आग लगाकर भाइयों_ पत्नियों बच्चों को मारने की कोशिश

गोरखपुर।बड़े भाई की साजिश से शुक्रवार को छोटे भाइयों पत्नी-बच्चे समेत पांच झुलस गए थे जिन्हें मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है सनकी बेचन को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीम गठित कर दी गई हैं क्षेत्राधिकारी कैंपियरगंज गौरव तिवारी मजनू चौकी प्रभारी अमित चौधरी के साथ बेचन की पत्नी शांति निषाद की फुआ के गांव बंजरहा में धर की तलाशी लिया गया।

बेचन अपने भाइयों बच्चों भाइयों की पत्नियों के मारने की नीयत से अपने साथ में थिनर लेकर आया था दरवाजे के नीचे से थिनर अंदर डाल कर आग लगा दिया बाहर रखे सिलेंडर के पाइप को अंदर कर गैस खोल दिया जिससे आग विकराल रूप धारण कर ली घर में रखें फ्रिज का गैस लीक होने से जबरदस्त विस्फोट हुआ विस्फोट होने से बाहरी दीवार भर भरा कर गिर गया जिसकी वजह से पति-पत्नी दो बच्चों की जान किसी तरह बच सकी लेकिन गंभीर रूप से झुलस गए बगल के कमरे में छोटा भाई अपने पत्नी के साथ सो रहा था उस कमरे में भी थिनर डालकर आग लगा दिया और दोनों कमरों में ताला बंद कर दिया ।

छत पर सो रहे पिता को भी मारने की नीयत से सीढ़ी पर ताला बंद कर दिया और वहां भी आग लगा दिया रिश्तेदारों ने बताया कि बेचन हैदराबाद में रहकर कमाता था वहां भी एक व्यक्ति की हत्या करके फरार हो गया है जो अपने ससुराल में एक साल से रहता है दो दिन पहले अपने घर आया था छोटे भाई की शादी 4 अक्दुबर हुआ था शादी में बेचन को पिता मुन्नी लाल नहीं बालाएं थे इसके आदतों से लेकिन मुन्नीलाल अपने घर पर रह कर घर की रखवाली कर रहा है दो बेटा दो नाती दो बहू मेडिकल कॉलेज में जिंदगी मौत की सांस ले रहे हैं। बेचन घर आकर अपने दो भाइयों भाई की पत्नियों बच्चों की हत्या करना चाहता था लेकिन ऊपर वाले ने बचा लिया बेचन को गिरफ्तार करने के लिए एसपी नार्थ जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव टिम गठित कर दिए हैं जिसे गिरफ्तार करने के लिए टीमें लगातार प्रयास कर रही हैं । गिरफ्तार होने के बाद ही पता चलेगा कि भाइयों उनकी पत्नियों बच्चों को जला कर मारने के पीछे बेचन की क्या मनसा थी।

15 हजार का इनामियां वांछित अभियुक्त गिरफ्तार

खजनी गोरखपुर।कूटरचित नकली दस्तावेज तैयार करके जमीन बैनामा करा लेने का आरोपित 15 हजार रूपए के इनामियां वांछित अभियुक्त राजेश सिंह पुत्र हरिद्वार सिंह उम्र 56 वर्ष निवासी पिड़िया बाजार थाना महुली जनपद संतकबीरनगर

को खजनी पुलिस ने 4 साल बाद पंजाब के लुधियाना पचहत्तर नगर से गिरफ्तार कर लिया, तथा उसे ट्रांजिट रिमांड पर गोरखपुर खजनी थाने में ले आई।

