/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png StreetBuzz नेहरू मेमोरियल का नाम बदलने पर राहुल गांधी का मोदी सरकार पर तंज, कहा-नाम नहीं, कर्म उनकी पहचान India
नेहरू मेमोरियल का नाम बदलने पर राहुल गांधी का मोदी सरकार पर तंज, कहा-नाम नहीं, कर्म उनकी पहचान

#rahul_gandhi_attacks_modi_governemnt_on_nehru_memorial_name_change

नेहरू मेमोरियल म्यूजियम और लाइब्रेरी का नाम बदल दिया गया है। केंद्र सरकार के इस पैसले के बाद अब इसे प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय के नाम से जाना जाएगा। नेहरू मेमोरियल म्यूजियम और लाइब्रेरी का नाम बदलने पर कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। जब राहुल गांधी से इस पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि नेहरू जी की पहचान उनके कर्म हैं, उनका नाम नहीं।

दो साल की सजा पर रोक लगने के बाद राहुल गांधी को सांसदी वापस मिली थी, जिसके बाद से ही वह आक्रामक रवैया अपना रहे हैं और लगातार मोदी सरकार पर निशाना साध रहे हैं।दो दिनों के लेह-लद्दाख की यात्रा पर रवाना होने से पहले पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि नेहरू जी की पहचान उनके कर्म हैं, उनका नाम नहीं।

बता दें कि केंद्र शासित बनने के बाद राहुल गांधी पहली बार लद्दाख के दौरे में राहुल गांधी लेह और कारगिल जाएंगे। इस दौरान वे पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे।कारगिल में अगले महीने हिल काउंसिल के चुनाव होने हैं। इस वजह से राहुल की यात्रा को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। वे वहां पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश भरेंगे। कारगिल हिल काउंसिल के चुनाव के लिए कांग्रेस ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन किया है।

राहुल गांधी से पहले भी कांग्रेस और भाजपा के बीच इस मसले को लेकर वार-पलटवार चल रहा है। इससे पहले कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि नाम बदलना सरकार के ओछेपन को दिखाता है, पीएम मोदी डर और असुरक्षा से भरे नज़र आते हैं। मौजूदा सरकार का एकमात्र एजेंडा नेहरू और उनकी विरासत को गलत ठहराना और बदनाम करना ही है। लेकिन इन हमलों के बाद भी नेहरू की विरासत हमेशा जिंदा रहेगी।

स्वतंत्रतता दिवस के मौके पर नई दिल्ली के तीन मूर्ति परिसर स्थित नेहरू मेमोरियल म्यूजियम का नाम बदलकर पीएम म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (पीएमएमएल) कर दिया गया।भले ही स्‍वतंत्रता दिवस के मौके पर नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी का नाम बदल दिया गया हो लेकिन इसका औपचारिक ऐलान जून के महीने में ही कर दिया गया था।अब इसे औपचारिक रूप दे दिया गया है। इस बारे में 15 जून 2023 को राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में फैसला लिया गया था।

सेंसेक्स 61 अंक नीचे 65478 पर और निफ्टी 23 अंक नीचे 19441 पर, शेयर बाजार में कमजोर शुरुआत, दोनों सूचकांक लाल निशान में

शेयर बाजार में गुरुवार को बाजार में कमजोर शुरुआत देखने को मिली। सेंसेक्स 61 अंक नीचे 65478 पर और निफ्टी 23 अंक नीचे 19441 पर कारोबार कर रहा था। जानकारों का कहना है कि महंगाई का असर और अमेरिकी अर्थव्यवस्था का असर भारतीय शेयर बाजार पर भी देखने को मिल रहा है। निफ्टी 50 में 21 शेयरों में एडवांसेस दिख रहा है जबकि 29 शेयरों में डिक्लाइन दिख रहा है। यहां पर जिन शेयरों में तेजी है उनमें TITAN, ADANIPORTS, NTPC, ADANIENT, DRREDDY के शेयर प्रमुख हैं। जबकि जिन शेयरों में गिरावट देखी जा रही है उनमें CIPLA, ITC, GRASIM, SBILIFE, LTIM के शेयर शामिल हैं।

