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दिल्ली से पटना पहुंचे सीएम नीतीश कुमार, बीजेपी और प्रशांत किशोर के बयान का दिया यह जवाब

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली दौरे के बाद आज गुरुवार को पटना वापस आ गए। पटना पहुंचकर सीएम ने कहा कि, हम तो दिल्ली अपने निजी कामों को लेकर गए थे। कल डॉक्टर से बात भी हुई थी, चेकअप भी करना था। दो साल पहले जांच हुआ था। फिर करवाना था। इसी के लिए गए थे। 

वहीं सीएम ने कहा कि, कल अटल जी का जंयती भी था। तो वह सदैव अटल पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि भी दिए। नीतीश कुमार ने कहा कि अटल जी से पुराना संबंध रहा है मेरा। बहुत मानते थे हमको। इतना अच्छा काम करते थे,कभी वो रिश्ता हम नही भूल सकते ।

नीतीश कुमार ने कहा कि, अटल जी के समय में ही भाजपा का नामकरण हुआ। एनडीए नाम रखा गया। कितना अच्छा नाम हैं। 1999 में एनडीए का नामकरण हुआ। तब बहुत मिटिंग होता था। लेकिन जब हम साथ थे तो कभी मिटिंग नही हुआ। लेकिन अब जब I.N.D.I.A की बैठक हो रही है तो एनडीए का मीटिंग होने लगा है। इसी महीने 31, 1 को हमारी फिर मिटिंग होने ही वाली है। 

वहीं भाजपा के बयान सीएम दिल्ली I.N.D.I.A गठबंधन के लोगों से मिलने गए थे लेकिन उन्हें किसी ने टाइम नहीं दिया। जिससे वह वापस आ गए। इसपर सीएम ने कहा कि, किसी से मुलाकात का कोई प्लान नहीं था। वो लोग ऐसे ही बोल रहा है,कोई मतलब ही नहीं है। हमारी बातचीत तो होते ही रहती है।इसी महीने मीटिंग होने ही वाली है। कई विरोधी दल का गठबंधन हुआ तब से ये लोग परेशान है, और कुछ भी बोल रहे हैं। दिल्ली में किसी से बातचीत का कोई प्लान नहीं था,मेरा खुद का समस्या था आंख दिखाना था।

वहीं प्रशांत किशोर और बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के बयान पर सीएम बोले की वो क्या बोलता है नही पता आप लोग जनता से पूछिए। संजय जयसवाल के बयान पर सीएम ने कहा कि, यहां कोई अपराधिक घटना नहीं हो रहा है। अपराधिक घटनाएं बहुत कम है। बिना मतलब का सब बोलते रहता है। मीडिया पर सब कब्जा कर लिया है। 2024 वाली लड़ाई देश के हित में होगा।

इसरो की बड़ी कामयाबी, चंद्रयान 3 से अलग होकर चांद की ओर निकला लैंडर विक्रम, 23 अगस्त को करेगा लैंड

#chandrayaan3propulsionlandermodule_separation

इसरो को बड़ी सफलता हासिल हुई है। चंद्रयान-3 ने लैंडिंग से पहले अपने अहम पड़ाव को पार कर लिया है।मिशन को आगे बढ़ाते हुए प्रोपल्शन मॉड्यूल से विक्रम लैंडर अलग हो गया है। इसके बाद अब लैंडर चांद तक अकेले ही सफ़र करेगा, जहां वह 23 अगस्त को दक्षिणी हिस्से पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा।ये 23 अगस्त को शाम 5.25 बजे लैंड करेगा। अगर यह लैंडिंग सफल हो जाती है तो भारत चांद के दक्षिणी हिस्से पर उतरने वाला पहला देश बन जाएगा। साथ ही अमेरिका, रूस और चीन के बाद चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग हासिल करने वाला केवल चौथा देश होगा।

प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग होने के बाद अब लैंडर चांद की कक्षा में पहुंच गया है। यहां वह 23 अगस्त तक चक्कर लगाएगा। इस दौरान इसकी स्पीड को कम कर दिया जाएगा। इसके बाद उसे चांद की सतह पर लैंड कराया जाएगा। इस दौरान प्रोपल्शन मॉड्यूल रिले सैटेलाइट के रूप में परिवर्तित हो जाएगा। यह चांद की कक्षा के बाहर ही रहेगा और यही चक्कर लगाएगा। 

