*आॅनलाइन ठगी से निपटने को यूपी पुलिस से जुड़ेंगे फिल्मी सितारे व खिलाड़ी*


लखनऊ । यूपी पुलिस के तमाम प्रयास करने के बाद आॅनलाइन ठगी के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहा है। जबकि लोगों को लगातार जागरूक किया जा रहा है कि मोबाइल पर अनजान काल आने के बाद ओटीपी व अपनी निजी कोई जानकारी न दें। मोबाइल फोन पर फालतू ऐप लोड न करें। सस्ता गिफ्ट पाने के चक्कर में आनलाइन खरीदारी सोच समझकर करें। यह सब बताने के बाद भी लोग साइबर ठग के चुंगल में फंसकर आॅनलाइन ठगी के शिकार हो जा रहे है। जबकि साइबर ठगी के तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए इसके लिए प्रदेश के हर जिले में अलग से थाना स्थापित किया जा रहा है। ताकि आॅनलाइन ठगी की आने वाले शिकायतों जल्द से जल्द निस्तारण किया जा सके।

उत्तर प्रदेश में बढ़ते साइबर अपराध को लेकर पुलिस महकमा गंभीर

पुलिस महानिदेशक व पुलिस महानिरीक्षक के सम्मेलन में क्षेत्रीय भाषाओं में साइबर क्राइम एवं हेल्प लाइन के बारे में आमजन को जागरूक किये जाने की अपेक्षा की गयी थी। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा फिल्म अभिनेता राजकुमार राव के माध्यम से आमजन को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक किये जाने का प्रयास किया गया है। भविष्य में अन्य फिल्मी सितारों, खिलाड़ियां को भी साइबर क्राइम के जागरूकता अभियान से जोड़े जाने का कार्य यूपी पुलिस द्वारा किया जायेगा। वर्तमान में 18 परिक्षेत्रीय मुख्यालय पर साइबर थाने क्रियाशील हैं। जिनमें 91 निरीक्षक, 93 उनि, 51 मुख्य आरक्षी एवं 176 आरक्षी के पद तथा इनके प्रभावी पर्यवेक्षण के लिए मुख्यालय स्तर पर अपर पुलिस महानिदेशक के अधीन 17 पुलिस उपाधीक्षक, चार अपर पुलिस अधीक्षक, दो पुलिस अधीक्षक एवं एक पुलिस महानिरीक्षक के पद स्वीकृत किये गये हैं।

अब तक 75 में से 57 जनपदों में खोले जा चुके हैं साइबर थाना

सीएम द्वारा प्रत्येक जनपद में साइबर थाना खोले जाने की घोषणा की गयी थी, जिसके अनुपालन में प्रदेश के 57 जनपदों में साइबर थाना स्थापित करने की कार्रवाई प्रचलित है। साइबर धोखाधड़ी पर त्वरित कार्रवाई के लिए हेल्प लाइन नम्बर 1930 13-05-2021 से 247 क्रियाशील है। इस हेल्पलाइन की मदद से अभी तक प्रदेश में रुपए लगभग 52.50 करोड़ की राशि सम्बन्धित बैंकों में फ्रीज/होल्ड करायी गयी है। साइबर अपराधों में प्रदेश के थानों द्वारा कुल 5,432 साइबर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया एवं 89.46 करोड़ रुपए की धनराशि बरामद की गयी है। साइबर अपराध से सम्बन्धित अभियोगों में त्वरित रूप से गुणवत्तापूर्ण विवेचनात्मक कार्रवाई की जा रही है एवं साइबर क्राइम अपराध सम्बन्धित अभियोगों में अभी तक 5,477 आरोप पत्र न्यायालय में प्रेषित किये जा चुके है।

कार्रवाई के लिए 13 मई 2021 को जारी किया गया 1930 हेल्पलाइन नंबर

यूपी पुलिस द्वारा आॅनलाइन शॉपिंग फ्रॉड के विरुद्ध चलाए जा रहे जागरूकता अभियान का बॉलीवुड के फिल्मस्टार राजकुमार राव ने भी किया समर्थन। आमजन को आॅनलाइन शॉपिंग फ्रॉड से सतर्क रहने एवं जागरूक किए जाने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपने ट्विटर पर नौ जुलाई को ट्वीट किया गया। उक्त ट्वीट में बॉलीवुड फिल्म स्टार राजकुमार राव ने आॅनलाइन शॉपिंग फ्रॉड से लोगों से सतर्क रहने की अपील करते हुए यूपी पुलिस के साइबर क्राइम जागरूकता अभियान की सराहना की गई है। यूपी पुलिस के इस ट्वीट को अभी तक लगभग 22 हजार लोगों द्वारा देखा जा चुका है तथा लगभग 425 से अधिक लोगों द्वारा ट्वीट और 560 से अधिक लोगों द्वारा लाइक किया जा चुका है।

*सड़क पर युवती का अर्धनग्न अवस्था में मिला शव, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया*


लखनऊ । राजधानी में बुधवार की सुबह लखनऊ- लखनऊ- रायबरेली हाईवे पर एक निजी प्रशिक्षण केंद्र के पास एक अज्ञात युवती का अर्धनग्न शव पड़ा मिला है। इससे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।

