बलौदाबाजार आगजनी की घटना में करीब 12 करोड़ क्षति का अनुमान, कलेक्टर -एसपी ने भविष्य की रणनीति को लेकर मीडिया से की चर्चा

रायपुर-     बलौदाबाजार कलेक्टर दीपक सोनी एवं पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने सोमवार को संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में संयुक्त रुप से प्रेस को सम्बोधित किया। उन्होंने गत दिवस जिला मुख्यालय बलौदाबाजार स्थित कलेक्ट्रेट में हुई आगजनी की घटना के पश्चात की जा रही कार्यवाही एवं भविष्य की रणनीति के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण जानकारी साझा किए। कलेक्टर श्री सोनी ने बताया कि आगजनी की घटना से अब तक के आकलन में करीब 12 करोड़ रुपए क्षति का अनुमान है जिसमें संयुक्त जिला कार्यालय भवन, जिला पंचायत कार्यालय, जिला निर्वाचन कार्यालय, तहसील एवं पंजीयन कार्यालय भवन,वाहन, उपकरण, फर्नीचर शामिल हैं। नगर में हुई अन्य क्षति का अकलन किया जा रहा है।घटना में वाहनों को हुई क्षति के लिए बीमा कंपनियों से राशि दिलवाया जा रहा है जिसमें अब तक 7 -8 वाहन स्वामियों को बीमा राशि मिल चुकी हैं और करीब 23 प्रकरण प्रक्रियाधीन है।

कलेक्टर ने बताया कि घटना में लगभग 240 निजी व शासकीय वाहन क्षतिग्रस्त हुए है जिनमे पूरी तरह जले 31 निजी व शासकीय चार पहिया वाहन , 60 दो पहिया वाहन, 27 क्षतिग्रस्त चार पहिया वाहन एवं लगभग 122 क्षतिग्रस्त दो पहिया वाहन शामिल हैं। जिन निजी वाहनो के बीमा नही हैं उनका मूल्यांकन कराया जा रहा है। घटना से पीड़ितों के शारीरिक- मानसिक स्वास्थ्य बेहतर करने पीड़ित राहत समिति बनाई गई है। दस्तावेज क्षति क़े लिए भी टीम बनाई गई है। पुलिस, आबकारी, जिला योजना एवं सांख्ययिकी विभाग में दस्तावेज पुर्निर्माण के काम भी शुरू हो गए हैं। कानून व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए लगातर बैठक की जा रही है। अब तक चेम्बर ऑफ़ कामर्स, सिविल सोसाइटी, अशासकीय संगठन, कृषक संगठनो, पेट्रोल पम्प संचालकों के साथ बैठक कर शांति बहाली क़े लिए जिला प्रशासन का सहयोग करने की अपील की गई है तथा उपयुक्त क्षमता के सीसी टीवी कैमरा लगवाने कहा गया है। सामजिक संगठनों से बातचीत कर जिले में सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाने सहयोग व सुझाव लिया जा रहा है। उन्होने बताया कि जिला स्तरीय सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम भी बनाई गई है जो 24 घंटे निगरानी कर रही है। नाकारात्मक एवं भड़काऊ पोस्ट पर प्रतिबंधत्मक कार्रवाई की जा रही है। इसके साथ ही शांति समिति की बैठक लेकर शांति व्यवस्था बनाये रखने के निर्देश दिए गए हैं। किराये पर दिए गए मकान व दुकान की सूची नजदीकी थाने को देने तथा ठेका श्रमिकों की सूची सम्बंधित विभाग को देने के निर्देश दिए गए हैं।कलेक्टर ने बताया कि जल्द ही मैदानी अमलो सचिव, पटवारी, आरआई तथा सरपंचो की भी बैठक लेकर चर्चा की जाएगी। उन्होने जिले की बेहतर छवि क़े लिए मीडिया को सहयोग की अपील की।

पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने बताया कि घटना की सभी पहलुओं को समझने के लिए हर तरह से पूछ ताछ की जा रही है। अब तक 138 लोगों को हिरासत में लिया गया है। सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम द्वारा पैनी नजर रखी जा रही है। पोस्ट के सोर्स तक पहुंचा जा रहा हैं तथा एकाउन्ट ब्लॉक भी किए जा रहे हैं ।
बलौदाबाजार हिंसा मामला: स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने पूर्व सीएम बघेल के बयान का किया पलटवार, कहा- हिंसा घटना के लिए कांग्रेसी हैं जिम्मेदार…


गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही-     छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में 10 जून को भड़की हिंसा को लेकर प्रदेश में सियासत गर्म है. राज्य की भाजपा सरकार और विपक्ष की कांग्रेस पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. सोमवार को स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल के पुलिस प्रशासन पर लगाए गए आरोप का खण्डन करते हुए कांग्रेस पर पलटवार किया है.

सोमवार को गौरेला-पेण्ड्रा-मारवाही जिला पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने इस मामले में भूपेश बघेल के पुलिस प्रशासन को लेकर दिए गए बयान का पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि बलौदाबाजार घटना के लिए कांग्रेस के लोग जिम्मेदार हैं. पुलिस किसी पर कोई दबाव बनाने का काम नही कर रही है. 

उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि मीडिया और सोशल मीडिया में पूर्व मंत्री और विधायक दिख रहे हैं. इसके साथ ही वहां के नागरिक बता रहे हैं कि कांग्रेसी ही बलौदाबाजार घटना को लेकर लोगों को भड़काने का प्रयास कर रहे थे.

बता दें, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बलौदाबाजार हिंसा घटना को लेकर बयान दिया था कि बलौदाबाजार घटना में पकड़े गए लोगों पर पुलिस कांग्रेसियों का नाम लेने का दबाव बना रही है. पूर्व सीएम के इसी बयान का स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने पलटवार किया है.
रेस्टोरेशन का कार्य पूर्ण, पुराने स्वरूप में लौटा संयुक्त जिला कार्यालय

रायपुर-   विगत दिनों बलौदाबाजार में हुई घटना से संयुक्त जिला कार्यालय को काफी क्षति पहुंची थी। इस क्षति को पूर्ण करते हुए आज रेस्टोरेशन कार्य आज पूर्ण हो गया है। संयुक्त जिला कार्यालय का भवन अब अपने पुराने स्वरूप में लौट आया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर कलेक्टर दीपक सोनी ने व्यापक रणनीति बनाकर इस कार्य को अंजाम दिया है। जिसके तहत लोक निर्माण विभाग ने 24 घंटे कार्य कर इसे पूरा किया है। इसके साथ ही परिसर की सफाई सहित क्षति ग्रस्त जिला पंचायत कार्यालय एवं जिला निर्वाचन कार्यालय में भी शत प्रतिशत रेस्टोरेशन कार्य पूर्ण कर लिया गया है। रेस्टोरेशन के कार्य पूर्ण होने से कार्यालय में अलग सी चमक दिखाई दे रही है। रेस्टोरेशन कार्य के तहत निर्माण कार्य, पैराफिट, जली हुई एपीसी बोर्ड को हटाना, नया रेलिंग लगाना, पुट्टी के संग रंग रोगन, सीसीटीवी, ब्रांडबैंड, कांच बदलना, एसी, पंखे लगाना, लाइटिंग, जैसे अन्य महत्वपूर्ण कार्य किए गए हैं।
DGP और CRPF अफसरों ने दो शहीद जवानों को दी श्रद्धांजलि, नक्सलियों के आईईडी विस्फोट में हुई थी शहादत


जगदलपुर-   नक्सलियों द्वारा सुकमा में किए गए आईईडी विस्फोट में शहीद हुए जवानों को करणपुर कोबरा बटालियन में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इस दौरान डीजीपी अशोक जुनेजा सहित पुलिस और सीआरपीएफ के उच्च अधिकारियों ने शहीदों को अंतिम सलामी देते हुए श्रद्धांजलि दी. बता दें कि सुकमा जिले के जगरगुंडा इलाके में रविवार को नक्सलियों ने सुरक्षाबल के जवानों को निशाना बनाते हुए आईईडी ब्लास्ट को अंजाम दिया था. जिसमें दो जवान शहीद हो गए थे.

