India

Mar 17 2023, 15:05

कांग्रेस ने पेश किया पीएम मोदी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव, जानिए क्या है मामला*

#venugopalmovesprivilegemotionagainstpmmodi 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाया गया है। कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने शुक्रवार को यह प्रस्ताव रखा।केसी वेणुगोपाल ने पीएम मोदी को नेहरू सरनेम वाले बयान पर विशेषाधिकार हनन नोटिस दिया है। दरअसल, पिछले महीने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब देते हुए पीएम मोदी ने नेहरू उपनाम का उपयोग नहीं करने को लेकर गांधी परिवार पर हमला बोला था।

कांग्रेस ने राज्यसभा के सभापति को जो चिट्ठी लिखी है, उसमें राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के बयान का जिक्र किया गया है। कांग्रेस ने उनके इस बयान के आधार पर ही विशेषाधिकार हनन का नोटिस भेजा है और आरोप लगाया है कि प्रथम दृष्टया में ही पीएम की यह बातें न सिर्फ अपमानजक थी, बल्कि नेहरु परिवार के सदस्यों खासकर सोनिया गांधी और राहुल गांधी, जो कि लोकसभा सदस्य भी हैं, उनके प्रति असम्मानजनक और मानहानि वाली थीं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या कहा था?*

राज्यसभा के सभापति को लिखे पत्र में कांग्रेस ने पीएम मोदी के बयान को भी शामिल किया है। पत्र के मुताबिक पीएम मोदी ने कहा था, मुझे बहुत आश्चर्य होता है कि चलो भाई, नेहरू जी का नाम हमसे कभी छूट जाता होगा और यदि छूट जाता है, तो हम उसे ठीक भी कर लेंगे… (व्यवधान)… क्योंकि वे देश के पहले प्रधानमंत्री थे, लेकिन मुझे यह समझ नहीं आता कि उनकी पीढ़ी का कोई भी व्यक्ति नेहरु जी का सरनेम रखने से क्यों डरता है? क्या शर्मिंदगी है? नेहरु सरनेम रखने में क्या शर्मिंदगी है? इतना बड़ा महान व्यक्ति आपको मंजूर नहीं है, परिवार मंजूर नहीं है।

India

Feb 20 2023, 13:31

नीतीश की नसीहत के बाद केसी वेणुगोपाल ने बड़ा बयान, बोले-अकेले मोदी सरकार का सामना नहीं कर सकती कांग्रेस

#kcvenugopalsayspartyalonecantfightmodigovernment 

2024 में लोकसभा का चुनाव होना है। इस चुनाव में बीजेपी तीसरी बार सत्ता अपने पास बनाए रखने के लिए जोर लगाएगी। वहीं दूसरे विपक्षी दल इस चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीटों के लिए लडेंगे। जी हां, ज्यादा से ज्यादा सीटों के लिए, सत्ता के लिए नहीं। क्योंकि इन्हें भी मालूम है कि अभी केन्द्र की मोदी सरकार को सत्ता से बेदखल करना मुश्किल है। इस बात को कांग्रेस ने भी मान लिया है। कांग्रेस का माना है कि 2024 के आम चुनाव में पार्टी के लिए मोदी सरकार का अकेले सामना करना काफी मुश्किल होगा।

हमें चोटों का अनुभव, लेकिन सब कुछ भूलने को तैयार-वेणुगोपाल

कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा है कि कांग्रेस विपक्षी एकता के लिए गंभीर है। हालांकि, उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा में विपक्षी नेताओं के न पहुंचने को लेकर टीस भी जाहिर की और कहा कि वह सब कुछ भूलने को तैयार हैं। वेणुगोपाल ने कहा, विपक्षी एकता के लिए हमारा प्रयास बहुत ईमानदार है। भले ही हमारे पास बहुत सारे अनुभव हैं, जिन्होंने हमें चोट पहुंचाई है, लेकिन हम इस तानाशाही सरकार को हटाने के लिए सब कुछ भूलने को तैयार हैं। हम पूरी तरह से विपक्ष में एकता के लिए हैं।

