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शुरुआती रुझानों में झामुमो ने आधी सीटें पार कीं, कल्पना सोरेन पीछे

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झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, जो अपने गृह क्षेत्र सरायकेला से चुनाव लड़ रहे थे, चार चरणों की मतगणना के बाद 18,000 से अधिक मतों से आगे चल रहे हैं। 23 नवंबर को झारखंड विधानसभा चुनावों के लिए जब भारत का चुनाव आयोग वोटों की गिनती कर रहा था, तो शुरुआती रुझानों में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने आधी सीटें पार कर लीं, जिसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बरहेट से आगे चल रहे थे और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन गांडेय निर्वाचन क्षेत्र से पीछे चल रही थीं। राज्य में 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में सभी 81 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव हुए। 

झारखंड में दोनों चरणों में 67.74 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि दूसरे चरण में 68.95 प्रतिशत मतदान हुआ

प्रमुख उम्मीदवारों में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, भाजपा के बाबूलाल मरांडी और आजसू के सुदेश महतो शामिल हैं। मरांडी ने एनडीए को 51 से ज़्यादा सीटें मिलने का अनुमान लगाया है, जबकि कांग्रेस नेता और झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने कहा है कि जेएमएम गठबंधन 50 प्रतिशत से ज़्यादा सीटें जीतेगा। झारखंड के राजनीतिक परिदृश्य में हाल के दिनों में कई उतार-चढ़ाव देखने को मिले हैं।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इस्तीफ़े और फिर जेल में रहने के बाद चंपई सोरेन ने अस्थायी तौर पर कमान संभाली। एक आश्चर्यजनक कदम के तहत, रिहा होने के बाद चंपई सोरेन राज्य की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी भाजपा में शामिल हो गए। 2019 के विधानसभा चुनावों में, मोदी लहर के बावजूद, भाजपा को बड़ा झटका लगा और उसे सिर्फ़ 25 सीटें मिलीं। इसके विपरीत, जेएमएम-कांग्रेस गठबंधन ने निर्णायक जीत हासिल की और बहुमत की सरकार बनाई। इस बदलाव ने राज्य की राजनीतिक गतिशीलता में एक महत्वपूर्ण मोड़ ला दिया। पार्टी ने चुनाव के बाद के परिदृश्यों की निगरानी के लिए झारखंड के लिए तारिक अनवर, मल्लू भट्टी विक्रमार्क और कृष्णा अल्लावुरू सहित पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया है।

जानिये गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र में पड़ने वाले विधानसभा के मतगणना के 2nd राउंड का परिणाम

गांडेय विधान सभा

1. कल्पना मुर्मू सोरेन JMM- 8444 मत 

2. मुनिया देवी BJP --12354

सेकंड राउंड मे मुनिया देवी (BJP) 3910 मत से आगे 

गिरिडीह विधान सभा

निर्भय सहाबादी BJP -9143

सुदिब्य कुमार सोनू

 JMM------10908

अंतर 1765 वोट से JMM आगे 

जमुआ विधान सभा

1. केदार हाजरा -----7408

2. मंजू देवी ------10828

बगोदर

 नागेंद्र महतो -------10944

बिनोद सिंह ------11149

डुमरी 3rd

.  1. बेबी देवी ------12114

2. यशोदा देवी -----5507

 

3. जयराम महतो ---8799

गिरिडीह सीट (4th Round)


गिरिडीह सीट से बीजेपी के निर्भय शाहाबादी जेएमएम के सुदिव्य कुमार से 6050 वोटों से आगे। 

#निर्भय शाहाबादी, बीजेपी - 19473

#सुदिव्य कुमार, जेएमएम - 13423

झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजे आज घोषित हो रहे हैं. वोटों की गिनती शुरू जानिये किसे मिली है बढ़त

* झारखंड डेस्क झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजे आज घोषित हो रहे हैं. वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है. राज्य में 2 चरण में हुए मतदान के बाद वोटों की गिनती आज हो रही है. कई दिग्गज उम्मीदवारों के किस्मत का फैसला आज होना है. हेमंत सोरेन, कल्पना सोरेन, बाबूलाल मरांडी, जयराम महतो, सरयू राय, सीपी सिंह, अजय कुमार, सीता सोरेन, प्रदीप यादव, चंपई सोरेन, हफीजुल अंसारी, रवींद्र नाथ महतो, सुदेश महतो जैसे नेताओं का किस्मत का फैसला होना है. आइए जानते हैं इन सीटों पर कौन आगे चल रहा है और कौन पीछे है. विधानसभा सीट उम्मीदवार आगे पीछे बरहेट हेमंत सोरेन को बढ़त गांडेय कल्पना सोरेन कल्पना सोरे आगे राजधनवार बाबूलाल मरांडी बाबूलाल मरांडी को बढ़त डुमरी जयराम महतो बेरमो जयराम महतो रांची सीपी सिंह जमशेदपुर पश्चिम सरयू राय जमशेदपुर पूर्वी अजॉय कुमार जामताड़ा सीता सोरेन को बढ़त पोड़ैयाहाट प्रदीप यादव सरायकेला चंपई सोरेन सिल्ली सुदेश महतो मधुपुर हफीजुल अंसारी, नाला रवींद्र नाथ महतो कल्पना सोरेन भी आगे निकली झारखंड की गांडेय सीट पर कल्पना सोरेन ने बढ़त बना ली है. वहीं हेमंत सोरेन भी अपनी सीट से आगे चल रहे हैं. जामताड़ा से बीजेपी की सीता सोरेन को बढ़त जामताड़ा से बीजेपी की सीता सोरेन ने बढ़त बना रखी है.
यूपी कैबिनेट : 71 महाविद्यालयों को राजकीय दर्जा
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में आयोजित मंत्री परिषद की बैठक में प्रदेश में उच्च शिक्षा को सुदृढ़ करने के लिए शुक्रवार को दो महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। इसके अंतर्गत 71 नव निर्मित व निमार्णाधीन महाविद्यालयों को राजकीय महाविद्यालय के रूप में संचालित करने का निर्णय लिया गया है, जबकि बिजनौर जिले में विवेक विश्वविद्यालय के गठन को भी मंजूरी प्रदान की गई है। ये निर्णय प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण और वहनीय उच्च शिक्षा उपलब्ध कराने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगे। बैठक के बाद उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने बताया कि विभाग के द्वारा वर्तमान में 171 राजकीय महाविद्यालय संचालित हैं। इनमें 71 महाविद्यालय नवनिर्मित अथवा निमार्णाधीन हैं।

इनमें से 17 संगठक महाविद्यालय के रूप में चयनित थे। पहले विश्वविद्यालयों द्वारा इनका संचालन किया जाता था। पिछले दिनों कुछ विश्वविद्यालयों द्वारा इनके सुचारू संचालन को लेकर असमर्थता जाहिर की गई थी। जिसके बाद ये प्रस्ताव लाया गया कि 71 महाविद्यालयों का संचालन अब सीधे सीधे प्रदेश सरकार करेगी। अब तक इनमें संविदा के आधार पर लोग रखे जाते थे, अब सभी 71 महाविद्यालयों में 71 प्राचार्य के पद और प्रत्येक महाविद्यालय में 16-16 के आधार पर 1136 सहायक आचार्य के पद, 639 क्लास थ्री और 710 क्लास फोर के पद सृजित होंगे। इससे रोजगार के अवसर मिलेंगे साथ ही शिक्षा की गुणवत्ता भी बढ़ेगी।  उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने बताया कि बिजनौर में विवेक विश्वविद्यालय को संचालन का प्राधिकार पत्र प्रदान किया गया है।