जानकारी के मुताबिक सिलगेर में स्थित सुरक्षा कैंप से 201 कोबरा वाहिनी की एडवांस पार्टी का मुव्हमेंट आर. ओ. पी. ड्यूटी के दौरान ट्रक और मोटर सायकल से कैंप टेकलगुडे़म की ओर जा रहा था. इसी दौरान नक्सलियों ने सुरक्षाबल के जवानों को निशाना बनाते हुए आईईडी ब्लास्ट किया. आईईडी की चपेट में 201 कोबरा वाहिनी का 01 ट्रक आ गया. जिसमें सवार चालक और सहचालक जवान मौके पर शहीद हो गए. शहीद जवान विष्णु आर केरल के तिरुवनंतपुरम और शहीद शैलेन्द्र उत्तर प्रदेश के कानपुर के निवासी है. फिलहाल गार्ड ऑफ ऑनर के बाद शहीद जवानों के पार्थिव शरीर को उनके गृह प्रदेश के लिए रवाना कर दिया गया है.
छत्तीसगढ़ में नकली नोट छाप रहे थे नक्सली, सुरक्षाबलों ने मारी सेंध, मौके से नोटों के सैंपल-मशीन समेत दूसरी चीज़े की जब्त


सुकमा-     जिले में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. यहां जिला बल, डीआरजी बस्तर फाइटर और 50 बटालियन सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने नक्सलियों के पास से नकली नोट छापने की मशीन जब्त की है. पुलिस ने इनके पास से मशीन समेत , प्रिंटर ,बड़ी तादाद में इंक के साथ ही अन्य सामग्री जब्त की है. इसके साथ ही 50 , 100, 200 ,500 रुपए के नकली नोट भी बरामद किए है.

सुकमा पुलिस के मुताबिक, उन्हें नक्सलियों की ओर से नकली नोट छापने और चलाने की सूचना मिली थी. इस पर सुकमा पुलिस सतर्क हो गई. इसके बाद तत्काल जिला बल, डीआरजी बस्तर फाइटर और 50 बटालियन सीआरपीएफ की टीम्स ग्राम मैलासुर, कोराजगुड़ा, दंतेशपुरम और आसपास के इलाकों में सर्चिंग के लिए रवाना हुई. इस दौरान ग्राम कोराजगुड़ा के जंगल में सुरक्षा बलों को देखकर नक्सली मौके से भाग निकले. पुलिस की टीम ने कोराजगुडा के जंगलों से प्रिंटर, लोडेड बंदूक, वायरलेस सेट और भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री भी बरामद की है.

*पैसो की कमी से जूझ रहे है नक्सली*

सुकमा की पुलिस के मुताबिक़ ,’ नक्सली अब पैसो की कमी से जूझ रहे है और इसलिए उन्होंने नकली नोट बनाना शुरू किया है. नक्सली भोले-भाले आदिवासी ग्रामीणों को धोखे में रखकर अंदरुनी क्षेत्रों के साप्ताहिक बाजारों में बहुत लंबे समय से नकली नोट खपा रहे थे.
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर राज्य की मितानिन बहनों को मिलेगा आनलाइन मानदेय भुगतान

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राज्य की लाखों मितानिन बहनों को एक बड़ी सौगात देने की बात कही है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा है कि प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरूस्त रखने में मितानिन बहनों का बहुत बड़ा योगदान है। ऐसे में उनका खयाल रखना राज्य का कर्तव्य है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर अब राज्य की मितानिन बहनों को महतारी वंदन योजना की तर्ज पर हर माह उनका मानदेय बैंक खाते में मिलने लगेगा। मुख्यमंत्री ने इसके लिए स्वास्थ्य मंत्री को दिशा निर्देश भी जारी कर दिए हैं।