जिले के पुलिस कप्तान एसएसपी डाॅक्टर गौरव ग्रोवर द्वारा वांछित अभियुक्त पर 15 हजार रूपए का इनाम घोषित किया गया था। आरोपित बीते वर्ष 2021 से ही लगातार पुलिस को चकमा देकर फरार चल रहा था। उसके खिलाफ खजनी थाने में मुकदमा अपराध संख्या 30/2021 की धाराओं 419, 420, 467, 468, 471 और 120बी तथा मुकदमा अपराध संख्या 31/2021की धारा 419,420,467,468, 471,120बी दर्ज था। साथ ही अन्य थानों में भी केस दर्ज होने की सूचना मिली है। पुलिस लंबे समय से वांछित की तलाश में लगी हुई थी। थानाध्यक्ष सदानंद सिन्हा ने बताया कि अभियुक्त की गिरफ्तारी के बाद अग्रिम विधिक कार्यवाही के बाद न्यायालय में पेश करते हुए जेल भेज दिया गया है।

गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में चौकी इंचार्ज उनवल राजीव तिवारी चौकी इंचार्ज महुआडाबर अभिषेक सिंह तथा कांस्टेबल अतुल कुमार शामिल रहे।

15 दिवसीय मंडल स्तरीय खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी का राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष के हाथों हुआ समापन

गोरखपुर। 15 दिवसीय मण्डल स्तरीय खादी तथा ग्रामोद्योग प्रदर्शनी का समापन मुख्य अतिथि चारू चैधरी, मा0 उपाध्यक्ष, राज्य महिला आयोग, के कर कमलों द्वारा श्री लल्लन तिवारी पूर्व विधायक की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि के साथ विशिष्ट अतिथिगणों ने सभी स्टालो पर भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान उन्होंने स्टाल धारकों से उनके उत्पाद के बारे में पुछा। भ्रमण के उपरान्त पूज्य बापू की प्रतिमा पर सूत की माला से माल्यार्पण किया गया। मंचासीन मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों को परिक्षेत्रीय ग्रामोद्योग अधिकारी, ए0के0 पाल ने पुष्प गुच्छ, अंग वस्त्र, मोमेन्टो तथा गाँधी टोपी पहनाकर स्वागत किया गया। महेन्द्र यादव, सहायक लेखाधिकारी, उ0प्र0 खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड-लखनऊ ने अपने स्वागत उदबोधन में मुख्य अतिथि समेत सभी विशिष्ठ अतिथियों अभिवादन किया गया। श्री यादव ने अपने उदबोधन में खादी तथा ग्रामोद्योग विभाग के द्वारा संचालित योजनाओं व उ0प्र0 माटीकला बोर्ड में चल रही योजना के बारे मे विस्तारपूर्वक बताया और प्रदर्शनी में आये स्टाल धारकों को उनके उज्जव भविष्य के लिए शुभकामना व्यक्त की गयी। प्रदर्शनी स्थल पर राज्य ससकार द्वारा संचालित मण्डल स्तरीय उद्यमी पुरस्कार वितरण समारोह में चारू चैधरी, उपाध्यक्ष महोदया द्वारा पुरस्कार विजेता ज्योति, जनपद-गोरखपुर को प्रथम पुरस्कार रू0 15000.00 (पन्द्रह हजार मात्र) अमित कुमार सिंह, ग्रा-बिरवा, जनपद-देवरिया द्वितीय पुरस्कार रू0 12000.00 (बारह हजार मात्र) तथा रामानन्द सिंह, जनपद-कुशीनगर को तृतीय पुरस्कार रू0 10000.00 (दस हजार मात्र) का चेक, अंग वस्त्र, मोमेन्टों व प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया। इसी क्रम में खादी सेक्टर में बिक्री के आधार पर प्रदर्शनी मंे अच्छा प्रदर्शन व अधिक बिक्री के आधार पर खादी ग्रामोद्योग सेवा संस्थान, सपहा, फाजिलनगर-कुशीनगर को प्रथम पुरस्कार, क्षेत्रीय श्री गाँधी आश्रम, गोरखपुर को द्वितीय पुरस्कार एवं मे0 सेवा निकेतन, मानिक नगर, दरगहिया, पो0-कुड़ाघाट-गोरखपुर को तृतीय पुरस्कार तथा ग्रामोद्योगी सेक्टर में जय बद्री ग्रामोद्योग, रूढ़की, हरिद्वार-उत्तराखंड को प्रथम पुरस्कार आर0के0 लेदर, कानपुर को द्वितीय पुरस्कार तथाधर्मेन्द्र कुमार भारती (डी0 के0 इन्टरप्राईजेज) तारामण्डल-गोरखपुर को तृतीय पुरस्कार के साथ मोमेन्टो व प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया एवं इन सभी पुरस्कार विजेताओं को इनके उज्जलव भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। इसके पश्चात् विशिष्ट अतिथि रमाशंकर शुक्ला, अध्यक्ष, रेडीमेड गारमेन्ट्स ने अपने उदबोधन में खादी के विशेषताओं साथ ही साथ ओ0 डी0 ओ0 पी0 के बारे में विस्तार से बताया। एम0के0 श्रीवास्तव, जिला अग्रणी प्रबन्धक, भारतीय स्टेट बैंक ने अपने उदबोधन में कहा कि आप खादी ग्रामोद्योग से बैंको से ऋण लेकर अपने रोजगार को आगे बढ़ा सकते हैं, जिसमें बैंक आपकी पूरी मदद करेगी। तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे लल्लन तिवारी जी, पूर्व विधायक/पुर्व सदस्य खादी बोर्ड ने उद्बोधन में प्रदर्शनी की सजावट, साफ-सफाई एवं खादी के वस्त्रों के विषय में बहुत विस्तार से चर्चा व प्रदर्शनी आयोजन की सरहाना की गयी, जिसमें उन्होंने खादी ग्रामोद्योगी उत्पादों पर विशेष ध्यान केन्द्रित किया। राजमणी वर्मा, जिला विकास अधिकारी ने भी अपने उदबोधन में प्रदर्शनी आयोजन की सराहना करते हुए स्टाल धारकों का उत्साह वर्धन किया गया तथा प्रशासन की तरफ से हर प्रकार भविष्य में भी सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया गया। इस 15 दिवसीय प्रदर्शनी में कुल लगभग बिक्री 01.37 करोड़ रही। कार्यक्रम का संचालन नवीन पाण्डेय ने किया। सहायक लेखाधिकारी, महेन्द्र यादव ने सभी अतिथगण को अपना बहुमुल्य समय देने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया गया। प्रदर्शनी में आये हुए सभी स्टाल घारकों एवं जनपदवासियों को प्रदर्शनी में पधारने के लिए सभी पुरस्कार विजेताओ का परिक्षेत्रीय ग्रामोद्योग अधिकारी, ए0के0 पाल ने आभार व्यक्त किया।