इससे अब प्रदेश में एक और निजी विश्वविद्यालय का संचालन शुरू होगा। इससे स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा मिलेगा, जिससे सरकारी विश्वविद्यालयों की गुणवत्ता और बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि यूपी में पिछले दो-ढाई साल में सर्वाधिक ग्रेड प्राप्त विश्वविद्यालय उभर कर सामने आए हैं। फिलहाल नैक ग्रेडिंग में यूपी के 7 विश्वविद्यालय ए डबल प्लस, 4 ए प्लस हैं। इसके साथ ही 6 निजी विश्वविद्यालय ए प्लस और 4 निजी विश्वविद्यालय ए ग्रेड में शामिल हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि पहले यूपी का पहले कोई भी विवि टॉप 500 में भी नहीं था। आज टॉप 100 में प्रदेश के 3 विवि आ गये हैं। मंत्री ने बताया कि योगी सरकार का लक्ष्य अगले 5 साल में प्रदेश के सभी जिलों में एक-एक विश्वविद्यालय खोलने का है। बैठक के बाद वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना और ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने कैबिनेट फैसलों के बारे में पत्रकारों को जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री चाहते हैं कि कुंभ दिव्य एवं भव्य हो। इसके लिए देश के विभिन्न हिस्सों में रोड शो किया जाएगा। इसके लिए आज की कैबिनेट में आए प्रस्ताव को मंजूरी मिल गयी है। देश के बाहर नेपाल, इंडोनेशिया, थाईलैंड और मॉरीशस जैसे देशों में भी रोड शो किया जाएगा। रोड शो केमाध्यम से कुम्भ की के बारे में लोगों को परिचित कराया जाएगा। कुम्भ से जुड़ा गृह विभाग का प्रस्ताव भी पास हुआ है। चित्रकूट में 620 करोड़ की लागत से सब स्टेशन व ट्रांसमिशन लाइन बनने के प्रस्ताव को भी कैबिनेट से मंजूरी मिल गयी है। इसके उच्च शिक्षा से जुड़े प्रस्ताव पर भी कैबिनेट की मुहर लगी है।
*औरंगाबाद हत्या के फरार अभियुक्त के घर पुलिस ने चिपकाया इश्तेहार*
गोह(औरंगाबाद) शुक्रवार को गोह पुलिस ने थाना क्षेत्र के दुल्ला विगहा में हत्या मामले फरार अभियुक्त के घर डुगडुगी बजाते हुए इश्तेहार चिपकाया है। गौरतलब हो कि 8 सितंबर को एक विवाहिता की हत्या संतान न होने व दहेज को लेकर कर दी गई थी। इस मामले में मुख्य आरोपी सहित दो को पूर्व में ही जेल भेजा जा चुका है। वहीं उक्त गांव निवासी महेश शर्मा व कमलेश शर्मा घटना के बाद से लगातार फरार रह रहा था, जिसे लेकर इश्तेहार चिपकाया गया है। प्रभारी थानाध्यक्ष सुदीश कुमार ने बताया कि निर्धारित समय के अंदर व आत्मसमर्पण नहीं करता है तो कुर्की जब्ती की कार्रवाई की जाएगी।


गोह प्रखण्ड से श्रवण कुमार के रिपोर्ट
लगनी सीजन में रोड निर्माण कार्य बना व्यापारियों के परेशानी का सबब

श्रीप्रकाश यादव

चंदौली सकलडीहा। सकलडीहा क्षेत्र में इन दिनों रोड चौड़ीकरण का कार्य जोरों शोरों से प्रारंभ है जिसके कारण आए दिन कस्बे में जाम की समस्या उत्पन्न हो जा रही है। वहीं कभी इस तरफ तो कभी उसे तरफ रोड निर्माण कार्य करने वाले कर्मचारियों द्वारा गिट्टी के दोहे तो कभी मिट्टी के ढेर लगा दिए जा रहे हैं। जिस कारण इन रोड के किनारे अपना व्यवसाय करने वाले व्यापारियों को कई प्रकार की गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

वही इस समय लगन का सीजन भी प्रारंभ है जिसके कारण कस्बे के विभिन्न ग्राम सभा में शादी विवाह का कार्यक्रम आयोजित हो रहा है। जिससे बाजारों में काफी भीड़भाड़ और खरीदारी का माहौल देखने प्राप्त हो रहा है। जहां व्यापारी अच्छी आमदनी करने की नीयत से अपने व्यापार को सुदृढ़ रूप से चलना चाह रहे हैं। वही रोड निर्माण कार्य के कारण व्यापारियों के सामने परेशानी उत्पन्न हो जा रही है जो व्यापारियों की परेशानी का सबक साबित हो रहा है। इस संबंध में किराना व्यापारी राकेश जायसवाल ने बताया कि अभी कुछ दिन पूर्व भी रोड निर्माण कार्य करने वाले लोगों द्वारा नाली निर्माण को लेकर बिरोध हुआ था ।

देव राज इंद्र का घमंड श्री कृष्ण जी ने गोवर्धन धारण कर चूर किया

रुदौली अयोध्या । देव राज इंद्र को इंद्रासन का अभिमान हो गया था देवेंद्र के रूप में अपनी पूजा करवाने के लिए उद्यत इंद्र को सबक सिखाने के लिए श्री कृष्ण ने गोकुल वासियों से इंद्र की पूजा देवराज के रूप में बंद करने की ठान ली जिससे कुपित होकर इंद्र देवता ने सम्पूर्ण ब्रज मंडल में कई दिनों तक घनघोर वर्षा कर पूरे गोकुल को डुबाने का प्रयास किया श्री कृष्ण जी ने छांगुलिया से गोवर्धन पर्वत को उठा कर पूरे गोकुल को भीषण वर्षा से बचाया इंद्र का मान मर्दन कर उनको शरण में आने के लिए विवश किया इंद्र को अपनी भूल का एहसास हुआ उन्होंने ऐरावत हाथी पर सवार होकर श्री कृष्ण जी से आकर क्षमा मांगी ।

तभी से श्री कृष्ण जी का गिरधारी एवं गिरधर गोपाल नाम पढ़ गया ।श्री मद भागवत के छठे दिवस कथा ब्यास रोहित मिश्र जी महाराज ने कथा का विस्तार करते हुए कहा कि शिशु पाल जो श्री कृष्ण जी को बुआ का बेटा था जन्म काल से ही राक्षसी प्रवृत्ति का था ज्योतिषियों ने श्री कृष्ण जी के हाथो उसके बध की भविष्य वाणी की थी ।कृष्ण जी ने 99गलतियों तक शिशुपाल का बध न किए का आश्वासन दिया था लेकिन भरे दरबार में जब शिशुपाल ने श्रीकृष्ण का अपमान करना शुरू किया तो 99गाली को क्षमा कर दिया लेकिन 100वी गाली जैसे ही मुंह से निकली चक्र सुदर्शन से उसका बध कर दिया। भगवान मनुष्यो को गलती पर गलती करने पर एक सीमा तक छूट देते है लेकिन अत्यधिक गलतियों का फल अवश्य मेव देते है ।

कथा ब्यास रोहित जी महाराज ने कहा कि सनातन धर्म के समान कोई दूसरा धर्म नही है जो सत्य है वही सनातन है इसको मिटाने वाला खुद मिट गया लेकिन हमारा सनातन धर्म,युग युगांतर तक रहेगा , वसुधैव कुटुंबकम्,सर्वे भवन्तु सुखिना की भावना केवल सनातन के अनुयायियों में है। कथा का श्रवण करने में विधायक राम चंद्र यादव,पूर्व चेयरमैन अशोक कसौधन भाजपा नेता शतींद्र प्रकाश शास्त्री,व्यापार मंडल महामंत्री राजेश गुप्ता, उपाध्यछ राजेश वैश्य कथा आयोजक राम कुमार कसौधन, शोभा देवी लाल जी श्याम जी कसौधन,घन श्याम कसौधन,राज किशोर मौसा प्रद्युम्न कसौधन,अजय कुमार, मोहित मनोज मिश्रा वासिनी प्रसाद मिश्र,नीरज कुमार मिश्र,श्याम कसौधन सहित अन्य नगर वासी उपस्थित रहे ।

