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समूचे लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं का दीमक बनी सरकार

गोरखपुर। उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग के वार्षिक लेखा परीक्षण रिपोर्ट का यदि अवलोकन किया जाए तो प्रतिवर्ष अरबों खरबों रुपए के गंभीर वित्तीय अनिमियता व आर्थिक अपराध को अंजाम देते हुए अभियंताओं द्वारा सरकारी धनराशि का बंदरबांट किया जा रहा है।

जिसकी पुष्टि मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग के खण्डीय कार्यालयों में सीएजी आधारित लगभग करोडों रुपए के कारित भ्रष्टाचार के विरुद्ध तीसरी आंख मानवाधिकार संगठन द्वारा 870 दिनों से प्रचलित सत्याग्रह संकल्प से किया जा सकता है।

परन्तु बड़े ही हैरत की बात है कि मुख्य मंत्री के गृह नगर में 870 दिनों से भ्रष्टाचार के विरुद्ध प्रचलित सत्याग्रह संकल्प पर सरकार के समूचे तंत्र कार्रवाई करने में अब तक विफल है, अब सवाल उठता है कि मुख्यमंत्री को आए दिन गोरखपुर आगमन पर भ्रष्टाचार के विरुद्ध प्रचलित सत्याग्रह संकल्प नहीं दिखता।

क्या सरकार के अन्वेषण विभाग द्वारा प्रेषित दैनिक रिपोर्ट के अनुरूप सत्याग्रह संकल्प संज्ञान में नहीं आता

क्या भ्रष्टाचार के विरुद्ध अहिंसात्मक सत्याग्रह संकल्प वैधानिक कार्यवाही के पात्र नहीं है।

ये सभी अनुउत्तरित सवाल कहीं न कहीं इस बात का इशारा करते हैं कि उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग में भ्रष्टाचार के प्रचलित व्यापार को सरकार और सरकार के करिंदों का संलिप्तता व संरक्षण है और शायद यही कारण है कि अभियंताओं द्वारा निरंकुश भ्रष्टाचार के व्यापार पर सरकार कार्रवाई करने में अक्षम है।

जिसके परिणाम स्वरूप मानवाधिकार कार्यकर्ताओं द्वारा भ्रष्टाचार के विरुद्ध प्रचलित सत्याग्रह संकल्प के बिंदुवार मांगों पर सरकार कार्रवाई करने में लाचार व बीमार है।

अगर यह कहा जाए की मानवाधिकार सत्याग्रहियों व संवैधानिक व्यवस्थाओं के साथ सरकार की कार्य प्रणाली दोयम दर्जे की है तो यह अतिशयोक्ति नहीं होगा।

उपरोक्त बातें सत्याग्रह पर बैठे सत्याग्रहियों ने बेवाक कही।

बीईओ ने किया स्कूलों का औचक निरीक्षण,शिक्षकों को दिए निर्देश

खजनी गोरखपुर।बीईओ खजनी राकेश कुमार पांडेय ने खजनी ब्लॉक क्षेत्र के भिटहां गांव के प्राथमिक विद्यालय तथा कंपोजिट विद्यालय सहसीं का औचक निरीक्षण किया तथा शिक्षकों को आवश्यक विभागीय दिशा निर्देश दिए।

सहसीं गांव के कंपोजिट स्कूल में निरीक्षण में पहुंचे बीईओ ने स्कूल परिसर के कायाकल्प और बच्चों तथा शिक्षकों की शैक्षणिक गतिविधियों का सामान्य औपचारिक परीक्षण किया। उन्होंने विद्यालय के अन्य कक्षों का कायाकल्प कराने कक्षाओं में टीएलएम के पोस्टर और चित्र लगवाने तथा निपुण अभियान के तहत बच्चों को शैक्षिक स्तर पर प्रवीण बनाने के सामान्य दिशा निर्देश दिए।

उन्होंने सभी शिक्षकों को नियमित नियत समय पर स्कूल पहुंचने का निर्देश दिया। साथ ही प्रधानाध्यापक प्रेम नारायण तिवारी और सहायक अध्यापक शांति भूषण राम तिवारी के प्रयासों से स्कूल के शैक्षिक वातावरण बच्चों के अनुकूल होने पर उनकी सराहना की। प्रधानाध्यापक के अनुरोध पर उन्होंने स्कूल परिसर में पौधरोपण भी किया।