तानाशाही सरकार से लड़ने के लिए विपक्षी एकता की जरूरत-वेणुगोपाल

वेणुगोपाल ने कहा कि भाजपा के विरोध में पड़ने वाले वोटों को बिखरने से रोकने के लिए विपक्षी दलों की एकजुटता सबसे अहम मानक है। उन्होंने आगे कहा, कांग्रेस भी विपक्षी एकता को लेकर चिंतित है। राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने कई मौकों पर मौजूदा स्थिति को बयां किया है कि कांग्रेस अकेले इस सरकार का सामना नहीं कर सकती। कांग्रेस हर कीमत पर लड़ेगी। लेकिन हमें इस अलोकतांत्रिक, तानाशाही सरकार से लड़ने के लिए विपक्षी एकता की जरूरत होगी।

नीतीश कुमार ने क्या कहा था?

बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में विपक्ष की एकता को लेकर कांग्रेस को बड़ी सलाह दी थी। नीतीश कुमार ने शनिवार यानी 18 फरवरी को पटना में आयोजित सीपीआ-एमएल के राष्ट्रीय कन्वेंशन में बीजेपी को 100 सीटों के नीचे समेटने का प्लान बताया था। नीतीश कुमार ने कहा था, अगर साल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी पार्टियों का गठबंधन हो जाए, तो बीजेपी को 100 सीटों के नीचे समेटा जा सकता है। नीतीश कुमार ने सम्मेलन में कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के बाद अब कांग्रेस को आगे आना चाहिए और विपक्षी एकजुटता में देरी नहीं करनी चाहिए। नीतीश ने आगे कहा कि मैंने राहुल और सोनिया गांधी से दिल्ली में भी मुलाकात की थी। हम तो इंतजार कर रहे हैं। अगर सब एकजुट हो जाएं तो बीजेपी 100 सीटों के अंदर खिसक जाएगी।

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Mar 17 2023, 15:05

कांग्रेस ने पेश किया पीएम मोदी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव, जानिए क्या है मामला*

#venugopalmovesprivilegemotionagainstpmmodi 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाया गया है। कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने शुक्रवार को यह प्रस्ताव रखा।केसी वेणुगोपाल ने पीएम मोदी को नेहरू सरनेम वाले बयान पर विशेषाधिकार हनन नोटिस दिया है। दरअसल, पिछले महीने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब देते हुए पीएम मोदी ने नेहरू उपनाम का उपयोग नहीं करने को लेकर गांधी परिवार पर हमला बोला था।

कांग्रेस ने राज्यसभा के सभापति को जो चिट्ठी लिखी है, उसमें राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के बयान का जिक्र किया गया है। कांग्रेस ने उनके इस बयान के आधार पर ही विशेषाधिकार हनन का नोटिस भेजा है और आरोप लगाया है कि प्रथम दृष्टया में ही पीएम की यह बातें न सिर्फ अपमानजक थी, बल्कि नेहरु परिवार के सदस्यों खासकर सोनिया गांधी और राहुल गांधी, जो कि लोकसभा सदस्य भी हैं, उनके प्रति असम्मानजनक और मानहानि वाली थीं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या कहा था?*

राज्यसभा के सभापति को लिखे पत्र में कांग्रेस ने पीएम मोदी के बयान को भी शामिल किया है। पत्र के मुताबिक पीएम मोदी ने कहा था, मुझे बहुत आश्चर्य होता है कि चलो भाई, नेहरू जी का नाम हमसे कभी छूट जाता होगा और यदि छूट जाता है, तो हम उसे ठीक भी कर लेंगे… (व्यवधान)… क्योंकि वे देश के पहले प्रधानमंत्री थे, लेकिन मुझे यह समझ नहीं आता कि उनकी पीढ़ी का कोई भी व्यक्ति नेहरु जी का सरनेम रखने से क्यों डरता है? क्या शर्मिंदगी है? नेहरु सरनेम रखने में क्या शर्मिंदगी है? इतना बड़ा महान व्यक्ति आपको मंजूर नहीं है, परिवार मंजूर नहीं है।