*समाधान दिवस में पहुंचे आधा दर्जन फरियादी*

गोरखपुर- दिसंबर माह के दूसरे शनिवार को खजनी थाने में आयोजित माह के पहले समाधान दिवस की अध्यक्षता कर रहे तहसीलदार खजनी कृष्ण गोपाल तिवारी के समक्ष कुल 6 फरियादी अपनी विवादित समस्याओं के प्रभावी समाधान के लिए पहुंचे। जिसमें एक प्रार्थनापत्र पर त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर ही उसका समाधान करा दिया गया। शेष मामलों में लेखपाल एवं पुलिस की संयुक्त टीम को मौके पर पहुंचकर जांच कराने और समाधान कराने हेतु निर्देशित किया गया।

एक समस्या पुलिस विभाग से संबंधित पाई गई किन्तु शेष सभी राजस्व विभाग से संबंधित मामले मिले। दिवस प्रभारी थानाध्यक्ष सदानंद सिन्हा ने तहसीलदार के साथ सभी फरियादियों की समस्याओं को गंभीरता से सुनते हुए उनके प्रभावी निस्तारण हेतु टीम बनाने में सहयोग किया। इस दौरान पुलिस विभाग के अधिकारी कर्मचारी और राजस्व लेखपालों सहित अन्य लोग भी मौजूद रहे।