इससे पूर्व आज सबेरे प्राथमिक विद्यालय भिटहां में बीईओ के पहुंचते ही खलबली मच गई। स्कूल में कार्यरत 3 सहायक अध्यापिकाओं में 2 संयोगी अवकाश पर अनुपस्थित मिलीं जबकि दो शिक्षामित्र और एक सहायक अध्यापिका द्वारा स्कूल में पठन-पाठन का कार्य चलता पाया गया। इस दौरान डायट से पहुंची टीम के द्वारा स्कूल के शैक्षणिक कार्यक्रमों के पड़ताल की जा रही थी।

बीईओ राकेश कुमार पांडेय ने बताया कि विभागीय निर्देशानुसार प्रतिदिन स्कूलों में पहुंच कर निरीक्षण और जांच का काम किया जाता है और उसकी विभागीय रिपोर्ट भी भेजी जाती है।

सांसद खेल एवं लोककला महाकुम्भ का उद्घाटन बुधवार को, सदर सांसद ने स्टेडियम व तैयारियों का लिया जायजा

गोरखपुर। बुधवार को सांसद खेल एवं लोककला महाकुम्भ का उद्घाटन अपराहन एक बजे सदर सांसद रवि किशन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज स्टेडियम जंगल कौड़िया में करेगे। कार्यक्रम को सफ़ल बनाने के लिए सांसद ने अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ मंगलवार को बैठक कर स्टेडियम का निरीक्षण किया।

सांसद ने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाराज के नेतृत्व में सांसद खेल एवं लोककला महाकुम्भ का आयोजन किया जा रहा है। इन्होंने कहा जो भी खिलाड़ी खेल में अच्छा प्रतिभा करेगा उसको वह ओलंपिक तक ले जाएंगे वहीं जो लोककला में अच्छा प्रतिभाग करेंगे उसको भोजपुरी से लेकर हिंदी फिल्म तक काम करने का मौका प्रदान किया जाएगा।

उक्त कार्यक्रम के दौरान ब्लॉक प्रमुख जंगल कौड़िया बृजेश यादव, क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी आले हैदर, जिला युवा कल्याण अधिकारी अमित सिंह, रविंद्र मिश्रा, अनिल कुमार सिंह, डॉ यशवंत सिंह, अमित सिंह मोनू, पवन दुबे, राकेश श्रीवास्तव, अश्वनी जायसवाल, प्रमोद यादव दर्पण, बबलू सिंह, राकेश चौधरी, प्रो जेपी सिंह, रवि प्रताप सिंह, कौलवास सिंह, अश्वनी जायसवाल, शैलेंद्र यादव आदि मौजूद रहे।

महान जाति विरोधी योद्धा ज्योतिबा फुले के स्मृति दिवस पर आयोजित हुई निबन्ध प्रतियोगिता, प्रतिभागियों को किया गया सम्मानित

गोरखपुर। महान जाति विरोधी योद्धा ज्योतिबा फुले के स्मृति दिवस पर 'मुक्तिकामी छात्रों-युवाओं का आह्वान' पत्रिका की ओर से और दिशा छात्र संगठन के संयोजन में 'बेरोज़गारी की समस्या और निदान' विषय पर आयोजित निबन्ध प्रतियोगिता का परिणाम घोषित किया गया।

प्रतियोगियों को प्रमाणपत्र और पुरस्कार वितरित किया गया। इस दौरान मुख्य अतिथि के रूप में आह्वान पत्रिका के सम्पादक प्रसेन और जनचेतना पुस्तक प्रतिष्ठान की रूबी उपस्थित रहीं।

निबन्ध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान काजल सिंह को मिला। अमन यादव दूसरे और माया तीसरे स्थान पर रहीं।

दिशा छात्र संगठन की अंजलि ने प्रतियोगिता के उद्देश्य पर बात रखते हुए बताया कि ऐसी प्रतियोगिताओं के आयोजन के पीछे मकसद यह है कि छात्रों-नौजवानों के बीच समाज के असली मुद्दों को रेखांकित किया जाये और आम छात्रों के सामाजिक मुद्दों पर राय साझा किया जा सके।