लैंडिंग के आखिरी 15 मिनट काफी अहम

अभी जो प्रक्रियाएं हो रही हैं या होने वाली हैं ये चंद्रयान-2 के समय भी सफलतापूर्वक की गई थीं। उस समय भी लैंडर अलग होकर चांद की तरफ बढ़ा था लेकिन 2.1 किमी की दूरी बाकी थी तब स्पीड नियंत्रित नहीं हो पाई और क्रैश लैंडिंग हो गई थी। जब लैंडिंग के आखिरी 15 मिनट होंगे तो खौफ का समय होगा।दरअसल, जब यान चांद के 100x100 ऑर्बिट में होगा तो लैंडर प्रॉपल्शन मॉड्यूल से अलग हो जाता है। अगला पड़ाव तब आएगा जब लैंडर चांद से 30 किमी की दूरी पर पहुंचेगा। वहां से उसके चांद की सतह पर नीचे उतरने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इस दौरान उसकी स्पीड कम करने की कोशिश की जाएगी। जब स्पीड हो जाएगी, उसके बाद धीरे-धीरे लैंडर को चांद की ओर भेजा जाएगा और सॉफ्ट लैंडिंग की प्रक्रिया शुरू होगी।

चंद्रयान3 के धरती से चांद तक पहुंचने के अहम चरण

14 जुलाई को श्रीहरिकोटा से रवाना होने के बाद चंद्रयान-3 ने तीन हफ्तों में कई चरणों को पार किया। पांच अगस्त को पहली बार चांद की कक्षा में दाखिल हुआ था। इसके बाद 6, 9 और 14 अगस्त को चंद्रयान-3 ने अलग-अलग चरण में प्रवेश किया।चंद्रयान3 के धरती से चांद तक पहुंचने के अहम चरणः-

-14 जुलाई 2023: इसरो ने श्रीहरिकोटा से चंद्रयान-3 को लॉन्च किया. इसी दिन एलवीएम3 एम4 ने चंद्रयान-3 को सफलतापूर्वक चांद की यात्रा को शुरू करवाया।

-25 जुलाई 2023: लॉन्चिंग के बाद चंद्रयान-3 ने 4 अलग-अलग मैन्युवर पूरे किए और पृथ्वी की कक्षा को पीछे छोड़ा. इस दौरान चंद्रयान-3 को बड़े-बड़े धक्के दिए गए और उसे पृथ्वी की कक्षा से बाहर की ओर धकेला गया।

-1 अगस्त 2023: ये तारीख काफी अहम थी, क्योंकि इस दिन चंद्रयान-3 पृथ्वी की कक्षा से बाहर हुआ और चांद की कक्षा की ओर बढ़ा. यहां चंद्रयान-3 की दूरी 288*369328 किमी. थी।

-5 अगस्त 2023: चंद्रयान-3 ने यहां चांद की कक्षा में प्रवेश किया, ये पूरी तरह सफलता पूर्वक हुआ और चांद की कक्षा में अलग-अलग चरणों की शुरुआत हुई।

-9 अगस्त 2023: यहां से अलग-अलग मैन्युवर को परफॉर्म किया गया, यानी चरण दर चरण चंद्रयान-3 को चांद के करीब धकेलने और उसका वजन कम करने का काम किया गया।

-16 अगस्त 2023: चंद्रयान-3 ने अपना आखिरी मैन्युवर पूरा किया. अलग-अलग प्रक्रियाओं के बाद यह सबसे अंतिम मैन्युवर था, जिसके बाद अब पूरी कोशिश सफल लैंडिंग कराने की होगी।

-17 अगस्त 2023: लैंडिंग से जुड़ी अहम प्रक्रिया यहां शुरू होगी, प्रणोदन और लैंडर मॉड्यूल यहां से अलग-अलग होगा. लैंडर यहां से चांद की ओर बढ़ेगा और फिर सॉफ्ट लैंडिंग के अलग-अलग चरण पूरे होंगे।