आजमगढ़ : बदलता मीडिया और जन सरोकार पर सेमिनार
"बदलता मीडिया और जन सरोकार" पर सेमिनार का आयोजन नागरिक द्वारा पूर्व संपादक का. नगेंद्र की स्मृति में 17 नवम्बर को उत्तर प्रदेश के बनारस में एक सेमिनार आयोजित किया गया जिसका विषय "बदलता मीडिया और जन सरोकार" था। सेमिनार में विभिन्न जनपक्षधर पत्र-पत्रिकाओं से जुड़े लोगों, जन संगठनों के प्रतिनिधियों एवं पत्रकारों, बुद्धिजीवियों व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भागीदारी की। सेमिनार में नागरिक के संपादक रोहित ने सेमिनार पत्र प्रस्तुत करते हुये कहा कि मीडिया को समाज का दर्पण कहा जाता है लेकिन असल बात इसकी उलटी है। असल में वर्गीय समाज में मीडिया शासक वर्ग के वैचारिक-राजनीतिक और सांस्कृतिक वर्चस्व को स्थापित करने का एक माध्यम होता है। अपने इतिहास के पिछले 300 सालों में प्रिंट से लेकर रेडियो और फिर टेलीविज़न से लेकर आज इंटरनेट के दौर में पूंजीवादी मीडिया के स्वरुप में लगातार बदलाव आता गया है लेकिन शासक पूंजीपति वर्ग के वैचारिक-राजनीतिक और सांस्कृतिक प्रभुत्व को कायम करने और उसके हितों को आगे बढ़ाने का इसका मूल चरित्र जस का तस बरकरार है। आज जबकि वैश्विक पूंजीवाद आर्थिक-सामाजिक रूप से संकट ग्रस्त है तब पूंजीवादी मीडिया भी घोर प्रतिक्रियावादी भूमिका निभा रहा है और दक्षिणपंथी, फ़ासीवादी-नाज़ीवाद ताकतों को आगे बढ़ा रहा है; भारत का एकाधिकारी पूंजी से संचालित मीडिया हिंदू फ़ासीवादी ताकतों को और उनके हितों में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण को आगे बढ़ा रहा है। उन्होंने कहा कि 19 वीं सदी के दूसरे-तीसरे दशक में भारतीय पत्रकारिता की शुरुआत सामाजिक कुरीतियों, धार्मिक पाखंड और अन्धविश्वास के विरुद्ध सामाजिक आंदोलन के रूप में हुई थी और सौ साल बीतते-बीतते यह सर्व धर्म सम्भाव का रूप लिये आज़ादी के आंदोलन की आवाज बन चुका था। संवाद कौमुदी, पयामे आज़ादी, युगांतर, कीर्ति, प्रताप, बंग दर्शन, माधुरी, मर्यादा, द हिंदू और नेशनल हेराल्ड इत्यादि इस पूरे दौर की कुछ मुख्य पत्र-पत्रिकायें थीं। उस दौर की पत्रकारिता में रूस की क्रांति और समाजवाद की गूंज भी स्पष्ट थी। हालांकि, इस मीडिया के मुख्य और प्रभावशाली हिस्से अर्थात पूंजीवादी मीडिया में मजदूरों के जीवन के कष्ट और उनके संघर्ष उपेक्षित थे। उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद देश पूंजीवाद के रास्ते पर आगे बढ़ा और उसी अनुरूप मीडिया ने अपनी भूमिका अदा की। आपातकाल के दौरान इस मीडिया के ज्यादातर हिस्से ने इंदिरा गांधी के समक्ष समर्पण कर दिया, केवल इंडियन एक्सप्रेस और स्टेट्समेन ने ही आपातकाल का विरोध किया। 80-90 के दशक से उदारीकरण-निजीकरण की नीतियों की शुरुआत के साथ अब इस मीडिया ने चरम उपभोक्तावाद के साथ धार्मिक पाखंड और अन्धविश्वासों को परोसना शुरु कर दिया और पिछले 10-12 सालों से हिंदू फ़ासीवादी संगठन आर एस एस और इजारेदार पूंजीपतियों में कायम गठजोड़ के परिणामस्वरूप अब यह समाज को फ़ासीवाद की दिशा में ले जा रहा है। सेमिनार को सम्बोधित करते हुये किसान संग्राम समिति के प्रतिनिधि एवं संयुक्त किसान मोर्चा की संयोजन समिति के सदस्य सत्यदेव पाल ने कहा कि वर्गों में बंटे समाज में मीडिया निष्पक्ष नहीं हो सकता है और कॉर्पोरेट के मालिकाने वाला मीडिया पूंजीपति वर्ग के हितों को ही आगे बढ़ायेगा। ऐसे में पूंजीवादी लूट का भंडाफोड़ करने एवं अवाम के संघर्षों को स्वर देने का काम जनपक्षधर मीडिया ही कर सकता है। रिटायर प्रोफ़ेसर दीपक मलिक ने कहा कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद दुनिया की परिस्थिति में तेज़ी से हुये बदलाव ने मीडिया के चरित्र को बहुत प्रभावित किया है। जनपक्षधर मीडिया को इस बदलाव को ध्यान में रखकर काम करना होगा। अखिल भारतीय किसान सभा के नेता अनुभव दास ने दर्शन के विकास क्रम को प्रस्तुत करते हुये कहा कि हमें बदलते मीडिया के चरित्र को भी द्वन्दात्मक तरीके से समझना होगा। हमें अपने संघर्षों और जनपक्षधर मीडिया की पहुंच को व्यापक बनाना होगा। समाजवादी जन परिषद के अफलातून ने किसान आंदोलन का उदाहरण देते हुये कहा कि व्यापक एकता और जन संघर्षों के बल पर पूंजीवादी मीडिया के दुष्प्रचार को निष्प्रभावी किया जा सकता है। बिहार निर्माण एवं असंगठित श्रमिक यूनियन के उपाध्यक्ष नरेन्द्र ने आज के दौर में वित्तीय पूंजी के हमले और फ़ासीवादी खतरे को स्पष्ट करते हुये कहा कि इनके खिलाफ संघर्ष को तेज़ करना होगा। सर्वहारा अखबार के राधेश्याम ने फ़ासीवाद विरोधी संगठित और व्यापक क्रांतिकारी प्रचार की जरूरत पर बल देते हुये कहा कि फ़ासीवाद का जवाब समाजवाद है परन्तु आज के विपरीत दौर में फ़ासीवादियों को पराजित करने के लिये तात्कालिक कार्यभारों को सूत्रित करना होगा और बड़ी पूंजी के हितों से स्वतंत्र अंतरिम सरकार का नारा देना होगा। उन्होंने क्रांतिकारी संगठनों की संयुक्त पहल पर एक क्रांतिकारी मजदूर अखबार निकाले जाने की भी वकालत की। व्यक्तित्व विकास केंद्र के गिरिजेश तिवारी ने कहा कि आज जब फ़ासीवाद हमलावर है तब जनपक्षधर मीडिया की परस्पर एकता बहुत जरुरी है। उन्होंने सामूहिक रूप से पत्रिका निकाले जाने और उसके व्यापक सामूहिक वितरण का ठोस सुझाव भी सेमिनार में प्रस्तुत किया। लोकतांत्रिक राष्ट्र निर्माण अभियान की जागृति राही ने कहा कि कार्यकर्ताओं को अपनी आवाज़ को मीडिया की तरह प्रयोग करना चाहिये और जहां कहीं भी हों लोगों को सही बातें बताने, उन पर बहस करनी चाहिये। ग्रामीण मजदूर यूनियन, बिहार के भोला शंकर ने सेमिनार में एक लिखित पत्र प्रस्तुत कर मीडिया के पूंजीवादी चरित्र को उजागर किया और वैकल्पिक मीडिया की आवश्यकता पर जोर दिया। सेंटर फॉर स्ट्रगलिंग ट्रेड यूनियन (सी एस टी यू) के अमिताभ ने नागरिक के पूर्व संपादक नगेंद्र को खो देने को पूरे क्रांतिकारी आंदोलन का नुकसान बताया। उन्होंने कहा कि हिंदू फ़ासीवाद का मुकाबला करने के लिये जनपक्षधर पत्र-पत्रिकाओं का व्यापक प्रसार करना होगा साथ ही फ़ासीवाद विरोधी मोर्चा गठित करना होगा। खेत मजदूर किसान संग्राम समिति के बचाऊ राम ने सेमिनार को सम्बोधित करते हुये देशी-विदेशी कॉर्पिरेट पूंजी और फ़ासीवादियों के आपसी संबंधों और इनके मीडिया के चरित्र को उजागर किया और इनके विरुद्ध मजदूर-किसान जनता के संघर्षों को आगे बढ़ाने पर जोर दिया। इनके अलावा मजदूर सहायता समिति के आकाश, जन मुक्ति मोर्चा के राजेश आजाद, क्रांतिकारी किसान यूनियन के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष रामनयन यादव, जनवादी विचार मंच और मंथन पत्रिका के हरिहर प्रसाद, पी वी एस एच आर के लेनिन रघुवंशी, प्रगतिशील लेखक संघ की वंदना, सी आर सी के सुदामा पांडेय, बार एसोसिएशन सिविल कोर्ट बलिया के उपाध्यक्ष राजेंद्र शर्मा, साझा संस्कृति मंच के एकता शेखर, आल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक के संजय भट्टाचार्य, इत्यादि ने भी सेमिनार को सम्बोधित किया। साथ ही साझा संस्कृति मंच के फादर आनंद, खेत मजदूर किसान संग्राम समिति के नंदलाल, भाकपा के सत्यप्रकाश सिंह, इफ्टू (सर्वहारा) के सिद्धांत, लोकसमिति वाराणसी के संयोजक नंदलाल, ग्रामीण मजदूर यूनियन, बिहार के अशोक कुमार, जनवादी विमर्श मंच के राममूरत, मंथन पत्रिका के श्रीनिवास, पी यू सी एल के प्रवाल कुमार, सर्वहारा जन मोर्चा के सौजन्य, जनवादी लेखक संघ के शैलेन्द्र कुमार सिंह, पहला अभियान के मो. शाहजाद, प्रगतिशील लेखक संघ के महासचिव संजय श्रीवास्तव, भगतसिंह स्टूडेंट मोर्चा के संदीप एवं कात्यायनी एवं इंकलाबी मजदूर केंद्र एवं क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन के मऊ, बलिया, देवरिया एवं बनारस के कार्यकर्ताओं ने भी सेमिनार में भागीदारी की। इस दौरान आंचल व रिया द्वारा गोरख पांडेय के प्रसिद्ध गीत मैना को प्रस्तुत किया गया जिसे सभी ने बहुत सराहा। सेमिनार की अध्यक्षता दीपक मलिक, अफलातून, अनुभव दास, सत्यदेव पाल एवं राधेश्याम ने की जबकि संचालन इंकलाबी मजदूर केंद्र के वरिष्ठ साथी रामजी ने किया। सेमिनार के दौरान सर्वहारा प्रकाशन एवं गार्गी प्रकाशन द्वारा प्रगतिशील-क्रांतिकारी साहित्य का स्टाल भी लगाया गया।
सपा पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने मनाया, सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की जयंती

