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Jun 05 2023, 19:03

आंदोलन खत्म करने की अफवाह पर भड़के पहलवान, फोगाट और बजरंग पुनिया ने बोला जोरदार हमला

#wrestlersattackonfakenews

रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों का आंदोलन अभी भी जारी है। पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ आंदोलन खत्म होने की खबरों का खंडन किया।साथ ही इस तरह की अफवाह फैलाने वालों पर हमला बोला है। दरअसल, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह बात सामने आई थी कि साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने धरना वापस ले लिया है। वे रेलवे में अपनी नौकरी पर वापस लौट गए हैं। इसके बाद साक्षी और बजरंग ने ट्वीट कर इन खबरों का खंडन किया और इसे अफवाह बताया। 

फर्जी खबर फैलाने वालों में एहसास नहीं- विनेश फोगाट

पहलवानों के प्रदर्शन के खत्म होने की झूठी खबरों पर रेसलर विनेश फोगाट ने हमला किया है। उन्होंने कहा है कि महिलाएं किन परेशानियों से गुजर रही हैं इस चीज का एहसास फर्जी खबर फैलाने वालों को नहीं है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, "महिला पहलवान किस ट्रॉमा से गुज़र रही हैं इस बात का अहसास भी है फर्जी खबर फैलाने वालों को? कमज़ोर मीडिया की टांगें हैं जो किसी गुंडे के हंटर के आगे काँपने लगती हैं, महिला पहलवान नहीं। इसके अलावा उन्होंने इसी ट्वीट में एक शेर लिखते हुए कहा, "जहां पहुंच के कदम डगमगाए हैं सब के, उसी मक़ाम से अब अपना रास्ता होगा- आबिद अदीब

बजरंग का वार

वहीं, बजरंग ने लिखा, ''हमारे मेडलों को 15-15 रुपए के बताने वाले अब हमारी नौकरी के पीछे पड़ गए हैं। हमारी जिंदगी दांव पर लगी हुई है, उसके आगे नौकरी तो बहुत छोटी चीज है। अगर नौकरी इंसाफ के रास्ते में बाधा बनती दिखी तो उसको त्यागने में हम दस सेकेंड का वक्त भी नहीं लगाएंगे। नौकरी का डर मत दिखाइए। बजरंग के इस ट्वीट ने सोशल मीडिया पर खलबली मचा दी है।

सत्याग्रह के साथ अपनी जिम्मेदारी निबा रही हूं-साक्षी

इससे पहले पहलवान साक्षी मलिक ने ट्विट करते हुए कहा, “ये खबर बिलकुल गलत है। इंसाफ की लड़ाई में ना हम में से कोई पीछे हटा है, ना हटेगा। सत्याग्रह के साथ-साथ रेलवे में अपनी जिम्मेदारी को साथ निभा रही हूं। इंसाफ मिलने तक हमारी लड़ाई जारी है। कृपया कोई गलत खबर ना चलाई जाए।

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May 30 2023, 14:22

*देश के लिए जीते मेडल गंगा में बहाएंगे पहलवान, आमरण अनशन का ऐलान*

#wrestlerswillthrowolympicmedalsinthe_ganges

बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आंदोलन कर रहे पहलवानों ने अपने मेडल गंगा में बहाने का ऐलान किया है।यौन उत्‍पीड़न के आरोपों को लेकर भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आंदोलन कर रहे पहलवान आज शाम उत्‍तराखंड के हरिद्वार जाएंगे। यहां पहलवान गंगा में प्रवाहित करेंगे। पहलवान बजरंग पूनिया ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है।

राजधानी दिल्ली में देश के नामचीन पहलवान एक महीने से जंतर मंतर पर धरने पर थे।लेकिन नए संसद भवन के उद्घाटन वाले दिन 28 मई को उन्हें वहां से हटा दिया गया। अब पहलवानों ने आमरन अनशन का ऐलान कर दिया है। पहलवानों ने सोशल मीडिया पर जारी पत्र में कहा है कि मेडल हमारी जान है आत्‍मा हैं, इनके गंगा में बह जाने के बाद हमारे जीने का कोई मतलब नहीं रह जाएगा, इसलिए हम इंडिया गेट पर आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे। रेसलर विनेश फोगाट ने इस बारे में सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट लिखा है।

जारी पत्र में कहा गया है कि ‘इन मेडलों को हम गंगा में बहाने जा रहे हैं, क्‍योंकि वह गंगा मां ही है… जितना पवित्र हम गंगा मां को मानते हैं, उतनी ही पवित्रता से हमने मेहनत कर इन मेडलों को हासिल किया। ये मेडल सारे देश के लिए ही पवित्र हैं और पवित्र मेडल को रखने की सही जगह पवित्र मां गंगा ही हो सकती है।

पत्र में उन्होंने लिखा, हमारे साथ 28 मई को जो हुआ वो आप सबने देखा। पुलिस ने हम लोगों के साथ क्या व्यवहार किया। हमें कितनी बर्बरता से गिरफ़्तार किया। हम शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे थे। हमारे आंदोलन की जगह को भी पुलिस ने तहस नहस कर हमसे छीन लिया और अगले दिन गंभीर मामलों में हमारे ऊपर ही एफआईआर दर्ज कर दी गई। क्या महिला पहलवानों ने अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न के लिए न्याय मांगकर कोई अपराध कर दिया है।  

इस देश में हमारा कुछ बचा ही नहीं

पत्र में आगे लिखा है हम महिला पहलवान ऐसा महसूस कर रही हैं जैसे इस देश में हमारा कुछ बचा ही नहीं है। फोगाट ने लिखा, हमें वो पल याद आ रहे हैं, जब हमने ओलंपिक, वर्ल्ड चैंपियनशिप में मेडल जीते थे। अब लग रहा है कि ये मेडल क्यों जीते थे। क्या इसलिए जीते थे कि तंत्र हमारे साथ ऐसा घटिया व्यवहार करे। हमें घसीटे और फिर हमें ही अपराधी बना दे। कल पूरा दिन हमारी कई महिला पहलवान खेतों में छिपती फिरी हैं। तंत्र को पकड़ना उत्पीड़क को चाहिए था, लेकिन वह पीड़ित महिलाओं को उनका धरना खत्म करवाने, उन्हें तोड़ने और डराने में लगा हुआ है। अब लग रहा है कि हमारे गले में सजे इन मेडलों का कोई मतलब नहीं रह गया है। इनको लौटाने की सोचने भर से हमें मौत लग रही थी, लेकिन अपने आत्म सम्मान के साथ समझौता करके भी क्या जीना। 

