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Nov 21 2023, 12:07

खत्म हो सकता है इजराइल-हमास युद्ध! हमास प्रमुख ने दिए संकेत

#hamas_chief_ismail_haniyeh_claim_ceasefire_deal_truce_agreement_near

इजराइल और हमास के बीच पिछले डेढ़ महीने से युद्ध जारी है। इजरायल ने फिलिस्तीनी चरमपंथी समूह हमास को जड़ से खत्म करने के लिए उसके खिलाफ गाजा पट्टी में मोर्चा खोला हुआ है। इस बीच युद्ध विराम को लेकर बड़ी खबर मिल रही है। हमास के प्रमुख ने मंगलवार को रॉयटर्स को बताया कि फलिस्तीनी आतंकवादी समूह इजरायल के साथ एक युद्ध विराम समझौते के करीब है।

हमास के प्रमुख इस्माइल हनीयेह ने अपने सहयोगी द्वारा रॉयटर्स को भेजे गए एक बयान में कहा कि हमास के अधिकारी इजरायल के साथ एक संघर्ष विराम समझौते पर पहुंचने के करीब" हैं और समूह ने कतरी मध्यस्थों को अपनी प्रतिक्रिया दे दी है।

बयान में अधिक विवरण नहीं दिया गया, लेकिन हमास के एक अधिकारी ने अल जजीरा टीवी को बताया कि बातचीत इस बात पर केंद्रित थी कि संघर्ष विराम कितने समय तक चलेगा। गाजा में सहायता पहुंचाने की व्यवस्था और इजरायल में फलीस्तीनी कैदियों के लिए हमास द्वारा बंधक बनाए गए इजरायली बंधकों की अदला-बदली की जाएगी>

इससे पहले इजराइल-हमास जंग के बीच बनाए गए बंधकों को छुड़ाने को लेकर व्हाइट हाउस की तरफ से एक बड़ा बयान आया। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक संयुक्त राज्य अमेरिका का मानना है कि कुछ बंधकों की रिहाई को लेकर इजराइल और हमास एक समझौते के काफी करीब हैं। व्हाइट हाउस के स्पोकपर्सन जॉन किर्बी ने बंधक समझौते के बारे में बताते हुए कहा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने सोमवार को कहा है कि उनका मानना है कि इजराइल-हमास बंधकों की डील के लिए अब पहले से ज्यादा करीब हैं।

वहीं, व्हाइट हाउस के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन फाइनर ने रविवार को एनबीसी के 'मीट द प्रेस' शो में डील के बारे में पूछे गए सवाल पर कहा, जब तक डील की हर चीज़ पर सहमती नहीं बन जाती तब तक इस बारे में हम ज्यादा जानकारी नहीं दे सकते। फाइनर ने आगे कहा, इस तरह की संवेदनशील बातचीत का आखिर समय तक खत्म होने का डर बना रहता है।

मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से बताया जा रहा है कि समझौते के तहत इस्राइल पांच दिनों तक युद्धविराम करेगा और इस दौरान जमीन पर युद्धविराम होगा और उत्तरी गाजा में हवाई हमले भी नहीं होंगे। इसके बदले में हमास इस्राइल के 50-100 बंधकों को छोड़ सकता है। जो बंधक छोड़े जाएंगे, उनमें इस्राइली आम नागरिक और विदेशी नागरिक शामिल होंगे लेकिन किसी भी बंधक सैनिक को नहीं छोड़ा जाएगा। इस समझौते के तहत इस्राइल को करीब 300 फलस्तीनियों को भी रिहा करना पड़ सकता है, जो इस्राइल की विभिन्न जेलों में बंद हैं।

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Nov 03 2023, 20:08

हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरुल्लाह ने हमास के समर्थन का किया एलान, कहा- हमले के सिवा कोई विकल्प नहीं था

#hezbollahhassannasrallahbigannouncementsupportinghamas 

इजराइल-हमास युद्ध को एक महीने होने को हैं, लेकिन जंग है कि रूकने का नाम ही नहीं ले रही है।इसी बीच हिज्बुल्ला ने इजराइल के लिए परेशानी बढ़ा रखी है। इस बीच ‘हिजबुल्लाह’ के नेता हसन नसरुल्लाह ने हमास का समर्थन करने का ऐलान कर इजराइल की चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि फिलिस्तीन में बड़ा युद्ध हो रहा है, जो जिंदा हैं, उन्हें मारा जा रहा है। इजराइल की सरकार जालिम है।

नसरल्लाह ने कहा कि इस जंग में जो देश हमारे साथ खड़ें हैं, मैं उनका शुक्रिया करता हूं।उन्होंने कहा कि सभी को पता है कि फिलिस्तीनी लोग 75 साल से ज्यादा समय से परेशानी का सामना कर रहे हैं, लेकिन पिछले दिनों ये परेशानी काफी बढ़ गई है।इजराजल का क्रूर शासन फिलिस्तीन पर लगातार हमले कर रहा है।बहुत सारे फिलिस्तीनियों को कैद किया गया है, जो इजरायल की जेलों में कैद हैं।

