India

Apr 11 2024, 19:59

केजरीवाल समेत आप के कई बड़े नेता जेल में, अब पार्टी के सात सांसदों की हो रही “खोज”

#whereare7outof10aapmpmissing 

दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद पार्टी पर टूट का खतरा मंडरा रहा है। लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी के लिए बड़ी मुसीबत ये है कि पार्टी के संयोजक और दिल्ली के सीएम केजरीवाल जेल में हैं। एक बड़ी परेशानी ये है कि कई बड़े चेहरे पार्टी छोड़ रहे हैं। पंजाब से एकलौते लोकसभा सांसद सुशील कुमार टिंकू ने पार्टी छोड़कर बीजेपी जॉइन कर ली है। वहीं केजरीवाल के सहयोगी और दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री राज कुमार आनंद ने आम आदमी पार्टी की सदस्यता और अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। इन सबके बीच जो बातें सबसे ज्यादा नोटिस की जा रही वो है कि आम आदमी पार्टी के कई सांसद गायब हैं।

आम आदमी पार्टी के कुल 10 सांसद हैं। 10 में से 3 सांसद ही सक्रिय दिख रहे हैं। ज़मानत पर बाहर आए संजय सिंह के अलावा संदीप पाठक, एनडी गुप्ता पार्टी के तीन ऐसे राज्यसभा सांसद हैं, जो बीते दिनों सक्रिय दिखे हैं। बाकी के 7 सांसद ना तो केजरीवाल की गिरफ्तारी पर ही मुखर दिखे, ना ही केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में हो रहे प्रदर्शन में।

21 मार्च को अपने राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद से, आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के साथ-साथ देश के अन्य हिस्सों में विरोध प्रदर्शन कर रही है। पर 10 राज्यसभा सदस्यों में से अधिकांश इन विरोध प्रदर्शनों से गायब रहे हैं। केवल संजय सिंह, संदीप पाठक और एन डी गुप्ता को ही इस अवसर पर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ खड़ा देखा गया है। आम आदमी पार्टी के जो सांसद सक्रिय नहीं दिख रहे हैं, उनमें राघव चड्ढा, स्वाति मालिवाल, हरभजन सिंह, अशोक कुमार मित्तल, संजीव अरोड़ा, बलबीर सिंह और विक्रमजीत सिंह का नाम शामिल है।

कहां हैं आम आदमी पार्टी के सात राज्यसभा सांसद?

राघव चड्ढा-आंख का ऑपरेशन करवाने लंदन गए थे। मार्च के आख़िर में लौटना था, पर नहीं लौटे। हालांकि, राघव सोशल मीडिया पर सक्रिय दिखे हैं।

स्वाति मालिवाल- वो अमेरिका में हैं और इलाज करवा रही बहन के साथ हैं। स्वाति भी सोशल मीडिया पर सक्रिय दिख रही हैं।

हरभजन सिंह- हरभजन सिंह आम आदमी पार्टी के कार्यक्रमों में कम ही दिखते हैं। केजरीवाल की गिरफ़्तारी पर भी हरभजन सिंह शांत दिखे। सोशल मीडिया पर हरभजन सिंह की पोस्ट आईपीएल के बारे में तो दिखती हैं, मगर 'आप' पर नहीं।

अशोक कुमार मित्तल- लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के फाउंडर अशोक मित्तल पार्टी की गतिविधियों से नदारद दिखते हैं।

संजीव अरोड़ा- संजीव ने कहा कि वो केजरीवाल की पत्नी से 24 मार्च को मिले थे। हालांकि उन्होंने इंडिया गठबंधन के विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं होने की बात को स्वीकार किया। संजीव ने कहा- मुझे पार्टी ने लुधियाना में कुछ ज़िम्मेदारियां दी हैं।

बलबीर सिंह- बलबीर सिंह पर्यावरण के मुद्दे पर भी काम करते हैं। मगर बीते दिनों हुए विरोध प्रदर्शनों में वो नज़र नहीं आए हैं।

विक्रमजीत सिंह- केजरीवाल की गिरफ़्तारी कतो लेकतर पार्टी के विरोध प्रदर्शनों में विक्रमजीत सिंह कहीं नज़र नहीं आए हैं। हालांकि सोशल मीडिया पर उन्होंने स्टैनफर्ड यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स के साथ बातचीत का वीडियो साझा किया है।

India

Jan 30 2024, 11:09

अमेरिका की पर्ड्यू यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली भारतीय छात्र की मौत, मां ने की थी लापता हुए बेटे को ढूंढने की अपील

#us_missing_indian_student_of_purdue_university_confirmed_dead

अमेरिका के इंडियाना स्थित पर्ड्यू विश्वविद्यालय में पढ़ने वाला एक भारतीय छात्र का शव बरामद किया गया है। पिछले हफ्ते लापता होने के बाद परिसर में एक इमारत के बाहर छात्र मृत पाया गया है। अमेरिका में एक काउंटी के कोरोनर ने इसकी पुष्टि की है। छात्र की पहचान नील आचार्य के रूप में हुई है। जो रविवार सा लापता था।

यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर साइंस विभाग के अंतरिम प्रमुख क्रिस क्लिफ्टन ने सोमवार को विभाग को एक ईमेल में बताया, “मुझे अत्यंत दुख के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि हमारे एक छात्र नील आचार्य का निधन हो गया है। कंप्यूटर साइंस विभाग उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त करता है। हम बहुत दुखी हैं।”

अधिकारियों ने बताया कि उन्हें रविवार सुबह 11.30 बजे के करीब यह जानकारी मिली कि पश्चिमी लफायेट के 500 एलिसन रोड पर एक शव बरामद किया गया है। जांच करने पर यह एक कॉलेज जाने वाले छात्र का शव पाया गया। मृतक की पहचान भारतीय मूल के छात्र नील आचार्य के तौर पर की गई है। नील की मौत का सही कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है।

इससे पहले सोमवार को नील की मां गौरी आचार्य ने एक्स पर बेटे के लापता होने की जानकारी देते हुए लिखा था- “हमारा बेटा नील आचार्य कल 28 जनवरी (12:30 ईएसटी) से लापता है, वह अमेरिका में पर्ड्यू यूनिवर्सिटी में पढ़ रहा है। उसे आखिरी बार उबर ड्राइवर ने देखा था जिसने उन्हें पर्ड्यू यूनिवर्सिटी पर छोड़ा था. यदि आप कुछ जानते हैं तो कृपया हमारी मदद करें।”

इससे पहले अमेरिका के लिथोनिया शहर के जॉर्जिया में एक बेघर नशेड़ी ने एक 25 वर्षीय भारतीय छात्र की पीट-पीटकर हत्या कर दी। दरअसल, छात्र पिछले कुछ दिनों से उस बेघर नशेड़ी की मदद कर रहा था। हत्या की घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। पुलिस ने इस घटना के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। अटलांटा में हुई इस घटना पर भारत ने शोक जताते हुए इसे डरावना बताया और इसकी निंदा की।

WestBengalBangla

Nov 21 2023, 21:26

*Suresh Raina: Pat Cummins' captaincy proved the difference*

Sports News 

 

 

 KKNB : From an Indian perspective, the final was disappointing, but that’s what cricket is all about.

Australia played better than India, you can't complain about that. It was just one bad day at the office.

Australia won the toss and they knew that dew would be the key factor. They restricted India to 240 and chased really well. 

What swung the game in Australia’s favour was Pat Cummins’ captaincy. The way he brought Glenn Maxwell in to the attack to get the wicket of Rohit Sharma with a brilliant catch from Travis Head was very smart. Adam Zampa was great too, as was Cummins himself in dismissing Virat Kohli. 

They outplayed India and were very solid in their planning. 

Another big factor was Australia’s fielding, I think they saved 30 to 40 runs. From ball one, they were saving a lot of singles and boundaries. There was Travis’s catch and some excellent work in the deep from David Warner and Marnus Labuschagne.

I think Cummins showed real temperament in his captaincy. He changed his bowlers knowing he could put pressure on each India batter even though they were all in such good form. His tactics made all the difference and his planning and execution was perfect.

If you look at Australia’s innings, they were 47 for three, but India couldn’t put the pressure on because they were only defending 241 and then Travis Head played the best knock of the World Cup to change the direction of the game with his positive batting.

India looked very good from a bowling point of view but were left disappointed because they didn’t understand the wicket. 

It was very dry and they couldn’t keep pressure on with the bat because Australia bowled a lot of short balls and deliveries into the wicket which meant India couldn’t rotate the strike. Rohit’s wicket was a turning point and there were not enough runs on the board, especially when you’re used to making totals of up to 400. 

Credit goes to Travis and Marnus, the way they played when the pressure started to come back onto Australia showed they know how to win an ICC trophy. 

