India

Mar 21 2023, 15:33

भगोड़े मेहुल चोकसी के खिलाफ इंटरपोल ने हटाया रेड कॉर्नर नोटिस, जानें क्या है वजह

#mehul-choksi-name-removed-from-interpol-red-notice-list_

2 अरब डॉलर के पीएनबी लोन फ्रॉड केस में आरोपी और भगोड़े मेहुल चोकसी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस को इटरपोल ने वापस ले लिया है। इंटरपोल की नजर में अब मेहुल चोकसी भगोड़ा नहीं रहा है। अब वह भारत को छोड़कर पूरी दुनिया में कहीं भी आराम से आ जा सकता है। ये भारत के लिए बुरी खबर है क्योंकि मेहुल चोकसी वापस लाने की कोशिशें की जा रही हैं।

यह फैसला चोकसी द्वारा एंटीगुआ हाई कोर्ट में एक याचिका दायर करने के बाद आया है। इसमें भारत सरकार को प्रतिवादी बनाया गया है। मेहुल चोकसी ने हाल ही में भारत सरकार को पार्टी बनाते हुए एंटीगुआ कोर्ट में एक याचिका दायर की थी। याचिका में कहा गया है कि जून 2021 में दो भारतीय एजेंटों ने उन्हें एंटीगुआ से अगवा कर लिया और जबरन डोमिनिका रिपब्लिका ले गए।इसी घटना और चोकसी की अर्जी ने इंटरपोल के फैसले को उलटने में महती भूमिका निभाई है।

अपने आदेश में इंटरपोल ने कहा कि इस बात की विश्वसनीय संभावना है कि आवेदक का एंटीगुआ से डोमिनिका में अपहरण का अंतिम उद्देश्य आवेदक को भारत भेजना था। इंटरपोल ने कहा कि मेहुल चोकसी को वापस लौटने पर "निष्पक्ष परीक्षण या उपचार प्राप्त नहीं करने" के जोखिम का सामना करना पड़ सकता है।

चोकसी की तरफ से जारी किया गया बयान

इंटरपोल के इस फैसले के बाद मेहुल चोकसी के प्रवक्ता का भी बयान आया है। बयान में कहा गया, एंटीगुआन पुलिस की रिपोर्ट और एंटीगुआ में चल रही हाई कोर्ट की कार्यवाही में चोकसी द्वारा पेश किए गए सबूत, भारत सरकार द्वारा अपहरण, यातना और प्रस्तुतीकरण के राज्य प्रायोजित मामले के एक खतरनाक मामले की ओर इशारा करते हैं। ये रेड कॉर्नर नोटिस का हटाया जाना इन चिंताओं को मजबूत करता है।

अब दुनियाभर में यात्रा कर सकता है चोकसी

रेड नोटिस ने चोकसी को 192 सदस्य देशों में भगोड़ा घोषित कर दिया और एंटीगुआ पासपोर्ट पर 32 देशों में बिना वीजा के यात्रा को भी बैन कर दिया। नोटिस को वापस लेने जिसे रेड कॉर्नर नोटिस या आरसीएन के रूप में भी जाना जाता है का मतलब है चोकसी अब दुनिया भर में स्वतंत्र रूप से यात्रा कर सकता है।

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Mar 21 2023, 15:33

भगोड़े मेहुल चोकसी के खिलाफ इंटरपोल ने हटाया रेड कॉर्नर नोटिस, जानें क्या है वजह

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2 अरब डॉलर के पीएनबी लोन फ्रॉड केस में आरोपी और भगोड़े मेहुल चोकसी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस को इटरपोल ने वापस ले लिया है। इंटरपोल की नजर में अब मेहुल चोकसी भगोड़ा नहीं रहा है। अब वह भारत को छोड़कर पूरी दुनिया में कहीं भी आराम से आ जा सकता है। ये भारत के लिए बुरी खबर है क्योंकि मेहुल चोकसी वापस लाने की कोशिशें की जा रही हैं।

यह फैसला चोकसी द्वारा एंटीगुआ हाई कोर्ट में एक याचिका दायर करने के बाद आया है। इसमें भारत सरकार को प्रतिवादी बनाया गया है। मेहुल चोकसी ने हाल ही में भारत सरकार को पार्टी बनाते हुए एंटीगुआ कोर्ट में एक याचिका दायर की थी। याचिका में कहा गया है कि जून 2021 में दो भारतीय एजेंटों ने उन्हें एंटीगुआ से अगवा कर लिया और जबरन डोमिनिका रिपब्लिका ले गए।इसी घटना और चोकसी की अर्जी ने इंटरपोल के फैसले को उलटने में महती भूमिका निभाई है।

अपने आदेश में इंटरपोल ने कहा कि इस बात की विश्वसनीय संभावना है कि आवेदक का एंटीगुआ से डोमिनिका में अपहरण का अंतिम उद्देश्य आवेदक को भारत भेजना था। इंटरपोल ने कहा कि मेहुल चोकसी को वापस लौटने पर "निष्पक्ष परीक्षण या उपचार प्राप्त नहीं करने" के जोखिम का सामना करना पड़ सकता है।

चोकसी की तरफ से जारी किया गया बयान

इंटरपोल के इस फैसले के बाद मेहुल चोकसी के प्रवक्ता का भी बयान आया है। बयान में कहा गया, एंटीगुआन पुलिस की रिपोर्ट और एंटीगुआ में चल रही हाई कोर्ट की कार्यवाही में चोकसी द्वारा पेश किए गए सबूत, भारत सरकार द्वारा अपहरण, यातना और प्रस्तुतीकरण के राज्य प्रायोजित मामले के एक खतरनाक मामले की ओर इशारा करते हैं। ये रेड कॉर्नर नोटिस का हटाया जाना इन चिंताओं को मजबूत करता है।

अब दुनियाभर में यात्रा कर सकता है चोकसी

रेड नोटिस ने चोकसी को 192 सदस्य देशों में भगोड़ा घोषित कर दिया और एंटीगुआ पासपोर्ट पर 32 देशों में बिना वीजा के यात्रा को भी बैन कर दिया। नोटिस को वापस लेने जिसे रेड कॉर्नर नोटिस या आरसीएन के रूप में भी जाना जाता है का मतलब है चोकसी अब दुनिया भर में स्वतंत्र रूप से यात्रा कर सकता है।