स्थानीय शेयर बाजार बुधवार को शुरुआती नुकसान से उबरते हुए लाभ में रहे और बीएसई सेंसेक्स में करीब 137 अंक की तेजी रही थी। वैश्विक बाजारों के मिले-जुले रुख के बीच सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाली इन्फोसिस, एलएंडटी और महिंद्रा एंड महिंद्रा में कारोबार के अंतिम घंटे में लिवाली होने से बाजार को समर्थन मिला था। उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 137.50 अंक यानी 0.21 प्रतिशत की बढ़त के साथ 65,539.42 अंक पर बंद हुआ था। कारोबार के दौरान एक समय इसमें 369.03 अंक तक गिरावट दर्ज की गई थी।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक निफ्टी भी 30.45 अंक यानी 0.16 प्रतिशत की बढ़त के साथ 19,465 अंक पर बंद हुआ था।

सेंसेक्स के शेयरों में अल्ट्राटेक सीमेंट सर्वाधिक 2.43 प्रतिशत के लाभ में रहा था। इसके अलावा एनटीपीसी, टाटा मोटर्स, इन्फोसिस, पावरग्रिड, महिंद्रा एंड महिंद्रा, लार्सन एंड टुब्रो, मारुति, विप्रो और एसबीआई में भी प्रमुख रूप से तेजी रही थी। दूसरी तरफ नुकसान में रहने वाले शेयरों में टाटा स्टील, भारती एयरटेल, बजाज फिनसर्व, एक्सिस बैंक, बजाज फाइनेंस और जेएसडब्ल्यू स्टील शामिल रहे थे।

गन प्वाइंट पर आरपीएफ कांस्टेबल ने महिला यात्री से कहा था- बोलो भारत माता की जय, पढ़िए, जयपुर-मुंबई सुपरफास्ट ट्रेन पर खूनी तांडव की कहानी

बीते महीने 31 जुलाई को जयपुर-मुबंई सुपरफास्ट एक्सप्रेस पर आरपीएफ के चेतन चौधरी ने चार लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस एफआईआर दर्ज करके जांच कर रही है। जांच के दौरान पता चला कि उस सिपाही ने एक बुर्का पहने महिला को गन प्वाइंट पर भारत माता की जय कहने के लिए बाध्य किया था।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मामले की जांच मुंबई के बोरीवली (जीआरपी) रेलवे थाने की पुलिस कर रही है। इस दौरान प्रत्यक्षदर्शियों का बयान जुटाने के लिए पुलिस बोगी में सवार सहयात्रियों के पास जा रहे हैं। ऐसे में एक महिला भी पुलिस के सामने निकलकर आई है। पुलिस को दिए गए बयान में महिला ने अपने बयान दिए हैं। पुलिस ने उसे इस मामले में गवाह भी बनाया है। इसके अलावा यह पूरी घटना ट्रेन में लगे सीसीटीवी कैमरे में भी रिकॉर्ड हुई है।

जयपुर-मुंबई सुपरफास्ट ट्रेन में 31 जुलाई को हुए फायरिंग की जांच में नया खुलासा, आरपीएफ काॅन्स्टेबल चेतन चौधरी ने ट्रेन में और खून खराबा करने का

 जयपुर-मुंबई सुपरफास्ट ट्रेन में 31 जुलाई को हुए फायरिंग की घटना में अब कई खुलासे हुए हैं। जीआरपी की जांच में पता चला है कि आरपीएफ काॅन्स्टेबल चेतन चौधरी ने ट्रेन में और ज्यादा खुनी खराबा करने का सोचा था लेकिन ट्रेन में मौजूद यात्रियों की आक्रामकता के चलते ऐसा संभव नहीं हो सका।

