India

Dec 23 2023, 12:53

फिर टेंशन देने लगा कोरोना, पिछले 24 घंटे में सामने आए 752 नए मामले, 21 मई के बाद सबसे अधिक

#indiarecords752newcovid19casesand4deathsin24_hours

देश में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने करीब 7 महीने पहले कोविड-19 से जुड़ी पब्लिक हेल्थ एडवाइजरी वापस ले ली थी लेकिन कोरोना के जेएन.1 वायरस ने एक बार फिर दुनिया भर के देशों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करने पर मजबूर कर दिया है। कोरोना के चढ़ते ग्राफ का अंदाजा इसी बता से लगाया जा सकता है कि पिछले 9 दिनों में ही कोरोना के दोगुने केस हो गए हैं। देश में कोरोना वायरस के ताजा मामलों में बड़ा उछाल देखने को मिला है, जो 23 मई के बाद सबसे अधिक है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की मानें तो भारत में एक दिन में कोरोना वायरस के 700 से अधिक नए केस मिलने से हड़कंप मच गया है और इतना ही नहीं, कोविड से देश में चार मरीजों की मौत भी हो गई है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी लेटेस्ट आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना वायरस के 752 नए मामले सामने आए हैं, जो 21 मई 2023 के बाद सबसे अधिक है। देश में सक्रिय मामले बढ़कर 3,420 हो गए हैं। शनिवार सुबह 8 बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में 24 घंटे की अवधि में खतरनाक कोरोना वायरस से चार लोगों की मौतें हुई हैं। देश में जिन चार कोरोना मरीजों की मौत हुई है, उनमें से केरल से दो, राजस्थान और कर्नाटक में एक-एक शामिल हैं।

जेएन.1 वैरिएंट के कारण बढ़ रहा संक्रमण

कोविड-19 के बढ़ते मामलों में के लिए दुनियाभर में तेजी से बढ़ रहे जेएन.1 वैरिएंट को प्रमुख कारण माना जा रहा है।भारत सहित दुनिया के कई देशों में पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण के मामलों में अचानक वृद्धि रिपोर्ट की जा रही है। चीन में नवंबर में बढ़े संक्रमण के मामलों के बाद सिंगापुर और फिर भारत में भी हालात बिगड़ने की खबर है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) सहित दुनिया के तमाम स्वास्थ्य संगठनों का कहना है कि कोरोनावायरस अपने आपको जीवित रखने के लिए लगातार म्यूटेट हो रहा है। JN.1 उसी की एक रूप है। संक्रमण की वर्तमान शीतकालीन लहर ने अचानक से चिंता जरूर बढ़ा दी है पर ज्यादातर रोगियों में इस वैरिएंट के कारण हल्के लक्षण ही देखे जा रहे हैं, बड़ी संख्या में लोग घर पर रहकर ठीक भी हो रहे हैं। हालांकि JN.1 में अतिरिक्त म्यूटेशन के कारण इसके कारण तेजी से संक्रमण बढ़ने का जोखिम जरूर देखा जा रहा है

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जारी की चेतावनी

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताया है कि पिछले चार हफ्तों के दौरान नए कोविड मामलों की संख्या में 52 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, इस अवधि के दौरान 850,000 से अधिक नए मामले सामने आए हैं।डब्ल्यूएचओ ने बताया कि पिछले 28 दिनों की अवधि की तुलना में नई मौतों की संख्या में 8 प्रतिशत की कमी आई है, 3,000 से अधिक नई मौतें दर्ज की गई हैं।

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Dec 18 2023, 14:19

कोरोना फिर बढ़ाएगा टेंशन! कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर डब्लूएचओ ने चेताया

#whoalertcountriesforrespiratorydiseasescovid19_subvariant

देश में ठंड ने रफ्तार पकड़ ली है। पहाड़ों में बर्फबारी शुरू हो गई है। वहीं मैदानी इलाकों में पारा तेजी से नीचे गिर रहा है। दिल्ली में तो इस सप्ताह न्यूनतम पारे के 6 डिग्री तक पहुंचने का अनुमान है। इन सब के बीच कोरोना संक्रमण के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं। देश में पिछले कुछ दिनों में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार प्रतिदिन 150 के ऊपर बने हुए है। कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामलों के बीच एक्सपर्ट ने चेताया है कि हर नई लहर दिसंबर के दौरान ही आती है, इसलिए लोगों को सचेत रहने की जरूरत है। इधर सांस संबंधी बीमारियों के बढ़ने और कोरोना के नए सबवैरिएंट जेएन.1 को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ ) ने सदस्य देशों को आगाह किया है।

