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भोजपुरी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता ब्रिजेश त्रिपाठी का दिल का दौरा पड़ने से हुआ निधन

भोजपुरी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता ब्रिजेश त्रिपाठी का निधन हो गया है। अभिनेता की मौत दिल का दौरा पड़ने के कारण हुई। रिपोर्ट्स के अनुसार, ब्रिजेश त्रिपाठी को दो हफ्ते पहले डेंगू हुआ था, जिसके लिए उन्हें मेरठ के अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

अस्पताल में अभिनेता का इलाज चल रहा था।

अस्पताल पहुंचने से पहले तोड़ा दम

अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद अभिनेता को मुंबई लाया गया, लेकिन कल रात उन्हें दिल का दौरा पड़ा और आनन-फानन उन्हें अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल ले जाने के दौरान ही अभिनेता ने दम तोड़ दिया था।

अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया अभिनेता का परिवार मुंबई में रहता था। आज होगा अंतिम संस्कार अभिनेता की मौत की खबर मिलने के बाद से भोजपुरी इंडस्ट्री में गम का माहौल है। 

ब्रिजेश त्रिपाठी का अंतिम संस्कार आज सोमवार, 18 दिसंबर को किया जाएगा। वे 46 वर्षों से अधिक समय से फिल्म उद्योग में थे। उन्होंने 1979 में फिल्म 'सैंया तोहारे कारन' से डेब्यू किया था। उनकी पहली हिंदी फिल्म 1980 में आई 'टैक्सी चोर' थी।

भोजपुरी इंडस्ट्री में आने से पहले वह बॉलीवुड का हिस्सा थे। वह कई टीवी सीरीज का भी हिस्सा रह चुके हैं। बृजेश त्रिपाठी 'नो एंट्री', 'ओम', 'गुप्ता: द हिडन ट्रुथ', 'मोहरा', 'देवरा भईल दीवाना', 'हमार बॉडीगार्ड शिवा', 'ड्राइवर राजा', 'पिया चांदनी', 'राम कृष्ण बजरंगी' और 'जनता दरबार' सहित अन्य फिल्मों का भी हिस्सा रहे हैं।

रवि किशन ने जताया शोक

बृजेश त्रिपाठी ने अजय देवगन, अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान, सलमान खान, रजनीकांत, धर्मेंद्र और विनोद खन्ना सहित अन्य के साथ स्क्रीन स्पेस साझा किया। 

उन्होंने बॉलीवुड में 250 से ज्यादा फिल्में कीं। उन्होंने भोजपुरी फिल्मों में मनोज तिवारी, रवि किशन,दिनेश लाल यादव, पवन सिंह और खेसारी लाल यादव समेत कई लोगों के साथ काम किया था। उनके निधन पर फिल्म अभिनेता और गोरखपुर सांसद रवि किशन ने दुख जताया है। 

उन्होंने कहा, 'बृजेश त्रिपाठी जी के साथ हमने लगभग 100 फिल्में की थीं, उनका जाना भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री से एक युग का प्रस्थान है। ईश्वर उनकी पुण्यात्मा को स्वर्ग के सर्वोच्च सम्मान से अलंकृत करें।'

हम सबके पसंदीदा समोसे पर लगी है इस देश मे पाबंदी,बनाते या खाते पकड़े गए तो मिलेगी सज़ा!


नयी दिल्ली : अपने देश में शाम की चाय के साथ समोसे खाने का शौक लगभग सभी लोगों को होता है. गर्मागर्म समोसे छनते देखकर जहां भारतीय दौड़े चले जाते हैं, वहीं दुनिया में एक देश ऐसा है, जहां समोसे पर ही पाबंदी लगी हुई है।

यूं तो समोसे और चाय का कॉम्बिनेशन भला किसे पसंद नहीं होता है. भारतीय लोगों को तो सबसे ज्यादा अच्छे लगने वाले कुछ स्नैक्स में समोसा शुमार है।

देश के हर कोने में आपको बाज़ार और गलियों में छनते हुए समोसे दिख जाएंगे. जगह के हिसाब से इसका रेट भले ही बदलता रहे लेकिन इसका लाजवाब स्वाद एक जैसा ही होता है.