पुलिस के अनुसार युवती के शव के पास रिक्शा ठेला खड़ा था। युवती के चप्पल गायब थे। उसके शव में कोई जाहिराना चोट के निशान नहीं हैं। राहगीरों की सूचना पर पहुंची पुलिस शव को सीएचसी मोहनलालगंज ले आई। पुलिस युवती के शव की शिनाख्त का प्रयास कर रही है। लोग युवती की हत्या कर शव फेंकने की आशंका व्यक्त कर रहे है।

हालांकि पुलिस का कहना है कि युवती की मौत कैसे हुई है यह तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। वैसे जानकारी करने पर पता चला कि युवती अक्सर इस इलाके में घूमती थी।

*बिजली घर के जनसेवा केंद्र से कैश लूटने वाले दो गिरफ्तार,इनके द्वारा लखनऊ ही नहीं प्रदेश के कई जनपदों की की जाती थी लूट की वारदात*


लखनऊ । अपराध शाखा, क्राइम टीम डीसीपी उत्तरी व थाना गाजीपुर की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा गाजीपुर थाना क्षेत्रान्तर्गत व प्रदेश के कई जनपदों में लूट की घटना कारित करने वाले अन्तर्जनपदीय दो शातिर लूटरों को गिरफ्तार करते हुए घटना का किया गया सफल अनावरण।

पूछताछ में पता चला कि पकड़े गए शातिर लुटेरे लखनऊ में घूमकर जगहों की रेकी करते हैं। इसके बाद असलहे की नोक पर लूट कर भाग जाते हैं। बिजली घर के जनसेवा केंद्र में हुई लूट के दो लाख 17 हजार रुपये भी बरामद किया गया है। साथ ही इनके पास से एक तमंचा और कारतूस भी मिला है।

डीसीपी उत्तरी एसएम कासिम आब्दी ने बताया कि पकड़े गए शातिर चोरों द्वारा आठ जुलाई को इंदिरानगर में स्थित बिजली घर में बने जनसेवा केंद्र से साढ़े तीन लाख रुपये की दिन दहाड़े लूट की गई थी। जिनकी गिरफ्तारी के लिए कई टीमें गठित की गई थी। चूंकि इन्होंने जनसेवा केंद्र में प्रवेश के दौरान हेलमेट पहनने व स्कूटी पर नंबर न होने के कारण इनको पकड़ने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।

पुलिस को मुखबिर ने खास ने आकर सूचना दी कि सेक्टर 25 के पास स्थित पावर हाउस जन सेवा केन्द्र से आठ जुलाई को लूट करने वाले जंगल वाली रोड के किनारे से शेरवुड एकेडमी से आगे आयुर्वेद संस्थान की तरफ आ रहे हैं। तभी जंगल रोड किनारे से होकर एक स्कूटी आती हुई दिखाई दी। जिसके चलाने वाला व्यक्ति हेलमेट लगाये था तथा दोनों काले रंग की शर्ट पहने हुए रोड लाइट की रोशनी में दिखाई दिये। जिनकी ओर इशारा करके मुखबिर ने बताया कि वहीं दोनों व्यक्ति है । जिन्होंने पावर हाउस जन सेवा केन्द्र से रुपयो की लूट की घटना की है। इसके उपरान्त मुखबिर चला गया।

स्कूटी सवार दोनों व्यक्ति जब पुलिस बल की जद में आ गये तो निरीक्षक धर्मेन्द्र कुमार के इशारा करने पर समस्त पुलिस बल आड़ से निकल कर स्कूटी सवार व्यक्तियों को रोका गया जो एकाएक पुलिस बल को देखकर मुड़कर भागने का प्रयास करने लगे। जिन्हे दौड़ाकर घेरकर आवश्यक बल प्रयोग करते हुए आयुर्वेद संस्थान से करीब 20 मीटर दूर सड़क पर ही पकड़ लिया गया । भागने का कारण पूछा गया तो बताया कि हम दोनों ने सेक्टर 25 चौराहा पावर हाउस से जहां बिल जमा होता है वहां से रुपये लूट कर भाग गये थे। गाड़ी चला रहे व्यक्ति से हेलमेट उतरवाकर नाम पता पूछा गया तो अपना नाम मो. आसिफ खान उर्फ आर्यन उर्फ चाइना पुत्र तनबीरुल हसन निवासी जरवा रोड तुलसीपुर थाना तुलसीपुर जनपद बलरामपुर हाल पता- फ्लैट नंबर- 205 तैयबा अपार्टमेन्ट पन्तनगर थाना इन्दिरानगर उम्र- 29 वर्ष तथा दूसरे ने अपना नाम इन्द्रजीत ओझा उर्फ छोटू उर्फ बाबू पुत्र शिवदेव ओझा निवासी कन्हईपुर निकट पावर हाउस थाना धूमनगंज जनपद प्रयागराज मूल पता- ग्राम परसया थाना हल्दी जनपद बलिया वर्तमान पता- फ्लैट नं0-205 तैयबा अपार्टमेन्ट पन्तनगर थाना इन्दिरानगर उम्र 33 वर्ष बताया।

