त्रिपक्षीय वार्ता की विफलता के बाद टासरा प्रोजेक्ट का चक्का जाम कर सकती है समिति - गोवर्धन मंडल
सिंदरी । सेल चासनाला कार्यालय के सभागार में शुक्रवार को सेल चासनाला प्रबंधन, संवेदक केटीएमपीएल और टासरा रोहड़ाबाँध रैयत ग्रामीण संघर्ष समिति के सदस्यों के बीच आयोजित ग्रामीणों के 12 सूत्री मांगों पर त्रिपक्षीय वार्ता विफल रही। सेल चासनाला की महत्वाकांक्षी परियोजना टासरा प्रोजेक्ट में एमडीओ कार्य करने आई कंपनी कल्याणेश्वरी टासरा माइनिंग प्रा लिमिटेड के चक्का जाम की तैयारी समिति सहित स्थानीय ग्रामीण कर सकते हैं। इसकी सूचना टासरा रोहड़ाबाँध रैयत ग्रामीण संघर्ष समिति के गोवर्धन मंडल ने शुक्रवार को दी। उन्होंने बताया कि सेल चासनाला कार्यालय के सभागार में आयोजित ग्रामीणों के 12 सूत्री मांगों पर त्रिपक्षीय वार्ता विफल रही है। उन्होंने बताया कि सेल प्रबंधन रोहड़ाबाँध और टासरा मौजा के रैयतों की 224 एकड़ भूमि का एकमुश्त अधिग्रहण के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने बताया कि प्रबंधन अपने अड़ियल रवैये के साथ काम करना चाह रही है। उन्होंने बताया कि सेल की संवेदक कंपनी केटीएमपीएल धरातल पर कार्य कर रही है। वहीं टासरा प्रोजेक्ट के आसपास के रैयतों और ग्रामीणों की उपेक्षा की जा रही है। उन्होंने बताया कि विगत 8 जनवरी को सेल प्रबंधन को दिए माँगपत्र में वर्ष 2015 के विस्थापित परिवारों को नियोजन, सभी 224 एकड़ भूमि के रैयतों को समान अधिकार, विस्थापित रैयतों को पीढ़ी दर पीढ़ी नियोजन, ग्रामीण युवाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण और रैयतों को विस्थापन से पूर्व बिजली, पानी व सड़क की व्यवस्था करने की माँग की गई थी। उन्होंने प्रबंधन को चेतावनी देते हुए बताया कि वार्ता विफल होने पर समिति चरणबद्ध आंदोलन के लिए तैयारी कर रही है। त्रिपक्षीय वार्ता में सेल जीएम शिवराम बनर्जी, पंकज मंडल, पंकज यादव, केटीएमपीएल के विजय शर्मा और मनीष रंजन, ग्रामीणों में गोवर्धन मंडल, गर्जन सिंह, देवेन मंडल, मिहिर मंडल, अनिल सिंह, जीतू सिंह, सहदेव मंडल, गोपाल महतो, गोपाल मुखर्जी, राहुल देव सिंह, पूरण सिंह, विनोद सिंह, परमेश्वर मंडल, वीरु मंडल सहित दर्जनों ग्रामीण शामिल थे।
Jan 20 2024, 18:18