समोसे की इतनी बड़ाई हम इसलिए कर रहे हैं क्योंकि भारत में लोगों को ये खूब पसंद है एन एफ। लेकिन एक देश ऐसा भी है, जहां यही समोसा खाने के लिए लोगों को तरसना पड़ता है. हमारे यहां मेहमानों को समोसा बेझिझक परोसा जाता है और वो भी स्वाद ले-लेकर खाते हैं लेकिन एक अफ्रीकन देश में इसे बनाने और खाने पर पूरी तरह से पाबंदी है. अगर इस नियम को तोड़ने की कोशिश की तो यहां सज़ा तक मिलती है।

यहां दुर्लभ हैं समोसे के दर्शन

एक तरफ एशियन देशों से निकलकर समोसा यूरोप तक में पहुंच रहा है तो दूसरी तरफ अफ्रीकन देश सोमालिया में समोसे खाने पर पाबंदी लगी हुई है. इस देश में समोसे को बनाने, खरीदने और खाने पर रोक है और इसका उल्लंघन करने पर लोगों को सज़ा भी दी जाती है।

आप सोच रहे होंगे कि आखिर इसकी वजह क्या हो सकती है? तो समोसा बैन होने के लिए इसका तिकोना आकार ज़िम्मेदार है. सोमालिया के एक चरमपंथी समूह का मानना है कि समोसे का आकार क्रिश्चियन समुदाय के एक चिह्न से मिलता है. वैसे इसकी एक वजह ये भी बताई जा रही है कि समोसे में सड़े-गले मीट भरने की वजह से इस पर पाबंदी लगी है।

संसद की सुरक्षा में हुई चूक के मामले में मैसूर से भाजपा सांसद से भी पुलिस कर सकती है पूछताछ


नई दिल्ली। संसद की सुरक्षा में हुई चूक मामले में रोजाना नए खुलासे हो रहे हैं। इस बीच दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपियों से पूछताछ की है। इस पूछताछ में दिल्ली पुलिस के हाथ चौंकाने वाली जानकारी लगी है।

दिल्ली पुलिस के हाथ लगी बड़ी जानकारी

दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले में गिरफ्तार किए गए पांच आरोपियों ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि लोकसभा के चैंबर में कूदने से पहले उन्होंने आत्मदाह करने और पर्चे बांटने की योजना बनाई थी।

आत्मदाह करने पर भी किया था विचार

दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने प्रेस को बताया कि इस योजना को अंतिम रूप देने से पहले आरोपियों ने कुछ ऐसे तरीकों पर भी विचार किया था, जिससे वह अपने संदेश को सरका तक पहुंचा सके। उन्होंने सबसे पहले आत्मदाह करने का विचार किया था, लेकिन बाद में इस फैसले से पीछे हट गए।

BJP सांसद से हो सकती है पूछताछ

इसके अलावा उन्होंने संसद के अंदर पर्चे बांटने पर भी विचार किया, लेकिन वे अपनी नई योजना पर आगे बढ़े। अधिकारी ने बताया कि स्पेशल सेल की काउंटर इंटेलिजेंस की एक टीम मामले के संबंध में मैसूर से भाजपा सांसद सिम्हा का बयान दर्ज कर सकती है।बता दें कि मामले की जांच दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल कर रही है। गिरफ्तार किए गए सभी पांच आरोपियों को सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।

क्या था मामला?

उल्लेखनीय है कि 13 दिसंबर को संसद के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही के दौरान दो युवकों ने लोकसभा की सुरक्षा में सेंध लगाई थी। दर्शक दीर्घा में बैठे दोनों लोग सदन के बीच कूद गए थे। हालांकि, वहां मौजूद सांसदों ने उन्हें पकड़ लिया था और उन दोनों की पिटाई कर दी थी।

भारतीय नौसेना ने अरब सागर में मालवाहक जहाज को सोमालियाई डकैत, द्वारा अगवा करने के प्रयास को किया नाकाम


नई दिल्ली। अरब सागर में एक मालवाहक जहाज को सोमालियाई डकैतों द्वारा अगवा करने के प्रयास को भारतीय नौसेना ने नाकाम कर दिया।