मेडल ना लौटाने की बताई वजह

पत्र में पहलवानों ने इस मेडल को राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री को न सौंपकर गंगा में ही बहाने की वजह भी बताई है। इसमें लिखा, हमारे सामने सवाल आया कि मेडल किसे लौटाएंगे। हमारी राष्ट्रपति को जो खुद एक महिला हैं। मन ने ना कहा, क्योंकि वह हमें सिर्फ 2 किलोमीटर दूर बैठी सिर्फ देखती रहीं, लेकिन कुछ भी नहीं बोलीं। पीएम मोदी को मेडल न लौटाने की वजह बताते हुए लिखा गया कि प्रधानमंत्री हमें अपने घर की बेटियां बताते थे। उन्होंने एक बार भी अपने घर की बेटियों की सुध नहीं ली। बल्कि नई संसद के उद्घाटन में हमारा शोषण करने वाले (बृजभूषण शरण सिंह) को ही बुलाया। वह तेज सफेदी वाले चमकदार कपड़ों में फोटो खिंचवा रहा था। उसकी सफेदी हमें चुभ रही थी। मानो कह रही हो मैं ही तंत्र हूं।

“पवित्र मेडल को रखने की सही जगह मां गंगा”

उन्होंने आगे लिखा, ये मेडल हमें नहीं चाहिए। हम इन मेडल को गंगा में बहाने जा रहे हैं। क्योंकि वह गंगा मां हैं। जितना पवित्र हम गंगा को मानते हैं, उतनी ही पवित्रता से हमने मेहनत कर इन मेडलों को हासिल किया था। ये मेडल सारे देश के लिए पवित्र हैं और पवित्र मेडल को रखने की सही जगह मां गंगा ही हो सकती है।

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May 28 2023, 15:51

36 दिन से जारी पहलवानों का धरना खत्म! जंतर-मंतर से पुलिस ने उखाड़े तंबू, हिरासत में लिए गए रेसलर्स

#wrestlers_protest

भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एक महीने से अधिक लंबे पहलवानों के धरने को लेकर दिल्ली पुलिस ने सख्त रुख अपना लिया है। दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर से नए संसद भवन की ओर मार्च कर रहे पहलवानों को हिरासत में ले लिया। दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर से पहलवानों का तंबू भी हटा दिया है।

पुलिस ने प्रदर्शन स्थल खाली किया

जंतर मंतर पर अपने विरोध स्थल से नई संसद की ओर मार्च करने की कोशिश कर रहे पहलवानों को सुरक्षा कर्मियों ने रोका और हिरासत में लिया। पहलवान नई संसद की ओर कूच करने की कोशिश कर रहे थे क्योंकि वे नई संसद के सामने महिला महापंचायत करना चाहते हैं। संसद भवन की ओर जा रहे पहलवानों को पुलिस ने रोक लिया है। इस दौरान कई पहलवानों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को हिरासत में लिए जाने के बाद पुलिस ने वहां रहने के लिए बनाए गए तंबू को हटा दिया है।

साक्षी मलिक विनेश फोगाट को हिरासत में लिया गया

नई संसद की ओर कूच करने पर हिरासत में ली गई महिला पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि हम शांतिपूर्वक मार्च कर रहे थे। लेकिन उन्होंने हमें जबरदस्ती घसीटा और हिरासत में लिया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि हम देश विरोधी नहीं हैं, हम तिरंगे के साथ शांतिपूर्ण तरीके से जा रहे थे, पहलवानों को हिरासत में लिया गया है, जो बहन-बेटियां न्याय मांग रही हैं तो उन्हें हिरासत में लिया जा रहा है।

जेएनयू में पहलवानों की गिरफ्तारी पर नारेबाजी

पहलवानों को हिरासत में लिये जाने के बाद जेएनयू के छात्र भी उनके समर्थन में उतर आए हैं। आइसा कार्यकर्ता गंगा ढाबा पर एकत्रित होकर नारेबाजी कर रहे हैं। वहीं एहतियात के तौर पर जेएनयू के बाहर दिल्ली पुलिस बल मौजूद है। आइसा का दावा है कि दिल्ली पुलिस ने कैंपस में अघोषित रूप से धारा-144 जैसी स्थिति बना दी है।

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May 23 2023, 15:14

*बृजभूषण शरण सिंह की फिसली जुबान, पहलवान विनेश फोगाट को बताया मंथरा*

#brijbhushansinghtoldwomenwrestlersas_manthara 

रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह अभी विवादों में चल रहे हैं। महिला पहलवानों ने उन पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं और उन पर एफआईआर तक दर्ज की जा चुकी है।खिलाफ पहलवानों का जंतर मंतर पर एक महीने से धरना जारी है। इसी बीच बृजभूषण शरण सिंह का विवादास्पद बयान सामने आया है।बृजभूषण सिंह ने महिला रेसलर्स विनेश फोगाट को मंथरा कहा। वहीं खुद की तुलना भगवान राम से की है।

यौन शोषण के आरोपों में घिरे बीजेपी नेता और रेसलिंग फेडरेशन के चीफ ने कहा कि यह मामला गुड टच और बैड टच का है। मामला असल में छुआछूत का है. विनेश फोगाट को मंथरा बताते हुए उन्होंने कहा कि जैसे कैकेयी ने रोल प्ले किया था, उसी तरह विनेश फोगाट मेरे लिए मंथरा बनकर आई हैं। परिणाम आने के बाद इस मंथरा को भी जवाब दिया जाएगा। पहले हजारों पहलवान धरना दे रहे थे, लेकिन अब सिर्फ तीन पति और तीन पत्नियां धरने पर हैं।