Glenn Maxwell’s double century against Afghanistan gave them the belief they could win the World Cup because when one player performs that well, everyone else wants to do the same for their country. Travis believed he could do it in the final and he did.

Reflecting on the entire World Cup, I think it was played in a great spirit. We saw lots of runs and wickets to both seam and spin. 

Afghanistan and the Netherlands both really impressed me and New Zealand did well too. We saw a lot of great individual performances from Bas de Leede and Paul van Meekeren of the Netherlands, to Rachin Ravindra of New Zealand and Mohammad Wasim of Pakistan, who looked very promising. 

From an Indian perspective, I was very impressed with KL Rahul but Mohammed Shami was my player of the tournament. The way he bowled against New Zealand and throughout the whole World Cup, he just went bang, bang, bang.

I thought Rohit Sharma’s captaincy was fantastic too. He looked very solid in his planning, decision making, approach and execution. He looked like a proper leader. 

Like MS Dhoni before him, he brought a team together and they played excellently. I don’t know if Rohit will play in the next 50-over World Cup, he might play in the T20 World Cup, but he really wanted to win the World Cup for the whole country. But God planned something else.

It’s very disappointing because they did so well in every department before the final. 

There were still some great moments, not least Virat scoring his 50th century in front of his idol, Sachin Tendulkar. 

We will see the Indian team doing well again because they know how to reach the latter stages of tournaments now. It just takes a bit of time to understand how to manage those pressure situations, especially when you’re at home. 

Sometimes when there’s a lot of pressure you can lose your focus, and I think that’s a lesson they will learn from this.

Despite the disappointment, there’s no doubt that this event has truly captured the hearts of the nation. New records have been set in stadium attendances, broadcast viewership and digital engagements, making this truly the biggest ICC Men’s Cricket World Cup ever.

In four years’ time, all eyes will be on hosts South Africa, Zimbabwe and Namibia, and it will be great to see new teams come through like we’ve seen with Afghanistan in the recent years. 

It might be Ireland or another team from Europe who really steps up, or perhaps one of the Asia Cup teams like Nepal. It will be exciting to see 14 teams and how it all shapes up.

 Pic Courtesy by: ICC

WestBengalBangla

Nov 14 2023, 17:11

*Eoin Morgan: Afghanistan’s remarkable journey leaves an enduring impact*

Sports News 

 ODI ICC World Cup,2023 

 

 

 KKNB : Afghanistan's World Cup journey has been nothing short of remarkable, leaving an enduring impact on the tournament.

Despite ultimately missing out on the semi-finals, their four wins from nine games was a truly commendable performance.

The familiar faces of Rashid Khan, Naveen-ul-Haq, Mohammad Nabi and Mujeeb Ur Rahman shone, but the revelation came in the form of Azmatullah Omarzai, who amassed over 300 runs.

This glimpse into the next generation underscores Afghanistan's potential as they continue their transformation from upset creators to consistent contenders against cricket's elite.

India, the host nation and pre-tournament favourites, have lived up to expectations with an unbeaten run in the group stages.

Rarely do favourites meet the hype, but India, buoyed by overwhelming support, seem indomitable under Rohit Sharma's leadership.

The upcoming challenge against New Zealand, a well-disciplined side and a past nemesis, adds a different dimension to India's journey.

In stark contrast, England's campaign has been a disappointing saga, culminating in an early exit.

From the initial loss to New Zealand to subsequent defeats against South Africa, India, Sri Lanka, and Afghanistan, the defending champions found little to celebrate.

The captain-coach duo of Jos Buttler and Matthew Mott must now grapple with the elusive reasons behind this dramatic slump, emphasising the urgency to identify and rectify the issues before heading to defend their ICC Men’s T20 World Cup crown in the USA and the Caribbean next year.

South Africa, on the other hand, have impressed with their batting prowess, emerging as a side capable of thriving under pressure.

Their semi-final clash with the resurgent Australians promises to be a thrilling encounter. Australia, perennial contenders, overcame initial setbacks to build momentum, setting the stage for a compelling semi-final.

Both teams must adhere to their aggressive styles to succeed, with Australia relying on past experiences while South Africa are exuding confidence under Temba Bavuma's leadership.

As the group stage dust settles, Afghanistan's promise, India's dominance, England's struggles, and the intriguing semi-final clash between South Africa and Australia define the narrative of this World Cup so far.

Plenty more drama awaits in the knockout stages, with each match offering new twists and turns, building anticipation for the crowning moment that awaits cricket fans worldwide.

 Pic Courtesy by: ICC

kolkata

Nov 07 2023, 16:41

*Aaron Finch: Zampa ‘probably the premier white ball spinner in the world’*

Sports News 

 ODI ICC World Cup,2023 

 

 

 

 KKNB : Australia have found what they were missing earlier on in the tournament – their energy.

In the first two games, they looked like a flat cricket team in all three facets of the game. The last five games, in particular, there has been a lot more energy in the field and to me that's always a sign that a team is really up to the contest.

Energy plays a huge role in the success of a team and that is what has contributed to the success of Australia’s next opponents, Afghanistan.

They are a very good cricket team and what they have brought with their energy is second to none. They are obviously a highly skilled team. They still perhaps rely on their spinners quite a bit but the thing that I've loved is that they have been consistent with their batting.

The one question mark for me was if they had to chase runs. In the past, it would tend to be a bit shaky at times and they could falter but at this World Cup, they have been flawless in chases.

Australia’s win over England on Saturday was a really good game and they will have been happy to get over the line with their top order not firing.

England have had the wood over Australia over the last couple of years but we are beginning to see a bit of a change there and I was interested by Joe Root’s comment that England are still a better team man for man, given how the tournament has played out.

England have got some great players who in a couple of years will go down in history amongst the best ever in the format. Jos Buttler is a brilliant player in both white ball formats and man-for-man I think they match up against most teams, but they just haven't got it right at this World Cup.

I don’t think Australia will really care that they have knocked England out, that’s more one for the fans than anything else.

Australia came here with the aim of winning the World Cup and it’s not about which teams you beat, it is about making the semi-final as the first real tick. Australia will just be satisfied to be one step closer.

Adam Zampa was outstanding again for Australia. I wrote in my last column about how impressive he has been and what stands out for me is how well he is reading the batters.

With spin, half the battle is knowing when to bowl your variations based on reading the batters and the conditions. He is bowling so beautifully at the moment and he has taken so many crucial wickets.

There will be a lot of work that goes into reading batters, from the backroom staff and the senior players, but the preparation that he puts in himself is right up there as well. 

At times, you can get caught when you play against teams or individuals so much that you just sort of go through the motions of preparation at times because you get comfortable but Zamps dots his I's and crosses his T's each and every game.

That has shone through in his unbelievable consistency, taking at least three wickets in five consecutive games. He has been probably the premier white-ball spinner for a couple of years across the two white-ball formats around the world, so this is really good recognition of the skill of his craft.

Against Afghanistan, however, I think it will be the pace bowlers who will have more of a say. They are playing at the Wankhede, which probably plays into Australia's hands.

It is a really good cricket wicket; it helps pace a little bit more than it does spin. It bounces traditionally which can make it very good for batting once you get in, but it can be a difficult place to start your innings.

As Australia prepare for the game, they will inevitably think about what is riding on the game and know a win will guarantee qualification for the knockout stages.

But once you turn up to the game you tend not to think of the ramifications of your performance too much, and instead be a lot more focused on the opposition.

If Australia qualify for the semi-finals against Afghanistan, they will likely face South Africa, and I think they have what it takes to beat them.

The Proteas’ loss against India will have given a lot of teams confidence that if they get it right, they can be all over South Africa.