राजकीय रेलवे पुलिस की जांच में अब तक यह सामने आया है कि काॅन्स्टेबल चेतन चौधरी ने बोरीवली स्टेशन पर उतरने से पहले और कई लोगों को अपना निशाना बना सकता था। क्योंकि उसकी राइफल में सात राउंड बचे थे। वह ट्रेन में अधिक से अधिक लोगों को मौत के घाट उतारना चाहता था इसलिए उसने अपनी बदूंक एस 5 डिब्बे में बुरखा पहनी एक महिला की ओर तान दी। हालांकि यात्रियों के हंगामे के कारण महिला की जान बच गई।

यात्रियों को ऐसे बनाया शिकार

गवाहों की मानें तो बोरीवली स्टेशन पर उतरने से पहले उसने कोच एस 6 में एक यात्री अजगर अली की हत्या की थी। इतना ही नहीं हत्या के बाद उसने भाषण भी दिया था। इसके बाद उसने वहां मौजूद यात्रियों को वीडियो रिकाॅर्ड करने के लिए कहा था। एस 5 कोच में महिला को ओर बंदूक तानने के बाद उसने कोच में मौजूद एक अन्य यात्री जाफर खान को भी धमकी दी थी। इसी डिब्बे में उसने सैफुद्दीन को अपना दूसरा शिकार बनाया था।

चेतन चौधरी ने अपना तीसरा शिकार अब्दुल कादर भानपुरवाला को बनाया। भानपुरवाला के पास बैठे गवाह ने बताया कि भानपुरवाला वैतरणा स्टेशन पर उतरने वाला था इसलिए वह अपना सामान लेकर दरवाजे पर गया था। इसके बाद चौधरी ने पहले मीना को अपना शिकार बनाया। मीना को शिकार बनाने के 20 मिनट बाद भानपुरवाला को मौत के घाट उतार दिया।

यह है मामला

राजकीय पुलिस की मानें तो बोरीवली स्टेशन पर उतरने के बाद एक गार्ड भी ट्रेन से उतरा लेकिन चौधरी ने उस पर अपनी बंदूक तान दी। इसके बाद जब गार्ड ने चौधरी के पैरों में खून देखा तो वह फिर से ट्रेन में चढ़ गया। बता दें कि घटना 31 जुलाई की है। जब जयपुर-मुंबई सेंट्रल एक्सप्रेस में पालघर स्टेशन के पास आरपीएफ काॅन्स्टेबल चेतन चौधरी ने अपनी राइफल से फायरिंग कर एक सहायक उपनिरीक्षक समेत 4 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था।

वाईएसआर तेलंगाना पार्टी की अध्यक्ष वाईएस शर्मिला को इंडियन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने ‘तेलंगाना राज्य में नागरिकों के साथ 3,800 किलोमीटर पैदल चलने वाली

वाईएसआर तेलंगाना पार्टी की अध्यक्ष वाईएस शर्मिला को इंडियन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने ‘तेलंगाना राज्य में नागरिकों के साथ मिलकर 3,800 किलोमीटर पैदल चलने वाली पहली भारतीय महिला’ का खिताब दिया है। वाईएसआर तेलंगाना पार्टी की संस्थापक को 15 अगस्त को प्रमाणपत्र प्रदान किया गया।

‘एक्स’ में ये कहा 

शर्मिला ने बुधवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर जारी पोस्ट में कहा, ‘‘तेलंगाना के लोगों और उनकी आकांक्षाओं के प्रति मेरी प्रतिबद्धता को इंडियन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की ओर से सराहना मिली है। हालांकि, मेरी पदयात्रा कोई कीर्तिमान स्थापित करने के लिए नहीं थी, फिर भी मैं इस प्रमाणपत्र को विनम्रतापूर्वक स्वीकार करती हूं।’’