जानकारी के अनुसार 18 चालक दल के सदस्यों के साथ माल्टा-ध्वज वाले जहाज का अपहरण करने की कोशिश की गई। इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय नौसेना ने शनिवार को कहा कि उसने अरब सागर की समुद्री घटना पर तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी है।

क्षेत्र में निगरानी कर रहे नौसेना के समुद्री गश्ती विमान और अदन की खाड़ी में समुद्री डकैती रोधी गश्त पर उसके युद्धपोत को जहाज एमवी रुएन का पता लगाने के लिए तैनात किया गया।

 एक इमरजेंसी कॉल के बाद एमवी रुएन का पता लगाने और सहायता करने के लिए इन जहाजों को तैनात किया गया था।

अधिकारियों ने कहा कि अपहरण के प्रयास की सूचना गुरुवार को दी गई और भारतीय नौसेना ने शुक्रवार तड़के घटना क्षेत्र में अपने मिशन के लिए अपने गश्ती विमान तैनात किए। सूत्रों के मुताबिक हाईजैक किए गए समाज पर सोमालिया के समुद्री डाकू हो सकते हैं।

समुद्री डकैती विरोधी गश्त जहाज तैनात

नौसेना ने कहा कि उसके विमान ने अपहरण हुए जहाज के ऊपर से उड़ान भरी और वह लगातार जहाज की गतिविधियों पर नजर रख रही है। दरअसल, वह जहाज लगातार सोमालिया के तट की ओर बढ़ रहा है। भारतीय नौसेना के एक प्रवक्ता ने कहा, "विकासशील स्थिति पर त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए, भारतीय नौसेना ने अपने नौसैनिक समुद्री गश्ती विमान को क्षेत्र में निगरानी करने और एमवी रुएन का पता लगाने और सहायता करने के लिए अदन की खाड़ी में समुद्री डकैती विरोधी गश्त पर भेज दिया।"

जहाज की गतिविधियों पर बारीकी से नजर

नौसेना प्रवक्ता ने कहा, "विमान ने 15 दिसंबर की सुबह अपहृत जहाज के ऊपर से उड़ान भरी और विमान लगातार जहाज की गतिविधियों पर नजर रख रहा है, जो अब सोमालिया के तट की ओर बढ़ रहा है।" अधिकारी ने कहा कि समुद्री डकैती रोधी गश्त के लिए अदन की खाड़ी में तैनात भारतीय नौसेना के युद्धपोत ने भी शनिवार सुबह एमवी रुएन को रोका। प्रवक्ता ने कहा कि क्षेत्र की अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय में स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है।

कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने संसद में दी जानकारी, देश की अदालतों में 5 करोड़ से ज्यादा मामले हैं लंबित


 नई दिल्ली। शुक्रवार को लोकसभा को सूचित किया गया कि देश की विभिन्न अदालतों में पांच करोड़ से अधिक मामले लंबित हैं। साथ ही, बताया गया कि उनमें से 80,000 मामले सुप्रीम कोर्ट में हैं। इसके साथ ही कानून मंत्री ने सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट में भी लंबित मामलों के भी आंकड़े बताए हैं।

एक लिखित उत्तर में, कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि 1 दिसंबर तक 5,08,85,856 लंबित मामलों में से 61 लाख से अधिक 25 उच्च न्यायालयों में थे।

लंबित मामलों के आंकड़े ने चौंकाया

शुक्रवार को लोकसभा में जानकारी देते हुए केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने बताया कि देश की विभिन्न अदालतों में लंबित 5 करोड़ से अधिक मामलों में सभी 25 उच्च न्यायालयों में लंबित 61 लाख से अधिक मामले शामिल हैं। सुप्रीम कोर्ट में भी लंबित कुल 80 हजार मामले शामिल हैं। कानून मंत्री मेघवाल ने बताया है कि देश के जिला और अधीनस्थ अदालतों में 4.46 करोड़ से अधिक मामले लंबित पड़े हैं।

न्यायाधीशों की नियुक्ति का आंकड़ा

केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि भारतीय न्यायपालिका की कुल स्वीकृत संख्या 26,568 न्यायाधीशों की है। जहां सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीशों की स्वीकृत संख्या 34 है, वहीं हाई कोर्ट में न्यायाधीशों की स्वीकृत संख्या 1,114 है। जिला और अधीनस्थ न्यायालयों में न्यायाधीशों की स्वीकृत संख्या 25,420 है।

