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लालकिले से पीएम मोदी ने की 2024 की भविष्यवाणी, कहा-अगले 15 अगस्त को फिर आऊंगा, अगले 5 सालों के लिए लिया वादा

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लाल किले से आज अपने भाषण के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2024 को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है। इस साल लालकिले से 10वीं बार तिरंगा लहराने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों से अगले साल फिर आने का वादा कर डाला। पीएम ने कहा, 'अगले 15 अगस्त को फिर आऊंगा।'2024 के आम चुनाव से पहले लाल किले से पीएम मोदी की यह आखिरी स्पीच थी। ऐसे में उन्होंने जो कहा, उसके मायने बड़े हैं। 

पीएम मोदी ने कहा कि मैं 10 साल का हिसाब तिरंगे की साक्षी में लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को दे रहा हूं। दस साल पहले राज्यों को 30 लाख करोड़ भारत सरकार की तरफ से ज्यादा थे, लेकिन पिछले 9 साल में ये आंकड़ा 100 लाख करोड़ पर पहुंचा है। इसके बाद कहा कि पहले स्थानीय निकाय के विकास के लिए भारत सरकार से 70 हजार करोड़ जाता था, लेकिन अब वो 3 लाख करोड़ से ज्यादा है। पहले गरीबों के घर के लिए 90 हजार करोड़ रुपये खर्च होता था और अब 4 लाख करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं।

देश को पहली तीन शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में पहुंचाने की दी गारंटी

पीएम मोदी ने कहा कि हम 2014 में दुनिया की अर्थव्यवस्था में 10वें नंबर पर थे, लेकिन आज हम पांचवें नंबर पर पहुंच चुके हैं। आने वाले पांच साल में मोदी की गारंटी है कि देश पहली तीन शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में जगह ले लेगा। पिछले साढ़े 5 सालों में साढ़े 13 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं और मध्यमवर्ग की शक्ति बन रहे हैं। जब गांव की शक्ति बढ़ती है तो शहरों की आर्थिक अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ती है।हमें इस बल देकर आगे चलना चाहते हैं। हमने टास्कफोर्स बना दिया है। हमारे देश में 25 साल से चर्चा हो रही थी कि देश में नई संसद बने। ये मोदी है जो समय से पहले नई संसद बनाकर दे दिया।ये काम करने वाली सरकार है। निर्धारित लक्ष्यों को पार करने वाली सरकार है।

पीएम ने बताया अगले चुनाव में उन्हें मौका देना क्यों जरूरी

प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 के बाद देश में आए बदलाव की चर्चा करते हुए समझाया कि अगले चुनाव में उन्हें मौका देना क्यों जरूरी है।उन्होंने कहा, 'मेरे शब्द लिखकर रख लीजिए इस कालखंड में जो त्याग और तपस्या हम करेंगे। सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय एक के बाद एक फैसले लेंगे उससे 1000 साल का देश का स्वर्णिम काल लिखा जाएगा।' उनका साफ तौर पर कहना था कि इस अमृतकाल में लिए गए फैसले 1000 साल तक प्रभाव पैदा करेंगी। इसके लिए उन्होंने एक और कार्यकाल मांगा।

देशवासियों को कहा परिवारजनों

पीएम ने कहा कि सपने अनेक हैं, संकल्प भी साफ और नीतियां भी स्पष्ट हैं। पीएम मोदी ने कहा कि हमारी नीयत के सामने कोई सवालिया निशान नहीं है, लेकिन कुछ सच्चाइयों को हमें स्वीकार करना होगा और उसके समाधान के लिए मेरे परिवारजनों मैं आज लाल किले से आपकी मदद मांगने आया हूं। मैं लाल किले से आपका आशीर्वाद मांगने आया हूं। अनुभव के आधार पर मैं कह रहा हूं कि आज गंभीरतापूर्वक उन चीजों को लेना होगा।