मो. आसिफ खान उर्फ आर्यन उर्फ चाइना उपरोक्त की जामातलाशी से उसके कब्जे से एक अदद रिवाल्वर 32 बोर देशी व चार जिंदा कारतूस 32 बोर व एक अदद मोबाइल वन प्लस कम्पनी आसमानी रंग बरामद हुआ तथा 105600 रुपये नगद बरामद हुआ । दूसरे इन्द्रजीत ओझा उर्फ छोटू उर्फ बाबू उपरोक्त के पास से कुल 112300 रुपये बरामद हुआ। भागने का कारण पूछने पर दोनों ने बताया कि इसी रिवाल्वर को दिखाकर हम लोगों ने सेक्टर 25 चौराहा पावर हाउस के अन्दर जहां बिल जमा होता है वहां से तीन लाख पचास हजार रुपये लूटे थे। अभियुक्त उपरोक्त के विरूद्ध विभिन्न जनपद में अभियोग पंजीकृत है।

पूछताछ में पता चला कि यह शातिर किस्म के लुटेरे है। ये दोनों दोस्त है और प्रयागराज में एक साथ पढ़ाई की है। आसिफ खान पर करीब दस मुकदमा प्रदेश के कई थानाक्षेत्रों में दर्ज है। इसी प्रकार से उसके दूसरे साभी इंद्रजीत पर भी इलाहाबाद के आसपास के जिलों में आधा दर्जन से अधिक मुकदमा लूट के दर्ज है। इनके द्वारा पहले रेकी की जाती है फिर वारदात को अंजाम देते है। आसिफ खान बिजली घर में लूट की वारदात को अंजाम देने से पहले कई दिन रेकी किया था। बिजली घर में कैमरा तो नहीं लगा है। आसपास की पूरे लोकेशन लेने के बाद लूट की। दोनों लुटे जुआ खेलने और नशे के आदी है।

*डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के निर्देश पर चार और चिकित्सक बर्खास्त, जानिये कहां का है मामला*


लखनऊ । ड्यूटी से लगातार गैरहाजिर रहने वाले चिकित्सकों पर कार्रवाई का सिलसिला जारी है। मंगलवार को डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के निर्देश पर चार चिकित्सकों को बर्खास्त कर दिया गया है। यह चिकित्सक गाजीपुर, मीरजापुर, जौनपुर और सुल्तानपुर के अलग- अलग अस्पतालों में तैनात थे। योगी सरकार के तमाम प्रयास करने के बाद भी चिकित्सक सरकारी सेवा में आना ही नहीं चाह रहे है। इसके बावजूद भी स्वास्थ्य विभाग काम न करने वाले चिकित्सकों के खिलाफ कोई नरम रूख नहीं अपनाना चाहती है।

इन डॉक्टरों पर हुई कार्रवाई

प्रदेश भर में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के क्रम में ड्यूटी से लगातार अनुपस्थित रहने वाले डॉक्टरों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के निर्देश पर सीएचसी मनिहारी, गाजीपुर में तैनात डा. अब्दुल्लाह फैसल, मुख्य चिकित्साधिकारी मीरजापुर के अधीन सीएचसी सीखड़ में तैनात डा. प्रगति शर्मा, मुख्य चिकित्साधिकारी जौनपुर के अधीन तैनात डा. प्रसन्न कुमार सिंह तथा मुख्य चिकित्साधिकारी सुल्तानपुर के अधीन सीएचसी भदैया, सुल्तानपुर में तैनात डा. सन्तोष कुमार वर्मा पर विभागीय कार्रवाई की गई है। लापरवाही और अनुशासनहीनता एवं लंबे समय से शासकीय ड्यूटी से अनुपस्थित रहने पर इन चिकित्सकों को बर्खास्त कर दिया गया है।

बाहर की दवा लिखने पर जांच के आदेश

वहीं जिला चिकित्सालय कुशीनगर में अव्यवस्थाओं एवं बाहर की दवा लिखे जाने संबंधी प्रकरण को लेकर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने संबंधित चिकित्सकों के विरुद्ध कार्यवाही के आदेश मुख्य चिकित्साधिकारी को दे दिये है। गोंडा की सीएचसी कटरा बाजार पर तैनात कंप्यूटर आपरेटर अजय यादव पर जन्म प्रमाण पत्र के नाम पर रुपये लेने के आरोप में सीएमओ को उस कर्मी के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

*यूपी की तर्ज पर देश के सभी नर्सिंग और पैरामेडिकल संस्थानों की हो रही रेटिंग: क्यूसीआई*


लखनऊ । 'मिशन निरामयाः' जैसे अभिनव प्रयास के लिए मुख्यमंत्री के विजन को प्रेरक बताते हुए क्यूसीआई के सेक्रेटरी जनरल आरपी सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश के इस प्रयास का अनुकरण करते हुए नीति आयोग ने इंडियन नर्सिंग कॉउंसिल को ऐसी ही व्यवस्था पूरे देश में लागू करने का परामर्श दिया है। इससे पहले, क्यूसीआई सेक्रेटरी जनरल ने रेटिंग तय करने के लिए अपनाई गई प्रक्रिया के बारे में मुख्यमंत्री को विस्तार से जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि 34 दिन के भीतर क्यूसीआई की टीम प्रदेश के हर संस्थान नर्सिंग व पैरामेडिकल संस्थान में गई, वहां तय मानकों पर शैक्षिक गुणवत्ता की परख की गई। शुचिता का ध्यान रखते हुए परीक्षकों ने बॉडी वार्न कैमरे लगाए हुए थे और पूरे परीक्षण प्रक्रिया की विधिवत रिकॉर्डिंग की जा रही थी। परीक्षण के बाद 267 संस्थानों ने अपनी अपील सबमिट की थी, सभी को उनके वीडियो दिखाकर उनकी आपत्तियों का समुचित समाधान किया गया। इसमें 64 ने अपनी समस्याएं भी रखीं और अंततः सभी की आपत्तियों/जिज्ञासा का समाधान करते हुए अन्तिम रूप से संस्थानों और पाठ्यक्रमों की रेटिंग तैयार की गई और आज एक भी संस्थान ऐसा नहीं जो अपनी रेटिंग से असंतुष्ट हो।

उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री ब्रजेश पाठक ने पैरामेडिकल व नर्सिंग संस्थानों की आवश्यकता पर जोर देते हुए हर मेडिकल कॉलेज के साथ नर्सिंग व पैरामेडिकल संस्थान स्थापना की नीति के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया और गुणवत्तापरक चिकित्सा शिक्षा के लिए हर जरुरी प्रयास करने के लिए मुख्य्मंत्री को विश्वास दिलाया।

*माफिया और पलायन के लिए जाना जाता था मऊ और शामली, आज खुल रहा मेडिकल कॉलेज: सीएम योगी*


लखनऊ । प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र के लिए बुधवार के दिन ऐतिहासिक रहा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में एक ओर जहां शामली और मऊ जिले में पीपीपी मोड पर मेडिकल कॉलेज स्थापना के लिए अनुबंध हुए, वहीं मिशन निरामयाः के अंतर्गत प्रदेश के सभी नर्सिंग और पैरामेडिकल संस्थानों की रेटिंग जारी की गई। यही नहीं, नर्सिंग व पैरामेडिकल संस्थानों की गुणवत्ता सुधार के लिए अपनाई गई 'मेंटॉर-मेंटी' प्रक्रिया के तहत 08 नए संस्थानों को मेंटॉर का प्रमाण पत्र दिया गया।

इस अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि 2017 से पहले प्रदेश में मात्र 12 मेडिकल कॉलेज थे, लेकिन 2017 के बाद आदरणीय प्रधानमंत्री जी की 'एक जिला-एक मेडिकल कॉलेज की परिकल्पना को साकार करते हुए आज उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज की स्थापना हो रही है। आज 45 जिलों में सरकारी मेडिकल कॉलेज संचालित हैं, जबकि 16 जिलों में निर्माणाधीन हैं। मऊ और शामली जैसे जिले, जो आज से 06 वर्ष पहले अन्य कारकों से जाने जाते थे, वहां आज मेडिकल कॉलेज स्थापित हो रहे है। मऊ माफ़िया के कारण भयभीत रहता था तो शामली में पलायन का दंश था। लेकिन आज इन दोनों ही जिलों में मेडिकल कॉलेज की स्थापना हो रही है। यह किसी सपने के साकार होने जैसा है।

पिछली सरकारों ने पैरामेडिकल और नर्सिंग संस्थानों को उपेक्षित रखा था। स्टेट मेडिकल फैकल्टी खुद बीमार थी और गुणवत्तापरक शिक्षा पर कोई ध्यान नहीं था। ऐसे में 'मिशन निरामयाः' की आवश्यकता थी, जिसे सरकार ने बढ़ाया। इसके तहत 12 अच्छे संस्थानों को मेंटॉर के रूप में चिन्हित किया गया। मेंटॉर-मेंटी की नीति के साथ आगे बढ़ी सुधार की प्रक्रिया का ही परिणाम है कि आज 08 और संस्थान मेंटॉर के रूप में अपग्रेड हो गए हैं। यह बदलती हुई व्यवस्था का प्रमाण है। शिक्षण संस्थानों में गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता। मेडिकल कॉलेज हो या हॉस्पिटल, नर्सिंग हो या पैरामेडिकल कॉलेज, अगर गुणवत्ता है, मानक पूरा है तो उसकी शासन की सभी पात्र योजनाओं का लाभ बिना विलंब मिलना चाहिए। और अगर वह मानक पूरा नहीं करता तो ऐसे संस्थानों को अपनी सूची से बाहर किया जाना चाहिए।

सीएम योगी ने कहा कि क्वालिटी कंट्रोल ऑफ इंडिया द्वारा शुचिता और पारदर्शिता के साथ कि गई नर्सिंग और पैरामेडिकल संस्थानों की गुणवत्ता रैंकिंग अन्य संस्थानों को भी बेहतर करने के लिए प्रेरित करेगी। प्रदेश के 16 असेवित जनपदों में पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) आधार पर मेडिकल कालेज की स्थापना किए जाने का निर्णय लिया गया था। इस क्रम में महाराजगंज एवं संभल में निजी निवेश कर्ताओं का चयन पूर्व में किया जा चुका है एवं दोनों स्थान पर मेडिकल कॉलेज का निर्माण प्रगति पर है। आज जनपद मऊ में राजीव सामाजिक शिक्षा सेवा संस्थान को तथा जनपद शामली में चिन्हित प्राईवेट पार्टनर-ज्ञान चेतना एजुकेशलन सोसाइटी एवं उत्तर प्रदेश शासन के बीच एग्रीमेण्ट हस्ताक्षरित हुआ है। प्रत्येक स्थान पर निजी निवेशकर्ता द्वारा लगभग ₹250 करोड़ रूपये के निवेश से एक निजी मेडिकल कॉलेज स्थापित किया जायेगा। दोनों सामाजिक संस्थानों को मेरी शुभकामनाएं।