 Pic Courtesy by: ICC

India

Oct 04 2023, 09:53

सिक्किम में बादल फटने से तबाही, सेना के कैंप से 23 जवान लापता, तलाश जारी

#sikkim_flood_like_situation_cloud_burst_army-_personnel_missing 

उत्तरी सिक्किम में बुधवार को बड़ा हादसा हुआ है।बादल फटने से आई बाढ़ से तबाही मची हुई है। यहां ल्होनक झील के ऊपर अचानक बादल फटने से लाचेन घाटी में तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई।इस बाढ़ में सेना के 23 जवान लापता बताए जा रहे हैं।जानकारी के मुताबिक, पहले बादल फटा और फिर इतना पानी आया कि चुंगथांग बांध से पानी छोड़ना पड़ा, जिसके बाद अब पानी का स्तर अचानक 15-20 फीट ऊंचाई तक बढ़ गया है।

23 जवानों के अलावा कई अन्य लापता

गुवाहाटी डिफेंस के प्रवक्ता ने कहा कि उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील के ऊपर अचानक बादल फटने से लाचेन घाटी में तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई। उन्होंने कहा कि घाटी में कुछ सैन्य प्रतिष्ठान प्रभावित हुए हैं। 23 कर्मियों के लापता होने की सूचना है और तलाशी अभियान जारी है। लाचेन घाटी के तीस्ता नदी में बाढ़ आई थी। घाटी में स्थित कई सैन्य भवन बाढ़ में बह गए। 23 जवानों के अलावा कई और लोगों के लापता होने की खबर है।

15-20 फीट की ऊंचाई तक जल स्तर बढ़ा

रक्षा पीआरओ के मुताबिक, चुंगथांग बांध से पानी छोड़े जाने के कारण नीचे की ओर 15-20 फीट की ऊंचाई तक जल स्तर अचानक बढ़ गया। इसके कारण सिंगताम के पास बारदांग में खड़े सेना के वाहन प्रभावित हुए।

नेशनल हाइवे-10 पूरी तरह से बह गया

ल्होनक झील पर बादल फटने के बाद प्रशासन ने निचले इलाकों को अलर्ट कर दिया । गाज़ोलडोबा, दोमोहनी, मेखलीगंज, घीश, और बांग्लादेश के निचले इलाके ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं। इन इलाकों को खासतौर पर अलर्ट किया गया। उधर, मेलि में नेशनल हाइवे-10 पूरी तरह से बह गया है। झील के फटने से फ्लैश फ्लड का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए प्रशासन अपने स्तर पर चौकसी बरत रहा है ताकि जानमाल के नुकसान को कम किया जा सके।

India

Sep 15 2023, 14:03

*चीन में विदेश मंत्री के बाद रक्षामंत्री भी लापता! दो हफ्तों से कहीं नजर नहीं आए, घर में नजरबंद किए जाने की अटकलें

#chinasdefenceministermissingforovertwoweeks

चीन में लगातार मंत्रियों और कमांडरों के गायब होने का सिलसिला जारी है। कुछ समय पहले ही सेना के दो कमांडर और विदेश मंत्री के बाद अब चीन के रक्षा मंत्री भी गायब हो गए हैं। चीन के नए रक्षामंत्री ली शांगफू पिछले दो हफ्तों से कहीं नजर नहीं आए हैं। ऐसे में उनके लापता होने की खबरें जोर पकड़ने लगी हैं। वहीं शी जिनपिंग सरकार ने इस मामले में चुप्‍पी साध रखी है। इससे पहले चीन के व‍िदेश मंत्री रहे किन गांग भी कई दिनों तक गायब रहे थे और बाद में उन्‍हें पद से ही हटा दिया गया था। 

चीन के रक्षा मंत्री ली शांगफू करीब दो हफ्तों से गायब हैं। किसी को नहीं पता कि वे कहां हैं. अब सार्वजनिक जीवन में उनकी अनुपस्थिति को लेकर अफवाहें फैल रही हैं। इस बारे में जापान में अमेरिकी राजदूत रहम इमैनुएल ने शुक्रवार (15 सितंबर) को एक सोशल मीडिया पोस्ट में सवाल किया कि क्या चीन के रक्षा मंत्री को घर में नजरबंद कर दिया गया है? राजदूत ने कहा कि इससे चीन की जनता में दो हफ्ते से भ्रम बढ़ गया है।

घर में नजरबंद किया गया ?

एक्स पर एक पोस्ट में रहम इमैनुएल ने लिखा, "पहला: रक्षा मंत्री ली शांगफू को तीन हफ्ते से न तो देखा गया है और न ही सुना गया है। दूसरा: वह अपनी वियतनाम यात्रा पर भी नहीं देखे गए। अब रक्षा मंत्री शांगफू सिंगापुर के नौसेना प्रमुख के साथ अपनी निर्धारित बैठक से अनुपस्थित रहे क्योंकि उन्हें घर में नजरबंद कर दिया गया था?" इस पोस्ट के साथ हैशटैग " लिखा है।

“शी की कैबिनेट की कहानी अगाथा क्रिस्टी के उपन्यास जैसी”

राजदूत रहम इमैनुअल ने अपने पोस्ट में कहा कि राष्ट्रपति शी की कैबिनेट की कहानी अगाथा क्रिस्टी के उपन्यास 'एंड देयर वर नन' से मिलती जुलती है। उन्होंने कहा कि पहले विदेश मंत्री किन गैंग, फिर रॉकेट फोर्स कमांडर और अब रक्षा मंत्री ली शांगफू लापता हैं। 

29 अगस्‍त को आखिरी बार देखे गए थे रक्षा मंत्री

रिपोर्ट के अनुसार, चीनी रक्षा मंत्री को आखिरी बार 29 अगस्‍त, 2023 को देखा गया था, जब उन्होंने बीजिंग में हुए चीन- अफ्रीका पीस ऐंड सिक्योरिटी फोरम की बैठक में भाग लिया था. इसके बाद से चीनी रक्षामंत्री सार्वजनिक रूप से नजर नहीं आये हैं.

भ्रष्टाचार के मामलों की जांच के बीच गायब हुए ली

ली शांगफू के इस तरह से गायब होने के बाद तमाम तरह की अटकलें लगने लगी हैं। चीन के रक्षा मंत्री तब गायब हुए हैं, जब पांच साल पहले की गई हार्डवेयर खरीद से जुड़े भ्रष्टाचार के मामलों की जांच की जा रही है। गौरतलब है कि ये जांच जुलाई में शुरू की गई थी। हालांकि चीनी सेना का कहना है कि वह अक्टूबर 2017 से ही इन मुद्दों की जांच कर रही है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ली सितंबर 2017 से 2022 तक उपकरण विभाग में कार्यरत थे। हालांकि, उनपर कोई आरोप नहीं है। 

बता दें कि इससे पहले चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने जुलाई में अपने चुने हुए विदेश मंत्री किन गैंग को अचानक हटा लिया था। उसके बाद उनकी जगह पर वांग यी को विदेश मंत्री बनाने की खबर सामने आ गई थी। हालांकि, इससे पहले उनके गायब होने की खबरें चर्चा में थी। किन गैंग का अचानक गायब होना आज भी लोगों के लिए अबूझ पहेली बना हुआ है। दरअसल, उन्हें अभी तक सार्वजनिक तौर पर नहीं देखा गया है। किन गैंग को हटाने के बाद शी जिनपिंग ने रॉकेट फोर्स के जनरल ली यूचाओ और जनरल लियू गुआंगबिन को भी बर्खास्‍त कर दिया था।

Gaya

Aug 17 2023, 15:30

राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी की चुनाव प्रबंध समिति और संकल्प पत्र समिति की घोषणा, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का नाम शामिल नहीं

#vasundhara_raje_name_missing_from_bjp_election_committee_and_manifesto_committe_for_rajasthan

राजस्थान में विधानसभा चुनावों को लेकर हलचल तेज हो गई है। इसी बीच राजस्थान बीजेपी ने विधानसभा चुनाव को लेकर संकल्प पत्र और प्रबंधन समिति की घोषणा कर दी है। यह घोषणा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देश पर हुई है। इसमें बड़ी बात यह है कि राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का नाम शामिल नहीं किया गया है।

पार्टी के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह की मौजूदगी में प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने प्रदेश चुनाव प्रबंध समिति और संकल्प पत्र समिति की घोषणा की। इन दोनों समितियों में कुल 46 नेताओं को जगह दी गई। चुनाव प्रबंध समिति का संयोजक पूर्व सांसद और प्रदेश उपाध्यक्ष नारायण पंचारिया को बनाया गया है। वहीं संकल्प पत्र समिति के संयोजन का जिम्मा केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को दिया गया। 

प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति में 21 नेताओं को जगह

प्रदेश में विधानसभा चुनावों को देखते हुए चुनाव प्रबंधन समिति में 21 नेताओं को जगह दी गई है। इसमें 1 संयोजक, 6 सह संयोजक औऱ 14 सदस्य बनाए गए हैं। इसमें नारायण पंचारिया को संयोजक, पूर्व प्रदेश महामंत्री ओंकार सिंह लखावत, सांसद राज्यवर्द्धन राठौड़, प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेश महामंत्री दामोदर अग्रवाल, पूर्व राज्य सूचना आयुक्त सीएम मीणा और कन्हैयालाल बैरवाल को सह संयोजक बनाया गया है।

प्रदेश संकल्प पत्र समिति में 25 नेताओं को किया शामिल

विधानसभा चुनाव के लिए तैयार होने वाले घोषणा पत्र के लिए बीजेपी ने प्रदेश संकल्प पत्र (मेनिफेस्टो) समिति का गठन किया है। इस कमेटी में 1 संयोजक, 7 सह संयोजक और 17 सदस्य बनाए गए हैं। इस कमेटी की जिम्मेदारी केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल संभालेंगे। उन्हें संयोजक बनाया गया है।

वहीं, उनके साथ राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी, राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा, राष्ट्रीय मंत्री अल्का सिंह गुर्जर, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राव राजेन्द्र सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष मेहरिया, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रभुलाल सैनी और पार्षद राखी राठौड़ को कमेटी में सह-संयोजक बनाया गया है।

क्या तीसरी कमेटी में मिलेगी जगह?