*लखनऊ में आयोजित हुई एसएलक्यूएसी की अहम बैठक, डीडीयूजीयू की कुलपति ने लिया हिस्सा*

लखनऊ- उत्तर प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय की अध्यक्षता में स्टेट लेवल क्वालिटी एश्योरेंस सेल (SLQAC) की एक महत्वपूर्ण बैठक आज लखनऊ में आयोजित हुई। बैठक का संचालन उच्च शिक्षा के प्रमुख सचिव श्री एम.पी. अग्रवाल ने किया।

दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (डीडीयूजीयू) की कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने बैठक में भाग लिया। वह एसएलक्यूएसी की सदस्य बनने वाली उत्तर प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों की एकमात्र कुलपति हैं। डीडीयूजीयू उत्तर प्रदेश का सबसे उच्च-ग्रेड एनएएसी-मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय है।

एसएलक्यूएसी का उद्देश्य राज्य के शैक्षणिक संस्थानों को राष्ट्रीय गुणवत्ता मानकों के अनुरूप बनाकर शैक्षणिक उत्कृष्टता और नेतृत्व को बढ़ावा देना है। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य उत्तर प्रदेश के सरकारी, अनुदानित और स्ववित्तपोषित कॉलेजों को एनएएसी (राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद) और एनआईआरएफ (राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क) जैसे प्रत्यायन और रैंकिंग प्रक्रियाओं में भाग लेने के लिए तैयार करना और प्रोत्साहित करना था।

बैठक में लिए गए प्रमुख निर्णय:

1.क्षेत्रीय गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आरक्यूएसी) की स्थापना: विश्वविद्यालय क्षेत्रीय उच्च शिक्षा कार्यालय (आरएचईओ) के समन्वय से आरक्यूएसी का गठन करेंगे, जो संबद्ध कॉलेजों को प्रत्यायन और रैंकिंग प्रक्रियाओं में मार्गदर्शन प्रदान करेगा।

2. क्षमता निर्माण कार्यशालाएँ: एनएएसी और एनआईआरएफ प्रत्यायन के लिए कॉलेजों की तैयारी बढ़ाने हेतु नियमित कार्यशालाएँ आयोजित की जाएंगी।

3. प्रत्यायन और रैंकिंग के लिए प्रोत्साहन: प्रत्यायन और रैंकिंग अपनाने वाले कॉलेजों को वित्तीय और अन्य प्रोत्साहन दिए जाएंगे।

4. फैकल्टी के लिए समान अवसर: एनएएसी-प्रत्यायित या एनआईआरएफ-रैंक प्राप्त स्ववित्तपोषित कॉलेजों के प्राध्यापकों को पीएचडी सुपरविजन और परीक्षक जैसे दायित्वों के लिए वही अधिकार मिलेंगे, जो सरकारी और अनुदानित कॉलेजों के प्राध्यापकों को प्राप्त हैं। ऐसे प्राध्यापक राज्य सरकार की अनुसंधान और विकास अनुदान, संगोष्ठी अनुदान और अन्य पहल के लिए पात्र होंगे। एनएएसी-मान्यता प्राप्त और एनआईआरएफ-रैंक वाले सरकारी और अनुदानित कॉलेजों को भी अतिरिक्त लाभ प्रदान किए जाएंगे।

5. अनुदान आवेदन सामर्थ पोर्टल के माध्यम से: राज्य संगोष्ठी अनुदान, अनुसंधान और विकास अनुदान, और संबंधित प्रोत्साहनों के लिए सभी आवेदन सामर्थ पोर्टल के माध्यम से स्वीकार किए जाएंगे।