मिशन निरामयाः के अन्तर्गत नर्सिंग व पैरामेडिकल संस्थाओं की गुणवत्ता सुधार हेतु अनेक कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। उक्त कार्यक्रम के अन्तर्गत एक प्रयास यह है कि प्रदेश में स्थापित समस्त नर्सिंग व पैरामेडिकल कालेज (सरकारी एवं निजी) का निरीक्षण क्वालिटी काउन्सिल आफ इण्डिया द्वारा कराया जाये और इसके आधार पर संस्थाओं को एक एक्रीडेशन रैंकिंग स्कोर प्रदान किया जाये। उक्त एक्रीडेशन रैंकिंग एक पुस्तिका के रूप में प्रकाशित की गयी है। उत्तर प्रदेश इस उपलब्धि को हासिल करने वाला पहला राज्य है।

स्टेट मेडिकल फैकल्टी के कायाकल्प की आवश्यकता है। इस दिशा में अच्छे प्रयास भी हुए हैं। किसी भी फाइनेंसियल ट्राजैक्शन हेतु अब किसी भी निजी संस्था व राजकीय संस्था अथवा चिकित्सा व्यवसायी को स्टेट मेडिकल फैकल्टी का शुल्क जमा करने हेतु भौतिक रूप से आने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी क्योंकि सभी ट्रांजैक्शन के लिए एक आनलाइन पेमेंट गेटवे की व्यवस्था की गयी है, जिसका आज शुभारम्भ किया गया है। यह हर्ष का विषय है।

*कर्ज बढ़ गया तो बुजुर्ग महिलाओं से लूटने लगा चेन ,विभूतिखंड पुलिस ने एक पुरुष व एक महिला को किया गिरफ्तार*


लखनऊ। थाना विभूतिखण्ड व क्राइम टीम डीसीपी पूर्वी की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा बुजुर्ग महिला से चेन स्नैचिंग करने वाले दो शातिर लुटेरे व स्नैचर एक महिला और एक पुरुष को गिरफ्तार किया है। साथ ही इनके कब्जे से लूट की गले की चैन बरामद किया है।

प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त नरेन्द्र जायसवाल उर्फ हिमांशु जायसवाल पुत्र राजकुमार जायसवाल निवासी मोहल्ला बेलदारी टोला महमूदाबाद थाना महमूदाबाद जनपद सीतापुर हालपता दिलीप सिंह का मकान रेलवे लाईन के सामने अमेटी यूनिवर्सिटी के पास निजामपुर थाना चिनहट व अभियुक्ता कुसुम लता पत्नी स्व.राजीव कुमार निवासी कृष्णालोक कालोनी फेज एक बंथरा थाना बंथरा हालपता आदिलनगर थाना गुडम्बा जनपद गिरफ्तार किये गये तथा उनके कब्जे से लूट की एक गले की चैन बरामद किया गया।

पकड़े गए अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि मुझे जुआ खेलने की आदत थी, जिस कारण मेरे ऊपर कर्ज बढ़ गया। जिसके चुकाने लिये मौका देखकर एक दुकान पर जिस पर दो बुजुर्ग दंपत्ति थे। उनको मौका देखकर बुजुर्ग महिला की गले की चेन छीन कर भाग गया था, आज हम लोग इसे बेचने के लिये जा रहे थे कि आप लोगों ने पकड़ लिया।

*बहन की शादी करने के लिए की थी 22 लाख चोरी ,विशाल मेगा मार्ट में चोरी की घटना का पुलिस ने चौबीस घंटे के अंदर किया खुलासा*


लखनऊ । थाना कृष्णानगर पुलिस द्वारा विशाल मेगा मार्ट में हुई चोरी की घटना का 24 घंटे के अन्दर घटना का अनावरण करते हुए चोरी करने वाला मैनेजर गिरफ्तार कर लिया। साथ ही चोरी की गयी शत प्रतिशत कुल धनराशि 22,13,076 रुपये बाइस लाख तेरह हजार छिहत्तर रुपए नकद, दो चाभी के गुच्छे व घटना में प्रयुक्त चश्मा, शर्ट व गमछा बरामद किया है। पूछताछ में मैनेजर ने बताया कि उसकी दो बहनों की शादी करनी है। जिसके लिए वह परेशान था। नौकरी से काम नहीं चल रहा था,इसलिए चोरी की घटना को अंजाम दिया।