मुख्य अतिथि प्रसेन ने कहा कि भारत में बेरोज़गारी तेजी से बढ़ रही है। करोड़ों मज़दूर और पढ़े-लिखे नौजवान, जो शरीर और मन से दुरुस्त हैं और काम करने के लिए तैयार हैं, उन्हें काम के अवसर से वंचित कर दिया गया है और मरने, भीख माँगने या अपराधी बन जाने के लिए सड़कों पर धकेल दिया गया है।

आर्थिक संकट के गहराने के साथ हर दिन बेरोज़गारों की तादाद में बढ़ोत्तरी होती जा रही है। बहुत बड़ी आबादी ऐसे लोगों की है जिन्हें बेरोज़गारी के आँकड़ों में गिना ही नहीं जाता लेकिन वास्तव में उनके पास साल में कुछ दिन ही रोज़गार रहता है या फिर कई तरह के छोटे-मोटे काम करके भी वे मुश्किल से जीने लायक कमा पाते हैं।

हमारे देश में काम करने वालों की कमी नहीं है, प्राकृतिक संसाधनों की कोई कमी नहीं है, जीवन के हर क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं के विकास और रोज़गार के अवसर पैदा करने की अनन्त सम्भावनाएँ मौजूद हैं, फिर भी छात्र-नौजवान दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर हैं।

निबंध प्रतियोगिता में शामिल अन्य प्रतिभागियों साक्षी, रोशन,आराधना, शिवांगी, गरिमा, एकता पाल, आरती, निशा आदि शामिल हुईं।

प्रधानमंत्री आवास न बनाने पर लाभार्थियों के खिलाफ थाने में केस दर्ज करने के निर्देश

खजनी गोरखपुर।ब्लॉक क्षेत्र के दो गांवों के निवासी प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों ने आवास बनाने के लिए शासन से पहली किस्त मिलने के बाद भी आवास का निर्माण नहीं कराया है। दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए थाने में तहरीर दे दी गई है।

मिली जानकारी के अनुसार खजनी ब्लॉक के गोपालपुर गांव की निवासी प्रमोद सिंह की पत्नी पुष्पा तथा पिपरां गांव की निवासी धर्मपाल सिंह की पत्नी किरन देवी ने शासन द्वारा वर्ष 2022-23 में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास निर्माण के लिए बैंक खाते में डीबीटी के जरिए 40 हजार रुपए की पहली किस्त मिलने के बाद भी आवास का निर्माण नहीं कराया है।

ब्लॉक मुख्यालय द्वारा कई बार चेतावनी दिए जाने के बाद भी दोनों लाभार्थियों ने आवास बनाने में कोई रूचि नहीं ली। मामले में जिले पर हुई समीक्षा बैठक के बाद बीडीओ खजनी को निर्देशित पत्रांक संख्या-561 में परियोजना निदेशक जिला ग्राम्य विकास अभिकरण द्वारा बांसगांव और खजनी थाने में लाभार्थियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए ग्राम पंचायत अधिकारी रामपाल और रामेश्वर प्रसाद के द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई है।

जिसके अनुसार लाभार्थियों द्वारा अभी भी प्राप्त धनराशि के सापेक्ष न ही निर्माण कार्य कराया गया न तो रुपया 40 हजार स्टेट नोडल खातें में वापस किया गया है। जिससे लाभार्थी के विरुद्ध शासकीय धन के दुरुपयोग गबन के सबंध में तत्कालीन ग्राम पंचायत सचिव एवं ग्राम प्रधान द्वारा लाभार्थी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने हेतु निर्देशित किया गया है।

इस संदर्भ में बीडीओ खजनी रमेश कुमार शुक्ला ने बताया कि एफआईआर दर्ज कराने के लिए पत्र दिया गया है। यदि शीघ्र आवास का निर्माण नहीं कराया गया तो सरकारी धन के गबन के आरोपी लाभार्थियों को जेल जाना पड़ेगा।

पिकप व बाइक की जोरदार टक्कर में बाइक सवार दोनों युवकों का पैर टूटा

गोरखपुर। गोला थाना क्षेत्र के गोला कौड़ीराम सड़क मार्ग पर मंगलवार को अपरान्ह पहाड़पुर के पास तीव्र गति से गोला से कौड़ीराम की तरफ जा रही पिकप ने बाइक को जबरदस्त टक्कर मार दिया ।जिससे बाइक पर सवार दोनों युवक का पैर टूट गया। अगल बगल के लोगो ने तत्काल इलाज के लिए सी एच सी गोला पर पहुचाया।