गोरखपुर। समाजवादी पार्टी के संस्थापक नेताजी मुलायम सिंह यादव पूर्व रक्षा मंत्री/पूर्व मुख्यमंत्री की जयंती पार्टी के बेतियाहाता स्थित कार्यालय पर जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम की अध्यक्षता में मनाई गई संचालन महानगर अध्यक्ष शब्बीर कुरैशी व जिला महासचिव रामनाथ यादव ने किया नेताओं व कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला आज नेताजी मुलायम सिंह यादव की जयंती पर विभिन्न कार्यक्रम हुए पूर्व विधायक विजय बहादुर यादव ने बसंतपुर के हनुमानगढ़ी में जरूरतमंदो में कम्बल वितरण किया, जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम, डाक्टर संजय कुमार,दुधनाथ मौर्य व अंशुमान सिंह सहित उपस्थित नेताओं द्वारा द्वारा कुष्ठ आश्रम में तथा नार्मल स्थित विद्यालयों में बच्चों को फल वितरित किया गया वहीं पूर्व जिलाध्यक्ष प्रहलाद यादव, नगीना प्रसाद साहनी पूर्व महानगर अध्यक्ष जियाउल इस्लाम सहित उपस्थित नेताओं द्वारा जिला अस्पताल में मरीजों को फल वितरित किया गया।

जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम ने कहा कि मुलायम सिंह यादव समाजवाद के प्रेरणापुंज थे वह सदैव न्याय और बराबरी के पक्षधर रहे। जिलाध्यक्ष ने कहा कि नेताजी हर मजदूर, दलित, वंचित, शोषित की मुखर आवाज थे। उनके विचारों का प्रकाशपुंज हमेशा हमें आलोकित करता है। हम लोग अपना बूथ मजबूत करने में जुटे हुए हैं 2027 में भाजपा को हटाना है। सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष गोपाल यादव जगदीश यादव डाक्टर मोहसिन खान ने कहा कि महान व्यक्तित्व, सरल ह्रदय और जमीन से सदा जुड़े रहे धरतीपुत्र मुलायम सिंह यादव को उनकी जयन्ती पर कोटि-कोटि नमन। हम हमेशा नेताजी के दिखाए मार्ग पर चलते रहेंगे पूर्व जिलाध्यक्ष अवधेश यादव प्रहलाद यादव नगीना प्रसाद साहनी ने कहा कि नेताजी की कमी हमेशा खलेगी, उन्होंने गरीबों को और असहाय लोगों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने का काम किया। कार्यक्रम को पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी,विजय बहादुर यादव, यशपाल रावत ने भी सम्बोधित किया इस दौरान प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम महानगर अध्यक्ष शब्बीर कुरैशी रामनाथ यादव गोपाल यादव जगदीश यादव डाक्टर मोहसिन खान अवधेश यादव प्रहलाद यादव नगीना प्रसाद साहनी विनय शंकर तिवारी,विजय बहादुर यादव, यशपाल रावत संजय कुमार साधु यादव रामसिंह मिर्जा कदीर बेग मुन्नीलाल यादव दुधनाथ मौर्य रामजतन यादव हरी यादव गिरीश यादव नरसिंह यादव अभिमन्यु यादव जियाउल इस्लाम शहाब अंसारी इनामुल्लाह खान गिरीश यादव देवेंद्र भूषण निषाद सुरेंद्र निषाद संजय पहलवान अखिलेश यादव राघवेंद्र तिवारी राजू विनय यादव बृजनाथ मौर्य हीरालाल यादव इमरान खान एहतेशाम खान जयप्रकाश यादव अरविंद शुक्ला शशिकांत दुबे सुशीला भारती अनारकली मौर्य रामललित यादव तहौवर हुसैन गवीश दुबे चन्द्रभान प्रजापति अविनाश तिवारी शिवशंकर गौड़ फ़िरदौस आलम सुनील श्रीवास्तव जावेद सिमनानी रफीउल्लाह सलमानी मनीष कमांडो सुरेंद्र मौर्य आशुतोष गुप्ता सन्तोष यादव धनंजय सिंह सैथवार लालजी यादव चर्चिल अधिकारी विरेन्द्र गुप्ता पुजारी यादव सोहराब खान रणजीत पासवान श्रीकांत यादव श्रीराम सिंह यादव नौशाद भोला आफताब निजामी भवनाथ यादव धनश्याम राव अम्बरीष यादव बबलू अंसारी मोहम्मद अली महेंद्र यादव महेंद्र निषाद नमिता सिंह रूबी खातुन प्रदीप यादव इंद्रेश यादव चन्द्रभान यादव सेराजुद्दीन रहमानी संजय पासवान जनार्दन यादव अरविंद रौनक परदेशी कमल किशोर सुनील अभिमन्यु अनिल सच्चिदानंद विकास ओमप्रकाश वीएल साहनी बब्बू खान परवेज अभिषेक मनोज मसुदुल इम्तियाज बालेन्द्र प्रभाकर चन्ददीप जयप्रकाश मोहम्मद हसन आफताब आदि मौजूद रहे।