रिक्तियों की दी गई जानकारी

केंद्रीय कानून मंत्री ने बताया कि हाई कोर्ट कॉलेजियम द्वारा भेजे गए न्यायाधीशों की नियुक्ति के लिए 123 प्रस्ताव आए हैं, जिनमें से 12 दिसंबर तक 81 प्रस्ताव प्रक्रिया के विभिन्न चरण में हैं। वहीं, शेष 42 प्रस्ताव सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम के विचाराधीन हैं।

गृहमंत्री अमित शाह को हत्यारा कहने पर चल रहे मानहानि के मुकदमे में पांच साल से कोर्ट में हाज़िर नही हो रहे राहुल गांधी

नई दिल्ली । गृहमंत्री अमित शाह को हत्यारा कहने पर चल रहे मानहानि के मुकदमे में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी शनिवार को एमपी एमएलए न्यायालय में हाजिर नहीं हुए। मजिस्ट्रेट योगेश यादव ने छह जनवरी को उपस्थित होने के लिए फिर से समन जारी करने का आदेश दिया है।

जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष व भाजपा नेता विजय मिश्र ने राहुल गांधी पर पांच साल पहले विशेष न्यायालय में परिवाद दायर किया था। इसपर कांग्रेस नेता पर भारतीय दंड विधान की धारा 500 के तहत मुकदमा चलाने का आदेश दिया गया है। 

वीडियो क्लिप देखकर उठा था मामला

मिश्र ने अपने परिवाद में लिखा है कि 15 जुलाई 2018 को पार्टी कार्यकर्ता अनिरुद्ध शुक्ल व दिनेश कुमार ने मोबाइल पर एक वीडियो क्लिप दिखाया था। इसमें राहुल गांधी अमित शाह को हत्यारा कह रहे थे। 

मजिस्ट्रेट को दिए अपने बयान में विजय मिश्र ने कहा है कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा आरोप निरस्त होने के बाद राहुल गांधी का यह बयान राजनीतिक स्टंट है। इससे वह अपमानित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने बयान बेंगलुरु में हुई प्रेस कांफ्रेंस का बताया है, जो जज लोया की मृत्यु से जुड़े तथ्यों को लेकर था। 

तामिला रिपोर्ट न होने पर समन जारी करने का आदेश

मिश्र के अधिवक्ता संतोष पांडेय ने बताया कि परिवादी व दो गवाहों के बयान व साक्ष्यों के आधार पर राहुल गांधी को दंडाधिकारी ने आईपीसी की धारा 500 के तहत सुनवाई के लिए तलब किया था। पेशी तिथि पर न आने के कारण अधिवक्ता ने वारंट निर्गत करने का निवेदन किया। पहले से जारी समन की तामिला रिपोर्ट न होने पर मजिस्ट्रेट ने फिर से समन जारी करने का आदेश दिया है।

#IND vs ENG Women's Test Match: भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड को 347 रन से धोया, दर्ज की टेस्ट इतिहास की सबसे बड़ी जीत


भारतीय महिला क्रिकेट टीम और इंग्लैंड महिला टीम के बीच मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में एकमात्र टेस्ट मैच खेला गया. हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड को 347 रनों से बड़े अंतर से हरा दिया. मेजबान टीम ने इंग्लैंड को जीत के लिए 479 रनों का लक्ष्य दिया था. इसके जवाब में इंग्लैंड के सभी बल्लेबाज 131 रनों पर ही पवेलियन लौट गए. पहली पारी में भी इंग्लैंड की टीम मात्र 136 रनों पर ही ऑलआउट हो गई थी. इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय महिलाओं ने पहली बार अपने घर में टेस्ट मैच जीता है.