खुद की तुलना श्रीराम से की

लृजभूषण शरद ने आगे कहा कहा, मंथरा ने राम को 14 वर्ष के लिए वनवास भेज दिया था, लेकिन यदि राम वन नहीं जाते तो वह कभी केवट से न मिलते, शबरी के जूठे बेर न खाते। हनुमान और सुग्रीव से मित्रता न होती और रावण जैसे महापापी का अंत कैसे होता। सांसद ने आगे कहा, 'मुझे लगता है कि ईश्वर ने मेरे लिए अभी कुछ और काम कार्य निर्धारित कर रखा है। उन्होंने कहा कि वह सब कुछ हो सकते हैं लेकिन जो आरोप लगा है वह नहीं हो सकते।

विनेश फोगाट का पलटवार

बृजभूषण सिंह के इन बयानों पर विनेश फोगाट ने पलटवार किया। विनेश ने कहा कि उनके घर में भी मां-बेटियां-महिलाएं हैं। अगर ऐसी घटना उनके किसी अपने के साथ होती तो भी क्या वह इस तरह की छुआछूत की बात करते। बृजभूषण महिलाओं को टीवी पर आकर अपमानित कर रहे हैं। अगर वह टीवी पर आकर ऐसा कर सकते हैं तो सोचिए बंद कमरे में लड़कियों के साथ कैसा बर्ताव करते होंगे।

एक दिन पहले ही उन्होंने अपनी नॉर्को टेस्ट की मांग पर कहा था कि वे इसके लिए तैयार हैं। लेकिन शर्त यही है कि पहलवान भी टेस्ट के लिए तैयार हों। जवाब में पहलवानों ने भी कहा था कि वे इसके लिए तैयार हैं।

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May 03 2023, 16:08

पहलवानों से मिलने जंतर-मंतर पहुंचीं पीटी उषा, पहले बताया था अनुशासनहीन

#ioachiefptushameetprotestingwrestlersatjantar_mantar

पिछले 11 दिनों से पहलवान यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। भारतीय कुश्ती महासंघ प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन की आलोचना करने के कुछ दिनों बाद, भारतीय ओलंपिक संघ की प्रमुख पीटी उषा ने आज धरना स्थल पहुंचीं।पीटी उषा ने बुधवार को आंदोलनरत पहलवानों से मुलाकात कर उन्हें जल्द से जल्द न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।

पीटी उषा ने दिया न्याय दिलाने का आश्वासन

बजरंग पूनिया ने बताया कि पीटी उषा ने बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों से कहा कि वह हमारे साथ खड़ी हैं और हमें न्याय दिलाएंगी। वह पहले एक एथलीट हैं और फिर कुछ और। बजरंग पूनिया के मुताबिक उन्होंने कहा कि वह पहलवानों की समस्या पर गौर करेंगी और जल्द से जल्द इसका समाधान करेंगी। बजरंग ने कहा कि बृजभूषण शरण सिंह के जेल जाने तक हम यहीं जंतर-मंतर पर रहेंगे। 

पहलवानों ने जताया था रोष

उषा के दौरे से एक दिन पहले मंगलवार को प्रदर्शनकारी पहलवानों ने मामले की जांच में देरी को लेकर रोष जताया था। उन्होंने इस बात पर भी हैरानी जताई कि पूर्व महान खिलाड़ी पीटी उषा और उसके एथलीट आयोग (एसी) की चेयरपर्सन एमसी मैरी कॉम जो एक बॉक्सिंग आइकन हैं ने उन्हें एक तरह से अकेला छोड़ दिया है।

पीटी उषा ने प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को बताया था अनुशासनहीन

पीटी उषा ने पिछले हफ्ते कहा था कि पहलवानों को अधिक अनुशासन दिखाना चाहिए था। पीटी उषा ने कहा था, ‘खिलाड़ियों को सड़कों पर विरोध नहीं करना चाहिए था। उन्हें कम से कम समिति की रिपोर्ट का इंतजार करना चाहिए था। उन्होंने जो किया है वह खेल और देश के लिए अच्छा नहीं है। यह एक नकारात्मक दृष्टिकोण है।

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Apr 29 2023, 11:52

आरोपों में घिरे बृजभूषण सिंह ने पहलवानों पर ही उठाया सवाल, कहा- ये मेरे खिलाफ साजिश, अपराधी बनकर नहीं दूंगा इस्तीफा

#brij_bhushan_singh_said_congress_has_created_wrestlers_protest 

दिल्ली के जंतर-मंतर पर देश के शीर्ष पहलवानों का “दंगल” जारी है। भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ देश के दिग्गज पहलवान धरने पर बैठे हैं। इस बीच शुक्रवार को दिल्ली पुलिस ने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया है। बृजभूषण शरण सिंह ने अपने खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद कहा कि इस्तीफा कोई इतनी बड़ी चीज़ नहीं है। उनका दावा है कि वह पूरी तरह से निर्दोष हैं।बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ शुक्रवार को दिल्ली के कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में दो एफआईआर दर्ज की गई हैं। विनेश फोगाट सहित कई पहलवान दिल्ली के कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन पहुंचे।

बृजभूषण शरण सिंह ने अपने खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद अपना मुंह खोला है। उन्होंने न्यायपालिका और दिल्ली पुलिस पर पूरा भरोसा जताया है। साथ ही धरने के पीछे कांग्रेस का हाथ होने के आरोप लगाए हैं। बृजभूषण ने कहा एफआईआर करने की बात आई है। अभी एफआईआर की कॉपी मेरे पास नहीं है। लेकिन एफआईआर तो हो ही गई होगी। दिल्ली पुलिस पर मुझे पूरा भरोसा है। मुझे कोई शिकायत नहीं है। मैं पूरी तरह निर्दोष हूं। मैं इन आरोपों का सामना करने के लिए तैयार हूं। जांच एजेंसी जहां भी उचित समझेगी, मैं जांच में सहयोग के लिए तैयार हूं। मुझे पहले भी भरोसा था, आज भी भरोसा है। सुप्रीम कोर्ट से ऊपर कोई नहीं है। मुझे इस पर पूरा भरोसा है। उन्होंने आगे कहा “मुझे देश की न्याय प्रक्रिया पर भरोसा है। अगर इनके पुराने बयान सुनेंगे तो आपको पता चलेगा कि इन्होंने पद से इस्तीफा देने की मांग की थी। मेरा कार्यकाल पूरा हो चुका है। सरकार ने तीन लोगों की कमेटी गठित की है। 40-45 दिन में ही चुनाव होना है। मेरा कार्यकाल वैसे भी समाप्त हो जाएगा। लेकिन इस्तीफे की बात नहीं। मेरा इस्तीफा वैसे ही हो जाएगा, लेकिन अपराधी की तरह नहीं। इन्हीं के कहने पर जांच कमेटी बनी।