हमास के पास हमले के सिवा कोई विकल्प नहीं था- नसरुल्लाह

हसन नसरुल्लाह ने लेबनान के बेरुत में बड़ी रैली की है।सभा में उन्होंने कहा कि अल अक्सा मस्जिद में शहीद हुए शहीदों के बारे में बात करेंगे। बात करना हमारा मकसद है। जंग में मारे गए लोगों के बारे में बात करूंगा। यह मारे गए लोगों के बारे में याद करने का समय है, जो मारे गए उन्होंने बड़ी कामयाबी हासिल की है। मारे गए लोगों पर बड़ा अत्यचार हुआ है। उन्होंने कहा कि हमास के पास हमले के सिवा कोई विकल्प नहीं था।

फिलिस्तीन में सबसे बड़ा युद्ध चल रहा है- नसरुल्लाह

हसन नसरुल्लाह ने कहा कि कोई भी युद्ध इसे बड़ा युद्ध नहीं है, जो इस वक्त फिलिस्तीन में चल रहा है। फिलिस्तीन में सबसे बड़ा युद्ध चल रहा है।उन्होंने कहा कि फिलिस्तीन में जो हो रहा है कि वह बहुत की गलत हो रहा है। जो हो रहा है कि उस नफरत को बताने के लिए शब्द नहीं है।

कौन हैं नसरुल्लाह?

हसन नसरुल्लाह लेबनानी शिया इस्लामवादी समूह 'हिजबुल्लाह' के नेता हैं। उनका जन्म 18 अगस्त 1960 में एक शिया परिवार में हुआ था। 1975 में जब लेबनीज सिविल वॉर छिड़ा तो उनके परिवार को Bazourieh में जाकर बसना पड़ा। उस वक्त नसरुल्लाह 15 साल के थे। उन्होंने सीनियर सेकेंडरी स्कूल में ही अमल मूवमेंट नाम का एक ग्रुप ज्वाइन किया जो एक लेबनानी शिया राजनीतिक समूह था। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि वह शुक्रवार को अपने अनुयायियों को संबोधित कर सकते हैं, जो इज़राइल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद उनका पहला पब्लिक कमेंट होगा।

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Oct 26 2023, 10:05

हमास को आतंकवादी संगठन घोषित करे भारत, इजरायल की मोदी सरकार से बड़ी अपील

#indiadeclarehamasasterroristorganizationisraelambassadornaorgilosaid

इस्राइल और हमास के बीच बीते दो सप्ताह से ज्यादा समय से युद्ध जारी है।हमास-इजरायल जंग ने दुनियाभर के देशों के दो खेमे में बांट दिया है।अमेरिका और ब्रिटेन जहां इजरायल का खुले तौर पर समर्थन कर रहे हैं। वहीं ईरान औऱ तुर्की हमास के पक्ष में खड़े दिख रहे हैं।तुर्की ने तो यहां तक कह दिया कि हमास आतंकी संगठन नहीं, बल्कि एक मुक्ति समूह है।इस बीच, इस्राइल के राजदूत नाओर गिलोन ने भारत सरकार से बड़ी अपील की है।भारत में इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने कहा है कि भारत के लिए समय आ गया है कि वह अन्य कई देशों की तरह हमास को आतंकवादी संगठन घोषित करे। इजरायली राजदूत ने पत्रकारों से बातचीत में हमास के खिलाफ आतकंवाद-रोधी अभियानों में इजरायल का समर्थन करने के लिए भारत के प्रति आभार भी प्रकट किया।

इस्राइल के राजदूत नाओर गिलोन ने बुधवार को कहा कि भारत हमास को एक आतंकवादी संगठन के रूप में प्रतिबंधित करे, जैसा कि कई अन्य देशों ने किया है। गिलोन ने कहा कि सात अक्तूबर को क्रूर हमले के बाद इस्राइल ने हमास को आतंकवादी संगठन घोषित करने के लिए संबंधित भारतीय अधिकारियों से अवगत करा दिया है। साथ ही उन्होंने संकेत दिया कि इस मामले को पहले भी उठाया गया था। 

पीएम मोदी की तारीफ

गिलोन ने कहा, हमारे लिए महत्वपूर्ण देश हमारे साथ हैं। ये दुनिया के लोकतंत्र हैं। ऐसा कहने के बाद...मुझे लगता है कि भारत द्वारा हमास को आतंकवादी संगठन के रूप में घोषित करने का समय आ गया है।इजरायली राजदूत ने कहा कि अमेरिका, कनाडा सहित कई देश और यूरोपीय संघ पहले ही हमास को आतंकवादी संगठन घोषित कर चुका है। गिलोन ने कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उन शुरुआती वैश्विक नेताओं में से एक हैं, जिन्होंने आतंकवादी हमले की निंदा की। भारत दुनिया में एक बहुत ही महत्वपूर्ण नैतिक पहचान वाला देश है और हमारे लिए महत्वपूर्ण देश हमारे साथ हैं।