डब्लूएचओ ने चेताया

डब्लूएचओ ने कहा है कि वायरस अपना स्वरूप बदल रहे हैं। ऐसे में सभी सदस्य देश अपने यहां मजबूत सर्विलांस रखें ताकि बीमारियों के प्रसार को रोका जा सके। डब्लूएचओ ने कोविड19 पर संगठन की टेक्निकल लीड मारिया वान केरखोव का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर साझा किया है। इस वीडियो में केरखोव ने सांस संबंधी बीमारियों के फैलने की वजह बताई है और इन्हें रोकने के लिए क्या सावधानी रखने की जरूरत है, उसकी भी जानकारी दी है। 

मारिया वान केरखोव ने भी सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि सांस संबंधी बीमारियां दुनिया में लगातार बढ़ रही हैं। इनमें कोरोना वायरल, फ्लू, रिनो वायरस, माइकोप्लाज्मा न्यूमोनिया और अन्य बीमारियां शामिल हैं। सार्स कोव-2 लगातार अपने आप को बदल रहा है। कोरोना का सबवैरिएंट जेएन.1 भी फैल रहा है। केरखोव ने कहा कि सांस संबंधी बीमारियों के फैलने की कई वजह है, इनमें एक मौजूदा छुट्टियों का सीजन भी है, जिसमें परिवार इकट्ठा होते हैं और बड़ी संख्या में लोग यात्राएं करते हैं। ऐसे में सरकारों को कड़ी निगरानी करने की जरूरत है।

केरल में पहला जेएन.1 मामला सामने आया

बता दें कि भारत में 8 दिसंबर को केरल के काराकुलम में पहला जेएन.1 मामला सामने आया। न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, 18 नवंबर को किए गए आरटी-पीसीआर परीक्षण में 79 वर्षीय महिला का सैंपल निगेटिव पाया गया था, जिसमें कहा गया था कि उसे हल्के लक्षण थे। वह इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों से पीड़ित थे और कोविड-19 से उबर चुके थे। केरल में मामले की पहचान होने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 16 दिसंबर को तैयारी के उपाय शुरू किए।

केरल में बना मुद्दा

इस बीच केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वी. डी. सतीशन ने राज्य सरकार पर कोविड-19 के नए वेरिएंट जेएन.1 के प्रसार को रोकने के लिए कोई उचित कदम नहीं उठाने का आरोप लगाया। सतीशन ने सोमवार को यहां पत्रकारों से कहा कि भले ही देश में कोविड के 89 फीसदी मामले इसी राज्य में हैं, लेकिन केरल सरकार ने इसे लेकर क्या कार्रवाई की है, उन्होंने इसकी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी है। उन्होंने आगे कहा, राष्ट्रीय स्तर पर स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक देशभर में कोविड के 1,800 से अधिक मामलों में से 1,600 से अधिक मामले केरल में सामने आए हैं। उन्होंने राष्ट्रीय स्तर की रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा, केरल में रविवार को चार लोगों की मौत हुई तथा 111 नए मामले सामने आए। उन्होंने कहा, इससे पहले कि लोग वायरस को लेकर भयभीत हों, सरकार को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए। वहीं, केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने रविवार को कहा था कि राज्य में मिला कोविड-19 का नया उपस्वरूप जेएन.1 चिंता का कारण नहीं है।

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Sep 08 2023, 12:05

जी20 की बैठक पर कोराना का साया, फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन के बाद स्पेन के राष्ट्रपति कोरोना संक्रमित, सम्मेलन में नहीं हो सकेंगे शामिल

#spain_president_tests_positive_for_covid19_skips_g20_summit_in_new_delhi

इस वक्त दुनिया की सारी नजरे भारत पर टिकी हुई है। वजह है 9 से 10 सितंबर के बीच आयोजित होने वाला जी 20 शिखर सम्मेलन।इसके पहले इस समिट पर कोरोना का साया मंडराता हुआ नजर आ रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की पत्नी जिल बाइडेन की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद अब स्पेन के प्रेसिडेंट पेड्रो सांचेज भी कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। इस बात की जानकारी खुद स्पेन के राष्ट्रपति ने दी है। जिसके कारण वे जी 20 समिट में शामिल नहीं हो सकेंगे।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में सांचेज ने लिखा, "मैं कोरोना से संक्रमित हूं इसलिए भारत की यात्रा नहीं कर सकता। हालांकि, मैं ठीक महसूस कर रहा हूं। जी20 की बैठक में स्पेन की ओर से कार्यवाहक उपराष्ट्रपति नादिया कैल्विनो और विदेश मंत्री जोस मैनुअल अल्बेरेस भाग लेंगे।"