शर्मिला पोस्ट के साथ प्रमाण पत्र भी साझा किया जिसमें लिखा है, ‘‘वाईएस शर्मिला ने ‘तेलंगाना राज्य में नागरिकों के साथ मिलकर 3,800 किलोमीटर पदयात्रा करने वाली पहली भारतीय महिला’ के खिताब के साथ एक नया ‘भारतीय विश्व कीर्तिमान’ स्थापित किया है।’’

“ईडी तय करती है कौन किस पार्टी में जाएगा और कौन मंत्री बनेग”, शरद पवार के इन आरोपों को संजय राउत ने बताया बेहद गंभीर

#sanjay_raut_says_misuse_of_election_commission_and_all_central_agencies

मुंबई में शिवसेना यूबीटी (उद्धव ठाकरे गुट) के सांसद संजय राउत ने बीजेपी पर एक बार फिर करारा हमला बोला है। संजय राउत ने कहा है कि चुनाव आयोग और सभी केंद्रीय एजेंसियों का इस मोदी सरकार में जमकर दुरुपयोग हो रहा है। संजय राउत ने शरद पवार ने ईडी के इस्तेमाल को लेकर दिए गए बयान का हवाला देते हुए निशाना साधा। संजय राउत ने यह भी कहा, एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने उन्हें बताया है कि केंद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी तय करती है कि कौन किस पार्टी में जाएगा? कौन मंत्री बनेगा यह भी ईडी तय करती है। यह पवार साहब का बहुत गंभीर बयान है।

संजय राउत ने पत्रकारों ने बातचीत में कहा- शरद पवार ने कल बताया कि कैसे शिवसेना को तोड़ा गया और पार्टी का चिन्ह और नाम भी उन्हें दे दिया गया। अब एनसीपी के साथ भी ठीक उसी तरह से हो सकता है। संजय राउत ने कहा कि चुनाव आयोग का अब यही काम रह गया है और इसी शर्त पर पार्टियां तोड़ी जा रही हैं।

संजय राउत ने कहा कि जिस पार्टी को बालासाहेब ठाकरे ने बनाया उस पार्टी का अधिकार आपने (चुनाव आयोग) किसी और (शिन्दे) को दे दिया। अब जिस एनसीपी को शरद पवार ने बनाया, उनके रहते उसका अधिकार आप किसी और को दे रहे हो। यह कौन सा न्याय या कानून है? जिस पार्टी को बालासाहेब ने बनाया उनके बेटे उद्धव के रहते वो पार्टी किसी ऐरे-ग़ैरे (शिंदे) को दे रहे हैं।संजय राउत ने कहा कि शरद पवार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। उनके रहते उनके सामने उनकी ही पार्टी किसी और को सौंप रहे हैं। यह इस देश में हो रहा है। चुनाव आयोग समेत सभी सेंट्रल एंजेसियों का मिसयूज किया जा रहा है। 

बता दें कि महाराष्ट्र की राजनीति के भीष्म पितामह कहे जाने वाले शरद पवार को लेकर भी राज्य की राजनीति में भूचाल मचा हुआ है। क्या शरद पवार महाविकास अघाड़ी को बाय-बाय कहने वाले हैं? क्या वो बीजेपी में जाने वाले हैं? चाचा-भतीजे के बीच आखिर क्या खिचड़ी पक रही है? इसे लेकर I.N.D.I.A. गठबंधन में हलटल मची हुई है।

लखनऊ समेत यूपी में कई स्थानों पर भारी बारिश के आसार मौसम विभाग ने किया ने किया दावा*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

पूरे उत्तर प्रदेश में प्रचंड गर्मी की मार झेल रहे प्रदेशवासियों के लिए मौसम विभाग ने बारिश को लेकर नया दावा जारी किया है

इसमें कितनी सच्चाई है यह तो वक्त आने पर पता चलेगा फिलहाल मौसम विभाग के द्वारा हिमालय की तलहटी की ओर खिसक गई मानसूनी ट्रफ लाइन यानी मुख्यधारा वापस आ रही है।