चीन ने अमेरिका को दिखाई आंख, ताइवान मुद्दे पर आग से ना खेलने के लिए किया आगाह

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ताइवान को लेकर अमेरिका और चीन के बीच तल्खियां लगातार बढ़ती जा रही है। हाल ही में ताइवान के उपराष्ट्रपति विलियम लाई ने अमेरिका का दौरा किया था। इसे लेकर चीन नाराज है और वह लगातार अमेरिका के खिलाफ बयानबाजी कर रहा है।अब चीन के रक्षा मंत्री ली शांगफू ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए अमेरिका को आगाह किया है।चीन के रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर चेतावनी देते हुए कहा कि ताइवान को लेकर आप आग से खेल रहे हैं।

ताइवान आंतरिक मामला, बाहरी हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं- ली शांगफू

चीन के रक्षा मंत्री ली शांगफू ने रूस की धरती से अमेरिका और ताइवान को चेतावनी दी गई है।दरअसल, ली शांगफू ने रूस के मॉस्को में अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा सम्मेलन में कहा कि ताइवान का इस्तेमाल करके चीन को काबू करने की कोई भी कोशिश विफल होगी। ली शांगफू ने ये भी कहा कि ताइवान का चीन की मुख्य भूमि से मिलना अपरिहार्य है और इसे टाला नहीं जा सकता। चीनी रक्षा मंत्री ने कहा कि ताइवान चीन का आंतरिक मामला है और इसमें कोई भी बाहरी हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं है।

चीन को काबू करने की कोशिश असफल होगी- ली शांगफू

ली शांगफू ने अपने बयान में कहा कि 'ताइवान को लेकर आग से खेलना और ताइवान की मदद से चीन को काबू करने की कोई भी कोशिश निसंदेह असफल होगी।

बता दें कि चीन ताइवान को अपने देश का हिस्‍सा बताता रहा है। वहीं, ताइवान का मानना है कि वो एक आजाद मुल्‍क है। इस मुद्दे पर चीन पहले भी कई मौकों पर तल्‍ख तेवर दिखाता रहा है।2022 अगस्त में अमेरिकी संसद की स्पीकर नैंसी पलोसी की ताइवान यात्रा को लेकर भी दोनों देशों के बीच तनाव का पारा और चढ़ गया था।

गुलाम नबी आजाद का बड़ा बयान, कहा-हिंदू धर्म इस्लाम से पुराना, सभी मुसलमान पहले हिंदू ही थे

#ghulamnabiazadvideoviralonsocial_media

वरिष्ठ नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में उन्होंने इस्लाम और कश्मीर को लेकर बड़ा बयान दिया है।इस वीडियो में गुलाम नबी आजाद जम्मू-कश्मीर के लोगों से कह रहे हैं कि हिंदू धर्म इस्लाम से पुराना है और सभी मुसलमान पहले हिंदू ही थे।

कश्मीर के सभी लोग हिंदू धर्म से कन्वर्टेड-आजाद

ये वीडियो जम्मू कश्मीर के डोडा में एक पब्लिक मीटिंग का है। गुलाम नबी आजाद 9 अगस्त को यहां भाषण देने पहुंचे थे। इस दौरान गुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि कश्मीर के सभी लोग हिंदू धर्म से कन्वर्ट होकर मुस्लिम बने हैं। आजाद ने कहा कि बाहर से चंद लोग ही आए होंगे, बाकी सब हिंदू ही हैं। खासकर कश्मीर के मामले पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि कश्मीर में तो आज से 600 साल पहले कोई मुसलमान नहीं था। यहां केवल कश्मीरी पंडित थे, सब कन्वर्ट होकर मुसलमान बन गए। गुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि हम बाहर से नहीं आए हैं, हम इसी मिट्टी की पैदावार हैं हमें इसी मिट्टी में खत्म होना है।

भारत के मुसलमान मूल रूप से हिंदू थे-आजाद

वीडियो में आजाद यह कहते हुए नजर आ रहे हैं, इस्लाम का जन्म 1500 साल पहले हुआ। भारत में कोई भी बाहरी नहीं है। हम सभी इस देश के हैं। भारत के मुसलमान मूल रूप से हिंदू थे। जो बाद में कनवर्ट हो गए।वीडियो में आजाद कहते हैं, हमने हिंदू-मुसलमान मिल के राज्य को ब्राह्मण, दलित, कश्मीरी को जब मिल के सबने इस घर को बनाना है, ये हमारा घर है, यहां कोई बाहर से नहीं आया। यही इसी मिट्टी की पैदावार, इसी मिट्टी में खत्म होना है। 