अगले 15 अगस्त के लिए ले लिया देश से वादा

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- 2047 में देश जब स्वतंत्रता के 100 साल का जश्न मनाए तो हमारे भारत का तिरंगा दुनिया में विकसित देश की पहचान के साथ लहराए। 2047 के सपने को साकार करने का सबसे बड़ा स्वर्णिम क्षण आने वाले पांच साल हैं। अगले 15 अगस्त को इसी लाल किले से मैं देश की उपलब्धियों और विकास को आपके सामने रखूंगा।

लोकसभा चुनाव से पहले यह प्रधानमंत्री का लाल किले से आखिरी संबोधन, किये ये बड़े ऐलान

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देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश के लोगों को संबोधित किया।इस दौरान पीएम मोदी ने लाल किले से नई योजनाओं का ऐलान किया, साथ ही कई वादे भी किए।साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले यह प्रधानमंत्री का लाल किले से आखिरी संबोधन है, ऐसे में इस संबोधन के कई राजनीतिक मायने भी हैं।

-लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एलान किया कि वह सुनार, सुतार, राजमिस्त्री, बाल काटने वाले, औजारों-हाथों से काम करने वाले वर्ग को नई ताकत देने वाले हैं। इसके लिए वह विश्वकर्मा जयंती पर विश्वकर्मा योजना शुरू करेंगे।इसकी शुरुआत 13 से 15 हजार करोड़ रुपये से की जाएगी।

-पीएम मोदी ने घोषणा करते हुए कहा कि देश में अभी तक 10 हजार जन औषधि केंद्र थे, अब हम इस लक्ष्य को 25 हजार जन औषधि केंद्र तक पहुंचा रहे हैं और आने वाले वक्त में इस ओर काम शुरू हो जाएगा।

-पीएम ने ऐलान किया कि मोदी की गारंटी है कि आने वाले पांच साल में देश दुनिया की टॉप-3 अर्थव्यवस्था में शामिल होगा।

-शहरों में जो लोग किराये पर रहते हैं या जिनके पास अपना घर नहीं है या जो अनाधिकृत कॉलोनी में रहते हैं, उनको अपना घर बनाने के लिए बैंक से जो लोन मिलता है, उसके ब्याज में राहत दी जाएगी और इसके लिए जल्द योजना का ऐलान होगा।

-प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरा नया लक्ष्य गांव में 2 करोड़ लखपति दीदी बनाने का है, एग्रीकल्चर सेक्टर के जरिए हम वुमेन सेल्फ हेल्प ग्रुप की ट्रेनिंग देंगे जिसमें महिलाओं को ड्रोन चलाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। हम गांव में महिलाओं को मजबूत करना चाहते हैं और इस ओर यह कदम अहम है।

देश आज मना रहा 77वां स्वतंत्रता दिवस, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10वीं बार लाल किले पर फहराया तिरंगा

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आज पूरा भारत 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराया। पीएम मोदी ने आज 10वीं बार लाल किले पर तिरंगा फहराया है। इस दौरान ध्वज को 21 तोपों की सलामी दी गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिले से देशवासियों को आजादी के पर्व की शुभकामनाएं दी। पीएम मोदी ने कहा कि मैं आज देश की आजादी के जश्न में योगदान और बलिदान देने वालों को नमन करता हूं और उनका अभिनंदन करता हूं। 

लाल किले से देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने विभिन्न मुद्दों पर बात की।पीएम मोदी ने कहा कि देश त्याग और तपस्या के बाद आजाद हुआ। यह अमृतकाल का पहला साल है। अमृतकाल में सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय को लेकर सरकार आगे बढ़ रही है।अब देश नए संकल्पों से जुड़ रहा है।पंच प्राण के साथ देश आगे बढ़ रहा है।

देश आसमान से उतरने के अवसर देने का सामार्थ्य रखता है-पीएम मोदी

लालकिले के प्राचीर से पीएम मोदी ने कहा, जैसा सौभाग्य आज देश के नौजवानों को मिला है, ऐसा सौभाग्य शायद ही किसी को मिलता है। हमें इसे गंवाना नहीं चाहिए। आने वाला समय टेक्नोलॉजी से प्रभावित रहने वाला है। हमारे छोटे-छोटे शहर और कस्बे आबादी में छोटे हो सकते हैं। लेकिन उनका सामार्थ्य किसी से कम नहीं है। देश में अवसरों की कमी नहीं है, आप जितने अवसर चाहेंगे ये देश आसमान से उतरने के अवसर देने का सामार्थ्य रखता है।