6. 2027 तक प्रत्यायन अनिवार्य: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने 30 जून 2027 तक सभी संस्थानों के लिए एनएएसी/एनआईआरएफ प्रत्यायन को अनिवार्य कर दिया है। यह 12बी दर्जा प्राप्त करने की शर्त है, जो उन्हें पीएम-उषा जैसी केंद्रीय सरकारी योजनाओं के लिए पात्र बनाता है।

प्रो. पूनम टंडन ने इन पहलों की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा, “आज की बैठक में प्रस्तावित उपायों से उत्तर प्रदेश के कॉलेज शैक्षणिक उत्कृष्टता प्राप्त कर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनेंगे। इससे न केवल उनकी पहचान बढ़ेगी, बल्कि उन्हें अधिक वित्तीय और सहयोगी अवसर भी मिलेंगे।”

बैठक में राज्य के उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए गुणवत्ता आश्वासन और नेतृत्व ढांचे को मजबूत करने के लिए सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया। एसएलक्यूएसी-यूपी का लक्ष्य सरकारी, अनुदानित और स्ववित्तपोषित कॉलेजों और प्राध्यापकों के लिए 100% एनएएसी प्रत्यायन और एनआईआरएफ रैंकिंग प्राप्त करने हेतु वित्तीय प्रोत्साहन और रणनीतिक मार्गदर्शन प्रदान करना है।

*कृषि विभाग की ओर से गांवों में किसान पाठशाला का आयोजन*

गोरखपुर- केंद्र एवं प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार कृषि विभाग द्वारा किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ देने के लिए उनकी कृषि योग्य भूमि का पंजीकरण (रजिस्ट्रेशन) आधार कार्ड से किया जा रहा है। अभियान को सफल बनाने के लिए गांवों में किसान पाठशाला का आयोजन करते हुए किसानों को जागरूक किया जा रहा है।

शनिवार को खजनी ब्लॉक क्षेत्र के कुंईंकोल गांव में कृषि विभाग द्वारा किसान पाठशाला का आयोजन किया गया जिसमें मास्टर ट्रेनर रणधीर राय ने कृषि विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओं और तकनीकी पर आधारित खेती करने की जानकारियां दी गईं।इस दौरान फार्मर रजिस्ट्रेशन कैंप का आयोजन भी किया गया, जिसमें किसानों की खेती की जमीनों को उनके आधार कार्ड से जोड़ने (लिंक करने) की जानकारी दी गई। साथ ही गांव के कुल 10 कृषकों की फॉर्मर रजिस्ट्रेशन भी किया गया।

किसानों को बताया गया कि सभी जन सेवा केंद्रों पर भी आॅनलाइन फार्मर रजिस्ट्रेशन का कार्य किया जा रहा है। अतः सभी किसान अपने निकट स्थित जन सेवा केंद्र से भी फार्मर रजिस्ट्रेशन करा लें जिन किसानों का आधार कार्ड से रजिस्ट्रेशन नहीं होगा उन्हें पीएम किसान सम्मान निधि की अगली किस्त नहीं मिल पाएगी साथ ही खाद, बीज और कृषि उपकरणों की सरकारी सब्सिडी भी नहीं मिल पाएगी। किसान पाठशाला में गांव के दर्जनों किसान और कृषि विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

गोरखपुरःखोराबार में किराए के मकान में रहने वाले युवक ने की आत्महत्या

गोरखपुर- खोराबार के मदरहवा टोला के सूबा बाजार में किराए के मकान में रहने वाले संदीप पासवान रस्सी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। 26 साल का संदीप ग्राम वनगाई पोस्ट बजहा बाजार थाना कपिलवस्तु जनपद सिद्धार्थ नगर का रहने वाला था। जो खोराबार के मदरहवा टोला सूबा बाजार मे किराये के रुम में रहकर पढ़ाई करता था। उसके बड़े भाई चौरीचौरा तहसील में लेखपाल है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार युवक का किसी लड़की से प्रेम प्रसंग चल रहा था और उसने बीती रात को आत्मघाती कदम उठाते हुए रस्सी के फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की छानबीन में जुटी हुई है।
*एसडीएम ने अस्थाई रैन बसेरे का निरीक्षण किया*