दीप्ति शर्मा को मिला 'POTM'

इस मैच में टीम इंडिया की ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा ने दोनों ही पारियों में कमाल का प्रदर्शन हुए 87 रन बनाए और 9 विकेट भी झटके. इस मैच विनिंग प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. पहली पारी में बल्लेबाजी करते हुए दीप्ति शर्मा ने 67 रनों की शानदार अर्धशतकीय पारी खेली. इस पारी में उनके बल्ले से 10 चौके और 1 छक्का भी निकला. वहीं, गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 5 विकेट हॉल अपने नाम किया. दूसरी पारी में भी वह 4 विकेट लेने में कामयाब रहीं. वहीं, बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने 20 रन बनाए थे.

मशहूर उद्योगपति गौतम अडानी ने खरीदी मशहूर न्यूज एजेंसी आईएएनएस


नयी दिल्ली : मशहूर उद्योगपति गौतम अडानी ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस को खरीद लिया है. इस सौदे के बाद अडानी समूह की मीडिया में पकड़ और ज्यादा मजबूत हो गई है।

इससे पहले उन्होंने पिछले साल मार्च में क्विंटिलॉन बिजनेस मीडिया को खरीदा था, जो कि बीक्यू प्राइम नाम से डिजिटल मीडिया प्लेटफार्म चलाती है।

इसके बाद दिसंबर में अडानी समूह ने एनडीटीवी में 65 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी।

जम्मू कश्मीर मे सिख रीति रिवाज से शादी को वैधानिक मान्यता देने वाला आनंद कारज एक्ट लागू, प्रदेश के सिख समुदाय में खुशी


नयी दिल्ली : सिख पारंपरिक विवाह को कानूनी मान्यता के दायरे में लाया गया। सर्वप्रथम केरल ने इसे लागू किया। इसके बाद अन्य प्रदेशों में इसे लागू किया गया, लेकिन अनुच्छेद 370 के कारण जम्मू-कश्मीर यह एक्ट लागू नहीं हो सका। 

जम्मू कश्मीर में 11 साल बाद आनंद कारज एक्ट लागू होने से सिख समुदाय में खुशी है। इस पर 2012 में संसद ने आनंद विवाह (संशोधन) विधेयक पारित किया था, जिससे सिख पारंपरिक विवाह को कानूनी मान्यता के दायरे में लाया गया।

सर्वप्रथम केरल ने इसे लागू किया। इसके बाद अन्य प्रदेशों में इसे लागू किया गया, लेकिन अनुच्छेद 370 के कारण जम्मू-कश्मीर यह एक्ट लागू नहीं हो सका। 370 हटने के बाद सिख समुदाय ने मार्च, 2021 में पहली बार उप राज्यपाल मनोज सिन्हा के समक्ष मसले को उठाया। अब एक्ट को प्रदेश में लागू कर दिया गया है। अब सिर्फ उपनियमों को लागू किया जाना है। 

जिला गुरुद्वारा प्रबंधक समिति जम्मू के उपाध्यक्ष बलविंदर ने कहा कि यह लंबित मांग थी। इसे पूरा करने के लिए हम उप राज्यपाल मनोज सिन्हा के आभारी हैं।

आनंद विवाह अधिनियम का उद्भव 1909 में हुआ जब ब्रिटिश इंपीरियल लेजिस्लेटिव काउंसिल ने सिख विवाह समारोह आनंद कारज को मान्यता देने के लिए एक कानून पारित किया। सिख समुदाय की मांग है कि एक्ट में उपनियमों को जल्द बनाया जाए और लागू करवाया जाए।एक्ट के अनुसार शादी का पंजीकरण कानून के तहत हो सकेगा।

सिख यूथ सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष तेजेंद्र सिंह अमन ने कहा, प्रदेश में एक्ट लागू नहीं था। ऐसे में कोई दस्तावेज शादी का जारी नहीं होता था। अब एक्ट लागू होने से लाभ मिलेगा। जिला गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के महासचिव सुरजीत सिंह ने कहा कि देर से सही, लेकिन जीत मिली है। अब शादी का पंजीकरण हो सकेगा। 

सिख प्रोग्रेसिव फ्रंट के महासचिव सरदार मनजीत सिंह ने कहा कि फैसला खुशी वाला है। आनंद मैरिज एक्ट लागू होने से प्रमाण पत्र मिल सकेंगे।

हेल्थ: हार्ट अटैक के पूर्व आपके स्किन पर उभरती है शुरुआती लक्षण जिसका आप कतई ना करे इग्नोर ...?