भारत की क्षमता-संभावनाएं भरोसे की नई ऊंचाइयों को पार करने वाली हैं-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा, यह निश्चित है कि भारत की क्षमता और संभावनाएं भरोसे की नई ऊंचाइयों को पार करने वाली हैं। विश्वास की ये नई ऊंचाईयां, नई क्षमताओं के साथ आगे बढ़ेंगी। आज भारत को G20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने का अवसर मिला है। बीते वर्ष में जिस प्रकार भारत के कोने-कोने में G20 के अनेक आयोजन हुए, उससे दुनिया को भारत के सामान्य जन के सामर्थ्य, भारत की विविधता का परिचय हुआ है।

देश एक नए आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि हमें याद है जब हमारे देश पर आक्रमण हुआ, लेकिन तब पता तक नहीं था कि एक घटना भारत को हजार साल की गुलामी में फंसा देगी। हम गुलामी में जकड़ते गए, जो आया लूटता गया। पीएम मोदी ने कहा कि गुलामी की मानसिकता से बाहर निकला हुआ देश एक नए आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है। मां भारती एक बार फिर जागृत हो चुकी है। 

आज के फैसलों से आने वाले 1000 सालों का भविष्य तय होगा-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि आज हमारे पास लोकतंत्र और विविधता है। दुनिया के देश बूढ़े हो रहे हैं, लेकिन भारत युवा हो रहा है। आज के फैसलों से आने वाले 1000 सालों का भविष्य तय होगा। सामर्थ्य देश के भाग्य को बदल देता है। अब न रुकना है और ना ही दुविधा में जीना है।

चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के नाम पर वायरल हुआ मैसेज, जानें संविधान बचाने की अपील करने वाले संदेश की सच्चाई

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सुप्रीम कोर्ट ने भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की तस्वीर के साथ व्हाट्सएप पर सर्कुलेट किए जा रहे एक कथित ‘मैसेज’ का खंडन किया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म व्हाट्सएप पर प्रसारित किए जा रहे मैसेज में दावा किया जा रहा था कि सीजेआई ने लोगों को सड़कों पर आने और सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए कहा है। सीजेआई चंद्रचूड़ की तस्वीर के साथ शेयर किए जा रहे कथित संदेश की हेडलाइन है,"भारतीय लोकतंत्र सुप्रीम कोर्ट जिंदाबाद"। अब सुप्रीम कोर्ट ने इस तरह के पोस्ट को फर्जी बताया है और अब ऐसे लोगों पर कार्रवाई की तैयारी है।

कोर्ट की तरफ से जारी रिलीज में कहा गया है कि वह पुलिस के जरिए मामले में उपयुक्त कार्रवाई कर रहा है। इस फर्जी पोस्ट में सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ का फोटो लगाकर उनके हवाले से जनता से सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में आने का आग्रह किया गया। सुप्रीम कोर्ट ने बयान में कहा कि ये कोर्ट के संज्ञान में आया है कि एक सोशल मीडिया पोस्ट (जनता को अधिकारियों के खिलाफ भड़काने) में फाइल फोटोग्राफ का इस्तेमाल करके देश के मुख्य न्यायाधीश के हवाले से फर्जी बात लिखी गई।

इसमें आगे कहा गया कि ये पोस्ट फर्जी है, गलत इरादे से की गई है और शरारतपूर्ण है। चीफ जस्टिस की ओर से ऐसी कोई पोस्ट जारी नहीं की गई है और न ही उन्होंने ऐसा कुछ कहा है। इस संबंध में उचित कार्रवाई की जा रही है।

भारत के सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने भी बताया कि प्रसारित किया जा रहा संदेश फर्जी था। लॉ टुडे से एक्सक्लूसिव बात करते हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि यह एक फर्जी फॉरवर्ड है। कोई भी सीजेआई कभी भी ऐसा काम नहीं करेगा, सीजेआई चंद्रचूड़ जैसा महान व्यक्ति तो बिल्कुल भी नहीं। भारत के मुख्य न्यायाधीश के नाम पर इतनी गंभीर शरारत के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