शुरुआती रुझानों में झामुमो ने आधी सीटें पार कीं, कल्पना सोरेन पीछे

#jmmleadinginintialcountingkalpanasorentrailingnow

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, जो अपने गृह क्षेत्र सरायकेला से चुनाव लड़ रहे थे, चार चरणों की मतगणना के बाद 18,000 से अधिक मतों से आगे चल रहे हैं। 23 नवंबर को झारखंड विधानसभा चुनावों के लिए जब भारत का चुनाव आयोग वोटों की गिनती कर रहा था, तो शुरुआती रुझानों में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने आधी सीटें पार कर लीं, जिसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बरहेट से आगे चल रहे थे और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन गांडेय निर्वाचन क्षेत्र से पीछे चल रही थीं। राज्य में 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में सभी 81 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव हुए। 

झारखंड में दोनों चरणों में 67.74 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि दूसरे चरण में 68.95 प्रतिशत मतदान हुआ

प्रमुख उम्मीदवारों में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, भाजपा के बाबूलाल मरांडी और आजसू के सुदेश महतो शामिल हैं। मरांडी ने एनडीए को 51 से ज़्यादा सीटें मिलने का अनुमान लगाया है, जबकि कांग्रेस नेता और झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने कहा है कि जेएमएम गठबंधन 50 प्रतिशत से ज़्यादा सीटें जीतेगा। झारखंड के राजनीतिक परिदृश्य में हाल के दिनों में कई उतार-चढ़ाव देखने को मिले हैं।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इस्तीफ़े और फिर जेल में रहने के बाद चंपई सोरेन ने अस्थायी तौर पर कमान संभाली। एक आश्चर्यजनक कदम के तहत, रिहा होने के बाद चंपई सोरेन राज्य की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी भाजपा में शामिल हो गए। 2019 के विधानसभा चुनावों में, मोदी लहर के बावजूद, भाजपा को बड़ा झटका लगा और उसे सिर्फ़ 25 सीटें मिलीं। इसके विपरीत, जेएमएम-कांग्रेस गठबंधन ने निर्णायक जीत हासिल की और बहुमत की सरकार बनाई। इस बदलाव ने राज्य की राजनीतिक गतिशीलता में एक महत्वपूर्ण मोड़ ला दिया। पार्टी ने चुनाव के बाद के परिदृश्यों की निगरानी के लिए झारखंड के लिए तारिक अनवर, मल्लू भट्टी विक्रमार्क और कृष्णा अल्लावुरू सहित पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया है।

जानिये गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र में पड़ने वाले विधानसभा के मतगणना के 2nd राउंड का परिणाम

गांडेय विधान सभा

1. कल्पना मुर्मू सोरेन JMM- 8444 मत 

2. मुनिया देवी BJP --12354

सेकंड राउंड मे मुनिया देवी (BJP) 3910 मत से आगे 

गिरिडीह विधान सभा

निर्भय सहाबादी BJP -9143

सुदिब्य कुमार सोनू

 JMM------10908

अंतर 1765 वोट से JMM आगे 

जमुआ विधान सभा

1. केदार हाजरा -----7408

2. मंजू देवी ------10828

बगोदर

 नागेंद्र महतो -------10944

बिनोद सिंह ------11149

डुमरी 3rd

.  1. बेबी देवी ------12114

2. यशोदा देवी -----5507

 

3. जयराम महतो ---8799

गिरिडीह सीट (4th Round)


गिरिडीह सीट से बीजेपी के निर्भय शाहाबादी जेएमएम के सुदिव्य कुमार से 6050 वोटों से आगे। 

#निर्भय शाहाबादी, बीजेपी - 19473

#सुदिव्य कुमार, जेएमएम - 13423

झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजे आज घोषित हो रहे हैं. वोटों की गिनती शुरू जानिये किसे मिली है बढ़त

* झारखंड डेस्क झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजे आज घोषित हो रहे हैं. वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है. राज्य में 2 चरण में हुए मतदान के बाद वोटों की गिनती आज हो रही है. कई दिग्गज उम्मीदवारों के किस्मत का फैसला आज होना है. हेमंत सोरेन, कल्पना सोरेन, बाबूलाल मरांडी, जयराम महतो, सरयू राय, सीपी सिंह, अजय कुमार, सीता सोरेन, प्रदीप यादव, चंपई सोरेन, हफीजुल अंसारी, रवींद्र नाथ महतो, सुदेश महतो जैसे नेताओं का किस्मत का फैसला होना है. आइए जानते हैं इन सीटों पर कौन आगे चल रहा है और कौन पीछे है. विधानसभा सीट उम्मीदवार आगे पीछे बरहेट हेमंत सोरेन को बढ़त गांडेय कल्पना सोरेन कल्पना सोरे आगे राजधनवार बाबूलाल मरांडी बाबूलाल मरांडी को बढ़त डुमरी जयराम महतो बेरमो जयराम महतो रांची सीपी सिंह जमशेदपुर पश्चिम सरयू राय जमशेदपुर पूर्वी अजॉय कुमार जामताड़ा सीता सोरेन को बढ़त पोड़ैयाहाट प्रदीप यादव सरायकेला चंपई सोरेन सिल्ली सुदेश महतो मधुपुर हफीजुल अंसारी, नाला रवींद्र नाथ महतो कल्पना सोरेन भी आगे निकली झारखंड की गांडेय सीट पर कल्पना सोरेन ने बढ़त बना ली है. वहीं हेमंत सोरेन भी अपनी सीट से आगे चल रहे हैं. जामताड़ा से बीजेपी की सीता सोरेन को बढ़त जामताड़ा से बीजेपी की सीता सोरेन ने बढ़त बना रखी है.
यूपी कैबिनेट : 71 महाविद्यालयों को राजकीय दर्जा
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में आयोजित मंत्री परिषद की बैठक में प्रदेश में उच्च शिक्षा को सुदृढ़ करने के लिए शुक्रवार को दो महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। इसके अंतर्गत 71 नव निर्मित व निमार्णाधीन महाविद्यालयों को राजकीय महाविद्यालय के रूप में संचालित करने का निर्णय लिया गया है, जबकि बिजनौर जिले में विवेक विश्वविद्यालय के गठन को भी मंजूरी प्रदान की गई है। ये निर्णय प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण और वहनीय उच्च शिक्षा उपलब्ध कराने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगे। बैठक के बाद उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने बताया कि विभाग के द्वारा वर्तमान में 171 राजकीय महाविद्यालय संचालित हैं। इनमें 71 महाविद्यालय नवनिर्मित अथवा निमार्णाधीन हैं।

इनमें से 17 संगठक महाविद्यालय के रूप में चयनित थे। पहले विश्वविद्यालयों द्वारा इनका संचालन किया जाता था। पिछले दिनों कुछ विश्वविद्यालयों द्वारा इनके सुचारू संचालन को लेकर असमर्थता जाहिर की गई थी। जिसके बाद ये प्रस्ताव लाया गया कि 71 महाविद्यालयों का संचालन अब सीधे सीधे प्रदेश सरकार करेगी। अब तक इनमें संविदा के आधार पर लोग रखे जाते थे, अब सभी 71 महाविद्यालयों में 71 प्राचार्य के पद और प्रत्येक महाविद्यालय में 16-16 के आधार पर 1136 सहायक आचार्य के पद, 639 क्लास थ्री और 710 क्लास फोर के पद सृजित होंगे। इससे रोजगार के अवसर मिलेंगे साथ ही शिक्षा की गुणवत्ता भी बढ़ेगी।  उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने बताया कि बिजनौर में विवेक विश्वविद्यालय को संचालन का प्राधिकार पत्र प्रदान किया गया है।