यही सही समय है

उन्होंने आगे कहा, भारत के लिए यही समय है कि वह हमास को आतंकवादी संगठन घोषित करे। गिलोन ने कहा, इजरायल के लिए यह पश्चिम एशिया में अस्तित्व बचाने का युद्ध है।उन्होंने दोहराया कि इजरायल हमास को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। गिलोन का मानना है कि इस संघर्ष का इजरायल की आर्थिक संभावनाओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

हमास को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध

बता दें कि सात अक्टूबर को गाजा से हमास के चरमपंथियों ने इजराइल के खिलाफ जबरदस्त और विभिन्न मोर्चों से हमला कर दिया था, जिसके बाद से संघर्ष जारी है. इजराइल ने भी बदला लेने के इरादे से गाजा पर भीषण जवाबी हमला किया है। गिलोन ने कहा कि इजराइल के लिए यह पश्चिम एशिया में अस्तित्व बचाने का युद्ध है। उन्होंने कहा कि इजराइल हमास को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है।

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Oct 25 2023, 10:41

संयुक्त राष्ट्र में भारत ने किया इजराइल का समर्थन, फिलिस्तीनियों के लिए भी मानवीय सहायता जारी रखने का जताया भरोसा

#israelhamaswarindiastatementatunited_nations

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत ने इजराइल और हमास की जंग पर बड़ा बयान दिया है।संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में फिलिस्तीनी सहित मिडिल ईस्ट की स्थिति पर खुली बहस में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए रवींद्र ने इजरायल का खुले तौर पर समर्थन किया और फिलिस्तीनियों के प्रति चिंता भी जाहिर की।संयुक्त राष्ट्र में भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि राजदूत आर. रवींद्र ने बुधवार को कहा कि भारत इजरायल-हमास के बीच चल रहे युद्ध में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति और बड़े पैमाने पर आम लोगों की मौत को लेकर काफी चिंतित हैं।हम इस्राइल पर हुए हमले की निंदा करते हैं।इस दौरान युद्ध के दौरान गाजा पट्टी में नागरिकों को मानवीय सहायता भेजने के नई दिल्ली के प्रयासों को रेखांकित किया। 

भारत इस्राइल के साथ खड़ा

आर रविंद्र ने आगे बताया कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले वैश्विक नेताओं में से एक थे, जिन्होंने निर्दोष लोगों के जीवन को लेकर चिंता जाहिर की और संवेदनाएं व्यक्त कीं। भारत संकट के इस काल में इस्राइल के साथ खड़ा है। आतंकियों का सामना करने वाले लोगों के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं। हम घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करते हैं। दोनों पक्षों के नागरिकों के बारे में चिंतित होना चाहिए। हमें महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के बारे में तो सोचना ही चाहिए। 

फिलिस्तीनी लोगों का समर्थन जारी रखने का भरोसा

आर रवींद्र ने अपने भाषण में इजरायल-हमास के बीच चल रहे युद्ध के बीच गाजा-पट्टी में नागरिकों को मानवीय सहायता भेजने के भारत के प्रयासों को भी रेखांकित किया और कहा कि इस क्षेत्र में 38 टन भोजन और महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरण भेजे हैं। भारत ने हमेशा इजरायल-फलस्तीन मुद्दे का बातचीत से समाधान की बात कही है। हम अपनी द्विपक्षीय विकास साझेदारी के माध्यम से फलस्तीनी लोगों का समर्थन करना जारी रख रहे हैं, जिसमें स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, उद्यमिता और सूचना प्रौद्योगिकी शामिल हैं। इस चुनौतीपूर्ण समय में भारत फलस्तीन के लोगों को मानवीय सहायता भेजना जारी रखेगा। दोनों देशों के बीच वार्ताओं को फिर से शुरू करने के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए। भारत इजरायल-फलस्तीन संघर्ष का उचित, शांतिपूर्ण और स्थायी समाधान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