नाबालिग को जांच कमेटी के सामने क्यों नहीं पेश किया जा रहा-बृजभूषण

बृजभूषण शरण सिंह ने मीडिया के सामने अपनी बात रखते हुए कहा, इन आरोपों में एक मामला नाबालिग से भी जुड़ा हुआ है। मैं पूछता हूं उस नाबालिग को जांच कमेटी के सामने क्यों नहीं पेश किया जा रहा? उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, मैंने एक आरडीओ दिया है... धरने पर बैठा खिलाड़ी एक लड़की से कहता है कि किसी भी एक लड़की का इंतजाम करा दो। किसी भी तरह से कर दो... मतलब ये कि ये लोग 4-4 महीने मेरे खिलाफ सबूत इकठ्ठा करेंगे और उनको पेश कर देंगे।

इनकी मांग भी लगातार बढ़ती जा रही-बृजभूषण

बृजभूषण ने पहलवानों पर आरोप लगाते हुए कहा इनकी मांग भी लगातार बढ़ती जा रही है। पहले एफआईआर की मांग की। फिर इस्तीफे की मांग की। जेल में डालने की मांग की है। तो ये लोकसभा सांसदी मुझे विनेश फोगाट की तरफ से नहीं मिला है। मुझे उनकी कृपा से कुश्ती संघ का अध्यक्ष पद नहीं मिला है। मुझे यह पद चुनाव लड़कर मिला है। 12 साल तक सिर्फ इनके साथ यौन उत्पीड़न होता है, बाकी खिलाड़ियों के साथ क्यों नहीं। हरियाणा का एक ही परिवार क्यों। एक अखाड़ा, एक फैमिली। हरियाणा, हिमाचल बाकी राज्यों के खिलाड़ी क्यों नहीं। क्यों- क्योंकि मैंने काम किया है।

बृजभूषण ने कहा- कांग्रेस का हाथ

कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष ने कहा- मैं शुरू से ही कह रहा हूं कि इसमें देश के कुछ उद्योगपतियों जिनको मुझसे कष्ट है और कांग्रेस का हाथ है। आज दिख गया कि इसमें किसका हाथ है। मैंने उद्योगपति का नाम नहीं बोला है। कुछ उद्योगपतियों का हाथ है, जिन्हें मुझसे कष्ट है। आज दिखाई भी पड़ गया कि किसका हाथ है। जब इनकी मांग मान ली गई कि एफआईआर दर्ज करना है, तब यह इसको क्यों उठा रहे हैं। केजरीवाल को, सत्यपाल मलिक को, प्रियंका गांधी को बुलाने की जरूरत क्यों पड़ी? अरे कम से कम कांग्रेस वाले जांच रिपोर्ट का इंतजार कर लेते, तब जंतर-मंतर पहुंचते। ये खिलाड़ियों का धरना नहीं है, कुछ षड़ंयत्रकारी लोग हैं, जो मेरी पार्टी और मुझे नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। दरअसल, आज पहलवानों के धरने को समर्थन देने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी जंतर मंतर पहुंची थीं।

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Apr 29 2023, 10:22

जंतर मंतर पर सियासी जुटान, पहलवानों के समर्थन में प्रियंका गांधी भी पहुंची, पीएम से पूछा-खिलाड़ू नमेडल लेकर आए तो घर बुलाया, अब क्यों नहीं?

#wrestlers_protest_priyanka_gandhi_reached_jantar_mantar

दिल्ली के जंतर-मंतर पर देश के शीर्ष पहलवानों का धरना-प्रदर्शन जारी है। बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक जैसे ओलंपिक पदक विजेता पहलवान इस प्रदर्शन की अगुआई कर रहे हैं। पहलवानों ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। उनकी शिकायत पर दिल्ली पुलिस एफआईआर दर्ज किया है, लेकिन पहलवान धरना खत्म करने के लिए तैयार नहीं हैं।

इस बीच जंतर-मंतर पर सियासी जमावड़ा देखा जा रहा है। पहलवानों को सियासी समर्थन भी मिल रहा है। इसी क्रम में धरने पर बैठे पहलवानों से कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मुलाकात की। उनके साथ ही हरियाणा कांग्रेस के नेता और सांसद दीपेंद्र हुड्डा भी जंतर मंतर पहुंचे। प्रियंका ने इस दौरान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया से काफी देर तक बात की।प्रियंका गांधी सुबह 8 बजकर 10 मिनट पर जंतर मंतर पहुंची और करीब 25 मिनट तक पहलवानों के बीच रहीं।

जब एफआईआर दर्ज हो गई तो अब तक पीड़ित पक्ष को इसकी कॉपी क्यों नहीं दी-प्रियंका गांधी

प्रियंका गांधी ने महिला पहलवानों से मुलाकात के बाद कहा कि किसी को अब तक एफआईआर की कॉपी नहीं मिली है। अभी तक यह भी नहीं पता कि इस एफआईआर में लिखा क्या है। उन्होंने कहा आज जब ये महिला पहलवान सड़क पर बैठे है तो कोई सुनने को तैयार नहीं है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब एफआईआर दर्ज हो गई तो अब तक पीड़ित पक्ष को इसकी कॉपी क्यों नहीं दी? उन्होंने बृजभूषण शरण सिंह के लिए कहा कि जब तक ये पद पर रहेंगे, प्रेशर बनाते रहेंगे। इसलिए पहले उनका पावर ले, इस्तीफा ले।