इससे अब प्रदेश में एक और निजी विश्वविद्यालय का संचालन शुरू होगा। इससे स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा मिलेगा, जिससे सरकारी विश्वविद्यालयों की गुणवत्ता और बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि यूपी में पिछले दो-ढाई साल में सर्वाधिक ग्रेड प्राप्त विश्वविद्यालय उभर कर सामने आए हैं। फिलहाल नैक ग्रेडिंग में यूपी के 7 विश्वविद्यालय ए डबल प्लस, 4 ए प्लस हैं। इसके साथ ही 6 निजी विश्वविद्यालय ए प्लस और 4 निजी विश्वविद्यालय ए ग्रेड में शामिल हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि पहले यूपी का पहले कोई भी विवि टॉप 500 में भी नहीं था। आज टॉप 100 में प्रदेश के 3 विवि आ गये हैं। मंत्री ने बताया कि योगी सरकार का लक्ष्य अगले 5 साल में प्रदेश के सभी जिलों में एक-एक विश्वविद्यालय खोलने का है। बैठक के बाद वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना और ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने कैबिनेट फैसलों के बारे में पत्रकारों को जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री चाहते हैं कि कुंभ दिव्य एवं भव्य हो। इसके लिए देश के विभिन्न हिस्सों में रोड शो किया जाएगा। इसके लिए आज की कैबिनेट में आए प्रस्ताव को मंजूरी मिल गयी है। देश के बाहर नेपाल, इंडोनेशिया, थाईलैंड और मॉरीशस जैसे देशों में भी रोड शो किया जाएगा। रोड शो केमाध्यम से कुम्भ की के बारे में लोगों को परिचित कराया जाएगा। कुम्भ से जुड़ा गृह विभाग का प्रस्ताव भी पास हुआ है। चित्रकूट में 620 करोड़ की लागत से सब स्टेशन व ट्रांसमिशन लाइन बनने के प्रस्ताव को भी कैबिनेट से मंजूरी मिल गयी है। इसके उच्च शिक्षा से जुड़े प्रस्ताव पर भी कैबिनेट की मुहर लगी है।
*औरंगाबाद हत्या के फरार अभियुक्त के घर पुलिस ने चिपकाया इश्तेहार*
गोह(औरंगाबाद) शुक्रवार को गोह पुलिस ने थाना क्षेत्र के दुल्ला विगहा में हत्या मामले फरार अभियुक्त के घर डुगडुगी बजाते हुए इश्तेहार चिपकाया है। गौरतलब हो कि 8 सितंबर को एक विवाहिता की हत्या संतान न होने व दहेज को लेकर कर दी गई थी। इस मामले में मुख्य आरोपी सहित दो को पूर्व में ही जेल भेजा जा चुका है। वहीं उक्त गांव निवासी महेश शर्मा व कमलेश शर्मा घटना के बाद से लगातार फरार रह रहा था, जिसे लेकर इश्तेहार चिपकाया गया है। प्रभारी थानाध्यक्ष सुदीश कुमार ने बताया कि निर्धारित समय के अंदर व आत्मसमर्पण नहीं करता है तो कुर्की जब्ती की कार्रवाई की जाएगी।


गोह प्रखण्ड से श्रवण कुमार के रिपोर्ट
लगनी सीजन में रोड निर्माण कार्य बना व्यापारियों के परेशानी का सबब

श्रीप्रकाश यादव

चंदौली सकलडीहा। सकलडीहा क्षेत्र में इन दिनों रोड चौड़ीकरण का कार्य जोरों शोरों से प्रारंभ है जिसके कारण आए दिन कस्बे में जाम की समस्या उत्पन्न हो जा रही है। वहीं कभी इस तरफ तो कभी उसे तरफ रोड निर्माण कार्य करने वाले कर्मचारियों द्वारा गिट्टी के दोहे तो कभी मिट्टी के ढेर लगा दिए जा रहे हैं। जिस कारण इन रोड के किनारे अपना व्यवसाय करने वाले व्यापारियों को कई प्रकार की गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

वही इस समय लगन का सीजन भी प्रारंभ है जिसके कारण कस्बे के विभिन्न ग्राम सभा में शादी विवाह का कार्यक्रम आयोजित हो रहा है। जिससे बाजारों में काफी भीड़भाड़ और खरीदारी का माहौल देखने प्राप्त हो रहा है। जहां व्यापारी अच्छी आमदनी करने की नीयत से अपने व्यापार को सुदृढ़ रूप से चलना चाह रहे हैं। वही रोड निर्माण कार्य के कारण व्यापारियों के सामने परेशानी उत्पन्न हो जा रही है जो व्यापारियों की परेशानी का सबक साबित हो रहा है। इस संबंध में किराना व्यापारी राकेश जायसवाल ने बताया कि अभी कुछ दिन पूर्व भी रोड निर्माण कार्य करने वाले लोगों द्वारा नाली निर्माण को लेकर बिरोध हुआ था ।

देव राज इंद्र का घमंड श्री कृष्ण जी ने गोवर्धन धारण कर चूर किया

रुदौली अयोध्या । देव राज इंद्र को इंद्रासन का अभिमान हो गया था देवेंद्र के रूप में अपनी पूजा करवाने के लिए उद्यत इंद्र को सबक सिखाने के लिए श्री कृष्ण ने गोकुल वासियों से इंद्र की पूजा देवराज के रूप में बंद करने की ठान ली जिससे कुपित होकर इंद्र देवता ने सम्पूर्ण ब्रज मंडल में कई दिनों तक घनघोर वर्षा कर पूरे गोकुल को डुबाने का प्रयास किया श्री कृष्ण जी ने छांगुलिया से गोवर्धन पर्वत को उठा कर पूरे गोकुल को भीषण वर्षा से बचाया इंद्र का मान मर्दन कर उनको शरण में आने के लिए विवश किया इंद्र को अपनी भूल का एहसास हुआ उन्होंने ऐरावत हाथी पर सवार होकर श्री कृष्ण जी से आकर क्षमा मांगी ।

तभी से श्री कृष्ण जी का गिरधारी एवं गिरधर गोपाल नाम पढ़ गया ।श्री मद भागवत के छठे दिवस कथा ब्यास रोहित मिश्र जी महाराज ने कथा का विस्तार करते हुए कहा कि शिशु पाल जो श्री कृष्ण जी को बुआ का बेटा था जन्म काल से ही राक्षसी प्रवृत्ति का था ज्योतिषियों ने श्री कृष्ण जी के हाथो उसके बध की भविष्य वाणी की थी ।कृष्ण जी ने 99गलतियों तक शिशुपाल का बध न किए का आश्वासन दिया था लेकिन भरे दरबार में जब शिशुपाल ने श्रीकृष्ण का अपमान करना शुरू किया तो 99गाली को क्षमा कर दिया लेकिन 100वी गाली जैसे ही मुंह से निकली चक्र सुदर्शन से उसका बध कर दिया। भगवान मनुष्यो को गलती पर गलती करने पर एक सीमा तक छूट देते है लेकिन अत्यधिक गलतियों का फल अवश्य मेव देते है ।

कथा ब्यास रोहित जी महाराज ने कहा कि सनातन धर्म के समान कोई दूसरा धर्म नही है जो सत्य है वही सनातन है इसको मिटाने वाला खुद मिट गया लेकिन हमारा सनातन धर्म,युग युगांतर तक रहेगा , वसुधैव कुटुंबकम्,सर्वे भवन्तु सुखिना की भावना केवल सनातन के अनुयायियों में है। कथा का श्रवण करने में विधायक राम चंद्र यादव,पूर्व चेयरमैन अशोक कसौधन भाजपा नेता शतींद्र प्रकाश शास्त्री,व्यापार मंडल महामंत्री राजेश गुप्ता, उपाध्यछ राजेश वैश्य कथा आयोजक राम कुमार कसौधन, शोभा देवी लाल जी श्याम जी कसौधन,घन श्याम कसौधन,राज किशोर मौसा प्रद्युम्न कसौधन,अजय कुमार, मोहित मनोज मिश्रा वासिनी प्रसाद मिश्र,नीरज कुमार मिश्र,श्याम कसौधन सहित अन्य नगर वासी उपस्थित रहे ।

