान देनेवाले 64 का वेतन आठ महीना से बाकी है. गौरतलब है दैनिक कर्मियों को प्रतिमाह 7,000 रुपये मानदेय मिलता है.