मैनेजर ने ही चोरी की घटना को दिया था अंजाम, गिरफ्तार

पुलिस उपायुक्त दक्षिण विनीत जायसवाल ने बताया घटना का पर्दाफाश करते हुए प्रभारी निरीक्षक कृष्णानगर विक्रम सिंह के नेतृत्व में गठित थाना कृष्णानगर पुलिस टीम के द्वारा विशाल मेगा मार्ट में हुई चोरी के सम्बन्ध में थाना स्थानीय पर पंजीकृत मुकदमा का 24 घंटे के अन्दर सफल अनावरण करते हुए विशाल मेगा मार्ट में ही मैनेजर के पद पर रहते हुए लाखों रुपये की चोरी करने वाला एक नफर शातिर अभियुक्त वीर शंकर पुत्र राज किशोर यादव निवासी श्रम बिहार कालोनी करेटा एशबाग थाना बाजारखाला उम्र 24 वर्ष को आज को धोबीघाट मानकनगर ओबरब्रिज के नीचे क्रासिंग के पास से चोरी किये गये 22 लाख 13 हजार छिहत्तर रुपये समेत गिरफ्तार कर महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की गयी है। कृष्णानगर के चौकी क्षेत्र सरार्फा स्थित विशाल मेगा मार्ट में कार्यरत एरिया मैनेजर अजय सिंह ने थाना आकर राम नगर आलमबाग ब्रान्च से कैश रुम मैनेजर रुम से किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा कैश व तिजोरी की चाभियां चोरी कर लेने के सम्बन्ध में प्रार्थना पत्र दिया।

कृष्णानगर पुलिस ने चोरी हुए पूरे पैसा किया बरामद

जिसके आधार पर थाना स्थानीय पर मुकदमा पंजीकृत कर विवेचना उपनिरीक्षक सन्दीप कुमार शर्मा को सुपुर्द की गयी। सहायक पुलिस आयुक्त कृष्णानगर विनय कुमार द्विवेदी के नेतृत्व में मुकदमा उपरोक्त के सफल अनावरण के लिए टीम का गठन की गयी। टीम के द्वारा चोरी गये कैश व अभियुक्त की तलाश के लिये इलेक्ट्रानिक सर्विलांस और मुखबिर तन्त्र का सहयोग लेकर संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की गयी तो ज्ञात हुआ कि विशाल मेगा मार्ट आलमबाग में नियुक्त स्टोर मैनेजर वीरशंकर उपरोक्त घटना के समय अपनी बहन की तबियत खराब होने का बहाना बनाकर अपने घर जाना बताकर कहीं चला गया था। वीरशंकर उपरोक्त के द्वारा पूछताछ में भी सहयोग नहीं किया जा रहा था। सीसीटीवी फुटेज से प्राप्त वीडियो क्लिप की गहनता से जांच करने पर वीरशंकर से फोटो मैच कर रहा था तथा घटना के बाद से ही फरार चल रहा था।

पुलिस टीम द्वारा तलाश किये जाने पर अभियुक्त वीरशंकर को धोबीघाट मानकनगर क्रासिंग के पास हिरासत में लिया गया। पूछताछ किये जाने पर बताया कि वह विशाल मेगा मार्ट में करीब छह वर्षों से नौकरी कर रहा था। उसकी दो बहनों की शादी होना है । बहन की शादी के लिये पैसे की आवश्यकता थी तो मैने 29 जून को विशाल मेगा मार्ट मैनेजर रूम से शाम के समय लाकर की चाभी का एक सेट चोरी कर लिया था और उसके बाद 9 जुलाई को मैं अपनी ड्यूटी के बाद बाहर निकल गया और चेंजिंग रूम में कपड़े चेंज करके लड़कियों द्वारा पहने जाने के स्टाइल में कपडेÞ पहनकर, मुँह पर कपड़ा बांधकर लगाकर दोबारा इन्ट्री किया।

22 लाख 13 हजार छिहत्तर रुपये बरामद हुए

जब विशाल मेगा मार्ट में नियुक्त नये मैनेजर राजीव सिंह व दिलीप मैनेजर नीचे गये तो मैने मौके का फायदा उठाकर लाकर का ताला चोरी की गयी चाभी से खोलकर लाकर मे रखा रूपया साउण्ड के एक खाली गत्ते में पैक कर लिया और उस पर टेप चिपका कर काउण्टर में गया। काउण्टर में जाने का बाद उसका बिल कटाकर बाहर निकल गया। पकड़े गये व्यक्ति की जामा तलाशी लेते हुए साउंड के गत्ते को खोलकर देखा गया तो 22 लाख 13 हजार छिहत्तर रुपये बरामद हुए तथा दो चाभी के गुच्छे तथा घटना के समय इस्तेमाली चश्मा व शर्ट व एक गमछा बरामद हुआ है। पूछताछ करने के बाद अभियुक्त को कोर्ट के समक्ष पेश किया गया।

*पहले किया अपहरण फिर उतारा मौत के घाट ,इंटरव्यू देने के लिए निकली थी घर से, परिजनों ने किया प्रदर्शन*


लखनऊ। राजधानी के बंथरा इलाके में इंटरव्यू के लिए निकली लड़की की दिनदहाड़े किडनैप करके हत्या कर दी गई। सोमवार दोपहर उसकी लाश बंथरा के अमावा जंगल में मिली। लड़की के दांत टूटे थे। उसके सिर और गले पर चोट के निशान थे। साथ ही दुप्पट मुंह में ठूस दिया था। मंगलवार की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाने के बाद मुंह में कपड़ा ठूस कर हत्या करने की बात सामने आयी है।

पुलिस ने एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़कर पूछताछ शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि पकड़ा गया व्यक्ति हत्या व कुकर्म के मामले में पहले जेल जा चुका है। हालांकि घटना के दूसरे दिन पुलिस को इस मामले में कोई खास सफलता नहीं मिल पायी है। फिलहाल पुलिस का दावा है कि जल्द ही हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। क्योंकि पुलिस के पास अहम सबूत हाथ लगा है। इस मामले में लड़की के भाई ने चार आरोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करवाया है।