आज हार्ट अटैक एक बेहद गंभीर और जानलेवा समस्या बन गयी है,सिर्फ बुजुर्ग ही नही बल्कि युवा एवं बच्चे की जान भी हंसते खेलते चली जा रही है।हार्ट अटैक के पूर्व हमारे शरीर में कई लक्षण उभरते हैं जिन्हें हम साधारण लक्षण समझ कर इग्नोर कर देते हैं। आइये आज बताते हैं हार्ट की गड़बड़ी से आप के त्वचा के कुछ साधारण लक्षण जिन्हें हम अक्सरहां इग्नोर कर देते हैं जबकि वह हार्ट अटैक के पूर्व का साइन है।

 हार्ट को हेल्दी रखने के लिए जितना जरूरी सही व हेल्दी डाइट और नियमित रूप से एक्सरसाइज करना है, उतना ही जरूरी है हार्ट से जुड़ी बीमारियों के बारे में पर्याप्त जानकारी लेना और हार्ट अटैक से पहले शरीर में दिखने वाले कुछ साधारण लक्षणों की पहचान करना है।

 हार्ट अटैक से ठीक पहले कुछ लक्षण स्किन में भी देखे जा सकते हैं, जिन्हें कुछ लोग तो अन्य छोटी-मोटी समस्याएं समझ कर इग्नोर कर देते हैं। इस लेख में हम आपको ऐसे ही कुछ लक्षणों के बारे में आपको बताने वाले हैं, जो हार्ट अटैक का शुरुआती संकेत हो सकते हैं।

1. त्वचा नीली पड़ जाना 

जब हार्ट ठीक से काम न कर पाए तो शरीर के कुछ अंगों तक वह पूरी तरह से रक्त नहीं पहुंचा पाता है और इस कारण से खून व ऑक्सीजन की कमी के साथ शरीर के वे हिस्से नीले पड़ने लगते हैं। ऐसा खासतौर पर पैरों व हाथों के आसपास देखा जाता है, जो हार्ट से काफी दूर होती हैं।

2. पैरों की उंगलियों में गांठ बनना

 

पैरों की उंगलियों में चिपचिपे पदार्थ से भरी गांठ बनना भी हार्ट से जुड़ी बीमारी का संकेत देता है, जिसका मतलब है कि हार्ट या शरीर के किसी हिस्से में प्रोटीन जमा हो रहा है, जो बाद में किसी धमनी को ब्लॉक करके हार्ट अटैक का खतरा पैदा कर सकता है। यह गांठ सिर्फ पैरों की उंगलियों में ही नहीं बल्कि शरीर के किसी भी हिस्से में बन सकती हैं।

3. अचानक से ज्यादा पसीना आना 

पसीना आना वैसे तो सामान्य स्थिति होती है, लेकिन अचानक से ज्यादा पसीना आना कई बार हार्ट से जुड़ी बीमारियों का संकेत भी हो सकता है। दरअसल, जब हार्ट किसी कारण से ठीक तरीके ब्लड पंप करने में उसे ज्यादा मेहनत करनी पड़ रही है, तो इस कारण अचानक से पसीना आने लगता है। इस लक्षण को गलती से भी इग्नोर नहीं करना चाहिए।

4. पैरों व टखनों में सूजन आना 

पैरों या फिर टखनों के आसपास सूजन आने की स्थिति को बिल्कुल भी सामान्य नहीं समझना चाहिए, क्योंकि यह कई अंदरूनी बीमारियों को खराब होने का संकेत हो सकता है। जब हार्ट ठीक से काम न कर पाए तो शरीर के दूर के हिस्सों में रक्त जमा होने लगता है।

5. त्वचा पर बैंगनी रंग के निशान

 

शरीर में जब रक्त संचारण क प्रक्रिया जब ठीक से काम नहीं कर पाती है, तो इस कारण से शरीर के कई हिस्सों पर हल्के नीले या बैंगनी निशान बनने लग सकते हैं। रक्त संचारण प्रक्रिया आमतौर पर हार्ट की कोई धमनी के कारण होता है, क्योंकि उसके कारण कई रक्त वाहिकाओं में ब्लड सप्लाई रुक जाती है।