दोनों ही अहम समितियों में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का नाम नहीं शामिल किया गया। प्रदेश में बीजेपी के सबसे बड़े चेहरों में शामिल वसुंधरा के नाम को शामिल नहीं किए जाने पर अब सियासी हलकों में चर्चाओं को दौर शुरू हो गया है। वसुंधरा राजे की चुनाव में भूमिका के सवाल पर प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारी ने गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि पार्टी में कई वरिष्ठ नेता हैं, वे पार्टी के लिए प्रचार करेंगे। अभी कैंपेन कमेटी के संयोजक और उसके सदस्यों की घोषणा होना बाकी है।

राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे वर्तमान में पार्टी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। पिछले महीने ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा की नई टीम में भी उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद पर बरकरार रखा गया था। हालांकि तब भी चर्चाएं हो रही थी कि चुनावी साल में वसुंधरा को केंद्रीय टीम की बजाय प्रदेश में भूमिका क्यों नहीं दी जा रही?

Jehanabad

Aug 17 2023, 15:29

राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी की चुनाव प्रबंध समिति और संकल्प पत्र समिति की घोषणा, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का नाम शामिल नहीं

#vasundhara_raje_name_missing_from_bjp_election_committee_and_manifesto_committe_for_rajasthan

राजस्थान में विधानसभा चुनावों को लेकर हलचल तेज हो गई है। इसी बीच राजस्थान बीजेपी ने विधानसभा चुनाव को लेकर संकल्प पत्र और प्रबंधन समिति की घोषणा कर दी है। यह घोषणा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देश पर हुई है। इसमें बड़ी बात यह है कि राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का नाम शामिल नहीं किया गया है।

पार्टी के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह की मौजूदगी में प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने प्रदेश चुनाव प्रबंध समिति और संकल्प पत्र समिति की घोषणा की। इन दोनों समितियों में कुल 46 नेताओं को जगह दी गई। चुनाव प्रबंध समिति का संयोजक पूर्व सांसद और प्रदेश उपाध्यक्ष नारायण पंचारिया को बनाया गया है। वहीं संकल्प पत्र समिति के संयोजन का जिम्मा केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को दिया गया। 

प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति में 21 नेताओं को जगह

प्रदेश में विधानसभा चुनावों को देखते हुए चुनाव प्रबंधन समिति में 21 नेताओं को जगह दी गई है। इसमें 1 संयोजक, 6 सह संयोजक औऱ 14 सदस्य बनाए गए हैं। इसमें नारायण पंचारिया को संयोजक, पूर्व प्रदेश महामंत्री ओंकार सिंह लखावत, सांसद राज्यवर्द्धन राठौड़, प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेश महामंत्री दामोदर अग्रवाल, पूर्व राज्य सूचना आयुक्त सीएम मीणा और कन्हैयालाल बैरवाल को सह संयोजक बनाया गया है।

प्रदेश संकल्प पत्र समिति में 25 नेताओं को किया शामिल

विधानसभा चुनाव के लिए तैयार होने वाले घोषणा पत्र के लिए बीजेपी ने प्रदेश संकल्प पत्र (मेनिफेस्टो) समिति का गठन किया है। इस कमेटी में 1 संयोजक, 7 सह संयोजक और 17 सदस्य बनाए गए हैं। इस कमेटी की जिम्मेदारी केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल संभालेंगे। उन्हें संयोजक बनाया गया है।

वहीं, उनके साथ राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी, राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा, राष्ट्रीय मंत्री अल्का सिंह गुर्जर, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राव राजेन्द्र सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष मेहरिया, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रभुलाल सैनी और पार्षद राखी राठौड़ को कमेटी में सह-संयोजक बनाया गया है।

क्या तीसरी कमेटी में मिलेगी जगह?

दोनों ही अहम समितियों में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का नाम नहीं शामिल किया गया। प्रदेश में बीजेपी के सबसे बड़े चेहरों में शामिल वसुंधरा के नाम को शामिल नहीं किए जाने पर अब सियासी हलकों में चर्चाओं को दौर शुरू हो गया है। वसुंधरा राजे की चुनाव में भूमिका के सवाल पर प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारी ने गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि पार्टी में कई वरिष्ठ नेता हैं, वे पार्टी के लिए प्रचार करेंगे। अभी कैंपेन कमेटी के संयोजक और उसके सदस्यों की घोषणा होना बाकी है।

राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे वर्तमान में पार्टी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। पिछले महीने ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा की नई टीम में भी उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद पर बरकरार रखा गया था। हालांकि तब भी चर्चाएं हो रही थी कि चुनावी साल में वसुंधरा को केंद्रीय टीम की बजाय प्रदेश में भूमिका क्यों नहीं दी जा रही?

Nawada

Aug 17 2023, 15:28

राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी की चुनाव प्रबंध समिति और संकल्प पत्र समिति की घोषणा, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का नाम शामिल नहीं

#vasundhara_raje_name_missing_from_bjp_election_committee_and_manifesto_committe_for_rajasthan

राजस्थान में विधानसभा चुनावों को लेकर हलचल तेज हो गई है। इसी बीच राजस्थान बीजेपी ने विधानसभा चुनाव को लेकर संकल्प पत्र और प्रबंधन समिति की घोषणा कर दी है। यह घोषणा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देश पर हुई है। इसमें बड़ी बात यह है कि राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का नाम शामिल नहीं किया गया है।

पार्टी के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह की मौजूदगी में प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने प्रदेश चुनाव प्रबंध समिति और संकल्प पत्र समिति की घोषणा की। इन दोनों समितियों में कुल 46 नेताओं को जगह दी गई। चुनाव प्रबंध समिति का संयोजक पूर्व सांसद और प्रदेश उपाध्यक्ष नारायण पंचारिया को बनाया गया है। वहीं संकल्प पत्र समिति के संयोजन का जिम्मा केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को दिया गया। 

प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति में 21 नेताओं को जगह

प्रदेश में विधानसभा चुनावों को देखते हुए चुनाव प्रबंधन समिति में 21 नेताओं को जगह दी गई है। इसमें 1 संयोजक, 6 सह संयोजक औऱ 14 सदस्य बनाए गए हैं। इसमें नारायण पंचारिया को संयोजक, पूर्व प्रदेश महामंत्री ओंकार सिंह लखावत, सांसद राज्यवर्द्धन राठौड़, प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेश महामंत्री दामोदर अग्रवाल, पूर्व राज्य सूचना आयुक्त सीएम मीणा और कन्हैयालाल बैरवाल को सह संयोजक बनाया गया है।

प्रदेश संकल्प पत्र समिति में 25 नेताओं को किया शामिल

विधानसभा चुनाव के लिए तैयार होने वाले घोषणा पत्र के लिए बीजेपी ने प्रदेश संकल्प पत्र (मेनिफेस्टो) समिति का गठन किया है। इस कमेटी में 1 संयोजक, 7 सह संयोजक और 17 सदस्य बनाए गए हैं। इस कमेटी की जिम्मेदारी केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल संभालेंगे। उन्हें संयोजक बनाया गया है।

वहीं, उनके साथ राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी, राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा, राष्ट्रीय मंत्री अल्का सिंह गुर्जर, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राव राजेन्द्र सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष मेहरिया, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रभुलाल सैनी और पार्षद राखी राठौड़ को कमेटी में सह-संयोजक बनाया गया है।

क्या तीसरी कमेटी में मिलेगी जगह?

दोनों ही अहम समितियों में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का नाम नहीं शामिल किया गया। प्रदेश में बीजेपी के सबसे बड़े चेहरों में शामिल वसुंधरा के नाम को शामिल नहीं किए जाने पर अब सियासी हलकों में चर्चाओं को दौर शुरू हो गया है। वसुंधरा राजे की चुनाव में भूमिका के सवाल पर प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारी ने गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि पार्टी में कई वरिष्ठ नेता हैं, वे पार्टी के लिए प्रचार करेंगे। अभी कैंपेन कमेटी के संयोजक और उसके सदस्यों की घोषणा होना बाकी है।

राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे वर्तमान में पार्टी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। पिछले महीने ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा की नई टीम में भी उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद पर बरकरार रखा गया था। हालांकि तब भी चर्चाएं हो रही थी कि चुनावी साल में वसुंधरा को केंद्रीय टीम की बजाय प्रदेश में भूमिका क्यों नहीं दी जा रही?