उत्तर प्रदेश के ऊपर से गुजरेगी जिससे बारिश का सिलसिला शुरू होगा। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इसकी बड़ी वजह बंगाल की खाड़ी के ऊपर बन रहा दबाव का क्षेत्र है इससे लखनऊ पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई स्थानों पर भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है।

मानसूनी मुख्य धारा 17 अगस्त से दक्षिणी की ओर खिसकना शुरू होगी 18 अगस्त को अपनी समान स्थिति में पहुंच जाएगी इससे पूर्वी उत्तर प्रदेश से लेकर लखनऊ और आसपास व्यापक क्षेत्र में बारिश और तीव्रता में बढ़ोतरी होगी। पश्चिमी यूपी में इसका प्रभाव 20 अगस्त तक दिखेगा।मौसम विभाग के वरिष्ठ विज्ञानी अतुल कुमार सिंह के अनुसार इससे तापमान में भी गिरावट होने की संभावना है।

गुलाम नबी आजाद का बड़ा बयान, कहा-हिंदू धर्म इस्लाम से पुराना, सभी मुसलमान पहले हिंदू ही थे

#ghulamnabiazadvideoviralonsocial_media

वरिष्ठ नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में उन्होंने इस्लाम और कश्मीर को लेकर बड़ा बयान दिया है।इस वीडियो में गुलाम नबी आजाद जम्मू-कश्मीर के लोगों से कह रहे हैं कि हिंदू धर्म इस्लाम से पुराना है और सभी मुसलमान पहले हिंदू ही थे।

कश्मीर के सभी लोग हिंदू धर्म से कन्वर्टेड-आजाद

ये वीडियो जम्मू कश्मीर के डोडा में एक पब्लिक मीटिंग का है। गुलाम नबी आजाद 9 अगस्त को यहां भाषण देने पहुंचे थे। इस दौरान गुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि कश्मीर के सभी लोग हिंदू धर्म से कन्वर्ट होकर मुस्लिम बने हैं। आजाद ने कहा कि बाहर से चंद लोग ही आए होंगे, बाकी सब हिंदू ही हैं। खासकर कश्मीर के मामले पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि कश्मीर में तो आज से 600 साल पहले कोई मुसलमान नहीं था। यहां केवल कश्मीरी पंडित थे, सब कन्वर्ट होकर मुसलमान बन गए। गुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि हम बाहर से नहीं आए हैं, हम इसी मिट्टी की पैदावार हैं हमें इसी मिट्टी में खत्म होना है।

भारत के मुसलमान मूल रूप से हिंदू थे-आजाद

वीडियो में आजाद यह कहते हुए नजर आ रहे हैं, इस्लाम का जन्म 1500 साल पहले हुआ। भारत में कोई भी बाहरी नहीं है। हम सभी इस देश के हैं। भारत के मुसलमान मूल रूप से हिंदू थे। जो बाद में कनवर्ट हो गए।वीडियो में आजाद कहते हैं, हमने हिंदू-मुसलमान मिल के राज्य को ब्राह्मण, दलित, कश्मीरी को जब मिल के सबने इस घर को बनाना है, ये हमारा घर है, यहां कोई बाहर से नहीं आया। यही इसी मिट्टी की पैदावार, इसी मिट्टी में खत्म होना है। 

भाईचारा, शांति और एकता बनाए रखने का आग्रह

इस दौरान आजाद ने लोगों से भाईचारा, शांति और एकता बनाए रखने का आग्रह करते हुए कहा, ‘धर्म को राजनीति के साथ नहीं जोड़ा जाना चाहिए। लोगों को धर्म के नाम पर वोट नहीं देना चाहिए।

पिछले साल बनाई थी नई पार्टी

बता दें कि गुलाम नबी आजाद कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में गिने जाते थे। वह लंबे समय तक कांग्रेस में बड़े ओहदों पर रहे। केंद्र सरकार में मंत्री की भी जिम्मेदारी संभाली। गुलाम नबी जम्मू-कश्मीर के सीएम और राज्यसभा सांसद भी रहे। गुलाम नबी के राज्यसभा से रिटायर होते वक्त उनकी तारीफ करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी भावुक तक हो गए थे। पिछले साल अगस्त में उन्होंने कांग्रेस छोड़ अपनी डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी बना ली थी।