आजमगढ़ : बदलता मीडिया और जन सरोकार पर सेमिनार
"बदलता मीडिया और जन सरोकार" पर सेमिनार का आयोजन नागरिक द्वारा पूर्व संपादक का. नगेंद्र की स्मृति में 17 नवम्बर को उत्तर प्रदेश के बनारस में एक सेमिनार आयोजित किया गया जिसका विषय "बदलता मीडिया और जन सरोकार" था। सेमिनार में विभिन्न जनपक्षधर पत्र-पत्रिकाओं से जुड़े लोगों, जन संगठनों के प्रतिनिधियों एवं पत्रकारों, बुद्धिजीवियों व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भागीदारी की। सेमिनार में नागरिक के संपादक रोहित ने सेमिनार पत्र प्रस्तुत करते हुये कहा कि मीडिया को समाज का दर्पण कहा जाता है लेकिन असल बात इसकी उलटी है। असल में वर्गीय समाज में मीडिया शासक वर्ग के वैचारिक-राजनीतिक और सांस्कृतिक वर्चस्व को स्थापित करने का एक माध्यम होता है। अपने इतिहास के पिछले 300 सालों में प्रिंट से लेकर रेडियो और फिर टेलीविज़न से लेकर आज इंटरनेट के दौर में पूंजीवादी मीडिया के स्वरुप में लगातार बदलाव आता गया है लेकिन शासक पूंजीपति वर्ग के वैचारिक-राजनीतिक और सांस्कृतिक प्रभुत्व को कायम करने और उसके हितों को आगे बढ़ाने का इसका मूल चरित्र जस का तस बरकरार है। आज जबकि वैश्विक पूंजीवाद आर्थिक-सामाजिक रूप से संकट ग्रस्त है तब पूंजीवादी मीडिया भी घोर प्रतिक्रियावादी भूमिका निभा रहा है और दक्षिणपंथी, फ़ासीवादी-नाज़ीवाद ताकतों को आगे बढ़ा रहा है; भारत का एकाधिकारी पूंजी से संचालित मीडिया हिंदू फ़ासीवादी ताकतों को और उनके हितों में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण को आगे बढ़ा रहा है। उन्होंने कहा कि 19 वीं सदी के दूसरे-तीसरे दशक में भारतीय पत्रकारिता की शुरुआत सामाजिक कुरीतियों, धार्मिक पाखंड और अन्धविश्वास के विरुद्ध सामाजिक आंदोलन के रूप में हुई थी और सौ साल बीतते-बीतते यह सर्व धर्म सम्भाव का रूप लिये आज़ादी के आंदोलन की आवाज बन चुका था। संवाद कौमुदी, पयामे आज़ादी, युगांतर, कीर्ति, प्रताप, बंग दर्शन, माधुरी, मर्यादा, द हिंदू और नेशनल हेराल्ड इत्यादि इस पूरे दौर की कुछ मुख्य पत्र-पत्रिकायें थीं। उस दौर की पत्रकारिता में रूस की क्रांति और समाजवाद की गूंज भी स्पष्ट थी। हालांकि, इस मीडिया के मुख्य और प्रभावशाली हिस्से अर्थात पूंजीवादी मीडिया में मजदूरों के जीवन के कष्ट और उनके संघर्ष उपेक्षित थे। उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद देश पूंजीवाद के रास्ते पर आगे बढ़ा और उसी अनुरूप मीडिया ने अपनी भूमिका अदा की। आपातकाल के दौरान इस मीडिया के ज्यादातर हिस्से ने इंदिरा गांधी के समक्ष समर्पण कर दिया, केवल इंडियन एक्सप्रेस और स्टेट्समेन ने ही आपातकाल का विरोध किया। 80-90 के दशक से उदारीकरण-निजीकरण की नीतियों की शुरुआत के साथ अब इस मीडिया ने चरम उपभोक्तावाद के साथ धार्मिक पाखंड और अन्धविश्वासों को परोसना शुरु कर दिया और पिछले 10-12 सालों से हिंदू फ़ासीवादी संगठन आर एस एस और इजारेदार पूंजीपतियों में कायम गठजोड़ के परिणामस्वरूप अब यह समाज को फ़ासीवाद की दिशा में ले जा रहा है। सेमिनार को सम्बोधित करते हुये किसान संग्राम समिति के प्रतिनिधि एवं संयुक्त किसान मोर्चा की संयोजन समिति के सदस्य सत्यदेव पाल ने कहा कि वर्गों में बंटे समाज में मीडिया निष्पक्ष नहीं हो सकता है और कॉर्पोरेट के मालिकाने वाला मीडिया पूंजीपति वर्ग के हितों को ही आगे बढ़ायेगा। ऐसे में पूंजीवादी लूट का भंडाफोड़ करने एवं अवाम के संघर्षों को स्वर देने का काम जनपक्षधर मीडिया ही कर सकता है। रिटायर प्रोफ़ेसर दीपक मलिक ने कहा कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद दुनिया की परिस्थिति में तेज़ी से हुये बदलाव ने मीडिया के चरित्र को बहुत प्रभावित किया है। जनपक्षधर मीडिया को इस बदलाव को ध्यान में रखकर काम करना होगा। अखिल भारतीय किसान सभा के नेता अनुभव दास ने दर्शन के विकास क्रम को प्रस्तुत करते हुये कहा कि हमें बदलते मीडिया के चरित्र को भी द्वन्दात्मक तरीके से समझना होगा। हमें अपने संघर्षों और जनपक्षधर मीडिया की पहुंच को व्यापक बनाना होगा। समाजवादी जन परिषद के अफलातून ने किसान आंदोलन का उदाहरण देते हुये कहा कि व्यापक एकता और जन संघर्षों के बल पर पूंजीवादी मीडिया के दुष्प्रचार को निष्प्रभावी किया जा सकता है। बिहार निर्माण एवं असंगठित श्रमिक यूनियन के उपाध्यक्ष नरेन्द्र ने आज के दौर में वित्तीय पूंजी के हमले और फ़ासीवादी खतरे को स्पष्ट करते हुये कहा कि इनके खिलाफ संघर्ष को तेज़ करना होगा। सर्वहारा अखबार के राधेश्याम ने फ़ासीवाद विरोधी संगठित और व्यापक क्रांतिकारी प्रचार की जरूरत पर बल देते हुये कहा कि फ़ासीवाद का जवाब समाजवाद है परन्तु आज के विपरीत दौर में फ़ासीवादियों को पराजित करने के लिये तात्कालिक कार्यभारों को सूत्रित करना होगा और बड़ी पूंजी के हितों से स्वतंत्र अंतरिम सरकार का नारा देना होगा। उन्होंने क्रांतिकारी संगठनों की संयुक्त पहल पर एक क्रांतिकारी मजदूर अखबार निकाले जाने की भी वकालत की। व्यक्तित्व विकास केंद्र के गिरिजेश तिवारी ने कहा कि आज जब फ़ासीवाद हमलावर है तब जनपक्षधर मीडिया की परस्पर एकता बहुत जरुरी है। उन्होंने सामूहिक रूप से पत्रिका निकाले जाने और उसके व्यापक सामूहिक वितरण का ठोस सुझाव भी सेमिनार में प्रस्तुत किया। लोकतांत्रिक राष्ट्र निर्माण अभियान की जागृति राही ने कहा कि कार्यकर्ताओं को अपनी आवाज़ को मीडिया की तरह प्रयोग करना चाहिये और जहां कहीं भी हों लोगों को सही बातें बताने, उन पर बहस करनी चाहिये। ग्रामीण मजदूर यूनियन, बिहार के भोला शंकर ने सेमिनार में एक लिखित पत्र प्रस्तुत कर मीडिया के पूंजीवादी चरित्र को उजागर किया और वैकल्पिक मीडिया की आवश्यकता पर जोर दिया। सेंटर फॉर स्ट्रगलिंग ट्रेड यूनियन (सी एस टी यू) के अमिताभ ने नागरिक के पूर्व संपादक नगेंद्र को खो देने को पूरे क्रांतिकारी आंदोलन का नुकसान बताया। उन्होंने कहा कि हिंदू फ़ासीवाद का मुकाबला करने के लिये जनपक्षधर पत्र-पत्रिकाओं का व्यापक प्रसार करना होगा साथ ही फ़ासीवाद विरोधी मोर्चा गठित करना होगा। खेत मजदूर किसान संग्राम समिति के बचाऊ राम ने सेमिनार को सम्बोधित करते हुये देशी-विदेशी कॉर्पिरेट पूंजी और फ़ासीवादियों के आपसी संबंधों और इनके मीडिया के चरित्र को उजागर किया और इनके विरुद्ध मजदूर-किसान जनता के संघर्षों को आगे बढ़ाने पर जोर दिया। इनके अलावा मजदूर सहायता समिति के आकाश, जन मुक्ति मोर्चा के राजेश आजाद, क्रांतिकारी किसान यूनियन के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष रामनयन यादव, जनवादी विचार मंच और मंथन पत्रिका के हरिहर प्रसाद, पी वी एस एच आर के लेनिन रघुवंशी, प्रगतिशील लेखक संघ की वंदना, सी आर सी के सुदामा पांडेय, बार एसोसिएशन सिविल कोर्ट बलिया के उपाध्यक्ष राजेंद्र शर्मा, साझा संस्कृति मंच के एकता शेखर, आल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक के संजय भट्टाचार्य, इत्यादि ने भी सेमिनार को सम्बोधित किया। साथ ही साझा संस्कृति मंच के फादर आनंद, खेत मजदूर किसान संग्राम समिति के नंदलाल, भाकपा के सत्यप्रकाश सिंह, इफ्टू (सर्वहारा) के सिद्धांत, लोकसमिति वाराणसी के संयोजक नंदलाल, ग्रामीण मजदूर यूनियन, बिहार के अशोक कुमार, जनवादी विमर्श मंच के राममूरत, मंथन पत्रिका के श्रीनिवास, पी यू सी एल के प्रवाल कुमार, सर्वहारा जन मोर्चा के सौजन्य, जनवादी लेखक संघ के शैलेन्द्र कुमार सिंह, पहला अभियान के मो. शाहजाद, प्रगतिशील लेखक संघ के महासचिव संजय श्रीवास्तव, भगतसिंह स्टूडेंट मोर्चा के संदीप एवं कात्यायनी एवं इंकलाबी मजदूर केंद्र एवं क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन के मऊ, बलिया, देवरिया एवं बनारस के कार्यकर्ताओं ने भी सेमिनार में भागीदारी की। इस दौरान आंचल व रिया द्वारा गोरख पांडेय के प्रसिद्ध गीत मैना को प्रस्तुत किया गया जिसे सभी ने बहुत सराहा। सेमिनार की अध्यक्षता दीपक मलिक, अफलातून, अनुभव दास, सत्यदेव पाल एवं राधेश्याम ने की जबकि संचालन इंकलाबी मजदूर केंद्र के वरिष्ठ साथी रामजी ने किया। सेमिनार के दौरान सर्वहारा प्रकाशन एवं गार्गी प्रकाशन द्वारा प्रगतिशील-क्रांतिकारी साहित्य का स्टाल भी लगाया गया।
सपा पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने मनाया, सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की जयंती