भाईचारा, शांति और एकता बनाए रखने का आग्रह

इस दौरान आजाद ने लोगों से भाईचारा, शांति और एकता बनाए रखने का आग्रह करते हुए कहा, ‘धर्म को राजनीति के साथ नहीं जोड़ा जाना चाहिए। लोगों को धर्म के नाम पर वोट नहीं देना चाहिए।

पिछले साल बनाई थी नई पार्टी

बता दें कि गुलाम नबी आजाद कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में गिने जाते थे। वह लंबे समय तक कांग्रेस में बड़े ओहदों पर रहे। केंद्र सरकार में मंत्री की भी जिम्मेदारी संभाली। गुलाम नबी जम्मू-कश्मीर के सीएम और राज्यसभा सांसद भी रहे। गुलाम नबी के राज्यसभा से रिटायर होते वक्त उनकी तारीफ करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी भावुक तक हो गए थे। पिछले साल अगस्त में उन्होंने कांग्रेस छोड़ अपनी डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी बना ली थी।

चांद पर कदम रखने से बस एक कदम दूर है चंद्रयान 3, आज अलग होंगे लैंडर-प्रोपल्शन मॉड्यूल

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भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के मिसन मून यानी चंद्रयान-3 पर पूरे देश की ही नहीं दुनियाभर की निगाहें लगी हुई हैं। चंद्रयान 3 अब अपनी अंतिम छलांग लगाने को तैयार है। 17 अगस्त यानी आज से इसकी लैंडिंग से जुड़ी प्रक्रिया शुरू होगी।आज एक महत्वपूर्ण ऑपरेशन को अंजाम दिया जाएगा। जी हां, अपने चंद्रयान-3 से प्रॉपल्शन और लैंडर मॉड्यूल अलग होगा। वे आगे की यात्रा अलग-अलग करेंगे। प्रॉपल्शन मॉड्यूल चांद की कक्षा में रहेगा। आगे अपना लैंडर चांद के दक्षिणी ध्रुव इलाके में सॉफ्ट लैंडिंग के लिए कदम बढ़ाएगा।

इंजन फेल होने पर भी होगी लैंडिंग

इसरो द्वारा कहा गया है कि आज यानी 17 अगस्त को लैंडिंग माड्यूल, जिसमें लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान शामिल हैं, प्रोपल्शन माड्यूल से अलग हो जाएंगे। इसके बाद लैंडर-रोवर की गति घटाने का प्रयास किया जाएगा। 23 अगस्त को यान के लैंडर की चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कराई जाएगी।इसरो प्रमुख एस सोमनाथ का कहना है कि चंद्र मिशन चंद्रयान-3 का लैंडर विक्रम 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा। अगर इसका इंजन फेल भी हो जाता है तो ऐसी स्थिति में भी चंद्रमा की सतह पर लैंडिंग होगी

23 अगस्त को आएगी खुशखबरी

लैंडर के प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग होने और 100 किमी x 30 किमी की कक्षा में प्रवेश करने के बाद सॉफ्ट लैंडिंग प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। लगभग 30 किमी की ऊंचाई पर लैंडर चंद्रमा की सतह तक नीचे जाने के लिए अपने थ्रस्टर्स का उपयोग करेगा। सुरक्षित लैंडिंग सुनिश्चित करने के लिए इस नाजुक ऑपरेशन के लिए सटीक नियंत्रण और नेविगेशन की आवश्यकता होती है। 23 अगस्त को निर्धारित सॉफ्ट लैंडिंग का उद्देश्य लैंडर और रोवर को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर स्थापित करना है।