चीन ने अमेरिका को दिखाई आंख, ताइवान मुद्दे पर आग से ना खेलने के लिए किया आगाह

#chinaagainthreatensusontaiwansaysdonotplaywith_fire

ताइवान को लेकर अमेरिका और चीन के बीच तल्खियां लगातार बढ़ती जा रही है। हाल ही में ताइवान के उपराष्ट्रपति विलियम लाई ने अमेरिका का दौरा किया था। इसे लेकर चीन नाराज है और वह लगातार अमेरिका के खिलाफ बयानबाजी कर रहा है।अब चीन के रक्षा मंत्री ली शांगफू ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए अमेरिका को आगाह किया है।चीन के रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर चेतावनी देते हुए कहा कि ताइवान को लेकर आप आग से खेल रहे हैं।

ताइवान आंतरिक मामला, बाहरी हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं- ली शांगफू

चीन के रक्षा मंत्री ली शांगफू ने रूस की धरती से अमेरिका और ताइवान को चेतावनी दी गई है।दरअसल, ली शांगफू ने रूस के मॉस्को में अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा सम्मेलन में कहा कि ताइवान का इस्तेमाल करके चीन को काबू करने की कोई भी कोशिश विफल होगी। ली शांगफू ने ये भी कहा कि ताइवान का चीन की मुख्य भूमि से मिलना अपरिहार्य है और इसे टाला नहीं जा सकता। चीनी रक्षा मंत्री ने कहा कि ताइवान चीन का आंतरिक मामला है और इसमें कोई भी बाहरी हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं है।

चीन को काबू करने की कोशिश असफल होगी- ली शांगफू

ली शांगफू ने अपने बयान में कहा कि 'ताइवान को लेकर आग से खेलना और ताइवान की मदद से चीन को काबू करने की कोई भी कोशिश निसंदेह असफल होगी।

बता दें कि चीन ताइवान को अपने देश का हिस्‍सा बताता रहा है। वहीं, ताइवान का मानना है कि वो एक आजाद मुल्‍क है। इस मुद्दे पर चीन पहले भी कई मौकों पर तल्‍ख तेवर दिखाता रहा है।2022 अगस्त में अमेरिकी संसद की स्पीकर नैंसी पलोसी की ताइवान यात्रा को लेकर भी दोनों देशों के बीच तनाव का पारा और चढ़ गया था।

चांद पर कदम रखने से बस एक कदम दूर है चंद्रयान 3, आज अलग होंगे लैंडर-प्रोपल्शन मॉड्यूल

#chandrayaan_3_set_to_propulsion_and_lander_module_separation

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के मिसन मून यानी चंद्रयान-3 पर पूरे देश की ही नहीं दुनियाभर की निगाहें लगी हुई हैं। चंद्रयान 3 अब अपनी अंतिम छलांग लगाने को तैयार है। 17 अगस्त यानी आज से इसकी लैंडिंग से जुड़ी प्रक्रिया शुरू होगी।आज एक महत्वपूर्ण ऑपरेशन को अंजाम दिया जाएगा। जी हां, अपने चंद्रयान-3 से प्रॉपल्शन और लैंडर मॉड्यूल अलग होगा। वे आगे की यात्रा अलग-अलग करेंगे। प्रॉपल्शन मॉड्यूल चांद की कक्षा में रहेगा। आगे अपना लैंडर चांद के दक्षिणी ध्रुव इलाके में सॉफ्ट लैंडिंग के लिए कदम बढ़ाएगा।