अमेरिका की फर्स्ट लेडी भी कोराना संक्रमित

बता दें कि देश में होने वाले जी 20 शिखर सम्मेलन में पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन अकेले आ रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन अपनी पत्नी जिल बाइडेन के साथ 8 सितंबर को भारत दौरे पर आने वाले थे। इसके ठीक पहले जिल कोरोना की चपेट में आ गईं। 5 सितंबर को बाइडेन और जिल की कोरोना जांच कराई गई थी। जिसमें जिल बाइडेन पॉजिटिव पाई गई थीं लेकिन बाइडेन की रिपोर्ट निगेटिव आई थी। जिसके बाद राष्ट्रपति के कार्यालय से एक बयान जारी किया गया था जिसमें कहा गया था कि जो बाइडेन में किसी तरह का कोई लक्षण नहीं है। साथ ही यह भी कहा था कि, भारत में हो रहे जी20 सम्मेलन में प्रेसिडेंट जो बाइडेन पूरे प्रिकॉशन का ख्याल रखेंगे।

बैठक में शामिल ना होने वाले तीसरे नेता

स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज, नई दिल्ली में होने जा रही बैठक में शामिल ना होने वाले जी20 के तीसरे नेता हैं। इनसे पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी इस बैठक में शामिल नहीं हो रहे हैं। जहां तक बात है पुतिन और शी जिनपिंग वो अपने निजी कारणों की वजह से जी 20 शिखर सम्मेलन में नहीं आ रहे हैं। चीन की तरफ से प्रधानमंत्री ली क़ियांग आ रहे हैं, वहीं रूस की तरफ से पुतिन की जगह पर रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव रूस का नेतृत्व करेंगे।

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Dec 23 2023, 12:53

फिर टेंशन देने लगा कोरोना, पिछले 24 घंटे में सामने आए 752 नए मामले, 21 मई के बाद सबसे अधिक

#indiarecords752newcovid19casesand4deathsin24_hours

देश में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने करीब 7 महीने पहले कोविड-19 से जुड़ी पब्लिक हेल्थ एडवाइजरी वापस ले ली थी लेकिन कोरोना के जेएन.1 वायरस ने एक बार फिर दुनिया भर के देशों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करने पर मजबूर कर दिया है। कोरोना के चढ़ते ग्राफ का अंदाजा इसी बता से लगाया जा सकता है कि पिछले 9 दिनों में ही कोरोना के दोगुने केस हो गए हैं। देश में कोरोना वायरस के ताजा मामलों में बड़ा उछाल देखने को मिला है, जो 23 मई के बाद सबसे अधिक है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की मानें तो भारत में एक दिन में कोरोना वायरस के 700 से अधिक नए केस मिलने से हड़कंप मच गया है और इतना ही नहीं, कोविड से देश में चार मरीजों की मौत भी हो गई है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी लेटेस्ट आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना वायरस के 752 नए मामले सामने आए हैं, जो 21 मई 2023 के बाद सबसे अधिक है। देश में सक्रिय मामले बढ़कर 3,420 हो गए हैं। शनिवार सुबह 8 बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में 24 घंटे की अवधि में खतरनाक कोरोना वायरस से चार लोगों की मौतें हुई हैं। देश में जिन चार कोरोना मरीजों की मौत हुई है, उनमें से केरल से दो, राजस्थान और कर्नाटक में एक-एक शामिल हैं।