*ट्विटर प्रोफाइल पर तिरंगा लगाते ही हट गया है ब्लू टिक, जानें क्या है वजह*

#bluetickremovedastricolorisplacedontwitter

एलन मस्क द्वारा माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर यानी एक्स की कमान संभालने से ही ब्लू टिक चर्चा में है। वेरिफाइड अकाउंट के तौर पर फ्री मिलने वाला ब्लू टिक एलन मस्क ने पेड कर दिया था। लेकिन अब एक दूसरी वजह से यह चर्चा में आ गया है।दरअसल, भारत इस साल अपना 77 स्वतंत्रता दिवस समारोह मनाने जा रहा है। इस मौके को खास बनाने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया अकाउंट्स में डीपी को तिरंगे में बदलने का आग्रह किया है। ऐसे में सभी सोशल मीडिया यूजर्स ऐसा ही कर रहे हैं। हालांकि ऐसा करने के बाद X (ट्विटर) यूजर्स के प्रोडाइल में लगा हुआ ब्लू टिक बैज गायब हो जा रहा है। 

सीएम योगी समेत इनके अकाउंट से ब्लू टिक गायब

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने ट्विटर अकाउंट पर DP बदलकर तिरंगे की तस्वीर लगाई तो उनका ब्लू टिक गायब हो गया। वहीं भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के भी ट्विटर अकाउंट से ब्लू टिक रिमूव हो गया।इसके अलावा हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के भी ट्विटर अकाउंट से ब्लू टिक गायब हो गया है।

ब्लू टिक जाने का है ये बड़ा कारण

ट्विटर X के नए नियमों के तहत, अगर कोई यूजर अपनी प्रोफाइल बदलता है और किसी तरह की डिजाइन्ड, ग्राफिक्स की मदद से तैयार फोटो या फिर एनिमेटेड तस्वीर लगाता है तो उसके अकाउंट ब्लू टिक हटा दिया जाएगा। हालांकि, ये स्थाई तौर पर नहीं होगा। X की ओर से पहले फोटो का रिव्यू किया जाएगा, उसके बाद ब्लू टिक दोबारा नजर आने लगेगा। हालांकि, इस प्रोसेस में कितना समय लगने वाला है, इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं दी गई है।

कब हुए बदलाव

दरअसल, ट्विटर X में ये बदलाव तब किए गए थे, जब एलन मस्क ने ट्विटर को टेकओवर किया था। इसी के बाद से ब्लू सब्सक्रिप्शन की भी शुरुआत हुई। इसके तहत अब ट्विटर यूजर्स को 650 रुपये वेब और 900 रुपये ऐप के लिए देने पड़ते हैं। ब्लू टिक लेने के लिए सिर्फ पैसे का ही भुगतान जरूरी नहीं है बल्कि आपको कुछ शर्तों को भी पालन करना पड़ता है। प्रोफाइल फोटो में अकाउंट होल्डर की रियल फोटो होना जरूरी है। रियल फोटो न होने पर ब्लू टिक हटा दिया जाएगा। अगर आप बाद में अपनी रियल फोटो लगाते हैं तो आपकी फोटो का रिव्यू किया जाएगा और उसके बाद ब्लू टिक वापस मिल जाएगा।

*चांद के बाद इसरो की सूरज पर नजर, चंद्रयान के बाद अब मिशन 'सूर्ययान' की तैयारी, सितंबर के पहले हफ्ते में लॉन्चिंग संभव*

#isrosunmissionadityal1launchsoon

इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (इसरो) की नजर चांद के बाद अब सूरज पर है। चंद्रमा पर तीसरा चंद्रयान भेजने के बाद अब इसरो की सूर्य मिशन की तैयारी पूरी हो चुकी है।इसके लिए आदित्य L-1 नाम की ऑब्जर्वेटरी को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। इसकी लॉन्चिंग की तारीख अभी सामने नहीं आई है। इसरो ने बताया कि आदित्य एल1 आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्पेसपोर्ट पहुंच चुका है। इसरो का कहना है कि सितंबर के पहले हफ्ते में आदित्य एल1 की लॉन्चिंग हो सकती है। बता दें कि चंद्रयान-3 जल्द ही चांद की सतह पर लैंड करने वाला है और हर किसी को इस ऐतिहासिक पल का इंतजार है।