प्रधानमंत्री से मेरी कोई उम्मीद नहीं है-प्रियंका गांधी

प्रियंका ने आगे कहा, बहुत सारी लड़कियां है जिनके साथ ऐसा हुआ है। मैं समझना चाहती हूं ति सरकार इनको क्यों बचा रही है। प्रधानमंत्री से मेरी कोई उम्मीद नहीं है। मेडल लेकर आए तो घर बुलाया, अब क्यों नहीं बुला रहे हैं। इस आदमी (बृजभूषण शरण सिंह) को बचाने के लिए इतना क्यों किया जा रहा है।

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Apr 26 2023, 15:03

’एफआईआर से पहले जांच की जरुरत है’,महिला पहलवानों के आरोप पर सुप्रीम कोर्ट से बोली दिल्ली पुलिस

#supreme_court_wrestlers_protest 

दिल्ली पुलिस ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में कहा कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ सात महिला पहलवानों की ओर से लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों पर प्राथमिकी दर्ज करने से पहले प्रारंभिक जांच की जरूरत है। दरअसल भारतीय कुश्ती संघ अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर देश के दिग्गज पहलवान प्रदर्शन पर बैठे हैं। जिसको लेकर उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का रूख करते हुए याचिका दार की है। जिस पर गंभीरता दिखाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने तुरंत एक्शन लिया और दिल्ली सरकार एवं दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था।

चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डी. वाई. चंद्रचूड़ और जस्टिस पी. एस. नरसिम्हा की पीठ को दिल्ली पुलिस की ओर से पेश हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने बताया कि अगर सुप्रीम कोर्ट को लगता है कि सीधे एफआईआऱ दर्ज की जानी है तो ऐसा किया जा सकता है। सॉलिसिटर जनरल ने कहा, प्रथम दृष्टया प्रतीत होता है कि एफआईआऱ दर्ज किए जाने से पहले प्रारंभिक जांच किए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ऐसी धारणा कायम न होने दें कि कोर्ट के कहने के बावजूद एफआईआर दर्ज नहीं की गई। पीठ ने मेहता की दलीलों का संज्ञान लिया और कहा कि दिल्ली पुलिस 28 अप्रैल को पहलवानों की याचिका पर सुनवाई के दौरान एफआईआर दर्ज करने को लेकर अपने विचार रख सकती।शुक्रवार को दिल्ली पुलिस अपना जवाब दाखिल करेगी। उसी दिन सुप्रीम कोर्ट आगे की सुनवाई करेगा। 

इससे पहले शीर्ष अदालत ने सात महिला पहलवानों की याचिका पर मंगलवार को दिल्ली पुलिस और अन्य को नोटिस जारी किया था। न्यायालय ने महिला पहलवानों द्वारा लगाये गये यौन उत्पीड़न के आरोपों को गंभीर बताते हुए कहा था कि इस पर उसे (न्यायालय) को विचार करने की जरूरत है।

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Apr 25 2023, 13:10

पहलवानों की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सख्त, दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर मांगा जवाब

#wrestlers_protest_supreme_court_notice_to_delhi_police 

सुप्रीम कोर्ट ने आज भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एफआईआर की मांग वाली पहलवानों की याचिका पर दिल्ली पुलिस और सरकार को नोटिस जारी किया है। विनेश फोगाट समेत 7 महिला पहलवानों ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। इसमें बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए एफआईआर की मांग की गई थी।

दिल्ली पुलिस को सुप्रीम कोर्ट की नोटिस

देश के दिग्गज पहलवानों ने आरोप लगाया था कि वो दिल्ली पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाने पहुंचे थे, मगर उनकी कंपलेन नहीं ली गई। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार तक दिल्ली पुलिस ने जवाब मांगा है। शुक्रवार को जवाब मिलने के बाद कोर्ट फिर से सुनवाई करेगा। सुप्रीम कोर्ट ने महिला पहलवानों की शिकायत को सील कवर में रखने का आदेश दियाष सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा याचिकाकर्ता महिला खिलाड़ी भारत का प्रतिनिधित्व करती हैं। यह बहुत गंभीर मामला है।

पहलवानों के धरने का तीसरा दिन भी जारी

बता दें कि दिल्ली के जंतर-मंतर में आज महिला पहलवानों के धरने का तीसरा दिन है।21 अप्रैल को खिलाड़ियों ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कोई कार्रवाई न होने का आरोप लगाते हुए मोर्चा खोला। उसी दिन दिल्ली पुलिस में बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एफआईआर को लेकर शिकायत दी गई। खिलाड़ियों का आरोप है कि दिल्ली पुलिस ने सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने से इनकार कर दिया। इसके बाद 23 अप्रैल को खिलाड़ी एक बार फिर से जंतर-मंतर पर धरना देने पहुंचे।

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Apr 24 2023, 10:37

दिल्ली में “दंगल”, भारतीय कुश्ती संघ के खिलाफ पहलवानों का प्रदर्शन फिर शुरू, बजरंग बोले- बृजभूषण की गिरफ्तारी के बाद ही उठेंगे

#wrestlers_protest_in_delhi_against_wfi_chief

भारतीय कुश्ती संघ के खिलाफ पहलवानों का प्रदर्शन फिर से शुरू हो गया है।दिल्ली के जंतर मंतर पर फिर भारतीय पहलवानों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है।भारतीय कुश्ती संघ के प्रमुख बृजभूषण सिंह के खिलाफ रविवार दोपहर से जंतर-मंतर पर पहलवानों का धरना जारी है। 7 महिला पहलवानों ने सिंह के खिलाफ पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने में शिकायत भी दर्ज कराई है। पहलवानों ने कहा- 3 महीने हो गए, पर हमें न्याय नहीं मिला, इसलिए हम फिर से विरोध कर रहे हैं।बता दें कि इस साल की शुरुआत में भी पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ और अन्य ट्रेनर्स के खिलाफ विरोध किया था।