India

Apr 11 2024, 19:59

केजरीवाल समेत आप के कई बड़े नेता जेल में, अब पार्टी के सात सांसदों की हो रही “खोज”

#whereare7outof10aapmpmissing 

दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद पार्टी पर टूट का खतरा मंडरा रहा है। लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी के लिए बड़ी मुसीबत ये है कि पार्टी के संयोजक और दिल्ली के सीएम केजरीवाल जेल में हैं। एक बड़ी परेशानी ये है कि कई बड़े चेहरे पार्टी छोड़ रहे हैं। पंजाब से एकलौते लोकसभा सांसद सुशील कुमार टिंकू ने पार्टी छोड़कर बीजेपी जॉइन कर ली है। वहीं केजरीवाल के सहयोगी और दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री राज कुमार आनंद ने आम आदमी पार्टी की सदस्यता और अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। इन सबके बीच जो बातें सबसे ज्यादा नोटिस की जा रही वो है कि आम आदमी पार्टी के कई सांसद गायब हैं।

आम आदमी पार्टी के कुल 10 सांसद हैं। 10 में से 3 सांसद ही सक्रिय दिख रहे हैं। ज़मानत पर बाहर आए संजय सिंह के अलावा संदीप पाठक, एनडी गुप्ता पार्टी के तीन ऐसे राज्यसभा सांसद हैं, जो बीते दिनों सक्रिय दिखे हैं। बाकी के 7 सांसद ना तो केजरीवाल की गिरफ्तारी पर ही मुखर दिखे, ना ही केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में हो रहे प्रदर्शन में।

21 मार्च को अपने राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद से, आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के साथ-साथ देश के अन्य हिस्सों में विरोध प्रदर्शन कर रही है। पर 10 राज्यसभा सदस्यों में से अधिकांश इन विरोध प्रदर्शनों से गायब रहे हैं। केवल संजय सिंह, संदीप पाठक और एन डी गुप्ता को ही इस अवसर पर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ खड़ा देखा गया है। आम आदमी पार्टी के जो सांसद सक्रिय नहीं दिख रहे हैं, उनमें राघव चड्ढा, स्वाति मालिवाल, हरभजन सिंह, अशोक कुमार मित्तल, संजीव अरोड़ा, बलबीर सिंह और विक्रमजीत सिंह का नाम शामिल है।

कहां हैं आम आदमी पार्टी के सात राज्यसभा सांसद?

राघव चड्ढा-आंख का ऑपरेशन करवाने लंदन गए थे। मार्च के आख़िर में लौटना था, पर नहीं लौटे। हालांकि, राघव सोशल मीडिया पर सक्रिय दिखे हैं।

स्वाति मालिवाल- वो अमेरिका में हैं और इलाज करवा रही बहन के साथ हैं। स्वाति भी सोशल मीडिया पर सक्रिय दिख रही हैं।

हरभजन सिंह- हरभजन सिंह आम आदमी पार्टी के कार्यक्रमों में कम ही दिखते हैं। केजरीवाल की गिरफ़्तारी पर भी हरभजन सिंह शांत दिखे। सोशल मीडिया पर हरभजन सिंह की पोस्ट आईपीएल के बारे में तो दिखती हैं, मगर 'आप' पर नहीं।

अशोक कुमार मित्तल- लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के फाउंडर अशोक मित्तल पार्टी की गतिविधियों से नदारद दिखते हैं।

संजीव अरोड़ा- संजीव ने कहा कि वो केजरीवाल की पत्नी से 24 मार्च को मिले थे। हालांकि उन्होंने इंडिया गठबंधन के विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं होने की बात को स्वीकार किया। संजीव ने कहा- मुझे पार्टी ने लुधियाना में कुछ ज़िम्मेदारियां दी हैं।

बलबीर सिंह- बलबीर सिंह पर्यावरण के मुद्दे पर भी काम करते हैं। मगर बीते दिनों हुए विरोध प्रदर्शनों में वो नज़र नहीं आए हैं।

विक्रमजीत सिंह- केजरीवाल की गिरफ़्तारी कतो लेकतर पार्टी के विरोध प्रदर्शनों में विक्रमजीत सिंह कहीं नज़र नहीं आए हैं। हालांकि सोशल मीडिया पर उन्होंने स्टैनफर्ड यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स के साथ बातचीत का वीडियो साझा किया है।

India

Jan 30 2024, 11:09

अमेरिका की पर्ड्यू यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली भारतीय छात्र की मौत, मां ने की थी लापता हुए बेटे को ढूंढने की अपील

#us_missing_indian_student_of_purdue_university_confirmed_dead

अमेरिका के इंडियाना स्थित पर्ड्यू विश्वविद्यालय में पढ़ने वाला एक भारतीय छात्र का शव बरामद किया गया है। पिछले हफ्ते लापता होने के बाद परिसर में एक इमारत के बाहर छात्र मृत पाया गया है। अमेरिका में एक काउंटी के कोरोनर ने इसकी पुष्टि की है। छात्र की पहचान नील आचार्य के रूप में हुई है। जो रविवार सा लापता था।

यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर साइंस विभाग के अंतरिम प्रमुख क्रिस क्लिफ्टन ने सोमवार को विभाग को एक ईमेल में बताया, “मुझे अत्यंत दुख के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि हमारे एक छात्र नील आचार्य का निधन हो गया है। कंप्यूटर साइंस विभाग उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त करता है। हम बहुत दुखी हैं।”

अधिकारियों ने बताया कि उन्हें रविवार सुबह 11.30 बजे के करीब यह जानकारी मिली कि पश्चिमी लफायेट के 500 एलिसन रोड पर एक शव बरामद किया गया है। जांच करने पर यह एक कॉलेज जाने वाले छात्र का शव पाया गया। मृतक की पहचान भारतीय मूल के छात्र नील आचार्य के तौर पर की गई है। नील की मौत का सही कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है।

इससे पहले सोमवार को नील की मां गौरी आचार्य ने एक्स पर बेटे के लापता होने की जानकारी देते हुए लिखा था- “हमारा बेटा नील आचार्य कल 28 जनवरी (12:30 ईएसटी) से लापता है, वह अमेरिका में पर्ड्यू यूनिवर्सिटी में पढ़ रहा है। उसे आखिरी बार उबर ड्राइवर ने देखा था जिसने उन्हें पर्ड्यू यूनिवर्सिटी पर छोड़ा था. यदि आप कुछ जानते हैं तो कृपया हमारी मदद करें।”

इससे पहले अमेरिका के लिथोनिया शहर के जॉर्जिया में एक बेघर नशेड़ी ने एक 25 वर्षीय भारतीय छात्र की पीट-पीटकर हत्या कर दी। दरअसल, छात्र पिछले कुछ दिनों से उस बेघर नशेड़ी की मदद कर रहा था। हत्या की घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। पुलिस ने इस घटना के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। अटलांटा में हुई इस घटना पर भारत ने शोक जताते हुए इसे डरावना बताया और इसकी निंदा की।

WestBengalBangla

Nov 21 2023, 21:26

*Suresh Raina: Pat Cummins' captaincy proved the difference*

Sports News 

 

 

 KKNB : From an Indian perspective, the final was disappointing, but that’s what cricket is all about.

Australia played better than India, you can't complain about that. It was just one bad day at the office.

Australia won the toss and they knew that dew would be the key factor. They restricted India to 240 and chased really well. 

What swung the game in Australia’s favour was Pat Cummins’ captaincy. The way he brought Glenn Maxwell in to the attack to get the wicket of Rohit Sharma with a brilliant catch from Travis Head was very smart. Adam Zampa was great too, as was Cummins himself in dismissing Virat Kohli. 

They outplayed India and were very solid in their planning. 

Another big factor was Australia’s fielding, I think they saved 30 to 40 runs. From ball one, they were saving a lot of singles and boundaries. There was Travis’s catch and some excellent work in the deep from David Warner and Marnus Labuschagne.

I think Cummins showed real temperament in his captaincy. He changed his bowlers knowing he could put pressure on each India batter even though they were all in such good form. His tactics made all the difference and his planning and execution was perfect.

If you look at Australia’s innings, they were 47 for three, but India couldn’t put the pressure on because they were only defending 241 and then Travis Head played the best knock of the World Cup to change the direction of the game with his positive batting.

India looked very good from a bowling point of view but were left disappointed because they didn’t understand the wicket. 

It was very dry and they couldn’t keep pressure on with the bat because Australia bowled a lot of short balls and deliveries into the wicket which meant India couldn’t rotate the strike. Rohit’s wicket was a turning point and there were not enough runs on the board, especially when you’re used to making totals of up to 400. 

Credit goes to Travis and Marnus, the way they played when the pressure started to come back onto Australia showed they know how to win an ICC trophy. 