सूरज का अध्ययन करने वाला पहला भारतीय मिशन

आदित्य L-1 सूरज का अध्ययन करने वाला पहला भारतीय मिशन होगा। ये स्पेसक्राफ्ट लॉन्च के चार महीने बाद सूरज-पृथ्वी के सिस्टम में लैगरेंज पॉइंट-1 (L-1) तक पहुंचेगा। इस पॉइंट पर ग्रहण का प्रभाव नहीं पड़ता, जिसके चलते यहां से सूरज की स्टडी आसानी से की जा सकती है। इसरो ने कहा, इससे वास्तविक समय में सौर गतिविधियों और अंतरिक्ष मौसम पर इसके प्रभाव को देखने का अधिक लाभ मिलेगा।

पृथ्वी से लैगरेंज पॉइंट की दूरी 15 लाख किमी

पृथ्वी और सूरज के बीच की दूरी करीब 15 करोड़ किमी है। जहां इस सैटलाइट आदित्य L-1 को प्लेस किया जाएगा वो लैगरेंज पॉइंट L-1 धरती से करीब 15 लाख किलोमीटर दूर है। इस ऑब्जर्वेटरी को बेंगलुरु स्थित यूआर राव सैटेलाइट सेंटर में बनाया गया है। यहां से इसे श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर लाया गया है।

इसरो सात पेलोड्स भेजने वाला है

L1 पॉइंट से सूर्य को लगातार देखा जा सकेगा। इससे सोलर गतिविधियों की आसानी से स्टडी की जा सकेगी और वास्तविक समय में अंतरिक्ष के मौसम के बारे में पता लगाया जा सकेगा। इनके अलावा सूर्य के आसपास किसी भी बदलाव का अंतरिक्ष के मौसम पर क्या प्रभाव पड़ता है, इसपर नजर रखा जा सकेगा। आदित्याL1 सैटेलाइट के साथ इसरो सात पेलोड्स भेजने वाला है। ये पैलोड सूरज की फोटोस्फीयर, क्रोमोस्फीयर और सबसे बाहरी परत का अध्ययन इलेक्ट्रोमैग्नेटिक और पार्टिकल और मैग्नेटिक फील्ड डिटेक्टर्स की मदद से करेंगे। इनमें से चार पैलोड लगातार सूर्य पर नजर रखेंगे और बाकी तीन पैलोड परिस्थितियों के हिसाब से पार्टिकल और मैग्नेटिक फील्ड का अध्ययन करेंगे। इसरो ने बताया कि आदित्य एल1 के पैलोड सूरज की कोरोनल हीटिंग, कोरोनल मास इजेक्शन, प्री फ्लेयर और फ्लेयर गतिविधियों के बारे में और सूरज में होने वाली गतिविधियों के अंतरिक्ष के मौसम पर पड़ने वाले असर के बारे में अहम जानकारी देंगे।

भारी बारिश के कारण शिमला में दुखद हादसा, शिव मंदिर ढहने से 9 लोगों की मौत, कई मलबे में दबे, भूस्खलन में दर्जनों लोगों के फंसे होने की आशंका

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में आज सोमवार को भारी बारिश के कारण एक शिव मंदिर ढह जाने से नौ लोगों की मौत हो गई। समर हिल इलाके में मंदिर में भूस्खलन में दर्जनों लोगों के फंसे होने की आशंका है और पुलिस और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) के अधिकारी बचाव अभियान चला रहे हैं। सावन के मौके पर पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालु जुटे थे। एक अधिकारी के मुताबिक, घटना के वक्त करीब 50 लोग जमा थे।