हमारा सब्र जवाब दे चुका- बजरंग पुनिया

पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा कि जब तक बृजभूषण को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक हम यहां से नहीं जाएंगे। हमारा सब्र जवाब दे चुका है। जांच के लिए दो कमेटियां बनीं, लेकिन रिजल्ट कुछ नहीं आया। अब इस केस की सीबीआई जांच होनी चाहिए।वहीं, बजरंग पुनिया ने कहा, इस बार सभी दलों का हमारे धरने में शामिल होने के लिए स्वागत है, चाहे वह भाजपा, कांग्रेस, आप या कोई अन्य पार्टी हो। हम किसी भी पार्टी से संबद्ध नहीं हैं। बता दें कि पिछली बार जनवरी में पहलवानों ने किसी भी पार्टी के सदस्य को मंच पर नहीं आने दिया था।

सरकार की तरफ से नहीं मिल रहा कोई जवाब-विनेश फोगाट

वहीं, विनेश फोगट ने कहा, 'बार-बार कोशिश करने के बावजूद सरकार की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल रही है। हम न्याय मिलने तक यहीं खाएंगे और सोएंगे। हम तीन महीने से खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और अन्य संबंधित प्राधिकरण से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं। समिति के सदस्य हमें जवाब नहीं दे रहे हैं, खेल मंत्रालय ने भी हमें कुछ नहीं कहा, वे हमारा फोन भी नहीं उठाते। हमने देश के लिए पदक जीते हैं और इसके लिए अपना करियर दांव पर लगा दिया है।

जनवरी में भी किया था प्रदर्शन

इसी साल जनवरी में पहलवानों ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर उन पर गंभीर आरोप लगाए थे। ओलिंपिक एसोसिएशन और खेल मंत्रालय ने आरोपों की जांच के लिए 2 कमेटियां बनाई थीं। खेल मंत्रालय ने 23 जनवरी को महान मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय निगरानी समिति का गठन किया था और एक महीने में अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा था। बाद में, रिपोर्ट सौंपने की समय सीमा दो सप्ताह बढ़ा दी और प्रदर्शनकारी पहलवानों की अपील पर बबीता फोगट को जांच पैनल में अपने छठे सदस्य के रूप में शामिल कर लिया। समिति ने अप्रैल के पहले सप्ताह में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की, लेकिन मंत्रालय ने अभी तक अपने निष्कर्षों को सार्वजनिक नहीं किया है।

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Jun 05 2023, 19:03

आंदोलन खत्म करने की अफवाह पर भड़के पहलवान, फोगाट और बजरंग पुनिया ने बोला जोरदार हमला

#wrestlersattackonfakenews

रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों का आंदोलन अभी भी जारी है। पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ आंदोलन खत्म होने की खबरों का खंडन किया।साथ ही इस तरह की अफवाह फैलाने वालों पर हमला बोला है। दरअसल, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह बात सामने आई थी कि साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने धरना वापस ले लिया है। वे रेलवे में अपनी नौकरी पर वापस लौट गए हैं। इसके बाद साक्षी और बजरंग ने ट्वीट कर इन खबरों का खंडन किया और इसे अफवाह बताया। 

फर्जी खबर फैलाने वालों में एहसास नहीं- विनेश फोगाट

पहलवानों के प्रदर्शन के खत्म होने की झूठी खबरों पर रेसलर विनेश फोगाट ने हमला किया है। उन्होंने कहा है कि महिलाएं किन परेशानियों से गुजर रही हैं इस चीज का एहसास फर्जी खबर फैलाने वालों को नहीं है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, "महिला पहलवान किस ट्रॉमा से गुज़र रही हैं इस बात का अहसास भी है फर्जी खबर फैलाने वालों को? कमज़ोर मीडिया की टांगें हैं जो किसी गुंडे के हंटर के आगे काँपने लगती हैं, महिला पहलवान नहीं। इसके अलावा उन्होंने इसी ट्वीट में एक शेर लिखते हुए कहा, "जहां पहुंच के कदम डगमगाए हैं सब के, उसी मक़ाम से अब अपना रास्ता होगा- आबिद अदीब

बजरंग का वार

वहीं, बजरंग ने लिखा, ''हमारे मेडलों को 15-15 रुपए के बताने वाले अब हमारी नौकरी के पीछे पड़ गए हैं। हमारी जिंदगी दांव पर लगी हुई है, उसके आगे नौकरी तो बहुत छोटी चीज है। अगर नौकरी इंसाफ के रास्ते में बाधा बनती दिखी तो उसको त्यागने में हम दस सेकेंड का वक्त भी नहीं लगाएंगे। नौकरी का डर मत दिखाइए। बजरंग के इस ट्वीट ने सोशल मीडिया पर खलबली मचा दी है।

सत्याग्रह के साथ अपनी जिम्मेदारी निबा रही हूं-साक्षी

इससे पहले पहलवान साक्षी मलिक ने ट्विट करते हुए कहा, “ये खबर बिलकुल गलत है। इंसाफ की लड़ाई में ना हम में से कोई पीछे हटा है, ना हटेगा। सत्याग्रह के साथ-साथ रेलवे में अपनी जिम्मेदारी को साथ निभा रही हूं। इंसाफ मिलने तक हमारी लड़ाई जारी है। कृपया कोई गलत खबर ना चलाई जाए।

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May 30 2023, 14:22

*देश के लिए जीते मेडल गंगा में बहाएंगे पहलवान, आमरण अनशन का ऐलान*

#wrestlerswillthrowolympicmedalsinthe_ganges

बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आंदोलन कर रहे पहलवानों ने अपने मेडल गंगा में बहाने का ऐलान किया है।यौन उत्‍पीड़न के आरोपों को लेकर भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आंदोलन कर रहे पहलवान आज शाम उत्‍तराखंड के हरिद्वार जाएंगे। यहां पहलवान गंगा में प्रवाहित करेंगे। पहलवान बजरंग पूनिया ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है।

राजधानी दिल्ली में देश के नामचीन पहलवान एक महीने से जंतर मंतर पर धरने पर थे।लेकिन नए संसद भवन के उद्घाटन वाले दिन 28 मई को उन्हें वहां से हटा दिया गया। अब पहलवानों ने आमरन अनशन का ऐलान कर दिया है। पहलवानों ने सोशल मीडिया पर जारी पत्र में कहा है कि मेडल हमारी जान है आत्‍मा हैं, इनके गंगा में बह जाने के बाद हमारे जीने का कोई मतलब नहीं रह जाएगा, इसलिए हम इंडिया गेट पर आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे। रेसलर विनेश फोगाट ने इस बारे में सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट लिखा है।