Glenn Maxwell’s double century against Afghanistan gave them the belief they could win the World Cup because when one player performs that well, everyone else wants to do the same for their country. Travis believed he could do it in the final and he did.

Reflecting on the entire World Cup, I think it was played in a great spirit. We saw lots of runs and wickets to both seam and spin. 

Afghanistan and the Netherlands both really impressed me and New Zealand did well too. We saw a lot of great individual performances from Bas de Leede and Paul van Meekeren of the Netherlands, to Rachin Ravindra of New Zealand and Mohammad Wasim of Pakistan, who looked very promising. 

From an Indian perspective, I was very impressed with KL Rahul but Mohammed Shami was my player of the tournament. The way he bowled against New Zealand and throughout the whole World Cup, he just went bang, bang, bang.

I thought Rohit Sharma’s captaincy was fantastic too. He looked very solid in his planning, decision making, approach and execution. He looked like a proper leader. 

Like MS Dhoni before him, he brought a team together and they played excellently. I don’t know if Rohit will play in the next 50-over World Cup, he might play in the T20 World Cup, but he really wanted to win the World Cup for the whole country. But God planned something else.

It’s very disappointing because they did so well in every department before the final. 

There were still some great moments, not least Virat scoring his 50th century in front of his idol, Sachin Tendulkar. 

We will see the Indian team doing well again because they know how to reach the latter stages of tournaments now. It just takes a bit of time to understand how to manage those pressure situations, especially when you’re at home. 

Sometimes when there’s a lot of pressure you can lose your focus, and I think that’s a lesson they will learn from this.

Despite the disappointment, there’s no doubt that this event has truly captured the hearts of the nation. New records have been set in stadium attendances, broadcast viewership and digital engagements, making this truly the biggest ICC Men’s Cricket World Cup ever.

In four years’ time, all eyes will be on hosts South Africa, Zimbabwe and Namibia, and it will be great to see new teams come through like we’ve seen with Afghanistan in the recent years. 

It might be Ireland or another team from Europe who really steps up, or perhaps one of the Asia Cup teams like Nepal. It will be exciting to see 14 teams and how it all shapes up.

 Pic Courtesy by: ICC

WestBengalBangla

Nov 14 2023, 17:11

*Eoin Morgan: Afghanistan’s remarkable journey leaves an enduring impact*

Sports News 

 ODI ICC World Cup,2023 

 

 

 KKNB : Afghanistan's World Cup journey has been nothing short of remarkable, leaving an enduring impact on the tournament.

Despite ultimately missing out on the semi-finals, their four wins from nine games was a truly commendable performance.

The familiar faces of Rashid Khan, Naveen-ul-Haq, Mohammad Nabi and Mujeeb Ur Rahman shone, but the revelation came in the form of Azmatullah Omarzai, who amassed over 300 runs.

This glimpse into the next generation underscores Afghanistan's potential as they continue their transformation from upset creators to consistent contenders against cricket's elite.

India, the host nation and pre-tournament favourites, have lived up to expectations with an unbeaten run in the group stages.

Rarely do favourites meet the hype, but India, buoyed by overwhelming support, seem indomitable under Rohit Sharma's leadership.

The upcoming challenge against New Zealand, a well-disciplined side and a past nemesis, adds a different dimension to India's journey.

In stark contrast, England's campaign has been a disappointing saga, culminating in an early exit.

From the initial loss to New Zealand to subsequent defeats against South Africa, India, Sri Lanka, and Afghanistan, the defending champions found little to celebrate.

The captain-coach duo of Jos Buttler and Matthew Mott must now grapple with the elusive reasons behind this dramatic slump, emphasising the urgency to identify and rectify the issues before heading to defend their ICC Men’s T20 World Cup crown in the USA and the Caribbean next year.

South Africa, on the other hand, have impressed with their batting prowess, emerging as a side capable of thriving under pressure.

Their semi-final clash with the resurgent Australians promises to be a thrilling encounter. Australia, perennial contenders, overcame initial setbacks to build momentum, setting the stage for a compelling semi-final.

Both teams must adhere to their aggressive styles to succeed, with Australia relying on past experiences while South Africa are exuding confidence under Temba Bavuma's leadership.

As the group stage dust settles, Afghanistan's promise, India's dominance, England's struggles, and the intriguing semi-final clash between South Africa and Australia define the narrative of this World Cup so far.

Plenty more drama awaits in the knockout stages, with each match offering new twists and turns, building anticipation for the crowning moment that awaits cricket fans worldwide.

 Pic Courtesy by: ICC

kolkata

Nov 07 2023, 16:41

*Aaron Finch: Zampa ‘probably the premier white ball spinner in the world’*

Sports News 

 ODI ICC World Cup,2023 

 

 

 

 KKNB : Australia have found what they were missing earlier on in the tournament – their energy.

In the first two games, they looked like a flat cricket team in all three facets of the game. The last five games, in particular, there has been a lot more energy in the field and to me that's always a sign that a team is really up to the contest.

Energy plays a huge role in the success of a team and that is what has contributed to the success of Australia’s next opponents, Afghanistan.

They are a very good cricket team and what they have brought with their energy is second to none. They are obviously a highly skilled team. They still perhaps rely on their spinners quite a bit but the thing that I've loved is that they have been consistent with their batting.

The one question mark for me was if they had to chase runs. In the past, it would tend to be a bit shaky at times and they could falter but at this World Cup, they have been flawless in chases.

Australia’s win over England on Saturday was a really good game and they will have been happy to get over the line with their top order not firing.

England have had the wood over Australia over the last couple of years but we are beginning to see a bit of a change there and I was interested by Joe Root’s comment that England are still a better team man for man, given how the tournament has played out.

England have got some great players who in a couple of years will go down in history amongst the best ever in the format. Jos Buttler is a brilliant player in both white ball formats and man-for-man I think they match up against most teams, but they just haven't got it right at this World Cup.

I don’t think Australia will really care that they have knocked England out, that’s more one for the fans than anything else.

Australia came here with the aim of winning the World Cup and it’s not about which teams you beat, it is about making the semi-final as the first real tick. Australia will just be satisfied to be one step closer.

Adam Zampa was outstanding again for Australia. I wrote in my last column about how impressive he has been and what stands out for me is how well he is reading the batters.

With spin, half the battle is knowing when to bowl your variations based on reading the batters and the conditions. He is bowling so beautifully at the moment and he has taken so many crucial wickets.

There will be a lot of work that goes into reading batters, from the backroom staff and the senior players, but the preparation that he puts in himself is right up there as well. 

At times, you can get caught when you play against teams or individuals so much that you just sort of go through the motions of preparation at times because you get comfortable but Zamps dots his I's and crosses his T's each and every game.

That has shone through in his unbelievable consistency, taking at least three wickets in five consecutive games. He has been probably the premier white-ball spinner for a couple of years across the two white-ball formats around the world, so this is really good recognition of the skill of his craft.

Against Afghanistan, however, I think it will be the pace bowlers who will have more of a say. They are playing at the Wankhede, which probably plays into Australia's hands.

It is a really good cricket wicket; it helps pace a little bit more than it does spin. It bounces traditionally which can make it very good for batting once you get in, but it can be a difficult place to start your innings.

As Australia prepare for the game, they will inevitably think about what is riding on the game and know a win will guarantee qualification for the knockout stages.

But once you turn up to the game you tend not to think of the ramifications of your performance too much, and instead be a lot more focused on the opposition.

If Australia qualify for the semi-finals against Afghanistan, they will likely face South Africa, and I think they have what it takes to beat them.

The Proteas’ loss against India will have given a lot of teams confidence that if they get it right, they can be all over South Africa.

