ऑपरेशन सिंदूर का बिहार बनेगा पॉलिटिकल बैटल ग्राउंड, जाने कैसे बिछाई जा रही सियासी बिसात

भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान के आतंकी ठिकाने को पूरी तरह नष्ट करने के साथ-साथ पाकिस्तान को भी घुटने टेकने को मजबूर कर दिया है. बीजेपी ऑपरेशन सिंदूर को लेकर उसी तरीके से राष्ट्रवाद के मुद्दे को धार देने में जुट गई है, जैसे एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक के बाद किया था. बीजेपी के नेता देश भर में तिरंगा यात्रा निकालकर सियासी माहौल बनाने में लगे हैं. पीएम मोदी ने मंगलवार को आदमपुर एयरबेस से जो भाषण दिया, उससे इतना साफ हो गया कि बीजेपी कि बिहार के चुनाव में ऑपरेशन सिंदूर और भारतीय सेना की कार्रवाई के इर्द-गिर्द सियासी एजेंडा सेट करने की रणनीति है.
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे. भारतीय सेना ने पहलगाम हमले का बदला ले लिया है. सेना ने ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए 9 आतंकी ठिकानों को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया और 100 से अधिक आतंकी मारे गए. सेना की ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई के बाद सत्तापक्ष हो या विपक्ष, दोनों में शह-मात का खेल शुरू हो गया है. इस साल सिर्फ बिहार में चुनाव होने हैं, जिसके चलते माना जा रहा है कि बिहार ऑपरेशन सिंदूर का बैटल ग्राउंड बनेगा?
राहुल गांधी अपनी पूरी फौज के साथ उतरेंगे
कांग्रेस नेता राहुल गांधी गुरुवार को अपने नेताओं की पूरी फौज के साथ बिहार के रण में उतर रहे हैं. राहुल पटना में सामाजिक न्याय से जुड़े एक्टिविस्टों के साथ पहले फुले फिल्म देखेंगे और उसके बाद दरभंगा में दलित छात्रों के साथ संवाद करेंगे. राहुल गांधी के साथ कांग्रेस के करीब 60 बड़े नेता अलग-अलग जिलों में दलित, ओबीसी और अतिपिछड़े वर्ग के छात्रों से बातचीत कर शिक्षा, रोजगार और पलायन के मुद्दे पर सियासी एजेंडा सेट करते हुए नजर आएंगे. इस दौरान राहुल गांधी और कांग्रेस के नेताओं पर बीजेपी की नजर होगी कि ऑपरेशन सिंदूर और सीजफायर के मुद्दे पर क्या बात रखते हैं?
कांग्रेस पहलगाम से लेकर आपरेशन सिंदूर पर मोदी सरकार के साथ खड़ी रही है, लेकिन पाकिस्तान के साथ युद्ध विराम का ऐलान होने के साथ ही राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने अलग तेवर अपना लिए हैं. कांग्रेस सीजफायर की घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपित डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा किए जाने पर मोदी सरकार को घेरने में जुटी है. कांग्रेस ने इस मुद्दे पर गहन चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है तो आरजेडी नेता तेजस्वी यादव उसी मांग को दोहरा रहे हैं. इस तरह से समझा जा सकता है कि महागठबंधन किस तरह से सियासी दांव चल रहा है.
पीएम मोदी क्या बिहार से भरेंगे चुनावी हुंकार
ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान के साथ सीजफायर के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इसी महीने बिहार दौरा होने जा रहा है. रोहतास में पीएम मोदी चुनावी रैली संबोधित करेंगे. 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के दो दिन बाद 24 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार की धरती से ही बदले का ऐलान किया था. पीएम मोदी ने मधुबनी रैली से पहलगाम आतंकी हमले में शामिल आतंकियों को मिट्टी में मिलाने और उनके आकाओं को कल्पना से परे सजा देने का ऐलान किया था.