जहाँ डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार देकर स्थित नाजुक देखते हुए दोनों घायलों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। सूत्रों के अनुसार पिकप भी गिरफ्त में आ गयी है।

प्राप्त जनकारी के अनुसार बेलघाट थाना क्षेत्र के रसूलपुर माफी गांव निवासी सतीश पुत्र रामप्रीत अपने बुवा के घर गगहा थाना क्षेत्र के अकुशी गांव आया था।आज अपने बुवा के लड़के राहुल पुत्र अनिल को पल्सर बाइक से लेकर अपरान्ह रसूलपुर माफी के लिए चल दिया।

गोला कौड़ीराम सड़क मार्ग पर पहाड़पुर के पास तेज गति से जा रही पिकप ने जोरदार टक्कर मार दिया।जिससे बाइक ओर सवार दोनों युवक गिर पड़े और दिनों के पैर की हड्डी टूट गयी और बुरी तरह घायल हो गए। इलाज के लिए सी एच सी गोला पर आए, जहाँ डॉक्टर ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया।

भाजपा के मंडल अध्यक्ष समेत परिवार पर जानलेवा हमला

गोरखपुर। भारतीय जनता पार्टी गोरक्ष नगर मंडल के पूर्व मंडल अध्यक्ष रहे रोहित लाल शर्मा समेत उनके परिजनों पर मनबढ़ो ने प्राणघातक जानलेवा हमला किया। मनबढ़ो द्वारा की गई मारपीट में कई लोगों के सिर फट गए व हाथ टूट गए।

इसकी जानकारी पीड़ित ने स्थानीय थाने पर दी है। तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मनबढ़ो की गिरफ्तारी हेतु छापेमारी कर रही है।

जानकारी के अनुसार गोरखनाथ थाना क्षेत्र के रसूलपुर निकट कैलेंडर मशीन निवासी घनश्याम शर्मा पुत्र स्वर्गीय राम रतन लाल शर्मा की सुपुत्री श्वेता शर्मा की शादी 24 नवंबर को अंधियारी बाग स्थित शहनाई मैरिज लॉन में हो रही थी।

शादी में बिना बुलाए निखिल उर्फ़ नितिन चौहान पुत्र अज्ञात पहुंच गया था और भोजन के दौरान उससे घराती से कुछ कहासुनी हो गयी। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने मामले को शांत कर दिया था।

उसी दिन से खुन्नस खाएं निखिल उर्फ़ नितिन चौहान और उसके दोस्तों में आनंद शर्मा पुत्र वीरेंद्र शर्मा, अशोक चौहान पुत्र नंदलाल चौहान, संदीप चौहान, रितिक चौहान पुत्रगण सुरेश चौहान, राजेश चौहान पुत्र स्वर्गीय सरयू, अभिषेक चौहान, विवेक चौहान पुत्रगण वीरेंद्र चौहान, हर्ष चौहान पुत्र सुरेंद्र चौहान, अजय पासवान, राजकुमार पासवान पुत्र भोला पासवान, अर्शलान पुत्र अफजाल निवासीगण रसूलपुर कैलेंडर मशीन, गोरखनाथ, गोरखपुर आदि अज्ञात दर्जन भर लोगों ने भाजपा नेता रोहित लाल शर्मा पुत्र स्वर्गीय रामरतन लाल शर्मा निवासी रसूलपुर कैलेंडर मशीन गोरखनाथ गोरखपुर, के घर पर चढ़कर जाति सूचक शब्दों का प्रयोग एवं भद्दी भद्दी गालियां देने लगे।

विरोध एवं मना करने पर वह मारपीट करने लगे जिसमें भाजपा नेता समेत घनश्याम शर्मा पुत्र स्व राम रतन लाल शर्मा मालती शर्मा पत्नी रोहित लाल शर्मा रंजना शर्मा पत्नी रितेश शर्मा अंकित शर्मा पुत्र स्वर्गीय राजित निवासीगण रसूलपुर कैलेंडर मशीन गोरखनाथ गोरखपुर, के सिर फट गए व हाथ टूट गया।