14 जुलाई को श्रीहरिकोटा से रवाना होने के बाद चंद्रयान-3 ने तीन हफ्तों में कई चरणों को पार किया। पांच अगस्त को पहली बार चांद की कक्षा में दाखिल हुआ था। इसके बाद 6, 9 और 14 अगस्त को चंद्रयान-3 ने अलग-अलग चरण में प्रवेश किया।चंद्रयान3 के धरती से चांद तक पहुंचने के अहम चरणः-

-14 जुलाई 2023: इसरो ने श्रीहरिकोटा से चंद्रयान-3 को लॉन्च किया. इसी दिन एलवीएम3 एम4 ने चंद्रयान-3 को सफलतापूर्वक चांद की यात्रा को शुरू करवाया।

-25 जुलाई 2023: लॉन्चिंग के बाद चंद्रयान-3 ने 4 अलग-अलग मैन्युवर पूरे किए और पृथ्वी की कक्षा को पीछे छोड़ा. इस दौरान चंद्रयान-3 को बड़े-बड़े धक्के दिए गए और उसे पृथ्वी की कक्षा से बाहर की ओर धकेला गया।

-1 अगस्त 2023: ये तारीख काफी अहम थी, क्योंकि इस दिन चंद्रयान-3 पृथ्वी की कक्षा से बाहर हुआ और चांद की कक्षा की ओर बढ़ा. यहां चंद्रयान-3 की दूरी 288*369328 किमी. थी।

-5 अगस्त 2023: चंद्रयान-3 ने यहां चांद की कक्षा में प्रवेश किया, ये पूरी तरह सफलता पूर्वक हुआ और चांद की कक्षा में अलग-अलग चरणों की शुरुआत हुई।

-9 अगस्त 2023: यहां से अलग-अलग मैन्युवर को परफॉर्म किया गया, यानी चरण दर चरण चंद्रयान-3 को चांद के करीब धकेलने और उसका वजन कम करने का काम किया गया।

-16 अगस्त 2023: चंद्रयान-3 ने अपना आखिरी मैन्युवर पूरा किया. अलग-अलग प्रक्रियाओं के बाद यह सबसे अंतिम मैन्युवर था, जिसके बाद अब पूरी कोशिश सफल लैंडिंग कराने की होगी।

-17 अगस्त 2023: लैंडिंग से जुड़ी अहम प्रक्रिया यहां शुरू होगी, प्रणोदन और लैंडर मॉड्यूल यहां से अलग-अलग होगा. लैंडर यहां से चांद की ओर बढ़ेगा और फिर सॉफ्ट लैंडिंग के अलग-अलग चरण पूरे होंगे।

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने सभी डीएम को लिखा पत्र

प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक तक के स्कूलों में साफ-सफाई से लेकर खर्च की जानकारी करायें सुनिश्चित* 

डेस्क : राज्य के प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक तक के स्कूलों में शौचालयों की प्रतिदिन की सफाई सुनिश्चित कराने को लेकर सभी जिलाधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किया गया है। इसको लेकर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने सभी जिलाधिकारियों को बुधवार को पत्र लिखा है। 

जिलाधिकारियों को लिखे पत्र में श्री पाठक ने कहा है कि स्कूलों के निरीक्षण में यह बात सामने आई है कि वहां पर शौचालय बने हुए हैं पर अधिकांश उपयोग के लायक नहीं है। इसका मुख्य कारण साफ-सफाई का अभाव है। 

शौचालयों के साथ ही स्कूल परिसर की सफाई की बात उन्होंने अपने पत्र में कहा है। इसके लिए जिला और प्रखंड स्तर पर एजेंसी भी तय कर दी गई है।

जिलाधिकारी इस खर्च को किन-कन मदों से करेंगे, इसकी विस्तृत जानकारी भी श्री पाठक ने अपने पत्र में दी है। इसमें कहा गया है कि खनन सेस के अंतर्गत खान एवं भूतत्व विभाग द्वारा जिलों को दी जाती है। पिछले वर्ष 126 करोड़ इस मद में जिलों को दी गई थी, जिसमें अब भी 77 करोड़ बची हुई है। 

मनरेगा के अंतर्गत स्वच्छता मद से भी राशि प्राप्त की जा सकती है। राज्य में 13 आकांक्षी जिले हैं, इस मद से राशि ली जा सकती है या नहीं, इस पर भी विचार करें। 