 Pic Courtesy by: ICC

India

Oct 04 2023, 09:53

सिक्किम में बादल फटने से तबाही, सेना के कैंप से 23 जवान लापता, तलाश जारी

#sikkim_flood_like_situation_cloud_burst_army-_personnel_missing 

उत्तरी सिक्किम में बुधवार को बड़ा हादसा हुआ है।बादल फटने से आई बाढ़ से तबाही मची हुई है। यहां ल्होनक झील के ऊपर अचानक बादल फटने से लाचेन घाटी में तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई।इस बाढ़ में सेना के 23 जवान लापता बताए जा रहे हैं।जानकारी के मुताबिक, पहले बादल फटा और फिर इतना पानी आया कि चुंगथांग बांध से पानी छोड़ना पड़ा, जिसके बाद अब पानी का स्तर अचानक 15-20 फीट ऊंचाई तक बढ़ गया है।

23 जवानों के अलावा कई अन्य लापता

गुवाहाटी डिफेंस के प्रवक्ता ने कहा कि उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील के ऊपर अचानक बादल फटने से लाचेन घाटी में तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई। उन्होंने कहा कि घाटी में कुछ सैन्य प्रतिष्ठान प्रभावित हुए हैं। 23 कर्मियों के लापता होने की सूचना है और तलाशी अभियान जारी है। लाचेन घाटी के तीस्ता नदी में बाढ़ आई थी। घाटी में स्थित कई सैन्य भवन बाढ़ में बह गए। 23 जवानों के अलावा कई और लोगों के लापता होने की खबर है।

15-20 फीट की ऊंचाई तक जल स्तर बढ़ा

रक्षा पीआरओ के मुताबिक, चुंगथांग बांध से पानी छोड़े जाने के कारण नीचे की ओर 15-20 फीट की ऊंचाई तक जल स्तर अचानक बढ़ गया। इसके कारण सिंगताम के पास बारदांग में खड़े सेना के वाहन प्रभावित हुए।

नेशनल हाइवे-10 पूरी तरह से बह गया

ल्होनक झील पर बादल फटने के बाद प्रशासन ने निचले इलाकों को अलर्ट कर दिया । गाज़ोलडोबा, दोमोहनी, मेखलीगंज, घीश, और बांग्लादेश के निचले इलाके ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं। इन इलाकों को खासतौर पर अलर्ट किया गया। उधर, मेलि में नेशनल हाइवे-10 पूरी तरह से बह गया है। झील के फटने से फ्लैश फ्लड का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए प्रशासन अपने स्तर पर चौकसी बरत रहा है ताकि जानमाल के नुकसान को कम किया जा सके।

India

Sep 15 2023, 14:03

*चीन में विदेश मंत्री के बाद रक्षामंत्री भी लापता! दो हफ्तों से कहीं नजर नहीं आए, घर में नजरबंद किए जाने की अटकलें

#chinasdefenceministermissingforovertwoweeks

चीन में लगातार मंत्रियों और कमांडरों के गायब होने का सिलसिला जारी है। कुछ समय पहले ही सेना के दो कमांडर और विदेश मंत्री के बाद अब चीन के रक्षा मंत्री भी गायब हो गए हैं। चीन के नए रक्षामंत्री ली शांगफू पिछले दो हफ्तों से कहीं नजर नहीं आए हैं। ऐसे में उनके लापता होने की खबरें जोर पकड़ने लगी हैं। वहीं शी जिनपिंग सरकार ने इस मामले में चुप्‍पी साध रखी है। इससे पहले चीन के व‍िदेश मंत्री रहे किन गांग भी कई दिनों तक गायब रहे थे और बाद में उन्‍हें पद से ही हटा दिया गया था। 

चीन के रक्षा मंत्री ली शांगफू करीब दो हफ्तों से गायब हैं। किसी को नहीं पता कि वे कहां हैं. अब सार्वजनिक जीवन में उनकी अनुपस्थिति को लेकर अफवाहें फैल रही हैं। इस बारे में जापान में अमेरिकी राजदूत रहम इमैनुएल ने शुक्रवार (15 सितंबर) को एक सोशल मीडिया पोस्ट में सवाल किया कि क्या चीन के रक्षा मंत्री को घर में नजरबंद कर दिया गया है? राजदूत ने कहा कि इससे चीन की जनता में दो हफ्ते से भ्रम बढ़ गया है।

घर में नजरबंद किया गया ?

एक्स पर एक पोस्ट में रहम इमैनुएल ने लिखा, "पहला: रक्षा मंत्री ली शांगफू को तीन हफ्ते से न तो देखा गया है और न ही सुना गया है। दूसरा: वह अपनी वियतनाम यात्रा पर भी नहीं देखे गए। अब रक्षा मंत्री शांगफू सिंगापुर के नौसेना प्रमुख के साथ अपनी निर्धारित बैठक से अनुपस्थित रहे क्योंकि उन्हें घर में नजरबंद कर दिया गया था?" इस पोस्ट के साथ हैशटैग " लिखा है।

“शी की कैबिनेट की कहानी अगाथा क्रिस्टी के उपन्यास जैसी”

राजदूत रहम इमैनुअल ने अपने पोस्ट में कहा कि राष्ट्रपति शी की कैबिनेट की कहानी अगाथा क्रिस्टी के उपन्यास 'एंड देयर वर नन' से मिलती जुलती है। उन्होंने कहा कि पहले विदेश मंत्री किन गैंग, फिर रॉकेट फोर्स कमांडर और अब रक्षा मंत्री ली शांगफू लापता हैं। 

29 अगस्‍त को आखिरी बार देखे गए थे रक्षा मंत्री

रिपोर्ट के अनुसार, चीनी रक्षा मंत्री को आखिरी बार 29 अगस्‍त, 2023 को देखा गया था, जब उन्होंने बीजिंग में हुए चीन- अफ्रीका पीस ऐंड सिक्योरिटी फोरम की बैठक में भाग लिया था. इसके बाद से चीनी रक्षामंत्री सार्वजनिक रूप से नजर नहीं आये हैं.

भ्रष्टाचार के मामलों की जांच के बीच गायब हुए ली

ली शांगफू के इस तरह से गायब होने के बाद तमाम तरह की अटकलें लगने लगी हैं। चीन के रक्षा मंत्री तब गायब हुए हैं, जब पांच साल पहले की गई हार्डवेयर खरीद से जुड़े भ्रष्टाचार के मामलों की जांच की जा रही है। गौरतलब है कि ये जांच जुलाई में शुरू की गई थी। हालांकि चीनी सेना का कहना है कि वह अक्टूबर 2017 से ही इन मुद्दों की जांच कर रही है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ली सितंबर 2017 से 2022 तक उपकरण विभाग में कार्यरत थे। हालांकि, उनपर कोई आरोप नहीं है। 

बता दें कि इससे पहले चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने जुलाई में अपने चुने हुए विदेश मंत्री किन गैंग को अचानक हटा लिया था। उसके बाद उनकी जगह पर वांग यी को विदेश मंत्री बनाने की खबर सामने आ गई थी। हालांकि, इससे पहले उनके गायब होने की खबरें चर्चा में थी। किन गैंग का अचानक गायब होना आज भी लोगों के लिए अबूझ पहेली बना हुआ है। दरअसल, उन्हें अभी तक सार्वजनिक तौर पर नहीं देखा गया है। किन गैंग को हटाने के बाद शी जिनपिंग ने रॉकेट फोर्स के जनरल ली यूचाओ और जनरल लियू गुआंगबिन को भी बर्खास्‍त कर दिया था।

Gaya

Aug 17 2023, 15:30

राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी की चुनाव प्रबंध समिति और संकल्प पत्र समिति की घोषणा, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का नाम शामिल नहीं

#vasundhara_raje_name_missing_from_bjp_election_committee_and_manifesto_committe_for_rajasthan

राजस्थान में विधानसभा चुनावों को लेकर हलचल तेज हो गई है। इसी बीच राजस्थान बीजेपी ने विधानसभा चुनाव को लेकर संकल्प पत्र और प्रबंधन समिति की घोषणा कर दी है। यह घोषणा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देश पर हुई है। इसमें बड़ी बात यह है कि राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का नाम शामिल नहीं किया गया है।

पार्टी के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह की मौजूदगी में प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने प्रदेश चुनाव प्रबंध समिति और संकल्प पत्र समिति की घोषणा की। इन दोनों समितियों में कुल 46 नेताओं को जगह दी गई। चुनाव प्रबंध समिति का संयोजक पूर्व सांसद और प्रदेश उपाध्यक्ष नारायण पंचारिया को बनाया गया है। वहीं संकल्प पत्र समिति के संयोजन का जिम्मा केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को दिया गया। 

प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति में 21 नेताओं को जगह

प्रदेश में विधानसभा चुनावों को देखते हुए चुनाव प्रबंधन समिति में 21 नेताओं को जगह दी गई है। इसमें 1 संयोजक, 6 सह संयोजक औऱ 14 सदस्य बनाए गए हैं। इसमें नारायण पंचारिया को संयोजक, पूर्व प्रदेश महामंत्री ओंकार सिंह लखावत, सांसद राज्यवर्द्धन राठौड़, प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेश महामंत्री दामोदर अग्रवाल, पूर्व राज्य सूचना आयुक्त सीएम मीणा और कन्हैयालाल बैरवाल को सह संयोजक बनाया गया है।

प्रदेश संकल्प पत्र समिति में 25 नेताओं को किया शामिल

विधानसभा चुनाव के लिए तैयार होने वाले घोषणा पत्र के लिए बीजेपी ने प्रदेश संकल्प पत्र (मेनिफेस्टो) समिति का गठन किया है। इस कमेटी में 1 संयोजक, 7 सह संयोजक और 17 सदस्य बनाए गए हैं। इस कमेटी की जिम्मेदारी केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल संभालेंगे। उन्हें संयोजक बनाया गया है।

वहीं, उनके साथ राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी, राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा, राष्ट्रीय मंत्री अल्का सिंह गुर्जर, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राव राजेन्द्र सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष मेहरिया, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रभुलाल सैनी और पार्षद राखी राठौड़ को कमेटी में सह-संयोजक बनाया गया है।

क्या तीसरी कमेटी में मिलेगी जगह?