स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर इस बात की घोषणा करते हुए कहा कि बहुत जल्द ही मितानिन बहनों को आनलाइन बैंक खाते में भुगतान मिलने लगेगा। श्री जायसवाल ने कहा कि इसकी शुरूआत मुख्यमंत्री श्री साय के हाथों से होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुखिया विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ को स्वस्थ छत्तीसगढ़ बनाने की संकल्पना पर काम कर रहे हैं और इसके लिए प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं में लगातार सुधार आ रहा है जो निरंतर जारी रहेगा।
स्वास्थ्य अधिकारियों का हड़ताल जारी, लोगों को नहीं मिल पा रही स्वास्थ्य सुविधा, इन मांगों को लेकर कर रहे प्रदर्शन…


महासमुंद- छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य अधिकारी संघ के सभी जिलों के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं. आज हड़ताल का चौथा दिन है. छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य अधिकारी संघ के आवाह्न पर सभी स्वास्थ्य अधिकारियों ने 21 जून से हड़ताल पर बैठे हैं.

बता दें, संघ की मांगों में लंबित कार्याधारित मानदेय तथा शासन द्वारा निर्देशानुसार प्रति माह 15 तारीख से पहले से भुगतान , सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को स्थानांतरण एवं मुख्यालय से 8 किलोमीटर दायरे में रहने का लाभ और कांकेर जिला संयोजक पवन वर्मा की बहाली की मांग शामिल है.

सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी संघ के प्रदेश महामंत्री का कहना है कि जब तक इनकी मांगे पूरी नहीं होती है, तब तक उनका हड़ताल जारी रहेगा.

संघ न विश्व योग दिवस पर धरना स्थल पर योग करते हुए अपना विरोध दर्ज कराया था. गौरतलब है कि जिले में 230 उप स्वास्थ्य केन्द्र हैं जिनमें से 152 उप स्वास्थ्य केन्द्रों में इनकी पदस्थापना है. इनके हड़ताल पर चले जाने से उप स्वास्थ्य केन्द्रों में टीकाकरण , मौसमी बीमारी में दवा देना आदि लगभग ठप हो गया है.
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने वीरंगना रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया


रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने वीरांगना रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस के अवसर पर आज राजधानी रायपुर के केनाल लिंक रोड स्थित रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। इस मौके कृषि मंत्री रामविचार नेताम और वन मंत्री केदार कश्यप भी मौजूद थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि रानी दुर्गावती नारी शक्ति की प्रतीक थी और उन्होंने मुगलों का डट कर मुकाबला किया। हम सभी के लिए गौरव का विषय है कि वो जनजातीय समाज से थी। उन्होंने कहा कि रानी दुर्गावती का बलिदान हम सभी देशवासियों को प्रेरित करता है।
सामाजिक समरसता का अभियान श्री सुदर्शन जी का जीवन मंत्र था: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय


रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय राजधानी रायपुर के दीनदयाल उपाध्याय आडिटोरियम में आरएसएस के पंचम सरसंघचालक स्वर्गीय सुदर्शन जी की स्मृति में आयोजित राष्ट्रीय व्याख्यान में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। ‘‘भारतीय परिवार व्यवस्था की शक्ति’’ विषय पर आयोजित व्याख्यान में मुख्य वक्ता आरएसएस के सह सरकार्यवाह श्री रामदत्त चक्रधर थे। उन्होंने व्याख्यान में कहा कि मूल्य आधारित परिवार व्यवस्था भारत की शक्ति है, परिवार भारत देश की धुरी है। परिवार एक होगा, तो देश एक होगा। दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में श्री सुदर्शन प्रेरणा मंच द्वारा आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता मध्यक्षेत्र के संघचालक डॉ. पूर्णेंदु सक्सेना ने की। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह और सुदर्शन प्रेरणा मंच के मार्गदर्शक डॉ. राजेंद्र दुबे मंच पर उपस्थित थे।