हर तरह के आतंकवाद की निंदा की जाए: अमेरिका

इससे पहले इजराइल हमास संघर्ष पर यूएनएससी में अमेरिका ने भी अपना पक्ष रखा। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने आंतकवाद को मदद करने वाले देशों की कड़ी निंदा की। ब्लिंकन ने कहा, 'आतंकवाद के सभी कृत्य गैरकानूनी और अनुचित हैं चाहे वे नैरोबी या बाली में, मुंबई, न्यूयॉर्क या किबुत्ज़ बेरी में लोगों को निशाना बनाते हों। सभी तरह का आतंकवाद गैरकानूनी और अनुचित है, चाहे वे आईएसआईएस द्वारा किए गए हों, बोको हराम द्वारा, लश्कर ए तैयबा द्वारा, या हमास द्वारा किए गए हों। चाहे पीड़ितों को उनकी आस्था, जातीयता, राष्ट्रीयता या किसी अन्य कारण से निशाना बनाया गया हो, वे गैरकानूनी और अनुचित हैं। ब्लिंकन ने कहा कि इस परिषद की जिम्मेदारी है कि हमास या ऐसे भयानक कृत्यों को अंजाम देने वाले किसी भी अन्य आतंकवादी समूह को हथियार, धन और प्रशिक्षण देने वाले सदस्य देशों की निंदा करें।

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Oct 19 2023, 20:15

इजरायल पहुंचे ब्रिटेन के पीएम सुनक का हमास को बड़ा संदेश, नेतन्याहू से मुलाकात के बाद बोले- आज और हमेशा आपके साथ खड़ा हूं

#israelhamaswarafterbidennowukpmrishisunakreaches_israel

ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक गुरुवार को इजरायल पहुंचे हैं। ऋषि सुनक ने इजरायल पहुंचने के बाद कहा कि मैं यहां आया हूं क्योंकि इस देश ने एक बड़े हमले का सामना किया है। यहां के लोग शोक में हैं। मैं इजरायल के लोगों को बताना चाहता हूं कि दुख की इस घड़ी में आपके साथ हूं और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में आपके साथ खड़ा हूं। इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध से दुनिया के अलग-अलग देश भी चिंतित है। यही वजह है कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार को इजरायल पहुंचे थे। अब आज यानी गुरुवार को यूके के पीएम ऋषि सुनक भी इजरायल पहुंचे। जो बाइडेन के बाद ऋषि सुनक की इस इजरायल यात्रा का बेहद खास माना जा रहा है।

इजराइल और हमास का भीषण युद्ध जारी है। हजारों जिंदगियां तबाह हो चुकी हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक इजराइल के तेल अवीव पहुंचे और उन्होंने इजराइल के प्रधानमंत्री बेजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की है। इस दौरान दोनों नेताओं ने साझा बयान जारी किया है। इस दौरान ऋषि सुनक ने कहा, पिछले दो हफ़्तों में यह(इज़रायल) देश कुछ ऐसे दौर से गुज़रा है, जिसे किसी भी देश नहीं सहना चाहिए। ऋषि सुनक ने नेतन्याहू से कहा कि मुझे पता है कि हमास के आतंकवादियों के बिल्कुल विपरीत आप नागरिकों को नुकसान पहुंचाने से बचने के लिए हर सावधानी बरत रहे हैं। मैं आपको उस समर्थन के लिए भी धन्यवाद देना चाहता हूं जो आपकी सरकार ने इस भयावहता में फंसे ब्रिटिश नागरिकों के परिवारों को दिया है, जिसमें बंधकों को रिहा करने, उनकी रिहाई सुनिश्चित करने के आपके प्रयास भी शामिल हैं। मैं यह भी कह सकता हूं कि हमने पिछले दिनों ऐसे दृश्य देखे हैं, जिन्होंने हम सभी को झकझोर कर रख दिया है, खासकर अस्पताल में मारे गए लोग और उसके अलावा मारे गए हर निर्दोष व्यक्ति, हर धर्म के नागरिकों, हर राष्ट्रीयता के नागरिकों की मौत पर हम संवेदना व्यक्त करते हैं।

फ़िलिस्तीनी लोग भी हमास के पीड़ित-सुनक

ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कहा कि हम यह मानते हैं कि सिर्फ इजरायल ही नहीं, बल्कि फ़िलिस्तीनी लोग भी हमास के पीड़ित हैं। इसीलिए मैं कल आपके उस फैसले का स्वागत करता हूं जो आपने यह सुनिश्चित करने के लिए लिया कि गाजा में मानवीय सहायता के प्रवेश के लिए रास्ते खोले जाएंगे। सुनक ने कहा कि मुझे इज़रायल के सबसे बुरे समय में आपके साथ यहां खड़े होने पर गर्व है। हम आपके लोगों के साथ खड़े रहेंगे और हम यह भी चाहते हैं कि आप जीतें।

बाइडेन भी गए थे इजरायल

बता दें कि इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन बुधवार को इजरायल पहुंचे थे। उनके स्वागत के लिए पीएम नेतन्याहू खुद एयरपोर्ट पर मौजूद थे। जो बाइडेन ने पीएम नेतन्याहू के साथ बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की थी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने हमास को एक क्रूर आतंकी संगठन बताया था। साथ ही उन्होंने कहा था कि हमास इजरायल पर जिस तरह से हमला किया वो मानवता के खिलाफ है।