दोनों ही अहम समितियों में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का नाम नहीं शामिल किया गया। प्रदेश में बीजेपी के सबसे बड़े चेहरों में शामिल वसुंधरा के नाम को शामिल नहीं किए जाने पर अब सियासी हलकों में चर्चाओं को दौर शुरू हो गया है। वसुंधरा राजे की चुनाव में भूमिका के सवाल पर प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारी ने गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि पार्टी में कई वरिष्ठ नेता हैं, वे पार्टी के लिए प्रचार करेंगे। अभी कैंपेन कमेटी के संयोजक और उसके सदस्यों की घोषणा होना बाकी है।

राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे वर्तमान में पार्टी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। पिछले महीने ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा की नई टीम में भी उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद पर बरकरार रखा गया था। हालांकि तब भी चर्चाएं हो रही थी कि चुनावी साल में वसुंधरा को केंद्रीय टीम की बजाय प्रदेश में भूमिका क्यों नहीं दी जा रही?

Jehanabad

Aug 17 2023, 15:29

राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी की चुनाव प्रबंध समिति और संकल्प पत्र समिति की घोषणा, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का नाम शामिल नहीं

#vasundhara_raje_name_missing_from_bjp_election_committee_and_manifesto_committe_for_rajasthan

राजस्थान में विधानसभा चुनावों को लेकर हलचल तेज हो गई है। इसी बीच राजस्थान बीजेपी ने विधानसभा चुनाव को लेकर संकल्प पत्र और प्रबंधन समिति की घोषणा कर दी है। यह घोषणा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देश पर हुई है। इसमें बड़ी बात यह है कि राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का नाम शामिल नहीं किया गया है।

पार्टी के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह की मौजूदगी में प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने प्रदेश चुनाव प्रबंध समिति और संकल्प पत्र समिति की घोषणा की। इन दोनों समितियों में कुल 46 नेताओं को जगह दी गई। चुनाव प्रबंध समिति का संयोजक पूर्व सांसद और प्रदेश उपाध्यक्ष नारायण पंचारिया को बनाया गया है। वहीं संकल्प पत्र समिति के संयोजन का जिम्मा केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को दिया गया। 

प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति में 21 नेताओं को जगह

प्रदेश में विधानसभा चुनावों को देखते हुए चुनाव प्रबंधन समिति में 21 नेताओं को जगह दी गई है। इसमें 1 संयोजक, 6 सह संयोजक औऱ 14 सदस्य बनाए गए हैं। इसमें नारायण पंचारिया को संयोजक, पूर्व प्रदेश महामंत्री ओंकार सिंह लखावत, सांसद राज्यवर्द्धन राठौड़, प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेश महामंत्री दामोदर अग्रवाल, पूर्व राज्य सूचना आयुक्त सीएम मीणा और कन्हैयालाल बैरवाल को सह संयोजक बनाया गया है।

प्रदेश संकल्प पत्र समिति में 25 नेताओं को किया शामिल

विधानसभा चुनाव के लिए तैयार होने वाले घोषणा पत्र के लिए बीजेपी ने प्रदेश संकल्प पत्र (मेनिफेस्टो) समिति का गठन किया है। इस कमेटी में 1 संयोजक, 7 सह संयोजक और 17 सदस्य बनाए गए हैं। इस कमेटी की जिम्मेदारी केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल संभालेंगे। उन्हें संयोजक बनाया गया है।

वहीं, उनके साथ राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी, राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा, राष्ट्रीय मंत्री अल्का सिंह गुर्जर, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राव राजेन्द्र सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष मेहरिया, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रभुलाल सैनी और पार्षद राखी राठौड़ को कमेटी में सह-संयोजक बनाया गया है।

क्या तीसरी कमेटी में मिलेगी जगह?

दोनों ही अहम समितियों में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का नाम नहीं शामिल किया गया। प्रदेश में बीजेपी के सबसे बड़े चेहरों में शामिल वसुंधरा के नाम को शामिल नहीं किए जाने पर अब सियासी हलकों में चर्चाओं को दौर शुरू हो गया है। वसुंधरा राजे की चुनाव में भूमिका के सवाल पर प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारी ने गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि पार्टी में कई वरिष्ठ नेता हैं, वे पार्टी के लिए प्रचार करेंगे। अभी कैंपेन कमेटी के संयोजक और उसके सदस्यों की घोषणा होना बाकी है।

राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे वर्तमान में पार्टी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। पिछले महीने ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा की नई टीम में भी उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद पर बरकरार रखा गया था। हालांकि तब भी चर्चाएं हो रही थी कि चुनावी साल में वसुंधरा को केंद्रीय टीम की बजाय प्रदेश में भूमिका क्यों नहीं दी जा रही?

Nawada

Aug 17 2023, 15:28

राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी की चुनाव प्रबंध समिति और संकल्प पत्र समिति की घोषणा, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का नाम शामिल नहीं

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राजस्थान में विधानसभा चुनावों को लेकर हलचल तेज हो गई है। इसी बीच राजस्थान बीजेपी ने विधानसभा चुनाव को लेकर संकल्प पत्र और प्रबंधन समिति की घोषणा कर दी है। यह घोषणा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देश पर हुई है। इसमें बड़ी बात यह है कि राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का नाम शामिल नहीं किया गया है।

पार्टी के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह की मौजूदगी में प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने प्रदेश चुनाव प्रबंध समिति और संकल्प पत्र समिति की घोषणा की। इन दोनों समितियों में कुल 46 नेताओं को जगह दी गई। चुनाव प्रबंध समिति का संयोजक पूर्व सांसद और प्रदेश उपाध्यक्ष नारायण पंचारिया को बनाया गया है। वहीं संकल्प पत्र समिति के संयोजन का जिम्मा केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को दिया गया। 

प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति में 21 नेताओं को जगह

प्रदेश में विधानसभा चुनावों को देखते हुए चुनाव प्रबंधन समिति में 21 नेताओं को जगह दी गई है। इसमें 1 संयोजक, 6 सह संयोजक औऱ 14 सदस्य बनाए गए हैं। इसमें नारायण पंचारिया को संयोजक, पूर्व प्रदेश महामंत्री ओंकार सिंह लखावत, सांसद राज्यवर्द्धन राठौड़, प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेश महामंत्री दामोदर अग्रवाल, पूर्व राज्य सूचना आयुक्त सीएम मीणा और कन्हैयालाल बैरवाल को सह संयोजक बनाया गया है।

प्रदेश संकल्प पत्र समिति में 25 नेताओं को किया शामिल

विधानसभा चुनाव के लिए तैयार होने वाले घोषणा पत्र के लिए बीजेपी ने प्रदेश संकल्प पत्र (मेनिफेस्टो) समिति का गठन किया है। इस कमेटी में 1 संयोजक, 7 सह संयोजक और 17 सदस्य बनाए गए हैं। इस कमेटी की जिम्मेदारी केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल संभालेंगे। उन्हें संयोजक बनाया गया है।

वहीं, उनके साथ राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी, राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा, राष्ट्रीय मंत्री अल्का सिंह गुर्जर, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राव राजेन्द्र सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष मेहरिया, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रभुलाल सैनी और पार्षद राखी राठौड़ को कमेटी में सह-संयोजक बनाया गया है।

क्या तीसरी कमेटी में मिलेगी जगह?

दोनों ही अहम समितियों में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का नाम नहीं शामिल किया गया। प्रदेश में बीजेपी के सबसे बड़े चेहरों में शामिल वसुंधरा के नाम को शामिल नहीं किए जाने पर अब सियासी हलकों में चर्चाओं को दौर शुरू हो गया है। वसुंधरा राजे की चुनाव में भूमिका के सवाल पर प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारी ने गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि पार्टी में कई वरिष्ठ नेता हैं, वे पार्टी के लिए प्रचार करेंगे। अभी कैंपेन कमेटी के संयोजक और उसके सदस्यों की घोषणा होना बाकी है।

राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे वर्तमान में पार्टी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। पिछले महीने ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा की नई टीम में भी उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद पर बरकरार रखा गया था। हालांकि तब भी चर्चाएं हो रही थी कि चुनावी साल में वसुंधरा को केंद्रीय टीम की बजाय प्रदेश में भूमिका क्यों नहीं दी जा रही?