गोरखपुर। समाजवादी पार्टी के संस्थापक नेताजी मुलायम सिंह यादव पूर्व रक्षा मंत्री/पूर्व मुख्यमंत्री की जयंती पार्टी के बेतियाहाता स्थित कार्यालय पर जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम की अध्यक्षता में मनाई गई संचालन महानगर अध्यक्ष शब्बीर कुरैशी व जिला महासचिव रामनाथ यादव ने किया नेताओं व कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला आज नेताजी मुलायम सिंह यादव की जयंती पर विभिन्न कार्यक्रम हुए पूर्व विधायक विजय बहादुर यादव ने बसंतपुर के हनुमानगढ़ी में जरूरतमंदो में कम्बल वितरण किया, जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम, डाक्टर संजय कुमार,दुधनाथ मौर्य व अंशुमान सिंह सहित उपस्थित नेताओं द्वारा द्वारा कुष्ठ आश्रम में तथा नार्मल स्थित विद्यालयों में बच्चों को फल वितरित किया गया वहीं पूर्व जिलाध्यक्ष प्रहलाद यादव, नगीना प्रसाद साहनी पूर्व महानगर अध्यक्ष जियाउल इस्लाम सहित उपस्थित नेताओं द्वारा जिला अस्पताल में मरीजों को फल वितरित किया गया।

जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम ने कहा कि मुलायम सिंह यादव समाजवाद के प्रेरणापुंज थे वह सदैव न्याय और बराबरी के पक्षधर रहे। जिलाध्यक्ष ने कहा कि नेताजी हर मजदूर, दलित, वंचित, शोषित की मुखर आवाज थे। उनके विचारों का प्रकाशपुंज हमेशा हमें आलोकित करता है। हम लोग अपना बूथ मजबूत करने में जुटे हुए हैं 2027 में भाजपा को हटाना है। सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष गोपाल यादव जगदीश यादव डाक्टर मोहसिन खान ने कहा कि महान व्यक्तित्व, सरल ह्रदय और जमीन से सदा जुड़े रहे धरतीपुत्र मुलायम सिंह यादव को उनकी जयन्ती पर कोटि-कोटि नमन। हम हमेशा नेताजी के दिखाए मार्ग पर चलते रहेंगे पूर्व जिलाध्यक्ष अवधेश यादव प्रहलाद यादव नगीना प्रसाद साहनी ने कहा कि नेताजी की कमी हमेशा खलेगी, उन्होंने गरीबों को और असहाय लोगों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने का काम किया। कार्यक्रम को पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी,विजय बहादुर यादव, यशपाल रावत ने भी सम्बोधित किया इस दौरान प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम महानगर अध्यक्ष शब्बीर कुरैशी रामनाथ यादव गोपाल यादव जगदीश यादव डाक्टर मोहसिन खान अवधेश यादव प्रहलाद यादव नगीना प्रसाद साहनी विनय शंकर तिवारी,विजय बहादुर यादव, यशपाल रावत संजय कुमार साधु यादव रामसिंह मिर्जा कदीर बेग मुन्नीलाल यादव दुधनाथ मौर्य रामजतन यादव हरी यादव गिरीश यादव नरसिंह यादव अभिमन्यु यादव जियाउल इस्लाम शहाब अंसारी इनामुल्लाह खान गिरीश यादव देवेंद्र भूषण निषाद सुरेंद्र निषाद संजय पहलवान अखिलेश यादव राघवेंद्र तिवारी राजू विनय यादव बृजनाथ मौर्य हीरालाल यादव इमरान खान एहतेशाम खान जयप्रकाश यादव अरविंद शुक्ला शशिकांत दुबे सुशीला भारती अनारकली मौर्य रामललित यादव तहौवर हुसैन गवीश दुबे चन्द्रभान प्रजापति अविनाश तिवारी शिवशंकर गौड़ फ़िरदौस आलम सुनील श्रीवास्तव जावेद सिमनानी रफीउल्लाह सलमानी मनीष कमांडो सुरेंद्र मौर्य आशुतोष गुप्ता सन्तोष यादव धनंजय सिंह सैथवार लालजी यादव चर्चिल अधिकारी विरेन्द्र गुप्ता पुजारी यादव सोहराब खान रणजीत पासवान श्रीकांत यादव श्रीराम सिंह यादव नौशाद भोला आफताब निजामी भवनाथ यादव धनश्याम राव अम्बरीष यादव बबलू अंसारी मोहम्मद अली महेंद्र यादव महेंद्र निषाद नमिता सिंह रूबी खातुन प्रदीप यादव इंद्रेश यादव चन्द्रभान यादव सेराजुद्दीन रहमानी संजय पासवान जनार्दन यादव अरविंद रौनक परदेशी कमल किशोर सुनील अभिमन्यु अनिल सच्चिदानंद विकास ओमप्रकाश वीएल साहनी बब्बू खान परवेज अभिषेक मनोज मसुदुल इम्तियाज बालेन्द्र प्रभाकर चन्ददीप जयप्रकाश मोहम्मद हसन आफताब आदि मौजूद रहे।