गिरफ्तार आरोपी हत्या व कुकर्म में जा चुका है जेल

सरोजनीनगर के गहरू गांव की रहने वाली मोनी कश्यप उम्र 24 सोमवार को साक्षात्कार देने के लिए सुबह करीब 11 बजे घर से निकली थी। दोपहर करीब तीन बजे उसकी हत्या की सूचना उसके भाई को मिली। अमावा के पास के जंगल में युवती का शव मिला। उसके चेहरे पर गंभीर चोट के निशान थे। इस दौरान युवती की चीख सुनकर ग्रामीण की भीड़ ने पहुंचकर एक युवक को पकड़ लिया था। जबकि अन्य साथी उसके फरार होने में सफल रहे। मृतका के भाई रवि ने कहा कि हत्यारों ने मारपीट करके बहन के दांत तक तोड़ दिए। चीखने पर उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। यही नहीं, उसके गाल, सिर और गले पर भी चोट के गहरे निशान हैं।

पुलिस ने बताया कि मौके से पकड़े गए युवक की पहचान बंथरा के रामदासपुर गांव में रहने वाले रूप प्रकाश यादव उर्फ छोटू के रूप में हुई है। आरोपी बार-बार बयान बदल रहा है। आरोपी 2017 में 9 साल के बच्चे के साथ कुकर्म के बाद हत्या मामले में जेल जा चुका है। तब वह नाबालिग था। साढ़े तीन साल बाद जमानत पर छूटा है। छोटू से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है लेकिन वह मोनी के अपहरण व हत्या की बात को स्वीकार नहीं कर रहा है। वहीं मंगलवार को मोनी कश्यप की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाने के बाद मुंह में कपड़ा ठूसकर हत्या करने की बात सामने आयी है।

चीख निकली तो मुंह में ठूंस दिया कपड़ा

पुलिस की तफ्तीश में सामने आया कि जब मोनी ने विरोध किया तो आरोपी ने उसे घूंसों से मारना शुरू कर दिया। आशंका है कि इसी दौरान ईंट या पत्थर से उसके सिर पर मार दिया। जब चीख निकली तो उसको लगा वह पकड़ जाएगा। तब उसने उसके मुंह में कपड़ा ठूंसा और दबा दिया। कुछ ही देर में उसकी जान निकल गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से भी स्पष्ट हुआ कि दम घोटकर उसको मारा गया। सिर, चेहरे व गर्दन पर कई चोटे हैं। दांत भी टूटे हैं।

परिजनों ने सड़क जाम कर किया प्रदर्शन

घटना के विरोध में मंगलवार शाम करीब सवा चार बजे मोनी के परिजनों व अन्य लोगों ने स्कूटर इंडिया-पिपरसंड मार्ग पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया। परिजनों का कहना था कि उनको आशंका है कि वारदात में एक से अधिक लोग शामिल हैं। मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने परिजनों को आश्वासन दिया कि जो भी लोग इसमें शामिल होंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी। अब तक की जांच में रूप प्रकाश की ही भूमिका सामने आई है। उसकी गिरफ्तारी कर ली गई है। करीब एक घंटे बाद प्रदर्शन खत्म हुआ।

*सीएम योगी बोले, वर्तमान में सेफ सिटी परियोजना महिलाओं की सुरक्षा पर केन्द्रित, हमें इसे विस्तार देते हुए बुजुर्गों, बच्चों और दिव्यांगजन की सुर


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर सेफ सिटी परियोजना के कार्यां की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में क्रियान्वित सेफ सिटी परियोजना के विस्तार की कार्ययोजना का अवलोकन किया। उन्होंने नगर निगम मुख्यालय वाले सभी शहरों तथा जनपद गौतमबुद्धनगर मुख्यालय को सेफ सिटी के रूप में अपडेट करने के सम्बन्ध में निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि पीएम मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार प्रदेश के हर नागरिक की सुरक्षा और उनके विकास के लिए अनुकूल माहौल उपलब्ध कराने के लिए संकल्पित है। इस दिशा में विगत 06 वर्षां में किए गए प्रयासों के आशातीत परिणाम मिले हैं।

आज प्रदेश में हर महिला, हर व्यापारी सुरक्षित है। लोगों में अपनी सुरक्षा के प्रति एक विश्वास है। यह विश्वास सतत बना रहे, इसके लिए हमें अलर्ट मोड में रहना होगा।

सीएम ने कहा कि महिला सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन सुनिश्चित करने के संकल्प की पूर्ति में ‘सेफ सिटी परियोजना’ अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो रही है। प्रदेश में इस परियोजना के माध्यम से लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट के अन्तर्गत मॉडर्न कण्ट्रोल रूम, पिंक पुलिस बूथ, आशा ज्योति केन्द्र, सीसीटीवी कैमरे, महिला थानों में परामर्शदाताओं के लिए हेल्प डेस्क, बसों में पैनिक बटन व अन्य सुरक्षा उपायों को लागू करने में सहायता मिली है। अब हमें इसे और विस्तार देना होगा।