खजनी गोरखपुर।तहसील क्षेत्र के नगर पंचायत कस्बा संग्रामपुर उनवल में ठंड से बचाव के लिए अस्थाई रैन बसेरा बनाया गया। आज उपजिलाधिकारी खजनी कुंवर सचिन सिंह और तहसीलदार कृष्ण गोपाल तिवारी द्वारा तहसील क्षेत्र के नगर पंचायत कस्बा संग्रामपुर उनवल में ठंड के दृष्टिगत बनाए गए अस्थाई रैन बसेरे का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने ने नगर पंचायत अधिकारियों और कर्मचारियों को ठंड से बचाव के लिए सभी आवश्यक और जरूरी उपाय अपनाने से संबंधित दिशा निर्देश भी दिए।

*सीआरसी: अभिभावक संगोष्ठी का आयोजन*

गोरखपुर। सीआरसी गोरखपुर द्वारा विकासात्मक दिव्यांगता वाले बच्चों हेतु पूर्व पठन कौशल विषय पर एक दिवसीय अभिभावक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विकासात्मक दिव्यांगता वाले बच्चों के पूर्व पठन कौशल विकास के महत्व पर प्रकाश डालते हुए संजय प्रताप ने बताया कि बच्चों में पहले उनकी जान-पहचान की वस्तुओं के माध्यम से पठन कौशल का विकास करना चाहिए। कार्यक्रम के अन्य वक्ता राबिन ने विकासात्मक दिव्यांगता वाले बच्चों के भाषा और वाणी कौशल के विकास की विभिन्न तकनीकों के बारे में विस्तार से चर्चा किया। सीआरसी गोरखपुर के निदेशक जितेंद्र यादव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अभिभावकों की नियमित संगोष्ठी से उनके बच्चों की प्रगति के बारे में जाना जाता है तथा अभिभावकों के सवालों को इसमें शामिल करके वांछित सुधार किया जाता है। कार्यक्रम का संचालन श्री नागेंद्र पांडे ने किया तथा श्री अरविंद पांडे ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में अभिभावकों ने प्रतिभाग किया।

*चोरी की घटनाओं का खुलासा करने में फिसड्डी खजनी पुलिस*

खजनी गोरखपुर।दिसंबर का महीना आधा बीत रहा है कुछ ही दिनों में वर्ष 2024 खत्म हो जाएगा किंतु खजनी थाना क्षेत्र में वर्ष भर में हुई दर्जनों चोरी की घटनाओं में केस तो दर्ज हुए लेकिन उनका खुलासा नहीं किया जा सका। पीड़ितों ने निराश हो कर मान लिया है कि चोरी की घटनाओं का पर्दाफाश करने में पुलिस पूरी तरह से नाकाम रही है। पुलिस विभाग के लोगों से आम आदमी को न्याय नहीं मिल पा रहा है। खासकर चोरी की घटनाओं में तो बिल्कुल ही नहीं। एक नजर चोरी की घटनाओं पर डाले तो इसकी लंबी फेहरिस्त है।

फरवरी 2024 में कंबल कारखाने के पास स्थित रिहायशी क्षेत्र में रात में खड़ी कस्बे के बर्तन व्यावसाई की पिकअप वैन चोरी हो गई। मुकदमा दर्ज कर ठंडे बस्ते में रह गया। 27 अप्रैल को सतुआभार में स्वर्गीय ऋषिदेव दूबे के पुत्र अश्वनी दुबे के घर में घुसे अज्ञात चोरों ने लगभग 10 लाख के कीमती गहने और नकद रूपए चुराए केस दर्ज हुआ किन्तु खुलासा नहीं हो पाया।