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Nov 21 2023, 12:07

खत्म हो सकता है इजराइल-हमास युद्ध! हमास प्रमुख ने दिए संकेत

#hamas_chief_ismail_haniyeh_claim_ceasefire_deal_truce_agreement_near

इजराइल और हमास के बीच पिछले डेढ़ महीने से युद्ध जारी है। इजरायल ने फिलिस्तीनी चरमपंथी समूह हमास को जड़ से खत्म करने के लिए उसके खिलाफ गाजा पट्टी में मोर्चा खोला हुआ है। इस बीच युद्ध विराम को लेकर बड़ी खबर मिल रही है। हमास के प्रमुख ने मंगलवार को रॉयटर्स को बताया कि फलिस्तीनी आतंकवादी समूह इजरायल के साथ एक युद्ध विराम समझौते के करीब है।

हमास के प्रमुख इस्माइल हनीयेह ने अपने सहयोगी द्वारा रॉयटर्स को भेजे गए एक बयान में कहा कि हमास के अधिकारी इजरायल के साथ एक संघर्ष विराम समझौते पर पहुंचने के करीब" हैं और समूह ने कतरी मध्यस्थों को अपनी प्रतिक्रिया दे दी है।

बयान में अधिक विवरण नहीं दिया गया, लेकिन हमास के एक अधिकारी ने अल जजीरा टीवी को बताया कि बातचीत इस बात पर केंद्रित थी कि संघर्ष विराम कितने समय तक चलेगा। गाजा में सहायता पहुंचाने की व्यवस्था और इजरायल में फलीस्तीनी कैदियों के लिए हमास द्वारा बंधक बनाए गए इजरायली बंधकों की अदला-बदली की जाएगी>

इससे पहले इजराइल-हमास जंग के बीच बनाए गए बंधकों को छुड़ाने को लेकर व्हाइट हाउस की तरफ से एक बड़ा बयान आया। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक संयुक्त राज्य अमेरिका का मानना है कि कुछ बंधकों की रिहाई को लेकर इजराइल और हमास एक समझौते के काफी करीब हैं। व्हाइट हाउस के स्पोकपर्सन जॉन किर्बी ने बंधक समझौते के बारे में बताते हुए कहा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने सोमवार को कहा है कि उनका मानना है कि इजराइल-हमास बंधकों की डील के लिए अब पहले से ज्यादा करीब हैं।

वहीं, व्हाइट हाउस के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन फाइनर ने रविवार को एनबीसी के 'मीट द प्रेस' शो में डील के बारे में पूछे गए सवाल पर कहा, जब तक डील की हर चीज़ पर सहमती नहीं बन जाती तब तक इस बारे में हम ज्यादा जानकारी नहीं दे सकते। फाइनर ने आगे कहा, इस तरह की संवेदनशील बातचीत का आखिर समय तक खत्म होने का डर बना रहता है।

मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से बताया जा रहा है कि समझौते के तहत इस्राइल पांच दिनों तक युद्धविराम करेगा और इस दौरान जमीन पर युद्धविराम होगा और उत्तरी गाजा में हवाई हमले भी नहीं होंगे। इसके बदले में हमास इस्राइल के 50-100 बंधकों को छोड़ सकता है। जो बंधक छोड़े जाएंगे, उनमें इस्राइली आम नागरिक और विदेशी नागरिक शामिल होंगे लेकिन किसी भी बंधक सैनिक को नहीं छोड़ा जाएगा। इस समझौते के तहत इस्राइल को करीब 300 फलस्तीनियों को भी रिहा करना पड़ सकता है, जो इस्राइल की विभिन्न जेलों में बंद हैं।

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Nov 03 2023, 20:08

हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरुल्लाह ने हमास के समर्थन का किया एलान, कहा- हमले के सिवा कोई विकल्प नहीं था

#hezbollahhassannasrallahbigannouncementsupportinghamas 

इजराइल-हमास युद्ध को एक महीने होने को हैं, लेकिन जंग है कि रूकने का नाम ही नहीं ले रही है।इसी बीच हिज्बुल्ला ने इजराइल के लिए परेशानी बढ़ा रखी है। इस बीच ‘हिजबुल्लाह’ के नेता हसन नसरुल्लाह ने हमास का समर्थन करने का ऐलान कर इजराइल की चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि फिलिस्तीन में बड़ा युद्ध हो रहा है, जो जिंदा हैं, उन्हें मारा जा रहा है। इजराइल की सरकार जालिम है।

नसरल्लाह ने कहा कि इस जंग में जो देश हमारे साथ खड़ें हैं, मैं उनका शुक्रिया करता हूं।उन्होंने कहा कि सभी को पता है कि फिलिस्तीनी लोग 75 साल से ज्यादा समय से परेशानी का सामना कर रहे हैं, लेकिन पिछले दिनों ये परेशानी काफी बढ़ गई है।इजराजल का क्रूर शासन फिलिस्तीन पर लगातार हमले कर रहा है।बहुत सारे फिलिस्तीनियों को कैद किया गया है, जो इजरायल की जेलों में कैद हैं।