सीएम ने निर्देशित किया कि अन्तर्विभागीय समन्वय और कन्वर्जेंस के माध्यम से वित्तीय प्रबन्धन करते हुए प्रथम चरण में सभी 17 नगर निगमों और गौतमबुद्धनगर को सेफ सिटी के रूप में विकसित किया जाए। दूसरे चरण में 57 जनपद मुख्यालयों की नगर पालिका परिषदों और फिर तीसरे चरण में 143 नगर पालिका परिषदों को सेफ सिटी परियोजना से जोड़ा जाए। ऐसे सभी नगरों के प्रवेश द्वार पर सेफ सिटी का बोर्ड लगा कर इसकी विशिष्ट ब्राण्डिंग भी की जाए। इस प्रकार, उत्तर प्रदेश सर्वाधिक सेफ सिटीज़ वाला देश पहला राज्य हो सकेगा। सेफ सिटी परियोजना अत्यन्त महत्वपूर्ण है। हमें आगामी ती माह की अवधि में प्रथम चरण का कार्य पूरा करना होगा। सम्बन्धित विभाग को दी गई जिम्मेदारी तय समय-सीमा में पूरी की जाएं। मुख्य सचिव द्वारा सेफ सिटी के कार्यां की प्रगति की पाक्षिक समीक्षा की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में सेफ सिटी परियोजना महिलाओं की सुरक्षा पर केन्द्रित है। हमें इसे विस्तार देते हुए बुजुर्गों, बच्चों और दिव्यांगजन की सुरक्षा से भी जोड़ना चाहिए। सेफ सिटी के माध्यम से सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों व दिव्यांगजन के लिए एक सुरक्षित, संरक्षित एवं सशक्त वातावरण बनाने की मुहिम को आवश्यक तेजी मिलेगी। स्मार्ट सिटी परियोजना के अन्तर्गत स्थापित इण्टीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेण्ट सिस्टम से शहरों की सुरक्षा व्यवस्था स्मार्ट हुई है। व्यापारियों का सहयोग लेकर शहर में अधिकाधिक स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं।

मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया कि प्रदेश के सभी पुलिस थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। इसके सम्बन्ध में एक स्टैण्डर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर तैयार करें। यह कार्य शीर्ष प्राथमिकता के साथ कराया जाए। थानों में जहां जनसुनवाई होती हो, वहां कैमरे जरूर लगें। सभी कैमरों की गुणवत्ता अच्छी होनी चाहिए। प्रत्येक माह में एक बार जनपद स्तर पर महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों व दिव्यांगजन के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित करें। उनकी समस्याएं सुनें, यथोचित समाधान करें। सफल महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों, दिव्यांगजन की पहचान कर उन्हें रोल मॉडल के रूप में प्रस्तुत करें। यह प्रयास अन्य लोगों के लिए प्रेरक होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि एनसीसी/एनएसएस स्वयंसेविकाओं को सेफ सिटी स्वयंसेवी के रूप में दायित्व सौंपा जाना चाहिए। इन स्वयंसेविकाओं को निकटतम पिंक बूथ के सम्पर्क में रखा जाना चाहिए। विशेष परिस्थितियों में इन स्वयंसेविकाओं की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। दिव्यांगजन के लिए साइनेज आदि पर ब्रेल लिपि में सूचनाएं लिखी जानी चाहिए। मेट्रो रेल में दिव्यांगजन के लिए अनेक सुविधाजनक प्रबन्ध हैं। ऐसे ही प्रयास सभी सार्वजनिक स्थानों पर किए जाने चाहिए। विक्षिप्त व्यक्तियों अथवा भिक्षावृत्ति कर रहे लोगों के व्यवस्थित पुनर्वास के लिए समाज कल्याण विभाग और नगर विकास विभाग मिलकर कार्य करें। अनेक स्वयंसेवी संस्थाएं इस क्षेत्र में अच्छा कार्य कर रही हैं, उन्हें जोड़ें और उनका आवश्यक सहयोग करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सेफ सिटी की परिकल्पना को साकार करने के लिए सार्वजनिक परिवहन वाले वाहन चालकों का सत्यापन आवश्यक है। ऐसे में, टैक्सी, ई-रिक्शा, ऑटो, टेम्पो आदि वाहन चालकों का विधिवत पुलिस वेरिफिकेशन किया जाए। नगर विकास विभाग और परिवहन विभाग मिलकर सभी नगरों में ई-रिक्शा के लिए रूट तय करें। यह सुनिश्चित करें कि तय सीमा से अधिक सवारी न बैठायी जाए। नगरों में निवासरत किरायेदारों के बारे में भी निकटतम थाने के पास पूरी जानकारी जरूर हो।

सेफ सिटी पोर्टल का भी विकास करें। इससे ऐसे सभी विभागों को जोड़ा जाए, जिनके द्वारा महिला, बच्चों, बुजुर्गों और दिव्यांगजनों के हित में कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही हैं। सड़क किनारे प्रचार-प्रसार के लिए लगे होर्डिंग स्टैण्ड/यूनिपोल आदि को ‘स्मार्ट सिटी’ की तर्ज पर व्यवस्थित किया जाए। एक प्रदेशव्यापी अभियान चलाकर सभी नगरों में डिस्प्ले बोर्ड लगाए जाएं। अवैध होर्डिंग स्टैण्ड कतई न हों, इन्हें तत्काल हटाया जाए। यह आधुनिक डिस्प्ले स्थानीय निकायों के लिए राजस्व संग्रह का साधन भी बनेंगे।