जेएन.1 वैरिएंट के कारण बढ़ रहा संक्रमण

कोविड-19 के बढ़ते मामलों में के लिए दुनियाभर में तेजी से बढ़ रहे जेएन.1 वैरिएंट को प्रमुख कारण माना जा रहा है।भारत सहित दुनिया के कई देशों में पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण के मामलों में अचानक वृद्धि रिपोर्ट की जा रही है। चीन में नवंबर में बढ़े संक्रमण के मामलों के बाद सिंगापुर और फिर भारत में भी हालात बिगड़ने की खबर है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) सहित दुनिया के तमाम स्वास्थ्य संगठनों का कहना है कि कोरोनावायरस अपने आपको जीवित रखने के लिए लगातार म्यूटेट हो रहा है। JN.1 उसी की एक रूप है। संक्रमण की वर्तमान शीतकालीन लहर ने अचानक से चिंता जरूर बढ़ा दी है पर ज्यादातर रोगियों में इस वैरिएंट के कारण हल्के लक्षण ही देखे जा रहे हैं, बड़ी संख्या में लोग घर पर रहकर ठीक भी हो रहे हैं। हालांकि JN.1 में अतिरिक्त म्यूटेशन के कारण इसके कारण तेजी से संक्रमण बढ़ने का जोखिम जरूर देखा जा रहा है

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जारी की चेतावनी

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताया है कि पिछले चार हफ्तों के दौरान नए कोविड मामलों की संख्या में 52 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, इस अवधि के दौरान 850,000 से अधिक नए मामले सामने आए हैं।डब्ल्यूएचओ ने बताया कि पिछले 28 दिनों की अवधि की तुलना में नई मौतों की संख्या में 8 प्रतिशत की कमी आई है, 3,000 से अधिक नई मौतें दर्ज की गई हैं।

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Dec 18 2023, 14:19

कोरोना फिर बढ़ाएगा टेंशन! कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर डब्लूएचओ ने चेताया

#whoalertcountriesforrespiratorydiseasescovid19_subvariant

देश में ठंड ने रफ्तार पकड़ ली है। पहाड़ों में बर्फबारी शुरू हो गई है। वहीं मैदानी इलाकों में पारा तेजी से नीचे गिर रहा है। दिल्ली में तो इस सप्ताह न्यूनतम पारे के 6 डिग्री तक पहुंचने का अनुमान है। इन सब के बीच कोरोना संक्रमण के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं। देश में पिछले कुछ दिनों में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार प्रतिदिन 150 के ऊपर बने हुए है। कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामलों के बीच एक्सपर्ट ने चेताया है कि हर नई लहर दिसंबर के दौरान ही आती है, इसलिए लोगों को सचेत रहने की जरूरत है। इधर सांस संबंधी बीमारियों के बढ़ने और कोरोना के नए सबवैरिएंट जेएन.1 को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ ) ने सदस्य देशों को आगाह किया है।

डब्लूएचओ ने चेताया

डब्लूएचओ ने कहा है कि वायरस अपना स्वरूप बदल रहे हैं। ऐसे में सभी सदस्य देश अपने यहां मजबूत सर्विलांस रखें ताकि बीमारियों के प्रसार को रोका जा सके। डब्लूएचओ ने कोविड19 पर संगठन की टेक्निकल लीड मारिया वान केरखोव का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर साझा किया है। इस वीडियो में केरखोव ने सांस संबंधी बीमारियों के फैलने की वजह बताई है और इन्हें रोकने के लिए क्या सावधानी रखने की जरूरत है, उसकी भी जानकारी दी है। 

मारिया वान केरखोव ने भी सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि सांस संबंधी बीमारियां दुनिया में लगातार बढ़ रही हैं। इनमें कोरोना वायरल, फ्लू, रिनो वायरस, माइकोप्लाज्मा न्यूमोनिया और अन्य बीमारियां शामिल हैं। सार्स कोव-2 लगातार अपने आप को बदल रहा है। कोरोना का सबवैरिएंट जेएन.1 भी फैल रहा है। केरखोव ने कहा कि सांस संबंधी बीमारियों के फैलने की कई वजह है, इनमें एक मौजूदा छुट्टियों का सीजन भी है, जिसमें परिवार इकट्ठा होते हैं और बड़ी संख्या में लोग यात्राएं करते हैं। ऐसे में सरकारों को कड़ी निगरानी करने की जरूरत है।

केरल में पहला जेएन.1 मामला सामने आया

बता दें कि भारत में 8 दिसंबर को केरल के काराकुलम में पहला जेएन.1 मामला सामने आया। न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, 18 नवंबर को किए गए आरटी-पीसीआर परीक्षण में 79 वर्षीय महिला का सैंपल निगेटिव पाया गया था, जिसमें कहा गया था कि उसे हल्के लक्षण थे। वह इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों से पीड़ित थे और कोविड-19 से उबर चुके थे। केरल में मामले की पहचान होने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 16 दिसंबर को तैयारी के उपाय शुरू किए।