वहीं, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि स्थानीय प्रशासन उन व्यक्तियों को बचाने के लिए मलबे को हटाने के लिए परिश्रमपूर्वक काम कर रहा है जो अभी भी फंसे हो सकते हैं। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि, "शिमला से दुखद खबर सामने आई है, जहां समर हिल में "शिव मंदिर" भारी बारिश के कारण ढह गया। अब तक, नौ शव निकाले गए हैं। स्थानीय प्रशासन बचाव के लिए मलबे को हटाने के लिए लगन से काम कर रहा है। जो व्यक्ति अभी भी फंसे हो सकते हैं।''

बता दें कि, सीएम सुक्खू ने कहा कि, हिमाचल प्रदेश में पिछले 48 घंटों से लगातार बारिश हो रही है। ब्यास नदी का जल स्तर बढ़ गया है और बारिश से संबंधित घटनाओं में कुछ लोगों की मौत हो गई है। शिव मंदिर ढहने के बाद अब तक नौ शव निकाले गए हैं। मैं मैं घटनास्थल का दौरा करने जा रहा हूं। सभी अधिकारी बचाव कार्य में लगे हुए हैं। इस बीच, हिमाचल प्रदेश के सोलन के एक गांव में बादल फटने से 7 लोगों की मौत हो गई। घटना रविवार देर रात जादौन गांव में हुई। एक अधिकारी ने कहा, छह लोगों को बचाया गया है।

देशभर में हर घर तिरंगा अभियान: PM की अपील का दिखा असर, सरकारी वेबसाइट पर 40 लाख लोगों ने पोस्ट की सेल्फी

 केंद्र सरकार की वेबसाइट के अनुसार, 'हर घर तिरंगा' पोर्टल को देश के लोगों से 40 मिलियन से अधिक सेल्फी प्राप्त हुई हैं। यह अभियान 13-15 अगस्त तक चलेगा, जब भारत अपना 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्य स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले देश के लोगों से अभियान में भाग लेने की अपील की थी। 

एक सोशल मीडिया पोस्ट में, प्रधान मंत्री ने लोगों से महत्वपूर्ण दिन से पहले एक "अनूठे प्रयास" के हिस्से के रूप में, अपने सोशल मीडिया हैंडल की डिस्प्ले तस्वीर को राष्ट्रीय ध्वज में बदलने के लिए कहा था। हर घर तिरंगा की वेबसाइट से पता चलता है कि सरकार को तिरंगे के साथ 43,644,013 (4.3 मिलियन) सेल्फी मिली हैं। वेबसाइट के होम पेज को सेल्फी अपलोड करने के विकल्प के साथ फिर से डिजाइन किया गया है। जब कोई उपयोगकर्ता पोर्टल खोलता है, तो उसके सामने झंडे और डिजिटल तिरंगे के साथ एक सेल्फी अपलोड करने का विकल्प आता है। इसी वेबसाइट पर नीचे स्क्रॉल करने पर यूजर को भारतीय ध्वज के साथ केंद्रीय मंत्रियों, अभिनेताओं और खिलाड़ियों की तस्वीरें दिखाई देंगी। 

अमृत काल के इस दूसरे स्वतंत्रता दिवस पर एक सप्ताह तक विभिन्न कार्यक्रम होंगे। हर घर तिरंगा अभियान के साथ-साथ विभाजन दिवस (14 अगस्त) पर भारत विभाजन की भयावहता को याद करते हुए और उस दौरान हुई हिंसा के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देते हुए मौन जुलूस निकाले जाएंगे। पूरे भारत से लगभग 1,800 विशेष अतिथि दिल्ली के प्रतिष्ठित लाल किले में पीएम मोदी द्वारा स्वतंत्रता दिवस ध्वजारोहण में भाग लेंगे। इस बीच, स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले, दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी भर में जांच और सुरक्षा उपाय बढ़ा दिए हैं।

शरद पवार और अजत पवार के बीच सीक्रेट मीटिंग से बढ़ी इंडिया के सहयोगी दलों में हलचल, उद्धव ठाकरे की शिवसेना और कांग्रेस चौकन्ना