जारी पत्र में कहा गया है कि ‘इन मेडलों को हम गंगा में बहाने जा रहे हैं, क्‍योंकि वह गंगा मां ही है… जितना पवित्र हम गंगा मां को मानते हैं, उतनी ही पवित्रता से हमने मेहनत कर इन मेडलों को हासिल किया। ये मेडल सारे देश के लिए ही पवित्र हैं और पवित्र मेडल को रखने की सही जगह पवित्र मां गंगा ही हो सकती है।

पत्र में उन्होंने लिखा, हमारे साथ 28 मई को जो हुआ वो आप सबने देखा। पुलिस ने हम लोगों के साथ क्या व्यवहार किया। हमें कितनी बर्बरता से गिरफ़्तार किया। हम शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे थे। हमारे आंदोलन की जगह को भी पुलिस ने तहस नहस कर हमसे छीन लिया और अगले दिन गंभीर मामलों में हमारे ऊपर ही एफआईआर दर्ज कर दी गई। क्या महिला पहलवानों ने अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न के लिए न्याय मांगकर कोई अपराध कर दिया है।  

इस देश में हमारा कुछ बचा ही नहीं

पत्र में आगे लिखा है हम महिला पहलवान ऐसा महसूस कर रही हैं जैसे इस देश में हमारा कुछ बचा ही नहीं है। फोगाट ने लिखा, हमें वो पल याद आ रहे हैं, जब हमने ओलंपिक, वर्ल्ड चैंपियनशिप में मेडल जीते थे। अब लग रहा है कि ये मेडल क्यों जीते थे। क्या इसलिए जीते थे कि तंत्र हमारे साथ ऐसा घटिया व्यवहार करे। हमें घसीटे और फिर हमें ही अपराधी बना दे। कल पूरा दिन हमारी कई महिला पहलवान खेतों में छिपती फिरी हैं। तंत्र को पकड़ना उत्पीड़क को चाहिए था, लेकिन वह पीड़ित महिलाओं को उनका धरना खत्म करवाने, उन्हें तोड़ने और डराने में लगा हुआ है। अब लग रहा है कि हमारे गले में सजे इन मेडलों का कोई मतलब नहीं रह गया है। इनको लौटाने की सोचने भर से हमें मौत लग रही थी, लेकिन अपने आत्म सम्मान के साथ समझौता करके भी क्या जीना। 

मेडल ना लौटाने की बताई वजह

पत्र में पहलवानों ने इस मेडल को राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री को न सौंपकर गंगा में ही बहाने की वजह भी बताई है। इसमें लिखा, हमारे सामने सवाल आया कि मेडल किसे लौटाएंगे। हमारी राष्ट्रपति को जो खुद एक महिला हैं। मन ने ना कहा, क्योंकि वह हमें सिर्फ 2 किलोमीटर दूर बैठी सिर्फ देखती रहीं, लेकिन कुछ भी नहीं बोलीं। पीएम मोदी को मेडल न लौटाने की वजह बताते हुए लिखा गया कि प्रधानमंत्री हमें अपने घर की बेटियां बताते थे। उन्होंने एक बार भी अपने घर की बेटियों की सुध नहीं ली। बल्कि नई संसद के उद्घाटन में हमारा शोषण करने वाले (बृजभूषण शरण सिंह) को ही बुलाया। वह तेज सफेदी वाले चमकदार कपड़ों में फोटो खिंचवा रहा था। उसकी सफेदी हमें चुभ रही थी। मानो कह रही हो मैं ही तंत्र हूं।

“पवित्र मेडल को रखने की सही जगह मां गंगा”

उन्होंने आगे लिखा, ये मेडल हमें नहीं चाहिए। हम इन मेडल को गंगा में बहाने जा रहे हैं। क्योंकि वह गंगा मां हैं। जितना पवित्र हम गंगा को मानते हैं, उतनी ही पवित्रता से हमने मेहनत कर इन मेडलों को हासिल किया था। ये मेडल सारे देश के लिए पवित्र हैं और पवित्र मेडल को रखने की सही जगह मां गंगा ही हो सकती है।

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May 28 2023, 15:51

36 दिन से जारी पहलवानों का धरना खत्म! जंतर-मंतर से पुलिस ने उखाड़े तंबू, हिरासत में लिए गए रेसलर्स

#wrestlers_protest

भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एक महीने से अधिक लंबे पहलवानों के धरने को लेकर दिल्ली पुलिस ने सख्त रुख अपना लिया है। दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर से नए संसद भवन की ओर मार्च कर रहे पहलवानों को हिरासत में ले लिया। दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर से पहलवानों का तंबू भी हटा दिया है।

पुलिस ने प्रदर्शन स्थल खाली किया

जंतर मंतर पर अपने विरोध स्थल से नई संसद की ओर मार्च करने की कोशिश कर रहे पहलवानों को सुरक्षा कर्मियों ने रोका और हिरासत में लिया। पहलवान नई संसद की ओर कूच करने की कोशिश कर रहे थे क्योंकि वे नई संसद के सामने महिला महापंचायत करना चाहते हैं। संसद भवन की ओर जा रहे पहलवानों को पुलिस ने रोक लिया है। इस दौरान कई पहलवानों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को हिरासत में लिए जाने के बाद पुलिस ने वहां रहने के लिए बनाए गए तंबू को हटा दिया है।

साक्षी मलिक विनेश फोगाट को हिरासत में लिया गया

नई संसद की ओर कूच करने पर हिरासत में ली गई महिला पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि हम शांतिपूर्वक मार्च कर रहे थे। लेकिन उन्होंने हमें जबरदस्ती घसीटा और हिरासत में लिया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि हम देश विरोधी नहीं हैं, हम तिरंगे के साथ शांतिपूर्ण तरीके से जा रहे थे, पहलवानों को हिरासत में लिया गया है, जो बहन-बेटियां न्याय मांग रही हैं तो उन्हें हिरासत में लिया जा रहा है।