इंजन फेल होने पर भी होगी लैंडिंग

इसरो द्वारा कहा गया है कि आज यानी 17 अगस्त को लैंडिंग माड्यूल, जिसमें लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान शामिल हैं, प्रोपल्शन माड्यूल से अलग हो जाएंगे। इसके बाद लैंडर-रोवर की गति घटाने का प्रयास किया जाएगा। 23 अगस्त को यान के लैंडर की चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कराई जाएगी।इसरो प्रमुख एस सोमनाथ का कहना है कि चंद्र मिशन चंद्रयान-3 का लैंडर विक्रम 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा। अगर इसका इंजन फेल भी हो जाता है तो ऐसी स्थिति में भी चंद्रमा की सतह पर लैंडिंग होगी

23 अगस्त को आएगी खुशखबरी

लैंडर के प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग होने और 100 किमी x 30 किमी की कक्षा में प्रवेश करने के बाद सॉफ्ट लैंडिंग प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। लगभग 30 किमी की ऊंचाई पर लैंडर चंद्रमा की सतह तक नीचे जाने के लिए अपने थ्रस्टर्स का उपयोग करेगा। सुरक्षित लैंडिंग सुनिश्चित करने के लिए इस नाजुक ऑपरेशन के लिए सटीक नियंत्रण और नेविगेशन की आवश्यकता होती है। 23 अगस्त को निर्धारित सॉफ्ट लैंडिंग का उद्देश्य लैंडर और रोवर को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर स्थापित करना है।

14 जुलाई को श्रीहरिकोटा से रवाना होने के बाद चंद्रयान-3 ने तीन हफ्तों में कई चरणों को पार किया। पांच अगस्त को पहली बार चांद की कक्षा में दाखिल हुआ था। इसके बाद 6, 9 और 14 अगस्त को चंद्रयान-3 ने अलग-अलग चरण में प्रवेश किया।चंद्रयान3 के धरती से चांद तक पहुंचने के अहम चरणः-

-14 जुलाई 2023: इसरो ने श्रीहरिकोटा से चंद्रयान-3 को लॉन्च किया. इसी दिन एलवीएम3 एम4 ने चंद्रयान-3 को सफलतापूर्वक चांद की यात्रा को शुरू करवाया।

-25 जुलाई 2023: लॉन्चिंग के बाद चंद्रयान-3 ने 4 अलग-अलग मैन्युवर पूरे किए और पृथ्वी की कक्षा को पीछे छोड़ा. इस दौरान चंद्रयान-3 को बड़े-बड़े धक्के दिए गए और उसे पृथ्वी की कक्षा से बाहर की ओर धकेला गया।

-1 अगस्त 2023: ये तारीख काफी अहम थी, क्योंकि इस दिन चंद्रयान-3 पृथ्वी की कक्षा से बाहर हुआ और चांद की कक्षा की ओर बढ़ा. यहां चंद्रयान-3 की दूरी 288*369328 किमी. थी।

-5 अगस्त 2023: चंद्रयान-3 ने यहां चांद की कक्षा में प्रवेश किया, ये पूरी तरह सफलता पूर्वक हुआ और चांद की कक्षा में अलग-अलग चरणों की शुरुआत हुई।

-9 अगस्त 2023: यहां से अलग-अलग मैन्युवर को परफॉर्म किया गया, यानी चरण दर चरण चंद्रयान-3 को चांद के करीब धकेलने और उसका वजन कम करने का काम किया गया।

-16 अगस्त 2023: चंद्रयान-3 ने अपना आखिरी मैन्युवर पूरा किया. अलग-अलग प्रक्रियाओं के बाद यह सबसे अंतिम मैन्युवर था, जिसके बाद अब पूरी कोशिश सफल लैंडिंग कराने की होगी।

-17 अगस्त 2023: लैंडिंग से जुड़ी अहम प्रक्रिया यहां शुरू होगी, प्रणोदन और लैंडर मॉड्यूल यहां से अलग-अलग होगा. लैंडर यहां से चांद की ओर बढ़ेगा और फिर सॉफ्ट लैंडिंग के अलग-अलग चरण पूरे होंगे।