हमास के पास हमले के सिवा कोई विकल्प नहीं था- नसरुल्लाह

हसन नसरुल्लाह ने लेबनान के बेरुत में बड़ी रैली की है।सभा में उन्होंने कहा कि अल अक्सा मस्जिद में शहीद हुए शहीदों के बारे में बात करेंगे। बात करना हमारा मकसद है। जंग में मारे गए लोगों के बारे में बात करूंगा। यह मारे गए लोगों के बारे में याद करने का समय है, जो मारे गए उन्होंने बड़ी कामयाबी हासिल की है। मारे गए लोगों पर बड़ा अत्यचार हुआ है। उन्होंने कहा कि हमास के पास हमले के सिवा कोई विकल्प नहीं था।

फिलिस्तीन में सबसे बड़ा युद्ध चल रहा है- नसरुल्लाह

हसन नसरुल्लाह ने कहा कि कोई भी युद्ध इसे बड़ा युद्ध नहीं है, जो इस वक्त फिलिस्तीन में चल रहा है। फिलिस्तीन में सबसे बड़ा युद्ध चल रहा है।उन्होंने कहा कि फिलिस्तीन में जो हो रहा है कि वह बहुत की गलत हो रहा है। जो हो रहा है कि उस नफरत को बताने के लिए शब्द नहीं है।

कौन हैं नसरुल्लाह?

हसन नसरुल्लाह लेबनानी शिया इस्लामवादी समूह 'हिजबुल्लाह' के नेता हैं। उनका जन्म 18 अगस्त 1960 में एक शिया परिवार में हुआ था। 1975 में जब लेबनीज सिविल वॉर छिड़ा तो उनके परिवार को Bazourieh में जाकर बसना पड़ा। उस वक्त नसरुल्लाह 15 साल के थे। उन्होंने सीनियर सेकेंडरी स्कूल में ही अमल मूवमेंट नाम का एक ग्रुप ज्वाइन किया जो एक लेबनानी शिया राजनीतिक समूह था। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि वह शुक्रवार को अपने अनुयायियों को संबोधित कर सकते हैं, जो इज़राइल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद उनका पहला पब्लिक कमेंट होगा।

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Oct 26 2023, 10:05

हमास को आतंकवादी संगठन घोषित करे भारत, इजरायल की मोदी सरकार से बड़ी अपील

#indiadeclarehamasasterroristorganizationisraelambassadornaorgilosaid

इस्राइल और हमास के बीच बीते दो सप्ताह से ज्यादा समय से युद्ध जारी है।हमास-इजरायल जंग ने दुनियाभर के देशों के दो खेमे में बांट दिया है।अमेरिका और ब्रिटेन जहां इजरायल का खुले तौर पर समर्थन कर रहे हैं। वहीं ईरान औऱ तुर्की हमास के पक्ष में खड़े दिख रहे हैं।तुर्की ने तो यहां तक कह दिया कि हमास आतंकी संगठन नहीं, बल्कि एक मुक्ति समूह है।इस बीच, इस्राइल के राजदूत नाओर गिलोन ने भारत सरकार से बड़ी अपील की है।भारत में इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने कहा है कि भारत के लिए समय आ गया है कि वह अन्य कई देशों की तरह हमास को आतंकवादी संगठन घोषित करे। इजरायली राजदूत ने पत्रकारों से बातचीत में हमास के खिलाफ आतकंवाद-रोधी अभियानों में इजरायल का समर्थन करने के लिए भारत के प्रति आभार भी प्रकट किया।

इस्राइल के राजदूत नाओर गिलोन ने बुधवार को कहा कि भारत हमास को एक आतंकवादी संगठन के रूप में प्रतिबंधित करे, जैसा कि कई अन्य देशों ने किया है। गिलोन ने कहा कि सात अक्तूबर को क्रूर हमले के बाद इस्राइल ने हमास को आतंकवादी संगठन घोषित करने के लिए संबंधित भारतीय अधिकारियों से अवगत करा दिया है। साथ ही उन्होंने संकेत दिया कि इस मामले को पहले भी उठाया गया था। 

पीएम मोदी की तारीफ

गिलोन ने कहा, हमारे लिए महत्वपूर्ण देश हमारे साथ हैं। ये दुनिया के लोकतंत्र हैं। ऐसा कहने के बाद...मुझे लगता है कि भारत द्वारा हमास को आतंकवादी संगठन के रूप में घोषित करने का समय आ गया है।इजरायली राजदूत ने कहा कि अमेरिका, कनाडा सहित कई देश और यूरोपीय संघ पहले ही हमास को आतंकवादी संगठन घोषित कर चुका है। गिलोन ने कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उन शुरुआती वैश्विक नेताओं में से एक हैं, जिन्होंने आतंकवादी हमले की निंदा की। भारत दुनिया में एक बहुत ही महत्वपूर्ण नैतिक पहचान वाला देश है और हमारे लिए महत्वपूर्ण देश हमारे साथ हैं।