जेएनयू में पहलवानों की गिरफ्तारी पर नारेबाजी

पहलवानों को हिरासत में लिये जाने के बाद जेएनयू के छात्र भी उनके समर्थन में उतर आए हैं। आइसा कार्यकर्ता गंगा ढाबा पर एकत्रित होकर नारेबाजी कर रहे हैं। वहीं एहतियात के तौर पर जेएनयू के बाहर दिल्ली पुलिस बल मौजूद है। आइसा का दावा है कि दिल्ली पुलिस ने कैंपस में अघोषित रूप से धारा-144 जैसी स्थिति बना दी है।

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May 23 2023, 15:14

*बृजभूषण शरण सिंह की फिसली जुबान, पहलवान विनेश फोगाट को बताया मंथरा*

#brijbhushansinghtoldwomenwrestlersas_manthara 

रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह अभी विवादों में चल रहे हैं। महिला पहलवानों ने उन पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं और उन पर एफआईआर तक दर्ज की जा चुकी है।खिलाफ पहलवानों का जंतर मंतर पर एक महीने से धरना जारी है। इसी बीच बृजभूषण शरण सिंह का विवादास्पद बयान सामने आया है।बृजभूषण सिंह ने महिला रेसलर्स विनेश फोगाट को मंथरा कहा। वहीं खुद की तुलना भगवान राम से की है।

यौन शोषण के आरोपों में घिरे बीजेपी नेता और रेसलिंग फेडरेशन के चीफ ने कहा कि यह मामला गुड टच और बैड टच का है। मामला असल में छुआछूत का है. विनेश फोगाट को मंथरा बताते हुए उन्होंने कहा कि जैसे कैकेयी ने रोल प्ले किया था, उसी तरह विनेश फोगाट मेरे लिए मंथरा बनकर आई हैं। परिणाम आने के बाद इस मंथरा को भी जवाब दिया जाएगा। पहले हजारों पहलवान धरना दे रहे थे, लेकिन अब सिर्फ तीन पति और तीन पत्नियां धरने पर हैं।

खुद की तुलना श्रीराम से की

लृजभूषण शरद ने आगे कहा कहा, मंथरा ने राम को 14 वर्ष के लिए वनवास भेज दिया था, लेकिन यदि राम वन नहीं जाते तो वह कभी केवट से न मिलते, शबरी के जूठे बेर न खाते। हनुमान और सुग्रीव से मित्रता न होती और रावण जैसे महापापी का अंत कैसे होता। सांसद ने आगे कहा, 'मुझे लगता है कि ईश्वर ने मेरे लिए अभी कुछ और काम कार्य निर्धारित कर रखा है। उन्होंने कहा कि वह सब कुछ हो सकते हैं लेकिन जो आरोप लगा है वह नहीं हो सकते।

विनेश फोगाट का पलटवार

बृजभूषण सिंह के इन बयानों पर विनेश फोगाट ने पलटवार किया। विनेश ने कहा कि उनके घर में भी मां-बेटियां-महिलाएं हैं। अगर ऐसी घटना उनके किसी अपने के साथ होती तो भी क्या वह इस तरह की छुआछूत की बात करते। बृजभूषण महिलाओं को टीवी पर आकर अपमानित कर रहे हैं। अगर वह टीवी पर आकर ऐसा कर सकते हैं तो सोचिए बंद कमरे में लड़कियों के साथ कैसा बर्ताव करते होंगे।

एक दिन पहले ही उन्होंने अपनी नॉर्को टेस्ट की मांग पर कहा था कि वे इसके लिए तैयार हैं। लेकिन शर्त यही है कि पहलवान भी टेस्ट के लिए तैयार हों। जवाब में पहलवानों ने भी कहा था कि वे इसके लिए तैयार हैं।

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May 03 2023, 16:08

पहलवानों से मिलने जंतर-मंतर पहुंचीं पीटी उषा, पहले बताया था अनुशासनहीन

#ioachiefptushameetprotestingwrestlersatjantar_mantar

पिछले 11 दिनों से पहलवान यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। भारतीय कुश्ती महासंघ प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन की आलोचना करने के कुछ दिनों बाद, भारतीय ओलंपिक संघ की प्रमुख पीटी उषा ने आज धरना स्थल पहुंचीं।पीटी उषा ने बुधवार को आंदोलनरत पहलवानों से मुलाकात कर उन्हें जल्द से जल्द न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।

पीटी उषा ने दिया न्याय दिलाने का आश्वासन

बजरंग पूनिया ने बताया कि पीटी उषा ने बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों से कहा कि वह हमारे साथ खड़ी हैं और हमें न्याय दिलाएंगी। वह पहले एक एथलीट हैं और फिर कुछ और। बजरंग पूनिया के मुताबिक उन्होंने कहा कि वह पहलवानों की समस्या पर गौर करेंगी और जल्द से जल्द इसका समाधान करेंगी। बजरंग ने कहा कि बृजभूषण शरण सिंह के जेल जाने तक हम यहीं जंतर-मंतर पर रहेंगे। 

पहलवानों ने जताया था रोष

उषा के दौरे से एक दिन पहले मंगलवार को प्रदर्शनकारी पहलवानों ने मामले की जांच में देरी को लेकर रोष जताया था। उन्होंने इस बात पर भी हैरानी जताई कि पूर्व महान खिलाड़ी पीटी उषा और उसके एथलीट आयोग (एसी) की चेयरपर्सन एमसी मैरी कॉम जो एक बॉक्सिंग आइकन हैं ने उन्हें एक तरह से अकेला छोड़ दिया है।

पीटी उषा ने प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को बताया था अनुशासनहीन

पीटी उषा ने पिछले हफ्ते कहा था कि पहलवानों को अधिक अनुशासन दिखाना चाहिए था। पीटी उषा ने कहा था, ‘खिलाड़ियों को सड़कों पर विरोध नहीं करना चाहिए था। उन्हें कम से कम समिति की रिपोर्ट का इंतजार करना चाहिए था। उन्होंने जो किया है वह खेल और देश के लिए अच्छा नहीं है। यह एक नकारात्मक दृष्टिकोण है।