इन मदों से कितने शौचालयों की सफाई की जा सकती है, इसे सूचीबद्ध करें। शेष राशि विभाग द्वारा जिलों को उपलब्ध कराया जाएगा।

विपक्षी गठबंधन 'INDIA' में दरार के संकेत, दिल्ली की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में कांग्रेस, जानें आम आदमी पार्टी का जवाब

#congressannouncestocontestallsevenloksabhaseatsindelhi 

विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. में दरार का संकेत मिलने लगे हैं।दरअसल, कांग्रेस दिल्‍ली की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है।कांग्रेस नेत्री अलका लांबा ने बुधवार को बताया कि उनकी पार्टी राजधानी दिल्ली में सभी लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। 

उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी की मौजूदगी में तीन घंटे चली बैठक में ये फैसला लिया गया है। कांग्रेस के फैसले बाद आम आदमी पार्टी (आप) ने कहा कि अगर कांग्रेस ने दिल्ली में चुनाव अकेले लड़ने का निर्णय कर लिया है तो ‘इंडिया’ गठबंधन की मीटिंग में जाने का कोई मतलब नहीं है। कांग्रेस का दिल्‍ली की सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का फैसला गठबंधन के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है।

कांग्रेस हाईकमान ने दिल्ली में लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर बैठक की। इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल और दीपक बारवरिया सहित अन्य नेता मौजूद थे।

 इस बैठक के बारे में कांग्रेस की नेता अलका लांबा ने विस्तार से बताया। आम आदमी पार्टी से गठबंधन के सवाल पर अलका लांबा ने कहा कि इस पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। आगे की बैठक में इस पर फैसला हो सकता है। हालांकि, उन्होंने ये साफ कर दिया कि कांग्रेस की तैयारी दिल्ली के सभी सात लोकसभा सीटों पर होगी।

दिल्ली से पहले लोकसभा चुनाव को लेकर 18 राज्यों की मीटिंग हो चुकी है

अलका लांबा ने कहा कि तीन घंटे की मीटिंग की शुरुआत संगठन को लेकर हुई। संगठन की कमजोरियां क्या हैं, उस पर कैसै काम किया जाए , इस पर सुझाव आए कि हम कैसे उसको मजबूत कर सकते हैं। दूसरा सुझाव ये आया कि लोकसभा 2024 की तैयारियां हमें करनी हैं। दिल्ली से पहले लोकसभा की तैयारियों को लेकर 18 राज्यों की मीटिंग हो चुकी है, दिल्ली 19वां राज्य था।

आप का जवाब

कांग्रेस की इस घोषणा के बाद आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज का भी बयान आया है। उन्होंने कहा कि हमारा केंद्रीय नेतृत्व इस पर निर्णय करेगा। हमारी राजनीतिक मामलों की समिति और I.N.D.I.A. गठबंधन एक साथ बैठक करेंगे और इस (चुनावी गठबंधन) पर चर्चा करेंगे

दिल्ली जाकर पूर्व पीएम वाजपेयी की समाधि स्थल पर सीएम नीतीश के श्रद्धाजंली देने पर शुरु हुई सियासत, बीजेपी ने मुख्यमंत्री पर कसा यह तंज

डेस्क ; आज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की 5वीं पुण्य तिथि है। इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली जाकर उनके समाधि स्थल पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धाजंली अर्पित किया। 

पांच साल में यह पहला मौका है जब सीएम नीतीश कुटर ने दिल्ली जाकर उनकी समाधि पर नमन किया है। इससे पहले मुख्यमंत्री उनकी पुण्यतिथि पर पटना में ही उन्हें श्रद्धाजंली अर्पित किया करते थे। इधर सीएम नीतीश कुमार के इस कदम से प्रदेश में सियासत गरम हो गई है। बीजेपी ने नीतीश के दिल्ली आगमन और अटल बिहारी को नमन करने को राजनीतिक हथकंडा बता रही है। 

बिहार भाजपा विधानमंडल दल के नेता व विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि अटल बिहारी वाजपेयी औऱ नरेन्द्र मोदी में विभेद कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी निराशा छिपा रहे हैं। भाजपा पहले वाजपेयी जी औऱ अब मोदी जी के नेतृत्व में देश का विकास कर रही है।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आदत रही है कि वह हर किसी को धोखा देते हैं। अब वे ऐसा ही काम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को लेकर कर रहे हैं।

विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि वाजपेयी जी ने इन्हें सुशासन बाबू के नाम पर बिहार की बागडोर सौंपी थी। लेकिन इनके पलटीमार स्वभाव के कारण वे भी शर्मसार होते। अपने सभी राजनीतिक गुरुओं को धोखा देने का नीतीश कुमार का पुराना इतिहास रहा है। लोकनायक जयप्रकाश नारायण से लेकर शरद यादव तक ये बारी बारी से सबको ठगते रहे। जिस जॉर्ज फर्नांडिस ने इनकी राजनीतिक कद को बढ़ाया। उनको भी किनारे लगाने में इन्होंने देरी नहीं की। स्वार्थ औऱ महत्वाकांक्षा के इर्द गिर्द घूमती इनकी राजनीति ने राजनीतिक पंडितों को भी चकित कर दिया है। 

वहीं बीजेपी भाजपा प्रवक्ता डॉ रामसागर सिंह कहा कि नीतीश कुमार ने कितनों को धोखा दिया है। नीतीश तो गैर कांग्रेस वाद के जनक कहे लोहिया जयप्रकाश और जॉर्ज फर्नांडिस साहब को कांग्रेसी गोद में बैठ करके धोखा दे चुके हैं। अब अटल बिहारी वाजपेयी को भी धोखा देने चले हैं। उनके चरणों में बैठकर घड़ियाल आंसू बहाने चले हैं। उन्हें थोड़ा तो शर्म करना चाहिए। 

नीतीश कुमार जो सुशासन का पाठ अटल बिहारी वाजपेयी ने पढ़ाया था उस पाठ को तिलांजलि देखकर नीतीश कुशासन रूपी लालू की गोद में बैठकर भ्रष्टाचार का अमृत भ्रष्टाचारियों को अमृत पिला रहे हैं। ऐसे में अटल बिहारी वाजपेयी के चरणों में बैठकर नीतीश अब जनता को धोखा देने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश की फितरत रही है कि वे जिनके साथ ही भी रहे हैं सबको धोखा दिया है। तो आप जिनके साथ भी रहे उन सब को दिया है। उन्होंने राजद को भी धोखा दिया और बीजेपी को भी धोखा दिया है।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि नीतीश कुमार एक ओर भाजपा के शीर्ष नेता अटल बिहारी को श्रद्धांजलि दे रहे हैं तो दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति द्वेष रखते हैं। अगर नीतीश यह समझते हैं कि अटल बिहारी को नमन कर वह भाजपा में फूट डालने की कोशिश करेंगे तो उनका सपना कभी साकार नहीं होगा। नीतीश कुमार को भाजपा के सभी नेता-कार्यकर्ता भलीभांति जानते हैं। साथ ही अगले साल के लोकसभा चुनाव में फिर से भाजपा सरकार बनवाने के लिए सभी भाजपा नेता एकजुटता के साथ पीएम मोदी के साथ खड़े हैं।

स्वतंत्रता दिवस पर जिला जज ने स्लम बस्ती के बच्चों को साथ लेकर किया झंडोत्तोलन

पूर्णियां : स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर सारे देश के साथ-साथ व्यवहार न्यायालय पूर्णिया परिसर भी राष्ट्रगान और राष्ट्रीय गीत के माहौल में सराबोर था। 

वहीं इसअवसर पर पूर्णिया के जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार सुजीत कुमार सिंह ने एक नई पहल करते हुए झंडोत्तोलन किया। 

इस मौके पर जहां एक ओर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव महावीर प्रसाद सहित व्यवहार न्यायालय के तमाम न्यायाधीश गण, अधिवक्ता गण, न्यायालय कर्मी एवं पुलिसकर्मी शामिल हुए वहीं जिला जज के विशेष पहल पर स्लम बस्ती के ऐसे बच्चों को इस समारोह में शामिल किया गया जिन्हें अभी तक विद्यालय नसीब नहीं हुआ था। 