पीएम मोदी ने जो कहा था, उसे भारतीय सेना ने करके दिखाया है. ऑपरेशन सिंदूर इसी का जीवंत उदाहरण है. पीएम मोदी ने बिहार की धरती से ही पहलगाम का बदला लेने की बात कही थी और अब जब ऑपरेशन सिंदूर के बाद बिहार आ रहे हैं, तो साफ है कि एक बार फिर से सियासी संदेश देने की कवायद कर सकते हैं. बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि पीएम मोदी बिक्रमगंज की रैली में आतंकवाद पर दुनिया को संदेश देंगे. साथ ही कहा कि यह रैली सिर्फ एक राजनीतिक सभा नहीं होगी बल्कि देश की शक्ति व सेना के शौर्य का चर्चा होगी.
बीजेपी राष्ट्रवाद के मुद्दे को धार देने में जुटी
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बीजेपी राष्ट्रवाद के मुद्दे को सियासी धार देने में जुट गई है. पीएम मोदी राष्ट्र के नाम संबोधन और उसके बाद आदमपुर एयरबेस से पाकिस्तान और दुनिया को संदेश देने के साथ-साथ सियासी एजेंडा सेट करते नजर आए हैं. बिहार के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा और सम्राट चौधरी ने ऑपरेशन सिंदूर का श्रेय भारतीय सेना के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को दिया है.
विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि पीएम मोदी ने आतंकियों को मिट्टी में मिलाने का जो संकल्प लिया था, उन्होंने उसे पूरा किया. सम्राट चौधरी ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का श्रेय भारतीय सेना को दिया है. उन्होंने कहा है कि देश की बहनों का सिंदूर बचाने का काम भारतीय सेना हमेशा से कर रही है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से भारतीय सेना ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों के ठिकाने को ध्वस्त किया गया है, उसके पीछे सेना का शौर्य और पीएम मोदी का संकल्प है. ऐसे में साफ है कि पीएम मोदी बिहार दौरे पर ऑपरेशन सिंदूर के साथ पाकिस्तान को धूल चटाने की बात का जिक्र कर चुनावी एजेंडा सेट करते नजर आएंगे.
सियासी लाभ उठाने की फिराक में आरजेडी
पहलगाम हमले के बाद से ही आरजेडी फूंक-फूंककर कदम रख रही है. पहलगाम हमले के बाद ही आरजेडी ने मोदी सरकार को बिना शर्त समर्थन देने का ऐलान कर दिया था. इसके बाद ऑपरेशन सिंदूर की खबर जैसे ही आई, आरजेडी के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव ने भारतीय सेना को बधाई देने में एक भी मिनट देर नहीं की. तेजस्वी ने कहा है कि भारतीय सेना ने कभी भी आतंकवाद और अलगाववाद को बर्दाश्त नहीं किया है.
तेजस्वी यादव ने कहा कि भारतीय सेना ने हमेशा मां की कोख, बहनों की कलाई और सिंदूर की रक्षा की है. हम लोग सत्य और अहिंसा में विश्वास करते हैं. कभी किसी का नुकसान नहीं किया है, लेकिन हमारे साथ कोई गलत करेगा तो उसे मुंहतोड़ जवाब देना हमें (भारत) आता है. आरजेडी ने ऑपरेशन सिंदूर पर बहुत ही संतुलन बयान दिए हैं, लेकिन सीजफायर के बाद मोदी सरकार से संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग कर अपना सियासी दांव चल दिया है.
आरजेडी ने कहा की सेना के शौर्य पर पूरे देश को गर्व है और इस सेना के शौर्य पर बात होनी चाहिए. तेजस्वी यादव ने कहा सभी पार्टियां विशेष सत्र के दौरान अपनी-अपनी बात बेहतर तरीके से रख सकती हैं. आरजेडी के नेता मनोज झा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे देश के प्रधानमंत्री हैं. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जब शुरू हुआ, तो सारे देशवासियों की सोच एक जैसी थी. ऐसे में हमने सीजफायर करने का निर्णय लिया, तो उसकी जानकारी अमेरिका के राष्ट्रपित ट्रंप कैसे दे सकते हैं. उन्होंने कहा कि विशेष सत्र बुलाने की मांग इसलिए जरूरी है कि ताकि पूरी दुनिया को एक स्वर में संदेश दिया जाए कि हमारे राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन देश की एकता अखंडता और संप्रभुता पर हम एक हैं.
May 14 2025, 16:48