सरायकेला, सक्सेस स्टोरी:*जानो गोडसोरा को मिला फूलो झानों योजना का लाभ....आज वे हैं आत्मनिर्भर
SHG सदस्य का नाम - जानो गोडसोरा
गांव - धोबीडीह
SHG का नाम - सेचा सुविधा
CLF का नाम - गोविंदपुर आजीविका महिला संकुल संगठन
वार्षिक आय - 75,000
सरायकेला SHG ग्रुप मे शामिल होने से पहले की स्थिति एसएससी में शामिल होने से पहले मैं एक साधारण गृहणी थी,और गांव में मजदूरी करती थी। परिवार में पति-पत्नी दो बच्चे अकेले कमाई से बहुत मुश्किल से घर चलना पड़ता था। 2016 में मैं महिला समूह से जुडी।
SHG ग्रुप में जुड़ने के बाद की स्थिति-
SHG ग्रुप में शामिल होने के बाद मैंने समूह से 10,000 का ऋण लिया और उस पैसे से हमने बत्तख एवं मुर्गी पालन आरंभ किया। गांव के आजीविका पशु सखी से द्वारा समय-समय पर टीकाकरण और दवाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की।
आजीविका के लिए बड़ा बत्तख ₹1500 प्रति पीस और छोटे बत्तख ₹500 प्रति पीस के हिसाब से एवं अंडे ₹10 दर से बेचे जाते बेचे हैं और देसी मुर्गी 450 के दर से बचकर सालाना 75000 तक आमदनी हो रही।है दीदी पशुओं को अच्छी तरह से देखभाल कर रही है और हंसी खुशी अपना जीवन यापन कर रही हैं।
चुनौतियों से सीख
समूह में जुड़ने से पहले दीदी को अनेक तरह से चुनौतियों का सामना करना पड़ता था ग्राहकों से गंदा व्यवहार का भी सामना करना पड़ता था गांव में दीदी के परिवार को सम्मान के दृष्टि से नहीं देखा जाता था। फूलो झानों आशीर्वाद योजना में जुड़कर हड़िआ*दारु बेचना छोड़ के अनेक आजीविका गतिविधियों से जुड़कर सम्मानजनक जीवन व्यतीत कर रही हैं।
Oct 31 2023, 21:13