उन बच्चों को सम्मान पूर्वक मिठाई के पैकेट दिए गए। साथ ही जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा एक पाराविधिक स्वयंसेवक को इन बच्चों के नजदीकी सरकारी विद्यालय में नामांकन हेतु जिम्मेवारी भी दी गई। 

जहां आज हम चांद पर जान और नई-नई ऊंचाइयों को हासिल करने की बात करते हैं, वहां हमारे जिला जज का ध्यान इन बच्चों पर जाना एक बहुत बड़ी बात है। देश के इतिहास में शायद यह पहला अवसर होगा कि एक जिला जज का ध्यान इस ओर गया हो। 

इस पहल से समाज के अन्य वर्गों का ध्यान भी इस ओर जाएगा और वह समय दूर नहीं होगा जब सभी को समुचित शिक्षा एवं सुविधा मिल पाएगा। जिला जज के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार ने इस स्वतंत्रता दिवस पर यह ठाना है, कि जिले के वैसे सभी बच्चे जो गरीबी, भुखमरी और अपने सामाजिक परिवेश के करण स्कूल नहीं जा पाते हैं, उन्हें स्कूल भेजना सुनिश्चित किया जाए। इसकी देखरेख की जिम्मेवारी पाराविधिक स्वयंसेवक को दी गई है। 

अगर सचमुच हमारे देश के सभी वर्ग और जिम्मेदार पदों पर आसीन पदाधिकारी गण की सोच हमारे जिला जज जैसी हो, तो वह दिन दूर नहीं जब हमारे समाज से शिक्षा और पिछड़ापन दूर हो जाएंगे।

पूर्णिया से जेपी मिश्र

आपदा मित्र के 12 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होने वाले वालिंटियर के वाहन को जिलाधिकारी ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

पूर्णिया :- सामुदायिक वॉलिंटियर (आपदा मित्र) के 12 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होने वाले वालिंटियर के वाहन को समाहरणालय परिसर से जिला पदाधिकारी कुन्दन कुमार द्वारा हरी झंडी दिखाकर ‌पटना के लिए रवाना किया गया।

पूर्णिया एक बहु - आपदा प्रभावी जिला रहा है। जिले का बायसी अनुमंडल बाढ़ प्रवण है। जिले में बाढ़ के अतिरिक्त चक्रवाती तूफान, डूबने की घटनाएँ एवं वज्रपात से प्रति वर्ष जान-माल की क्षति होती रहती है।

जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, पूर्णिया द्वारा पूर्णिया जिले के सभी प्रखंडों से 130 युवाओं को चयनित कर आपदा जोखिम न्यूनीकरण विषय पर दिनांक- 17.08.2023 से 28.08.2023 तक 12 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण हेतु ओ०पी० साह सामुदायिक केन्द्र, माल सलामी थाना, पटना को भेजा गया।

जिसको जिला पदाधिकारी द्वारा हरी झंडी दिखा कर पटना के लिए वाहन को रवाना किया गया। मौके पर अपर समाहर्ता श्री केडी प्रौज्ज्वल एवं संबंधित पदाधिकारी मौजूद थे।

बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, पटना द्वारा आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में आपदा जोखिम न्यूनीकरण एवं प्रबंधन के विभिन्न आयामों (बाढ़, सुखाड़, भूकंप, अगलगी, सड़क दुर्घटना, डूबने की दुर्घटना एवं वज्रपात आदि) पर प्रशिक्षण एवं पूर्वाभ्यास कराया जाना है।

जिला पदाधिकारी, द्वारा मीडिया प्रतिनिधियों से रूबरू होकर जानकारी देते हुए बताया गया कि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा इसके पूर्व भी बायसी एवं धमदाहा अनुमंडल से 160 स्वयंसेवकों एवं 57 सदस्यीय बालिकाओं का चयनित कर आपदा जोखिम न्यूनीकरण विषय पर 12 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण नागरिक सुरक्षा केन्द्र, बिहटा, पटना में करवाया गया। जिससे जिले में आपदा जोखिम न्यूनीकरण में साकारात्मक प्रभाव पड़ा है एवं डुबने वज्रपात आदि से होने वाली घटनाओं में कमी आयी है।

पूर्णिया से जेपी मिश्र