केरल में बना मुद्दा

इस बीच केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वी. डी. सतीशन ने राज्य सरकार पर कोविड-19 के नए वेरिएंट जेएन.1 के प्रसार को रोकने के लिए कोई उचित कदम नहीं उठाने का आरोप लगाया। सतीशन ने सोमवार को यहां पत्रकारों से कहा कि भले ही देश में कोविड के 89 फीसदी मामले इसी राज्य में हैं, लेकिन केरल सरकार ने इसे लेकर क्या कार्रवाई की है, उन्होंने इसकी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी है। उन्होंने आगे कहा, राष्ट्रीय स्तर पर स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक देशभर में कोविड के 1,800 से अधिक मामलों में से 1,600 से अधिक मामले केरल में सामने आए हैं। उन्होंने राष्ट्रीय स्तर की रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा, केरल में रविवार को चार लोगों की मौत हुई तथा 111 नए मामले सामने आए। उन्होंने कहा, इससे पहले कि लोग वायरस को लेकर भयभीत हों, सरकार को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए। वहीं, केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने रविवार को कहा था कि राज्य में मिला कोविड-19 का नया उपस्वरूप जेएन.1 चिंता का कारण नहीं है।

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Sep 08 2023, 12:05

जी20 की बैठक पर कोराना का साया, फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन के बाद स्पेन के राष्ट्रपति कोरोना संक्रमित, सम्मेलन में नहीं हो सकेंगे शामिल

#spain_president_tests_positive_for_covid19_skips_g20_summit_in_new_delhi

इस वक्त दुनिया की सारी नजरे भारत पर टिकी हुई है। वजह है 9 से 10 सितंबर के बीच आयोजित होने वाला जी 20 शिखर सम्मेलन।इसके पहले इस समिट पर कोरोना का साया मंडराता हुआ नजर आ रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की पत्नी जिल बाइडेन की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद अब स्पेन के प्रेसिडेंट पेड्रो सांचेज भी कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। इस बात की जानकारी खुद स्पेन के राष्ट्रपति ने दी है। जिसके कारण वे जी 20 समिट में शामिल नहीं हो सकेंगे।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में सांचेज ने लिखा, "मैं कोरोना से संक्रमित हूं इसलिए भारत की यात्रा नहीं कर सकता। हालांकि, मैं ठीक महसूस कर रहा हूं। जी20 की बैठक में स्पेन की ओर से कार्यवाहक उपराष्ट्रपति नादिया कैल्विनो और विदेश मंत्री जोस मैनुअल अल्बेरेस भाग लेंगे।"

अमेरिका की फर्स्ट लेडी भी कोराना संक्रमित

बता दें कि देश में होने वाले जी 20 शिखर सम्मेलन में पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन अकेले आ रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन अपनी पत्नी जिल बाइडेन के साथ 8 सितंबर को भारत दौरे पर आने वाले थे। इसके ठीक पहले जिल कोरोना की चपेट में आ गईं। 5 सितंबर को बाइडेन और जिल की कोरोना जांच कराई गई थी। जिसमें जिल बाइडेन पॉजिटिव पाई गई थीं लेकिन बाइडेन की रिपोर्ट निगेटिव आई थी। जिसके बाद राष्ट्रपति के कार्यालय से एक बयान जारी किया गया था जिसमें कहा गया था कि जो बाइडेन में किसी तरह का कोई लक्षण नहीं है। साथ ही यह भी कहा था कि, भारत में हो रहे जी20 सम्मेलन में प्रेसिडेंट जो बाइडेन पूरे प्रिकॉशन का ख्याल रखेंगे।

बैठक में शामिल ना होने वाले तीसरे नेता

स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज, नई दिल्ली में होने जा रही बैठक में शामिल ना होने वाले जी20 के तीसरे नेता हैं। इनसे पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी इस बैठक में शामिल नहीं हो रहे हैं। जहां तक बात है पुतिन और शी जिनपिंग वो अपने निजी कारणों की वजह से जी 20 शिखर सम्मेलन में नहीं आ रहे हैं। चीन की तरफ से प्रधानमंत्री ली क़ियांग आ रहे हैं, वहीं रूस की तरफ से पुतिन की जगह पर रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव रूस का नेतृत्व करेंगे।