यही सही समय है

उन्होंने आगे कहा, भारत के लिए यही समय है कि वह हमास को आतंकवादी संगठन घोषित करे। गिलोन ने कहा, इजरायल के लिए यह पश्चिम एशिया में अस्तित्व बचाने का युद्ध है।उन्होंने दोहराया कि इजरायल हमास को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। गिलोन का मानना है कि इस संघर्ष का इजरायल की आर्थिक संभावनाओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

हमास को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध

बता दें कि सात अक्टूबर को गाजा से हमास के चरमपंथियों ने इजराइल के खिलाफ जबरदस्त और विभिन्न मोर्चों से हमला कर दिया था, जिसके बाद से संघर्ष जारी है. इजराइल ने भी बदला लेने के इरादे से गाजा पर भीषण जवाबी हमला किया है। गिलोन ने कहा कि इजराइल के लिए यह पश्चिम एशिया में अस्तित्व बचाने का युद्ध है। उन्होंने कहा कि इजराइल हमास को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है।

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Oct 25 2023, 10:41

संयुक्त राष्ट्र में भारत ने किया इजराइल का समर्थन, फिलिस्तीनियों के लिए भी मानवीय सहायता जारी रखने का जताया भरोसा

#israelhamaswarindiastatementatunited_nations

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत ने इजराइल और हमास की जंग पर बड़ा बयान दिया है।संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में फिलिस्तीनी सहित मिडिल ईस्ट की स्थिति पर खुली बहस में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए रवींद्र ने इजरायल का खुले तौर पर समर्थन किया और फिलिस्तीनियों के प्रति चिंता भी जाहिर की।संयुक्त राष्ट्र में भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि राजदूत आर. रवींद्र ने बुधवार को कहा कि भारत इजरायल-हमास के बीच चल रहे युद्ध में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति और बड़े पैमाने पर आम लोगों की मौत को लेकर काफी चिंतित हैं।हम इस्राइल पर हुए हमले की निंदा करते हैं।इस दौरान युद्ध के दौरान गाजा पट्टी में नागरिकों को मानवीय सहायता भेजने के नई दिल्ली के प्रयासों को रेखांकित किया। 

भारत इस्राइल के साथ खड़ा

आर रविंद्र ने आगे बताया कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले वैश्विक नेताओं में से एक थे, जिन्होंने निर्दोष लोगों के जीवन को लेकर चिंता जाहिर की और संवेदनाएं व्यक्त कीं। भारत संकट के इस काल में इस्राइल के साथ खड़ा है। आतंकियों का सामना करने वाले लोगों के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं। हम घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करते हैं। दोनों पक्षों के नागरिकों के बारे में चिंतित होना चाहिए। हमें महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के बारे में तो सोचना ही चाहिए। 

फिलिस्तीनी लोगों का समर्थन जारी रखने का भरोसा

आर रवींद्र ने अपने भाषण में इजरायल-हमास के बीच चल रहे युद्ध के बीच गाजा-पट्टी में नागरिकों को मानवीय सहायता भेजने के भारत के प्रयासों को भी रेखांकित किया और कहा कि इस क्षेत्र में 38 टन भोजन और महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरण भेजे हैं। भारत ने हमेशा इजरायल-फलस्तीन मुद्दे का बातचीत से समाधान की बात कही है। हम अपनी द्विपक्षीय विकास साझेदारी के माध्यम से फलस्तीनी लोगों का समर्थन करना जारी रख रहे हैं, जिसमें स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, उद्यमिता और सूचना प्रौद्योगिकी शामिल हैं। इस चुनौतीपूर्ण समय में भारत फलस्तीन के लोगों को मानवीय सहायता भेजना जारी रखेगा। दोनों देशों के बीच वार्ताओं को फिर से शुरू करने के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए। भारत इजरायल-फलस्तीन संघर्ष का उचित, शांतिपूर्ण और स्थायी समाधान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