इसके अलावा प्रियंका शर्मा पत्नी उपेंद्र शर्मा उपेंद्र शर्मा पत्नी ज्ञानेंद्र शर्मा निवासिनी मदरहवा सुबा बाजार खोराबार गोरखपुर के सिर भी फट गए।पीड़ितों की माने तो इसके बाद भी अभी अभिषेक चौहान पुत्र वीरेंद्र चौहान, रितिक चौहान पुत्र सुरेश चौहान निवासीगण रसूलपुर कैलेंडर मशीन गोरखनाथ गोरखपुर, जान मारने व घर जलाने की धमकी दे रहे हैं।

पीड़ितों का कहना है कि उक्त दबंग एवं मनबढ़ कभी भी उनके साथ कोई अप्रिय घटना कर सकते हैं। पीड़ितों ने न्याय एवं सुरक्षा की गुहार लगाई है। हालांकि पीड़ितों की तहरीर पर स्थानीय पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है और उनकी गिरफ्तारी हेतु दबीस दी जा रही है।

मुसलमानों के नाम पर धोखा है शहर का मुस्लिम मुसाफिरखाना

गोरखपुर । पुलिस लाइन के सामने गोरखपुर शहर का मुस्लिम मुसाफिरखाना । इस मुसाफिरखाने के बारे में भले ही शहर की मुस्लिम अवाम ये जानती हो कि ये मुस्लिम मुसाफिरों के ठहरने के लिए बनाया गया है और कोई भी मुस्लिम मुसाफिर यहां किफायती और वाजिब कीमत पर ठहर सकता है। लेकिन आपको बतादें की इस मुसाफिरखाने के बारे में अगर आप भी यही सोचते हैं तो आप की सोच गलत है।

उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के तहत कब्रिस्तान, मस्जिद और मुसाफिरखाना वक्फ नम्बर 140 के अंतर्गत दर्ज था । राजस्व अभिलेखों की बात करें तो मस्जिद और कब्रिस्तान आराज़ी नम्बर 52 और मुस्लिम मुसाफिरखाना आराज़ी नम्बर 54 पर स्थित है।

1987 में कुछ लोगों ने एक साजिश रच कर मुसाफिरखाने की आराज़ी वक्फ से मुक्त करा लिया और उसको 30 साल की लीज पर ले लिया।

इसके बाद से ही यह मुसाफिरखाना विवादों में आ गया लेकिन शहर की जनता इस खेल से बेखबर थी।

लाखों रुपये महीने की होती है आमदनी

वर्तमान समय में इस मुस्लिम मुसाफिरखाने में लगभग 50 कमरे और 3 डारमेट्री हाल के अलावा दर्जन भर दुकानें हैं। इससे लाखो रुपये की आमदनी मुसाफिरखाने को होती है।

नियम कानून ताक पर रख कर चलाया जा रहा मुसाफिरखाना

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस मुसाफिरखाने की कोई सोसायटी वजूद में नही है और न ही वक्फ में यह मुसफिरखाना दर्ज है। इसके अलावा सराय एक्ट के तहत इसका कोई रजिस्ट्रेशन ही है।

साथ ही जीएसटी और सरकार के अन्य तमान टैक्स के बारे में भी कोई जानकारी नही है। जानकारों का कहना है कि नगर निगम का भी टैक्स बकाया है।

कुल मिलाकर नियम कानून ताक पर रख कर ये मुसाफिरखाना चलाया जा रहा है।

धार्मिक भूमाफिया और अन्य लोगों के कब्जे में है मुस्लिम मुसाफिरखाना

1987 में राजनैतिक प्रभाव के इस्तेमाल।करते हुए इस मुसाफिरखाने की आराज़ी को 30 वर्ष की लीज पर ले लिया गया जिसकी मियाद 2017 में खत्म हो गई।

वतर्मान समय में अब्दुल्लाह बाबू नाम के व्यक्ति खुद को इस मुसाफिरखाने का मालिक कहते हैं और यहां उन्हीं का हुक्म चलता है। आपको बता दें कि अब्दुल्लाह बाबू को अगर धार्मिक भूमाफिया कहा जाए तो गलत नही होगा।