#after_sharad_pawar_meets_ajit_pawar 

बीते शनिवार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और भतीजे अजित पवार के बीच एक सीक्रेट मीटिंग हुई है। बगावत के 43 दिनों में शरद-अजित के बीच ये चौथी मुलाकात है। एनसीपी में अजित पवार की बागवत के इतने दिनों बाद भी कोई दावे के साथ यह कहने की स्थिति में नहीं है कि शरद पवार के साथ कितने और अजित पवार के साथ एनसीपी के कितने सांसद और विधायक हैं। ऐसे में शरद पवार और अजित पवार के बीच हुई मुलाकात ने इंडिया के सहयोगी दलों में हलचल बढ़ा दी है।बता दें कि अजित पवार बीते महीने एनसीपी से बगावत कर एनडीए में शामिल हो गए थे।

पुणे में एक उद्योगपति के बंगले पर शरद पवार और अजित पवार की गुप्त मुलाकात की खबर सामने आई है।शरद पवार और अजित पवार के बीच बिजनेसमैन अतुल चोर्डिया के घर सीक्रेट मीटिंग हुई।महाराष्ट्र में इस विपक्षी गठबंधन के प्रमुख सदस्य शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने उपमुख्यमंत्री अजित पवार के साथ शरद पवार की बैठकों पर नाराजगी जताई ।

शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र 'सामना' के संपादकीय में कहा गया है कि अजित पवार की शरद पवार (अपने चाचा) से बार-बार मुलाकात को देखना दिलचस्प है और एनसीपी प्रमुख भी इससे बच नहीं रहे हैं। ऐसी आशंका है कि बीजेपी के ‘चाणक्य’, अजित को शरद पवार से मिलने के लिए भेजकर भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि इस तरह की मुलाकातें शरद पवार की छवि को धूमिल कर रही हैं और यह अच्छा नहीं है।

'सामना' के संपादकीय में कहा गया है कि हर दिन भ्रम पैदा करने का यह कदम लोगों के दिमाग से परे हो गया है। मौजूदा राजनीतिक खेल के कारण लोग इसके प्रति नीरस हो गए हैं। इसमें आगे कहा गया है कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने पवारों के बीच बैठकों को मनोरंजक बताया है।

वहीं, महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि शरद पवार और अजीत पवार की गुपचुप मीटिंग से काफी भ्रम पैदा हो गया है। उन्होंने कहा कि दोनों के बीच अगर पारिवारिक मीटिंग है, तो घर पर मिलें। किसी बिजनेस-मैन के बंगलो पर क्यूं मिले? मुलाकात के बाद क्यों अजीत पवार अपनी ही कार में छुप कर निकले? नाना पटोले ने कहा कि हमारी भूमिका है की हम सब साथ चले, साथ काम करे। नाना पटोले ने कहा कि हमने कल उद्धव ठाकरे से भी बात की है। अब राहुल गांधी इस मुद्दे के बारे में दोनों नेताओं से बात करेंगे।जिससे की सब कुछ साफ हो जाए।

शरद पवार ने दी सफाई

वही, एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने सोमवार को स्पष्ट कर दिया है कि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और भतीजे अजित पवार के साथ पुणे में हुई उनकी मुलाकात को लेकर विपक्षी महा विकास आघाड़ी (एमवीए) में किसी प्रकार की भ्रम की स्थिति नहीं है।पवार ने बारामती में कहा कि एमवीए एकजुट है। 31 अगस्त और एक सितंबर को मुंबई में होने वाली विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’(I.N.D.I.A) की अगली बैठक का सफल आयोजन किया जाएगा।

पुणे में हुई चाचा-भतीजे की सीक्रेट मीटिंग

बता दें कि, एनसीपी प्रमुख शरद पवार और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने शनिवार (12 अगस्त) को पुणे के बिजनेसमैन अतुल चोरडिया के बंगले पर मुलाकात की। चाचा-भतीजे अलग-अलग वजहों से पुणे में थे, इसी दौरान दोनों की यह सीक्रेट मीटिंग हुई। चांदनी चौक ब्रिज उद्घाटन के सिलसिले में अजित पवार पुणे में थे और शरद पवार भी शहर में मौजूद थे। अतुल चोरडिया के घर पर मुलाकात के बाद सबसे पहले शरद पवार बंगले से बाहर निकले और थोड़ी देर बाद भतीजे अजित पवार का काफिला बंगले से निकला।