हर तरह के आतंकवाद की निंदा की जाए: अमेरिका

इससे पहले इजराइल हमास संघर्ष पर यूएनएससी में अमेरिका ने भी अपना पक्ष रखा। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने आंतकवाद को मदद करने वाले देशों की कड़ी निंदा की। ब्लिंकन ने कहा, 'आतंकवाद के सभी कृत्य गैरकानूनी और अनुचित हैं चाहे वे नैरोबी या बाली में, मुंबई, न्यूयॉर्क या किबुत्ज़ बेरी में लोगों को निशाना बनाते हों। सभी तरह का आतंकवाद गैरकानूनी और अनुचित है, चाहे वे आईएसआईएस द्वारा किए गए हों, बोको हराम द्वारा, लश्कर ए तैयबा द्वारा, या हमास द्वारा किए गए हों। चाहे पीड़ितों को उनकी आस्था, जातीयता, राष्ट्रीयता या किसी अन्य कारण से निशाना बनाया गया हो, वे गैरकानूनी और अनुचित हैं। ब्लिंकन ने कहा कि इस परिषद की जिम्मेदारी है कि हमास या ऐसे भयानक कृत्यों को अंजाम देने वाले किसी भी अन्य आतंकवादी समूह को हथियार, धन और प्रशिक्षण देने वाले सदस्य देशों की निंदा करें।

India

Oct 19 2023, 20:15

इजरायल पहुंचे ब्रिटेन के पीएम सुनक का हमास को बड़ा संदेश, नेतन्याहू से मुलाकात के बाद बोले- आज और हमेशा आपके साथ खड़ा हूं

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ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक गुरुवार को इजरायल पहुंचे हैं। ऋषि सुनक ने इजरायल पहुंचने के बाद कहा कि मैं यहां आया हूं क्योंकि इस देश ने एक बड़े हमले का सामना किया है। यहां के लोग शोक में हैं। मैं इजरायल के लोगों को बताना चाहता हूं कि दुख की इस घड़ी में आपके साथ हूं और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में आपके साथ खड़ा हूं। इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध से दुनिया के अलग-अलग देश भी चिंतित है। यही वजह है कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार को इजरायल पहुंचे थे। अब आज यानी गुरुवार को यूके के पीएम ऋषि सुनक भी इजरायल पहुंचे। जो बाइडेन के बाद ऋषि सुनक की इस इजरायल यात्रा का बेहद खास माना जा रहा है।

इजराइल और हमास का भीषण युद्ध जारी है। हजारों जिंदगियां तबाह हो चुकी हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक इजराइल के तेल अवीव पहुंचे और उन्होंने इजराइल के प्रधानमंत्री बेजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की है। इस दौरान दोनों नेताओं ने साझा बयान जारी किया है। इस दौरान ऋषि सुनक ने कहा, पिछले दो हफ़्तों में यह(इज़रायल) देश कुछ ऐसे दौर से गुज़रा है, जिसे किसी भी देश नहीं सहना चाहिए। ऋषि सुनक ने नेतन्याहू से कहा कि मुझे पता है कि हमास के आतंकवादियों के बिल्कुल विपरीत आप नागरिकों को नुकसान पहुंचाने से बचने के लिए हर सावधानी बरत रहे हैं। मैं आपको उस समर्थन के लिए भी धन्यवाद देना चाहता हूं जो आपकी सरकार ने इस भयावहता में फंसे ब्रिटिश नागरिकों के परिवारों को दिया है, जिसमें बंधकों को रिहा करने, उनकी रिहाई सुनिश्चित करने के आपके प्रयास भी शामिल हैं। मैं यह भी कह सकता हूं कि हमने पिछले दिनों ऐसे दृश्य देखे हैं, जिन्होंने हम सभी को झकझोर कर रख दिया है, खासकर अस्पताल में मारे गए लोग और उसके अलावा मारे गए हर निर्दोष व्यक्ति, हर धर्म के नागरिकों, हर राष्ट्रीयता के नागरिकों की मौत पर हम संवेदना व्यक्त करते हैं।

फ़िलिस्तीनी लोग भी हमास के पीड़ित-सुनक

ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कहा कि हम यह मानते हैं कि सिर्फ इजरायल ही नहीं, बल्कि फ़िलिस्तीनी लोग भी हमास के पीड़ित हैं। इसीलिए मैं कल आपके उस फैसले का स्वागत करता हूं जो आपने यह सुनिश्चित करने के लिए लिया कि गाजा में मानवीय सहायता के प्रवेश के लिए रास्ते खोले जाएंगे। सुनक ने कहा कि मुझे इज़रायल के सबसे बुरे समय में आपके साथ यहां खड़े होने पर गर्व है। हम आपके लोगों के साथ खड़े रहेंगे और हम यह भी चाहते हैं कि आप जीतें।

बाइडेन भी गए थे इजरायल

बता दें कि इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन बुधवार को इजरायल पहुंचे थे। उनके स्वागत के लिए पीएम नेतन्याहू खुद एयरपोर्ट पर मौजूद थे। जो बाइडेन ने पीएम नेतन्याहू के साथ बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की थी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने हमास को एक क्रूर आतंकी संगठन बताया था। साथ ही उन्होंने कहा था कि हमास इजरायल पर जिस तरह से हमला किया वो मानवता के खिलाफ है।