शहर की जामा मस्जिद, अंजुमन इस्लामिया समेत दर्जनों वक्फ के।प्रमुख के पद पर इनका कब्ज़ा है। मुस्लिम समाज की भलाई के।लिए वक्फ की गई सैकड़ो एकड़ भूमि के मालिक बने हुए हैं।

सूत्रों के अनुसार नगर मजिस्ट्रेट के न्यायालय से बेदखली हो जाने के बावजूद मुस्लिम मुसाफिरखाना अवैध रूप से संचालित हो रहा है। कुल मिलाकर मुस्लिम मुसाफिरखाना के नाम से यहां की कमाई एक खास व्यक्ति की जेब में जा रही है जिसका मुस्लिम समाज या मुस्लिम मुसाफिरों से कोई लेना देना नही है।

जिम्मेदार अधिकारी भी शायद इसीलिये सरकार बहादुर के नाम से नुजूल की इस जमीन पर बुलडोज़र चलवाना नही चाहते कि ये एक धर्म विशेष से जुड़ा है जबकि हकीकत बिल्कुल विपरीत है।

भूकंप से बचाव के लिए भूकंपरोधी निर्माण जरुरी- वेद

प्रकाश यादव

गोरखपुर। उत्तर प्रदेश शासन की मंशा के अनुरूप जिलाधिकारी/नियंत्रक नागरिक सुरक्षा के आदेशानुसार एवं उपनियंत्रक सत्य प्रकाश सिंह एवं चीफ वार्डेन डॉ. संजीव गुलाटी के निर्देशन में कोतवाली प्रखण्ड के डिवीजनल वार्डेन विकास जालान के नेतृत्व में आपदा प्रबंधन में नागरिक सुरक्षा विषयक गोष्ठी व प्रशिक्षण का आयोजन सरस्वती शिशु मन्दिर, पक्कीबाग में आयोजित किया गया।

गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए मुख्यअतिथि वरिष्ठ उपनियंत्रक सहायक उपनियंत्रक वेद प्रकाश यादव ने कहा कि आपातकालीन परिस्थितियों से तत्काल निपटना, जनता की रक्षाकरना, आपदा से नष्ट या क्षतिग्रस्त हुए सेवाओं और सुविधाओं को बहाल करना नागरिक सुरक्षा का मुख्य कार्य है।

उन्होंने कहा कि आपदाओं की रोकथाम और शमन के लिए आवश्यक उपायों के नियोजन, आयोजन, समन्वय और कार्यान्वयन की सतत और एकीकृत प्रक्रिया आपदा प्रबंधन कहलाती है।

इसीक्रम में डिवीजनल वार्डेन कोतवाली विकास जालान ने कहा कि आपदाओं और उन पर संभावित सामुदायिक प्रतिक्रियाओं के बारे में जन जागरूकता फैलाने में अग्रणी भूमिका निभाना नागरिक सुरक्षा का मुख्य कार्य है।

इस दौरान छात्र-छात्राओं को नागरिक सुरक्षा प्राथमिक चिकित्सा, फायर फाइटिंग एवं भूकंप से बचाव का प्रशिक्षण हुआ। इस दौरान सरस्वती शिशु मन्दिर के प्रधानाचार्य डॉ. राजेश सिंह, प्रथम सहायिका श्रीमती रुक्मिणी उपाध्याय, श्रीमती साधना श्रीवास्तव, आई.सी.ओ. कुमार आदर्श आनंद सहित छात्र -छात्राएं एवं विद्यालय के शिक्षक -शिक्षिकाएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन व आभार ज्ञापन स्टाफ ऑफिसर श्रीमती साधना श्रीवास्तव ने किया।

टीबी से स्वस्थ हो चुके लोग नेटवर्क से जुड़ कर बन सकते हैं टीबी चैंपियन

गोरखपुर। टीबी से ठीक हो चुके लोग ड्रिस्ट्रिक्ट टीबी नेटवर्क से जुड़ कर टीबी चैंपियन बन समाज में पहचान बना सकते हैं । इन चैंपियन की टीबी उन्मूलन में काउंसिलिंग और जनजागरूकता के जरिये एक विशेष भूमिका है । इसी उद्देश्य से जिले में नेटवर्क बनाया गया है जिससे कोई भी ऐसा व्यक्ति स्वेच्छा से जुड़ सकता है जो टीबी से ठीक हो चुका हो ।ऐसे लोगों को टीबी सर्वाइवर कहते हैं । यह जानकारी जिला क्षय लोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ गणेश यादव ने दी ।