मुलाकात से सियासी माहौल गरमाया

कुछ समय से इस तरह की चर्चाएं हो रही हैं कि शरद पवार गुट और अजित पवार गुट का विलय हो सकता है। अब दोनों की इस मुलाकात से सियासी माहौल और गरमा गया है।

चंद्रयान-3 की एक और छलांग, चांद के चौथे ऑर्बिट में हुई एंट्री, इसरो ने दी खुशखबरी

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भारत के तीसरे चंद्र मिशन, चंद्रयान-3 ने चंद्रमा की सतह की ओर एक और लंबी छलांग लगाई है। यानी चंद्रयान-3 अपनी मंजिल के और करीब पहुंच गया है।चंद्रयान-3 अब चांद के चौथे ऑर्बिट में प्रवेश कर गया है। अब चंद्रयान 3 150 km x 177 km वाली कक्षा में चक्कर लगा रहा है। इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन(इसरो) ने ये खुशखबरी दी है। 

इसरो ने बताया कि 14 अगस्त की सुबह करीब पौने बारह बजे चंद्रयान-3 के थ्रस्टर्स को चालू किया गया था, जिसकी मदद से चंद्रयान-3 ने सफलतापूर्वक कक्षा बदली।इसरो ने ट्वीट में लिखा, 'चंद्रयान-3 ने कक्षा घटाए जाने का एक और चरण सफलतापूर्वक पूरा किया, चंद्रमा की निकटवर्ती कक्षा में पहुंचा।आज की गई प्रक्रिया के बाद चंद्रयान-3 की कक्षा घटकर 150 किमी x 177 किमी रह गई है।अगला ऑपरेशन 16 अगस्त, 2023 को लगभग सुबह 8.30 बजे के आसपास करने की योजना है।

अब 16 अगस्त का इंतजार

बता दें कि चंद्रयान-3 को चरणबद्ध तरीके से चंद्रमा के पास ले जाया जा रहा है। 5 अगस्त को चंद्रयान 3 चंद्रमा की पहली कक्षा में पहुंचा था। उस समय उसने चांद से पहली तस्वीरें भेजी थीं।इसके बाद इसरो ने 9 अगस्त को दोपहर एक बजकर 40 मिनट पर ऑर्बिट में बदलाव किया था। आज चंद्रयान-3 के चंद्रमा की चौथी कक्षा में प्रविष्ट कराए जाने के बाद 16 अगस्त को इसे पांचवीं कक्षा में पहुंचाने की कोशिश की जाएगी। इसके बाद, लैंडर पर डी-आर्बिटिंग कवायद की जाएगी। 

23 अगस्त को चांद में कहां लैंड करेगा चंद्रयान-3?

चंद्रयान -3 की चांद के सतह पर कदम रखने की तारीख 23 अगस्त मुकर्रर है। इसरो ने बताया कि लैंडर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास लैंड करेगा। अगर सब सही रहा तो शाम के 5:45 बजे चंद्रयान-3 चांद की सतह को छू लेगा। तीन पहले 20 अगस्त को चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल की रात पौने दो बजे डीऑर्बिटिंग होगी।

भारत बन जाएगा चौथा देश

इसरो ने एक महीने पहले 14 जुलाई को श्री हरिकोटा से चंद्रयान लॉन्च किया था। चंद्रयान -3 मिशन के तीन महत्वपूर्ण सीक्वेंस हैं। पहल हिस्सा धरती पर केंद्रित है, दूसरा चांद के रास्ते और तीसरा चांद पर पहुंचना। इन तीनों स्टेज के पूरा होते ही लैंडर प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग हो जाएगा। इसके बाद लैंडर चांद की सतह पर उतरने की प्रक्रिया शुरू करेगा। अगर भारत इसमें कामयाब हो जाता है तो रूस, अमेरिका और चीन के बाद दुनिया का चौथा देश बन जाएगा। लैंडिंग करने की जगह आने वाले दिनों में तय की जाएगी।