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Feb 20 2023, 13:31

नीतीश की नसीहत के बाद केसी वेणुगोपाल ने बड़ा बयान, बोले-अकेले मोदी सरकार का सामना नहीं कर सकती कांग्रेस

#kcvenugopalsayspartyalonecantfightmodigovernment 

2024 में लोकसभा का चुनाव होना है। इस चुनाव में बीजेपी तीसरी बार सत्ता अपने पास बनाए रखने के लिए जोर लगाएगी। वहीं दूसरे विपक्षी दल इस चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीटों के लिए लडेंगे। जी हां, ज्यादा से ज्यादा सीटों के लिए, सत्ता के लिए नहीं। क्योंकि इन्हें भी मालूम है कि अभी केन्द्र की मोदी सरकार को सत्ता से बेदखल करना मुश्किल है। इस बात को कांग्रेस ने भी मान लिया है। कांग्रेस का माना है कि 2024 के आम चुनाव में पार्टी के लिए मोदी सरकार का अकेले सामना करना काफी मुश्किल होगा।

हमें चोटों का अनुभव, लेकिन सब कुछ भूलने को तैयार-वेणुगोपाल

कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा है कि कांग्रेस विपक्षी एकता के लिए गंभीर है। हालांकि, उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा में विपक्षी नेताओं के न पहुंचने को लेकर टीस भी जाहिर की और कहा कि वह सब कुछ भूलने को तैयार हैं। वेणुगोपाल ने कहा, विपक्षी एकता के लिए हमारा प्रयास बहुत ईमानदार है। भले ही हमारे पास बहुत सारे अनुभव हैं, जिन्होंने हमें चोट पहुंचाई है, लेकिन हम इस तानाशाही सरकार को हटाने के लिए सब कुछ भूलने को तैयार हैं। हम पूरी तरह से विपक्ष में एकता के लिए हैं।

तानाशाही सरकार से लड़ने के लिए विपक्षी एकता की जरूरत-वेणुगोपाल

वेणुगोपाल ने कहा कि भाजपा के विरोध में पड़ने वाले वोटों को बिखरने से रोकने के लिए विपक्षी दलों की एकजुटता सबसे अहम मानक है। उन्होंने आगे कहा, कांग्रेस भी विपक्षी एकता को लेकर चिंतित है। राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने कई मौकों पर मौजूदा स्थिति को बयां किया है कि कांग्रेस अकेले इस सरकार का सामना नहीं कर सकती। कांग्रेस हर कीमत पर लड़ेगी। लेकिन हमें इस अलोकतांत्रिक, तानाशाही सरकार से लड़ने के लिए विपक्षी एकता की जरूरत होगी।

नीतीश कुमार ने क्या कहा था?

बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में विपक्ष की एकता को लेकर कांग्रेस को बड़ी सलाह दी थी। नीतीश कुमार ने शनिवार यानी 18 फरवरी को पटना में आयोजित सीपीआ-एमएल के राष्ट्रीय कन्वेंशन में बीजेपी को 100 सीटों के नीचे समेटने का प्लान बताया था। नीतीश कुमार ने कहा था, अगर साल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी पार्टियों का गठबंधन हो जाए, तो बीजेपी को 100 सीटों के नीचे समेटा जा सकता है। नीतीश कुमार ने सम्मेलन में कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के बाद अब कांग्रेस को आगे आना चाहिए और विपक्षी एकजुटता में देरी नहीं करनी चाहिए। नीतीश ने आगे कहा कि मैंने राहुल और सोनिया गांधी से दिल्ली में भी मुलाकात की थी। हम तो इंतजार कर रहे हैं। अगर सब एकजुट हो जाएं तो बीजेपी 100 सीटों के अंदर खिसक जाएगी।