*30 साल पहले सुदर्शन जी पानी बचाने, पेड़ लगाने, पर्यावरण बचाने, जैविक खेती की बातें कहते थे: मुख्यमंत्री श्री साय*

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मुख्य अतिथि की आसंदी से कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए पूर्व सरसंघचालक सुदर्शन जी के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता का अभियान श्री सुदर्शन जी का जीवन मंत्र था। वे समरसतापूर्ण समाज के स्वप्न दृष्टा थे। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा श्री सुदर्शन जी के अनेक संस्मरण मुझे आज याद आ रहे हैं। उनसे मिलने से सदैव कुछ नया करने की प्रेरणा मिलती थी। किसी जनप्रतिनिधि से मिलते थे तो शासन द्वारा जनता के हित काम करने की सलाह देते। वे बड़े सहज और सरल व्यक्ति थे, उनसे मिलने में किसी को हिचक नहीं होती थी। एक बार कोई उनसे मिल ले तो उनसे बड़ा प्रभावित हो जाता था। उन्होंने इंजीनियरिंग की शिक्षा ग्रहण की थी इसलिए नई तकनीक, विज्ञान के विषयों पर भी उनका अध्ययन था। कोई ऐसा विषय नहीं था जिस पर उनका गहरा अध्ययन नहीं था। आज दुनिया जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण को लेकर चिंतित हुई है, 30 साल पहले सुदर्शन जी पानी बचाने, पेड़ लगाने, पर्यावरण बचाने, जैविक खेती की बातें कहते थे। उनका छत्तीसगढ़ की मयारू भूमि से निकट का संबंध रहा है।

व्याख्यान के मुख्यवक्ता श्री रामदत्त ने ‘‘भारतीय परिवार व्यवस्था की शक्ति’’ विषय पर विचार प्रकट करते हुए कहा कि भारत में उत्कृष्ट जीवन मूल्य विकसित हुए, जो परिवार में देखने को मिलता है। पश्चिमी देशों में हथियार लेकर बच्चे स्कूल जाते हैं, गोलीबारी में प्रतिवर्ष 40 हजार बच्चे मारे जाते हैं। अमेरिका में पिताहीन बच्चों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जबकि भारत में परिवारों में बच्चों को चरित्रवान बनाया जाता है। ग्रीक के यात्री मेगास्थानिज ने लिखा था कि भारत के लोग चरित्रवान हैं, अंग्रेज अधिकारी मैकाले भी यही कहता था। अंग्रेज इसी शक्ति को तोड़कर यहां अपना शासन स्थापित करना चाहते थे।


उन्होंने कहा कि भारत देश में स्त्री को माता मानते हैं। रामायण में लक्ष्मण जी का प्रसंग आता है जिसमें वे अपनी भाभी का सिर्फ पैर देखने की बात कहते हैं। स्वामी विवेकानंद, छत्रपति शिवाजी के जीवन में भी इसी भाव के अनेक उदाहरण मिलते हैं। केवल पौराणिक या ऐतिहासिक नहीं आज के सामान्य लोगों के जीवन में उच्च जीवनमूल्य के दर्शन होते हैं। बच्चों को संस्कार परिवार में माता सिखाती है। भारतीय दर्शन में सभी की चिंता है, पशु-पक्षी, वनस्पति, माता पिता की सेवा, सम्मान का भाव, गुरु के प्रति सम्मान का भाव, अतिथियों का सम्मान, अतिथि देवो भव, सबको साथ लेकर चलना, इस प्रकार की सीख प्रत्येक परिवार अपने बच्चों को देता है। यही संस्कार है। वर्तमान समय में हम देख रहे हैं कि परिवार, समाज में इन मूल्यों का क्षरण हो रहा है।