डीटीओ ने बताया कि इस वर्ष ड्रिस्ट्रिक्ट टीबी नेटवर्क की तीन बैठकें हो चुकी हैं । बीते 25 नवम्बर को हुई तीसरी बैठक तक सात नये टीबी सर्वाइवर नेटवर्क से जुड़े हैं । यही सर्वाइवर जब प्रशिक्षण के बाद टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में योगदान देने लगते हैं तो इन्हें टीबी चैंपियन कहा जाता है ।

सहयोगी संस्था वर्ल्ड विजन इंडिया के सहयोग से इस समय बीस टीबी चैंपियन जिले में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं और उन्हें संस्था की मदद से कुछ प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है । जिले में नये टीबी चैंपियन भी ड्रिस्ट्रिक्ट नेटवर्क के जरिये चुने जाएंगे । गैर सरकारी सेवा वाले टीबी चैंपियन अगर नया टीबी मरीज खोजते हैं और जांच के बाद टीबी की पुष्टि हो जाती है तो इन्फार्मेंट योजना के तहत 500 रुपये उनके खाते में देने का सरकारी प्रावधान भी है। टीबी चैंपियन को समुदाय में यह संदेश देना है कि नया टीबी मरीज मिलने पर जब उसका इलाज शुरू कर दिया जाता है तो वह तीन सप्ताह बाद किसी भी स्वस्थ व्यक्ति को संक्रमित नहीं करता है।

मरीज को जानकारी के साथ दें संबल

उप जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ विराट स्वरूप श्रीवास्तव ने टीबी चैंपियन और सर्वाइवर से कहा है कि वह लक्षणों के आधार पर लोगों को टीबी जांच के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाने के लिए प्रेरित करें। उन्हें बताएं कि दो सप्ताह तक खांसी, रात में पसीने के साथ बुखार, वजन घटने, भूख न लगने जैसे लक्षण दिखने पर टीबी जांच अवश्य कराएं । टीबी मरीज को अपना उदाहरण देकर समझाएं कि सम्पूर्ण इलाज से यह ठीक हो जाती है । उन्हें मानसिक संबल दें और मनोबल बढ़ाएं ।

नेटवर्क से जुड़ने के लिए करें सम्पर्क

डीटीओ ने बताया कि टीबी नेटवर्क से जुड़ने के लिए वर्ल्ड विजन इंडिया संस्था के जिला समन्वयक शक्ति पांडेय के मोबाइल नंबर 9005159259 पर सम्पर्क कर सकते हैं । बीमारी की जांच व अन्य सुविधाओं की जानकारी के लिए पीपीएम समन्वयक अभय नारायण मिश्र के मोबाइल नंबर 8299807923 पर सम्पर्क किया जा सकता है ।

गोरखपुर शहर में जिला क्षय रोग केंद्र पर कार्यक्रम समन्वयक धर्मवीर प्रताप सिंह और पीपीएम समन्वयक मिर्जा आफताब बेग से भी मदद ली जा सकती है ।

नेटवर्क से जुड़ कर नई जानकारी मिली

एक्स्ट्रा पल्मनरी टीबी (गैर संक्रामक) की दो बार मरीज रह चुकी 28 वर्षीय सुनिधि (काल्पनिक नाम) ने बताया कि संस्था द्वारा प्रेरित करने पर वह दो बार नेटवर्क की बैठक में आ चुकी हैं । उन्हें गले में गांठ वाली टीबी थी जो ठीक हो चुकी है। वह बैठकों से मिली जानकारी का प्रचार प्रसार कर रही हैं। प्रशिक्षण के बाद उन्हें टीबी चैंपियन बनने का मौका मिलेगा।

जिले में टीबी की स्थिति (जनवरी से 23 नवम्बर तक)

उपचाराधीन ड्रग सेंसिटिव टीबी मरीज-8852

उपचाराधीन ड्रग रेसिस्टेंट टीबी मरीज-367

गोद लिये जा चुके टीबी मरीज-2535

जिले में टीबी नोटिफिकेशन-107 फीसदी

गत वर्ष की उपचार सफलता दर-92 फीसदी

निक्षय पोषण योजना के लाभार्थी टीबी मरीज-8985