इस प्रकार 6 मई 2024 को थाने से सटे रूद्रपुर गांव में चंद्रभूषण राम त्रिपाठी उर्फ रामधनी तिवारी पुत्र

स्वामीनाथ तिवारी के घर से एक लाख नकद समेत लगभग 50 लाख के गहने चोरी हुए। केस दर्ज होने के बाद पीड़ित आज तक मुख्यमंत्री जनता दरबार से लगायत एसएसपी, आईजी, डीआईजी सहित डीजीपी तक शिकायत दर्ज करा चुके हैं किन्तु कोई हल नहीं निकल पाया दर्जनों बार फरियाद करके थक चुके हताश और निराश पीड़ित चंद्रभूषण उर्फ रामधनी तिवारी का कहना है कि उनके जीवन की सारी कमाई जमा पूंजी लुट गई है।

वे श्रीमद्भागवत महापुराण कथा सुनने की तैयारी कर रहे थे, इस बीच चोरों ने उन्हें कंगाल बना दिया है। उसी रात रूद्रपुर गांव के ही गायघाट मौजे के निवासी जितेन्द्र यादव पुत्र दुर्बल यादव के घर में छत के रास्ते घुसे चोरों ने लगभग 4 लाख रूपए के गहने चुराए। उसी रात कोठां गांव के दयालू तिवारी के घर 16 लाख के गहने चोरी हुए। साथ ही सरयां तिवारी गांव में निर्मल और राम सनेही के घर से लगभग 2 लाख से अधिक की चोरी हुई। चारों घटनाएं एक ही रात में अंजाम दी गईं। केस तो दर्ज हुए किन्तु खुलासा नहीं हो सका। 7 जून को कुंआं गांव में यूपीपी के सिपाही वाराणसी में तैनात संदीप यादव पुत्र श्रीराम यादव के घर से लाखों की चोरी हुई। उसी रात माया देवी पत्नी स्वर्गीय लालचंद यादव तथा रामजीत यादव पुत्र दीनदयाल यादव के घरों में भी लाखों की चोरी हुई। चूंकि संदीप के श्वसुर दारोगा हैं इसलिए सभी को उम्मीद थी कि इस चोरी का खुलासा जरूर होगा और चोर पकड़े जाएंगे, किंतु समय गुजरता रहा इस बीच 2 सितंबर 2024 को आशापार में राम प्रसाद निषाद पुत्र स्वर्गीय सुदामा के घर लगभग 16 लाख की चोरी हुई जो कि बेटी की शादी की तैयारी में थे। फिर 13 सितंबर 2024 को बरपार बरगाह गांव में अब्दुल रहीम के पुत्र मोनू उर्फ जुल्फिकार के घर 4 लाख की चोरी हो गई। फिर 5 अक्टूबर को खजनी कस्बे में हरिनारायण शर्मा के घर से लगभग 4 लाख के गहने और नकद चोरी हुए। बीते 21 नवंबर 2024 छोटेलाल पासवान की दुकान से लाखों रुपए के कम्प्यूटर लैपटॉप इन्वर्टर बैटरी की चोरी हुई। 2 दिसंबर को मऊंधरमंगल गांव में रामसांवर यादव के घर से लगभग एक लाख 65 हजार की चोरी हुई।

सभी मामलों में खजनी थाने में केस तो दर्ज हुए लेकिन चोरी की किसी भी घटना का खुलासा पुलिस नहीं कर पाई। सीसीटीवी कैमरे रात में पुलिस की गश्त के साथ ही गांवों कस्बों में लोगों ने देर रात तक जाग कर चौकसी बढ़ा दी लेकिन चोरी की किसी भी घटना का पर्दाफाश करने में पुलिस नाकाम रही है।

इस संदर्भ में क्षेत्राधिकारी खजनी उदय प्रताप सिंह ने बताया कि चोरी की घटनाओं के खुलासे के लिए पुलिस विभाग की टीमें गठित की गई हैं और सभी को इस पर लगाया गया है।