श्री रामदत्त ने कहा कि बच्चों में राष्ट्र प्रथम का भाव भी परिवार में विकसित होता है। इस भाव को जगाने की आवश्यकता है, इसमें माता की भूमिका महत्वपूर्ण है। भारत में माता का परिचय बच्चों से होता है, वे ही बच्चों को संस्कार देती हैं। माता बच्चों के विचारों को दिशा देती है। जैसे स्वामी विवेकानन्द ने अपने बचपन में कहा कि वह तांगा चलाने वाला बनना चाहते हैं, तब उनकी माता ने उनको उलाहना देने के बजाय कुरूक्षेत्र की फोटो दिखाकर कहा अगर तांगा चलाने वाला बनना है तो अर्जुन का रथ चलाने वाले कृष्ण की तरह तांगा चलाने वाला बनना होगा। उन्होंने स्वामी विवेकानंद के विचारों को दिशा दी।

उन्होंने कहा, भावी पीढ़ी को संस्कार देने के लिए हमें अपने घर से पहल करनी होगी, इसके लिए सभी को अपने लिए संकल्प लेना होगा। परिवार मजबूत होगा, एक एक परिवार किला बनाएगा तब भारत राष्ट्र भी शक्तिशाली होगा। भारत की शक्ति सामूहिकता में है।

*इसलिए हम सभी को पांच संकल्प लेना होगा*

1. कुटुंब प्रबोधन सप्ताह में एक दिन कुटुंब के सभी लोग मिलकर भजन, सामूहिक भोजन, अच्छी बातों की चर्चा करें। परिवार संस्कारित हो, मेल-जोल के साथ रहे।

2. सामाजिक समरसता बढ़ाने सभी वर्गों के लोगों को साल में एक बार सम्मानपूर्वक भोजन पर बुलाएं। घर के कर्मियों को भोजन पर बुलाएं। इससे समरसता बढ़ेगी।

3. पर्यावरण की रक्षा, बिना अन्न और पानी के कुछ समय तक जीवित रह सकते हैं लेकिन बिना ऑक्सीजन के एक पल रहना संभव नही है इसलिए परिवार को प्रति वर्ष 10 पेड़ लगाने और पेड़ों को बड़ा करने का संकल्प लेना चाहिए। हरियाली बढ़ाने का आंदोलन चलना चाहिए।

4. स्व की जागृति, देशी खानपान, वेशभूषा, मातृभाषा को सम्मान देना हमें सीखना होगा।

5. नागरिक बोध, देश के नियम कानून का पालन करना होगा। राष्ट्र के प्रतीकों का सम्मान करना होगा।

कार्यक्रम की प्रस्तावना सुदर्शन प्रेरणा मंच के अध्यक्ष मोहन पवार ने रखी। आभार प्रदर्शन शिवनारायण मूंदड़ा ने किया कार्यक्रम का संचालन शशांक शर्मा ने किया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह क्षेत्र प्रचारक प्रेम सिदार, छत्तीसगढ़ प्रांत प्रचारक अभयराम, प्रांत संघचालक डॉ. टॉपलाल वर्मा, सांसद संतोष पांडे, विधायक राजेश मूणत, खुशवंत साहेब, संपत अग्रवाल, अनुज शर्मा सहित विश्वविद्यालयों के कुलपति एवं पवन साय, गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
CM साय ने IED ब्लास्ट में जवानों की शहादत पर जताया शोक

रायपुर- सुकमा जिले में आईईडी ब्लास्ट में 2 कोबरा जवानों के निधन पर सीएम विष्णुदेव साय ने दुख व्यक्त किया है। उन्होंने अपने संदेश में लिखा कि सुकमा जिले के टेकलगुड़ेम में नक्सलियों के किए गए आईईडी ब्लास्ट में 2 कोबरा जवानों के निधन की दुःखद खबर आ रही है। ईश्वर से दिवंगत जवानों की आत्मा की शांति और परिजनों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं।

बस्तर में चल रहे नक्सल उन्मूलन अभियान से नक्सली हताश हैं और विचलित होकर ऐसी कायराना हरकतों को अंजाम दे रहे हैं। जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी, नक्सलवाद के खात्मे तक हम चुप नहीं बैठेंगे।