सीएम नीतीश कुमार द्वारा विपक्ष के एकजुट होने के प्रस्ताव का कांग्रेस ने किया स्वागत, पार्टी के तीन दिवसीय पूर्ण अधिवेशन में होगी चर्चा
डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा विपक्ष को एकजुट करने का प्रयास सफल होता नजर आ रहा है। पिछले दिनों सीएम नीतीश कुमार ने कहा था कि कांग्रेस को भारत जोड़ो यात्रा से बने माहौल का लाभ उठाते हुए विपक्षी एकजुट पर जल्द फैसला लेना चाहिए। इससे उसको भी फायदा होगा और यह देश हित में भी है। उनका प्रस्ताव था कि अगर ऐसी विपक्षी एकजुटता हुई तो अभी 300 से ज्यादा सीटों वाली भाजपा को वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में 100 से भी कम सीटों पर समेटा जा सकता है।
इधर कांग्रेस ने उनके प्रस्ताव का स्वागत किया है। कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि 24 फरवरी से शुरू हो रहे पार्टी के तीन दिवसीय पूर्ण अधिवेशन में 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर विपक्षी एकजुटता के संदर्भ में चर्चा की जाएगी। चर्चा के आधार पर आगे का रुख तय किया जाएगा। हालांकि, उसने इस पर भी जोर दिया कि उसकी मौजूदगी के बिना देश में विपक्षी एकता की कोई भी कवायद सफल नहीं हो सकती। कांग्रेस का यह अधिवेशन छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में होने जा रहा है।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि जदयू के शीर्ष नेता ने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के प्रभाव को स्वीकार किया है। नीतीश कुमार ने शनिवार को पटना में भाकपा (माले) के मंच से कहा था कि कांग्रेस को भारत जोड़ो यात्रा से बने माहौल का लाभ उठाते हुए भाजपा विरोधी दलों को एकजुट कर गठबंधन बनाना चाहिए। उनका प्रस्ताव था कि अगर ऐसी विपक्षी एकजुटता हुई तो अभी 300 से ज्यादा सीटों वाली भाजपा को वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में 100 से कम सीट पर समेटा जा सकता है।
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, रमेश ने पार्टी अधिवेशन के बारे में कुछ ब्योरा सामने रखा। मल्लिकार्जुन खड़गे के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार पार्टी का पूर्ण अधिवेशन हो रहा है। कांग्रेस का पिछला पूर्ण अधिवेशन 2018 में दिल्ली में हुआ था। वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस कार्य समिति के चुनाव के संदर्भ में 24 फरवरी को पार्टी की संचालन समिति की बैठक में फैसला होगा।
नीतीश कुमार के बयान के संदर्भ में वेणुगोपाल ने कहा, हमने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान समान विचार वाले दलों को आमंत्रित किया। ज्यादातर दल आए। संसद सत्र के दौरान अडानी समूह के मामले में विपक्षी दलों को साथ लिया। उन्होंने कहा, अधिवेशन एक ऐसा मंच होगा, जहां इस पर चर्चा होगी। निश्चित तौर पर इस बारे में (नेतृत्व का) निर्देश आएगा। रमेश ने कहा, हम मानते हैं कि विपक्षी एकता जरूरी है। लेकिन, विपक्ष की एकता के लिए यात्रा नहीं निकाली गई थी, यह इसका परिणाम हो सकता है। अधिवेशन में इस पर विचार होगा। यह क्या रूप लेगा, हम नहीं कह सकते।
वहीं रमेश ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान का हम स्वागत करते हैं, क्योंकि उन्होंने माना है कि भारत जोड़ो यात्रा का असर न सिर्फ कांग्रेस पर, बल्कि भारतीय राजनीति पर हुआ है। यह भारतीय राजनीति के लिए परिवर्तनकारी क्षण है, यह उन्होंने स्वीकारा है। रमेश ने कहा, हम अपनी भूमिका अच्छी तरह जानते हैं। कांग्रेस ही एकमात्र ऐसी पार्टी है, जिसने भाजपा के साथ कहीं भी समझौता नहीं किया है
Feb 23 2023, 10:06